सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Saturday, January 4, 2014
UPTET 2014 : Apply for UPTET 2014
UPTET 2014 : Apply for UPTET 2014 Regisration from 7th Jan 2014 to 21st Jan 2014
friends- after reading the order many times i am 100% sure that govt slp wil not stand for more then 10 minutes in supreme court because justice bhushanji and justice vipin sinha define all 7 legal questions perfectly in order and there is no chance that govt will get any relief from supreme court even if we read the order of justice tandon ji then he only dismiss our writ on the issue of trainee teacher which state govt never raised in his argument and all other issues like amendment is prospective, bad part can be segregated by good parts so there is no doubt left before tet merit supporter about their victory in supreme court and govt also know this fact and it is the only reason they r delaying to remove defect and re-file their slp in supreme court.
Barson k intazar ka Aanjaam likh Diya, kagaz py sham kat k Phir sham likh Diya, bikhri padi thi toot k kaliyan zameem Par, Tarqib de k maine tera Naam Likh Diya, E Dost Aashqi ko kahan tak Nibhauon main, kis bewafa k sath mera Naam Likh Diya,,,
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर भर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव को गैर जमानती वारंट जारी होगा
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'> एक सुलभ शौचालय में एक अकेडमिक वीर महोदय ने प्रवेश किया। घुसते ही सामने की दीवार पर लिखा था की " यदि आप टेटवीर हैं तो आप अपना कार्य संपन्न कर चले जाएँ और यदि आप अकेडमिक वीर हैं तो आपके लिए बगल वाले दाहिने कमरे में विशेष निर्देश है"। उस अकेडमिक वीर ने सोचा की कोई स्पेशल व्यवस्था होगी अतः वह बगल वाले कमरे में पंहुचा। वहां दीवार पर लिखा था की-" अकेडमिक वीर कृपया अगले कमरे में लिखे विशेष नियम का पालन करें"। अब अकेडमिक वीर अगले कमरे में घुसा वहां पर भी इसी प्रकार का एक निर्देश अंतिम कमरे में जाने के लिए मिला। जब अंतिम कमरे में अकेडमिक वीर महाशय घुसे तो वहाँ बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था कि-" अरे अकेडमिक वीर ये सुलभ शौचालय है की कोई पार्क? खामखाँ इधर-उधर क्यूँ घूम रहा है, क्या तुझे घूमने के लिए यही जगह मिली है मूर्ख? अरे भाई जो करने आया है वो करके जा यहाँ से क्यों अपना समय बरबाद कर रहा है? चल तेरा बैंड बज चुका अब दूसरे किसी अकेडमिक वीर को आने दें !
मैंने कभी किसी ईसाई को मंदिर या मस्जिद में जाते नहीं देखा कभी किसी मुस्लिम को मंदिर या गिरिजाघर में जाते नहीं देखा कभी भी किसी मुस्लिम को सर पर तिलक या जय श्री राम कहते नहीं सुना किसी ईसाई या मुस्लिम के घर पर दिवाली के दीपक जलते नहीं देखे! अगर सर्व धर्म समभाव है .. तो क्या सिर्फ हिन्दुओ के लिए ही सर्व धर्म समभाव है ??? क्यूँ हम लोग हैप्पी क्रिसमस और ईद मुबारक कहते है ....?? क्या हिन्दू धर्म में त्योहारों की कमी है ?? सेक्युलर नहीं सनातनी हिन्दू बनो ... सुधर जाओ हिन्दुओ अभी भी वक्त है मुझे एक क्रिस्टियन बताओ जो आपको महा शिवरात्रि या शिव जयंती या किसी हिन्दू त्यौहार की बधाईयाँ देता हो पर मै आज आपको 50+ करोड़ सेक्यूलर हिन्दू बता सकता हूँ जो मेरी क्रिस्मस कहने में खुद को गर्वान्वित महूसस करते है!
