जून से शुरू होगी डबल डेकर एसी ट्रेन
वाराणसी सीट अपने पास रखते हुए उत्तर प्रदेश को अपनी नई राजनीतिक कर्मभूमि बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी को पहला बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं।
मोदी सरकार जून में लखनऊ से नई दिल्ली के बीच डबल डेकर एसी ट्रेन चलाने जा रही है। केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश को यह पहला तोहफा होगा।
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में ट्रेन संचालन की तैयारियां पूरी होने के संकेत दे दिए हैं। गौड़ा ने रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के साथ बृहस्पतिवार को पीएम से मुलाकात की थी।
प्रस्तावित डबल डेकर ट्रेन लखनऊ के चारबाग स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलेगी। यह ट्रेन बरेली और मुरादाबाद के रास्ते चलेगी। इसके लिए रेलवे काफी दिनों से तैयारी कर रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे की ओर से सेफ्टी कमिश्नर (सीआरएस) को ट्रैक व सुरक्षा संबधी जांच के लिए काफी पहले लिखा जा चुका है।
पीएमओ ले रहा है सीधे जानकारी
चूंकि अब इस मामले में पीएमओ और रेलमंत्री सीधे रुचि ले रहे हैं इसलिए एक पखवाड़े में ही सारी कार्रवाई पूरी हो जाने की उम्मीद है। लखनऊ से नई दिल्ली के बीच प्रस्तावित डबल डेकर ट्रेन में कुल 11 कोच होंगे।
प्रत्येक कोच में 110 सीटें होंगी। रेल कोच फैक्ट्री से एनईआर रेलवे को डबल डेकर ट्रेन के लिए कोच मिल चुके हैं। इनमें से कुछ कोच लखनऊ के गोमतीनगर यार्ड में पहुंच चुके हैं
लखनऊ के लोगों को होगा फायदा
News Source/ Sabhaar : Amar Ujala (01.06.2014)
अब न घर में बैठना , वरना बैठे ही रह जाओगे
ReplyDeleteइस धरती की पुण्य धरा पर इतिहास कहाँ लिख पाओगे
कर्म से अपनी भाग्य रेखा हमको स्वयं बलनी है।
इतिहास की नयी इबारत इसी धारा पर लिखनी है।
लाख दुश्मन ताकतवर हो , जीत कर ही हमको आना है।
अपने घरवालों के चेहरों पर खुशियाँ वापस लाना है।
फिर इतिहास बनाना है।
फिर इतिहास बनाना है।
साथियों
ReplyDeleteअब समय घरों के भीतर बैठने का नही बल्कि अपनी नौकरी के लिये सरकार का कालर पकडने का है। उत्तर प्रदेश सरकार इस भर्ती को अपना दुश्मन समझती है। और किसी भी स्थिति में करने के पक्ष में नही है।
अतः सरकार को कोई कदम उठाते न देख हम स्वयं अपनी भर्ती के लिये उठ खडे हो गये हैं ।
कोई भी कार्य हो कितना भी जरूरी हो , हाथ जोड़कर विनती करता हूँ । उसे छोड़कर लखनऊ चले आइये । यदि हम इस बार चूक गये तो भर्ती तबाही की गर्त में समा जायेगी ।
दोस्तों कल के लिये सारे काम स्थगित कर दीजिए और दो तीन साथियों को लेकर लखनऊ चारबाग में पहुंचे , वहाँ से विधानसभा तक शांतिपूर्ण मार्च निकाला जायेगा ।
ReplyDeleteOK kamal ji
Deleteयह अंतिम मौका है अंतिम प्रयास है , और यह इतना बेजोड होना चाहिए कि यूपी सरकार हिल जाये ।
ReplyDeleteघर से कुछ पुआ पूडी पानी बिस्कुट नीबू अंगौछा लेकर आंयें ।
क्योंकि मैं तो यही सोंच कर जा रहा हूँ कि अब उस जगह से तभी वापस आउंगा जब तक कोई स्पष्ट आदेश नही प्राप्त हो जाता
।
Ok Kamal ji.tnx
Deleteविजय श्री हमारे कदम चूमे ही चूमे ऐसी घानघोर गर्जना करनी है। मेरे साथियों के दिल में ढाई वर्ष की जो तपन भरी है। झुलस भरी है । 3 तारीख को सरकार उसमें भस्म होकर ही रहेगी ।
