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Tuesday, April 30, 2013

UPTET : जुगाड़ की नौकरी भी खा गई टीईटी की शर्त!


UPTET : जुगाड़ की नौकरी भी खा गई टीईटी की शर्त!

  
 फीरोजाबाद : शिक्षक के लिए टीईटी अनिवार्य होने पर भी उनके चेहरों पर संतोष था। जुगाड़ से संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में नौैकरी पाने का मंसूबा बनाए बैठे चेहरों पर अब शिकन है। वहीं हाल यह है कॉलेजों को अब साक्षात्कार निरस्त करने का फैसला लेना पड़ रहा है।

संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति के लिए टीईटी की अनिवार्यता की शर्त शिक्षक बनने का मंसूबा पाले बैठे आवेदकों पर भारी पड़ रही है। बगैर टीईटी बीएड करने वाले आवेदकों ने पहले से सेटिंग बैठा ली थी संबद्ध प्राइमरी स्कूलों में जुगाड़ से शिक्षक बनने की, लेकिन अब स्थिति यह आ गई है कॉलेज प्रशासन भी नियुक्ति नहीं कर पा रहा है। फीरोजाबाद के कुछ कॉलेजों ने नियुक्ति की पूरी तैयारी के बाद साक्षात्कार निरस्त कर दिया है।

मंगलवार को पैमेश्वर गेट स्थित एक स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति का साक्षात्कार था। कॉलेज प्रशासन ने साक्षात्कार के लिए कॉल लैटर भी भेज दिए थे। जिसमें सभी शिक्षकों से प्रमाण पत्र एवं ड्राफ्ट के साथ 30 अप्रैल को साक्षात्कार मे पहुंचने के लिए कहा गया था। मंगलवार को आवेदक साक्षात्कार देने के लिए पहुंचे तो यहां साक्षात्कार निरस्त का नोटिस चस्पा मिला। हालांकि नोटिस में कहीं पर ऐसा उल्लेख नहीं था साक्षात्कार क्यों निरस्त किया जा रहा है, लेकिन विभाग के सूत्रों की माने तो टीईटी अनिवार्यता होने के बाद में अब पिछले विज्ञापन पर कोई भी नियुक्ति नहीं कर सकता है।

आवेदक हुए परेशान

इधर कॉलेज में साक्षात्कार देने पहुंचे तमाम आवेदक निराश होकर वापस लौटे। इनका कहना था आखिर अगर साक्षात्कार निरस्त करना था तो स्कूल प्रशासन को समाचार पत्रों में सार्वजनिक विज्ञप्ति के माध्यम से तो सूचित करना था। इस तरह हम परेशान तो नहीं होते।

टीईटी वाले हैं खुश

नए नियम से टीईटी वाले खुश हैं। वजह साफ है बीएड वालों को अब तक सिर्फ संबद्ध प्राइमरी में नौकरी की आस थी। इसके लिए वह हर प्रयास कर रहे थे, लेकिन अब टीईटी अनिवार्य होने के बाद में टीईटी न होने के बाद भी इन कॉलेजों में नौकरी की कतार में खड़े बेरोजगारों की भीड़ कुछ कम होगी


News Source : Jagran (Updated on: Tue, 30 Apr 2013 07:09 PM (IST))
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TET is compulsory in Govt aided schools also and this made candidate's worried , who have some setting in MANAGEMENT schools.

However around 3 Lakh candidates qualified in UPTET 2011 and therefore you can say management schools still have some powers to make some up/down in selection process.

