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Wednesday, December 17, 2014

UPTET SARKARI NAUKRI News टीईटी शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर खुशी



UPTET SARKARI NAUKRI News
टीईटी शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर खुशी


टीईटी शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर खुशी

मुजफ्फरनगर : राज्य सरकार को टीईटी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया छह सप्ताह में पूर्ण करने संबंधी आदेश दिए जाने के बाद अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर खुशी मनाई।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की ओर से मीरापुर निवासी अधिवक्ता विपुल माहेश्वरी ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेट आफ उप्र. बनाम शिव कुमार पाठक शीर्षक से याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस दीपक मिश्रा एवं जस्टिस उदय उमेश की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की। उक्त याचिका में विपुल माहेश्वरी ने टीईटी अभ्यर्थियों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखा। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सामान्य में 70 प्रतिशत से अधिक व 65 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों की भर्ती छह सप्ताह में पूर्ण करने के निर्देश प्रदेश सरकार को दिये। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय पर अभ्यर्थियों ने न्यायालय परिसर के बाहर ही जश्न मनाया


News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Wed, 17 Dec 2014 09:06 PM (IST) | Updated Date:Wed, 17 Dec 2014 09:06 PM (IST))




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4 comments:

  1. ""माँ " दरवाजा ही तकती रह गई,
    बच्चे स्कूल से सीधे जन्नत चले गए..

    दोस्तों आज चूल्हा पडोसी का ठंड हुआ है
    भूख हमारी मर गई ..
    # RIP
    किसी माँ ने सुबह बच्चे का…
    डब्बा तैयार किया होगा !
    किसी बाप ने अपने लाल को..
    खुलते स्कूल छोड़ दिया होगा !!
    बी
    किसे पता था वह ..
    अब लौटेगा नहीं कभी !
    किसे पता था गोलियों से..
    भून जायेंगे अरमान सभी !!

    बच्चो में रब है बसता..
    उस रब से मेरी फ़रियाद है !!
    तालिबान यह कैसा तेरा …
    मजहब के नाम जिहाद है !!

    मेमनों की तरह बच्चे…
    मिमियाए जरूर होंगे !
    खौफ से डर कर आँखों में
    आंसू आये जरूर होंगे !!

    तुतलाये शब्दों से रहम की...
    भीख भी तुझसे मांगी होगी !
    अपने बचाव को हर सीमाये..
    उसने दौड़ कर लांघी होगी !!

    मासूमो के आक्रन्द से भी न पिघले..
    हिम्म्त की तेरे देनी दाद है !
    हे आतंकी... यह कैसा तेरा …
    मजहब के नाम जिहाद है !!

    भारत से दुश्मनी निभाने…
    मोहरा बनाया उसने जिसे !
    जिस साप को दूध पिलाया..
    वही अब डस रहा उसे !

    हे आतंक के जन्मदाता….
    अब तो कुछ सबक ले !
    यदि शरीर में दिल है ..
    तू थोड़ा सा तो सिसक ले !

    आतंक के साये ने हिला दी..
    पाकिस्तान की बुनियाद है !
    तालिबान यह कैसा तेरा…
    मजहब के नाम जिहाद है !!

    कौन धर्म में हिंसा को..
    जायज ठहराया गया है !
    कुरान की किस आयत में ..
    यह शब्द भी पाया गया है !!

    कब तक तुम्हारा बच्चा..
    इस तरह बेबस रहेगा !
    मांग कर देखो हाथ…
    साथ हमारा बेशक रहेगा !!

    सबक बहुत मिल गया अब..
    आतंक की खत्म करनी मियाद है !
    तालिबान यह कैसा तेरा…
    मजहब के नाम जिहाद है !

    अश्रूपूरित श्रद्घाजंलि

    ReplyDelete
  2. Di bhr aaya nannu bhai.
    Pr mijhe aaj tak ye smjh me nhi aaya k,
    Kewal isi dharm me aisa q hota h, itni kattarta isi dharm me q?
    Ab ISIS, talibaan, alkaayda, na jaane kitne aur b gut banaye h in zalimo ne, ye insaniyat k dushman... Hai.
    Ab kisi ko bura na lage, yaha mai dharm ki aalochna nhi kr rha hu, kisi b terrorist ka kou dharm nhi hota lekinnn.....
    Sb se jyada dharm k naam pr insaaniyat ko sharmsaar krne wale isi dharm se belong krte hai. Ab aisa q h, itni kattarta q dharm ko lekr?
    Dharm ki sankalpana insaano k liye ki gai h,
    Insaan dharm k liye nhi paida hua h.

    ReplyDelete
  3. उमाशंकर जी सभी के जहन में येही सवाल है आपने कह दिया कुछ ने नहीं कहा पर सच यही है
    समय धर्म परिवर्तन का नहीं धर्म में परिवर्तन का चल रहा होना चाहिये इससे पहले को ऐसी घटना फिर से सोची भी जाय

    ReplyDelete

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