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Tuesday, June 12, 2012

INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI ( Drafted by Shyam Dev Mishra )

INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI ( Drafted by Shyam Dev Mishra )


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: Shyam Dev Mishra <shyamdevmishra@gmail.com>
दिनांक: 10 जून 2012 9:38 am
विषय: INVITATION-CUM-BRIEFING FOR MEDIA ON AGITATION OF 12.06.2012 AT JANTAR-MANTAR, NEW DELHI
प्रति: rashid azad <rashid.khurshid@gmail.com>, Sarkari Damad <sarkaridamad007@gmail.com>, Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, dev02019654@gmail.com, rajesh rao <rajeshrow86@gmail.com>, nnitinmehta1982@rediffmail.com, Naved Ahmed <navedahmeds@gmail.com>, dharmchand1980@gmail.com

 दिनांक: 
सेवा में,
महोदय,
विषय: उत्तर प्रदेश में टी..टी.-उत्तीर्ण 72825 प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती-प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब पर राज्य-सरकार की निष्क्रियता के विरोध में दिनांक 12.06.2012 को जन्तर-मंतर, नईदिल्ली में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित एक-दिवसीय धरना-प्रदर्शन की सूचना एवं कवरेज हेतु आमंत्रण.

   
जैसा कि आपको ज्ञात होगा, उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (यू.पी.टी.ई.टी.) 2011 के माध्यम से दिसंबर 2011 में प्रारंभ हुई 72825 प्राथमिक अध्यापकों की भर्ती-प्रक्रिया में हो रहे विलम्ब से प्रदेश में शिक्षा का अधिकार के हनन एवं लाखों शिक्षित और योग्य बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य पर छाई अनिश्चितता पर राज्य-सरकार के अस्पष्ट रवैये के विरोध में प्रदेश के लगभग 272000 टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थी मार्च 2012 से लगातार आन्दोलनरत हैं.


ज्ञात हो कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद राज्य सरकार ने नियमों में आवश्यक संशोधन करके अध्यापकों की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के दिशा-निर्देशों के अनुसार 13 नवम्बर 2011 को अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन करवाया. मालूम हो कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् ने अध्यापन की गुणवत्ता को बनाये रखने के उद्देश्य से यह निश्चित किया कि अध्यापकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को उसके द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सम्बंधित राज्य-सरकार द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाने वाली  "अध्यापक पात्रता परीक्षा" उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा. साथ ही चयन में भी इसके अंको को महत्त्व देने की सिफारिश की. इस नई व्यवस्था को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भी महत्त्व देते हुए इसे अनिवार्य कर दिया.


परीक्षा के परिणाम में कई बार संशोधन हुए और कई असंतुष्ट अभ्यर्थियों ने अपने पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की कार्बन-कापी के आधार पर उच्च  न्यायालय में भी अपील की और अंततः न्यायालय के निर्देश के अनुसार अंतिम रूप संशोधित परिणाम जारी किया गया. तदुपरांत भर्ती-प्रक्रिया की शुरुआत हुई और हर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अलग-अलग विज्ञापन निकालने की समयसाध्य और खर्चीली पुरानी परिपाटी के स्थान पर राज्य-सरकार द्वारा अधिकृत की गई माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा समस्त बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से 2 दिसंबर 2011 को एक संयुक्त विज्ञप्ति प्रकाशित कर टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गए थे. इस बीच माध्यमिक शिक्षा परिषद् के निदेशक संजय मोहन द्वारा कुछ अभ्यर्थियों से अध्यापक पात्रता परीक्षा में अंक बढवाने के नाम पर रुपये लेने का मामला सामने आया जिसमे हुई जाँच में ये मामला महज ठगी तक सीमित रहा और परिणामों में धांधली के आरोप साबित नहीं हुए हैं. वैसे भी हर अभ्यर्थी के पास मौजूद उत्तर-पुस्तिका की प्रति के आधार पर परिणाम की सत्यता की जाँच का विकल्प सबके लिए खुला है.


