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Saturday, January 3, 2015

UP TGT PGT : टीजीटी अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड से लगाई गुहार

UP TGT PGT : टीजीटी अभ्यर्थियों ने चयन बोर्ड से लगाई गुहार

पांच जनवरी को बोर्ड कार्यलय पर जुटेंगे अभ्यर्थी
 http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/

http://joinuptet.blogspot.com/

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी परीक्षा के लगभग 1500 आवेदन का विवरण बोर्ड की वेबसाइट पर प्रदर्शित नहीं होने से परेशान अभ्यर्थियों ने बोर्ड के अध्यक्ष से गुहार लगाई है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अंतिम तिथि के एक महीने पहले स्पीड पोस्ट से आवेदन भेजा था। डाक विभाग का कहना है कि उनकी ओर से सही समय पर सभी फार्म रिसीव करवा दिए थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि चयन बोर्ड की लापरवाही के कारण उनको परीक्षा से वंचित होना पड़ सकता है। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि चयन बोर्ड ने उनकी बात नहीं सुनी तो पांच जनवरी को वह बोर्ड कार्यालय पर एकत्र होकर अध्यक्ष को मांग से अवगत कराएंगे।



35 comments:

  1. Amit ji mujhe bhi sc ki order copy send kr dijye my email id is sky.5473@gmail.com

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  2. Sultanpur antim cutoff..
    m.bc. art..118 5/6/1982
    m.bc.science 113 25/8/1988
    m. gen. science 119 20/3/1987

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  3. Parveenlecturer@gmail.com
    pls send me s.c.order copy

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  4. Dear amit ji please send SC copy to my id- mohitpandey02@rediffmail.com

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  5. Dear amit ji please send SC copy to my id-  yati_singh007@hotmail.com

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  6. अगर आप को वास्तव में नियुक्ति पत्र चाहिए....
    तो स्वयं ५ जनवरी को SCERT पहुचे.....
    किसी के भरोसे पर अपनी जिंदगी न छोड़े ................

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  7. ब्यूरोशनिवार, 3 जनवरी 2015अमर उजाला, कानपुर Updated @ 3:38PM ISTआवेदक परेशान, शासनादेश का इंतजारप्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 72,825टीचरों की भर्ती की काउंसिलिंग निरस्त किए जाने से अभ्यर्थी पसोपेश में हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में आदेश तो जारीकर दिया है पर शासन की ओर से कोई निर्देश नहीं आया है।जानकारी के लिए शुक्रवार को अमर उजाला कानपुर कार्यालय में कई आवेदकों के फोन आए। हालांकि शहर में कुछ 12 पद हैं, जिसमें आठ फुल होचुके हैं। अधिकतर आवेदकों ने पूछा क्या दोबारा फार्म दोबारा भरना पडे़गा।कितनी सीटें आरक्षित-अनारक्षित कैटेगरी की हैं। काउंसिलिंग कब से शुरू होगी। विशेष आरक्षित श्रेणी क्या है। नंबर का वेटेज मिलेगा या नहीं।इस संबंध में डायट प्रधानाचार्यकेके ओझा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद तय हो गया है कि अनारक्षित कैटेगरी में 70फीसदी और आरक्षित कैटेगरी में 65 फीसदी तक अंक पाने वाले को मौका मिलेगा।...तो रिजेक्ट हो जाएगा फॉर्महालांकि इसका लिखित आदेश आना अभी बाकी है। ओझा ने कहा कि अगर किसी का इससे कम अंक में हो गया है तो उनके फार्म रिजेक्टकर दिए जाएंगे।आरक्षित में सभी कैटेगरी जैसे एससी, एसटी, ओबीसी, विशेष आरक्षित कैटेगरी को शामिल किया गया है। विशेष कैटेगरी को वेटेज मिलेगा या नहीं इसके लिए कोई लिखित आदेश नहीं आया है।नगर में परिषदीय स्कूलों में 12 पदहैं। इसमें छह जनरल और छह रिजर्व कैटेगरी के हैं। अभी तक आठ पदों को भर लिया गया है।इसमें जनरल पद पर 128 अंक और रिजर्व कैटेगरी में 121 अंक पाने वालों की काउंसलिंग की गई है। ओझा ने कहा कि नगर में तो सुप्रीम कोर्टके निर्देश के आधार पर ही काउंसलिंग हुई है।

