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राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011
RAJASTHAN TEACHER ELIGIBILITY TEST PAPER - 2011
Sandipani भवन, माध्यमिक शिक्षा कालोनी के बोर्ड,
सिविल लाइंस, अजमेर 305,001 (राज)
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE), अजमेर 31 जुलाई, 2011 को राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (RTET 2011) का आयोजन किया.
आरटेट -2011 परीक्षा
(31/07/2011 को आयोजित)
(स्मृति पर आधारित प्रश्न)
निम्नलिखित प्रश्न उक्त
परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की स्मृति के आधार पर तैयार कर उनके
संभावित उत्तर के साथ इसलिए दिए गए हैं, ताकि अन्य परीक्षार्थियों को
मार्गदर्शन मिल सके. यहां सभी प्रश्न पत्रों के प्रश्न मिश्रित हैं.
उत्तर प्रश्नों के ठीक सामने हैं और अगर उनमें कोई त्रुटि या विरोधाभास
आपको नजर आता है, तो कृपया पोस्टेड के माध्यम से अवगत कराएं, जिससे उनमें
सुधार किया जा सके. अगर आप इस परीक्षा में बैठे हैं तो कृपया इस पोस्ट के निचे टिप्पणियाँ दे कर पोस्टेड के माध्यम से अन्य प्रश्नों की जानकारी दें.
- राष्ट्रीय -2005 पाठ्यचर्या के अनुसार एक शिक्षक के एक सप्ताह के शिक्षण घंटे - 40
- जम्भोजी का जन्म स्थान - पीपासर
- गोगामेड़ी का मेला कहां भरता है - हनुमानगढ़
- अग्निकुण्ड के प्रमाण कहां मिले हड़प्पा संस्कृति
- तेंदुलकर ने छह छक्के लगाए. इसमें उद्देश्य है - तेंदुलकर
- दोनों पद किसमें प्रधान होते हैं - द्वन्द्व समास में
- किसमें द्वन्द्व समास है - नर - नारी
- अभिधा शब्द शक्ति में कौनसा अर्थ प्रकट होता है - वा 'यार्थ
- 1 कौनसी संख्या है - न भा 'य न अभा' य (उपरोक्त दोनों)
- जीन प्याजे ने विकास की अवस्थाओं के लिए किसका अध्ययन आवश्यक बताया - संज्ञानात्मक
- एक बालक अमूर्त से मूर्त विचार स्थिति में कब पहुंचता है - 7-12 वर्ष
- गुण संधि किसमें है - भारतेंदु
- संप्रदान कारक किसमें है - राजा ने निर्धनों को कंबल बांटे
- 'को और के लिए' का बोध किसमें होता है - संप्रदान कारक
- श्मश्रु का तद्भव शब्द क्या है - मूंछें
- टंगस्टन का संकेत है - डब्ल्यू
- कोशिका की ऊर्जा कहां संगृहीत रहती है - माइट्रोकॉंड्रिया
- डेंगू किस म 'छर के काटने से होता है - एडीज
- रतौंधी किसकी कमी से होता है - विटामिन ए
- दूर दृष्टि दोष वाले व्यक्ति को कौनसे लेंस की सलाह दी जाती है
- टाइगर स्टेट - मध्यप्रदेश (टाइगर स्टेट का दर्जा कर्नाटक के पास है, जो विकल्प प्रश्न सभी पत्र मौजूद नहीं है)
- कुत्ता मछली कहां पाई जाती है - समुद्र
- गणगौर कब मनाई जाती है - मास चैत्र की तृतीया
- लड़के और लड़की की विवाह की न्यूनतम क्या उम्र है - 21 वर्ष और 18 वर्ष
- सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की नियुक्ति कौन करता है - राष्ट्रपति
- सेना का सर्वोच्च सेनापति कौन होता है - राष्ट्रपति
- संविधान सभा की प्रथम बैठक कब हुई - दिसंबर, 1946
- संविधान कब लागू हुआ - 26 १९५० जनवरी
- 44 वें संशोधन के बाद कितने मौलिक अधिकार रह गए थे - 6
- संविधान संशोधन के बाद 51 क के अंतर्गत कितने मौलिक कर्तव्य हैं - 11
- राजस्थान से लोकसभा में कितने सदस्य चुने जाते हैं - 25
- राष्ट्रपति का निर्वाचन कौन करता है - लोकसभा, राज्यसभा व विधानसभा के निर्वाचित सदस्य
- राज्यसभा में राष्ट्रपति अधिकतम कितने सदस्यों की नियुक्ति कर सकता है - 12
- विजय स्तंभ किसने बनवाया - राणा कुम्भा
- झीलों की नगरी किसे कहते हैं - उदयपुर
- सर्वाधिक नलकूप किस राज्य में है
- कहां चीनी का उत्पादन नहीं होता
- एक लड़की कॉलेज से आते ही कोट जमीन पर फेंक देती है. उसकी मम्मी ने कहा कि इसे उठाकर खूंटी पर टांगो. आगे से वह लड़की ऐसा ही करने लगी. इसमें कौनसा अधिगम है -
- एडवोकेट का समानार्थक है - वकील
- ग्रामर की स्पेलिंग - व्याकरण
- ओबिडिएंट की स्पेलिंग - आज्ञाकारी
- ध्वन्यात्मक ट्रांसक्रिप्शन
- पेड़
- ये
- गद्यांश का शीर्षक - संगति
- केंद्रीय भाव - कुसंग का प्रभाव
- कुसंग का अर्थ है - बुरी संगति
- भाववाचक संज्ञा में समाहित है - गुण व दोष
- पवन में संधि है - पो + अन्
- वृक्षच्छाया - वृक्ष + छाया
- कौनसा शब्द घोष नहीं है - छ
- उद्देश्य व विधेय किसके अंग है - वाक्य के
- हिन्दी में कितने वचन होते हैं - दो
- कौनसा चिन्ह है - अर्ध विराम
- सरकारी अधिसूचना का प्रकाशन होता है - गैजेट
- सरकारी कार्यालयों में सभी की सूचनार्थ भेजा जाने वाला पत्र - अधिसूचना
- बेलन का आयतन व वक्राकार पृष्ठ का क्षेत्रफल
- परमाणु क्रमांक बराबर होता है - प्रोटॉन की संख्या के
- हीरो का है सूत्र - √ (सा) (एसबी) (सुप्रीम कोर्ट)
- शिक्षा की गुणवत्ता
- अभिवृत्ति से क्या तात्पर्य है -
- सबसे तेज गति होती है प्रकाश की
- सबसे पास - पास अणु होते हैं - ठोस
- एक लीटर पानी का ताप एक सेंटीग्रेट बढाने के लिए आवश्यक ऊष्मा -1000 कैलोरी
- सरल वाक्य क्या है - जिसमें एक कर्ता, एक कर्म और एक क्रिया हो
- किस समास में पहला पद संख्यावाचक होता है - द्विगु
- विपरीत का अर्थ क्या होता है - विलोम शब्द
- सिर फिरना का अर्थ है
- मेरे सामने शेर आने पर - मेरे होश उड़ गए
- कमल का पर्यायवाची नहीं है - मनसिज
- कौनसे शब्द सभी तत्सम शब्द हैं -
- अपना हाथ जगन्नाथ का अर्थ है - अपने हाथ से ही काम करने पर कल्याण होता है
- कौनसा ध्वनि में अलग है - खाद्य
- अलग ध्वनि है - रसायन विज्ञान
- अलग ध्वनि है - सिटी
- डिक्रीज इन साइज एंड अमाउंट
- सलीम चिश्ती की दरगाह - फतेहपुर सीकरी
- परतदार चट्टानें कौनसी होती हैं अवसादी चट्टानें
- वैश्विक तापमान किस गैस के कारण बढ़ता है - कार्बन डाईऑक्साइड
- कौनसा मंडल सबसे नीचे होता है - क्षोभ मंडल
- वर्षा जल को संचित करने का फायदा - भूजल स्तर ऊपर आता है
- किसी के कहे हुए शब्दों को दर्शाने के लिए किस चिन्ह का प्रयोग होता है - उद्धरण चिन्ह
अंग्रेजी में
- 40 - एक 2005 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या शिक्षक शिक्षण घंटे एक सप्ताह के अनुसार
- Jmbhoji जन्मस्थान - Peepasr
- कहाँ निष्पक्ष Gogamedi प्यूरी - हनुमानगढ़
- Agnikund के सबूत कहाँ पाया - हड़प्पा संस्कृति
- तेंडुलकर एक छक्का तोड़ी. उद्देश्य - तेंडुलकर
- कनेक्शन में झगड़ा - क्या गठबंधन प्रभुत्व है
- एक विवाद यौगिक क्या है - पुरुष - महिला
- Abhidha शब्द का अर्थ है जो सत्ता में प्रकट होता है - या "Yartha
- नंबर क्या है 1 या टी व्यक्ति (दो ऊपर) मान्य ए.बी.ए. नहीं है '
- Pyaje करने के लिए आवश्यक जीन के विकास के लिए शर्तों के किसका अध्ययन - संज्ञानात्मक
- 7-12 साल - जब एक लड़का सार ठोस विचारों में पहुँचता है
- संयुक्त संपत्ति क्या है - भारतेंदु
- संप्रदान कारक क्या है - गरीबों को राजा वितरित कंबल
- 'और' क्या धारणा है - संप्रदान कारक
- मूंछें - शब्द मूंछें Tdbv क्या है
- टंगस्टन का प्रतीक - डब्ल्यू
- सेल जहां ऊर्जा संग्रहीत है - Maitrocondria
- डेंगू जिसमें 'सीआर के काटने से है - एडीज
- कमी किसका है रतौंधी - विटामिन ए
- समुद्र - कहाँ एक कुत्ता मछली
- जब गणगौर मनाया जाता है - चैत्र माह तृतीया
- पुरुषों और महिलाओं के लिए विवाह की न्यूनतम आयु क्या है - 21 साल और 18 साल
- कौन सुप्रीम कोर्ट की नियुक्ति - राष्ट्रपति
- राष्ट्रपति - सेना के सुप्रीम कमांडर कौन है
- जब संविधान सभा की पहली बैठक किया - दिसम्बर, 1946
- 26 जनवरी, 1950 - जब संविधान लागू हुआ
- 6 - 44 संशोधन के बाद ऐसी कोई मौलिक अधिकार था
- संशोधन के तहत, 51 की एक ऐसी मौलिक कर्तव्य - 11
- कितने सदस्यों को राजस्थान से लोकसभा के लिए चुने हैं - 25
- कौन अध्यक्ष निर्वाचित - लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य निर्वाचित
- 12 - राष्ट्रपति राज्य सभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या में नियुक्त कर सकता है
- कौन जीत स्तंभ मिला - राणा आजाद पार्क
- उदयपुर - झीलों के शहर क्या है
- जो राज्य में अधिकांश कुओं
- कॉलेज से एक लड़की के फर्श पर कोट फेंकता है. कहा कि उसकी माँ एक खूंटी पैरों पर उठाया. लड़की के लिए यह कदम शुरू कर दिया. सीखना यह क्या है -
- अधिवक्ता की उपशब्द - वकील
- व्याकरण - व्याकरण की वर्तनी
- Obidiant वर्तनी - आज्ञाकारी
- ध्वन्यात्मक ट्रांसक्रिप्शन
- पेड़
- शीर्षक के इन पारित - स्थिरता
- मूल्य - Kusng के प्रभाव
- कंपनी Kusng मतलब है
- गुण और दोष - सार संज्ञा इसमें शामिल
- संधि में पवन - पो + अन्य
- Vrikshchchhaya - छाया पेड़?