इसके बाद तमाम अभ्यर्थियों ने, जिनके लिए टी.ई.टी. में अंक कम होने से चयन के आसार कम थे, टी.ई.टी. के आधार पर चयन की प्रक्रिया को उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में चुनौती दी पर ऐसे सभी मामलों में न्यायालय ने आपत्तियों को दरकिनार करते हुए इसे न्याय-संगत और नियम-संगत ठहराया. परन्तु वाराणसी के एक अभ्यर्थी कपिल देव यादव ने एक याचिका दायर कर भर्ती का विज्ञापन बेसिक शिक्षा अधिकारियों के स्थान पर उनकी ओर से माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा जारी किये जाने को तकनीकी आधार पर चुनौती दी जिसपर न्यायालय ने 4 जानवरी 2012 को भर्ती-प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से जवाब माँगा. तब से इस मसले में सुनवाई कम तारीखें ज्यादा मिली हैं और कोर्ट के बाहर भी राज्य-सरकार ने अबतक इस मसले पर अपना रुख जाहिर नहीं किया है साथ ही सरकारी पक्ष ने जिस प्रकार का लापरवाही भरा रवैया कोर्ट के अन्दर दिखाया है वह भी इस मामले के निस्तारण में इतने विलम्ब का प्रमुख कारण रहा है. और तो और, कई तारीखों पर तो यह भी साबित हुआ कि सरकारी वकील को महज विज्ञप्ति में दिए गए निर्देशों-तथ्यों तक की जानकारी न थी.


यहाँ यह बताना महत्वपूर्ण होगा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् के नियमों के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापन के लिए बी.एड. डिग्रीधारक अभ्यर्थियों की नियुक्ति की समय-सीमा 1 जनवरी 2012 रखी गई थी. ऐसे में राज्य-सरकार की लापरवाही और उसके द्वारा किये गए विलम्ब का खामियाजा निर्दोष अभ्यर्थियों को न भुगतना पड़े और प्रक्रिया शुरू होने के पहले निर्धारित हो चुके नियमों के अनुसार भर्ती हो, इस मांग को लेकर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने प्रदेश-भर में जिला-स्तर पर तो प्रदर्शन किये ही, समय समय पर राज्य-सरकार तक अपनी आवाज़ पहुचने के लिए लखनऊ तक पहुंचे. इस क्रम में अभ्यर्थियों द्वारा लखनऊ में 20 मार्च को एक-दिवसीय धरने का आयोजन किया गया था, जिसमे शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसके उपरान्त पुनः लखनऊ में 30 मार्च से 2 अप्रैल तक अनशन किया गया जिसपर स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता का आश्वासन देकर समाप्त करवाया. . गौरतलब है कि इस अनशन के दौरान कई अभ्यर्थियों की स्थिति इस कदर बिगड़ गई थी कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री से शीघ्र कार्यवाही के आश्वासन के सिवा कुछ न मिल सका. अभ्यर्थियों द्वारा पुनः 20 अप्रैल को लखनऊ में प्रदर्शन किया गया जिसे प्रशासन ने मुख्यमंत्री से वार्ता कराकर हल निकालने के आश्वासन के साथ समाप्त करवाया. माननीय मुख्यमंत्री ने जनता दरबार में इस समस्या को सुना तो पर नतीजा फिर सिफर ही रहा. पुनः 29 से 31 मई को लखनऊ में आक्रोशित अभ्यर्थियों ने विधान सभा का लगातार घेराव किया जिसमे पुलिस ने बर्बरता पूर्वक महिलाओं तक पे लाठियां चलाई, सैकड़ो गिरफ्तारियां की गई, हज़ारों लोगो को अलग-अलग स्थानों पे निरुद्ध किया गया और इस जनाक्रोश का हल निकालने के बजाय इसे कुचलने का हर संभव उपाय किया. इस सारे घटनाक्रम को मीडिया ने लगातार महत्त्व दिया.


अभ्यर्थियों को शांत करने के उद्देश्य से कभी निर्णय लेने के लिए राज्य-सरकार ने दस दिन का समय माँगा तो कभी मुख्य-सचिव की अध्यक्षता में जाँच-समिति बनाकर 3 हफ्ते में रिपोर्ट आने और तदनुसार कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया पर आज ये सारी समय-सीमायें समाप्त हो गई है और मसला वहीँ का वहीँ है.


इन स्थितियों से व्यथित हो कई अभ्यर्थियों का मानसिक अवसाद के कारण निधन तक हो चुका है. प्रदेश-भर में सभी अभ्यर्थी अपने पाने स्तर से सरकार से इस मसले के निराकरण का आग्रह कर रहे हैं. सही मनोज कुमार "मयंक" और उनके साथियों ने इस समस्या की ओर न सिर्फ प्रदेश, बल्कि केंद्र सरकार तक को आकृष्ट करने के लिए इस भीषण गर्मी में वाराणसी से दिल्ली तक की पदयात्रा शुरू की जिसके इस अतुल्य प्रयास की सराहना व्यापक स्तर पे हुई है और उन्हें इस प्रदर्शन के दौरान सम्मानित भी किया जाना प्रस्तावित है.


