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Thursday, July 19, 2012

RTET : एक शिक्षक की तीन बेटियों ने भी शिक्षक बन रोशन किया नाम!


RTET : एक शिक्षक की तीन बेटियों ने भी शिक्षक बन रोशन किया नाम!

सीकर.गांव दादिया निवासी शारीरिक शिक्षक जगदीशप्रसाद मातवा की तीन बेटियां सुमन, अंकिता व संगीता ने शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयन करवाकर गांव का नाम रोशन किया है।


ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती परीक्षा में सुमन ने गणित विषय में तथा अंकिता ने विज्ञान विषय में उपलब्धी हासिल की है। जबकि बेटी संगीता का हाल ही में ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित हुई है। बेटियों की सफलता पर गांव में भी खुशी का माहौल है। तीनों बहनों को अब नियुक्ति का इंतजार है


News Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-become-a-teacher-the-teacher-brought-three-daughters-name-3539580.html / Bhaskar (18.7.12)
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This NEWS shows effect of RIGHT TO EDUCATION in INDIA.
Whole family engaged in teaching sector. RTE initiated in 11th Five Year Plan 2007-2012.
And Target of 20 Lakh teachers to be recruited by 2012 in education sector. And to maintain Quality in Education - TET is introduced.

8 comments:

  1. jab boya ped(tree) babool ka to aam kahan se milega agar choron ki sarkaar banwai hai to imandari ki ummeed kyun karte ho aise me do choice hai ya to naxalvadi bano aur maasoomo ko maro ya to bhagat singh bano aur netaon ko maaro

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  2. Priyaranjan Verma >
    On facebook
    Uptet अब जरा टी ई टी के मार्गदर्शी जी.ओ. (इसे आप http:// www.scertup.org/TET_RELATED_GOVT_ORDERS.pdf पर डाउनलोड कर सकते है। )में लिखे शब्दों पर गौर करे -
    पेज संख्या परीक्षा का आयोजन - 10 मद संख्या 12
    "शिक्षक पात्रता परीक्षा -उत्तर प्रदेश " मंडल
    मुख्यालय के जिलाधिकारी की अध्यक्षता एवं देख-रेख
    में
    मंडलीय मुख्यालयों पर आयोजित कराई जायेगी. जनपद
    स्तर पर परीक्षा संचालन हेतु समीति पूर्णतः सक्षमं एवं उत्तरदायी होगी. इस हेतु परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण
    निम्नलिखित समिति द्वारा किया जायेगा
    (क) जिलाधिकारी अध्यक्ष
    (ख) मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक सदस्य सचिव
    (ग)जिला विद्यालय निरीक्षक(मंडलीय मुख्यालय )
    सदस्य (घ ) प्राचार्य डायट (मंडलीय मुख्यालय ) सदस्य
    (च ) मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सदस्य अब जरा मेरे द्वारा निकाले गए निष्कर्षो पर ध्यान दे
    1. जैसाकि बार बार कमर खुजाला द्वारा लिखा जाता है
    की 800 लोगो लिए शिक्षा विभाग के एक उच्च
    अधिकारी द्वारा अलग केंद्र बनवाया गया था .आज तक
    ना ही उस केंद्र ,शहर और उस अधिकारी का नाम उजागर
    किया गया है। क्या पांच सदस्यीय समित्ति जिसका प्रमुख मंडल का जिलाधिकारी
    है ,से एक केंद्र अपने मनमाफिक बनवाया जा सकता है?
    इसी जी ओ. के पेज 13 पर मद 18 देखे जिसमे लिखा है
    कि यह एक संवेदनशील परीक्षा है।यदि मान ले कि एक
    मनमाफिक केंद्र बन भी गया तो क्या एल्फाबेटिक क्रम
    आवंटित अनुक्रमाकों को वहा किस प्रकार भेजा गया .आप किसी भी मंडल का कोई भी नाम www.uptet2011.com पर चेक करे आपको अनुक्रमांक एक एल्फाबेटिक क्रम में मिलेंगे।
    2.जब मेरे जैसा साधारण व्यक्ति इस जी ओ. को scert
    की वेब साईट से प्राप्त कर सकता है तो सर्व सामर्थ्यवान
    विजिलेंस विभाग को ये जी ओ. लेने के लिए जे
    डी कार्यालय के बाबुओ से क्यों बात करनी पडी।
    3. जैसाकि बार बार कमर खुजाला लिखता है कि फॉर्म बिक्री घोटाला .संजय मोहन ने पंजाब नेशनल बैंक में एक
    खाता खुलवाया गया. अब जरा इसी जी ओ. के पेज संख्या 7
    के मद संख्या 5(2) को पढ़े "परीक्षा हेतु राष्ट्रिय कृत
    बैंक में अलग से एक खाते का संचालन किया जायेगा। ये
    खाता पद नाम से खोला गया है ना की संजय मोहन के
    व्यक्तिगत नाम से। 4. ऊपर समाचार में आपने पढ़ा होगा की OMR शीट शील
    बंदी प्रक्रिया ,प्रश्न पत्र रखने का स्थान आदि के बारे
    में बाबुओ से पूछ ताछ किया गया।इसके लिए कृपया जी ओ.
    के पेज 11 का मद 14 और 15 को देखे।इसमें साफ़ साफ़
    लिखा है की जिलधिकारी प्रश्न पत्रों को दोहरे ताले
    मे कोषागार में सुरक्षित रखवायेंगे।और OMR को भली भांति शील्ड करा के
    जिलाधिकारी निर्दिष्ट स्थान पर भेजेंगे।
    5. रही बात OMR पर सफ़ेद फ्लूड लगाने की बात तो OMR में
    साफ़ साफ़ लिखा था यदि कोई अभ्यर्थी एक से
    ज्यादा उत्तर देता है दो उसे अंक नहीं दिए जायेंगे.
    यदि ऐसा OMR जांचने वाली संस्था ने फ्लूड लगे OMR पर अंक दिए है तो ऐसे लोग आसानी से चिन्हित किये
    जा सकते है।क्योकि OMR की एक प्रति राज्य सरकार
    के पास सुरक्षित है।एक बात और राज्य स्तरीय
    स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष संजय मोहन नहीं थे .इसके
    अध्यक्ष सचिव बेसिक शिक्षा थे (देखे जी ओ. का पेज
    13 मद 18) थे।ये कमेटी TET की शुचिता बनाये रखने की जिम्मेदार है।