37 comments:

  1. जब तक जिंदा हूँ पोस्ट करता रहूँगा
    जिस दिन ना करूँ समझ लेना
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    समझ लेना की अगले दिन करूँगा

    ReplyDelete
  2. जनरल वी.के सिंह ने कहा था की अगर अब चीन से युद्ध हुआ
    तो" इतना भयंकर युध्ह होगा की पूरी दुनिया देखेगी और
    चाइना बॉर्डर पर १ लाख सेनाकी तैनाती करवाई और तीन बंद
    बड़े हवाई पट्टी को दुबारा से खुलवाया ,
    लेकिन उस समय चीन की हिम्मत नहीं हुई की वो कोई
    करवाई कर सके ,क्योंकि हमारा सेनापति वी.के सिंह एक शेर की तरह अपनी सेना का सञ्चालन कर रहा था,और कई
    मुद्दों पर सरकार सेभी नोक झोक हुई ,जिसके कारण सरकार ने
    एक साल पहले ही उनको रिटाएर कर दिया ,
    आज हमे कुशल सेना-पति की जरूरत है,नहीं तो इतिहास
    गवाह है की चाइना ने हमे कई बार पटखनी दी है ,लेकिन आज
    के युग में हमे हौसला देने वाला कोई नहीं है ,ऐसा लगता है की चाइनाजब चाहे दिल्ली की गद्दी पर बैठ जायेगा ,आज
    वक्त जबाब देने का है जैसे हमने कारगिल में दिया था.

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  3. उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं के दौरानजिस तरह किस्म-किस्म की अनियमितताएं देखने को मिलीं उससे कहीं न कहीं इन परीक्षाओं की विश्वसनीयता तो प्रभावित हुई ही, लोगों के बीच यह संदेश भी गया कि परीक्षा की प्रणाली पाक-साफ नहीं, जैसा कि दावा किया जाता है। यहसंदेश इसलिए और भी गया, क्योंकि तमाम दावों के बावजूद बड़े पैमाने पर नकल के मामले सामनेआए। नकल के साथ-साथ बोर्ड परीक्षाओं के लिए छात्रों के पंजीकरण और परीक्षा केंद्रों केनिर्धारण में भी तमाम तरह की गड़बड़ियां सामने आईं। ये गड़बड़ियां तब सामने आईं जब शासन की ओर से लगातार यह दावा किया जाता रहा कि वह बोर्ड परीक्षाओं को साफ-सुथरे ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अपात्र छात्रों के पंजीकरण, परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में गड़बड़ी और परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर नकल से भी अधिक खराब बात यह है कि उत्तार पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में अनियमितताओं की सूचनाएं सामने आ रही हैं। ऐसा लगता है कि यूपी बोर्ड के स्तर पर कोई भीइस पर गंभीरता से ध्यान देने के लिए तैयार नहीं कि किस्म-किस्म की गड़बड़ियां बोर्ड परीक्षाओं की साख को प्रभावित कर रही हैं।
    उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य जिस तरह कामचलाऊ तरीके से निपटाया जा रहा हैउससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि किसी को भी छात्रों के हितों की परवाह नहीं है और यूपी बोर्ड बस खानापूरी कर लेना चाहता है। यह सामान्य बात नहीं कि चालीस से अधिक मूल्यांकन केंद्रों पर अब तक करीब 70 ऐसे लोग पकड़े जा चुके हैं जो शिक्षक नहीं होने के बावजूद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे थे। यह निराशाजनक है कि जब वर्ष दर वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में सुधार की उम्मीद की जा रही है तब वर्ष दर वर्ष स्थिति और अधिकखराब होती जा रही है। यह स्थिति तब तक दूर नहीं होने वाली जब तक गड़बड़ियों के लिए किसी की जवाबदेही तय नहीं की जाती। केवल इतना ही पर्याप्त नहीं कि शासन ने यूपी बोर्ड के सचिव को फटकार लगाते हुए स्थितियों में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि यह साफ नजर आ रहा है कि इस तरह के आदेश-निर्देश का कहीं कोई असर नहीं हो रहा है।