शिक्षा का अधिकार को न सिर्फ यू. पी.ए. सरकार और केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिए एक महत्वपूर्ण विषय रहा है बल्कि सर्वोच्च न्यायालय ने भी इसे बच्चों का संवैधानिक अधिकार करार दिया है. केंद्र सरकार इस सम्बन्ध में होने वालों खर्चों में 65% अंशदान देती है और समय-समय पर दिशा-निर्देश देने को अधिकृत होती है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के अधिकार के उद्देश्यों की प्राप्ति में आने वाली बाधाओं की ओर, इस समूचे प्रकरण पर राज्य-सरकार की चुप्पी और अस्पष्ट रुख की ओर केंद्र सरकार और माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री कपिल सिब्बल जी का ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन है कि,
1. प्रदेश में 72825 प्रशिक्षु प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती-प्रक्रिया को लेकर अपने रुख को न सिर्फ स्पष्ट करे बल्कि न्यायालय में लंबित मामले के शीघ्र निपटारे के लिए ठोस कार्यवाही करे.
2. भर्ती-प्रक्रिया को पुनः किसी कानूनी बाधा से सुरक्षित रखने के लिए न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के अतिरिक्त किसी भी प्रकार का परिवर्तन नियम व् शर्तों में में न करे और पूर्व-निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार ही चयन व् नियुक्ति की जाये.
3. प्रदेश में अध्यापकों की आवश्यकता के मुकाबले एन.सी.टी.ई. द्वारा निर्धारित योग्यता वाले अभ्यर्थियों की भारी कमी को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से 5 तक के अध्यापकों के लिए बी.एड. डिग्रीधारकों को दी गई समय सीमा (१ जनवरी 2012) को शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बढाया जाये.
4. समाचारपत्रों में छपी खबरों के अनुसार प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा विधान सभा में में बिना आवश्यक अर्हता (टी.ई.टी.) रखने वाले शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने की सरकार की योजना का जिस प्रकास विधान सभा में दिए जवाब से हुआ, उस से स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस मामले की को पर्याप्त गंभीरता से नहीं ला रही है या फिर जानबूझकर गुमराह कर रही है. इस लिए व्यापक जनहित में आवश्यक है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुसार छात्र-शिक्षक अनुपात के लक्ष्य को प्राप्त करने की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए राज्य-सरकार को इस दिशा में बनाई गई कार्य-योजना स्पष्ट करने का निर्देश दिया जाये तथा वैधानिकता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश केंद्र-सरकार द्वारा जारी किये जाएँ.
टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की इस मुहिम को उत्तर प्रदेश में मीडिया का जबरदस्त समर्थन मिला है. मीडिया द्वारा इस मामले को दिए गए महत्त्व का नतीजा था कि उत्तर प्रदेश सरकार को विधान-सभा और विधान-परिषद् में सदस्यों के तीखे सवालों का सामना कररना पड़ा और सदस्यों ने टी.ई.टी. अभ्यर्थियों की स्थिति और उस पर सरकार के रुख पर रोष जताते हुए जरुरु कदम उठाने को कहा. आशा है कि राजधानी में अपनी आवाज़ उठाने के लाखो टी.ई.टी. अभ्यर्थियों के इस प्रयास को स्थानीय और राष्ट्रीय मीडिया का भरपूर सहयोग मिलेगा और इस महत्वपूर्ण मुद्दे पे सम्बंधित पक्षों के साथ-साथ जनता का भी ध्यान आकृष्ट करने के हमारे इस प्रयास में आप हमारा यथासंभव सहयोग करेंगे और इस आन्दोलन को प्रमुखता से प्रकाशित-प्रसारित करेंगे.


धन्यवाद,
निवेदक
समस्त यू.पी.टी.ई.टी. उत्तीर्ण अभ्यर्थी

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थी 12 को दिल्ली में देंगे धरना


अजीतमल(औरैया)। टीईटी संघर्ष मोर्चा औरैया की बैठक अजीतमल में हुई। अमित मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पदयात्रियों के स्वागत के लिए दिल्ली चलने की रणनीति तय की गई । मालूम हो कि टीईटी संघर्ष मोर्चा बनारस के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार मयंक व अन्य साथी टीईटी मेरिट पर चयन तथा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग को लेकर 20 मई से बनारस से दिल्ली की पद यात्रा पर है। मार्ग में पड़ने वाले सभी जिला मुख्यालयों पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। 11 जून को मयंक आनंद बिहार नई दिल्ली पहुंचेगे । 12 जून को जंतर मंतर नई दिल्ली पर एक दिवसीय धरना आयोजित किया जायेगा। 12 जून को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल से मुलकात होगी। बैठक में टीईटी एकता संघर्ष मोर्चा औरैया से भी अधिक से अधिक संख्या मे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियो से 12 जून को सुबह 8 बजे जंतर मंतर पहुंचेंगे। बैठक में अमित मिश्रा , आकांक्षा सोनी, अरविंद सेंगर, अमन वर्मा, सुगम, मोहित, विनय शर्मा, दीपचंद्र, सुनील, सुशील, अभिजीत प्रताप, नीरज आिद थे


News Source : Amar Ujala (12.6.12)

59 comments:

  1. दिल्ली मेँ कितनी भीड़ है ? वहाँ क्या चल रहा है ?