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  8. Shikshamitro ke avedh appointment/regularization ko rokne ke liye meri RTI ke baad Hon'ble SC ka ek aur 'BRAHMASTRA'..............

    ad-hoc or contractual base pr appointed person ke regularization matter pr gatith Hon'ble SC ki Constitutional Bench (5 judges bench) ne ad-hoc base pr hone waale appointment ko regularize krna avedh mana he aur aishe regularization krne ke liye kishi bhi govt athva highcourt ke order ko illegal & against Article 14, 16, 309 & constitutionally avedh ghosit kiya he.
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  9. Court stated that............"When a person enters a temporary employment or gets engagement as a contractual or casual worker and the engagement is not based on a proper selection as recognized by the relevant rules or procedure, he is aware of the consequences of the appointment being temporary, casual or contractual in nature. Such a person cannot invoke the theory of
    legitimate expectation for being confirmed in the post when an appointment to the post could be made only by following a proper procedure for selection and in concerned cases, in consultation with the Public Service Commission. Therefore, the theory of legitimate expectation cannot be successfully advanced by temporary, contractual or casual employees. It cannot also be held that the State has held out any promise while engaging these persons either to continue them where they are or to make them permanent. The
    State cannot constitutionally make such a promise. It is also obvious that the theory cannot be invoked to seek a positive relief of being made permanent in the post."
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  10. Thus, it is clear that adherence to the rule of equality in public employment is a basic feature of our Constitution and since the rule of law is the core of our Constitution, a Court would certainly be disabled from passing an order upholding a violation of Article 14 or in ordering the overlooking of the need to comply with the requirements of Article 14 read with Article 16 of the Constitution. Therefore, consistent with the scheme for public employment, this Court while laying down the law, has necessarily to hold that unless the appointment is in terms of the relevant rules and after a proper competition among qualified persons, the same would not confer any right on the appointee. If it is a contractual appointment, the appointment comes to an end at the end of the contract, if it were an engagement or appointment on daily wages or casual basis, the same would come to an end when it is discontinued. Similarly, a temporary employee could not claim to be made permanent on the expiry of his term of appointment. It has also to be clarified that merely because a temporary employee or a casual wage worker is continued for a time beyond the term of his appointment, he would
    not be entitled to be absorbed in regular service or made permanent, merely on the strength of such continuance, if the original appointment was not made by following a due process of selection as envisaged by the relevant rules. It is not open to the court to prevent regular recruitment at the instance of temporary employees whose period of employment has come to an end or of ad hoc employees who by the very nature of their appointment, do not acquire any right. High Courts acting under Article 226 of the
    Constitution of India, should not ordinarily issue directions for absorption, regularization, or permanent continuance unless the recruitment itself was made regularly and in terms of the constitutional scheme.
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  11. In A. Umarani Vs. Registrar, Cooperative Societies and Others (2004 (7) SCC 112), a three judge bench made a survey of the authorities and held that when appointments were made in contravention of mandatory provisions of the Act and statutory rules framed thereunder and by ignoring essential qualifications, the appointments would be illegal and cannot be regularized by the State. The State could not invoke its power under Article 162 of the Constitution to regularize such appointments. This Court also held that regularization is not and cannot be a mode of recruitment by any State within the meaning of Article 12 of the Constitution of India or any body or authority governed by a statutory Act or the Rules framed thereunder. Regularization furthermore cannot give permanence to an employee whose services are ad hoc in nature. It was also held that the fact that some persons had been working for a long time would not mean that they had acquired a right for regularization.
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  12. नमस्कार मित्रो -72825 के लिए 6,7 को लखनऊ में अधिकारियों के बैठक सम्बन्धी आदेश जारी हो चुका है ।आशा है मकर संक्रांति के उपरान्त किसी शुभ तिथि से नियुक्ति पत्र वितरण प्रारम्भ कर दिया जायेगा ।

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  13. Ravi shuklaji sc order k sath aur kya dena hai ye by hand dena hai ya post karna hai please reply