ReplyDeleteतीन जून को लखनऊ आन्दोलन में शिरकत करने वाले सभी योद्धाओं से आग्रह है कि वो आन्दोलन के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि हम उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के विजेता हैं और विजेता की अपनी मर्यादाएं होती हैं ,,,, आन्दोलन के दौरान होने वाली नारेबाजी हमारे समर्थन में होनी चाहिए ना कि किसी के विरोध में ,,,, हमें लखनऊ की जनता,मीडिया,शासन और प्रशासन को यह कहने का अवसर नहीं देना है कि ये कोर्ट से जीत भले ही गए हों लेकिन शिक्षक बनने के लायक नहीं हैं ,,,, टेट संघर्ष मोर्चा राजनीतिक और कानूनी हथकंडों से नावाकिफ युवाओं का ऐसा संगठन है जिसने वो कर दिखाया है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी ,
ReplyDeleteसरकार की इच्छा के विरुद्ध 72825 जैसी विशाल संख्या में सरकार के अधीन ना तो इससे पहले कभी नियुक्ति हुई थी और ना ही इसके बाद ही कभी हो सकेगी क्योंकि ऐसा धर्म युद्ध किसी एक युग में एक ही बार होता ,,,,
ReplyDeleteबहुत से साथी inbox और comments में सवाल पूछते रहते हैं कि काउंसिलिंग कब से करा रहे हो ,,,, सवाल तो उनका सही है लेकिन गलत व्यक्ति से पूछा गया है ,,,3 को लखनऊ आइये हम सब मिलकर यही सवाल उत्तर प्रदेश सरकार से पूछते हैं ,,,, इस बार जवाब तो उसे देना ही होगा ,,,,
ReplyDeleteजिन साथियों ने गर्मी ,आलस या किसी अन्य छोटे-मोटे कारण से आन्दोलन में ना आने का सोचा हो उनसे आग्रह है कि अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर लें क्योंकि काउंसिलिंग के लिए घर से निकलते समय आइना भी देखना पड़ेगा ,,, ख़ास तौर से उन सभी साथियों को तो आना ही चाहिए जो पूर्व में हुए आन्दोलनों में आते रहे हैं , एक महान युद्ध का औपचारिक समापन हो और प्रारम्भ से ही संघर्ष का अभिन्न हिस्सा रहा कोई योद्धा उसका बहिष्कार करे तो उसकी आत्मा को कष्ट पहुँचना स्वाभाविक है ,,,,,
ReplyDelete3 जून को अंतिम बार हम एक साथ एक महान लक्ष्य की प्राप्ति के लिए चारबाग से विधानसभा की ओर मार्च करेंगे ,,, ये दिन लौटकर फिर कभी नही आयेंगे,बस ऐसी ही कुछ गौरवशाली स्मृतियाँ रह जायेंगी.....
ReplyDeleteKayron k bas ki baat nahi ,,
ReplyDeletehijdon ko milti aandolan ki saugat nahi ,,,
mauka h dil cheer dikha do,
dushman ko lalkar bhaga do,,
varna jeevan to aana jana h,,
vyarth hijdon ko samjhana h ,,,
kal mardon ko lko aana h
Dosto is jeevan mai maine kai sachchai ka samana kiya hai....lagata hai is baap bete ki sarkar ko...abhi bhi koi ....akal nahi ayi hai chaliye jo log hame kuchh nahi samajhane ki galti kar rahe hai unhe sabak sikhaye....3 june 3june 3 june ......sathiyo dikha do....balidan ki awaj buland hai chaliye 3 june ko dikha denge dam..
ReplyDeleteKamal ji aap sangharsh karo.hum tumhare saath hai
Deleteहिन्दुस्तान अखबार में छपी आज की खबर नीच बिकाऊ पत्रकारिता का एक उदाहरण है।
ReplyDeleteयह खबर सरकार के द्वारा प्रथम पृष्ठ पर जानबूझकर छपवाई गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को एक मौका दिया था कि वो अपनी बात लिखित रूप से कोर्ट में रखे, तब इन स्लाथोँ ( दुनिया का सबसे सुस्त जानवर ) को क्यों नहीं अपनी बात रखने का ख्याल आया?
रही बात इनके भर्ती की, मैं सीधा सा सवाल इनसे पूछना चाहता हूँ सिर्फ 2011 ही क्यों उससे पहले की भी भर्ती पर तुम लोग क्यों नहीं दावा ठोकते?
क्योंकि तुम लोगों का B.ed न ही 2011 मे हुआ था और न ही उससे पहले, अगर 2011 के विज्ञापन में तुम लोग बिना B.ed के ही दावा कर सकते हो तो उससे पहले के विज्ञापन में क्यों नहीं?
मैं हिन्दुस्तान अखबार के घटिया संपादक को एक छोटी सी जानकारी देना चाहता हूँ कि सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को 2011 के विज्ञापन पर भर्ती करने का आदेश दिया है और उस समय 2012 B.ed उत्तीर्ण जैसे किसी अंकपत्र का जन्म तक नहीं हुआ था, भर्ती की योग्यता तो दूर की बात है। जिनका अस्तित्व ही नहीं उनका कैसा दावा बनता है?