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  2. koi btayga ki jantar mantar par kya ho rha hai .

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  3. tumhe koi nhi bateyga yahan kya ho rha h pata krna h to yahi aa jao hum nokar nhi h tumhare or ab dobara mat puchna

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  4. surendra ji pahli baar dharne pe gaye hai aur itna bhaav kharahe hai,

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  5. aap logo ko achchha lage ya bura lekin is dharne se bhi koi result nahi niklega

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    1. @meenu ji aap hume nirash karne ki koshish na kare. Natiza sochkar hi sab log ghar baith jate hain.

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  6. Meenu chup baithi re
    warna gaaliyan tujhe milengi or editor remove karte karte thak jayenge

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  7. KYA CHAL RAHA H JANTAR MANTAR ME KOEE BATAY PLZ.KITNI BHEED H VAHA PR.

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  8. saalo bas apane jano aur samajho. duniya ko na batao. fir rona coverage nahi diya media walo ne. kya internet media nahi hai.

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  9. Vijay ji kaha ho? Puranpur se koi aur nhi hai?
    It's too hot here.

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  10. dosto, hum ek hain aaj tum ek kadam chale ho to yakin rakho kal hum do kadam tumhare liye chalenge,

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  11. Sab badi badi bate karne bale jantar mantar ki news update ke liye bathe hai yah bahut hi sharm ki baat hai.
    Aap logo ko aaj Delhi me hona tha.par nahi hai

    Is tarah se dharna safal to nahi hoga balki hamare sathio ka manobal kam hoga.

    Aap log teacher hai aap ka kary dusaro ko andhkar se nikal prakaah ki or lejana hai par aap swayam andhkar ki or ja rahe hai.

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  12. jantar mantar live news
    dosto lagbhag 10 hajar se upar ki bheed charo taraf ek hi shor tet jindabad abhi kapil sibbal g ko gyapan dene ki taiyari ho rahi hai hamari mehnat zarur rang laigi dr.amit agrahari 9452061561

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  13. Hmse to acche sikshamitra hai.. Kam se kam unme unity to hai. TET walo ko fursat hi nahi hai. Haq kya khak milega. Chinane se milega.

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  14. Kis Qadar mushkil hai ye zindgi ka safar,khuda ne marna haraam kiya apno ne jeena...
    Yadi TET me 83 no. lekar aapka pratidwandi Select ho jayega aur aap 100 ya isse upar no pakar bhi select nahi honge to aap khud ko zindgi bhar gali denge.Aap apna living level khud girakar economic roop se bilkul peeche chale jayenge.Yah ek antim avsar hai mitro,ab aane wali academic merit ko hum face nahi kar payenge.

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    1. alok g achcha ho ki kewal tet pass ki unity bana ke sabke job ki mang ki jai

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  15. Replies
    1. Rajpal ji
      aap ki sarkar kar rahi hai plese batia kaise nahi hone dege.

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  16. rajesh yadav & vikas @-are kya hua aur kya nahin hone denge..

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  17. PLS ANYONE TELL WHAT IS THE RESPONSE? PLSS..........SSSSSSS

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  18. main abhi jantar mantar se rajiv chok aaya hun. aaj abhi tak to jantar mantar par jyada bhid nahi hai
    hamare kam sathi hi delhi aaye hai. lagbhag 2700-3000 ka aas pass hi hai.

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  19. hamare 98% tetions bhai ghar se is sanghars k liye nahi nikle hai, iska karan ya to ichchha sakti ki kami ya fir information ki kami hai

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  20. main wapas jantar mantar ja raha hun mere sath me 27 dost hain.

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  21. @R.K. Ji
    Alok ji bole AcD nahi banne dege maine kaha ki iske liye kya karege.

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  22. Dharna vifal ho gaya h. Hum jandar mantar se niklne wale h. Tetians ghar hi rahe

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  23. Kasam se bata raha hu, yadi TET MERIT pr niyukti nahi hui to Ak S Y ko bata dunga ki ek NAVJAWAN me kitna dam hota h, vo bhool jayenge vot ki raajneti karna...sala ghut-ghut k jeene se behtar ki sarkaar chalane walo ko ghus k maaro...

