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Sunday, September 7, 2014

समास (Hindi Samas) Prepapration for Teacher Eligibility Test

 समास (Hindi Samas) Prepapration for Teacher Eligibility Test

परिवर्णी अंग्रेजी के ृ।बतवदलउश् का हिन्दी रूप है जो ग्रीक शब्दों ।ातवदए व्दवउं से बना है। ।ातवद का अर्थ है सबसे पहले का नाम, किनारा अथवा बाहरी भाग और व्दवउं का अर्थ हैµनाम। इस प्रकार ृ।बतवदलउश् का अर्थ हुआµवह नाम जो 'सबसे पहले के अथवा 'बाहरी या 'किनारे के अक्षरों से बना है। संक्षिपित की तरह परिवर्णी भी शब्द समूहों के प्रथम वर्ण या अक्षर को जोड़कर बनार्इ जाती है किन्तु उसका अर्थ रूढ़ हो जाता है। परिवर्णी बनाते समय मुख्यत: सुविधा को ध्यान में रखा जाता है। इसीलिए आरंभिक वर्ण, या अंतिम वर्ण को जोड़ा या छोड़ा जा सकता है। इसमें बिन्दी नहीं लगार्इ जाती है। शब्दों का क्रम भी अनिवार्य नहीं।
संक्षिपित की तरह परिवर्णी शब्द भी दो प्रकार के हैंµहिन्दी शब्दों से निर्मित तथा अंग्रेजी शब्दों से निर्मित। हिन्दी के शब्द-समूहों की परिवर्णी कम प्राप्त होती है। अधिकांश परिवर्णी हिन्दी-अंग्रेजी के मिश्रित शब्द-समूह से निर्मित मिलती है। नीचे कुछ उदाहरण प्रस्तुत हैंµ
परिवर्णियाँ पूर्ण रूप
विहिप विश्व हिन्दी परिषद
डूसू क्न्ैन् क्मसीप न्दपअमतेपजल ैजनकमदजश्े न्दपवद
हुडको भ्न्क्ब्प्व् भ्वनेपदह ंदक न्तइंद क्मअमसवचउमदज ब्वतचवतंजपवद
यूनिसेफ न्छप्ब्म्थ् न्दपजमक छंजपवदे प्दजमतदंजपवदंस ब्ीपसकतमद म्उमतहमदबल थ्नदकण्
ग) संप्रदान तत्पुरूष - राह खर्च (राह के लिए खर्च)
हवनसामग्री (हवन के लिए सामग्री)
(घ) अपादान तत्पुरूष µ बंधन मुक्त (बंधन से मुक्त)
ऋणमुक्त (ऋण से मुक्त)
(³) संबंध तत्पुरूष - सुखसागर (सुख का सागर)
विचाराधीन (विचार के आधीन)
लखपति (लाखों का पति)
(च) अधिकरण तत्पुरूष - कविशिरोमणि (कवियों में शिरोमणि)
गृहप्रवेश (गृह में प्रवेश)
इनके अतिरिक्त तत्पुरूष समास के दो अन्य भेद हैंµन×ा और अलुक
(ज) न×ा तत्पुरूष-में 'न का किसी अन्य शब्द से समास होता है। इसके पूर्वखंड में निषेधार्थक (अ, अन) उपसर्ग का प्रयोग होता है। जैसेµ
अयोग्य ¾ न योग्य
नापसंद ¾ न पसंद
अपूर्ण ¾ न पूर्ण
अनपढ़ ¾ न पढ़ा हुआ
असत्य ¾ न सत्य
(ज) अलुक तत्पुरूष-जब किसी सामाजिक शब्द के पहले पद की संस्Ñत विभकित का लोप नहीं होता तो उसे अलुक तत्पुरूष कहते हैं। जैसेµ
