?Court No. - 30
Case :- WRIT - A No. - 6333 of 2013
Petitioner :- Ravindra Babu Shriwas And Ors.
Respondent :- State Of U.P.Thru Secy & Ors.
Petitioner Counsel :- Radha Kant Ojha
Respondent Counsel :- C.S.C.
Hon'ble Amreshwar Pratap Sahi,J.
Sri Upendra Singh, learned Standing Counsel states that a counter affidavit as desired by this Court is under preparation in respect of other reasons as well so as to provide complete information with regard to status of selections.
Put up on Tuesday next.
Order Date :- 12.3.2013
Manish
Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2439902
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Matter is related to PG Degree issue. Is M.A Degree Equivalent to PG Science ? Can M.A Degree Quality Points can be added for Selection of Science Teacher
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In GGIC Female Teacher also such thing may happened, (Old News of Amar Ujala) -
डीम्ड यूनिवर्सिटी, संस्कृत विवि की छात्राओं की बल्ले-बल्ले
यूपी बोर्ड को सीबीएसई ने पछाड़ा, नामचीन विवि भी पिछड़े
छूटे हुए १०९ अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग २८ जून को होगी
अमर उजाला ब्यूरो
वाराणसी। राजकीय बालिका इंटर कालेजों में एलटी ग्रेड के चयन में सैम्स हिगिंम बाटम डीम्ड यूनिवर्सिटी इलाहाबाद, रोहतक विश्वविद्यालय और संस्कृत विश्वविद्यालय की छात्राओं की बल्ले-बल्ले है। सूत्रों के मुताबिक स्नातक स्तर पर इन तीनों विश्वविद्यालयों और इंटर स्तर पर सीबीएसई की छात्राओं ने मेरिट में बाजी मारी है। बीएचयू और अन्य विश्वविद्यालयों के अभ्यर्थी मेरिट में पिछड़ गए हैं। संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय में सहायक अध्यापिकाओं की काउंसिलिंग की प्रक्रिया के बाद ये तथ्य सामने आए हैं।
काउंसिंलिंग के लिए ५१९ अभ्यर्थियों को काल किया गया था। इनमें से ज्यादातर अभ्यर्थी उक्त तीनों संस्थानों के हैं। बीएचयू से स्नातक और बीएड की डिग्री लेने वाले अभ्यर्थी मेरिट में काफी नीचे हैं। चयनित अभ्यर्थियों की सूची देखकर कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरत में हैं। यही नहीं चयन प्रक्रिया में परास्नातक की डिग्री पर भी अंक रखा गया है। ऐसे में बीएससी करने वाले कुछ अभ्यर्थियों ने डीम्ड यूनिवर्सिटी की एमए की डिग्री लगाकर मेरिट में अपना स्थान पक्का कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि काउंसिलिंग के बाद शैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन होगा। ताकि फर्जी डिग्रीधारकों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। फिलहाल ५१९ में १०९ अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग छूट गई है। इनकी काउंसिलिंग २८ जून को होगी। अभ्यर्थियों को काल लेटर भेज दिया गया है।
टीईटी घोटाला ः गैंगेस्टर का चार्ज फ्रेम न करने की अर्जी खारिज कानपुर। टीईटी घोटाले के आरोपियों पर गैंगस्टर का चार्ज फ्रेम न करने की अर्जी खारिज कर दी गई। अब इस पर 19 मार्च को सुनवाई होगी। उधर, गुरुवार को जिला जज कोर्ट में एक अभियुक्त के पेश न होने के कारण आरोप तय नहीं हो सके। अब 23 मार्च को सुनवाई होगी।
ReplyDelete
ReplyDeleteAaj gunak merid bale students coart me writ dalne ja rahe hai .
Ab kya hoga
Uptet News
ReplyDeletegood morning...
sorry for late update...
aaj court me kuch nahi hai.. aur na hi abi koi date confirm hai ki kab kya hona hai... afwahe na failaye aur na in afwaho pr viswas karke apna viswas kamjor kare.... jab b koi athauntic news milegi i will post... tab tak aap healthy dscsn rakhe... koi b date nahi hai jo kaha ja sake ki is date me final ho jayega... so keep enjoy frnds..... wait and watch......
thanks.......
Vinay Pandeyposted toUPTET & Appointment as Primary Teachers
ReplyDeleteMere tet suporter sathiyo..aaj hum 1981 adhyapak seva niyamawali ko padhe aur ye paye ki is niyamavali me avi tak 16 sansodhan ho chuka hai..aur 16 va sansodhan s.p gov. Ne avi hal me hi kiya hai jisme tet ko ek patrata mana gaya hai aur c.tet ko v primery aur junior k liye patra mana gaya hai,.jabki 15 va sansodhan maya gov. Ne oct 2011 me kiya tha jisme tet exam ko arhata mana gaya tha..1981 me rajy vidhan sabha dwara parit yah niymawali vastav me rajy k adhikar k liye banaya gya hai .yadyapi shiksha samvarti suchi me aata hai aur is par kendra aur rajy dono ka adhikar hai..kendra ki sanstha n.c.te jaha kendra k adhikar ka kriyanvayan karta hai vahi ye niymavli rajy ko adhikar pradan karta hai..siksha k adhikar me 65% jaha kendra dhan deta hai vahi rajy ka 35% hissa hi kharch hota hai..bhaiyo seva niymawali ko padhne k bad hum ye paye hai ki sachiv dwara nikala gaya old add nischit hi sahi tha..jise radd kar diya gaya..radd karne ka karan tha alag alag dist k b.s.a dwara alag alag add nikala jana tha magar ye tab lagu hota jab b.s.a dwara direct joining di jati. Jabki old add me sirf prashikshu sikshak k training k liye awedan mage gaye the..jo ki b.s.a k adhikaro ka hanan nahi karta hai..b.s.a ka adhikar sirf joing dete waqt tha na ki prasikshu sikshak ka add nikalne ka adhikar. Vastav me sachiv dwara ek sath nikala gaya prashikshu sikshak ka add sahi tha aur ye add bahal hone ki puri sambhavna hai..bas rajniti ne old add ka galat kar radd kiya jabki ye sahi tha..old add triple bench me jarur bahal hoga kyuki usame koi technikal falt nahi hai...seva niymawali aur n.cte k niymanusar tha old add.
मुकेश वर्मा
ReplyDeleteआखिर किस तर्ज पर लड़कियों के सेक्स की आयुसीमा १६ साल की गयी हैं ? कोई सर्वे किया ? या दस लड़कियों की भी प्रतिक्रिया जानी ? माँ-बाप से पूंछा ? भाई से पूछा ? समाज के कौन वों ठेकेदार हैं जिनकी लडकिया हवस में पागल हुयी जा रही हैं , यौवन का उन्माद उनसे बर्दाश्त नही हो रहा हैं , किस खानदान की हैं वों लडकियां , क्या खून हैं उनका , जिनकी बदौलत आज हमारी बहिन बेटियों को अपने माँ बाप से निगाह मिलाने पर भी शर्म आ रही हैं .....