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  24. Bhag jao salo jo ghar se update le rahe ho. Aaj tum logo ki vagah se ye ho raha h.

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  25. Are kaamchoro, aalsiyo, nikammo, tum logo k andar apne haq k liye koi junune, lalsa, chahat nahi h, bus maa-baap k upar parjeevi ki tarah palte raho. Dhikkaar h saala aisi jindgi...thhhhuu....

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  26. Nagendra kumar jaipur@
    tet merit bne ya acd ya acd+tet merit pehle prikiya to chalu ho.

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  27. Kya Kapil Sibbal ji ko Gyapan De deeya,
    Kya Kaha Sibbal ne

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  28. UP mein bhrtee kab se START hongee

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  29. Hogi hogi aise hi blog se update lete rahiye sab log sidhe joining letter milega. Mulayam singh khud leke Ghar aayenge.

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  30. Hogi hogi aise hi blog se update lete rahiye sab log sidhe joining letter milega. Mulayam singh khud leke Ghar aayenge.

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  31. kapil sibbal ji ne kha hai ki delhi jitne log aaye hai inko naukri milegi keval.

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  32. aur kha hai jo blog pr news lete hai unhe digri college ka professor banaya jayega.

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  33. Dharna wifal hone ke karan-
    1-print media ka har city me sahara na lena
    2-garmi ka bahana
    3-delhi ke aas paas ke hee logon ka na aana
    4-ham logon ka 2 group me bat jana
    5-abhi tak jitne bhi dharne huwe unka koi parinam na nikalna
    6-yeh soch ke bahut log pahunch jayenge humse kya fark padega
    7-dharne ka din sunday na hona
    8-ek awaj na uthana ke bharti pirkirya purane bigghyapan se hee chalu ho...

    uski jagah tet merit ki rat lagana
    jab bharti purane bigghyapan se chalu ho jayegi toh tet merit or accd merit ka koi jhagda hee nahi rahega toh kyon apni zuban par yeh 2group wali baat late ho
    pahle hum logon ko ek hona hoga
    phir print medea ka sahara jarur lena hoga tab kahin jakar ham logon ki baat suni jayegi

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  34. I have just returned from Jantar Mantar

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  35. sabhi tet pass bhaiyo aur tet leader dhyan de hamari ye ladai ab dusre dhang se ladi jai ab har mandal mai dharna padarshan sunday ke din ki jai suruwat gkp mandal se ki jai taki gkp aur aaspas ke log jyda sankhya mai jute har mandal ke har distt. mai har city mai poster banner aur logo ko member banaya jai aur kewal tet pass walo ki job ki mang ki jai taki sabka kalyan ho ske

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  36. @Shakeel ji
    Aapki bat me dam hai kya batau in kameno se khta hu below 95 balo se


    . Q:-Lucknow chalo ?
    A:-Mere no. Kam hai selction hona to nahi hai fir kya kare jakar AcD bane to bhi hai.

    Above 96 se kahta hun
    Lucknow chalo Ans- Chalta to par abhi kam hai / tume to malum hai school jana padta hai.

    Kya karu inke bheje gowar bhara hai kuchh bhi kaho /samjhao par samajh me nahi aata hai.

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  37. ab tet ki ladai mandal se ladi jaigi hmare tet bhai lkw aur delhi time aur paise ki wajah se nahi ja pate isi karan ab ye ladai har mandal mai alag alag ek diwsia dharna padarsan ke dwara ladi jaigi sabhi tet leader vichar kare agar leader ki kami hai to mai aagai aata hun par meri shart hai ki mai sabhi tet pass walo ke job ki ladai ladunga taki sabko nokri mile agar aap taiyar hai to suruwat gkp se ki jai

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  38. Govt n matter court pr choda.. Aj vidan sbha m uti tet k mang

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  39. dear tet pass bhai g mai apse mil ke gorakhpur mai tet pass walo ka sammelan karana chahta hun isme gorakhpur mandal ke log sadar amantrit honge sammelan mai sicha mantri ko mehman ke rup mai amantrit kar unka swagat karna chahta hun aur apni bat unke samne rakhna chahta hu ye koi dharna padarsan nahi hai means lathi charge ki koi gunjaish nahi sare karkram prasasan ki chatrachaya mai hoga agar aap ya koi hamse sahmat ho to call kre 9452061561 per sammelan mai ane wale tet pas bhaiyo ka nam add. mob.no. register pe darz hoga taki koi karkram agai ho to sabko suchit karna asan ho dr.amit agrahari maharajganj 273164

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