ये सब बकवास की बातों पर ध्यान न दीजिए, आज आप लोग अपना सामान पैक कर के लखनऊ के लिए निकलने की तैयारी कीजिए।
इस दृढ़ प्रतिज्ञा के साथ ही घर के बाहर कदम निकालियेगा कि खाली हाथ घर नहीं लौटना है। महज सुबह से शाम का लखनऊ सैर नहीं बल्कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक संघर्ष करने का संकल्प है।
शुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी साथियों को निरहुआ का प्राणाम।
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हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती
स्वयंप्रभा समुज्जवला स्वतंत्रता पुकारती
अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ़-प्रतिज्ञ सोच लो
प्रशस्त पुण्य पंथ हैं - बढ़े चलो बढ़े चलो ।।
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मेरे साथियों,
हमें एक बार फिर से उसी साहस और धैर्य का परिचय देना है जिसके लिए टेटवीर विख्यात हैं। हमारी सर्वत्र विजय को यह सरकार अभी स्वीकार नहीं कर पा रही है और विभिन्न प्रकार के कुटिल उपायों द्वारा हमारा रास्ता रोकना चाहती है। सरकार के इस षड्यंत्र में कुछ अकादमिक सपोर्टर एवं प्रिंट मीडिया भी भरपूर साथ दे रही है ताकि टेटवीरों का हौसला पस्त किया जा सके एवं 3 जून का महा-आन्दोलन ध्वस्त किया जा सके,,,इनके इस तुच्छ प्रयास और मानसिकता पर निरहुआ को हँसी आती है क्योंकि हमारे टेटवीर तो उस समय भी दहाड़ते रहे जब हाई कोर्ट का आदेश नहीं आया था और सरकार एवं अकेडमिक बन्धु संयुक्त रूप से हमारे विरुद्ध मुकाबले पर खड़े थे,,,हर तरफ यही अफवाह थी की सरकार सर्वशक्तिमान है उसे कोई नहीं हरा सकता, लेकिन हमारे टेट योद्धाओं ने सम्पूर्ण अफवाहों पर विराम लगाते हुए ना सिर्फ टेट मेरिट की विजय पताका हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक फहराई बल्कि दुश्मन को मात देते हुए उसे उसकी औकात की सीमा में धकेल देने में भी कामयाब हुए। आज जबकि स्थितियाँ बदल चुकी हैं,,हम निर्बल से सबल बन चुके हैं,,न्याय एवं विधान हमारे साथ है तब तो हम टेटवीरों को साक्षात यम भी नहीं रोक सकते फिर इस निकम्मी सरकार और इसके चंद चमचों की भला क्या बिसात ?
मेरे बहादुर टेटवीरों ! आप लोग किसी भी अफवाह में ना पड़ें,,3 जून के महा-आन्दोलन से भयभीत होकर कई फर्जी id बेफजूल की अफवाहें उड़ाकर आपको लखनऊ आने से रोक रही हैं और न्यूज़ पेपर भी अपने स्तर पर भरसक प्रयत्न कर रहे हैं,,,,किन्तु आप सभी अपने गरिमामयी इतिहास को दोहराने लखनऊ अवश्य पहुँचे और ये साबित करें की टेटवीरों को बहकाना-धमकाना अथवा डराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
जय हिन्द जय टेट।
.
असंख्य कीर्ति-रश्मियाँविकीर्ण दिव्य दाह-सी
सपूत मातृभूमि के रुको ना शूर साहसी
अराति सैन्य सिन्धु में, सुबड़वाग्नि से जलो
प्रवीर हो जयी बनो - बढ़े चलो बढ़े चलो ।।
True 5 lines..
ReplyDelete[]
Zindagi Me 5 Bate Yad
Rakhna.
=>
1- Kabhi Usko Sorry Mat
Bolo Jo Tumhe Pasnd Karte
Ho.
=>
2- Kabhi Usko Bye Mat Kaho
Jise Tumhari Zaroort Ho
=>
3- Kabhi Uss Par Shak Mat
Karo Jo Tum Par Apne Aap
Se Jyada Bhrosha Rakhta
Ho.
=>
4- Kabhi Use Mat Bhulana
Jo Tumhe Hamensha Yaad
Rakhta Ho.
=>
5- Kabhi Use Na Rulana
Jisne Aapko Rote Dekh Khud
Ro Pada Ho..
=>
ya jisne aapko rab se ro roke apko maanga ho.
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सु
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नो
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स
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नी
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Aisa Nahi K Tujh Se Mohabbat Nahi ___Hamein,
Ghum Roz Roz Sehne Ki Aadat Nahi ___ Hamein,
Har Bar Tere Saamne Sar Ko Jhuka Liya,
Aur Phir Bhi Dekh TujhSe Shikayat Nahi ___Hamein,
Tujh Par Aitebar Kar K Tujhe Chahte Hain ______Hum,
Tere Siwa Kisi Ki Bhi Chahat Nahi ______Hamein,
Hum Jante Hain K Tu Bhi Hai Tanha _____Mere Bin,
Oron Se
Pochne Ki Zarurat Nahi _____ Hamein,
Tu Sitaam Bhi Kare Ga To Aayenge Tere ____Paas,
Bina Tere Zindagi Guzarney Ki Aadat Nahi Hamein...llll
जौनपुर जिले से हमारे एक विकलांग टेट मित्र राजेश कुमार सोनी अपने 9 विकलांग मित्रो के साथ , 3 जून को लखनऊ पहुँच रहे है ,, हम सभी आपके इस दृढसंकल्प और जज्बे को सलाम करते है ,, और अपने सभी टेट मित्रो चाहे वह स्त्री हो या पुरुष सभी को कहता हू की , कायरता का त्याग करते हुए इन विकलांग भाइयो से कुछ प्रेरणा लीजिये ,,, और 3 जून के निर्णायक लखनऊ आन्दोलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कीजिये !