ये तो कोई नियम ना हुआ घड़ी डिटरजेंट वालो का विज्ञापन हो गया कि '' पहले इस्तेमाल करो फिर विश्वास करो '' और माँ बाप कानूनन कुछ कह नही सकेंगे इसलिए '' मोम - डैड ..आप कर सकते हो तो बर्दाश्त करो '' ??????? हद हो गयी नीचतापन की ...हद हो गयी ....... इस कानून के पारित होने से सिर्फ और सिर्फ बुरे परिणाम ही नज़र आएंगे जैसे ना जाने और कितनी ही लड़कियां बिन ब्याही माँ बनेंगी, ना जाने कितने ही बच्चे नाजायज़ और अनाथ बनेंगे और ना जाने कितनी ही भूर्ण हत्यायें होंगी। क्योंकि 16 वर्ष की उम्र में अगर बच्चे अपनी मर्ज़ी से शारीरिक संबंध बनाते हैं और उन्हें गर्भ ठहर जाता है तो लड़का 21 और लड़की 18 से पहले शादी नहीं कर सकते, तो ऐसी स्थिति में लड़की के पास 4 रास्ते होंगे :-
1) या तो वो एक बिनब्याही माँ बनकर ज़िल्लत भरी ज़िन्दगी जिए।
2) या तो वह अपने बच्चे को जन्म देकर उसे अनाथ होने के लिए किसी कचरे के डब्बे में या अनाथालय की सीढ़ियों पर छोड़ दे।
3) या वो गर्भपात करा दे।
और अगर वो इन तीनों को करने में असफल होती है तो आखिरी विकल्प बचेगा
4) आत्महत्या।
दिल्ली गैंगरेप के मुख्य आरोपी राम सिंह
ReplyDeleteके पिता ने आरोप लगाया है
कि साथी कैदी राम सिंह के साथ दुष्कर्म
करते थे। खबर पढ़कर हमारा नत्थू नाई
जानना चाहता है की जेल में बंद अन्य
कैदी राम सिंह के साथ सिर्फ दुष्कर्म
ही करते थे या दुष्कर्म करने के बाद रॉड
भी डालते थे?
Shalabh Tiwari
ReplyDeleteजहां तक मैं जानता हूँ नॉन टेट वाले तो इस केस में पार्टी ही नहीं थे,,,,मामला फुल बेंच को हरकौली जी ने रेफर किया था,,अगर ऐसा किया जाना जरूरी ना होता तो क्या वो मात्र अशोक खरे के कहने से ही रेफर कर देते,,, भाई ,,,,समस्या यह कि कुछ लोग सिंगिल बेंच के समय से ही एन-केन प्रकारेण न्याय प्रणाली पर उंगली उठाने में आवश्यकता से अधिक रुचि दिखा रहे हैं,,,,, मुझे तो आज तक समझ नहीं आया कि उनमें से एक ने भी अपने जीवन में Legal jurisprudence की किताब तक नहीं देखी है,,इनको कैसे समझाया जाए सरकार हरकौली साहब के कोर्ट से हारने के तुरंत बाद टेट मेरिट से चयन प्रक्रिया प्रारम्भ नहीं करने वाली थी,,,हम अगर कंटेम्प्ट करते भी तो वो मामले के फुल बेंच में होने का बहाना बना देती,,,, नॉन टेट वाला आदेश इस सिद्दांत पर आधारित है कि 6 month की VBTC Training के पूरा होने के बाद नियुक्ति हो रही है ,,चूँकि नियुक्ति से पूर्व टेट पास करन अनिवार्य है ना कि ट्रेनिंग के लिए ,,इसलिए सरकार का नया विज्ञापन जो कि NCTE की गाइडलाइन के अनुकूल ना होकर पूर्व में हुयी विशिष्ट की भर्ती के अनुसार है,,,,जबकि हमारा विज्ञापन पूरी तरह NCTE के पहले नियुक्ति बाद में ट्रेनिंग की गाइडलाइन को follow करता है,,,,इसके पीछे NCTE की मंशा यह रही होगी यदि बी.एड वालों को बिना टेट पास किये एकैडमिक के आधार पर ट्रेनिंग के लिए पात्र मान लिया गया और उनमें से आधे भी इतने बड़े गधे निकले कि आजीवन टेट पास ना कर सके तो ना सिर्फ प्राथमिक सहायक अध्यापक के पद खाली रह जायेंगे बल्कि उनको ट्रेनिंग देने में खर्च धन भी जाया चला जाएगा,,,,,मायावती ने असल में विज्ञापन तो निकाला सहायक अध्यापक का (जिसे पांच साल के भीतर विशिष्ट ट्रेनिंग करके और उसके बाद होने वाली परीक्षा को पास करके ही पूरी तनख्वाह मिल सकती है,,,,जब तक ट्रेनिंग पूरी नहीं होती तब तक अनट्रेंड भत्ता मिलना था) ,,,,,और उसका नाम रख दिया प्रशिक्षु अध्यापक ,,यही पर आकर सारा कन्फ्यूजन शुरू हो गया,,,,,सरकार फुल बेंच में जितना नहीं चाहेगी,,,लेकिन हम उसे जीतने के लिए बाध्य करने हेतु वहां भेजे जा रहे है,,,,,वक्त ने हमें और सी.बी.यादव को एक ही पक्ष में खड़ा कर दिया है,,,,,,सरकार अपने विज्ञापन की शर्तों से मुकर नहीं सकती,,,, उसे जीतना होगा और उसके जीतते ही वह हार जायेगी,,,,,,, न्यायमूर्ति भूषण द्वारा शतरंज की क्या शानदार चाल चली गई थी,,,हारी हुयी बाजी को जीतना जिसे आता है,,वो इस जहाँ में सिकंदर कहलाता है,,,,,,,,,,,और बाजी जीतने के बाद भी हार जाने वाला????????बन्दर कहलाता है,,,,,
काश बी.टी.सी. विशिष्ट बी.टी.सी.,शिक्षा मित्र,,,सभी के लिए CTET पास होना अनिवार्य कर दिया जाता तो सारी समस्याएं जन्म लेने से पहले ही दफ़न हो जातीं,,,,जब टेट इतनी सरल आयी तो लोगों को उसका भूत सपनों में आता है,,,,,नकलची CTET का तो नाम सुनते ही मर जाते ,,,,
dear freinds,
ReplyDeletemain yahaan par pure tet supporter ko invite karta hun, mujhe aaltu faaltu(12th paas .b
current b.ed,nontet,gunaank,bharti suppo.,under gradu.)logon ki jarurat nahi hai,
aur na hi mujhe kisi ke sawaalon ke jawaab dene ke liye salect kiya gaya hai,ye sab main apni marzi aur self satisfaction ke liye karta hun,
mere chaahne waale 1 bhai ne kaha ki "umadev aap kisi ke kutarqon ka jawaab mat diya karo, aur maine bhi aisa hi soch rakha hai,
agar kisi ko meri post aahatt karti hai to wah yahaan par aata hi kyon hai?
ab main un bhaiyon se bbat karna pasand karunga jinke no. mere paas save hain,
agar ki ko new no. se baat karni hai to usse apna
1-uptet roll no.
2-date of birth
3- own name(not any other)
4-online form me likhe no. se SMS 24 hour pahle kar de verificatoin ke baad usse baat ki ja sakti hai
otherwise abhi itne hi bahut hain........................
abhi maine dekha ki oopar post me 1 saurabh bhai likh rahe hain
""""Aaj gunak merid bale students coart me writ dalne ja rahe hai .