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  14. 25 मार्च को जारी अंतरिम आदेश के अनुपालन में 30-11-11 के विज्ञापन के लिए जारी विभिन्न जीओ के आधार पर आपकी अस्तित्वहीन ट्रेनी टीचर के पद पर चयन हेतु काउंसिलिंग हुयी ....
    उक्त चयन सूची SCERT द्वारा BSAs से लेकर NIC को दे दी गयी है ,, NIC उस सूची को अपने पास उपलब्ध टेट रिजल्ट की CD से चेक करके बेसिक शिक्षा निदेशालय को दे देगा और बेसिक शिक्षा निदेशक 17 दिसंबर को जारी आदेश के अनुपालन का हवाला देते हुए एक जीओ बीएसए को जारी करके उस सूची के आधार पर आपको सहायक अध्यापक का अंतरिम नियुक्तिपत्र दिलवा देंगे ,,,, आप स्कूल जाकर शिक्षण कार्य शुरू कीजिए जिसके लिए आपने बीएड करके टेट दिया था और उसमें अच्छे नंबर लाये थे ...... बाकी का काम आप सुप्रीम कोर्ट आफ इंडिया के जिम्मे छोड़ दीजिये ..... यदि सरकार नियुक्ति देते समय अनुबंध में ट्रेनिंग पूरी होने तक 7300₹ पर हमसे bond भराती है तो 25 फरवरी को अन्य मुद्दों के अलावा एक मुद्दा यह उठाना है कि बिना टेट पास किये हुए शिक्षामित्र turned सहायक अध्यापक को full scale और हम टेट मेरिट वालों को untrained scale ... ये नाइंसाफी क्यों ?
    इस मामले में विधि की सम्यक प्रक्रिया का उल्लंघन तो हो रहा है लेकिन भर्ती तो टेट मेरिट से ही हो रही है ,वो भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर ,, यदि किसी व्यक्ति को इस प्रक्रिया से कोई आपत्ति है भी तो वो जाएगा कहाँ क्योंकि भारत में तो इससे बड़ी कोई अदालत है नहीं और अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का आदेश हम मानते नहीं ....

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  15. राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् उ० प्र० द्वारा टी०ई०टी० भर्ती के सम्बन्ध में आवश्यक बैठक 6 - 7 जनवरी को -