ReplyDeleteहमारी दो मांगें स्पष्ट रूप से सरकार के सामने
ReplyDeleteरखी जानी चाहिए -
1) तत्काल शासनादेश जारी हो, शासनादेश
जारी होने के बाद ही हम लखनऊ से हटेंगे।
2) काउंसलिंग की तारीख मुख्यमंत्री अथवा मुख्य सचिव स्वयं घोषित करें।
और
ये मांगे तब पूरी होंगी जब 3जून को हम अब तक की सबसे बड़ी संख्या में अपनी ताकत का अहसास इस गूंगी-बहरी, अलोकतांत्रिक सरकार को कराएँगे।
"निकलो बाहर मकानों से,
जंग लड़ो बेईमानो से।"
sarkar jane wali. rastrapati shashan lagoo hoga...3june ko eski vdai me thoda prayas hamara bhee sunischit hai..lucknow andolan ka kendra baan chuka..hai..hamara sahyoog bhee es hawan kund me ghee ka kaam karega
ReplyDeleteआंदोलन पूरी तरह से अहिंसात्मक होगा।
ReplyDeleteआंदोलन में हिंसा करने वाले टेट मेरिट समर्थक कभी नहीं हो सकते।
हमें अपनी पहचान को खराब नहीं करना।
किसी भी कीमत पर हम हिंसा का सहारा नहीं लेंगे।
sarkar jane wali. rastrapati shashan lagoo hoga...3june ko eski vdai me thoda prayas hamara bhee sunischit hai..lucknow andolan ka kendra baan chuka..hai..hamara sahyoog bhee es hawan kund me ghee ka kaam karega
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एक छुपी हुई पहचान रखता हूँ,
बाहर शांत हूँ, अंदर तूफान रखता हूँ...
रख के तराजू में अपने दोस्त की खुशियाँ,
दूसरे पलड़े में मैं अपनी जान रखता हूँ...
बंदों से क्या, रब से भी कुछ नहीं माँगा...
मैं मुफलिसी में भी नवाबी शान
रखता हूँ...
मुर्दों की बस्ती में ज़मीर
को ज़िंदा रख कर,
ए जिंदगी मैं तेरे उसूलों का मान रखता हूँ..
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रे
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रे
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वो कब से तलवार लिये मेरे पीछे भाग रही है...
" यार मैने तो मजाक मै कहा था कि...
दिल चीर के देख...
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तेरा ही नाम होगा.."
टेट साथियों नमस्कार, मैं राजेश कुमार सोनी. जैसा के मित्रों, मैनें आप सभी बन्धुओं से यह वादा कर चुका हूँ कि मेरे पैर से विकलांग होने के बावजूद मैं इस महाआन्दोलन में शामिल होने के लिए द्रढ़संकल्पित हूँ ! और मित्रों मैं जरुर पहुँचूंगा, कल मैने अपने जिले जौनपुर के अपने 12 विकलांग साथियों से इस महाआन्दोलन में चलने के लिए अनुरोध किया जिनमें से 9 मित्र को लखनऊ चलने के लिए सहमति हासिल कर पाया, और मैं इन मित्रों के साथ कल आप सभी टेट वीरों से महारणभूमि क्षेत्र की धरती पर अवश्य मिलूंगा ! मित्रों मैं शारीरिक रुप से जरुर विकलांग हूँ पर उन मित्रों कि तरह मानसिक विकलांग नही जो सिर्फ घर मे बैठकर फेसबुक/ब्लाग/टीवी पर बैठ इस भर्ती के सपने देख रहे हैं मित्रों अब तो निकलों अपने घरों से इस अन्तिम लडाई के लिए । जय टेट । आपका - राजेश कुमार सोनी
ReplyDeleteOk kamal ji.aap Rajesh Ka naam kyu use karte hai.apana naam lilho.Darate kyu ho masterji
DeleteMitro kal hame apne saath Kuch awsyak saman bhi saath Lana hoga garmi se bachane ke liye .
ReplyDelete1.water bottle
2. Sun glasses aggar hai to
3. Gamchha sar per badhane ke liye taki dhoop se bache
4. Electrol powder ya nimbu pani me mila kar pine ke liye
5.old news paper Jo lunch ke samay jarurat padegi.
3 June Lucknow me sabhi bhaio/bahano ki upstithi atti awsyak hai. Isbar yesa karna hai ki dubara Lucknow me n aana pade Aur gov. counciling start kar de. Jai tet morcha jai tet veero/ virangnao jai bharat maata.
Bharti ka na karna. Samajvadi party ke tuchh charitre Ka parinam hai.