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  3. bhagat sing wala idea jyada thik lag raha hai.

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  4. बॉलीवुडके पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। विले पार्ले शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। आरव ने अपने नाना को मुखाग्नि दी और राजेश के दामाद अक्षय कुमार ने उसकी मदद की।अभिनेता की अंतिम यात्रा में पत्नी डिंपल कपाड़िया, बेटियां ट्विंकल खन्ना और रिंकी, दामाद अक्षय कुमार उनके साथ रहे। राजेश खन्‍ना के अंतिम संस्‍कार में अमिताभ और उनके बेटे अभिषेक बच्‍चन भी शामिल हुए।राजेश की अंतिम यात्रा उनके बांद्रा स्थित निवास 'आशीर्वाद' से लगभग 10 बजे शुरू हुई। उनके पार्थिव शरीर को पारदर्शी ताबूत में सफेद फूलों से सजे मिनी ट्रक में रखा गया।बारिश के बावजूद हजारों प्रशंसक राजेश खन्ना को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए।राजेश खन्‍ना ने बुधवार को लीवर की गंभीर बीमारी से जूझते हुए अपने घर 'आशीर्वाद' में अंतिम सांस ली। राजेश को कुछ दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी। लग रहा था कि उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन अचानक फिर उनकी सेहत खराब हुई और डॉक्टरों ने जवाब दे दिया।आखिरी वक्त में उनके साथ परिवार के लोग मौजूद थे। ‘काका’ के नाम से मशहूर अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना केनिधन की खबर से बॉलीवुड और इस सुपर सितारे के चाहनेवाले स्तब्ध रह गए। इसके बाद उनके बंगले ‘आशीर्वाद’में फिल्मी हस्तियों समेत सैकड़ों लोगों का तांता लग गया। शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने के लिए अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, प्रेम चोपड़ा, ऋषि कपूर और अनु मलिक पहुंचे। बंगले के बाहर राजेश खन्ना के प्रशंसकों की भीड़ बढ़ती गई। कई प्रशंसकों ने फूट फूट कर रोना शुरू कर दिया। आसानी से महसूस किया जा सकता था कि नई पीढ़ी के बीच भी राजेश खन्ना की लोकप्रियता कम नहीं थी।राजेश खन्ना के निधन के साथ हिंदी फिल्मों के इतिहास में रोमांस का एक युग खत्म हो गया। उन्होंने दिलीप कुमार, देव आनंद और राज कपूर की रोमांटिक त्रयी और शम्मी कपूर तथा राजेंद्र कुमार जैसे रूमानी नायकों के शिखर के दिनों में अपने करियर की शुरुआत 1965 में की थी।इन सबके बीच उन्होंने अपने पलक झपकने के अनूठे अंदाज और मोहक मुस्कान से दर्शकों के दिल में सबसे खास जगह बनाई। राजेश खन्ना को यूं ही पहला सुपरस्टारनहीं कहा जाता। 180 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले इस शानदार अभिनेता ने 1969 से 1972 के बीच अकेले दम पर लगातार पंद्रह सुपर हिट फिल्में दी थीं। यह ऐसा रिकॉर्ड है, जो चार दशक बाद आज भी कायम है।

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  5. agar karmo ka fal dene wala kahin mile to mujhe batana main usko dauda dauda kar maaroonga aur puchanga ki hamare 10 tetians ne kya kiya tha jo unko marna pada aur akhilesh ne kya aisa kiya ki wo hukumat me abhi tak hai aur hazaron gareeb tetians pariwaron ki baddua ka bhi asar nahi ho raha hai

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  6. tet bachao base ko maro goli job sabko milegi agar tet gaya to sare andolan per paani phir jaaega

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  7. mujhe to essa lagta hai ki sanjay mohan ko SP ki parti ne janboojhkar is liye fasaya ki isse use chunabi stunt mil jayega jo BSP ko patakhani dene or badnae karne me sahayak hoga iske liye usne apni party ya jeb se hi 80lac rs diye , kyoki 80 lac dekar sarkar banne par 800 crore kamayega ..........

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  8. akshaya bhai apne sahi kaha par bachchon ko nahi netaon ko maro aur tab tak maro jab tak sabhi tet balon ka betan puri life ka basul n ho jai.

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