टीईटी का भारांक देना या न देना राज्य सरकार का विषय है एनसीटीई ने जो भारांक देने की बात कही है और वृहद्पीठ ने भी उसे लागू किया है यह नियोक्ता के अधिकार का अतिक्रमण है। अगर नियोक्ता चाहे तो टीईटी मेरिट बनायीं जा सकती है । एनसीटीई सिर्फ् टीईटी उत्तीर्ण की बात कर सकती है। उत्तर प्रदेश में बड़ा रोचक दृश्य है। बसपा सरकार ने टीईटी मेरिट लागू कर दिया जो कि आर्टिकल १४ का दिल से सम्मान करती है। अब उसे रद्द करने का मतलब आर्टिकल १४ का उलंघन है। सपा की घमंडी सरकार को कोर्ट का दमदार तमाचा जरूर लगेगा ।
SARKAR SLP K DEFECT KO 20 FEB TAK NI DOOR KARTI H TO SLP APNE AAP KHARIJ HO JYEGI OR AGER DOOR KARTI H TO GOV K OPPOSITE 1 OR POINT YE BAN JYEGA KI AGER SC JANA HI TA TO SLP DALNE ME 28 DAYS LGA DIYE USPER B DEFECT DOOR KARNE ME ITNA TIME LIA ISSE SC K SAMNE GOV KI MANSA CLEAR HOGI KI DEDLINE K ITNE KARIB HOTE HUE B GOV NE ITNA TIME JAN KER BARBAD KIA SC B JAN LEGA KI UP GOV B.ed walo ki bharti time rhte krna hi ni chahti qki B.T.C OR URDO WALO KI COUNSLING TO KER LI PER JNR WALO KI Q NI KI ,ISSE CLEAR HO JYEGA KI JAN KER GOV NE B.ed WALO KI SARI BHARTIYAN ATKA RKHI H,USKE BAD JO SC KA FAISLA HOGA WO BTANE KI JARURAT NI H AAP KUD SAMJ GYE HOGE,WO KAHTE H NA SBER KA FAL MEETA HOTA H OR UPER WALE K GR DER H ANDER NI
राजस्थान की वर्तमान CM वसुधंरा राजे ने चुनाव के पहले कहा था कि सत्ता मे आने पर वे TET की अनिवार्यता खत्म करेगीँ परन्तु सत्ता प्राप्ति के बाद TET के प्रति उनकी सोच मे दो परिवर्तन देखने को मिले - 1- प्राथमिक शिक्षको की भर्ती टेट मेरिट से 2- पहले से चल रही शिक्षक भर्ती मे पुर्व सरकार द्वारा SC मे दाखिल SLP को वापस लेना उपरोक्त दोनो बातोँ के संदर्भ मे सोचने पर यही लगता है कि अन्य कोई भी सरकार अभ्यर्थियो के प्रति इतनी हिँसक सोच नही रखती जितना ये सपा सरकार रखती है ।मित्रो क्या आपको लगता है कि सपा की जगह कोई अन्य पार्टी होने पर हमारे साथ ऐसा ही होता जो अभी सपा सरकार हम लोगो के साथ कर रही है ?
भोजन के अन्त में पानी विष समान है । भोजन हमेशा धीरे धीरे, आराम से जमीन पर बैठकर करना चाहिए ताकि सीधे अमाशय में जा सके । यदि पानी पीना हो तो भोजन आधा घंटा पहले पी ले । भोजन के समय पानी न पियें । यदि प्यास लगती हो या भोजन अटकता हो तो मठ्ठा / छाछ ले सकते हैं या उस मौसम के किसी भी फल का रस पी सकते है (डिब्बा बन्ध फलों का रस गलती से भी न पियें) । पानी नहीं पीना है क्योंकि जब हम भोजन करते है तो उस भोजन को पचाने के लिए हमारी जठराग्नि में अग्नि प्रदीप्त होती है । उसी अग्नि से वह खाना पचता है । यदि हम पानी पीते है तो खाना पचाने के लिए पैदा हुई अग्नि मंद पड़ती है और खाना अच्छी तरह से नहीं पचता और वह विष बनता है । कई तरह की बीमारियां पैदा करता है । भोजन करने के एक घन्टा बाद ही पानी पिए वो भी घूंट घूंट करके । सुबह उठकर दो तीन गिलास पानी पिए, दिन में ३-४ लिटर पानी जरूर पिए और पानी हमेशा कुनकुना(न ज्यादा ठण्डा न गर्म) पीए और आराम से बैठ्कर घूंट भर भर के पिए फायदे मोटापा कम करने के लिए यह पद्धति सर्वोत्तम है । पित्त की बिमारियों को कम करने के लिए, अपच, खट्टी डकारें, पेट दर्द, कब्ज, गैस आदि बिमारियों को इस पद्धति से अच्छी तरह से ठीक किया जा सकता है ।
Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously. कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।
friends-
ReplyDeleteafter reading the order many times i am 100% sure that govt slp wil not stand for more then 10 minutes in supreme court because justice bhushanji and justice vipin sinha define all 7 legal questions perfectly in order and there is no chance that govt will get any relief from supreme court even if we read the order of justice tandon ji then he only dismiss our writ on the issue of trainee teacher which state govt never raised in his argument and all other issues like amendment is prospective, bad part can be segregated by good parts so there is no doubt left before tet merit supporter about their victory in supreme court and govt also know this fact and it is the only reason they r delaying to remove defect and re-file their slp in supreme court.
