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Sunday, February 7, 2016

मुकाबलाः पंजाब में पहली बार आमने-सामने होंगे अरविंद-योगेंद्र मंदिर नहीं, मूर्तियों की दुकान निकली आप: यादव

मुकाबलाः पंजाब में पहली बार आमने-सामने होंगे अरविंद-योगेंद्र

मंदिर नहीं, मूर्तियों की दुकान निकली आप:  यादव


 





योगेंद्र - आप एक ऐसी पार्टी रह गई, जो सिर्फ अपने या पराए के स्तर पर अंतर करती है और आरोपों का सामना कर रहे अपने नेताओं का अंत तक बचाव करती है। 
आप आज कांग्रेस, भाजपा, सपा या अन्य पार्टी की तरह ही चुनाव जीतने, सरकार बनाने और हर कीमत पर उसे बचाने तक सीमित हो गई है। योगेंद्र यादव ने आप की मूल संस्था इंडिया एगेंस्ट करप्शन को समाप्त करने को भूल करार दिया। कहा कि इसके कारण पार्टी पर नजर रखने और मार्गदर्शन करने वाला कोई नहीं रह गया। योगेंद्र ने स्पष्ट किया कि पार्टी का गठन करते समय यह सुनिश्चित करेंगे कि स्वराज अभियान स्वतंत्र रूप से काम करता रहे।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाएंगे

योगेंद्र यादव ने कहा कि वह वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति विकसित करना चाहते हैं। किसी भी तरह से पार्टी बनाना और चुनाव लडऩा उनका उद्देश्य नहीं है। इस विषय पर सबकुछ सार्वजनिक तौर पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए होगा। 
स्वराज अभियान का जिक्र करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि यह एक प्रयास है देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में जो ऊर्जा पैदा हुई थी, उस ऊर्जा को बनाए रखकर राष्ट्र के विकास के लिए उपयोग किया जाए।
स्वराज अभियान संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा कि हो सकता है कि आप सरकार कांग्रेस या भाजपा सरकार की तुलना में बेहतर हो, लेकिन दिक्कत इस बात की है कि जिन आम लोगों ने इससे अपने सपनों को जोड़ा था, उनके साथ कुठाराघात हुआ है।




नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल से अब तक जुबानी मुकाबला कर रहे योगेंद्र यादव अब पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्ट(आप) को टक्कर देंगे। सूत्रों की माने तो योगेंद्र यादव ने राजनीतिक दल बनाकर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। इसका विधिवत ऐलान होना बाकी है।

पंजाब विधानसभा चुनाव से होगी शुरुआत

लोग अभी कयास ही लगा रहे हैं कि पार्टी बनाने के बाद पहला चुनाव पंजाब से लड़ेंगी, लेकिन कुछ हद सच्चाई भी नजर आ रही है। इसके पीछे पंजाब से आप के बागी सांसदों का पर्दे के पीछे का समर्थन भी है।

योगेंद्र यादव का पार्टी बनाने के बारे में कहना है कि वह एक नई पार्टी बनाना चाहते हैं जो आतंरिक लोकतंत्र, पारदर्शिता, जवाबदेही के मानकों पर खरा उतरकर देश भर में उर्जा का संचार करे।

यहां पर याद दिला दें कि योगेंद्र यादव ने आप पर आंतरिक लोकतंत्र खत्म कर एक आदमी के हाथ में पार्टी की बागडोर होने का विरोध जताया था। इसके बाद उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था।

पार्टी बनेगी पर खत्म नहीं होगा स्वराज अभियान

फिलहाल स्वराज अभियान के संयोजक योगेंद्र के मुताबिक, वह पार्टी का गठन करते समय यह सुनिश्चित करेंगे कि स्वराज अभियान स्वतंत्र रूप से काम करता रहे और इसका प्रस्तावित पार्टी में विलय न हो।

उन्होंने इस संदर्भ में आम आदमी पार्टी की मूल संस्था ‘इंडिया एगेंस्ट करप्शन’ का जिक्र करते हुए कहा कि उसे समाप्त करना एक भूल थी, जिसके बाद से दिक्कत शुरू हुई थी।

स्वराज अभियान के अगुवा किसी भी तरह से पार्टी बनाना और चुनाव लड़ना हमारा उद्देश्य नहीं है। इस विषय पर जो भी होगा, सार्वजनिक तौर पर और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिये होगा ।

समकाली मुद्दों पर रहेगी नजर

यादव के मुताबिक, हम स्वराज अभियान के साथ-साथ पार्टी में भी समकालीन मुद्दे पर ध्यान देंगे।