मनसिज ¾ मनसि ़ ज
सरसिज ¾ सरसि ़ ज
वाचस्पति ¾ वाच: ़ पति
हिंदी में तत्पुरूष समास से बने कुछ सामाजिक शब्दों में शब्द-क्रम बदल देने से अर्थ में परिवर्तन आ जाता है। जैसे-
बहुब्रीहि समास ;।जजतपइनजपअम ब्वउचवनदकद्ध - इसमें कोर्इ पद प्रधान नहीं होता बलिक कोर्इ अन्य ही पद प्रधान होता है। दोनों पद मिलकर किसी अन्य अर्थ (व्यकित) का बोध कराते हैं। प्राय: ये सामाजिक पद विशेषण होते हैं और विग्रह करने के लिए 'जिसका या 'वाला शब्द का प्रयोग होता है। जैसे-
बहुब्रीहि ¾ बहुत हैं धान जिसके (संपन्न व्यकित)
चक्रपाणि ¾ चक्र है पाणि में जिसके (विष्णु)
चतुरानन ¾ चार हैं मुख जिसके (ब्रह्राा)
कर्मधारय समास ;।चचवेपजपवदंस ब्वउचवनदकद्ध µ इस समास के पदों में उपमेय-उपमान अथवा विशेष्य-विशेषण का संबंध होता है तथा विग्रह करने पर दोनों खंडों में कत्र्ता कारक की ही विभाकित रहती है। जैसेµ
सज्जन ¾ सत है जो जन (विशेषण़विशेष्य)
चंद्रमुख ¾ चंद्र के समान मुख (उपमाऩउपमेय)
द्विगु समास ;छनउमतंस ब्वउचवनदकद्ध µ जिस समास में पहला पद संख्यावाचक हो और दूसरा पद मुख्य हो, उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे-        शताब्दी ¾ सौ अब्दों (वषो±) का समूह
त्रिलोकी ¾ तीन लोकों का समूह
अठन्नी ¾ आठ आनों का समूह
त्रिफला ¾ तीन फलों का समूह
द्वन्द्व समास ;ब्वउचनसंजपअम ब्वउचवनदकद्ध - जहाँ दोनों पर प्रधान हों और विग्रह करने पर स्वतंत्रा शब्दों के बीच 'और, 'तथा, 'या संयोजक का प्रयोग किया जाए, वहां द्वन्द्व समास होता है। जैसे-
माता-पिता ¾ माता और पिता
दाल-रोटी ¾ दाल और रोटी
सुख-दुख ¾ सुख और दुख
भला-बुरा ¾ भला और बुरा
छोटा-बड़ा ¾ छोटा या बड़ा
सामासिक शब्दों के रचना प्रकार
हिंदी में सामासिक शब्दों की रचना तीन प्रकार से होती हैµ
तत्सम ़ तत्सम शब्द
(क) गुण़हीन ¾ गुणहीन
(ख) जल़वायु ¾ जलवायु
तदभव ़ तदभव शब्द
(क) बैल़गाड़ी ¾ बैलगाड़ी
(ख) खêा़मीठा ¾ खêामीठा
आगत ़ आगत शब्द
(क) आराम़गाह ¾ आरामगाह
(ख) बिल़बुक ¾ बिलबुक
उपरोक्त समान òोत से निर्मित होने वाले सामासिक शब्दों को समòोतीय कहा जाता है। दूसरी ओर दो भिन्न-भिन्न òोतों से निर्मित समास को विषमòोतीय कहा जाता है, जैसे-
(क) माध्यमिक (तत्सम) ़ बोर्ड (विदेशी) ¾ माध्यमिक बोर्ड
(ख) माँग (विदेशी) ़ पत्रा (तत्सम) ¾ माँगपत्रा
(ग) भाड़ा (तदभव) ़ क्रय (तत्सम) ¾ भाड़ाक्रम              

