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Monday, April 16, 2012

UPTET Moradabad: टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

UPTET Moradabad: टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च

मुरादाबाद : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी के विरोध में अंबेडकर पार्क से कैंडल मार्च निकाला। साथ ही ब्रेन हेमरेज से हुई दो साथियों की मौत पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष शहजाद हुसैन ने बताया कि परीक्षा रद्द होने की खबर पढ़कर संत कबीर नगर निवासी अंगद चौरसिया व बुलंदशहर निवासी महेंद्र को इतना आघात लगा कि ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि टीईटी को जबरन रद्द कराने की कोशिश की जा रही है। अधिकारी अपनी गर्दन बचाने को निर्दोषों को बलि का बकरा बना रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक के पास से केवल 167 अभ्यर्थियों की सूची पकड़ी गई है। अधिकारी इसे आधार बनाकर पूरी परीक्षा निरस्त कराने की तैयारी कर रहे हैं, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी शिक्षा माफियाओं को लाभ पहुंचाने को एकेडमिक मेरिट प्रक्रिया से भर्ती कराना चाहते हैं। मोर्चा ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्य सचिव को इस संबंध में एक ज्ञापन भी भेजा है।

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UPTET Sitapur : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला कैंडिल मार्च


सीतापुर, टीईटी मोर्चा की एक बैठक की रमेश चंद्र यादव की अध्यक्षता में नेहरू पार्क लोहारबाग सीतापुर में हुई। बैठक में टीईटी के पास अंगद चौरसिया, संत कबीर नगर तथा महेंद्र सिंह बुलंदशहर के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विलंब होने के कारण मानसिक अवसाद से ग्रस्त होकर ब्रेन हेमरेज से मृत्यु हो गई। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए एक शोकसभा का दो मिनट का मौन रखा गया तथा नेहरू पार्क से लालबाग तक कैंडिल मार्च निकाला।

बैठक को संबोधित करते हुए अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे टीईटी अभ्यर्थियों की मृत्यु के दोषी वर्तमान सरकार है। शिक्षक भर्ती में देरी होने के कारण कारण दोनों की मृत्यु हुई। सरकार को मृतक परिवार को 20-20 लाख का मुआवजा दे। बैठक को दिलीप श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी आदि ने संबोधित किया

इस अवसर पर राजेश मिश्रा, विवेक, नरेंद्र सिंह, काव्य शर्मा, अमित, रामप्रताप, कृष्ण प्रकाश, रामसागर, इरफान अंसारी, प्रदीप, विवेक मिश्रा, भारती मिश्रा, नाहिद अख्तर, आरिफ अंसारी, सालिहा, श्रीकांत भास्कर, राजीव कुमार, संदीप कुमार, ओमप्रकाश, संदीप त्रिपाठी, संजीव आदि उपस्थित थे।

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UPTET Firozabaf : कैंडल लेकर सड़क पर उतरे टीईटी उत्तीर्ण

फीरोजाबाद, निज प्रतिनिधि : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी परेशान हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक चक्कर काट रहे हैं। मेहनत से मिले नंबर के बाद भी भर्ती निरस्त होने की खबरों के विरोध में आंदोलन हो रहे हैं। रविवार की शाम को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले टीईटी धारकों ने कैंडल जुलूस निकाल कर हुंकार भरी। उन्होने कहा मानसिक तनाव से टीईटी धारक बीमार हो रहे हैं। मृत टीईटी धारकों को कैंडल जुलूस के साथ में श्रद्धांजलि अर्पित की।

गांधी पार्क से शहर में निकाला गया कैंडल जुलूस विभिन्न मार्गो से होकर गुजरा। हाथों में तख्तियां थामे टीईटी धारकों ने प्राथमिक शिक्षक भर्ती की निरस्त होने की खबरों से हो रही वेदना का दर्द उजागर किया। इस अवसर पर टीईटी धारकों ने कहा कईयों के परिवार मानसिक रूप से तनावग्रस्त हो गए हैं। संत कबीर नगर नवासी अभ्यर्थी अंगद तथा बुलंदशहर के महेंद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा इन लोगों के निधन में भी कहीं न कहीं मानसिक तनाव का योगदान है। इन भाइयों को श्रद्धांजलि के रूप में यह कैंडल जुलूस निकाला है।

