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Friday, November 11, 2011

TET Exam OMR Sheet Evaluation/Checking Agency is Changed in UP


टीईटी ओएमआर शीट की जांच को बदली एजेंसी

(TET Exam OMR Sheet Evaluation/Checking Agency is Changed in Uttar Pradesh)

To stop cheating this step taken uttar pradesh madhymic shiksha vibhag , see news-

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की आंसर शीट यानी ओएमआर शीट की जांच अब नई एजेंसी करेगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शासन स्तर के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर पुरानी एजेंसी का समझौता प्रपत्र रद्द कर दिया है और नई एजेंसी का चयन कर उसका कोड गिने चुने अफसरों को दे दिया गया है। तय किया गया है कि परीक्षा के बाद सभी ओएमआर शीट लेकर चार अधिकारी और सात कर्मचारियों की कमेटी एजेंसी को सौंपने जाएगी। कोशिश होगी कि सात से दस दिन में नतीजे घोषित कर दिए जाएं। इस बार टीईटी की मेरिट के आधार पर ही दिसंबर में 73 हजार प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती होनी है। इसलिए परिणाम को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है। एजेंसी का बदलाव परीक्षा में गड़बड़ियों की आशंका के मद्देनजर किया गया है।




इस कारण अचानक नकल माफिया सक्रिय

यूपी बोर्ड की तरफ से 13 नवंबर को प्रदेश भर में टीईटी का आयोजन किया गया है। परीक्षा में लगभग 11 लाख अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा में 60 फीसदी अंक पाने पर ही अभ्यर्थी सफल माने जाएंगे। परीक्षा के ठीक बाद सहायक अध्यापकों की भर्ती होनी है जिसमें टीईटी की मेरिट को ही आधार बनाया जाएगा, इस कारण अचानक नकल माफिया सक्रिय हो गए हैं। माफिया ने बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने रकम वसूली है। उन्हें सफलता दिलाने के लिए नकल माफिया पेपर आउट कराने से लेकर परीक्षा केंद्रों में अभ्यर्थियों के स्थान पर दूसरे को बैठाने, ओएमआर शीट बदलवाने की कोशिश में लगे हैं।



बातचीत से गड़बड़ियों का खुलासा किया

विभागीय सूत्रों का दावा है कि इलाहाबाद, लखनऊ और मेरठ के कुछ बड़े नकल माफिया उस एजेंसी तक पहुंच गए थे, जहां ओएमआर शीट की जांच होनी थी। विभाग के अधिकारियों को इसका पता चला तो तत्काल समझौता प्रपत्र रद्द कर दूसरी एजेंसी तय की गई। इस बारे में सचिव माध्यमिक शिक्षा और अपर सचिव से बात करने की कोशिश की गई लेकिन दोनों ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इधर, नकल माफिया पर नकेल के लिए एसटीएफ और पुलिस टीमों ने बृहस्पतिवार को कई ऐसे लोगों को पकड़ा जो पहले पेपर आउट कराने में शामिल रह चुके हैं। उनसे पूछताछ के साथ कुछ लोगों के नंबर सर्विलांस पर भी डाले गए हैं ताकि बातचीत से गड़बड़ियों का खुलासा किया जा सके। सूत्रों के अनुसार एसटीएफ कई ऐसे अभ्यर्थियों तक पहुंच गई है जिनसे नकल माफिया ने संपर्क किया है।


साभार - अमर उजाला (11.11.11)

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