18 comments:

  1. MAIN EK BAAT KEHNA CHAHTA HU JRT AUR PRT DOSTO SE KI DONO BHARTI APNE MUKAAM PER PAHUCHENGI.......PER AAP YE NAHI KEH SAKTE KI KAUNSI BHARTI JALDI APNA MUKAAM TAY KAR LEGI.....MAIN KISI KA DUSHMAN NAHI HU PER SIRF APNI BAAT KEHNA CHAHTA HU DEKHIYE AGAR JRT AUR PRT DONO ME AVEDAN KA MAUKA AT THE SAME TIME CHAHIYE ISSE KAAFI LOG NAUKRI SE VANCHIT HO JAYENGE AUR FIR HAR KOI MEANS ALL THE JRT CANDIDATES 29000 APPROX DOUBLE SAFE HONA CHAHENGE......AGAR DOUBLE SAFE HONE KA MAUKA MILEGA TO MUJHE NAHI LAGTA KI 29000 ME SE SHAYAD HE KOI NA APLLY KARE APART FROM VERY LOW MERIT HOLDERS...... TO JRT KE SATHIYO AAP HE BATAO KI YE KAHA TAK JAYAZ HAI KI AAP DONO BHARTI ME DOUBLE SAFE HONA CHAHTE HO JABKO YE SABKO MALOOM HAI KI YE DONO BHARTI APNE MUKAAM PER PAHUCHNA NISCHIT HAI......ISLIYE MERA MAANNA YE HAI KOI EK BHARTI ME APKA HAQ BANTA HAI BHALE HE AAPNE JRT ME COUNSELLING KARA LI HO AUR AAP PRT ME AANA CHAHTE HO TO BESHAK AAIYE PER EK SE TO TYAG PATRA DENA HE HOGA.....AUR YE AAPKA LUCK HOGA KI KAUN SI BHARTI JALDI APNE MUKAAM PER PAHUCH JAYEGI JO AAP CHHOR K AAYE HAI YA JO APNE JOIN KI HAI...... MAIN KHUD ARTS SE HU PER AISA MER SOCHNA HAI....KISI JRT SC. YA PRT SC. WALE MITRO KA DIL DUKHANE KA MERA KOI IRAADA NAHI HAI......AUR AGAR DUKHA HO TO MUJHE MAAF KARIYEGA..... YE MERA NAZARIYA HAI SIRF......JARA EK BAAR APNE DIL PER HAATH RAKH KAR POOCHNA KI DOUBLE SAFE HONA THIK HAI? APNA SOCH KAR DOOSRE SC. WALE MITRO KA HAQ MAARNA THIK HAI? MERE HISAAB SE NAHI.......

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  2. सुप्रभात मित्रों

    आपका दिन मंगलमय हो
    कपिला और अखिलेश का दिन अमंगलमय हो

    सत्य की जय हो
    असत्य का नाश हो

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  3. पहली काउन्सलिंग होने के बाद जब 45%&50% का मामला सामने आया तब से लेकर आज तक सभी ग्रुप पर लगभग 40-50जी.ओ.तो अवश्य पोस्ट किये जा चुके होंगे।आज सभी नियम की बात कर रहे थे क्योकि उनका अहित हो रहा है और किसी के हित होने से भी किसी का अहित हो रहा है पर ये नियम की बात करने वाले उस वक्त कहा थे जब बेरोजगारों से बिना मतलब के 19 करोड़ वसूले गए उस वक्त तो किसी ने कोई भी जी.ओ.नहीं पोस्ट किया क्योकि उससे उनको कोई फर्क नहीं पड़ने वाला था ।क्या ये 2011 के संशोधित विज्ञाप्ति में ये नहीं था कि केवल एक ही जगह पैसा लिया जाय और बाकि जगह उसी dd को छायाप्रति लगाकर आवेदन किया जाय और जिनलोगो ने एक से अधिक जगह dd लगाया है उनका बाद में विज्ञापन निकाल कर पैसे वापस किया जायेगा? तो फिर जब दुबारा जी.ओ. निकाल कर अवैध वसूली की गयी तब कहा थे ये महानुभाव लोग? तब किसी को ये नियम नहीं दिखाई दिए या फिर देख कर भी अनदेखा कर दिए क्योकि इससे एन महानुभावो और महाज्ञानी लोगो को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला था।

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  4. टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा जनपद जौनपुर के सभी सदस्य कृपया ध्यान दें-
    मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए दिनाँक 09/09/2014 , दिन मंगलवार को मोर्चा की एक अहम बैठक मारुति मंदिर परिसर में सायं 4:00 बजे आयोजित की गई है,,सभी साथी आवश्यक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँ। अपने आस-पास के टेट बंधुओं को भी अवश्य सूचित करें और अगली रणनीति पर निर्णय लेने के लिए उन्हें इस बैठक में लेकर अवश्य आएँ। जैसा की आप सभी लोगों को पता है की अकेडमिक दल के मुखिया कपिलदेव यादव और शिक्षामित्रों के आका गाजी इमाम आला की गतिविधियों का केंद्र अब हाई कोर्ट (इलाहाबाद) बन चुका है अतः नजदीकी सक्रिय जनपद होने के नाते शिराज-ए-हिन्द की जिम्मेदारियाँ बढ़ गई हैं,,हमें मोर्चे को किसी भी हालात से निपटने के लिए 'स्टैंड बाई' मोड में रखना होगा,इस बैठक के मुख्य उद्देश्य निम्न हैं-