Ab kya hoga""""""
inki spelling to dekho ab aap log ye batao ki mujhe inse baat karni....................................
aur pahli baat ki gunnank waale writ file to kar hi nahi sakte., agar aisa hota to govt. ne abhi tak stay hataane ke liye koi prayaas kyon nahi kiya bhai
ab ladaayi ka mazaa aayega
1-GHODA
2-GADHAA
3-KHACHCHAR me se dekhna hai kaun..............................
उठेंगे चलेंगे गिरेंगे-उठेगें, मगर आखिरी साँस तक हम लड़ेंगे!
ReplyDeleteजिंदगी मौत से हो गई है बत्तर,अब मौत से नहीं डरेंगे!
हमें आम-इंसान कब तक कहोगे !
फांस बनकर अगले इलेक्शन में चुभेंगे !
तारीक के भरोसे न रहने वाले अब हम !
हवाओ से आगे बढ़ेंगे !
नहीं मरने वाले अब बेमौत हम !
मरना है तो लड़ कर मरेंगे!
जो हक है हमारा हमको दे दो !
वर्ना छीन के हम रहेंगे !
Kaveri Gupta Uptet
बीएसए या नियुक्ती प्राधिकारी द्वारा ऐसा कोई विज्ञापन 23 अगस्त 2010 के पहले जारी कर दिया गया है ,,,,,,तो उसमे आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों पर टेट लागू नहीं होगा बशर्ते अभ्यर्थी ने अपना प्रशिक्षण 23 अगस्त 2010 के पहले सफलता पूर्वक पूर्ण कर लिया हो,,,,,,,,,,,,
ReplyDeleteनॉन टेट बीएड ऐसा कोई भी अभ्यर्थी ये माँग करने कोर्ट नहीं गया था कि हम पर टेट लागू नहीं होता है,,,,,,,,,नॉन टेट बीएड को शामिल करने का आदेश, कोर्ट ने अधिसूचना के नियमो की व्याख्या करते हुए स्वयं अपनी तरफ से अपने विवेक से दिया था,,,,,पूरा फैसला पढ़ें उसमे कई तथ्य क्रमांक से बताए गए हैं कि किस पर टेट लागू है और किस पर नहीं,,,,,,,
Sujeet Singh
ReplyDeletedo din ke kathin parisram ke bad kal sam ko non tet aur apani file HON.C.J.SIR ke table tak pahuch gayi hai...ab sab kuchh HON.C.J.SIR ke vivek par hi nirbhar hai...LARGER BENCHbanaya jaye ya nahi...nahi banaya jaye to dono file final order ke liye kaha jaye..banaya jaye to kaum membar hoge..kab tak bench banegi..sabkuch h HON.C.J.SIR tay karege..abhi SIR ne kuch bhi decide nahi kiya hai...isme kitana samay lagega sayad monday tak clear ho...so relax and wait..be hopeful...
Hi koi news h kya.
ReplyDeletemantu rai ji yaha khabari sirf apani atab ki hi khabar post karata he.. usase bada chilandu koi nahi bahut bada wala baklandood he.. fir se bharti kha gaya he ye purana kamina he..
ReplyDeleteUptet Tet-Base Raj
ReplyDeleteAgar kal bench gathit ho jati to aaj sunwai hone k chance the lekin aaj bhi iss bare me kuchh nhi ho paya. So Monday tak ka wait date k liye lekin humara case T.B me suna jaane laayak hai bhi ya nhi, abhi to iska bhi decision nhi ho paya hai. Agar C.J mahoday ko lagta hai ki ise non-tet k sath joda jaaye ya waapas D.B me, tbhi iske bare me nirNay ho payega. Agar Monday ko date milti bhi hai to next Friday ki hogi hi.
Vinay Pandeyposted toUPTET
ReplyDelete&
Appointment as Primary Teachers
Mere tet suporter sathiyo ,ye sach hai ki triple bench k sifarish ki hamari file kal sham tak chief justice ofice me recive ho chuki hai magar chief justice ne us par avi tak vichar nahi kiya hai kal sunday hai aur monday ko chief justice of india altamas kabeer (supreme court) alahabad high court me aane wale hai sayad unke aane se unke welcome me chif justice alahabad shivkirti singh busy rahe to monday ko v triple bench gathan ki sambhavna bahut kam hai..sayad tuesday ko vichar kiya jay..
SUPRIME COURT KA ADESH .......aur ....ATUT NIYAM ...KI
ReplyDelete" KISI BHI GAME KE PAHALE RULE BANAYE JATE HAIN ,BICH ME NAHI "
>>>>>>>>>
..Jab TET MERIT se selection ki baat huyi thi ki 72825 ka chayan TET MERIT ke adhar par hoga , to us samay mayawati ki PURN BAHUMAT wali gov. thi aur wo TET MERIT ka faishala CABINATE ME LIYA GAYA tha .wo cabinate tha na ki nautanki wala theater .......
jab purn bahumat wali gov ki cabinate me koi faisala lete huye TET MERIT base par selection ki baat ko sarvsammati se parit kiya gaya tha aur sare form fill ho chuke the aur merit bhi ban chuki thi ... tab SATTA BADAL GAYI...
to fir nayi gov. us faisale ko beech me kaise badal sakati hai ... ye ORDER SC BHI NAHI DETA ....
Ab DOUBLE BENCH se rahat tet merit ke favour me hi milega aur nahi milega to nishchit hi ye SC me jayega ye wada hai ...
Aur SC me SC khud janati hai apana diya huwa order aur khel ke ATUT NIYAM ki
......." KISI BHI GAME KE BEECH ME NIYAM CHANGE NAHI KIYE JATE "
to fir waha gov. kis muh se GUDANK KA GHINAUNA RAAG ALAPEGI ....aur TET ME DHADHALI KE SABUT BHI NAHI USAKE PASS KI TET RADD KI JAYE TO ....waha se
.... yani SC se ab TET MERIT 200% VIJAYI HOGI .........
YE baat sir HARKAULI bhi janate hain .... isaliye ab TET MERIT banane se koi nahi rok sakata ......
aur rahi baat NON-TET walon ki to unka is bharti se koi lena dena nahi hai kyuki ye bharti wahi bharti hai ...pichhale saal wali isame ve kaise samil honge .....impossible.
.........................to ab TET MERIT HI CLEAR HOGA LARGER BENCH SE .... koi nahi rok sakata ....................
JAI TET MERIT ....... JINDABAD THI... JINDABAD HAI ..aur JINDABAD RAHEGI..
uttar pradesh police si bharti --
ReplyDeletepahle - 10km race + gd
ab- 4km race + none
" KISI BHI GAME KE PAHALE RULE BANAYE JATE HAIN ,BICH ME NAHI "
follow nahi ho raha hai.
logon ne case kiya par kuch nahi hua.
Bakloli hai
ReplyDeleteNew date kya hai kisi ko kuch idea hai.ya holi ke baad..
ReplyDeletepolice bharti to abhi suroo bhi nahin hui hai aur jab suroo hogi tab beech me niyam nahin badal sakte.
