/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Saturday, August 25, 2012

UP Recruitment : स्वास्थ्य विभाग में होंगी 16,579 भर्तियां


स्वास्थ्य विभाग में होंगी 16,579 भर्तियां
संविदा पर की जाएंगी सभी भर्तियां, एनआरएचएम उठाएगा खर्चा

लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ के खाली पदों पर संविदा पर बम्पर भर्ती की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी पर चिंता जताने के बाद अब संविदा पर ही खाली पदों को भरने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बाल रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिस्ट, स्त्री रोग विशेषज्ञों की तैनाती करने की योजना बनाई जा रही है। इनके वेतन का खर्च राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) उठाएगा। इसके अलावा नर्सों, लैब टेक्नीशियन, एएनएम और बहुउद्देशीय कार्यकर्ताओं की भर्ती की जाएगी। इसमें करीब 14 हजार पैरामेडिकल स्टाफ भर्ती की जाएगी। सभी 16579 भर्तियां संविदा पर की जाएंगी।
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के करीब 14000 के कैडर में 8000 डॉक्टरों के पद खाली चल रहे हैं। सभी पदों पर भर्ती के लिए स्वास्थ्य विभाग लोक सेवा आयोग को प्रस्ताव भेज चुका है। लोक सेवा आयोग ने हाल में ही इन खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। दो महीने पूर्व ही 1700 चिकित्सकों की भर्ती की गई और इनकी तैनाती का आदेश भी जारी कर दिया गया। इसके बाद 1407 की नई चयनित सूची जारी की गई है। इसके बावजूद अभी डॉक्टरों के करीब 5000 पद खाली हैं। इनमें भी विशेषज्ञ डॉक्टरों की काफी कमी है। खासतौर पर अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, बाल रोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक नहीं हैं। इसकी वजह से ऑपरेशन, जांचों का काम प्रभावित हो रहा है।
इसके अलावा मानकों के अनुरूप अस्पतालों में पैरामेडिकल स्टाफ भी नहीं है। नर्सों के ही स्वीकृत पदों में आधे पद खाली चल रहे हैं। नई नियुक्ति हो नहीं रही है, इसलिए अब इन पदों को संविदा से भरने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एनआरएचएम की मदद से इन पदों पर भर्ती कर उन्हें जिला अस्पताल के अलावा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों को क्रियाशील करने के लिए जरूरत के हिसाब से तैनात किया जाएगा


News Source : Amar Ujala (25.8.12)
*************************************
लखनऊ। मोअल्लिम-ए-उर्दू डिग्रीधारकों का एक प्रतिनिधिमण्डल शुक्रवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला। मोअल्लिम-ए-उर्दू वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से 21 फरवरी 2011 को तीन महिलाओं सहित 15 लोगों के खिलाफ पिछली बसपा सरकार में दर्ज कराए गए मुकदमे में लगी संगीन धाराओं को हटाने और उत्तराखण्ड सरकार की तरह मोअल्लिम-ए-उर्दू डिग्रीधारकों को टीईटी की अनिवार्यता से मुक्त कर सीधे नियुक्ति देने की मांग की

News Source : Amar Ujala (25.8.12)
*********************************
News Review : 
Bumper recruitment in Health Department of UP, But recruitment is on contract basis and it is now tradition in India. Permanent recruitment are day by day decreases and young candidates who are with full of energy gets less pay for same work and time spent by them.
And employees who are senior (in the age of 50-60 ) are maximum beneficiaries in terms of scale, pay, leaves (in contract system Govt. leaves ( CL, EL , Paternity , Medical Leave etc. are not allowed), gratuity etc.

If you people have any opinion , suggestion then please comment.
*************
News Review for TET waiver :
If TET exam is waived for some candidates then purpose of TET lost, TET exam comes in practice to maintain quality in education system.
Teachers performance also timely checked through multilevel examination and examination should be for Government employees (related Aptitude type) to maintain quality and their details (marks obtained etc.) should be put on departments website. So that people will know about them and they will try to improvetheir performance.