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  5. 1) जनपद के मोर्चे का पुनर्गठन एवं नए सक्रिय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ओहदों पर तैनात करना

    2) 'क्विक रिएक्शन टीम' का गठन करना, जिसके सदस्य वह लोग होंगे जो किसी भी समय और किसी भी हालात में आदेश मिलते ही कूच करने में सक्षम हों

    3) जनपद के 'लीगल सेल' को एक्टिव करना ताकि वे हाई कोर्ट की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रख सकें लगातार अपने वकीलों के संपर्क में रहें,,साथ ही जरुरत पड़ने पर रातों-रात मुकाबले के लिए तैयार मिलें,,इसके अलावा RTI इत्यादि के इस्तेमाल से 72825 शिक्षक भर्ती में पारदर्शिता बनाये रखने की जिम्मेदारी भी इन्ही पर होगी (इस टीम के ज्यादातर वो मेंबर रखे जायेंगे जिनको विधिक जानकारी हो)

    4) मोर्चे के वित्त प्रबंधन और संचालन पर एक नई रणनीति तय करना एवं आगामी परिस्थितियों के लिए मोर्चे को संगठित करना।
    .
    साथियों !
    शिराज-ए-हिन्द की सरजमीं जनपद जौनपुर के टेटवीर हमेशा से इस टेट संघर्ष में अपना फर्ज अदा करते आये हैं,,आज फिर फर्ज की फ़रियाद है कि 'एक हो जाओ और शत्रु पर वज्र बनकर टूट पड़ो'...
    जय हिन्द-जय टेट।

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  6. सुना है शिक्षामित्रों को नया वेतन भी मिलना स्टार्ट हो गया । वाह क्या 4G की स्पीड से काम हो रहा है । और prt में हमारा शिक्षा विभाग सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी कछुआ गति से ऑफलाइन कौन्सिल्लिंग करा कर टाइम पास कर रहा है । इस देश का बेड़ागर्क नेताओ तथा अधिकारिओ ने ही किया है । न जाने कब मुक्ति मिलेगी हमें इन खून पीने वाली जोंकों से ????

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  7. जूनियर की 4th कौन्सिल्लिंग का बिना सचिव के ही आदेश हो गया और prt से बचने के लिए सचिव साहब अंडमान भाग खड़े हुए । prt से हर किसी को इतना द्वेष क्यूँ ?????

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  8. 10 Sep को कीड़ा-लाल गुप्ता 72825 के संबंध मे मीटिंग करने वाले हैं , अगर कोई निर्णय नही आता है तो हम लोगों को 12 Sep को डायट पर तालाबन्दी का प्रोग्राम रखना चाहिये , वरना इनका क्या ? ये तो बहाना खोजते रहते हैं कि भर्ती ही पूरी ना हो

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  9. दूसरी काउंसलिंग 20 सितम्बर के बाद ही संभव । स्त्रोत -वाराणसी डायट प्राचार्य श्री सतीश सिंह ।

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  10. Academic bhai ye sochkar bahut khus ho rahe hai ki honourable dattu sahab ne kapil ke case ko hc bhej diya hai aur high court ko order bhi de diya hai ki apne order ko badalne ke sath mere( dattu sir) ke order par stay laga do.
    Ab mudde ki baat ki honourable dattu sir jo 29 sep ko chief justice of India banne wale hai wo apne order ko swayam khatam karwane ka order denge.
    Dattu sir ko kya itna pata nahi hai ki s.p gov aur kapil yadav ki mansa kya.
    Hame satark rahne ki jaroorat hai lekin pareshan hone ki nahi. Dattu sir ne bade samajhdari ke saath inhe hc bhej diya aur apne order ko safe rakha. SC me dattu sahab Ke case ko koi hath nahi lagata to hc me koi judge desh ke hone wale Chief justice ke order par stay kaise de sakta hai. Aur aisa koi rule bhi nahi hai. Aur rahi baat hc me nov 2013 ke faisle ke palatne ke to is asambhav karya ke hone me kam se kam 3 saal lag jayenge tab tak sp gov aur kapil yadav dono vilupt ho chuke honge. Phir new gov case wapis le legi, ye hai Dattu sir ki doordarshita.