ReplyDeletePrafulla Tiwari
ReplyDeleteGabrayen nhi dhirey rakkhen man mein poora viswaas rakkhen new add. to ladai sey baher ho chuka hai non tet walley humsey kya takraengey C.J. ney larger banch mein humari sunwai ko abhi tak accept nhi kiya hai . Dear friends plz. enjoy step by step of the game and last tet merit won the final match
Gic ki joining to ho rahi hai ki band .waise ye to galat hai.ma pg msc pg ek kaise ho sake .jabki msc me no kam hi hote hai.gic se related news post karo
ReplyDeleteyadi final decision k baad bhi sarkar ne apni neechta dikhaee to ham sab kasam khalen ki use bakhsenge nahin aur sarkar ko ye yaad dila denge ki yadi wo bahumat me hai to ham bhi alpmat me nahin hain.
ReplyDeleteVinay Pandey
ReplyDeleteMere tet suporter sathiyo..jaisa ki ap log jante hi hai..n.c.te kendra sarkar ki ek sambaidhanik santha hai jisake char reginol ofice hai jaipur delhi chennai aur bhopal..uttar pradesh jaipur reginol ofice k antargat aata hai..n.c.t.e bharat sarkar k h.r.d mantralay k karyo ka kriyanvayan pure desh me karwata hai..n.c.t.e ne 23.08.2010 ke notification k madhyam se tet ko 1 se 8 tak ke teacher banane k liye jaruri kar diya hai..aur samay samay par isme sansodhano k jariye parivartan v kiya gaya hai ,ab tak notification me 2011 aur 2012 me 2 bar sansodhan kiya ja chuka hai..n.c.t.e ne tet ko ek patrata exam jarur mana hai par usne apne notification me iske waitage aur arhata manane se v mana nahi kiya hai..maya gov. Ka ise arhata banana 1981 seva niymawali me 15va sansodhan 2011 me kiya gaya..aur ise base of selection mana gaya tha..jo ki sambaidhanik rup se thik tha..tet ka watage anek rajy de rahe hai, bihar me charo digri ka ausat +tet me 100 par 2 mark 110 par 4 mark 120 par 6 mark and 130 par 8mark diya ja raha hai.vahi punjob me 10 ka 10% 10+2 ka 20%,b.a ka 30% aur b.ed 40% tet 50% jodke merit ban rahi hai..central me v c.tet ka number+50 number ka intervieW LEKE SELECTION DIYA JA RAHA HAI...TO KYA VAHA TET EK PATRATA NAHI HAI..ITANA TO TAY HAI KI N.C.TE NE ISE BASE OE SELECTION BANANE SE KABHI MANA NAHI KIYA HAI..
एक और बेवकूफ़ी भरा कानून लागू किया गया है अपने यहाँ, जिसके अंतर्गत अब 16 साल की कम उम्र के बच्चों को शारीरिक संबंध (सेक्स) करने की अनुमति दे दी गयी है। यह तो भगवान ही जाने कि इस कानून से किसका भला होने वाला है मुझे तो इस कानून में दूर-दूर तक कोई अच्छाई नज़र नहीं आती, कैसे भी सोचो यह बात हर तरह से गलत ही नज़र आती है। बच्चों पर बुरा असर डालने के लिए पहले ही बहुत सी चीजों की कमी नहीं थी और अब तो कानून ने भी उस सब पर अपनी मोहर लगा डाली। अब क्या होगा इस देश का भविष्य पहले ही जनसंख्या कम नहीं है और अब शायद इस मामले में विश्व कीर्तिमान स्थापित करेंगे हम। हद होती है बेवकूफ़ी की, ड्राइविंग लाईसेंस के लिए 18 साल, शराब पीने या नशा करने के लिए 21 साल और शादी करने के लिए भी लड़का 21 का और लड़की 18 की होनी चाहिए मगर शारीरिक संबंध बनाने के लिए 16 वाह रे...वाह!!! हमारी सरकार, जय हो ....
ReplyDeleteअरे अगर गलत कानून को ही पारित करना था तो, बाल विवाह को ही जायज़ करार दे देते...कम से कम अच्छा या बुरा उसका जो भी परिणाम होता माता-पिता की निगरानी में तो होता और कुछ नहीं तो एड्स का खतरा तो कम से कम कुछ प्रतिशत घट ही जाता और उससे भी अहम बात यह बुरे परिणामों का खामियाज़ा कम से कम अकेली लड़की और उसके घर परिवार को तो नहीं भुगतना पड़ता क्यूंकि कहीं न कहीं अभिभावकों पर भी उसकी पूरी ज़िम्मेदारी होती ।
मगर अब इस कानून के पारित होने से सिर्फ और सिर्फ बुरे परिणाम ही नज़र आएंगे जैसे ना जाने और कितनी ही लड़कियां बिनब्याही माँ बनेंगी, ना जाने कितने ही बच्चे नाजायज़ और अनाथ बनेंगे और ना जाने कितनी ही भूर्ण हत्यायें होंगी। क्योंकि 16 वर्ष की उम्र में अगर बच्चे अपनी मर्ज़ी से शारीरिक संबंध बनाते हैं और उन्हें गर्भ ठहर जाता है तो लड़का 21 और लड़की 18 से पहले शादी नहीं कर सकते, तो ऐसी स्थिति में लड़की के पास 4 रास्ते होंगे :-
1) या तो वो एक बिनब्याही माँ बनकर ज़िल्लत भरी ज़िन्दगी जिए।
2) या तो वह अपने बच्चे को जन्म देकर उसे अनाथ होने के लिए किसी कचरे के डब्बे में या अनाथालय की सीढ़ियों पर छोड़ दे।
3) या वो गर्भपात करा दे।
और अगर वो इन तीनों उपायो को करने में असफल होती है तो आखिरी विकल्प बचेगा
4) आत्महत्या।
यह सब होने से भला किसका भला होने वाला है जिसे ध्यान में रखकर यह कानून बनाया गया है। मैं तो यही सोच-सोच कर हैरान हूँ कि यह बात भला किसी के दिमाग मे आई भी कैसे कि ऐसा करने से वर्तमान हालातों में कुछ या फिर किसी भी प्रकार का कोई सुधार आ सकता है। दामिनी कांड के बाद पहले ही लड़कियों का जीना हाराम हो गया है जहां एक और यह हालात है कि लड़की घर से बाहर निकली नहीं कि हर कोई उसे अपने बाप की जागीर समझता है।जिसके चलते दिन प्रतिदिन महिलाओं की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ऐसी परिस्थितयों में इस कानून के बाद तो लड़कियां और भी ज्यादा असुरक्षित हो जाएंगी आखिर क्या चाहता है यह समाज, कि लड़कियां हो हीं नहीं इस धरती पर, ताकि "ना रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी" हमारे समाज के लिए इस से ज्यादा शर्मसार और क्या बात हो सकती है। जहां एक ओर हमारे समाज में पहले ही महिलाओं और लड़कियों को समान अधिकार नहीं है। उन्हें हमेशा एक वस्तु की तरह ही समझा जाता है अधिकतर मामलों में उसे इंसान नहीं बल्कि केवल भोग की वस्तु ही समझा जाता है। जहां एक ओर महिला सशक्तिकरण के लिए हजारों संस्थाए दिलो जान से काम कर रही है। लोग महिला उत्पीड़न और बलात्कार के खिलाफ आज भी कानून का मुंह देख रहे हैं।
जहां लोग कानून व्यवस्था में सुधार चाहते हैं वहाँ इन हालातों में इस तरह के कानून को पारित करके आखिर क्या साबित करना चाहती है सरकार ?
kisi bhi test ka aim hota hai yogyata ko parakhna aur uske number uski wartman yohyta ka prtinidhitw karte hain.