ReplyDeleteनमस्कार दोस्तों,
ReplyDeleteमेने प्रारंभ से एक ही बात कही है कि 72,825 शिक्षको की भर्ती टेट मेरिट से ही संभव है और पूरी होगी भी। जिस पर हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सहमती के साथ आदेश किया है। ये सरकार किसी भी स्तिथि में ना इसका आधार बदल सकती है ना इसका स्वरुप। बस जितना संभव हो इसे अपने अधिकार का दुरपयोग करके लटका सकती है और इसमें ये अलोकतांत्रिक सपा सरकार अब तक सफल भी रही है।
अब प्रश्न ये है कि "आप हर तरह से योग्य होते हुए भी अपने अधिकार के लिए ऒर कितना इंतजार करेंगे....?????"
इसलिए आप कल अर्थात 3जून2014 मंगलवार का दिन 72,825शिक्षको और उनके परिवारों के लिए निर्णायक बना सकते है। आपका लखनऊ की दिशा में उठा एक कदम आपकी सुनिश्चित जीत का परचम फहरा देगा। आपको ना सिर्फ मानसिक व शारीरिक गुलामी से आज़ाद कराएगा साथ ही आपके सुनहरे सपनो को हकीकत में बदलेगा।
इसलिए अभी अपना अंतिम आन्दोलन में सामिल होने के लिए निकलना सुनिश्चित करें और कल सुबह लखनऊ पहुँच कर मोर्चा की शक्ति बडाये।
अब आन्दोलन में सामिल हो रहे सभी साथियों से निवेदन व सलाह :
●सभी साथी धुप से बचाब हेतु छाता, अंगोछा आदि साथ लावे।
●गर्मी अपने चरम पर है इसलिए पानी के लिए कम से कम दो-दो लीटर की बोतल साथ रखे।
●याद रहे कि आप विजेता है और विजताओ की अपनी सीमाए और कुछ मर्यादाये होती है।
●आन्दोलन की सफलता आपकी भीड़ और उसके अनुशासन पर निर्भर है।
●हम परेशान इसका अर्थ ये नही हम दुसरो को परेशानी में डालें। इसलिए अपना, अपने साथियों का और लखनऊ की आम जनता का ख्याल रखे। याद रहे आपकी बजह से किसी को ज्यादा परेशानी ना हो।
●और एक बात से निश्चिन्त रहे कि ये भर्ती आपका अधिकार है जिसे पाने से आपको कोई सपा सरकार नही रोक सकती।
!! संघ शक्ति कलयुगे !!
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
जय हिन्द जय टेट जय भारत
इस समय राज्य सरकार की दुम दबी हुई है ;जो आज मूवमेंट में नही जा सकते वे कभी भी नाही जा सकते ;३ जून का मूवमेंट हम ख़ुशी-ख़ुशी से जा रहे है ;जबकि सेंटर में भाजपा की सरकार है ;लखनऊ में किया जाने वाला आंदोलन मोदी तक को खबर देगा ;72825 की भर्ती तो खुद सरकार कर ही रही है ;सर्वोच्च न्यायलय का आदेश भी हमारे पास है ;इस-से से पहले की हम एच. आर. डी. में समृति ईरानी या मोदी या राष्ट्रपति को ज्ञापन दे हम सभी का ध्यान ३ जून मूवमेंट करके उत्तर प्रदेश की गिरती साख में एक लात ओर मार देंगे ;यह पहला मौका होगा जो 224 का घमंड 5 में बदल चूका है ओर यह भी खूब समझ में आ गया की नेता जी प्रधान मंत्री क्यों बनना चाहते थे ;सरकार चलना या ना चलना अब नेता जी के बस की बात नाही ;जनता के ऊपर है बदायूं कांड के बाद सरकार की गिरी साख के बाद टेट वाले मिसन 2014 को जनता सौप देंगे ;आशा है लखनऊ से ओर लखनऊ के बाद टेट की आवाज़ से 2017 की बुनियाद रख दे ख़मोशि से देखोगे तो पता चलेगा
ReplyDeleteहमने इतिहास बदला है
हमने इतिहास लिखा है
hi
ReplyDeletemr.TNTBN u are asolutely right.everyone should participate in
ReplyDeletethis agitaion.
jai tet merit bharti.
ReplyDeletevande matram vande matram
ReplyDeleteमित्रो जरूरी सूचना -
ReplyDeleteसभी साथी 3 जून लखनऊ पहुँचे ।
चारबाग स्टेशन पहुँच कर मोर्चा के अग्रिम निर्देशों का पालन करे । आप सभी विजेता होने के साथ साथ भावी शिक्षक है उसकी गरिमा का ख्याल रखें । ऐसा कोई काम न करे जिससे लखनऊ की जनता आपके भावी शिक्षक होने की योग्यता पर शक करे और हमारा आंदोलन असफलता का शिकार हो । सुरक्षित यात्रा संयमित व्यवहार और सम्यक आचरण की अपेक्षा की उपेक्षा न करे । झंडा बैनर के साथ साथ अपना जरूरी सामान पानी अँगोछा आदि धूप और गर्मी से बचाव के लिए साथ लाना न भूले । अबकी बार आर या पार । सपा सरकार होश मे आओ । काउंसलिँग की डेट बताओ ॥
सभी मित्रों को सायं कालीन का नमस्ते
ReplyDeleteदोस्तों याद करो जब-जब टेट मोर्चा ने आंदोलन किया है किसी न किसी रूप में सफलता मिली है ईश्वर हमारे साथ हमेशा रहा है न्यायिक प्रक्रिया से हमारी जीत समय-समय पे होती रही है ईश्वर उसीका सदैव साथ देता है जो संघर्ष करता है न्यायिक प्रणाली तो अपना काम कर दिया है अब शेष कार्य हमारा है कि कैसे हम अपनी नियुक्ति पाएं !