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  11. ~~`` अरे ..... . , मेरे काशमीरी भाईयोँ ....

    ... .. इस तबाही मे , और जलजले मेँ.... अब तो .. अपने लोगो को तो पहचान लो... !!
    ... कहाँ है .. तुम्हारे .... हुरियत नेता .. और कहाँ मर गये , तुम्हारे पाकिस्तानी भाई-जान ... !! उन्हेँ तो दो जून खाने को रोटी नहीँ , बान्धने को तौलियाँ नहीँ , तन ढकने को कपडा नहीँ .. और ये पौछेंगे ... तुम्हारे आंसूँ ... !! अभी- तक तुम्हारे चीफ-मिनिस्टर उमर अब्दुल्ला आराम से सो रहेँ है ... ( आज -सुबह ) !!!!

    ..... अब भी पहचान लो ..... कौन है ... तुम्हारी भलाई चाहने वाले ... !!

    ..... हमसे तो रहा नही गया ...!! ..... सुबह-सुबह हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ने काशमीर के प्रभावित क्षेत्रोँ का हवाई - निरीक्षण कर भी लिया , तुरंत ही 5-6 विमानोँ से खाने-पीने , दवा , सेवा-सामग्री भी आज भेज दी गयी है ,और ऊपर से 1000 करोड रूपये आपदा-प्रबन्ध के तहत देने के लिए कह दिया है .. और इसके बदले मेँ , आपके मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बस शुक्रिया कहा है.... और ..हाँ , पिछले 2 दिनोँ से काशमीर मेँ संघ के स्वयसेवकोँ ने बखूबी सेवा की जिम्मेदारी सम्भाल ली है ....
    ....... उम्मीद है ... अब तो काशमीरी भाईयोँ आपकी आंखेँ खुलेंगी ..!!

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  12. alphabetical order me 75 district ka data, kewal
    wahi log comment kare jinhe bache hue jilon ki
    jankari ho ya koi sanshodhan ho.
    1st councilling list
    (29,30,31aug2014)
    District- no.of posts/no.of candidates
    1-Allahabad - 1500 / 149
    2-Agra- 100 / 15
    3-Aligarh- 100 / 14
    4-Ambedkar n- 500 / 63
    5-Azamgarh-2500/229
    6-Auraiya- 12 / 1
    7-Bagpat- 100 / 20
    8-Bariely- 1400 / 87
    9-Bheemnagar-
    10-Basti- 400/44
    11-Badaun- 1600 / 51
    12-Banda- 800 / 56
    13-Barabanki- 400 / 72
    14-Balrampur- 1700 / 40
    15-Bahraich- 3600 / 62
    16-Bijnour- 200 / 30
    17-Balia-
    18-Bulandshaher-
    19-Chitrakoot-
    20-Chatrapati s j m-
    21-Chandauli-

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  13. 22-Deoria- 800 / 77
    23-Eta- 700 / 110
    24-Etawa- 500 / 53
    25-Firozabad-
    26-Farukhabad- 400 / 47
    27-Fatehpur- 12 / 2
    28-Faizabad- 300 / 32
    29-Gautambuddha n-
    30-Gajiabad -
    31-Gazipur-
    32-Gorakhpur- 500 / 59
    33-Gonda- 4000 / 160
    34-Hathras- 300 / 66
    35-Hardoi- 3000 / 236
    36-Hamirpur-
    37-Jalaun-
    38-Jyotibafule n-
    39-Jaunpur- 1500 / 159
    40-Jhansi- 50 / 10
    41-Kanpur n- 12 / 6
    42-Kanpur d- 50 / 9
    43-Kannouj-
    44-Kashiramnagar
    45-Kaushambi- 1000 / 68
    46-Kushinagar- 4000/50
    47-Lucknow- 12 / 6
    48-Lakhimpur- 6000/288
    49-Lalitpur- 800 / 68
    50-Mathura- 12 / 3
    51-Mau- 200 / 42