ReplyDeletetet me bhi aisa hi tha but kya kisi exam ko matr 83-90 number ka exam bana dene se wastav me wah tet sahi mayne me tetst rah jayega?????
bilkul nahin wah ek "khana poori" test ho jayega aur sarkar ki mansha saf saf dikh raha hai ki aisi hi hai. .......akhir kyon????
tatha kathit dhandhli ki aad me aakhir aisa kaun sa swarth hai jo sarkar sidhdh karna chahti hai.
ctet ko beech me samil kyon kiya???
(jabki iski kisine koee mang nahin ki thi)
Good morning--Frnds
ReplyDeleteकब तक हमको सताओगे जोड़ के हाथ फिर आओगे,
कई सबiल तुम्हारे लिए सजाये हैं,जब बताएँगे तो सरमाओगे,
कभी तो खतम ही होगे गोली कब तक बन्दुक तम चलाओगे,
कभी तो सामने आएँगी लाशें किस किस के जगह छिपाओगे,
कलम हमारी हमें दे देना वर्ना इन हाथों में हथियार सजा पाओगे,
अब तक तोइंतजार कर लिया, कल सर पर कफ़न बंधा पाओगे,
हम भी बारूद लेकर चलते हैं,नजर मिली तो दहल जाओगे,
वो खुदा देख रहा है सब कारस्तानी, वहां वाहना क्या बनोओगे,
हमारा हक हमको दे दो,अगर बिगड गए तो रोक नहीं पाओगे.(Kaveri Gupta Uptet)
Sujeet Singh
ReplyDeleteaj bhi ham court me the aur aj bhi lagabhag kal jaisi sthiti hi bani hui hai... sambhawatah koi decision nahi lia gaya hai...agar decision lia gaya hota to NOTIFICATION aa gaya hota...ek bar fir spast karata hu...pahale L.B.ke membar HON.C.J.ke dwara tay kiye jayege jo ki abhi tak nahi kiye gaye hai....eske bad unake availibility ke anusar date decide hogi...membars aur date ka NOTIFICATION sath-sath ya alag-alag aa sakata hai...lekin alag-alag aane ke chance max.hai... SO WAIT and WATCH...
dosto is post ko jarur padana
ReplyDeleteBharti 72 hajar .
Madhari gov.
tamashe dekhne vale 3 lakh .isme se naukari 72 hajar ko milegi lekin 2 lakh log to tamasabin hi hai .ek madhari tet merit ka khel khela to dusare madhari ne jaadu dhikhakr sabhi 3 lakh logo ko naukari ka sapana wala khel dikhaya aur bachcho se kaha bachcho paise lao anaj bechakar maa ke gahane bechkar khud ko girvi rakhakar jaise bhi ho lao. bachchon ne diye ki ab khel ka maja milega aur khel pura v nahi hua tabhi ek madari aur kood pada aur usane 12 lakh bachcho ko v khel dikhane ka elan kiya ek tamasa khatm ni hota h aur dusra tamasha dekhane walon ki sankhya badati ja rahi thi aur vakil v madari hi ban gaye jo naya adhar aur old add ka khel suru kiya. wo to pura h nahi kiya tabhi dusara khel (tet v/s non tet)khel suru kar diya.ab naya madhari ki bhumika kaun karata dekhate rho.khel ek v pura ni lekin madari malamaal.
Aur tamasa dekhane wake kangaal ho gaye.
हाईकोर्ट की पूर्ण पीठ
ReplyDeleteकरेगी लेकिन कानून की अलग-अलग
व्याख्या ने शिक्षक भर्ती को उलझा दिया है।
इससे नियुक्ति की बाट जोह रहे
अभ्यर्थियों को लंबा इंतजार करना पड़
सकता है।
वस्तुत: प्रदेश में प्राथमिक
शिक्षकों की भर्ती के लिए
टीईटी की अनिवार्यता शुरू से
ही विवादों का घर रही है। पहले
इसकी परीक्षा को लेकर विवाद और बाद में
बीएड अभ्यर्थियों के मामले ने इसे और
उलझा दिया। टीईटी की गाइडलाइन पूरे देश के
लिए तय की गई थी लेकिन राज्य सरकार ने
शिक्षकों की भर्ती में बीएड अभ्यर्थियों के
लिए राह खोलकर तमाम विवादों को जन्म दे
दिया। बीएड अभ्यर्थियों के अपने तर्क हैं और
उनकी एक बड़ी संख्या है इसलिए उन्हें
उपेक्षित करना आसान नहीं था। इसी वजह से
बड़ी संख्या में याचिकाएं अदालतों में दाखिल
हुईं।
हाईकोर्ट में मतभिन्नता से अब यह
मामला पूर्ण पीठ को संदर्भित हुआ है जिससे
एक निश्चित नतीजे पर पहुंचने की उम्मीदें बढ़
गई हैं। वैसे अदालतों की अलग-अलग राय ने
एक बहस भी सामने ला दी है
कि किसी निश्चित गाइडलाइन को राज्य
सरकार क्या तोड़-मरोड़ सकती है? जहां तक
टीईटी का सवाल है तो कई राज्यों में ने इसे
सफलतापूर्वक अपना लिया है और
वहां शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया सही राह पर
चल पड़ी है।
विशेष अपील भी खंडपीठ के हवाले
टीईटी की अनिवार्यता वाले एक अन्य एकल
न्यायपीठ के फैसले के खिलाफ दाखिल विशेष
अपील को भी पहले से गठित पूर्ण पीठ के
समक्ष सुनवाई के लिए भेज दिया गया। नवीन
श्रीवास्तव व अन्य की विशेष अपील
की सुनवाई कर रही इलाहाबाद हाईकोर्ट के
न्यायमूर्ति सुशील
हरकौली तथा न्यायमूर्ति मनोज मिश्र
की खण्डपीठ ने प्रकरा को पूर्ण पीठ के
समक्ष रखने के लिए मुख्य न्यायाधीश
को संदर्भित कर दिया है। कोर्ट ने कहा है
कि विशेष अपील का फैसला पूर्ण पीठ के
द्वारा होने वाले फैसले से प्रभावित होगा। ऐसे
में दोनों मामलों की अलग-अलग सुनवाई किए
जाने का औचित्य नहीं है।
टीईटी पास होना अनिवार्य है किंतु शासनादेश
के तहत बीएड डिग्रीधारक भी सहायक
अध्यापक बन सकते हैं। शर्त यह
होगी कि नियुक्ति के बाद उन्हें 6 माह
का प्रशिक्षण लेना होगा।
-खंडपीठ का आदेश
टीईटी पास होना सहायक अध्यापक भर्ती के
लिए अनिवार्य है। जब
टीईटी अभ्यर्थी नहीं होंगे तब आवश्यक होने
पर बीएड की नियुक्ति की जा सकेगी किंतु वे
भी बाद में टीईटी पास करेंगे।
-न्यायमूर्ति अरुण टंडन
टीईटी शिक्षक भर्ती के लिए ग्रीन कार्ड
की तरह है।
कानूनी उपबंधों की सही व्याख्या किया जाना जरूरी है
इसलिए प्रकरण वृहदपीठ को संदर्भित
किया जाए।
-न्यायमूर्ति एपी साही
शिक्षक भर्ती में बीए, बीएससी के साथ बीएड
उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को शामिल करने के
आदेश का अनुपालन किया जाए। एक माह के
भीतर इस इस पर कार्यवाही हो।
-न्यायमूर्ति डीपी सिंह
mera kahna hai ki sabhi tet supporter se ki paper bahut easy tha are sari samsahya mayawati ji di hui hai aisha paper banaya ki poore desh mai sabse accha result aaya aur ek ochi rajneeti ki vote bank pane ke liye .agar accha paper banta aur acche ladke paas hote to ab tak 4 times uptet ka exam ho gaya hota koi dikkat na hoti sabhi log chilla rahe hai tet merit acd merit. ye to patrta ho jaishe net karne ka baad kisi ko naukri nahi di jati .ab tet ke baad ek exam aur le phir final selection le jai hind
ReplyDeletekya umadev sunil rajveer anya sabhi log meri baat se sahmat hain
ReplyDeleteयह बहुत अजीब है परन्तु सत्य है !!!