वहीं प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शुरु कराने की मांग की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। सभा में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर खासे मानसिक तनाव में हैं। कैंडल मार्च में धर्मवीर भारती, अमित कुमार, अंबरीश शर्मा, महेश पासवान, अनुज कुमार, रवींद्र कुमार सहित समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद थे।

News : Jagran (16.4.12)
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UPTET : 2. 86 lakh Vacancies of Teacher

2.86 Lakh Teacher vacancies in UP, UP CM Akhilesh Yadav ji meets with PM Manmohan Singh to demand B.Ed teachers recruitment upto 31st March 2015

Source : http://information.up.nic.in/View_Hindinews.aspx?id=57 (Page 4)



2.86 Lakh Teacher vacancies in UP, UP CM Akhilesh Yadav ji meets with PM Manmohan Singh to demand B.Ed teachers recruitment upto 31st March 2012
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Sunday, April 15, 2012

UPTET : कैंडिल मार्च निकाल साथियों को श्रद्धांजलि

UPTET : कैंडिल मार्च निकाल साथियों को श्रद्धांजलि

लखीमपुर, यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने अपने दिवंगत साथियों की याद में कैंडिल मार्च निकालकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। नसीरुद्दीन मौजी भवन के प्रांगण से सदर चौराहा होकर हीरालाल धर्मशाला पहुंचा जुलूस एक जनसभा के रूप में बदल गया। इस कैंडिल मार्च में सैकड़ों की संख्या में टीईटी शिक्षक शामिल थे। बुलंदशहर व संत कबीर नगर के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की टीईटी निरस्त होने की सूचना पाकर हुई मौत पर रविवार को शिक्षक महासंघ ने नसीरुद्दीन मौजी भवन के प्रांगण में बैठक कर शोक सभा की। इसके बाद शाम करीब सात बजे प्रांगण से विशाल कैंडिल मार्च निकाला गया। यह मार्च कचहरी रोड होकर सदर चौराहा तथा कोतवाली के सामने से होकर हीरालाल धर्मशाला चौराहे पर खत्म हुआ। धर्मशाला चौराहा पर यह जुलूस एक सभा में तब्दील हो गया, जिसमें अध्यक्ष देवेश चंद्र त्रिवेदी, उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता, विनय कुमार वर्मा, रवि शुक्ला ने सभी दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि दी। इस कैंडिल मार्च में विधि सलाहकार बूटा सिंह, शत्रुंजय मिश्र, आनंद मिश्र, धर्मेद्र कुमार, शिशिर ंिसह, रामकुमार सिंह चौहान, सर्वेश गुप्ता, कमल किशोर समेत सैकड़ों लोग शामिल

News : Jagran (15.4.12)
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News : सलमान की होगी शादी!


सलमान की होगी शादी!


सबसे योग्य कुंवारों में से एक सलमान खान ने आखिरकार शादी करने का फैसला कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक उनके घर शहनाई इसी साल बज सकती है। खास बात है कि दुल्हनिया फिल्म जगत की नहीं है। वह एंग्लो-इंडियन मॉडल है। उसकी पैदाइश स्कॉटलैंड की है

सलमान के करीबी दोस्तों के मुताबिक, लड़की को सलमान ने नहीं, उनकी मां ने पसंद किया है। उन्होंने सलमान से उस लड़की को मिलवाया भी। लड़की सलमान को पसंद आ गई और उन्होंने शादी के लिए हां कह दी। सूत्रों ने बताया कि वे पेशेवर और व्यक्तिगत, दोनों मोर्चो पर इस वक्त अपने सबसे सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं। इसलिए शादी करने का यह सबसे सही समय है। दोनों के परिवार वाले शादी की तैयारियों में जुट गए हैं।

कहा जा रहा है कि दबंग-2 की शूटिंग के बाद शादी की तारीख की घोषणा की जाएगी। वैसे इंडस्ट्री दिग्गजों के मुताबिक, कट्रीना के सलमान से ज्यादा कॅरियर को तव्वजो देने के चलते झटपट में मिस्टर दबंग की शादी तय की जा रही है। कट्रीना से सलमान की शादी निश्चित मानी जा रही थी, पर पहले रणबीर, फिर शाहरुख खान के साथ फिल्में करना सलमान खान को अच्छा नहीं लगा। उन्होंने परिवार वालों को संकेत दिए कि वे जो लड़की ढूंढेंगे, उसके साथ वे शादी कर लेंगे

News : Jagran (15.4.12)
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UPTET : TET Candidates Pay Homage to Fellow Candidates