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  4. प्यारे साथियो हम सब को नान टेट मामले पर कोर्ट का आदेश जारी होने का इंतजार है । रोज तरह तरह की न्यूज हम सब सुनते है कोई विश्वस्त सूत्र का हवाला देता है तो कोई किसी न्यूज पेपर या TV चैनल का । मेरी भी मनोकामना है कि यह सब न्यूज सच हो पर अभी तक ऐसा हुआ नही और हमे निराशा ही हाथ लगी है ।आदेश मे ऐसा कुछ भी नही आने वाला है जिसके लिए हम सशँकित भयभीत या चिंतित हो । आप सबसे आग्रह है धैर्य बनाए रखे ।जिस मामले पर आदेश लंबित है उसमे अनहोनी होने की कोई संभावना नही है । यह केवल हमसे संबंधित मामला नही था । यह मामला अगर राज्य सरकार की इच्छा केअनुकूल हल हो जाता तो पूरे देश मे शिक्षक भर्ती पर संवैधानिक संकट खड़ा हो जाता । जहाँ तक चयन के मामले का सवाल है उस पर हरकौली साहब अप्रत्यक्ष रूप से अपना मत स्पष्ट कर चुके है ।जिस आधार पर सरकार ने विज्ञापन निरस्त किया था उसे टंडन जी पहले ही खारिज कर चुके है और जिस आधार पर टंडन जी ने हमारा विज्ञापन निरस्त किया था उसे हरकौली जी की बेँच द्वारा खारिज किया जा चुका है । ऐसे मे पुराना विज्ञापन तो बहाल है इसके बहाल होने की औपचारिक घोषणा की जानी शेष है जो हरकौली जी के यहाँ पहली या दूसरी सुनवाई मे ही हो जाएगी । एक बात और ईश्वर की क्रपा से हमारे द्वारा प्रयास किए बिना ही संविधान पीठ ने वर्तमान शिक्षक भर्ती प्रक्रिया द्वारा नियुक्त होने वाले शिक्षको को प्रशिक्षु न मानकर सेवा काल मे किया जाने वाला प्रशिक्षण on job training मानकर हमारे पुराने विज्ञापन की एक मात्र नामकरण की कमी को भी महत्वहीन कर दिया है । ऐसे मे किसी टेट मैरिट समर्थक को डर लगने की बात मेरी समझ से परे है ।

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  5. किस बात पर गर्व करूँ? ;(
    लाखों करोड़ के घोटालों पर?
    85 करोड़ भूखे गरीबों पर?
    62% कुपोषित इंसानों पर?
    या क़र्ज़ से मरते किसानों पर?
    किस बात पर गर्व करूँ?
    जवानों की सर कटी लाशों पर?
    सरकार में बैठे अय्याशों पर?
    स्विस बैंकों के राज़ पर?
    या प्रदर्शन कारियों पर होते लाठीचार्ज
    पर?
    किस बात पर गर्व करूँ?
    राज करते कुछ परिवारों पर?
    उनकी लम्बी इम्पोर्टेड कारों पर?
    रोज़ हो रहे बलात्कारों पर?
    या भारत विरोधी नारों पर?
    किस बात पर गर्व करूँ?
    महंगे होते आहार पर?
    अन्याय की हाहा कार पर?
    बढ़ रहे नक्सलवाद पर?
    या देश तोड़ते आतंकवाद पर?
    किस बात पर गर्व करूँ?
    जवानों की खाली बंदूकों पर?
    सुरक्षा पर होती चूकों पर?
    पेंशन पर मिलते धक्कों पर?
    या IPL के चौकों-छक्कों पर?
    किस बात पर गर्व करूँ?
    किसानों से छिनती ज़मीनों पर?
    युवाओं की खिसकती जीनों पर?
    संस्कृति पर होते रेलों पर?
    खेलों या क्रिकेट-कॉमनवेल्थ पर?
    भारत मे बढ़ती अशलीलता पर?
    लड़कियो के छोटे होते कपड़ो पर?
    साढ़े 900 के सिलेंडर पर?
    दुश्मन के आगे होते सरेंडर पर?
    इस झूठी शान पर?
    'इंडियन' होने की पहचान पर?
    इस विदेशी तंत्र पर?
    या इस नाम के 'गणतंत्र' पर?
    आप ही बताएं मैं 'किस बात पर गर्व करूँ