ReplyDeleteअब आपको अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए मोबाइल चार्जर की आवश्यकता नही है आपको केवल पीपल के दो हरे पत्ते चाहिए और कुछ समय बाद आपकी मोबाइल चार्ज हो जाएगी।
जल्द ही लोगों ने इसको सिख लिया फिर परीक्षण किया और पाया के परिणाम उत्साहजनक हैं। यदि आपकी मोबाइल की चार्ज ख़तम हो जाये और आप किसी जंगल के भीतर हो तो आपको किसी भी चार्जर की उपयोग की आवश्यकता नही। आप बस दो पीपल के पत्ते तोडिये और आपका काम हो जायेगा।
यह बहुत अच्छा विचार है और अपने मोबाइल चार्ज करने के लिए आसान है। आपको अपने मोबाइल की बैटरी को खोलना और पीपल के पत्ते के साथ कनेक्ट करना होगा। कुछ समय के बाद आपके मोबाइल की बैटरी चार्ज हो जाएगी।
हालांकि यह अविश्वसनीय है, लेकिन जैसे ही चित्रकूट के निवासियों को इस खोज के बारे में पता चला वे इस खबर को विश्वास नहीं कर सके। लेकिन जब वे इसको व्यावहारिक रूप से देखा तो घटना की सत्यता को स्वीकार किया।
अब सैकड़ों मोबाइल धारक इस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं और उनके मोबाइल फोन चार्ज कर रहें है।
जबकि वनस्पति विज्ञानियों के अनुसार, यह सिर्फ म्युचुअल ऊर्जा विद्युत ऊर्जा शक्ति में बदलना है जो बैटरी में संचित होता है। उन्होंने कहा कि यह शोध का विषय है।
पीपल पत्ती का उपयोग से मोबाइल की बैटरी चार्ज करने का मार्गदर्शन :-
1. अपने मोबाइल की कवर खोलिए।
2. बैटरी को निकाले।
3. पीपल / अश्वथ्थ पेड़ के दो ताज़ा पत्ते लीजिये।
4. अपने मोबाइल की बैटरी टर्मिनल पर इन पत्तियों के ठूंठ को एक मिनट के लिए छु कर रखिये।
5. अब मुलायम कपड़े से मोबाइल बैटरी टर्मिनल साफ करिए।
6. अपनी बैटरी फिर से आपके मोबाइल में रखिये और स्विच ओन करिए।
7. अब आप परिणाम देख सकते हैं।
8. यदि आवश्यक हो ताजा पत्तों के साथ इस प्रक्रिया को दोहराएँ
Vinay Pandey
ReplyDeletejo sarkar ne naye add hetu tark diye
wo is prakar hai 1-niyam bna sarkar ka
viseradhikar hai.cort -cort ne stay dene
se purw is tark ko ye kahkar kharij kiya
ki khel ke niyam khel ke pahle tay hote
hai chalti prakriya ke niyam nahi badal
sakte .cort ne kaha ki is bat ki kya
garanti hai ki apki sarkar ke jane ke bad
apke niyam ko galat kahkar niyukti radd
na kar de.sarkar chup ho gayi stay jari
ho gaya.ab sarkar ne naya game khela
tet radd karne ka . Ye chal bhi safal nai
hui.dhandhali prof nai kar saki ha ye bat
jarur hai ki kuch logo ne yojna bnai thi
dhandali karne ki paise bhi liye par
dhandali kar na sake.
Vinay Pandey
ReplyDeletejo sarkar ne naye add hetu tark diye
wo is prakar hai 1-niyam bna sarkar ka
viseradhikar hai.cort -cort ne stay dene
se purw is tark ko ye kahkar kharij kiya
ki khel ke niyam khel ke pahle tay hote
hai chalti prakriya ke niyam nahi badal
sakte .cort ne kaha ki is bat ki kya
garanti hai ki apki sarkar ke jane ke bad
apke niyam ko galat kahkar niyukti radd
na kar de.sarkar chup ho gayi stay jari
ho gaya.ab sarkar ne naya game khela
tet radd karne ka . Ye chal bhi safal nai
hui.dhandhali prof nai kar saki ha ye bat
jarur hai ki kuch logo ne yojna bnai thi
dhandali karne ki paise bhi liye par
dhandali kar na sake.
Prafulla Tiwari
ReplyDeleteDear brother and sisters humarey badey bhai aur active person NAVEEN SRIVASTVA K anussar L/B k liey 2 jUdges kA nAam pakka ho chuka hai AP SAHI JI and AMMBAWANI JI 3 judge kon hoga HARCOULI JI YA BAGHAIL ji yahi clear hona baki hai yey jald he faisla deningey air HOLI K SAATH SAATH DIWALI BHI JAROOR MANAENGEY EK HI DIN MEIN TET MERIT JINDABAAD
devesh G ,,,,,
ReplyDeleteaapki baat se koi sahmat nahi hoga ,,,,,
ye jo aap solution bata rahe hain wo solution nahi hai PROBLEM hai
paper itna easy hote hue bhi 60% log fil hain hote
vishvaas na ho to 83-89 waalon ko ki sankhya bhi dekh lo ,gunaank suppo. maximum inhi me se hain
top 100 me 30% log 83-89 waale hain, vishwaas na ho to kisi bhi diet ka....................
jabki up board exam. me 30% se kam log fail hote hain
agar ctet 4 baar ho chuki hai to isme central ki kya galti hai
achchha paper aap kise samajhte ho jisme jyaada log paas hon ya jyaada log.......................