Barson k intazar ka Aanjaam likh Diya,
ReplyDeletekagaz py sham kat k Phir sham likh Diya,
bikhri padi thi toot k kaliyan zameem Par,
Tarqib de k maine tera Naam Likh Diya,
E Dost Aashqi ko kahan tak Nibhauon main,
kis bewafa k sath mera Naam Likh Diya,,,
If you make a girl laugh, she likes you....
ReplyDeleteBut if you make her cry, she loves you...
पहली बात sc मे सुनवाई तो तब होगी जब सरकार की SLP एक्टिव होगी । दूसरी बात 72825 पदों पर
ReplyDeleteभर्ती चुनावी अधिसूचना से प्रभावित नही होगी । भर्ती 31 मार्च तक हर हालत मे पूरी होगी चाहे sc मे slp खारिज
होने के बाद हो या अवमानना होने पर । सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सरकार को और उसके सचिवों को है
क्योंकि अवमानना होने पर जेल उन्हे ही जाना पड़ेगा । 20 फरवरी तक भर्ती या तो शुरू होगी या अगले सप्ताह सचिव
को गैर जमानती वारंट जारी होगा
निरहुआ क्रांतिकारी 'विद्रोही'>
ReplyDeleteएक सुलभ शौचालय में एक अकेडमिक वीर महोदय ने प्रवेश किया। घुसते ही सामने की दीवार पर लिखा था की " यदि आप टेटवीर हैं तो आप अपना कार्य संपन्न कर चले जाएँ और यदि आप अकेडमिक वीर हैं तो आपके लिए बगल वाले दाहिने कमरे में विशेष निर्देश है"। उस अकेडमिक वीर ने सोचा की कोई स्पेशल व्यवस्था होगी अतः वह बगल वाले कमरे में पंहुचा। वहां दीवार पर लिखा था की-" अकेडमिक वीर कृपया अगले कमरे में लिखे विशेष नियम का पालन करें"। अब अकेडमिक वीर अगले कमरे में घुसा वहां पर भी इसी प्रकार का एक निर्देश अंतिम कमरे में जाने के लिए मिला। जब अंतिम कमरे में अकेडमिक वीर महाशय घुसे तो वहाँ बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था कि-" अरे अकेडमिक वीर ये सुलभ शौचालय है की कोई पार्क? खामखाँ इधर-उधर क्यूँ घूम रहा है, क्या तुझे घूमने के लिए यही जगह मिली है मूर्ख? अरे भाई जो करने आया है वो करके जा यहाँ से क्यों अपना समय बरबाद कर रहा है? चल तेरा बैंड बज चुका अब दूसरे किसी अकेडमिक वीर को आने दें !
मैंने कभी किसी ईसाई को मंदिर या मस्जिद में जाते
ReplyDeleteनहीं देखा कभी किसी मुस्लिम को मंदिर या गिरिजाघर में जाते नहीं देखा कभी भी किसी मुस्लिम को सर पर तिलक या जय श्री राम कहते नहीं सुना किसी ईसाई
या मुस्लिम के घर पर दिवाली के दीपक जलते नहीं देखे!
अगर सर्व धर्म समभाव है .. तो क्या सिर्फ हिन्दुओ के लिए ही सर्व धर्म समभाव है ???
क्यूँ हम लोग हैप्पी क्रिसमस और ईद मुबारक कहते है ....??
क्या हिन्दू धर्म में त्योहारों की कमी है ??
सेक्युलर नहीं सनातनी हिन्दू बनो ...
सुधर जाओ हिन्दुओ अभी भी वक्त है
मुझे एक क्रिस्टियन बताओ जो आपको महा शिवरात्रि या शिव जयंती या किसी हिन्दू त्यौहार की बधाईयाँ देता हो
पर मै आज आपको 50+ करोड़ सेक्यूलर हिन्दू बता सकता हूँ जो मेरी क्रिस्मस कहने में खुद को गर्वान्वित महूसस करते है!