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  6. doston



    na main muslim virodhi hun
    na main congress virodhi hun
    aur nahi acedemic virodhi hun



    aap logon ko samajhna hai wo samjho mujhe koi paewah nahi hai


    acd virodhi isliye nahi hun ki humari ldaai acd/ tet ko le karke nahi hai balki new /old ko le karke hai



    waise bhi new add me 10000seat gen. ki maari ja rahi thi


    farzi appl. bahut the


    high vacancy wali jile me tet ke ke num. kam the

    30% aise log (83-89) and (90-95) tet num. wale 1st couns.list me the jinki koi bhin ummeed nahi thi

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  7. सुप्रीमकोर्ट की सख्त टिप्पणी सरकार पर
    **********************************
    सीबीआई का इतना बड़ा दुरुपयोग अपने फायदे के लिए आज के पहले किसी भी सरकार ने नही किया --सुप्रीमकोर्ट

    आखिर सरकार अपनी नाकामी कब तक दुसरो के सर पर थोपतीरहेगी ? क्या इस सरकार में कोई भी जिमेदार नही है -- सुप्रीमकोर्ट

    इस सरकार ने हमारा ही नही बल्कि कानून व्यस्था का भरोसा तोड़ा --सुप्रीमकोर्ट

    इस हलफनामे की एक एक लाइन बहुत ही चिंताजनक है --- सुप्रीमकोर्ट

    सीबीआई के काम में भयंकर दखलंदाजी के प्रमाण मिले है आखिर सरकार कोल घोटाले में किसे बचाना चाहती है -सुप्रीमकोर्ट

    क्या इस सरकार में अब इतना नैतिक बल बचा है की वो संसदका सामना कर सके ? -सुप्रीमकोर्ट

    सीबीआई के द्वारा केंद्र सरकार से जानकारी साझा करने से हमारी बुनियाद हिल गयी है --सुप्रीमकोर्ट

    अपने राजनीतीक आकाओ के निर्देश न ले सीबीआई --सुप्रीमकोर्ट

    हमे नही लगता की मौजूदा सरकार के रहते सीबीआई स्वायत्त ढंग से काम कर सकती है -सुप्रीमकोर्ट

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  8. कु. अदिति ने माननीय चीफ जस्टिस
    हाईकोर्ट ,इलाहाबाद को एक पत्र लिखकर
    रुकी हुयी भर्ती प्रक्रिया पर त्वरित
    निर्णय लेकर पुनः भर्ती शुरू कराने
    की अपील की है...वास्तव में यह एक
    सकारात्मक पहल है...लोकतन्त्र में
    हमें अपनी बात रखने का पूर्ण अधिकार
    है...मानता हूँ कि किसी एक के पत्र लिखने
    से कुछ नहीं होने वाला लेकिन हम सब
    एकजुट होकर अगर पत्रों के माध्यम से
    यह अपील करें कि दोषियों की काली करतूत
    और सरकार के ढ़लमुल रवैये
    की सजा अभ्यर्थियों को क्यों मिल
    रही है ...हमे हमारा हक
    चाहिये ...फैसला आज नहीं तो कल आ
    ही जायेगा लेकिन हमारे बहुमूल्य समय
    की बरबादी का हर्जाना हमें देश की कौन
    सी अदालत दिलवायेगी....आओ हम सब
    भी कोर्ट से लिखित पत्र के माध्यम से यह
    माँग करेंकि भर्ती प्रक्रिया जल्द से
    जल्द शुरू करायी जाये ....मुझे विश्वास
    है कि जब लगभग लाख लोगों के पत्र
    माननीय उच्च न्यायालय पहुचेंगे तब बात
    कुछ और ही होगी...मै ठीक ऐसा ही पत्र
    माननीय उच्च न्यायालय भेजने
    वाला हूँ...जहाँ हम इतनी रकम
    गवाँ चुके हैं ...कई आवेदन पत्र भेज
    चुके हैं वहाँ...एक प्रार्थना पत्र और
    सही......क्या आप सभी हैं मेरे
    साथ.........?
    .