mayawati ne samashya nahi SAMADHAAN diya hai carbon copy ke roop me aur 100% merit ke rup me
tet ke exam se pahle khel ke niyam bana liye gaye the
abhi baaki bahut kuchh hai likhne ko.............................................
uma dev ji aap kah rahe ho ki mayawati ji ne samashya nahi samadhan diya hai bsp sarkar ne janbuch patrta ko ahrta banaya chalo man lete hai ki theek hai lekin up board ko hi jimmedari kyoun saupi gayi sab kuch sarkar ke ishare par huwa taki neeche se uppar tak sab logo ko kamane ka mauka mile abhi tak tet exam ka hisab up board nahi de paya ab jail jane ke baari up board ki sachiv ki hai mai na to btc na bed lekin jo sahi ho uska saath dena chaiye
ReplyDeleteaur ek baat ctet mai obc ko 55 %mai nahi milta hai ctet ka certificate chuki bsp sarkar ne apne power ka use karte avam aane wale mla election ko dekhkar janbuchkar aisha kiya kya 83.90 taki sub log khush ho jaye.lekin huwa ulta aur sarkar wapas ab sp bhi wahi kam kar rahi na kisi ko khushi de sakti na ummed dena bus 2014 tak humko delhi jana hai wahi hoga jo abhi bahut kuch baki hai................
ReplyDeleteVinay Pandey
ReplyDeleteMere tet suporter sathiyo..avi sirf aur sirf afvah ud rahi hai larger bench k gathan par chief justice ne vichar to jarur kiya hai magar avi kisi v name ka sahi pta nahi chal paya hai..hamare wakil shashinandan k anusar jin namo par vichar hona hai unme varisthata k adhar chayan kiya jata hai..jisame chief justice khud rahte hai..aur varisthata me sushil harkoli ,sunil amwani, aur sambidhan peeth k judge pradip singh baghel g ho sakte hai..inhi charo me se 3 ho sakte hai..a.p shahi chuki singal bench me nirnay de chuke hai so unka chayan mushkil hai,aur d.b me harkoli g ne nirnay na dekar iske prabal davedar hai,shayad wo is bat ko jante the aur wo gov. Ko aage v apne nirnay ko manane k liye majbur karte rahege..hum judge sahab jaise nyay k devta ko naman karte hai..ap v judge sahab ko do word me samman de..
Sujeet Singh
ReplyDeletevisisit sutro se prapt jankaari ke anusaar jin hon. judge ke naam 3 sadasiy larger bench ke liye ho stkte hain unke naam hain
1. hon. sunil ambwani
2. hon. p.s. baghel
3. hon. a.p. sahi .....
.... lekin is sandharb me notification abhi jari nahi hui hai , wah seegrh hi jaari hogi ...
iske alawa date lagne ki bhi notification iske baad jaari hogi ya saath hi jaari ho....
hi...
ReplyDeleteUMADEV JI,
ReplyDeleteAAP HAJARO DILO KI DHADKAN HO..
BECAUSE
''GIRTE HAIN SAH SAWAR HI MAIDANE JUNG MEIN
WEI TILF KYA GIRENGE JO GHUTNO KE BAL CHALTE HAIN
THANKS ALOT
HAMARE JAISE BAHOOT SE LOG HAIN JO AAP KE COMMENTS KO READ KARTE HAIN...AUR LIKE KARTE HAIN...
With the Govt reducing the age to have legal sex to 16 years,
ReplyDeleteWe will soon need to introduce Bourn-Vita and Rasna ,& horlicks flavored condoms.
One more example of Incredeble India:-
ReplyDeleteAge of consensual sex has been brought down to 16yrs from 18yrs which means:
'People can have sex at 16yrs of age but cannot watch Adult movie until they are 18'
Larger bench( 3 judges )-----final list----------related to uptet prt stay case hearing
ReplyDelete1- A. P. SHAHI
2- SUNEEL AMBWAANI
3-PRADEEP SINGH BHAGEL
hearing date--22 march,2013(may be)
Vinay Pandey's wall
ReplyDeleteMy tet suporter sathiyo..it is true triple bench ka gathan ho chuka hai..s.k pathak g se bat huyi aur jin judgo ki niyukti huyi hai wo nimn hai.
1) a.p. Shahi
2) sunil amwani
3) pradip singh baghel
ap log nishchint rahe a.p sahi v ek kushal judge hai jo tet ko green card kah chuke hai...nontet jarur dhadam hoga aur tet merit bnegi.jai tet
PAHLI BAAT TO YE HAI KI NON TET KI HAAR SUNISCHIT HAI .001% YADI MAN BI LIYA JAYE KI WAH JEET GAEE TO NON TET KE LIYE ABHI (JAB TAK TET WALE MAUJOOD HAIN)KOEE TEACHER JOB NAHIN MILNE WALI HAI.
ReplyDeleteRAHI BAAT TET V/S ACD KI TO WAH COURT LAGBHAG TAY KAR HI CHUKA THA BUT NON TET K KARAN MAMLA THODA LAMBA AUR KHINCH GAYA HAI BAS.
devesh G
ReplyDeletemain na to sp ka na to bsp ka samarthak hun.but kuchh quality ki baat ho jaaye
1- maya me 1 good C.M. ki full quality hai
2- all over india me maya jaisa good & bad C.M. koi nahi hai
3-apne kathor faisle ke liye unhe jaana jata hai, jo 1 baar kah diya samjho.............
4-maya kabhi civil & edu. matter me paisa nahi khati thi.only construction level par...............
abb baat aati hai humare sath unhone kya sahi kiya
1- acd bharti ke chakra ko todne waali 1st C.M.
2-100% tet wtg dene waala 1st state u.p. jisse pahli baar u.p. ko achchhe teacheron ka guchchha milne ja raha tha
3-qust. paper ke sath carbon copy waala 1st exam
4- wrong quest.ko hataya jaana (court ka aadesh )
5-15 din me result haath me dena
6-agar humare paas carbon copy na hoti govt. hume kab ki .............
BAD PART
1-uptet junior ka exam karana jab junior ki posting nahi hoti hai, upgrate hote hain
2- exam se 4 din pahle tak base ka na pata hona
3-bsp dwaara abhi tak koi bayaan ya prayaas tet ke paxx me na aana, sachiv ka koi bachaaw na karna
GOOD EVENING DOSTO....
ReplyDeletesingle... double.... and now.... triple....bench. dosto ye koi process ke point nahi balki... loose politics aur judicial ke results hai... varna district court ho ya supreme court akhir pure india me ek hi sawindhan ki dhara aur adhniyam hai... ya court ki bench change hone par sawidhan ki book bhi change hoti hai... same condition par lower court aur upper court ke faisle ek jaise kyo nhi aate... kyo hume lower court se sahi faisla nhi mil pata hai../ jab koi case tripal bench ke layak hota to us case saal ya do saal tak lower court me chalaya jata hai...?????? are dosto yanha koi kuch kahne wala nhi. hota hai ... agar koi kahta hai to samne wala deaf (bahra) hone ka proof dene me safal hota... bas file band.. triple unhi judges ki hoti hai jo single aur double bench me hote hai.... matlab.. wi sab indian college se LLB aur LLM kiye hote hai... sahi taswir aapko film JOLLY LLB me clear ho jayegi... thanx../ to you all.../ and sorry to our.......??? wait for next post about triple bench About results.