टीईटी का भारांक देना या न देना राज्य सरकार का विषय है एनसीटीई ने जो भारांक देने की बात कही है और वृहद्पीठ ने भी उसे लागू किया है यह नियोक्ता के अधिकार का अतिक्रमण है।
ReplyDeleteअगर नियोक्ता चाहे तो टीईटी मेरिट बनायीं जा सकती है ।
एनसीटीई सिर्फ् टीईटी उत्तीर्ण की बात कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में बड़ा रोचक दृश्य है।
बसपा सरकार ने टीईटी मेरिट लागू कर दिया जो कि आर्टिकल १४ का दिल से सम्मान करती है।
अब उसे रद्द करने का मतलब आर्टिकल १४ का उलंघन है।
सपा की घमंडी सरकार को कोर्ट का दमदार तमाचा जरूर लगेगा ।
SARKAR SLP K DEFECT KO 20 FEB TAK NI DOOR KARTI H TO SLP APNE AAP KHARIJ HO JYEGI OR AGER DOOR KARTI H TO GOV K OPPOSITE 1 OR POINT YE BAN JYEGA KI AGER SC JANA HI TA TO SLP DALNE ME 28 DAYS LGA DIYE USPER B DEFECT DOOR KARNE ME ITNA TIME LIA ISSE SC K SAMNE GOV KI MANSA CLEAR HOGI KI DEDLINE K ITNE KARIB HOTE HUE B GOV NE ITNA TIME JAN KER BARBAD KIA SC B JAN LEGA KI UP GOV B.ed walo ki bharti time rhte krna hi ni chahti qki B.T.C OR URDO WALO KI COUNSLING TO KER LI PER JNR WALO KI Q NI KI ,ISSE CLEAR HO JYEGA KI JAN KER GOV NE B.ed WALO KI SARI BHARTIYAN ATKA RKHI H,USKE BAD JO SC KA FAISLA HOGA WO BTANE KI JARURAT NI H AAP KUD SAMJ GYE HOGE,WO KAHTE H NA SBER KA FAL MEETA HOTA H OR UPER WALE K GR DER H ANDER NI
ReplyDeleteराजस्थान की वर्तमान CM वसुधंरा राजे ने चुनाव के पहले कहा था कि सत्ता मे आने पर वे TET की अनिवार्यता खत्म करेगीँ परन्तु सत्ता प्राप्ति के बाद TET के प्रति उनकी सोच मे दो परिवर्तन देखने को मिले -
ReplyDelete1- प्राथमिक शिक्षको की भर्ती टेट मेरिट से
2- पहले से चल रही शिक्षक भर्ती मे पुर्व सरकार द्वारा SC मे दाखिल SLP को वापस लेना
उपरोक्त दोनो बातोँ के संदर्भ मे सोचने पर यही लगता है कि अन्य कोई भी सरकार अभ्यर्थियो के प्रति इतनी हिँसक सोच नही रखती जितना ये सपा सरकार रखती है ।मित्रो क्या आपको लगता है कि सपा की जगह कोई अन्य पार्टी होने पर हमारे साथ ऐसा ही होता जो अभी सपा सरकार हम लोगो के साथ कर रही है ?
भोजन के अन्त में पानी विष समान है ।
ReplyDeleteभोजन हमेशा धीरे धीरे, आराम से जमीन पर बैठकर करना चाहिए ताकि सीधे अमाशय में जा सके । यदि पानी पीना हो तो भोजन आधा घंटा पहले पी ले । भोजन के समय पानी न पियें । यदि प्यास लगती हो या भोजन अटकता हो तो मठ्ठा / छाछ ले सकते हैं या उस मौसम के किसी भी फल का रस पी सकते है (डिब्बा बन्ध फलों का रस गलती से भी न पियें) । पानी नहीं पीना है क्योंकि जब हम भोजन करते है तो उस भोजन को पचाने के लिए हमारी जठराग्नि में अग्नि प्रदीप्त होती है । उसी अग्नि से वह खाना पचता है । यदि हम पानी पीते है तो खाना पचाने के लिए पैदा हुई अग्नि मंद पड़ती है और खाना अच्छी तरह से नहीं पचता और वह विष बनता है । कई तरह की बीमारियां पैदा करता है । भोजन करने के एक घन्टा बाद ही पानी पिए वो भी घूंट घूंट करके ।
सुबह उठकर दो तीन गिलास पानी पिए, दिन में ३-४ लिटर पानी जरूर पिए और पानी हमेशा कुनकुना(न ज्यादा ठण्डा न गर्म) पीए और आराम से बैठ्कर घूंट भर भर के पिए
फायदे
मोटापा कम करने के लिए यह पद्धति सर्वोत्तम है । पित्त की बिमारियों को कम करने के लिए, अपच, खट्टी डकारें, पेट दर्द, कब्ज, गैस आदि बिमारियों को इस पद्धति से अच्छी तरह से ठीक किया जा सकता है ।
M
ReplyDeleteE
R
I
.
.
.
W
A
L
I
.
.
.
.
"बात इतनी सी थी ,
कि तुम अच्छे लगते थे,
अब बात इतनी बढ़ गई,
कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता..