पहले परीक्षा में दिक्कत, अब भर्ती पर सवाल
कार्यालय संवाददाता, हाथरस : बेसिक शिक्षा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने का सपना देख टीईटी पास अभ्यर्थियों की मुसीबतें कम होने का नाम नही ले रही है। पास अभ्यर्थियों को टीईटी परीक्षा निरस्त होने का डर सताने लगा है। रविवार को लेबर कालोनी पार्क में हुई बैठक में टीईटी अभ्यर्थियों ने निर्णय लिया कि जल्द ही न्याय दिलाने के लिये राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जायेगा।
उत्तर प्रदेश में परिषदीय स्कूलों में शिक्षक बनने के लिये शासन ने शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य कर दी थी। पिछले साल सितंबर माह में शिक्षक पात्रता परीक्षा के आवेदन फार्म भरे गये। आवेदन फार्म भर गये लेकिन तमाम अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र नही आये तो उनकों अलीगढ़ जाकर प्रवेश पत्र निकलवाने पड़े। 25 नवम्बर को अलीगढ़ में परीक्षा कराई गई। परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को लगा कि परीक्षा पास करने के बाद शिक्षक बनने का सपना पूरा होगा। लेकिन विगत दिनों जब माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के शिक्षक पात्रता परीक्षा में गड़बड़ी करने पर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। निदेशक के फंस जाने से अभ्यर्थियों में परीक्षा के निरस्त होने का डर सता रहा है। रविवार को लेबर कालोनी पार्क में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों ने बैठक में निर्णय लिया कि टीईटी परीक्षा कभी निरस्त न की जाए। परीक्षा में हुई धांधली की जांच सीबीआई से कराई जाए। बैठक में अध्यक्ष साहब सिंह, उपाध्यक्ष योगेश सेंगर, प्रवीन उपाध्याय आदि उपस्थित थे।
News : Jagran (12.2.12)
only HIGH LEVEL INVESTIGATION IS THE OPTION
ReplyDelete@muskan ji please j.p. Nagar amar ujala ki tet passout ki news publish kare."kuchh bhrast logo ki saza mehnati yogya tet passout nahi bhugtenge."
ReplyDeleteBlog par comment dene se behtar hai jyada se jyada meeting kare newspaper me report de jisse un logo ko sahash mile jo tet nirast hone ki sambhavna me s.court jayenge.
ReplyDeleteAcadmic merit of
ReplyDeleteGRADUATION + B.Ed (Theory ) will be better option.......
Or
One more competition Exam by S.S.C will also better.......
BUT 10th, 12th, GRADUATION, B.Ed combined merit i is not FAIR solution........