एक नाजायज़ बच्चे की पाती जो कभी पते तक नहीं पहुँचेगी मगर लिखी ज़रूर जायेगी )
ReplyDeleteमाननीय मंत्री महोदय ....
हमने आपका क्या बिगाड़ा था जो आपनेहमें हरामी बना दिया। हमारी माँ को आपने १६ वर्ष में सम्बन्ध बनाने की अनुमति दे दी मगर शादी के लिए कहा २ साल इंतज़ार करो .... पर हम तो इंतज़ार करने से रहे ...माँ ने गर्भपात कराना चाहा तो वहाँ भी डाक्टर ने नाबालिग कहकर इंकार कर दिया ....अब १६ में संबंध और १८ में शादी तो कुछ ऐसा ही हुआ जैसे कोई हमें खाने तो दे पर “पाटी” ना करनेदे....नाक ना सिकोड़े महोदय ...हम बच्चो की अक्ल में ऐसी ही मिसाल आती है |
नाउम्मीदी के साथ यहाँ आपसे कुछ सवाल हैं:-
१ : आपके कानून के लिहाज से हमारी माँ वयस्कों की फिल्म नहीं देख सकती तो फिर वयस्कों के खेल, कैसे खेल सकती है ?
२ : हमारी दादी कहती थी कि उनके ज़माने में शादी बचपन में हो जाती थी लेकिन “गौना” यानी शादी वाला सम्बन्ध जवान होने पर होता था...हमारी मम्मी का मामला ऐसा हुआ मानो गौना बचपन में और शादी जवानीमें ....तो हम पिछले ज़माने से आगे आये हैं या पीछे गये हैं ?
३: “घोटुल” के बारे में सुना था लेकिन वहाँ भी सम्बन्ध और शादी में २ साल का अवैध संतानों से भरा फासला नहीं है ....२१ वी सदी का कानून क्या घोटुल से भी आदिम है ..?
४ : नौकरी की उम्र आपने कही १८ रखी है कहीं 21 ...फिर आपने ये कैसे सोचलिया कि एक पर निर्भर लड़की सहमति के प्रश्न पर सक्षम और स्वतंत्र हो सकती है ? (हालाँकि कुछ देशो में सहमति की उम्र १४ भी है लेकिन वहाँ चकलाघर भी खूब हैं )
५: यदि बेजान सम्पति की खरीद फरोख्त के लिए ...यहाँ तक कि गाड़ी चलाने और मदिरा पान के लिए भी जो उम्र नाकाफी है वो उस काम के लिए कैसे काफी हो सकती है जिससे अनजान जिंदगियां जुड़ी हैं ?
६: आप कुम्भ कर्ण तो नहीं है फिर हादसों के बाद क्यों जगते हैं और फिर सो जाते है ?
माननीय मंत्री महोदय, आप उम्र १६ करें या ५६ इसके पहले सभी कानूनों में एक तर्कसम्मत सामंजस्य पैदा करें ....जैसे शरीर के सभी अंग साथ में तालमेल से काम करते हैं आपके विभिन्न कानूनों को भी यही करना चाहिये....
.....वर्ना हम जायज औलादों को नाजायज़ बनाने का गंदा खेल बहुत महँगा पड़ सकता है ...
बिन ब्याही माँ के हम सभी बच्चे।
गर्मियाँ आ गई है........ बिजली जाना एक आम समस्या है...
ReplyDeleteजब आपकी बिजली चली जाए, गर्मी लग रही हो तो निम्न उपाय करें...
1) मुख्या मंत्री, बिजली विभाग और अपने क्षेत्र के विधायक को जी भर कर कोसें, गालियाँ दें..
इससे आपके मन को शांति मिलेग़ीं!!
2) दोस्तों को मिस्ड काल और मेसेज करें, वो उठेंगे, उनकी भी नींद खराब होगी..
इससे आप का दर्द बँट जाएगा, मन में एक अजब सी खुशी का एहसास होगा!!
3) थोड़ी देर धूप में घूमें, पसीना आएगा..
इससे आप ठंडक महसूस करेंगे!!
4) पड़ोसी के बच्चे को खींच कर थप्पड़ मार दें, लड़ाई होगी..
इससे 2-3 घंटे आपका मस्त समय व्यतीत होगा!!
और इतनी देर में तो शायद बिजली वापस आ जाएगी!!
jeet pata nahi kiski ho.lekin ye mai janta hu.ye mamla bahut lamba chalega.acd merid vale bhi coart jane vale hai.
ReplyDeleteACD MERIT BE.ED. 2012 TET FAIL AND GOVT. SE KUCHH JWALANT SAWAL:-
ReplyDeleteQUESTION FOR GOVT.-1. SARKAR NE TET KO CHUNAVI MUDDA KYON BANAYA THA.
2. ELECTION K BAAD SARKAR KUMBHKARAN KI NEEN KYON SO GAEE YA BHARTI KYON BHOOL GAEE JABKI TETIONS NE USE KAEE BAR JAGAYA.
3. COURT (TONDON) KA CHABUK PADNE PAR HI KYON JAAGI.
4.TET KO MATR 83-90 NUMBER KA KHILWAD EXAM KYON BANAYA
5. COURT ME SARKAR NE JAAN -BOOJH KAR DERI KYON KI
6. CTET KO SAMIL KYON KIYA (JABKI ISKI KISI NE KABHI MANG NAHIN KI THI)
7. USMANI KI BAAT KA AANKH MEECH KAR SAMARTHAN KYON KIYA.
QUESTION FOR ACD MERIT SUPPORTER:-
1. TET EXAM SE PAHLE JAB SELECTION BASE NISHCHIT HO GAYA THA TAB ME KAM NUMBER AANE PAR ITNA HAY TOBA KYON.
2. KYA TEST SE AAPKI WARTMAN YOGYATA KA PATA NAHIN CHALTA?
3. KYA SSC PCS ETC ME CHYAN ACD BASE SE HOTA HAI?
4. AAPNE TEST SE PAHLE TET MERIT KA KOEE KAHIN VIRODH KYON NAHIN KIYA?
QUESTION FOR TET FAIL:-
AAP KYA CHAHTE HAIN JAB AAP ITNE SARAL TEST ME PASSING NUMBER BHI NAHIN LA PAYE TO FIR AAP BACHCHHON KO KAISE PADHYENGE?
QUESTION B.ED. 2012 - YE SAHI HAI KI AAP NEW ADVT. ME VALID HAIN BUT
KYA AAPNE TET SE PAHLE B.ED. KA PAPER DE DIYA THA ONLY RESULT HI ANA BAKI THA? YADI NAHIN TO JAB AAPNE TEACHER KI FULL TRAINING (B.ED.) POORI HI NAHIN KEE TO AAPKO KAISE TEACHER MAN LIYA JAYE?
LAST 2 QUESTIONS SABHI SE:-1. TET KARWANE KE PEECHE NCTE KA KYA UDDESYA(AIM) HAI?
2. ABHI TAK ACD MERIT SE CHAYAN HONE PAR "QUALITY OF EDUCATION" KYON NAHIN BADHI???????
KISI KO BURA LAGE TO 100 BAR MAFI!!!