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  16. निशातगंज की कन्दराओं में नियुक्ति पत्र के जन्म
    हेतु ब्यूरोक्रेटिक अनुष्ठान हो रहा है,
    बेसिकाधीश श्री हीरालाल
    जी नाना प्रकार के डिपार्टमेंटल मुनियों के साथ
    अत्यन्त ही हेक्टिक मुद्रा में बिराजमान हैं,
    उनकी लेफ्ट साइड में सूखे हुए
    प्रत्यावेदनों का गट्ठर पड़ा हुआ है,
    जबकि जस्ट राइट साइड में वेदनाग्रस्त १५ वां संशोधन लेटा हुआ
    है,
    माहौल अत्यन्त ही स्प्रीच्ओपॉलिटि
    कल हो रक्खा है,
    निक पर्वत से आये दाता टाइप मुनि ने दादा टाइप डायटों को डाटा के
    लिए डांटा है,
    माहौल अत्यन्त ही स्यूडोसुनामिक हो रक्खा है,
    तभी श्री गणेश जी अपने
    गणों के साथ कन्दरा में उपस्थित होते हैं,
    बेसिकाधीश श्री हीरालाल
    जी अत्यन्त ही इर्रीटेटिंग
    भाव से बोले - अरे यार ! तुम नर हो कि नारायण...?
    जब भी देखो चले आते हो,
    जाओ कपड़े बगैरह सिलाओ,
    हम तुम्हारी कुर्सी बनने का टेंडर दे
    दिए हैं...|
    श्री गणेश जी अत्यन्त
    ही कुपित मूड में बोले - हे डियर
    बेसिकाधीश ! मैं
    तो किसी भी प्रकार के लोभ एंड लालच से
    शून्य हूं,
    मैं तो सिर्फ दूसरों के कार्य हेतु ही यहां उपस्थित
    होता हूं,
    क्योंकि मैं गणेश हूं...|
    अर्थात आज भी मैं परोपकार के वशीभूत
    होकर ही आपकी अटरिया पे प्रजेंट
    हुआ हूं,
    मेरे साथ दिख रहे नाना प्रकार के बंदे ओवरफ्लो में
    बही हुयी या ६५ एंड ७०
    वाली टेटात्माएं हैं,
    इनकों काउंसलिंग के तट से वापस लौटा दिया गया,
    अत: ऑर्डर के अनुरूप इनको भी नियुक्ति सागर में
    डुबकी लगाने को ऐलाउ किया जाय.
    श्री गणेश जी के ऐसे ऑफिशियल वचन
    सुनकर र्यूमराभिमान को प्राप्त हुआ एक अकेडमिक मुनि बोला -
    हे डियर बेसिकाधीश ! गणेश
    जी किसी भी परोपकार के
    तहत नहीं आते बल्कि भांग की पिनक
    में भाग आते हैं,
    क्यों न इनका नारको एवं पॉलीग्राफी टेस्ट
    करा के यह पता कर लिया जाय कि इस बंदे ने चंदे के कितने पैसे
    खाये हैं,
    क्योंकि मेडिकल साइंस के अनुसार सेमी कॉनसियस
    बंदा हरिश्चन्द्र का अवतार माना जाता है,
    बेसिकाधीश श्री हीरालाल
    जी अत्यन्त ही करुण माइंड से बोले -
    हे डियर नकल मुनीश ! मनुष्य का यह वर्चुअल
    स्वभाव होता है कि वह र्यूमर फैलाने के लिए नाना प्रकार के
    योग एंड तपस्याएं तो कर लेता है,
    किन्तु टेट में डिब्बी के वशीभूत
    हो स्कोर को प्राप्त नहीं कर पाता,
    यही उसके दुखों और
    दरिद्रता का अल्टीमेट कारण है,
    तुम्हारे ही जैसे मनुष्यों ने आदिकाल में यह
    अफवाह फैलायी कि गणेश जी के
    पापा जी अर्थात भगवान शंकर भांग खाते हैं,
    ठीक वैसे ही तुम मिथ्यामाइंड को प्राप्त
    हो श्री गणेश जी पर नार्कोटिक आरोप
    लगा रहे हो.
    श्री गणेश जी ने टेटात्माओं
    को बायोग्राफी लिख डालने
    की शक्ति दिला दी,
    जबकि तुम उनका पॉलीग्राफी कराने
    की जिद कर रहे हो,
    अत: यह संभव नहीं,
    तभी ब्यूरोक्रेटिक लोक के एक मुनि बोले - हे डियर
    हीरालाल जी ! अब टेटात्माओं के
    नियुक्ति का योग बन चुका है,
    किन्तु उनको हर स्टेप पर तंग करना हमारा फंडामेंटल राइट है,
    अत: १५ वें संशोधन की छाल पर बैठ
    प्रत्यावेदनों की फुल स्पीड में
    आहुतियां दीजिए,
    ताकि हमारे द्वारा आयोजित अड़गड़ा यज्ञ से इन्द्र देव इतने
    प्रसन्न हो जाएं कि ज्वाइनिंग पीरियड में झमाझम
    बारिश हो,
    हर तरफ कीचड़
    ही कीचड़ फैल जाय,
    गुरुत्व को प्राप्त होने वाली टेटात्माएं संघर्ष के
    अंतिम स्टेप पर भी पेन को प्राप्त हो जाएं.