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  9. Aditi Kumari To, Ghaziabad
    The Chief Justice 30/04/2013
    Allahabad High Court , Sir,
    I am a aspirant for a primary teacher job in Uttar Pradesh. I have applied to the job of primary teacher and was expected to attend the 2nd counseling. But unfortunately on 4th of February 2013 an stay order was passed by our high court and the counseling was stopped by the government immediately. Aspirant like me has full faith in the judiciary but we are getting impatient because we have been waiting to this job for the last 4 years. In the last 1 and1/2 years the process of appointment was stayed on one ground or another by our high court. Lastly the matter was referred to the Larger bench on 12th march 2013 and the special appeal no. 150/2013 titled Navin Srivastava Vs State of UP was tagged to the main petition pending with the larger/ full bench. Matter was heard for 2 days on 16th and 17th April and the judgment was reserved by the hon’ble justice forone week.
    In the meantime RTE Act 2009 become operational through the India from IstApril 2013 and the government is duty bound to implement the scheme of the act but due to the stay order passed by our high court , the government is showing his complete apathy towards we the unemployed youth and as a result the poor child is suffering due to inadequate pupil teacher ratio.
    I would also like to inform when the matter was pending in the court for last 1 and ½ years 5-10 student who was waiting for the job has lost his lifeby committing suicide.This fact has been reported in the newspapers. Manyof the students/ aspirant waiting for the job has borrowed money to the tune of 20 to 35 thousands to apply forthis job and are anxiously waiting for the judgment everyday.
    I therefore request you to kindly look into the matter personally and direct the hon’ble justice to pronounce the judgment at the earliest and dispose of all matter pertaining to the teacherappointment on day to day basis so that the spirit of RTE act and the aspiration of the youth can be fulfilled at the earliest.
    Thanking you
    Yours sincerely
    Aditi Kumari
    Address.

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  10. मनमोहन के पाप का घडा भर चूका है , इस्तीफ़ा दे




    - सरबजीत की बहन

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  11. मन क्यों बहका रे बहका आधी रात को....
    पेट्रोल लुढ़का रे लुढ़का आधी रात को.....

    और खबर ये है कि पेट्रोल 3 रुपये सस्ता हो गया है।
    .
    .
    लोक सभा चुनाव आने तक, कहीं पेट्रोल फ्री न मिलने लगे !

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  12. DIET se pata chala hai ki 65000 shiksha mitra jinki training july me puri ho rahi hai unke samayojan ki prakriya prarambh ho chuki hai. tum log ladte raho achadmic merit or tet merit.

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  13. डर तो शायद अब कोई भी टेट मेरिट चाहने वाला नहीं रहा है,,,, हाँ अधीरता जरूर है,,,जो कि स्वाभाविक ही है,,, एक ऐसा ख्वाब जिसके टूट जाने का लोगों को यकीन हो चुका था अब पूरा होने वाला है,,, मुझे पहले तो डर लगता था कि कहीं लोग दबाव में आकर कोई आत्मघाती कदम ना उठा लें ,,लेकिन स्टे लगने के बाद डरने लगा कि कहीं अचानक जीतने पर वही लोग खुशी से ना मर जाएँ,,,, इसीलिए शायद हमारे जज उस खुशी को आहिस्ता-आहिस्ता देने के मूड में लग रहे हैं,,,,,