दोस्तों
ReplyDeleteयूपी सरकार भाव शून्य गोबरमेंट है अगर हम हाथ पे हाथ रखे बैठे रहे तो इसका जल्द कभी नहीं आ पायेगा इसलिए घरों से निकलो और ३ जून को लखनऊ पहुँचो ………… जो लोग अभी तक किसी भी आंदोलन में नहीं आये वे अवश्य आएं जिससे उनका वजूद बना रहे और उनको एह्साह हो की उनका भी अस्तित्व इस धरा में है ............. अपने मानव होने के सवालिया निशान से बचना चाहते हैं तो इस आंदोलन में भागीदार बनिए …………
जय हिन्द
इलाहाबाद के साथी हर हाल में आज रात 9 बजे , लखनऊ जाने वाली प्रयाग बरेली पैसेंजेर से चलने के लिए प्रयाग रेलवे स्टेशन पहुंचे ,,,, कल सुबह 6 बजे की गंगा गोमती का इंतजार ना करे !
ReplyDelete3 जून 2014, लखनऊ आन्दोलन के लिए , इलाहाबाद टेट संघर्ष मोर्चा ने भारी हुंकार !
ReplyDeleteइलाहाबाद शहर के हर चौराहे , मुहल्ले , होस्टल , रेलवे स्टेसन , और सभी सार्वजनिक स्थलों पर 3 जून को लखनऊ चलने का आह्वाहन करते हजारों पोस्टर चिपका दिए गए है
ये पूरा प्रदेश जानता है कि , इलाहाबाद में सर्वाधिक टेट साथी रहते है,, और टेट आन्दोलन के इतिहास के सभी आन्दोलनों में इलाहाबाद ने हमेशा बढ़ चढ़कर सर्वाधिक संख्या में भाग लिया है ,, और इस बार भी 3 जून के लखनऊ आन्दोलन में में इलाहाबाद अपनी उसी पराक्रम को जारी रखते हुए , अपने हजारों की संख्या बल के साथ 3 जून को लखनऊ की धरती पर कदम रखेगा , और प्रदेश के अपने सभी जिलो से आये हुए टेट साथियों के साथ मिलकर , प्रदेश सरकार को , 72825 भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू करने हेतु मजबूर कर देगा !
ReplyDeleteइलाहाबाद टेट संघर्ष मोर्चा जिंदाबाद !
सभी जिलो के टेट संघर्ष मोर्चा जिंदाबाद !
उत्तर प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चा जिंदाबाद !
मित्रों
ReplyDeleteआपसे अनुरोध है की , टेट एकता की खातिर , 3 जून के आन्दोलन को सफल बनाने की खातिर , इतना प्रसार कीजिये , की घर पर रहने वाले हर टेट साथी का जमीर जाग जाये और वह खुद तो आन्दोलन में आये ही साथ ही , अपने साथ सैकड़ो लोगो को 3 जून को लखनऊ लाये ,,
'जय हिन्द " जय भारत " 'जय टेट '
सुनो बेबी जरा
ReplyDelete1
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Hum Gussa Un Par Hote Hai Jin Pe
Humein Yaqeen Hota Hai Ke Wo
Humein Mana Lenge..
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Aur .
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Hum Manaate Use Hai Jise
Hum vastav me
Kabhi Khona
Nahi Chahte...!!
Jai tet jai bharat.....karni h kal suru kalyug ki mahabharat......
ReplyDeleteयदि अखिलेश यादव टेट विवाद के श्रेष्ठतम समाधान हेतु मोदी से सलाह मशवरा करते तो मोदी क्या सलाह देते ????
ReplyDeleteबेटा तुम ऐसा करो कि माया की चयन प्रक्रिया और उसके द्वारा सृजित 72825 पदों में जोड़ने के लिए 72825पदों का अतिरिक्त सृजन करके online counseling से धडाधड भर्ती कर दो तो ही बरबाद होने से बच सकोगे ....
अखिलेश को चाहिए कि मोदी से कुछ सीखे ,,,, नकारात्मक राजनीति करने के दिन लद गए ,ये फेसबुक युगीन जनता है जिसे झाँसा देना नामुमकिन है ,,,,
Bhai sharm karo agar counselling hoti toh sab aa jaoge bhaag ker
ReplyDelete.
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Kanpur Tet Morch subah 5 am ghar se nikal lega aur jo log gher se na nikale woh choodiya pehan le.....
paise choodiyon ke mai de doonga.
