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Sunday, November 6, 2011

ऐसे कैसे टीईटी की दीवार भेदेंगे बेरोजगार!

ऐसे कैसे टीईटी की दीवार भेदेंगे बेरोजगार! (UPTET 2011 Examination)

हरदोई। 72 हजार शिक्षकों की रिक्तियों में अपना एक नाम शामिल करवाने को शिक्षित बेरोजगारों क ो शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी की दीवार को पास करना ही होगा। वह भी तब जब उनके सामने परीक्षा को पास करने के लिए कोई पाठ्यक्रम ही मौजूद नहीं है। इसके बाद भी जिले के 13 हजार से अधिक आवेदक बुक स्टालों पर टूटक र हर पब्लिकेशन की किताबों को खंगालने में लगे हैं। इधर आवेदकों की भीड़ हटने के बाद बैंकों, सेवायोजन कार्यालय के जिम्मेदारों ने राहत की सांस ली है।
शिक्षक बनने को अब शिक्षित बेरोजगारों को टीईटी का प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य है। जिले की बैंक क ी चार शाखाओं से निधार्रित तिथि तक 13 हजार 600 फार्मों की बिक्री हो सकी। इससे पता चलता है कि जिले से भी आवेदन करने वालों की संख्या 13 हजार रही है, जो 13 नवंबर को होने वाली परीक्षा में सफल होने को बुक स्टालों के चक्कर लगाने से नहीं थक रहे हैं। इस ओर कोई पाठ्यक्रम निर्धारित न होने से बेरोजगारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बाजार में कई प्रकाशनों की बुकें मौजूद हैं। आवेदक शिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि ऐसी परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम का निर्धारण तो होना ही चाहिए। इधर शिक्षित बेरोजगारों की भीड़ स्टालों पर देखकर बुक सेलर भी एक ही किताब को कई रेटों में बेचने से नहीं चूक रहे हैं। उधर, बैंकों में तो जब तक आवेदन मिलते रहे, तब बेरोजगारों की लाइनें बाहर लगी रहीं, जिसको लेकर बैंकों के अन्य होने वाले कामों में भी कहीं न कहीं फर्क पड़ा, पर अब बैंकों के जिम्मेदारों ने राहत की सांस ली है। सेवायोजन कार्यालय के प्रभारी राजेश कुमार अवस्थी का कहना है कि जब से पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया था, तब से ही शुरुआती दो दिनों में ही एक हजार पंजीकरण हो गए थे, अब रुक-रुक कर लोग आ रहे हैं, जिससे राहत है।
News source : http://www.amarujala.com/city/Hardoi/Hardoi-47633-37.html
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