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  14. भाई
    अधीर होने की आवश्यकता नही है कोर्ट कार्यवाही मे समय तो लगता है चाहे वह हमारे व्यक्तिगत केस ही क्यों न हों । जितना हाई लाइट हमारा केस है उसमे सरकार या कोई अन्य किसी प्रकार के हस्तक्षेप की कल्पना भी नही कर सकता जो हो रहा है वह सब सामान्य प्रक्रिया है । फिर इंतजार के अलावा हम सब चाहकर भी कुछ नही कर सकते । धैर्य रखिए परिणाम जो आपको पता है वही रहेगा चाहे घोषणा कभी भी क्यो न हो ।

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  15. lagbhag 2 saal se bharti ruki hui hai or 2 saal ruki rahe iska sarkar or court ke upper koi prabhav nahi padne wala. prabhav hum logo par hi padega ab soch lo acadmic merit 0o tet merit ke upper ladna hai ya bharti suru karane ke baarein me sochna hai.

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  16. shiksha mitro ki tarah hamko bhi milkar prayas karna chahiye tabhi prakriya prarambh hogi anyatha sari prakriya radd ho jayegi kyonki sarkar ne koi stamp paper per likhkar nahi diya ki ye bhartiya hongi hi.

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  17. kya kisi ko puri tarah believe hai ki sarkar 72825 shiksho ki bharti prakriya puri karegi hi chahe kitna bhi samay lag jaye,

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  18. rajesh g es sarkar ka koi bhorasa nahe he,ye mollim degree dhari or unke purkhon ke sarkar hai !

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  19. @TET MERIT NAHIN TO BHARTI NAHIN,

    DOST TUM WAKAI JAJBE WALE INSAAN HO TUMNE ANDHE ACD PAKSHHDHAR CANDIDATES KO MUH TOD JAWAB DIYA HAI WE TO KEWAL GALIYAN HI DENA JANTE HAIN BUT AAPKI HAR BAAT ME FACT HAI MERI KAMNA HAI KI AUSE HI LIKHTE RAHO AUR HAUSLA BADHATE RAHO "GALIYAN DENE WALOTERA GALA KHARB HO KAHTERAHO".

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  20. 270000 TETIONS NE B.ED. KARNE SE LEKAR AB TAK APPROX 200000 RUPAYE KHARCH KIYE HAIN JISKA KOEE BHI ATTA-BHATTA BHARPAEE NAHIN KAR SAKTA AUR YE TET BEROJGAAR SARKAR KE SHIKSHHMITR PREM KE KARAN SADKON PAR GHOOMENGE SARKAR KI TET BEROJGAR VIRODHI NEETI KI JITNI BHARTSNA KI JAYE KAM HAI!!!

    DOSTO EK BADE AANDOLAN KI JAROORAT HAI AUR WO BHI JALD SE JALD

    WARNA SARKAR KEWAL TET KARWA KAR "TET BEROJGAR FAUJ" KHADI KARTI RAHEGI AUR VOTE KI RAJNITI CHALTI RAHEGI.

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  21. Pls koi to kuch karo ye bharti karao ab ek ek din bhaari lag rhe hain or ye bhi ni pata ki akhir hoga kya or kab

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  22. astha ji, jeevan kisi ke marne se rukta, ek bharti ko lekar apna samye barbad mat karo,kosi aur cptn ki tayari karo,bharti jab hogi ho jayegi

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  23. astha ji, jeevan kisi ke marne se nahin rukta, ek bharti ko lekar apna samye barbad mat karo,kosi aur cptn ki tayari karo,bharti jab hogi ho jayegi

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  24. judges ka evaluation.............order infavour acd judge maha chutiya............order infavour tet judge chutiya.......order infavour acd+tet judge intelligent

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  25. Jai shree Ram.faisla late aaye but nyay ar sahi k sath aaye.

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  26. Jai shree Ram.mughe yahi dekhna h ki karm ka fal milta h ki nahi.ya bhagya karm pr havi hota h.agr nyau vijayi hua to samagh jaunga ki purano m lilkhi bato ka kuch aadhar h ar imp v h.

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  27. ye saari bharti sirf uun condidates ki wajah se rukhi hai jo sarkar ke kheelaaf high court bhag khade huye the, ek to sarkar waise bhi koi bharti karti nahi jaldi aur jab karti bhi hai to beech me ungli karne walo ki kaami nahi hoti, choti si baat hoti nahi ki pahuch jaate hai court, agar itne hi bade medhawi hote to IAS/PCS ka paper qualifiy na kar lete, juggad maadiyam se no. paa gaye achhe aur chilla rahe TET merit jindabad, ACD. merit jindab, idiots tum apni mala japte raho sarkar saare condidates ke rupayo se laptop aur cycle vitran kar rahi hai, ab jindabad wale bajate raho manjeera, anudeshak aur BTC ki primary vacancy ke baad aayi thi unki to job pakki hi samjho, aur tum jindbad walo chillate rahe agar ye chu-cha-chapad na ki hoti to ab tak hajarro log (jo jindabad kar rahe hai wo bhi) kahi na kahi posting ho jaati aur agli bakki bache condidates agli vacancy ke form bhi bhar rahe hote. lekin-" Ab pachtaye hot kya jab chidiya chug gayi khet" chillate raho TET jindabad, ACD. merit jindabad ho chuki bharti.

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  28. sahi kah rahe ho vivek bhai mai tumhari baat say sahmat hoo....bharti sirf ladaii karney ki aur court case karne ki wajah say nahi ho pai hai....ek din sab naukri paa jayenge aur hum log dekh lena .....fool kahlage...
    ye bharti wahi log nahi chatey hai jinhey job ki jaroorat hi nahi hai wo to kisi ke ishare par court case kar bharti par stay laga detey hai....

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  29. oopar kuchh sarkar ke chamche aur bhagaune hain jo aapas me hi baja karte hain koee fact nahin dete.

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  30. सरबजीत सिँह के दुखद मृत्यु ने एक बार फिर भारत की पाक नीति पर सवाल खड़े कर दिए है,
    सवाल ये है कि वास्तव मे भारत सरकार ने सरबजीत सिँह के मामले किया क्या? पाकिस्तान ने जो नीचता दिखाई है उसमे कुछ नया नही है वो ऐसी नीच हरकत कई बार कर चुका है,कैप्टन सौरभ कालिया,शहीद हेमराज व सुधारक सिँह से लेकर ताजातरीन सरबजीत सिँह के मामले मे हम देख सकते है कि किस तरह पाकिस्तान ने हमारे सैनिको व नागरिको के साथ अमानवीय व्यवाहार किया है और भारत हर बार उसके सामने असहाय नजर आया है, आखिर क्यो? क्योकि हमारे नीति नियंता हमारी सरकार नंपुसकता से ग्रस्त है वरन् चार बार सीधे युद्धो मे धूल चाटने वाले उस फर्जी देश मे इतनी हिम्मत ना होती कि वे भारत माँ के शेरदिल बेटो से नजर भी मिला सके,

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  31. tet meritnahi to bharti nahi me ap se kuch baat karna chahta hu

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  32. agar apke paas time ho to jarur baat kar ligiyega

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  33. me sirf itna puchana chata hu ke kya apne padai nahi ki , kya apke jo marks he wo apke padhai ke nahi he

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  34. mera kisi merit se lena dena nahi he me sirf bharti ko age chalane me sath deta hu par apki soch hi kuch dusri he ap logo ne hi tet merit aur acd merit ki diwaar kadi ki he agar ye deewar na hoti ho sayad ye bharti aj ki date me puri ho gai hoti mere baato ka bura mat maniyega me bi apka hi chota bhai hu par me bhed bhav me visvas nahi rakta

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