- जी - क्या शब्द मत रोओ
- क्या हिस्सा वस्तु और विधेय - वाक्य
- कितने शब्दों के हिंदी में - दो
- जो एक संकेत है - अर्द्ध आग
- गैजेट्स - लोक अधिसूचना प्रकाशित हुआ है
- सरकारी कार्यालयों में सभी जानकारी के लिए भेजा पत्र - अधिसूचना
- सिलेंडर की मात्रा के क्षेत्र, घुमावदार पेज
- प्रकाश - सबसे तेज गति है
- ठोस - कंधे से कंधा मिलाकर अणु होते हैं
- पानी हीटिंग गर्मी की एक लीटर के लिए एक सी -1000 कैलोरी बढ़ाने की आवश्यकता
- क्या साधारण वाक्य है - कर्ता, कर्म और एक क्रिया बन
- यौगिक क्या पहली पोस्ट में अंक - Dvigu
- विपरीत क्या करता है - विलोम शब्द
- लाल सिर का मतलब है -
- जब मेरे सामने शेर - मैं था
- कमल के साथ पर्याय नहीं है - Mnsij
- क्या सभी इसी शब्द शब्द -
- जगन्नाथ अपने हाथ का अर्थ है - अपने हाथ कल्याण के लिए काम है
- ध्वनि में अलग क्या है - खाद्य
- विभिन्न ध्वनि - रसायन विज्ञान
- विभिन्न ध्वनि - सिटी
- Dikrij आकार और राशि
- सलीम चिश्ती की दरगाह - फतेहपुर सीकरी
- स्तरित चट्टानों क्या कर रहे हैं - तलछटी चट्टानों
- क्या गैस की वजह से वैश्विक बढ़ जाती
- वार्मिंग - कार्बन डाइऑक्साइड
- प्रणाली है जो नीचे है - troposphere
- संचित वर्षा जल का लाभ भूजल स्तर से ऊपर है
- क्या प्रतीक कहा जाता है को शब्दों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं - बोली के संकेत
नोट: सभी प्रश्न उम्मीदवारों की स्मृति के आधार पर कर रहे हैं
टेट साथियों नमस्कार ,
ReplyDeleteएक विशेष सूचना सुप्रीमकोर्ट के सन्दर्भ में है जिससे आप सभी भी अवगत हो जाये २० अगस्त की प्रदेश स्तरीय मीटिंग में लिए गए निर्णय के अनुसार हमने 28 अगस्त को 2014 को कंटेम्प्ट पेटीशन फाइल कर दिया था जिसका डायरी नंबर .....28590 /2014 उसी दिन मिल गया था और एडओकेट प्रशांत शुक्लाजी द्वारा लगातार किये गए प्रयासों के फलस्वरूप डिफेक्ट आदि से कन्फेर्म होते आज कंटेम्प्ट पेटीशन नंबर मिल गया है जो की इस प्रकार है कंटेम्प्ट पेटीशन नंबर......415 /2014 है
आज से ही हम इस प्रयास में है की कंटेम्प्ट पेटीशन पर हमें अति शीघ्र hon.दत्तु sir के कोर्ट में डेट मिल जाये यदपि कंटेम्प्ट पेटीशन नंबर मिलने के पश्चात सामान्य रूप से कम से कम 20 से 30 दिन पश्चात् ही मैटर लिस्ट होता है लेकिन हमारा प्रयास यही है की हमें इस कंटेम्प्ट पेटीशन पर 10 sept. से 15 sept. के मध्य की कोई डेट मिल जाये
ReplyDeleteकल बेसिक शिक्षा परिषद् सचिव संजय सिन्हा जी को ज्ञापन देने के पश्चात आज की वर्तमान परिस्थितियो पर गहन विचार विमर्श के पश्चात् हम सभी लोग इलाहाबाद डाइट प्राचार्य जी से मिलाने डाइट इलाहाबाद गए उन्हें ज्ञापन की एक प्रति दिया गया तथा इन सभी समस्यायों पर विस्तार से बताया गया उन्होंने भी अपने अनुसार कुछ सलाह दिए I
ReplyDeleteआशा है की अब बची हुई लड़ाई में आप अपना धैर्य अवश्य ही नहीं खोयेगे
जय हिन्द
सबसे पहले मैं आप सभी का ध्यान शिक्षामित्र केस की ओर आकृष्ट करना चाहूँगा.. कल शिक्षामित्र केस पर माननीय उच्च न्यायालय में ncte को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था.. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार ये कहा गया है कि शिक्षामित्र समायोजन के लिए उनको ncte द्वारा टेट से राहत दी गयी है परन्तु कल माननीय उच्च न्यायालय में ncte ने अपना पक्ष रखते हुए साफ़ शब्दों में इससे इंकार करते हुए कहा है कि ncte द्वारा किसी को भी मानक के विपरीत छूट नहीं दी गयी है, इसका विशेषाधिकार केंद्र सरकार के पास है और वही कोई नीतिगत निर्णय ले सकता है... इसपर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सरकार को २ सप्ताह में जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है.. इससे पूर्णतः स्पष्ट है कि अब बहुत ज़ल्द शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होगा और अगर ये संभव नहीं हुआ तो अगली सुनवाई में शिक्षामित्रों के वेतन पर तब तक रोक लगना निश्चित है जब तक कि शिक्षामित्र केस पर माननीय उच्च न्यायालय का कोई अंतिम निर्णय नहीं आ जाता..
ReplyDeleteगाजी तुझे बहुत गुमान था न अपने आकाओं पर पर तूने हमारी जिद नहीं देखी,
तेरे गुमान की हद कितनी लम्बी है..
मुझे तुमसे मुहब्बत हो नहीं सकती बहुत समझाया इस दिल को मगर जब भी ये समझाया तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
ReplyDeleteमैं अक्सर सोच लेती हूँ नहीं तुमसे कोई नाता मगर जब भी ये सोचा तो तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
मैं जब भी चाहती हूँ तुमसे दूर जाना भूल जाना तुम्हे यादो से दूर करना तुम अक्सर मेरी यादो में तुम अक्सर मेरी बातो में आकर के मुझे झुठलाते हो हरदम मैंने चाहा बस तुम्हे इस मोड़ पर छोड़ू मगर हर मोड़ पर तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
#From:: Shashank shukla
एक औरत सड़क पर गोद में अपने बच्चे
ReplyDeleteको लेकर रोये जा रही थी,
तभी वहाँ से संता गुज़र रहा था। संता ने
उसके रोने का कारण पूछा।
औरत बोली, "बच्चा बहुत बीमार है और
दवा के लिए पैसे नहीं हैं।"
संता ने जेब से 1000 का नोट दिया और
कहा कि जाओ जाकर दवाई ले आओ और
बच्चे के लिए कुछ खाना और दूध भी ले
लेना, बाकी जो बचे मुझे लाकर
लौटा देना मैं यहीं खडा हूँ।
थोड़ी देर बाद औरत आई और 800 रूपये
लौटाती हुई बोली कि 100 रुपये
डाक्टर ने लिए, 60 रुपये का खाना और
40 रुपये का दूध आया है।
संता बहुत खुश हुआ और सोचने
लगा कि 'नेकी कभी बेकार
नहीं जाती। डाक्टर को फीस
भी मिल गई, बच्चे को दवा, दूध और
खाना भी मिल गया।
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और मेरा नकली नोट भी चल गया।
पत्नी:- जब तुम देशी शराब पीते हो तो पारो कहते हो.........
ReplyDelete.
बियर पीते हो तो डार्लिंग कहते हो.........
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पर आज तुमने भूतनी कहा????????
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पति:-आज मैंने स्प्राइट पी हैं
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मतलब
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सीधी बात नो बकवास
एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के लिये
ReplyDeleteनिकला आसमान
में बादल थे...
लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...
इसलिए सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते
में
ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!
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घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक
नही सकते थे...??"
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बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े
हो जाते ...??"
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पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!! जनाब
को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"
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इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ
बोली -: "ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक
जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!"
'माँ' तो 'माँ' होती है...
••••••••••••••••••••••
वक़्त अच्छा ज़रूर आता है;
ReplyDeleteमगर वक़्त पर ही आता है!
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है;
लेकिन पतंग अपनी काबिलियत से!
इसलिए किस्मत साथ दे या न दे;
काबिलियत जरुर साथ देती है!
दो अक्षर का होता है लक;
ReplyDeleteढाई अक्षर का होता है भाग्य;
तीन अक्षर का होता है नसीब;
साढ़े तीन अक्षर की होती है किस्मत;
पर ये चारों के चारों चार अक्षर,
मेहनत से छोटे होते हैं!........
जिंदगी में दो लोगों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है!
ReplyDeleteपिता: जिसने तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो!
माँ: जिसको तुमने हर दुःख में पुकारा हो!
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाये;
हर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जायें;
यह जिंदगी तो सब काट लेते हैं;
जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाये!
भगवान की भक्ति करने से शायद हमें माँ न मिले;
लेकिन माँ की भक्ति करने से भगवान् अवश्य मिलेंगे!
अहंकार में तीन गए;
ReplyDeleteधन, वैभव और वंश!
ना मानो तो देख लो;
रावन,
कौरव
और
कंस!
'इंसान' एक दुकान है, और 'जुबान' उसका ताला;
ReplyDeleteजब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है;
कि दूकान 'सोने' कि है, या 'कोयले
29334 junior teacher vacancy in up latest news,
ReplyDelete72825 Teacher Recruitment,
आख़िरकार जूनियर शिक्षक
भर्ती की काउंसलिंग में ओरिजिनल डॉक्यूमेंट /
मार्कशीट जमा कराने वालों ने
प्राइमरी शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में
प्रतिभाग हेतु हाईकोर्ट में दस्तक दे ही दी ।
Pending
Writ - A / 48111 / 2014 [Azamgarh]
Petitioner: MAYANK YADAV AND 6
ORS
Respondent: STATE OF U.P. AND 7 ORS
Counsel
(Pet.): D.K. SINGH
Counsel
(Res.): C.S.C.
Category: Service-Writ Petitions
Relating To Primary
Education (teaching Staff)
(single Bench)-
Miscellaneous
Date of Filing: 05/09/2014
To Be Listed
on:
08/09/2014 in Court No.