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  14. 52-Maharajganj_ 2500 / 75
    53-Mahoba- 800 / 41
    54-Meerut- 12 / 1
    55-Mainpuri- 100 / 15
    56-Mirzapur- 1650 / 74
    57-Muradabad- 900 / 116
    58-Mujjafar n-
    59-Panchsheel n-
    60-Peelibheet- 1200 / 20
    61-Pratapgarh- 500 / 43
    62-Prabuddha n-
    63-Raibariely- 800 / 85
    64-Rampur- 800 / 25
    65-Santkabeer n- 800 / 101
    66-Siddharth n- 2000 / 36
    67-Sonbhadra-
    68-Santravidas n-800 /87
    69-Sitapur- 6000 / 450
    70-Shahjahanpur- 2800 / 146
    71-Sultanpur- 1400 / 47
    72-Shrawasti- 900 / 52
    73-Saharanpur- 800 / 84
    74-Unnao- 700 / 140
    75-Varanasi- 100 / 28

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  15. कुछ गधांक विभिन्न ग्रुपों पर टेट वालों को होपलेस करने के लिए पूछते हैं मेरा 118 है , मेरा 119 है , हो जायेगा कि नही ।। बहुत तनाव में हूँ ऐसे लोगों से सावधान रहें ।
    इनका मकसद सिर्फ लोगों को परेशान करना है ।
    अगर ऐसे लोग मिले तो ...... से स्वागत करें

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  16. टेट 2011 की पात्रता की शर्तों को अगर आप देखें तो उसमें साफ तौर पर लिखा है कि एक वर्षीय बी0एड0 होना चाहिये अथवा डी0एड0 एवं बी0एड0 विशेष शिक्षा ..............दूरस्थ शिक्षा का कहीं नामोनिशान नहीं है...ऐसी स्थिति में ....सरकार कलाकारी कर सकती है......वहीं दूसरी ओर 2011 के विज्ञापन में सिर्फ बी0एड मांगा है ......उसमें एक या दो वर्ष का कहीं कोई जिक्र नही हैं.......समझदार के लिये इशारा काफी होता है ।............

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  17. PG base b.ed TET pass mitro,
    join PG PASS TET group on facebook.
    Thanks.

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  18. 1 एरिक्सन के सिद्धांत की पहली अवस्था
    विश्विश्वास(Trust versus Mistrust)

    **यह अवस्था जन्म से लेकर 18 महीने तक होती है। जब बालक के माता पिता उसकी अच्छे से देखभाल करते है और जब बालक को यह एहसास हो जाता है कि माता पिता या उसके अभिभावक द्वारा उसकी सभी जैविक आवश्यकताए पूरी हो रही है तो बालक के अन्दर दूसरों यानि की माता पिता के प्रति आस्था की भावना पैदा होने लगती है और बच्चे का मजबूत व्यक्तिव का निर्माण होना प्रारंभ हो जाता है।
    **कभी कभी ऐसा देखा गया है कि बालक की उसके माता पिता या अभिभावक द्वारा सही से देखभाल न होने के कारण या जब माता पिता बालक की जैविक जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते है तो बालक के अन्दर अविश्वास की स्थिति पैदा होने लगती है जिस के कारण बालक के अन्दर डर शंका जैसे तत्त्व विकसित होने लगते है और जिस के कारण बालक के कमजोर व्यक्तित्व का निर्माण होता है।
    **यदि बालक के व्यक्तित्व का सही विकास करना है तो बालक के अंदर दूसरों के ऊपर विश्वास करने और अविश्वास करने के गुणों का सही अनुपात में उपस्थित होना अनिवार्य है जिससे वह जान जाये कि किस पर विश्वास किया जाये और किस पर नहीं।
    **जब बालक विश्वास और अविश्वास का संघर्ष का समाधान कर लेता है तो उसके अन्दर एक शक्ति पैदा हो जाती है और इस मनोवैज्ञानिक शक्ति को आशा या होप कहते है यह आशा बालक को अपने अस्तित्व को समझने में मदद करती है।

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