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Wednesday, October 19, 2011

ट्रेनिंग से ही नहीं बनेगी बात, टीईटी तो जरूरी है

ट्रेनिंग से ही नहीं बनेगी बात, टीईटी तो जरूरी है (Only Training is not sufficient for ShikshaMitra, TET is also necessary)

महराजगंज। महज ट्रेनिंग पूरी कर लेने से शिक्षामित्र पूर्णकालिक गुरुजी नहीं बन पाएंगे। उन्हें भी टीईटी पास करना होगा। लिहाजा यह चिंता उनको सताए जा रही है, अगर उसमें फेल हो गए तो क्या होगा।
प्रदेश सरकार ने शासनादेश जारी करके टीईटी लागू कर दिया है। इसके चलते प्रदेश में कक्षा एक से आठ तक की सभी सरकारी नियुक्तियों में टीईटी अनिवार्य कर दिया गया है। यह परीक्षा महज स्क्रीनिंग है। इसे पास करने के बाद ही अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए अर्ह होगा। इस साल टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी आगे भी शिक्षक बनने के लिए पात्र होंगे। जिले में प्रशिक्षण के लिए 1667 शिक्षामित्रों ने आवेदन किया था। जिसमें से 31 शिक्षामित्र काउंसलिंग में नहीं पहुंचे। लेकिन उनको एक बार फिर से मौका दिया गया। प्रशिक्षण के लिए जारी मेरिट लिस्ट में उनको प्रोविजनल कालम में डाल दिया गया। अगर वे सभी औपचारिकता पूरी करके अपनी दावेदारी जताते हैं तो उनके अभ्यर्थन पर विचार हो सकता था।
इसके बावजूद करीब 1500 शिक्षामित्रों को प्रशिक्षित करने की योजना है। पहले चरण में चरण में प्रति ब्लाक 70 शिक्षामित्र के हिसाब से कुल 840 शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण देना है। प्रशिक्षण के बाद भी उन्हें नौकरी पाने से पहले टीईटी पास करना होगा।

News Source : Amar Ujala E Paper - http://www.amarujala.com/city/Maharajganj/Maharajganj-27164-69.html
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