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Aakhir kiske liye ji rahe ho....Sharm Dharm aur Karm toh karlo bhai....apne liye jiye toh kya jiye aur yahan toh sab apne liye aa rahe hai LKO me
phir tum kya kar rahe ho ghar baith ke......
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Abhi bhi na nikale gharo se toh phir na nikalo yaar sharm karo meri bhaiyon...nahi to fir kabhi sharm ke maare nahi nikal paoge ghar se
abhi bhi samay hai nikal lo LKO ke liye warna insaan nahi body .
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Yaad karo woh qurbaani jo shahid hue hai is desh ke liye
Aapse shahid hone ke liye nahi kah raha hoon LKO aane ko kah raha hoon....
फिर तो चाहे गाजीपुर वाले/वाली को सहारनपुर जाना हो या सहारनपुर वाले /वाली को गाजीपूर जाना हो काउंसिलिँग के लिए तब कोई फर्क नही पड़ेगा
ReplyDelete10 बजे की जगह 4 बजे सुबह ही पहुँच जाएँगे और कुछ लोग तो शाम से प्लेटफार्म को गंदा करना शुरू कर देंगे
ये बात चाहे तो अभी से आप अपने अपने हाथ पर लिख कर रख लो
फिर एक दिन आप ही कहोगे कि क्या झूठ कहा था किसी ने ?
क्योँ बेबी सही कहा न मैने लेकिन आप अपने ऊपर मत लेना जी
Bhaio ham logo ki ekta ka hi parinam hai lok Sabha chunao ka parinam Jo sp/bsp ko mila yahi ekta ab kal 3 jun din manglwar ko is sp gov ko aagami bidhan sabha chunao ka bhi parinam ka yehsas dilana hai taki ye jald se jald councling ki date ghosit kar de. jai tet ekta jindabad jindabad her her mahadew.
ReplyDeleteC.M. ka Chandauli ka bayan 03 june ke aandolan ko kamjor karne ki shazis...ho sakti hai.......jo well qualified yuwao ko tak par rakh ke s.m. ka samayojan ka g.o. nikal sakta hai uske JALD shabd par bharosha kaise kiya ja sakta hai ...aur itni heelahawali darshati hai ki...unka nyaypalika ke samman me koi dilchaspi nahi hai......so..milte hain...LUCKNOW me 03 june ko.
ReplyDelete3 Jun ko lucknow aur spa sarkar ki chulen hila do. Spa sarkar hamesha se hi berojgar birodhi rahi.esliye nikammi bharstachari beimani berojgar birodhi is sarkar ke khilaph 3 jun ke aandolan me adhik se adhik sankhya me aakar is sarkar ko s.c. ke aadesh ka palan karne ke liye bibas kar diya jay.jay tet merit.jay tet morcha
ReplyDeleteसभी शादी शुदा लोग इस गलतफहमी में न रहें की उनके
ReplyDeleteअच्छे दिन आ गए हैं देश में भले मोदी सरकार आयी हो पर
घर में वही पुरानी सरकार (बीवी ) है
जादा उड़ो मत
Yaad karo abhi tak ki ladai aur tyaag hamare un bhaiyon ka aur woh log jo aaj hamare beech nahi hai....isliye insaniyat toh banti hai mere bhai...dusron ke liye na sahi apne bhavisya ke liye he sahi....3 June LKO Chalo... na aane walo ke liye chodiyaan hai mere paas address bhej de mai courier kar doonga bas aap log colour bata dena...
ReplyDeleteJai Tet
jai firozabad
आन्दोलन पूरी तरह से अहिंसात्मक और शांतिपूर्ण होगा किसी भी प्रकार के गलत कार्यों की अपेक्षा टेट बंधुओं से नहीं की जा सकती अतः संयमित रहें और किसी भी प्रकार की समस्या आने पर निम्नलिखित नम्बरों पर संपर्क करके सूचित करें,,आपकी सहायता अवश्य की जायेगी-
ReplyDeleteशिव कुमार पाठक-9415540270
गणेश शंकर दीक्षित-9369222535
राकेश यादव- 8382034821
अवनीश यादव- 7398665201
नवीन श्रीवास्तव- 8543046035
विवेकानंद- 8081934675
.
(विशेष सूचना- एस.के. पाठक जी अपनी इलाहाबाद टीम के साथ 'इलाहाबाद-बरेलीपसेंजर' से आज रात प्रयाग स्टेशन से रवाना होंगे,,,जो टेट बन्धु इस दल का हिस्सा बनना चाहता हो वह 9:30 पर प्रयाग स्टेशन पर पहुँच जाए।) —
महिला सशक्तीकरण पर जोर देने के लिए अपने हाथ खुद मजबूत करने के लिए अपने पैरों पर खड़े होने के लिए स्वावलंबी और उज्ज्वल भविष्य के लिए कल 3 जून टेट मोर्चा द्वारा प्रायोजित महाआंदोलन मे हिस्सा लेने केलिए सभी टेट पास सभी बहने घरों से बाहर निकल कर लखनऊ पहुँचे । इस बार कोई बहाना नही चलेगा ।
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सु
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नो
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तो
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बे
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बी
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जी
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ऐसा लगता है कुछ होने जा रहा है.