1
जूनियर में नियुक्ति पर स्टे होने के कारण
ReplyDeleteकाउंसलिंग करवा चुके लोगो को नियुक्ति पत्र
नहीं मिल पा रहा , और अगर वे प्राथमिक
शिक्षक की भर्ती
से भी चूक गए तो उनका भविष्य खतरे में पड़
सकता है ।
मेरे ख्याल से प्राकृतिक न्याय के सिद्दांत
को मानते हुए , जूनियर शिक्षक भर्ती का हल
निकाला जाना चाहिए कि जब तक जूनियर
शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पत्र
जारी नहीं होते तब तक प्राथमिक शिक्षक
भर्ती की काउंसलिंग में प्रतिभाग करने
का अवसर मिले और ऐसे में जूनियर शिक्षक
भर्ती से अभ्यर्थन निरस्त नहीं हो ।
जब जूनियर शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पत्र
जारी होने लगेंगे तब पुन ओरिजिनल दस्तावेज
जमा कराने का मौका मिले
Bade bhai isase sirf aur sirf sarkar ko aur paise wale abhyarthiyo ko fayda joga bs
Deleteइक्कीस साल से फर्जी अंकपत्र पर
ReplyDeleteकर रहा था नौकरी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
जनपद में तैनात एक सिपाही 21
साल से फर्जी मार्कशीट पर
नौकरी कर रहा था। उसके सगे
भतीजे की शिकायत पर छानबीन
में खुलासा होने पर आइजी जोन
गोरखपुर के निर्देश पर कैंट पुलिस ने
सिपाही के खिलाफ
धोखाधड़ी का मुकदमा शनिवार
को दर्ज किया है। अब
उसकी बर्खास्तगी और सेवाकाल में
लिए गए वेतन तथा अन्य
भत्तों की वसूली की कार्रवाई
की तैयारी की जा रही है।
रामपुर, देवरिया के गोरयाघाट
निवासी सुभाष यादव 1 जून 1983
को देहरादून से पुलिस में भर्ती हुआ
था। उसने महंत त्रिवेदी इंटर कालेज
विशुनपुर बाजार, देवरिया से वर्ष
1978 में हाई स्कूल और वर्ष 1980 में इंटर
पास की मार्कशीट लगाई थी। इस
समय वह तिवारीपुर थाने में तैनात है।
उसके सगे भतीजे अरविंद यादव ने कुछ
दिन पहले आइजी कार्मिक,
आइजी जोन गोरखपुर और
डीआइजी रेंज गोरखपुर
को शिकायती पत्र भेजकर सुभाष
यादव की मार्कशीट फर्जी होने
की शिकायत की थी।
शिकायत के आधार पर
आइजी कार्मिक और आइजी जोन
ने मामले की जांच का आदेश दिया।
आइजी कार्मिक ने
उसकी मार्कशीट उत्तर प्रदेश
शिक्षा परिषद को सत्यापन के
लिए भेज दी। कुछ दिन पहले वहां से
आई सत्यापन रिपोर्ट चौकाने
वाली थी। सुभाष यादव ने हाई
स्कूल और इंटर उत्तीर्ण होने
की जिस वर्ष और अनुक्रमांक
की मार्कशीट जमा की थी वह
उस वर्ष में क्रमश: सुरेंद्र कुमार और
व्यास मुनि पांडेय के नाम से
जारी की गई थीं। जांच रिपोर्ट
के आधार आइजी जोन ने
सिपाही के खिलाफ मुकदमा दर्ज
कर उसे गिरफ्तार करने का निर्देश
दिया है। इस बीच छानबीन में
पता चला कि सुभाष यादव ने कृषक
इंटर कालेज विशनपुर कला,
देवरिया से वर्ष 1974 में हाई स्कूल
और वर्ष 1976 में इंटर
की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
हाई स्कूल की इस मार्कशीट के
हिसाब से उम्र अधिक होने
की वजह से वह
सिपाही की भर्ती परीक्षा में
शामिल होने के योग्य नहीं था।
लिहाजा फर्जी मार्कशीट में कम
उम्र दिखाकर वह परीक्षा में
शामिल हुआ और उत्तीर्ण हो गया।
भतीजे ने मुकदमा दर्ज कराने
का लिया बदला
सिपाही के खिलाफ उसके सगे
भतीजे ने यूं ही शिकायत नहीं की।
जब महज ग्यारह वर्ष का था,
सिपाही ने तभी उसके खिलाफ
मारपीट का मुकदमा दर्ज
कराया था। इसकी वजह से
उसको कोई
भी सरकारी नौकरी नहीं मिल
पा रही थी।
सरकारी नौकरी पाने के लिए
जी तोड़ मेहनत कर वह किसी तरह
से परीक्षा पास करता लेकिन बाद
में थाने से चरित्र सत्यापन रिपोर्ट
में मुकदमे का उल्लेख हो जाने से उसे
नौकरी नहीं मिल पाती थी।
यहां तक कि वह होमगार्ड में भी वह
भर्ती नहीं हो पाया। इसके बाद
उसने तय कर लिया कि सुभाष
को भी नौकरी नहीं करने देगा।
परिवार के लोगों को यह
जानकारी पहले से थी कि सुभाष ने
फर्जी मार्कशीट लगाकर
नौकरी हासिल की है।
लिहाजा उसने पुलिस
अधिकारियों से इस बात
की लिखित शिकायत की।
बेसिक शिक्षा विभाग jrt की चौथी काउंसलिंग का कार्यक्रम तो घोषित कर देता है परन्तु prt की काउंसलिंग के लिए उसे हीरा बाबू का अंडमान से लौटने का इंतज़ार है.. ये सरासर गलत है, अनैतिक है, निराशाजनक है और इससे सरकार की मानसिकता का पता चलता है.. हीरा बाबू लौटकर आयेंगे विभाग की मीटिंग बुलाएँगे, उस मीटिंग में prt की कोउसेल्लिंग में आ रही सारी समस्याओं को रखा जायेगा, उन समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास किया जायेगा और एक नयी मीटिंग की तारीख की घोषणा हो जाएगी.. हीरा बाबू क्या चुतियापा है ये.. मूर्ख समझ लिए हो क्या..
ReplyDeleteBade bhai ise kahate h andho me kana raja
Deleteस्नातक ४५ % का मामला हो या फिर प्रोफेशनल का मामला या फिर अन्य कोई मामला, ये सारे मामले मात्र निजी हित के लिए सुर्खियाँ बने हुए हैं.. मुझे बहुत भीतर घुसकर किसी भी पक्ष के बारे में कोई भी विधिक चर्चा नहीं करनी परन्तु मैं अवश्य कहना चाहता हूँ कि आज तक जारी किसी भी शासनादेश में flat ४५% स्नातक की योग्यता का प्रावधान नहीं है..
ReplyDeleteदोस्तों!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteअवमानना की सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने सरकार की दूषित मंशा को भी रखा जाना चाहिए । सिर्फ आदेश देना ही काफी नही जब तक कि उस आदेश का पूरी तरह पालन न हो । भर्ती में पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव , रैंक का जारी न किया जाना, मूल सी डी को सार्वजनिक न किया जाना , टेट अंकपत्रों का सत्यापन सी डी से न किया जाना , फर्जी लडकों का पाया जाना ये सारे मुद्दे कोर्ट के सामने बिन्दुवार रखे जाने चाहिए । और ये भी प्रेयर की जानी जानी चाहिए कि मूल सी डी की एक प्रति कोर्ट अपने पास रखे जिस से छेड़-छाड़ की सम्भावना न रहे । दूसरी काउंसिलिंग से पहले ये सब आवश्यक रूप से हो जाये तो अच्छा है ।
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ReplyDelete.
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51
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+
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49
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अपनी आँखों के समन्दर में उतर जाने दे।
तेरा मुजरिम हूँ तो मुझे डूब के मर जाने दे।
जख्म कितने है तेरी चाहत से मिले मुझको।
सोचता हूँ कि कहूँ तुझसे मगर जाने दे।
कौन कहता है दुआओ के लिए हाथो की जरूरत होती है
ReplyDeleteकभी माँ की आँखो मे झाक कर देख लेना
जब राम-भक्त जटायु की अंतिम साँसे चल रही थी तब लक्ष्मण ने उसे कहा कि हे जटायु तुम्हे मालूम था कि तुम रावण से युद्ध कदापि नही जीत सकते तो तुमने उसे ललकारा क्यों ?
ReplyDeleteतब जटायु ने बहुत अच्छा जवाब दिया था | जटायु ने कहा कि मुझे मालूम था कि मैं रावण से युद्ध मे नही जीत सकता पर अगर मैंने उस वक्त रावण से युद्ध नही किया होता तो भारतवर्ष की आने वाली पीढ़िया मुझे कायर कहती |
अरे एक नारी का अपहरण मेरी आँखों के सामने हो रहा है और मैं कायरो की भांति बिल मे पडा रहूँ इससे तो मृत्यु ही अच्छी है मैं अपने सर पे कायरता का कलंक लेके जीना नहीं चाहता था इसलिए मैंने रावण से युद्ध किया |
ये एक पक्षी के विचार है अगर भारतवर्ष के हर लोग की ऐसी सोच होती तो आज भारत विश्वगुरु होता |
Bade bhai yaha pe ye trk sahi nhi baith raha h.
Delete"Jb prbhu sri ram ne poochha ki tat aapne ek smy me to ravn ko orast kr murchhit kr diya tha fir ye kaise ho gya tb jatyu n kaha prbh hm dhrm aur neetyo me pade soch hu rahe the ki.shashtr heen aur murchhit pr var krna anyay h.tabhi usne apni khd se hamre pnkh kat diye."
Arthat hm 1st counsling kra k apni jeet man rahe h.pr hm bhool rahe h ki prbhu sri ram ne tb jtayu se kaha kya tha"TAT ADHRMI.BYBHICHARU.DURACHAR. IS PRKAR K BYKTIYO SE YUDH KRTE SMY YA BAT KRTE SMY SADAIV SAVDHAN RAHNA CHAHIYE AUR NEETIYO KA PALAN NAHI CHAHIYE Q KI NEETI AUR DHRM GYANIYO AUR SAFHU PURUSO K LIYE HOTI H.N KI DUSRO KI STRI KA HRD KRNE WALO K LIYE"
AUR YAHA BHI HMRE HQ-O KA HRD HI TO H.
SO BADE BHAI CONTEMT OF COURT KA MAMLA JLD-2 PTRI PR LANA HOGA.VRNA PNKH BUHEEN TAT JTAYU WALA HAL APNA BHI HOGA
JY SRI RAM
तुलसीदास जी की रचनाऐं
ReplyDeleteTrick – {दो कवि राह में गीत
गाते है}
दो - दोहावली
कवि- कवितावली
रा - रामचरित मानस
ह - हनुमान चालीसा
गीत –गीतावली
मैथलीशरण गुप्त की रचनाऐं
Trick – {जय भाषा}
ज –जयद्रथ वध
य –यशोधरा
भा –भारत भारती
सा –साकेत
“तारीख हज़ार साल में बस इतनी सी बदली है…
ReplyDeleteतब दौर पत्थर का था
अब लोग पत्थर के हैं..."
जीवन की दौड़ में हम पिछड़ न जायें इसलिए ये आवश्यक है की हम आजीवन कुछ न कुछ नया सीखने के लिए तैयार रहें।
ReplyDeleteसड़क पर दो मजदूर काम कर रहे थे।
ReplyDeleteएक गड्ढा खोदता दूसरा पीछे से भर देता।
मैँ बहुत देर से देख रहा था,
जब मुझसे रहा नहीं गया।
तो मैँनेँ पूछा-
‘ये आप लोग क्या कर रहे है?‘
गड्ढा खोदने वाला- ‘हम लोग
सरकारी कर्मचारी है।
अपना काम कर रहे है।‘
मैँनेँ कहा
‘लेकिन यह कैसा काम है
एक गड्ढा करता है दूसरा भर देता है।‘
गड्ढा खोदने वाला-
‘दरअसल हमारी तीन लोगो की ड्यूटी है।
मैं गड्ढा खोदता हूं दूसरा पेड़ लगाता है
तीसरा उसे बंद करता है।
आज दूसरा यानी पौधे रखने वाला
व्यक्ति छुट्टी पर है।‘
यह बहुत ही सोचने वाली बात हैं की भारत एक ऐसा देश है जहा प्राथमिक और उच्च प्राथमिक के बच्चे प्रधानमंत्री से शिक्षा, पर्यावरण और जीवन के बारे में पूछते हैं
ReplyDeleteऔर हमारे देश के पत्रकार स्टूडियो में बैठ कर ढोल, कठपुतली और टोपियो के बारे में जबाब चाहते हैं|
Aur bade bhai PRATHMIK AUR UCHCH PRATHMIK ME SHIKSHAK BANNE WALE HM LOG
Delete10 को सचिव बेसिक शिक्षा हीरालाल गुप्ता नें 72825 भर्ती की द्वितीय काऊंसलिंग के लिए बैठक बुलाया है, जिसमें भर्ती से संबंधित सभी अधिकारी भी शामिल रहेंगे।
ReplyDeleteदेरी इसलिए हो रही है क्योंकि पहली काऊंसलिंग मे आई विभिन्न समस्याओ के लिए एक समिति बनाई गई है, उसी के संस्तुतियो के आधार पर काऊंसलिंग होगी।
निश्चिन्त रहे और दस्तावेज तैयार रखे,
दूसरी काऊंसलिंग 12 से 19 के बीच कभी भी होगी
Aap mere bade bhai h.isliye ek bat dhrista bhari.dhidhai vs kahunga jroor chor chhinar badi budhi aave aag lagay pani ka dhave.bade bhai c kshama krna.