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  17. आज दोपहर जारी 2पेज के G.O. मे लिखित कुछ खास एजेन्डा विन्दुओ पर सुचनाए डायट व वेसिक शिछा अधिकारियो से मैनुअली बैठक मे मागी गयी है ।।।।
    निम्न हो सकती है
    (1) आपके जिले मे कुल रिक्त पद
    (2) विशेष आरछण व शिछामित्रो की रिक्त सीटे
    (3)रिप्लेस हुए अभ्यर्थियो की संख्या
    (4) 105/97 के नीचे आरछित चयनितो की संख्या
    6 -7 की मिटिग मे भर्ती की हर ऐब निकालते हुए साल्व करते हुए,, जनपदवार लिस्ट हाथ मे पकङाते हुए/इमेल पर भेजते हुए, जिले के साहब लोगो को तत्काल नियुक्ति पत्र देने का आदेश जारी हो जायेगा ।।।।।।।।।।।।।।
    प्रार्थना करूगा की रिप्लेसिग जैसी महामारी हल हो जाये वरना बहुत महगा पङेगा ,,और बिना हल निकाले शायद ही कुछ हो ।।।।।।।।।।।।

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  18. पिछले दो सालों में उ.प्र. सरकार की रोजगार के
    क्षेत्र में उपलब्धियाँ
    1- 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती पर रोक
    2- 29333 जूनियर शिक्षकों की भर्ती पर रोक
    3- T.G.T की भर्ती पर रोक
    4- P.G.T की भर्ती पर रोक
    5- एल.टी. ग्रेड शिक्षकों की भर्ती पर रोक
    6- दरोगा की भर्ती पर रोक
    7- ग्राम पंचायत अधिकारी की भर्ती पर रोक
    8- ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती पर रोक
    9- P.C.S की भर्ती पर रोक
    10- P.C.S जुडीसियल की भर्ती पर रोक
    11- पुलिस कांस्टेबल की भर्ती पर रोक
    12- समीक्षा अधिकारी की भर्ती पर रोक
    13- उ.प्र लोवर सबोर्डिनेट की भर्ती पर रोक
    14- स्वास्थ कार्यकर्ता की भर्ती पर रोक
    15- पशुधन प्रसार अधिकारी की भर्ती पर रोक
    16- मत्स्य विकास अधिकारी की भर्ती पर रोक
    17- उर्दू शिक्षकों की भर्ती पर रोक
    18- उच्च माध्यमिक विद्यालयों में
    प्राचार्यों की भर्ती पर रोक
    19- लेखपालों की भर्ती पर रोक
    20- पी.ए.सी. कांस्टेबल की भर्ती पर रोक
    22- DIET प्राचार्यों की भर्ती पर रोक
    23- बैकलॉग की भर्ती पर रोक व अन्य
    पिछले दो सालों में विज्ञापन तो बहुत निकले और
    नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से करोड़ों रुपये
    भी लूटे गए पर आज तक कोई
    भी भर्ती पूरी नही हो पायी ......
    उ.प्र.सरकार के पूरे होते वादे ....
    इस सरकार की कामयाबी को छिपाओ नहीं सभी लोगो को शेयर करे !!!

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  19. Shukla ji am waiting.......
    vinaysohot007@gmail.com

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  20. Rajesh ji sm ki siten to jod li jayengi par resfelling kab hogi .kya iske bare me koi jankari hai ye sarkar sare niyamon ko tak me rakh kar manmane tarike se kam kar rahi hai. Pls batayen.

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  21. Sahi kah rahe Rajesh ji is sarkar ke pure hote vade.

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  22. Amit ji ek copy mujhe bhi send kar den s.c order ki aur jo application B.S.A ko deni hai wah bhi send kar den badi kripa hogi meri emel id
    luxmi1411@gmail.com

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  23. pls tel me the link of Anudeshak Bharti 11000

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  24. Amit ji agar aap mujhe padh pa rahe h to plz mujhe b SC ORDER ki Copy available karaye.
    My mail ID is—
    vishy528@gmail.com

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  25. Amit ji jo application B.S.A ko deni hai wah send kar dena badi kripa hogi meri email id sky.5473@gmail.com


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  26. pls pls koi tet mitr hmko bhi sc ki copy send krde.
    my e mail id- Rakimkuraishi@gmail.com
    bhai log zrur copy bhej dena.mehrbani hogi.

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  27. Amit ji mero ko apne sc ki order copy to send kar di. Thank u 4 that. Plz application ka format bh send kar dijiye. At my email I'd. tyagideepika15@gmail. com

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  28. amit sir pls send me too a copy of 17 dec order on nainsakha@gmail.com

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  29. amit sir pls send me too a copy of 17 dec order on nainsakha@gmail.com

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