कोई मिठे सपनो मैं खोने जा रहा है.
धीमे कर दे रोशनी अपनी ए
चाँद.
मेरा कोई अपना अब सोने जा रहा है...!
कुछ एकेडमिक टेट वीरो को पुलिस लाठीचार्ज
ReplyDeleteका भय दिखा रहे है और वर्तमान परिस्थितियो मे
जब मीडिया लगातार अखिलेश सरकार पर
आक्रामक बनी हुई है,किसी की हिम्मत
नही कि टेट वीरो पर लाठी चार्ज कर सके ।
सभी टेट वीर निर्भय होकर लखनऊ आये और
अपनी जाब पाये । जितना अधिक सख्या बल
होगा शासन पर दबाब उतना अधिक होगा । ये
आन्दोलन अहिसक है और सभी लोग शाऩ्तिपूर्वक
आन्दोलन करेगे ।
3 जून लखनऊ आन्दोलन में शामिल होने वाले सभी टेट बन्धु कृपया ध्यान दें-
ReplyDeleteमोर्चे के कार्यकारिणी पदाधिकारियों ने कल के आन्दोलन की सफलता और कुशल संचालन हेतु कुछ विशेष दिशानिर्देश तय किये हैं जो इस प्रकार हैं-
1- सभी टेट बन्धु प्रातः 10:00 बजे से पहले चारबाग रेलवे स्टेशन से बाहर ना निकलें,,यथासंभवटिकट लेकर ही यात्रा करें ताकि किसी भी अन्य प्रकार से प्राशासन आपको परेशान ना कर सके,,टिकट लेने का फायदा यह भी होगा की आप बेख़ौफ़ स्टेशन के भीतर ही रुके रह सकेंगे।
2- यदि स्टेशन के भीतर भीड़ ज्यादा हो जाती है तो आप लोग दो-दो की टोली में सावधानी पूर्वक बाहर निकलें और स्टेशन एरिया से दूरी बनाये रखते हुए अगला संकेत मिलने की प्रतीक्षा करें ।
3- यदि आपसे कोई भी प्रशासनिक अमला या पुलिसकर्मी आपके आगमन का उद्देश्य पूछता है तो उसे पहचान एवं पता सहित उद्देश्य भी गलत बताया जाए ताकि वह आपको आन्दोलन में शामिल होने रोक न पाएँ ।
हमने कहा था उससे, जमाना खराब है भले लोगों से मिला करो...............
ReplyDeleteफिर इसके बाद वो कभी हमसे नही मिली
मुझे भी पता नही
सपने देखना बेहद जरुरी है, लेकिन केवल सपने देखकर ही मंजिल को हासिल नहीं किया जा सकता, सबसे ज्यादा जरुरी है मंजिल के लिए कोई कदम आगे बढ़ाना तो आलस्य छोडो अब भी वक़्त है उठो कल 10 A M तक लखनऊ पहुँचो वहीँ से शुरू होता है मंजिल का रास्ता घर बैठोगे तो ताने ही मिलेंगे । माँ कहेगी मटर छील ले। बीबी कहेगी। सस्ता वाला सर्फ़ लादो। बच्चे कहेंगे पापा हम बड़े होकर कार करीदेंगे। बहन कहेगी तेरे जीजा की पहचान है वहां काम मिल जायेगा। पापा कहेंगे निकम्मा और एक नंबर का आलसी है जो अपनी सरकारी नौकरी के लिए 3-06-2014 को लखनऊ नहीं जा सका वो किसी लाला की नौकरी क्या करेगा परजीवी है मेरा ही खून पिएगा और मोबाइल या टीवी पे चिपका रहेगा।
ReplyDeleteमै पिछले 3 दिन से देख. रहा हू हमारी सरकार. बडी हडबडी मै मे कुछ निर्णय. ले रही है।
ReplyDelete1-जैसे आनन -फानन मे शिक्षा मित्रों काg.o।
2-hc से जूनियर का आर्डर. कराना जब सब कुछ. थीक था तो इतने दिनो से क्यो रोक कर रक्खा गया। या तो सरकार. पहले वेकूफ बना रही थी य अब।
जरा हमे समझाइये कि ये हडबडी की वजह. क्या है। ये हार की खुमारी है या हमारे आन्दोलन की तैयारी है। मुझे इस बात की खुशी है मै दोनो का हिस्सा हू।
एक बात तो मुझे एकदम समझ. मे आ गयी है वो ये कि यदि हम आन्दोलन. मे 50हजार की भीड इक्ट्ठा कर लेते है तो उसका फायदा किसी न किसी को शीघ्र हो ने वाला ह। चाहे वह हमें हो या हमारे आन्दोलन. की भीड को तोडने के लिये हमारे भाईयो का हो। मुझे खुशी है कि मै दोनो का हिस्सा हू।
तो फिर देर किस बात कि चालो हम भी इस आन्दोलन. का हिस्सा बने। जय टेट।