DeleteQ KI KSHAMA BADN KO CHAHIYE CHHOTN KO UTPAT.
Q KI BALAK BANDER EK SUBH-OO
APKA ANUJ SINGHAM
किसी शहर में एक महिला थी. वह
ReplyDeleteशादीशुदा थी और उसकी 16 साल की एक
बच्ची भी थी. उसके पति दूसरे शहर में
नौकरी करते थे. वह महिला बिलकुल आम
अभिभावकों की तरह थी उसने अपनी बेटी से
बड़ी उम्मीदें लगा रखी थी और
बेटी की छोटी सी गलती भी उससे बर्दाश्त
नहीं होती थी.
जब बेटी की परीक्षाएं चल रही थी तब
माँ ने उसे ताकीद कर दी थी उसे मेरिट
लिस्ट में आना ही हैं. मेरिट से कम कुछ
भी स्वीकार नहीं होगा, यहाँ तक की प्रथम
श्रेणी भी फ़ैल होने की तरह मानी जाएगी.
लड़की मेधावी थी लेकिन
थी तो किशोरी ही. जब उम्मीदों का दबाव
बढ़ा तो वह परेशान हो गयी. जैसे तैसे
परीक्षाएं निबटी और अब रिजल्ट
का इंतज़ार होने लगा. आखिर वह दिन आ
ही गया. माँ की उम्मीद शिखर पे थी लेकिन
बेटी का हौसला रसातल में जा पहुंचा था.
माँ को सुबह सुबह काम पर
जाना था सो बेटी रिजल्ट लेने गयी और
माँ अपने ऑफिस. ऑफिस से उसने कई बार घर
पर फोन लगाया लेकिन किसी ने फोन
नहीं उठाया. हैरान परेशान माँ भोजन
अवकाश में घर पहुंची. उसने देखा की दरवाजे
की कुण्डी चढ़ी हुई थी. उसे
लगा की बेटी अपनी सहेलियों के साथ घूम
फिर रही होगी.
बहरहाल, वह अन्दर गयी. उसने
देखा की बेटी के कमरे के टेबल पर कोई कागज़
रखा हुआ हैं. शायद कोई चिट्ठी थी. उसके मन
में ढेरो शंकाएं उमड़ने घुमड़ने लगी उसने धडकते
दिल से कागज़ उठाया. वह माँ के नाम
बेटी का ही पत्र था. उसमे लिखा था:
प्रिय माँ ,
मुझे बताते हुए बड़ा संकोच हो रहा हैं की मैंने
घर छोड़ दिया हैं और मैं अपने प्रेमी के साथ
रहने चली गयी हूँ
मुझे उसके साथ बड़ा अच्छा लगता हैं. उसके
वो स्टाइलिश टैटू ,कलरफुल हेयर स्टाइल …
मोटरसाइकिल की रफ़्तार, वे हैरतअंगेज
करतब. वाह ! उस पर कुर्बान जाऊ. मेरे लिए
ख़ुशी की एक और बात हैं. माँ , तुम नानी बनने
वाली हो. मैं उसके घर चली गयी, वह एक
झुग्गी बस्ती में रहता हैं. माँ उसके ढेर सारे
दोस्त हैं. रोज शाम को वो सब इकठ्ठा होते
हैं और फिर खूब मौज मस्ती होती हैं. माँ एक
और अच्छी बात हैं अब मैं प्रार्थना भी करने
लगी हूँ. मैं रोज प्रार्थना करती हूँ
की AIDS का इलाज जल्दी से जल्दी हो सके
ताकि मेरा प्रेमी लम्बी उम्र पाएं.
माँ मेरी चिंता मत करना. अब मैं 16 साल
की हो गयी हूँ और अपना ध्यान खुद रख
सकती हूँ. माँ तुम अपने नाती -नातिन से
मिलने आया करोगी ना ?
तुम्हारी बेटी
फिर कुछ नीचे लिखा था
नोट : माँ ,परेशान होने की जरूरत नहीं हैं.
यह सब झूठ हैं . मैं तो पडोसी के यहाँ बैठी हूँ.
मैं सिर्फ यही दर्शाना चाहती थी की मेज़
की दराज में पड़ी मेरी marksheet
ही सबसे बुरी नहीं हैं, इस दुनिया में और
भी बुरी बातें हो सकती है।
सबक – बच्चों से उम्मीद तो रखे पर दबाव
ना डालें. कही ऐसा ना हो की दबाव और
डांट डपट के चलते वे कोई गलत कदम उठा ले.
बहुत साल बाद दो दोस्त रास्ते में मिले .
ReplyDeleteधनवान दोस्त ने उसकी आलिशान गाड़ी पार्क की और
गरीब मित्र से बोला चल इस गार्डन में बेठकर बात करते है .
चलते चलते अमीर दोस्त ने गरीब दोस्त से कहा
तेरे में और मेरे में बहुत फर्क है .
हम दोनों साथ में पढ़े साथ में बड़े हुए
मै कहा पहुच गया और तू कहा रह गया ?
चलते चलते गरीब दोस्त अचानक रुक गया .
अमीर दोस्त ने पूछा क्या हुआ ?
गरीब दोस्त ने कहा तुझे कुछ आवाज सुनाई दी?
अमीर दोस्त पीछे मुड़ा और पांच का सिक्का उठाकर बोला
ये तो मेरी जेब से गिरा पांच के सिक्के की आवाज़ थी।
गरीब दोस्त एक कांटे के छोटे से पोधे की तरफ गया
जिसमे एक तितली पंख फडफडा रही थी .
गरीब दोस्त ने उस तितली को धीरे से बाहर निकला और
आकाश में आज़ाद कर दिया .
अमीर दोस्त ने आतुरता से पुछा
तुझे तितली की आवाज़ केसे सुनाई दी?
गरीब दोस्त ने नम्रता से कहा
" तेरे में और मुझ में यही फर्क है
तुझे "धन" की सुनाई दी और मुझे "मन" की आवाज़ सुनाई दी .
"यही सच है "
इतनी ऊँचाई न देना प्रभु कि,
धरती पराई लगने लगे l
इनती खुशियाँ भी न देना कि,
दुःख पर किसी के हंसी आने लगे ।
नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका,
निर्बल पर प्रयोग करूँ l
नहीं चाहिए ऐसा भाव कि,
किसी को देख जल-जल मरूँ
ऐसा ज्ञान मुझे न देना,
अभिमान जिसका होने लगे I
ऐसी चतुराई भी न देना जो,
लोगों को छलने लगे ।
खवाहिश नही मुझे
ReplyDeleteमशहुर होने की।
आप मुझे पहचानते हो
बस इतना ही काफी है।
अच्छे ने अच्छा और
बुरे ने बुरा जाना मुझे।
क्यों की जीसकी जीतनी
जरुरत थी उसने उतना ही
पहचाना मुझे।
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल
गुज़रते चले जा रहे हैं....!
एक अजीब सी
दौड़ है ये ज़िन्दगी, ki
जीत जाओ तो कई I
अपने पीछे छूट जाते हैं,
और हार जाओ तो अपने
ही पीछे छोड़ जाते हैं।....
भगवान से कुछ मांगना ही है तो हमेशा अपनी माँ के सपने पूरे होने की दुआ माँगना
ReplyDeleteतुम खुद ब खुद आसमान की ऊंचाइयां छु लोगे ।।
एक बार एक हवाई जहाज मे 5
ReplyDeleteव्यक्ति सफर
कर रहे थे ,
सचिन , अंबानी , राहुल गांधी,
नरेंद्र मोदी और एक छोटी सी बच्ची।
अचानक जहाज मे कुछ खराबी आ गई।
वहाँ पर चार पैराशूट थे।
सचिन बोला: मैं विश्व का महान
बल्लेबाज हूँ, मेरा जिंदा रहना जरूरी है,
फिर एक
पैराशूट लेकर कूद गया।
अंबानी बोला: मैं भारत के धनी लोगो मे
से
हूँ, मेरा जिंदा रहना जरूरी है, फिर एक
पैराशूट लेकर कूद गया।
राहुल गांधी बोला : मैं इस देश का सबसे
लोकप्रिय नेता हूँ,
मेरा जिंदा रहना जरूरी है। फिर एक
पैराशूट
लेकर कूद गया।
नरेंद्र मोदी बच्ची से बोले: बेटा आप देश
की भविस्य हो, जाओ आप अंतिम पैराशूट
लेकर कूद जाओ।
बच्ची बोली : लेकिन यहा पर
तो दो पैराशूट है,
राहुल गांधी तो मेरा स्कूल बैग लेकर
कूद गया !
This is unbeatable !!!
अजीब तरह के लोग रहते हैं इस देश में…
ReplyDelete.
.
जिन्हें लक्ष्मी तिजोरी में अच्छी लागती हैं,
अपनी पत्नी के
पेट में नहीं....!!
आदमी का दिल कितना बड़ा होता है
ReplyDeleteऔर औरत का कितना छोटा।
आप खुद ही देख लीजिए।
औरत के दिल में सिर्फ़ उसके प्रेमी,
अपने पति और अपने बच्चों के लिए ही
जगह होती है।
आदमी के दिल में तो...
अपनी गर्लफ्रेंड
दोस्त की गर्लफ्रेंड
भाई की गर्लफ्रेंड
पड़ोसी की गर्लफ्रेंड
बीवी की सहेली
बहन की सहेली
पड़ोसन की सहेली
अपनी साली
भाई की साली
साले की साली
साली की सहेली
सामने वाली
पीछे वाली
बाजू वाली
उपर वाली
नीचे वाली
सब्जी वाली
दूध वाली
कपड़े वाली
काम वाली
और
आख़िर में थोड़ी बहुत अपनी
पत्नी के लिए भी जगह होती है।
सच में,
आदमी का दिल बहुत बड़ा होता है।
आईएएस आईपीएस के कंपटीशन को सिर्फ ग्रेजुएट होना काफी, फिर सहायक अध्यापक के लिए
ReplyDeleteग्रेजुएशन में 45% जरूरी क्यों?
लखनऊ। देश की यह अजीब विडंबना है कि आईएएस और आईपीएस की कंपटीशन की तैयारी के लिए किसी भी व्यक्ति को मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या उन विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले कालेजों से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। यहां किस प्रतिशत में आप उत्तीर्ण हुए हैं यह बात मायने नहीं रखती। और शायद इसलिए नहीं मायने रखती क्योंकि आईएएस या आईपीएस बनने के लिए आपको कंपटीशन देना होता है और उसी कंपटीशन के आधार पर आपका चयन पूर्णतया निर्भर करता है।
सही भी है।
जिन नौकरियों के लिए या जिन किसी भी विषय विशेष की पढ़ाई करने के लिए कंपटीशन अनिवार्य है वहां ग्रेजुएशन में प्रतिशत का कोई भी महत्व क्यों होता है। या कैसे हो सकता है। कहने का अभिप्राय यह है कि एक स्नातक किया हुआ व्यक्ति ही बीएड करने के लिए आयोजित कंपटीशन में हिस्सा ले सकता है। जब बीएड करने के लिए कंपटीशन का आयोजन है तो फिर स्नातक में 45 या 50 प्रतिशत अंक वाले ही कंपटीशन देने के लिए योग्य होंगे यह पूर्णतया गैरकानूनी है। ठीक उसी प्रकार सहायक अध्यापक की नियुक्ति के लिए आयोजित कंपटीशन इग्जाम टीईटी को पास करना जरूरी है। जो बच्चा ग्रेजुएटशन में 45 प्रतिशत से नीचे है फिर उसे कंपटीशन में न बैठने देना भी पूर्णतया गैरकानूनी है।
ReplyDeleteस्नातक, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और बीएड में प्रतिशत की गणना करना तभी तक सही है जब आप सहायक अध्यापक के लिए सिर्फ शैक्षिक मेरिट के माध्यम से ही उपयुक्त हैं। अगर कंपटीशन देकर ही कोई नौकरी पानी है तो उसके लिए जो मापदंड आईएएस, आईपीएस अथवा पीसीएस के लिए हैं वही हर जगह मान्य होने चाहिए। देश के सबसे उच्चस्थ पदों के लिए जैसे आईएएस और पीसीएस के लिए स्नातक में कम अंक पाने वाला विद्यार्थी भी उचित तैयारी करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है और भविष्य में अपने पद की गरिमा को यथावत बनाये रखता है फिर सहायक अध्यापक की नियुक्ति के लिए विद्यार्थियों के साथ भेदभाव क्यों।
ReplyDeleteहमारे देश में बीएड की पढ़ाई करने के लिए एक कंपटीशन होात है जिसमें जब आप पास होते हैं तभी आपको कालेज का आवंटन होता है अर्थात बीएड करने के लिए ग्रेजुएशन तो जरूरी होना ही चाहिए लेकिन कितने प्रतिशत में पास होना चाहिए इसकी मान्यता गैर कानूनी ही नहीं बल्कि तमाम विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
ReplyDeleteसरकारों को इस तरफ ध्यान देते हुए शिक्षा पद्धति में बड़े बदलाव करने चाहिए जो कि जरूरी ही नहीं बल्कि संवैधानिक जरूरत भी हैं। या तो आईएएस, पीसीएस के कंपटीशन के लिए सिर्फ वही बच्चा मान्य माना जाए जो स्नातक में कम से कम 45 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण हो। अगर यह नियम यहां नहीं तो बाकी किसी भी कंपटीशन के लिए क्यों?
ReplyDeleteइस समय प्रदेश में 72825 शिक्षकों का चयन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश की सरकार लगातार तीन वर्षों से कई तरह की अड़चनें लगाती आ रही है। यह वही सरकार है जिसने अध्यापकों की नियुक्ति के लिए आयोजित टीईटी इग्जाम में धांधली का आरोप तो लगाया लेकिन उसका कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया। इस सरकार का मकसद सिर्फ और सिर्फ या तो नियुक्ति को लटकाने का था या फिर नियुक्ति होने के नियम में फेरबदल का था। प्रदेश सरकार चाहती थी कि अध्यापकों की नियुक्ति एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया जाए। उसके ऐसा चाहने के पीछे मकसद सिर्फ इतना था कि जब भी प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती थी तो प्रदेश में किसी भी तरह का एग्जाम हो वहां बस पैसा फेंकिए और अच्छे से अच्छे नंबर में डिग्री हासिल कर लीजिए की व्यवस्था चरम पर होती थी। ऐसी व्यवस्था के लिए समाजवादी सरकार हमेशा से कटघरे में रही है। ऐसी व्यवस्था सरकार की अनुमति के बगैर संभव भी नहीं है और शायद इसी वजह से वर्तमान समाजवादी पार्टी की सरकार शैक्षिक मेरिट को ही आगे बढ़ाना चाह रही थी। शैक्षिक परिदृश्य में समाजवादी पार्टी की सरकार के बारे में हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि यह नकल माफियाओं की सरकार है और यह सही भी रहा है और इसका प्रमाण भी रहा है। मुद्दा अब भी वही कि कंपटीशन इग्जाम के लिए स्नातक होना जरूरी या स्नातक में 45 या 50 प्रतिशत अंक का होना जरूरी।
ReplyDeleteS.p gov yesi gov hai Jo bharti karane ke vajay bharti fasa rahi hai
DeleteJabki gov ka dayitwa hai ki bharti karaye
Ladke bhale bharti roke to baat samagh me aati hai.
Bade sarm ki baat hai Inko chulu bhar pani me dub marna chahiye.
मयंक यादव जी ने रिट डाल दी है।
ReplyDeleteदोनों में काउंसलिंग कराने हेतु।।।
बहुत अच्छा काम किया।।।
और रिट भी service matter पर है।।।
न की व्यक्तिगत matter पर।।
मतलब जो भी आर्डर होगा सभी के लिए होगा।।।
धन्यवाद।
ये टी ई टी की शमां है इतनी जल्दी न बुझेगी!
ReplyDeleteकितने झूठे हो गये है हम.......
ReplyDeleteबचपन में अपनों से भी
रोज रुठते थे,
आज दुश्मनों से भी
मुस्करा के मिलते है.!!
दोस्तों हमारे नेता लोग 4000 सीटें भरने की बात करते हैं और ये मिडिया वाले 7000 की बात करते हैं आखिर सही क्या है ।।
ReplyDeleteदूसरी और सबसे अहम् बात ये कि ये भर्ती मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के द्वारा हो रही है ।
सबसे बड़ा सवाल ये कि भर्ती पारदर्शी तरीके से हो , इसके लिए क्या न्यायालय का आदेश ही काफी है ?? सिर्फ आदेश दे देने से भर्ती शुचितापूर्ण तरीके से हो जायेगी ?? मुझे आज तक एक बात समझ नही आई कि धांधली रोकने के लिए न्यायालय का शरण क्यूँ नही लिया जा रहा ?? क्यूँ बार-बार झूठे अधिकारियों की बातों का विश्वास किया जा रहा है । अधिकारियों का क्या है इन्हें तो पब्लिक को टरकाने का प्रशिक्षण मिलता है ।अब भी समय है दोस्तों जग जाइये ।
3 सालों से घुट-घुट के जिए हैं , आन्दोलन किये हैं , चंदा दिए हैं । जब उसका फल लेने का टाइम आया तो हमारा हक़ कोई और ले जाये क्या यही न्याय है ? आदेश देना और आदेश का अक्षरश पालन कराना दो अलग-अलग बाते हैं । आदेश तो कोर्ट द्वारा दे दिया गया है लेकिन जब तक उस आदेश का सुचारू रूप से पालन नही होगा तब तक पीड़ित को न्याय कैसे प्राप्त होगा ??
ReplyDeleteक्या कोर्ट ने यही आदेश किया है कि जाओ जैसे मन करे उल-जुलूल तरीके से भर्ती कर के लाओ ?? कोई पारदर्शिता नही ?? कोई रैंक जारी नही की गयी ? मूल सी डी को सार्वजनिक नही किया गया ? इस मुद्दे पर कोर्ट का सहारा क्यूँ नही लिया जा रहा ।
जो बेचारे आंदोलनों में लाठियां खाए , अपना पेट काट कर चंदा दिया उन्हें तिल-तिल के मरने पर मजबूर क्यूँ किया जा रहा ?? क्यूँ क्यूँ क्यूँ ??? बेचारे एक दुसरे से पूछते फिर रहे हैं कि मेरा इतना है मेरा उतना है हो जाएगा कि नही ?? क्या ख़ाक हो जाएगा । भर्ती किसकी हो रही है ? टेट वालों की या फिर सपाइयों की ???????
ReplyDeleteधांधली के मुद्दे पर अधिकारियों की एक भी बात नही माननी है । अभी तक जो भी मिला कोर्ट से मिला । आगे भी कोर्ट का ही सहारा है ।
हमारे कुछ बंधू जो पहली काउंसिलिंग में प्रतिभाग कर चुके हैं वो हमे सकारात्मक रहने का सन्देश दे रहे हैं । आखिर किस बात की सकारात्मकता ? हमारा हक़ कोई और ले जाए और हम हाथ पे हाथ धरे सकारात्मक बने रहे । जियो मेरे स्वार्थी शेरो ।। तुमने तो काउंसिलिंग करवा ली और 28000 का सपना देखने लगे और बाकी लोग ????
ReplyDeleteसकारात्मक रहे -------
दोस्तों *****
ReplyDeleteदूसरी काउंसिलिंग से पहले किसी भी दशा में मा न्यायालय को इनकी दूषित मंशा से अवगत कराना ही होगा । सारी बाते बिन्दुवार कोर्ट के समक्ष रखना होगा । जैसे - रैंक का जारी न किया जाना ,मूल सी डी से सत्यापन न होना । पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव । कई फर्जी लडकों का पकड़ा जाना इत्यादि ।
दोस्तों **
ReplyDeleteकोर्ट से ये प्रेयर करना होगा कि मूल सी डी अपने पास जमा करे और पूरी भर्ती का सत्यापन उसी से हो । अगर ऐसा कुछ नही हुआ तो भर्ती का भरता बन जाएगा और वास्तविक हकदार सडको पे घूमते रह जायेंगे ।
हम सभी को आप से बहुत उम्मीदे हैं । आप से हाथ जोड़ के प्रार्थना / विनती / निवेदन है कि आप आगे आयें और भगवान के लिए इस भर्ती को बचा लें । वरना ये सपाई हम सभी को निगल जायेंगे । क्यूंकि अब ये जान गये हैं कि दुबारा कभी सत्ता में नही आयेंगे जितना तिजोरी भरना है भर लो । वैसे भी ये इनकी अपनी भर्ती नही है ये पूर्ववर्ती सरकार की भर्ती है ।
ReplyDeleteधन्यवाद ।।
72825 प्राईमरी और 29933 जूनियर दोनों भर्तियो मे शामिल अभ्यर्थियों को क्यों मौका दिया जाय कि जूनियर मे अभ्यर्थन के साथ प्राईमरी मे काऊंसलिंग में भी मान्य हो ?
ReplyDeleteदोनों में अपनी सीट बचाकर एक सीट क्यों बर्बाद करना चाहते है?
प्राईमरी मे आना है तो जूनियर से अभ्यर्थन वापस लो,
और
जूनियर मे रहना है तो स्टे हटने का वेट करो।
किसी की एक सीट क्यूँ मारने पर तुले हो?
Agr ek me rhna rha to jrt wale apni merit prt me counseling me aate hi prt me honge...
Deleteye baat bad me samajh me aayegi..
जूनियर भर्ती स्टे रिट--
ReplyDelete11/9/2014 से 18/09/2014 हुई अभी इसके ऐसे आगे जाने की उम्मीद है मैं पहले भी कहा था यह 24 तक ऐसी ही जाएगी पर लगता है ऐसे तो यह october भी पार कर जाएगी--
bye....................
ReplyDeleteJana to jrt walo ko ek me hi h prt me merit aate hi prt me kyoki prt sabka h kewal kuch logo ka hi nhi...
ReplyDeleteye baat saaf h ki prt me low merit ko seate tbi milengi jb jrt ko dono prt jrt dono me mauka diya jaye..
pr meri baat kuch logo ko baad me samajh me aayegi.... kyoki merit girane pe ek ek no. pr saikdo abhyarthi rahenge...
PG base b.ed TET pass mitro,
ReplyDeletejoin PG PASS TET group on facebook.
खूबसूरत है वो लब जिन पर दूसरों के लिए एक दुआ है
ReplyDeleteखूबसूरत है वो मुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए...
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ReplyDeleteदूसरी काँउसिलिँग की उम्मीद १६ सितंबर से.........
ReplyDeleteजनरल ०३ गुना ओबीसी/एससी-एसटी ०५ गुना बुलाय जाने की प्रबल संभावना है.........
जूनियर विज्ञान/गणित शिक्षक भर्ती उ0प्र0
ReplyDelete●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
उच्व न्यायालय इलाहाबाद में इस भर्ती में
अभी तक दायर सभी याचिकाओं
का विवरण और तारीखें जिस दिन
इनकी सुनवाई होनी है।
व्यावसायिक डिग्री के बारे में सत्येन्द्र कु0 सिंह रिट-
ए न0 -39466/2014 की याचिका पर सुनवाई 8
सितम्बर को होगी।
टेट भारांक के बारे में एस के पाठक की रिट न0 रिट -ए
57476/2013 की याचिका पर सुनवाई 09 सितम्बर
को होगी।
पदोन्नति मसले पर दायर याचिका न0- विशेष अपील/
622(इलाहाबाद) जिस पर स्थगन है, याचिकाकर्ता अनिल कु0
सिंह पर सुनवाई 18 सितम्बर को होगी।
योगेश शर्मा की याचिका न0 रिट सी-
40034/2014 पर सुनवाई 11 सितम्बर को होगी।
बीएड 2012 मसले पर गया प्रसाद मौर्या द्वारा दायर
याचिका न0 रिट-ए 44701/2014 पर सुनवाई
की तारीख 16 सितम्बर है।
मन्जिलें सब का मुकद्दर हो ये जरूरी तो नहीं,,
ReplyDeleteखो भी जाते हैं . . . . .
नयी राहों पर चलने वाले ..।।
एक मंत्री जी गाँव में
ReplyDeleteसभा को संबोधित करने जा रहे थे.
गाँव के पहले ही उनकी कार
के नीचे एक कुत्ता आ
गया.
कुत्ता मर गया साथ ही एक्सीडेंट के कारण
कार भी खराब हो गई.
मंत्री जी ने ड्राईवर को गाँव वालों को
मदद के लिए बुलाने भेजा.
करीब दो घंटे बाद जब ड्राईवर लौटा तो
उसके गले में ढेर सारी
मालाएं पड़ी हुई थीं.
मंत्री जी ने पूछा –
“तूने ऐसा क्या किया जो
तेरा इतना सम्मान हुआ ?”
ड्राईवर बोला – “मैंने तो सिर्फ इतना
कहा था कि मंत्रीजी की कार
का एक्सीडेंट हो गया है
!
!
!
!
!
… कुत्ता मरा गया ….
!
!
!
!
!
!
!
!
!
ये बात किसी ने सुनी ही नहीं !”
प्राइमरी 72825●●●●●
ReplyDeleteप्रथम काउंसलिंग में 5370 सीटे भरी गईं l
सभी डाइट्स का डाटा scert पहुच गया है।
2nd काउंसलिंग 10 सितम्बर की मीटिंग के बाद तय होगी कब करानी है ।
विश्व के प्रमुख संगठन और उनके मुख्यालय:
ReplyDelete1. गैट (GATT) - जेनेवा
2. एमनेस्टी इंटरनेशनल - लंदन
3. एशियाई विकास बैंक (ADB) - मनीला
4. दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संघ (ASEAN) - जकार्ता
5. नाटो (NATO) - ब्रुसेल्स
6. अफ़्रीकी एकता संगठन (OAU) - आदिस-अबाबा
7. रेडक्रॉस - जेनेवा
8. सार्क (SAARC) - काठमाण्डु
9. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) - नैरोबी
10. इंटरपोल (INTERPOL) - पेरिस(लेओंस)
11. विश्व व्यापार संगठन (WTO) - जेनेवा
12. अमरीकी राज्यों का संगठन (OAS) - वाशिंगटन डी. सी.
13. अरब लीग - काहिरा
14. परस्पर आर्थिक सहायता परिषद् (COMECON) - मास्को
15. वर्ल्ड काउंसिल ऑफ़ चर्चेज (WCC) - जेनेवा
16. यूरोपीय ऊर्जा आयोग (EEC) - जेनेवा
17. अफ़्रीकी आर्थिक आयोग (ECA) - आदिस-अबाबा
18. पश्चिमी एशिया आर्थिक आयोग (ECWA) - बगदाद
19. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (UNHCR) - जेनेवा
20. अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) - वियना
21. संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) - वियना
22. संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मलेन (UNCTAD) - जेनेवा
23. विश्व वन्य जीव संरक्षण कोष (WWF) - ग्लांड(स्विट्ज़रलैंड)
24. अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक कमिटी (IOC) - लुसाने
25. यूरोपीय कॉमन मार्केट (ECM) - जेनेवा
26. राष्ट्रमंडलीय राष्ट्राध्यक्ष सम्मलेन (CHOGM) - स्ट्रान्सबर्ग
27. पेट्रोलियम उत्पादक देशों का संगठन (OPEC) - वियना
28. आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) - पेरिस
29. यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ECTA) - जेनेवा
30. राष्ट्रमंडल (कॉमनवेल्थ) - लंदन
31. यूरोपीय आर्थिक समुदाय (EEC) - जेनेवा
32. यूरोपीय संसद - लक्जमबर्ग
33. यूरोपियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ESRO) - पेरिस
34. यूरोपियन परमाणु ऊर्जा समुदाय (EURATON) - ब्रुसेल्स
35. एशिया और प्रशांत क्षेत्रों का आर्थिक और सामाजिक आयोग - बैंकाक
36. यूनिसेफ - न्यूयॉर्क
37. यूनेस्को - पेरिस
38. विश्व बैंक - वाशिंगटन डी. सी.
39. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) - वाशिंगटन डी. सी.
मरने का खौफ नहीं, ए मौला मुझे
ReplyDeleteहाँ पर, जीने की ख्वाहिश रखता हूँ
ऐसी मौत तो,यहाँ सौ बार मरा हूँ
मैं अब कुछ नई आज़मायिश रखता हूँ
पिछले कुछ दिनों से स्नातक में 50%,45% तथा परास्नातक आधार पर बीएड तथा दूरस्थ शिक्षा से बीएड तथा हाई एवं लो टेट मेरिट के मुद्दे पर टेट संघर्ष मोर्चे के जाबाजों में आई कटुता को देखकर मैं यह सोचने पर विवश हूँ क्या हम अध्यापक होने की पात्रता रखते हैं भी हैं या नहीं ...
ReplyDeleteजो जंग इस वक्त चल रही है वो ठीक वैसी ही मनोभावनाएँ परिलक्षित कर रही है जैसे किसी निर्जन टापू पर कोई समूह भटक कर पहुँच गया हो और हर व्यक्ति अपने ही साथियों की हत्या करके अपनी क्षुदा शांत करने पर आमादा हो ,,
ReplyDeleteइस प्रकार के war of each against all में तो सबका अंत होना निश्चित है ना ?
29,30,31 को हुयी काउंसिलिंग ट्रायल मात्र थी जिसके लिए सभी जीओ scert निदेशक ने जारी किये थे जबकि सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा सचिव को 30-11-11 के विज्ञापन के अनुसार भर्ती का आदेश दिया था ,,,
ReplyDeleteआम तौर से prt/jrt की होने वाली काउंसिलिंग में सचिव की ओर से BSA के पास स्पष्ट निर्देश आता है कि किस योग्यताधारक की काउंसिलिंग होनी है और किसकी नही ,,,
ReplyDelete30-11-11 के विज्ञापन में स्नातक के प्रतिशत के सम्बन्ध जो लिखा है उसकी और स्पष्ट व्याख्या होनी चाहिए थी तथा जो अभ्यर्थी उन मानकों को पूरा ना करते हों उनका अभ्यर्थन निरस्त करके उन्हें नोटिस देकर सूचित किया जाना चाहिए था ,परन्तु स्टे लगने के एक दो सुनवाइयों के बाद सभी डाईटों ने फ़ार्म गोदाम में रखकर उस काम से मुक्ति पा ली जो उन्हें नही BSA के अधीन कर्मचारियों को करना था ,,,
ReplyDelete29,30,31की काउंसिलिंग के लिए डायरेक्टर साहब ने 30-11-11 के विज्ञापन हेतु जारी जीओ के आधार पर काउंसिलिंग के निर्देश देते हुए अपनी ओर से कोई व्याख्या नहीं की ,
ReplyDeleteऔर हाँ डाईट प्राचार्यों को यह लिखित संकेत अवश्य दे दिया कि नियुक्ति प्राधिकारी BSA है इसलिए आप ज्यादा टेंशन ना लें ,,,
यही वजह थी अलग-अलग डाईटों में अलग-अलग नियम चलाये जा रहे थे ,,,
अगली काउंसिलिंग BSA करे या डाईट प्राचार्य लेकिन यह निश्चित है कि इस बार आने वाली हर समस्या के सम्बन्ध में स्पष्ट निर्देश होंगे तथा वो निर्देश जिसके भी हितों के विरुद्ध होंगे वो तो कोर्ट जाएगा ही ,
ReplyDeleteअभी यदि कोई कोर्ट जाना भी चाहे तो किसके विरुद्ध जाएगा ?
जब अंतिम निर्णय कोर्ट को करना है तो आप लोग आपस में कटुता क्यों उत्पन्न कर रहे हो ,,,
कुछ साथी अपनी या अपने सहयोगियों की समस्याओं के सम्बन्ध में विभिन्न अधिकारियों को ज्ञापन दे आये हैं , यदि किसी को उनके विपरीत अपनी कोई बात कहनी हो तो वो भी संजय सिन्हा या हीरा लाल गुप्ता जी को जाकर ज्ञापन दे आये ,इसमें लफड़े वाली क्या बात है .... रही बात मेरे द्रष्टिकोण की तो मेरा मानना है कि इस "सबका सबके विरुद्ध युद्ध " का न्यायसंगत अंत यही है कि 2010-11 तक के बीएड डिग्रीधारक एवं टेट2011 पास अभ्यर्थियों का समायोजन होना चाहिए ,,
ReplyDeleteमेरे हाथ में होता तो हर उस व्यक्ति को नौकरी दे देता जिसने UPTET2011 देकर मानसिक कष्ट झेला है ,,,
मेरी सभी साथियों से गुजारिश है कि कम से कम अगली काउंसिलिंग के लिए निर्देश जारी होने तक तो युद्ध विराम रखें ,,
ReplyDeleteकहीं ऐसा ना हो कि आने वाला कल तो सबका सुन्दर हो लेकिन उस कल में खड़े होकर आज को याद करने पर शर्मिंदगी हो ,,,
मेरी शराफत को तुम बुज़दिली का नाम न दो ,,
ReplyDeleteदबे न जब तक घोडा(TRIGGER) ,,
बन्दूक भी खिलौना ही होती है ,.,!!
नरेन्द्र मोदी के अन्दर कोई दैवीय शक्ति है या वे कोई देवदूत हैं।
ReplyDeleteजम्मू कश्मीर में कई दिनों से लगातार बारिश हो रही थी चारों तरफ प्रलय आ चुका था, मौसम विभाग ने कल शाम को अगले 40 घंटे मूसलाधार बारिश की चेतावनी दिया था लेकिन आज जैसे ही नरेन्द्र मोदी जी के कदम जम्मू कश्मीर में पड़े बारिश रुक गई और तो और बादल छट गए अच्छी धूप निकल आयी।
तवी नदी जिसने जबरदस्त कोहराम मचाया था अचानक से उसका जल स्तर नीचे जाने लगा।
इसको कहते हैं एक योगी एक तपस्वी के कदम, अभी तक भोगी और लालची लोगों ने देश को संभाला पहली बार देश की बागडोर एक तपस्वी के हाथ में आयी है।
अब हिन्दुस्तान का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। हमारा देश अब बिल्कुल सुरक्षित है।
साथियों हमने अभी तक अपनी लड़ाई ३०-११-२०११ के विज्ञापन की अक्षरशः बहाली के लिए लड़ा जिसमे हमें हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कामयाबी मिली।३ वर्षों से रुकी हुयी प्रक्रिया आखिरकार २५ मार्च २०१४ को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम आदेश पारित होने के बाद आगे बढ़ी और २९,३० और ३१ अगस्त को काउंसलिंग का पहला चरण पूरा हुआ लेकिन कई प्रकार की समस्याएँ सामने आई। जिसमे सबसे बड़ी समस्या स्नातक प्रतिशत को लेकर है।
ReplyDeleteजहाँ तक मुझे ज्ञात है ऐसे सभी सामान्य कैंडिडेट जिनका स्नातक में ४५% और रिज़र्व कैटेगरी के कैंडिडेट जिनका स्नातक में ४०% है वो सभी इस प्रक्रिया में पूरी तरह से शामिल हैं।
ReplyDeleteविकट समस्या ऐसे कैंडिडेट के साथ आ रही है जिनका स्नातक में ४५% (सामान्य वर्ग) और ४०%(आरक्षित वर्ग) से नीचे है।ऐसे सभी कैंडिडेट ने pg के आधार पर बीएड किया था
आपको ये जानकर हैरानी होगी की pg के आधार पर बीएड करने वाले ऐसे सभी कैंडिडेट को uptet-2011 की परीक्षा में भी शामिल नहीं किया गया था। इन्हें भी bped वालों की तरह ही uptet-2011 की परीक्षा से बाहर किया गया था लेकिन इन्होने तथ्यों को छिपाते हुए bped वालों की तरह परीक्षा में शामिल हो गए और अब ऐसी चयन प्रक्रिया में भी शामिल होने की मांग कर रहे हैं जो की अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है।
ReplyDeleteऐसे कैंडिडेट से मेरी १००% सहानुभूति है लेकिन इन्हें अपनी लड़ाई uptet-2011 के परीक्षा का विज्ञापन आने के बाद ही शुरू कर देना चाहिए था जब उन्हें इस परीक्षा से ही नज़र अंदाज़ किया गया था।
ReplyDeleteलाख परेशानियां झेलती हैं रोज़ मगर.........
ReplyDeleteअपनी मुस्कराहट से कभी इस बात का अंदाजा नहीं लगने देती हैं…
सच बहुत खूबसूरत हैं वो..............
जूनियर में नियुक्ति पर स्टे होने के कारण काउंसलिंग करवा चुके लोगो को नियुक्ति पत्र नहीं मिल पा रहा ,
ReplyDeleteऔर अगर वे प्राथमिक शिक्षक की भर्ती से भी चूक गए तो उनका भविष्य खतरे में पड़ सकता है ।
मेरे ख्याल से प्राकृतिक न्याय के सिद्दांत को मानते हुए , जूनियर शिक्षक भर्ती का हल निकाला जाना चाहिए कि जब तक जूनियर शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पत्र जारी नहीं होते तब तक प्राथमिक शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग में प्रतिभाग करने का अवसर मिले और ऐसे में जूनियर शिक्षक भर्ती से अभ्यर्थन निरस्त नहीं हो । जब जूनियर शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पत्र जारी होने लगेंगे तब पुन ओरिजिनल दस्तावेज जमा कराने का मौका मिले **************
जब व्यक्ति 2 अलग अलग भर्तियों में परीक्षा दे सकता है तो 2 अलग अलग काउंसलिंग में क्यों नहीं भाग ले सकता । माना की दो सरकारी नौकरी एक साथ नहीं कर सकते , लेकिन जिसमें पहले नियुक्ति मिले उसको ज्वाइन कर बाद में दुसरी नियुक्ति मिलने पर उसे छोड़ सकते हैं । मुझे लगता है संवेधानिक रूप से कोर्ट दोनों - जे आर टी व पी आर टी में काउंसलिंग के लिए अनुमति देगी जे आर टी में स्टे पर आवेदक का कोई दोष नहीं और पता नहीं जे आर टी नियुक्ति पर कब तक स्टे बना रहेगा , तब तक जीवको पार्जन के लिए उसे पी आर टी की काउंसलिंग व् नियुक्ति में प्रतिभाग करने से रोकना गलत लगता है
ReplyDeleteBade bhai hm apke is bat se sahmt nahi h.
Deletemano ek khel khela j raha h.
to kya vaha pr kisi ko do chans aur kisi ko ek chans dena uchit hoga.jb ki bache any khiladi se ye kah kr chans hi n diya jay ki o bhut kmjor h.
ye nyay sangat nhi h.baki aap aap h.
hm to birodh chah kr bhi nhi krskte
तपिश है ये, अपने गुनाहों की यारो...!!
ReplyDeleteमेरे शहर का मौसम खुशगवार नहीं होता...!!
दिन भर करके नफरतें इंसान से....!!
कहते है राजी परवर-दिगार नहीं होता....!!
वैधानिक चेतावनी :- थोड़ा टाइम हो तो ही पढ़िए , पक कर टपकने पर कोई मुआवज़ा नहीं दिया जायेगा !
ReplyDeleteपत्नी ने पति को फ़ोन किया।
पत्नी: प्रिये , मुझे तुम्हारी याद आ रही थी ! लव यू !
पति (धीरे से) : ठीक है , मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ।
पत्नी: फोन क्यू नहीं उठा रहे थे इतनी देर से ?
पति: वो मैं जरूरी मीटिंग में था और फ़ोन साइलेंट मोड पर था !
पत्नी: खाना खाया की नहीं ?
पति: नहीं मन नही है अभी।
पत्नी: ऐसा क्यों ? फेसबुक पर समय नहीं मिला होगा ?
पति: हर बात में फेसबुक क्यों घुसेड़ती हो ,बस थोड़ा सा मूड़ ख़राब था !
पत्नी: फेसबुक के दोस्तों के साथ तो बड़े खुश रहते हो, मेरे साथ ही तुम्हारा मूड खराब होता है।
पति(प्यार से) : ऐसा कुछ नहीं जानू, तबियत थोड़ी सी ठीक नहीं है।
पत्नी : हाँ, दोस्त अभी फोन कर देंगे तो 2 सेकंड में तबियत ठीक हो जायेगी !
पति: फेसबुक के बाद अब दोस्त कहाँ से आ गए बीच में, मेरा मूड़ थोड़ा ठीक नहीं है बस।
पत्नी: मेरे साथ ही ये सब होता है, दोस्तों के साथ मज़े करते हो, या कोई और लड़की तो पसंद नहीं आ गई ?
पति (और ज्यादा प्यार से): अरे, जानेमन तुम कहाँ से कहाँ ले जा रही हो बात को ?
पत्नी: आज सब साफ़-साफ़ हो कर रहेगा ।
पति: क्या साफ़ करना है जानू, ऐसा क्या हो गया है ?
पत्नी (खुद कंफ्यूज होते हुए ) : जब तुम खुद साफ़ नहीं, तुम्हें कुछ पता नहीं तो मैं क्या बोलूं।
पति: तुम्हे क्या हुआ है, किस बात पर परेशान हो, बताओ तो ?
पत्नी: मुझे लगता है की तुम्हारा किसी फेसबुक फ्रेंड से चक्कर चल रहा है और तुम्हारी संगत खराब है।
पति: मेरे साथ तो तुम ही रहती हो और फेसबुक भी तुम्हारे सामने ही खोलता हूँ ।
पत्नी: अब बहुत हो गया, अब और नहीं सहन होता मुझसे ।
पति (चिल्लाते हुए): हुआ क्या है, ये तो बताओ सही - सही ?
पत्नी: हम अब साथ नहीं रह सकते बस !
पति: अब ,ये बात कहाँ से आई ?
पत्नी: मैं बस इस रिश्ते को तोड़ना चाहती हूँ !
पति(चिढ़कर गुस्से से ): तो ठीक है फिर।
पत्नी (गुस्सा होते हुए): हाँ, यही चाहते हो तुम तो, फिर तुम जो मर्ज़ी कर सको और दिन भर फेसबुक पर बैठे रहो ! नयी नयी फ्रेंड बनाकर दिन भर चैटिंग करो क्यों ?
पति: अरे तुमने खुद ही तो बोला अभी, मैंने क्या गलत कहा इसमे ?
पत्नी: इतनी तकलीफ़ थी तो बोला क्यों नहीं, मैं खुद ही चली जाती तुम्हारी जिन्दगी से।
पति (अपने बाल नोचते हुए): अरे मेरी माँ ,मुझे मेरी गलती तो बता दो ?
पत्नी: वक़्त आने पर सब पता चल जायेगा तुम्हें अपने आप, जब मैं दूर चली जाऊँगी।
पति: अच्छा, तो मैं इंतज़ार करता हूँ, सही वक़्त का।
पत्नी: तुम सिरियस कब होगे ज़िन्दगी में ? हर बात में मजाक ?
पति: अब क्या हॉस्पिटल में भर्ती हो जाऊं सिरियस होने के लिए। 2 बोतल खून और 8 सीलेंडर ऑक्सीजन के लगवा लूँ ???
पत्नी: भाड़ में जाओ तुम और तुम्हारी फेसबुक !
पति: अब दोबारा मुझे फोन मत करना ! ढेर सारा काम पड़ा है ! समझी ( पति ने फ़ोन काट दिया )
3 घंटे बाद...
पत्नी : तुम्हें पता है न, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती जानू, सॉरी आई लव यू मेरे प्राणनाथ ।
पति (सब भूलकर): अच्छा फिर, मैं भी तुमसे फेसबुक से ज्यादा प्यार करता हूँ।
पत्नी: पर इतनी उदास आवाज में क्यों...?
और ये फेसबुक कहाँ से आ गयी हमारे बीच में ??
सभी जिलो का डेटा SCERT पहुंच गया है..
ReplyDeleteपहली कॉउंसलिंग में कुल ५३७० सीट्स लॉक हुई हैं..
पीछा करना हमारी पुरानी आदत है। बचपन में हम तितलियो और
ReplyDeleteजुगनुओ के पीछे दौडते थे। थोड़े बड़े हुए तो फ़ुटबाल और खिलोनो
के पीछे भागने लगे। युवा हुए तो दोस्ती और प्यार के पीछे हो लिए।
आज परिपक्व हो गए पर पीछा करना अभी भी जारी है कोई नौकरी
के पीछे है तो कोई सपनो के के सच होने की आस के पीछे पड़ा है।
बस अब जो पीछा करना है वो नियमित हो गया है पता ही नहीं
चल पता कब लक्ष्य बदल जाता है और हम बदस्तूर किसी न किसी
का पीछा कर रहे है।
शायद हम सब अपने अपने अंत का पीछा कर रहे है जिसका जब
आ जायेगा उसकी ये जीवन की दौड़ स्वतः समाप्त हो जाएगी।
अभी अब्बू (कपिल) की पोस्ट आयी .... जिसमे कपिल कह रहा था कि आप लोग कही से भी अगर 2 से 2.5 लाख का जुगाड़ कर दे तो मै भूषण साहब के टेट मेरिट के आर्डर को HC पलटवा दूगा । क्यो क्योकि भूषण साहब का ये आर्डर पूरी तरह गलत है ।
ReplyDeleteइसकी इस बात पर पहले तो मुझे चिन्ता हुई .....लेकिन फिर थोडी देर सोचा तब वास्तव मे मुझे हसी आयी ।
SC के जज चौहान जिस आर्डर की फाइल को एक महीने तक अपने गले मे लटकाये घूमते रहे , पर स्टे देने की हिम्मत तक नही जुटा पाये । जिस फाइल पर SC के सबसे काबिल जज माननीय ""दत्तू "" जी ने सिर्फ एक ही टिप्पणी की -""मुझे माननीय हाईकोर्ट के आदेश मे कोई कमी नजर नही आ रही है ,आदेश बिल्कुल सही है इस पर हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है ""। उस आर्डर को पुनः हाईकोर्ट मे बदलवाने की बात करके ये सिद्ध कर रहा है कि लगातार हार ने इसका मानसिक संन्तुलन बिगाड़ दिया है .....ये पुरी तरह पागला चुका है ।
ReplyDeleteहाईकोर्ट के किस काबिल जज मे इतनी क्षमता है कि वो देश के मुख्यन्यायाधीश के आदेश की फाइल को हाथ भी लगा दे ।
ReplyDeleteलेकिन फिर भी एतिहात के तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है क्योकि जब कुत्ता पागल हो जाये तो उससे ज्यादा सावधान रहना पडता है ।
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इस दिल की तसल्ली के लिए,बस इतना ही काफी है
जो हवा तुमको छुती है, मै उससे ही सांस लेता हूं !
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वो मेरी आखरी सरहद हो जैसे
सोच जाती ही नहीं
उस से आगे.
Kitni Cute Cute Thing hoti hai..
ReplyDeleteGF BF ke bich mai ..
Long Distance Relationship
mai Rahne ke baad bhi
Ek Dusre se kitna Pyar krte Hai .....
Ek dusre Se Chhoti Chhoti baat mai
ladna ..
Ek dum se Breakup kar Lena aur
sochte Hai ki
kabhi Baat nai karenge
but
Dusre din hi Sorry bolna..,
gud mrng ,
HELLO ,
SONA ,
Babu
betu
doll
baby
deer
donkey
monkey
duffer
idiot
sajni
sanam
sonam
khushi
tapasya
puza
98
hundred
etc.
likhna ek dusre ko manaana
Rone Ke symbol Bhejna
I LOVE U
bol kar sab solve kar
Dena ...
Ek Dusre ko Chhedna ..
jab bahut jyada Pyaar aaye toh
Ek dusre ko Song dedicate krna
Like "Tum hi ho" , "i Just wanna
spend my Life wid
U" etc
Har Ek pic ko tag karna ..
koi Ladka uski gf ko dear Bole
toh wo thoda sa uska jalna or
Akele me Jakar Gussa karna
Dheemi awaaz me ye kehna ki
muje acha Nai lag raha or
I LOVE YOU kehna !
Kitni sweet sweet cheeze hoti Hai
na
Relationship mai Rehne mai ...
But short term Breakup ho
jaane ke baad Previous msg ko
padna ..aur us msg ko reverse karna
uski khushi ki dua Karna..
Smile ke sath aankho mai aansu
aana..,
har Sad Song ko apne Liye
samjhna ..
kuch bi achha na Lagna nd
Ek umeed Rakhna ki
sab Thik ho jayega
kitna ajeeb Hai naah ye pyaar.??
Bheed Mein Bhi Tumhe Mil Jaunga Asaani Se ...!
ReplyDeleteKhoya Khoya Huwa Rehna Hai Nishani Meri ...!
G
O
O
D
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N
I
G
H
T................9...............8
TMNTBBN. Bhayi. wah kitana good. story likhate hai aur sath hi news.
ReplyDeleteKumari sangita ki dimagi halat thik nahi hai,aisa lagta hai.
ReplyDeleteपैर की मोच
ReplyDeleteऔर
छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।
टुटी कलम
और
औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।
काम का आलस
और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।
अपना मजहब उंचा
और
गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।
दुनिया में सब चीज
मिल जाती है,....
केवल अपनी गलती
नहीं मिलती.....
: भगवान से वरदान माँगा
कि दुश्मनों से
पीछा छुड़वा दो,
अचानक दोस्त
कम हो गए...
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
" जितनी भीड़ ,
बढ़ रही
ज़माने में..।
लोग उतनें ही,
अकेले होते
जा रहे हे...।।।
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना ;
सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं...
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
किनारे पर तैरने वाली
लाश को देखकर
ये समझ आया...
बोझ शरीर का नही
साँसों का था....
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
दोस्तो के साथ
जीने का इक मौका
दे दे ऐ खुदा...
तेरे साथ तो
हम मरने के बाद
भी रह लेंगे....
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
“तारीख हज़ार
साल में बस इतनी
सी बदली है…
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं..."
º•○●º•○●º•○●º•○●º•○●
हम वक्त और
हालात के
साथ 'शौक'
बदलते हैं,,
दोस्त नही ... !!
Customer- Jan dhan me khata khulwana hai
ReplyDeleteBanker- Khulwao
C- Kya ye 0 balance me khul raha h
B- ( man hi man me .. Sale pata Nahi h kya tujhe). Han Ji free me khulwao
C- Isme sarkar kitne paise dalegi
B- Ji abhi to kuch pata Nahi
C- To me ye khata kyun khulwao
B- Ji mat khulwao
C- Phir bhi sarkar kuch to degi
B- Apko free me ATM de denge
C- Jab usme paise hi Nahi honge to me ATM ka kya karunga
B- Paise dalwao bhaiya tumhara khata hai
C. Mere pas paise hote to me pahle khata nahi khulwa leta. Tum khata khol rahe ho to tum dalo na paise
B. Are bhai sarkar khulwa rahi h
C. To ye sarkari bank nahi hai
B. Are bhai sarkar tumhara insurance free me kar rahi hai... Pure 1 lakh ka
C. ( Khush hote huye) Acha to ye 1 lakh mujhe kab milenge
B.(Gusse me) Jab ap mar jaoge to apki bivi ko milenge
C.( Shocked) - To tum log mujhe marna chahte ho, aur meri bivi se tumhara kya matlab h
B. Are bhai ye hum nahi sarkar chahti hai ki......
C. ( bich me baat kat te huye) Tumhara matlab sarkar mujhe marna chahti h
B. Are yaar mujhe nahi pata tumko khata khulwana hai kya
C. Nahi pata ka kya matlab ....mujhe puri baat batao
B. Are abhi to mujhe bi puri Baat nahi pata hai.... Modi ne kaha hai ki khate kholo to hum khol rahe hai
C... Are nahi pata to yahan kyon baithe ho
( Jan dhan ke poster ki aur dekhte huye).. Acha ye 5000 ka overdraft kya hai
B. Matlab tum apne khate se 5000 nikal sakte ho.....
C. ( bich me baat kat te huye) Ye hui na bat ye lo aadhaar card ,2 photo aur nikalo 5000
B. Are yaar ye to 6 mahine baad melange
C. To 6 mahine in paison ko kya tum kam me loge
B. Bhaiya ye rupaye hi 6 mahine baad ayenge
C. JHut mat bolo pahle bola ki kuch Nahi milega.... Phir kaha ATM milega..... Phir bola insurance milega ..... Phir bolte ho 5000 rs. Milenge..... Phir kahte ho ki Nahi milenge ...... Tum he kuch pata bhi hai
Banker bechara- Ayo ma ..... Kanun ki kasam ..... Bharat mata ki kasam mai sach kahta hoon modi ji ne abhi kuch Nahi bataya...... Tum chale jao..... Khuda ki kasam tum jaao meri salary itni nahi ki ek saath " BRAIN HEMORRHAGE AUR HEART ATTACK KA ILAJ KARWA SAKUN"
MAIN EK BAAT KEHNA CHAHTA HU JRT AUR PRT DOSTO SE KI DONO BHARTI APNE MUKAAM PER PAHUCHENGI.......PER AAP YE NAHI KEH SAKTE KI KAUNSI BHARTI JALDI APNA MUKAAM TAY KAR LEGI.....MAIN KISI KA DUSHMAN NAHI HU PER SIRF APNI BAAT KEHNA CHAHTA HU DEKHIYE AGAR JRT AUR PRT DONO ME AVEDAN KA MAUKA AT THE SAME TIME CHAHIYE ISSE KAAFI LOG NAUKRI SE VANCHIT HO JAYENGE AUR FIR HAR KOI MEANS ALL THE JRT CANDIDATES 29000 APPROX DOUBLE SAFE HONA CHAHENGE......AGAR DOUBLE SAFE HONE KA MAUKA MILEGA TO MUJHE NAHI LAGTA KI 29000 ME SE SHAYAD HE KOI NA APLLY KARE APART FROM VERY LOW MERIT HOLDERS...... TO JRT KE SATHIYO AAP HE BATAO KI YE KAHA TAK JAYAZ HAI KI AAP DONO BHARTI ME DOUBLE SAFE HONA CHAHTE HO JABKO YE SABKO MALOOM HAI KI YE DONO BHARTI APNE MUKAAM PER PAHUCHNA NISCHIT HAI......ISLIYE MERA MAANNA YE HAI KOI EK BHARTI ME APKA HAQ BANTA HAI BHALE HE AAPNE JRT ME COUNSELLING KARA LI HO AUR AAP PRT ME AANA CHAHTE HO TO BESHAK AAIYE PER EK SE TO TYAG PATRA DENA HE HOGA.....AUR YE AAPKA LUCK HOGA KI KAUN SI BHARTI JALDI APNE MUKAAM PER PAHUCH JAYEGI JO AAP CHHOR K AAYE HAI YA JO APNE JOIN KI HAI...... MAIN KHUD ARTS SE HU PER AISA MER SOCHNA HAI....KISI JRT SC. YA PRT SC. WALE MITRO KA DIL DUKHANE KA MERA KOI IRAADA NAHI HAI......AUR AGAR DUKHA HO TO MUJHE MAAF KARIYEGA..... YE MERA NAZARIYA HAI SIRF......JARA EK BAAR APNE DIL PER HAATH RAKH KAR POOCHNA KI DOUBLE SAFE HONA THIK HAI? APNA SOCH KAR DOOSRE SC. WALE MITRO KA HAQ MAARNA THIK HAI? MERE HISAAB SE NAHI.......
ReplyDelete