टीईटी अभ्यर्थियों ने साथियों को दी श्रद्धांजलि
(UPTET : TET Candidates Pay Homage to Fellow Candidates and shown anger over irresponsible attitude og Government)

बुलंदशहर : महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की याद में टीईटी अभ्यर्थियों ने राजेंद्र बाबू पार्क में शोकसभा कर दोनों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कालाआम स्थित शहीद चौक तक कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर अभ्यर्थियों ने दोनों की मौत का जिम्मेदार प्रदेश सरकार के गैरजिम्मेदाराना रवैये को बताया।

टीईटी अभ्यर्थी अरविंद शर्मा ने रविवार को कहा कि समस्त अभ्यर्थी भर्ती प्रक्रिया के लंबित होने के कारण मानसिक तनाव में जी रहे हैं। इसी के चलते महेंद्र सिंह और अंगद चौरसिया की मौत हुई है। अभ्यर्थी सुधा आर्य ने कहा कि महेंद्र सिंह को टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर प्राथमिक शिक्षक बनने का पूर्ण विश्वास था, लेकिन प्रदेश सरकार के गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी व उदासीनता के चलते 21 मार्च को उनका निधन हो गया। बता दें कि महेंद्र सिंह अहमदगढ़ के खुदादिया गांव के निवासी थे। आर्य ने कहा कि सरकार की चुप्पी की वजह से 11 अप्रैल को संतकबीरनगर जिले में अंगद चौरसिया की भी मौत हो गई। इस अवसर पर हरवेंद्र सिंह, देवेंद्र लोधी, रामवीर शर्मा, अमरपाल लोधी व राजीव चौधरी आदि अभ्यर्थी मौजूद रहे।

News : Jagran (15.4.12)
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UPTET Azamgarh : Pay Homage with Peace March


शांति मार्च कर दी श्रद्घांजलि
(UPTET Azamgarh : Pay Homage with Peace March)

आजमगढ़: टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को मेहता पार्क से सायंकाल शान्तिमार्च निकाला। यह मार्च दिवंगत साथी अंगद चौरसिया व महेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाला गया था। शान्तिमार्च मेहता पार्क से निकला मार्च सिविल लाइन, मातबरगंज आदि जगहों से होते हुए पुन: पार्क लौटकर सभा तब्दील हो गया। इस दौरान वक्ताओं ने दिवंगत साथियों द्वारा संगठनहित में किये गये कार्यो पर प्रकाश डाला। इस दौरान उमेश वर्मा, आजाद यादव, मो. शाहनवाज, रविन्द्र यादव, अजय कुमार, रामकृष्ण, बृजभान यादव, रवि कुमार, संजीव, रमेश, गरिमा, ओकार, आदि उपस्थित थे।

News : Jagran ( 15.4.12)
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Uncertain Future of Trend BTC Candidates


अधर में है ट्रेंड बीटीसी कैंडिडेट्स का फ्यूचर
( Uncertain Future of Trend BTC Candidates )

यूपी सरकार की अनदेखी की वजह से वर्ष 2004 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 बैच के प्रशिक्षित बीटीसी कैंडिडेट का भविष्य अधर में लटका हुआ है। इस मामले में बीटीसी कैंडिडेट ने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा के सामने तीन दिवसीय धरना शुरू किया है

बीटीसी 2004 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 बैच के अभ्यर्थी 12 अप्रैल से ही विधानसभा के सामने धरना दे रहे हैं। यह धरना 14 अप्रैल तक चलेगा। उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित बीटीसी संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक प्रभाकर सिंह ने बताया कि शासन और विभाग के निर्णयों के लंबित होने के कारण पिछले सात वर्षों से हम अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। हम अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बार भी मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को अपनी मांगों के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा जाएगा

उन्होंने बताया कि 2004 बैच के लगभग 70 फीसदी अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालयों में की जा चुकी है, जबकि करीब 30 फीसदी लोग आज भी अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि हमारी मांग है कि बीटीसी 2004 और विशिष्ट बीटीसी 2007-08 बैच और उर्दू बीटीसी 2006 के प्रशिक्षितों की नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक हटाते हुए उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।

News : Navbharat Times ( 14.4.12)
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UPTET Mainpuri : TET Candidates Parformed Candle March and pay Homage

टीइटी अभ्यर्थियों ने कैंडल जुलूस निकाल दी श्रद्धाजंलि
(UPTET Mainpuri : TET Candidates Parformed Candle March and pay Homage )


मैनपुरी: शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अपने एक अन्य सह अभ्यर्थी के आकस्मिक निधन पर एक जुट होकर कैंडल जुलूस निकाला कर श्रद्धांजलि दी।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संत कबीर नगर निवासी अंगद चौरसिया का निधन विगत दिवस हृदय घात से हो गया था। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए टीईटी अभ्यर्थियों ने नगर के घंटा घर चौराहे स्थित शहीद पार्क से कैंडल मार्च निकाला जो कि घंटा घर चौराहा, टांगा स्टैंड, संतबसंता चौराहा, बड़ा चौराहा, किशना टाकीज होते हुए। शहीद पार्क में सभा तब्दील हो गई जहां त्रिभुवन मिश्रा ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा टीइटी अध्यापक भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने से ही अंगद चौरसिया को धक्का लगा जिसके चलते उनका निधन हो गया। भर्ती प्रक्रिया निरस्त होने के कारण अभ्यर्थियों के धैर्य का बांध टूट चुका है और वह अवसादग्रस्त हो रहे हैं। इसी का नतीजा है कि इस प्रकार की दुखद घटनाएं सामने आ रही हैं। सभा में मौजूद टीइटी अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक स्वर में विज्ञप्ति में लगी रोक को तत्काल हटवाने की मांग कीं। अध्यापक भर्ती प्रक्रिया शुरू करायें ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके। इस अवसर पर गोविंद, योगेन्द्र, सौरभ, संजय, देवेन्द्र कुमार, रमेश चन्द्र आदित्य सक्सेना, नरेन्द्र कुमार, हरवीर सिंह यादव, प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश तिवारी, मनोज, अभिषेक कुमार, दिनेश बाबू, डॉलचन्द्र शाक्य, रवीशचन्द्र मिश्रा और इन्द्रभान सिंह यादव आदि मौजूद थे।


News : Jagran (15.4.12)
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UPTET भद्दा मजाक (Article By - मनोज कुमार सिँह 'मयंक' )

भद्दा मजाक  (Article By - मनोज कुमार सिँह 'मयंक' )

Article related to UPTET (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test )
Published on Jagran Blog (Informed to me by Mr. Surypratap through email to publish this article)


अब तक परिस्थितियां बहुत ही बदल चुकी हैं|आज योग्यता पर संकट है और अयोग्यों ने सारे विधान को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं|न्यायपालिका का आश्रय लेकर टीइटी की वैधानिकता पर प्रश्न चिन्ह खड़े किये जा रहे हैं|मीडिया को भी बरगलाया जा रहा है और खेद का विषय है की मीडिया ने जिस तरह की नकारात्मकता इस परीक्षा को लेकर दर्शायी है उससे लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ से टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मोहभंग होता जा रहा है|

”नहीं दरिद्र सम दुःख जग मांही” और ‘बुभुक्षितं कीं न करोति पापं” की तर्ज पर टीइटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का एक बड़ा वर्ग आंदोलन की राह पकड़ने पर आमादा है|
कई सभाओं में खुलेआम आत्मदाह की धमकी दी जा रही है| आंदोलनकारी अभ्यर्थियों में से अधिकांश अंदर से निराश और टूटे हुए नजर आते हैं|यह तीव्र विप्लव का संकेत है, मैंने देखा है की अनेक ऐसे अभ्यर्थी हैं जो उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और जिनके आने से वास्तव में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आने की संभावना है|

ख़बरों के मामले में जल्दबाजी के चक्कर में एक प्रतिष्टित समाचार पत्र ने अभ्यर्थियों के मन में जिस तरह के संशय का निर्माण किया है उसके लिए उस पर मानहानि का मुकदमा चलाया जाना चाहिए|

आज प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में १ लाख ९० हजार शिक्षकों की आवश्यकता है|मात्र इस वर्ष तकरीबन ८० हजार शिक्षक सेवामुक्त हो जायेंगे|इस तरह इस प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान कैसे चलेगा यह राम ही जाने|

उत्तर प्रदेश का शिक्षा विभाग याचिकाओं का दंश झेल रहा है|इनमे से कुछ याचिकाएं तो केवल प्रचार पाने के लिए अथवा दुर्भावनाओं से प्रेरित होकर प्रक्रिया में जानबूझ कर अडंगा लगाने के उद्देश्य से दायर की गयी हैं और कुछ याचिकाएं ऐसी हैं जिनमे वास्तव में गंभीरतम समस्या परिलक्षित होती है किन्तु वे साक्ष्यों के अभाव में दम तोड़ देती हैं|

देश के विभिन्न राज्यों में शिक्षा के अलग अलग मानदंडों का होना इसी तरह की एक समस्या है जिस पर किसी ने भी कभी भी गंभीर होकर विचार नहीं किया|उदहारण के लिए कई राज्यों में प्रशिक्षित स्नातक प्रवक्ता सामाजिक विज्ञान के लिए अभ्यर्थी के भूगोल,राजनीती शास्त्र,इतिहास और अर्थशास्त्रमें से किसी भी एक विषय के साथ स्नातक और शिक्षा स्नातक होने को मान्यता दी गयी है और कई राज्यों में इनमे से दो विषयों के साथ स्नातक को अर्ह माना गया है|क्या यह विसंगति नहीं है?

केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में अब बी.एड. डीग्री धारकों को अर्ह नहीं माना जा  रहा है,क्या २०१२ आते ही बी.एड. डीग्री धारक अयोग्य हो गए हैं?उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में टीइटी प्राप्तांको को ही चयन का आधार माना गया|इस पर अकादमिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले किन्तु टीइटी परीक्षा में असफल लोगों का तर्क है की टीइटी प्राप्तांको को चयन का आधार मानना विधि का उल्लंघन है|
यह बात हमारी समझ में नहीं आती|विश्व के समस्त देशों में किसी भी सेवा के लिए चयन का आधार प्रतियोगी परीक्षाएं ही हुआ करती हैं|
क्या उत्तर प्रदेश की विधि संहिता इस नियम का अपवाद बनना चाहती है ? यदि हां, तो यह सरासर अन्याय है|चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी की तरफ से यह कहा गया था की वह सत्ता में आते ही टीइटी को निरस्त कर देगी|
उस समय वजह अनुत्तीर्ण छात्रों का मत पाना ही रहा होगा और इस तरह की लोक लुभावन चुनावी घोषणाओं के दम पर आज समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की राजनीती में सत्ता के शीर्ष पर है,किन्तु क्या ऐसा करना लोक कल्याणकारी होगा?कदापि नहीं|

कतिपय असफल विद्यार्थी इस परीक्षा में संजय मोहन द्वारा की गयीं धांधलियों के आधार पर इस परीक्षा को निरस्त किये जाने की मांग करने लगे हैं|
आज हालत यह हो गयी है की शिक्षा से नितांत असंबद्ध लोग भी युपीटीइटी को जानते हैं और उसमे तथाकथित घोटाले की चक्कलस में आसमान सर पर उठाये हुए हैं|
सच पूछिए तो इस परीक्षा में कोई धांधली हुई ही नहीं| वास्तविकता तो यह है की इतने बड़े पैमाने पर और इतनी सफल परीक्षा तो आज तक हुई ही नहीं|प्रत्येक अभ्यर्थी को उत्तर पुस्तिका के OMR शीट की कार्बन प्रतिलिपि साथ ले जाने को मिली ताकि अभ्यर्थी स्वतः और बाद में परिषद द्वारा जारी उत्तर कुंजी से अपने उत्तरों का मिलान कर स्वतः संतुष्ट हो सके अब इस पर भी यदि कोई यह कहे परीक्षा में धांधली हुई है तो फिर उसकी बुद्धि का भगवान ही मालिक है|

संजय मोहन ने जो कुछ भी किया परीक्षा के बाद माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में किया और सुनने में आ रहा है की इस आदेश का लाभ उठा कर कतिपय अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाये गए|
हालांकि मैंने स्वतः हजारों अभ्यर्थियों के अनुक्रमांक जांचे और किसी भी अभ्यर्थी के अनुक्रमांक में मुझे कोई भी अभूतपूर्व परिवर्तन देखने को नहीं मिला|

अब प्रश्न यह उठता है की यह कैसी धांधली है जिसमे अंक बढ़ाने के लिए पैसे भी लिए जाएँ और दाता के अंकों में इजाफा भी न हो|
अनुत्तीर्ण छात्रों के पास इसका भी जवाब है, उनका कहना है की धांधली अत्यंत ही न्यून स्तर पर हुई है और किसी के मुताबिक ८०० तो किसी के मुताबिक १५० अभ्यर्थी लाभान्वित हुए हैं|
यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात यह है की परीक्षा में २ लाख ७० हजार अभ्यर्थी प्राथमिक स्तर पर सफल घोषित किये गए हैं और यदि कहीं कोई धांधली हुई है तो लाभार्थी इन दो लाख सत्तर हजार अभ्यर्थियों में से ही कोई होगा|
अब मजे की बात यह है की शासन के पास अभ्यर्थियों का उत्तर पत्रक और अभ्यर्थी के पास उसकी कार्बन कॉपी है…
कुछेक लोगों का कहना है की संजय मोहन के पास से ८०० अभ्यर्थियों की सूची भी बरामद हुई है और लाभार्थी यही है|
यदि इस बात में सत्यता है तो क्या परीक्षा निरस्त किये बिना उन ८०० अभ्यर्थियों  के  उत्तर पत्रक का पुनर्मूल्यांकन नहीं करवाया जा सकता?

क्या अखिलेश यादव वास्तव में बदले की राजनीती करते हुए इस परीक्षा को निरस्त करना चाहेंगे?
क्या अखिलेश यादव के चाहने मात्र से यह परीक्षा निरस्त की जा सकती है?
 क्या गारंटी है की अगली बार परीक्षा आयोजित किये जाने पर कोई धांधली नहीं होगी? 
अब इतनी बड़ी परीक्षा का पुनरायोजन कौन करवाएगा? 
क्या शिक्षा स्नातक अगली बार इस परीक्षा के लिए अर्ह होंगे?
 क्या उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान का दारोमदार अप्रशिक्षित शिक्षा मित्र ही संभालेंगे ? 
क्या अगली बार यह परीक्षा अर्हता न होकर मात्र एक पात्रता परीक्षा ही होगी? क्या अगली परीक्षा के स्वरुप को लेकर अब कोई याचिका नहीं पड़ेगी? 
अगले सत्र में उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा क्या होगा?

फिलहाल यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है और आगामी १६  अप्रेल  को इस पर सुनवाई होनी है किन्तु अभ्यर्थियों के धैर्य का बांध टूटने लगा है और यदि १६  अप्रेल   को कोई निर्णय नहीं आता है तो आगे क्या होगा यह कहना मुश्किल है|
मुझे तो यह लगता है की यह मुद्दा जनहित और सीधे सीधे रोजगार से जुडा होने के कारण आगामी सरकार के लिए लिटमस परिक्षण सरीखा है और 
यदि मामले का अभ्यर्थियों के हित में उचित हल न निकाला गया और पूर्व विज्ञप्ति के आधार पर शीघ्र ही नियुक्ति न की गयी तो तो स्थिति विस्फोटक हो सकती है|


Article by - मनोज कुमार सिँह 'मयंक'
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Uttrakhand TET - UTET : Trained B. Ed/ B.P. Ed Candidate going to Demand :- Cancellation of TET Exam


शिक्षा मंत्री से मिलेंगे प्रशिक्षित बेरोजगार
(Uttrakhand TET - UTET : Trained B. Ed/ B.P. Ed Candidate going to Demand :- Cancellation of TET Exam )
टीईटी को समाप्त कर विशिष्ट बीटीसी की विज्ञप्ति जारी करने की मांग
खटीमा: समायोजन के लिए प्रशिक्षित बेरोजगार शिक्षा मंत्री से मिलेंगे।
बीएड-बीपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन की सिंचाई विभाग अतिथि गृह में हुई बैठक में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर हर्ष जताया गया। वक्ताओं ने कहा कि कांग्रेस सरकार से युवा बेरोजगारों को काफी उम्मीदें हैं। जल्द संगठन का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिलने जाएगा। प्रतिनिधिमंडल टीईटी को समाप्त कर विशिष्ट बीटीसी की विज्ञप्ति जारी करने की मांग करेगा। बैठक में अध्यक्ष संजय खड़ायत, अनिल जोशी, कैलाश पांडे, असगर हुसैन, रंजीत मेहरा, सुमित घोष, जीवन बिष्ट, महेश गहतोड़ी, खुशाल, ललित बिष्ट, रवि राना, रवींद्र राना, भगवान मेहरा, सीमा, सुनीता, अंजू, शकुंतला आदि मौजूद थीं।
News : Jagran (15.4.12)
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HTET : अपात्र शिक्षकों को भर्ती लेने का विरोध


HTET : अपात्र शिक्षकों को भर्ती लेने का विरोध

गुड़गांव। शिक्षक भर्ती में अपात्र अध्यापकों को शामिल करने के सरकार के फैसले के विरोध में शनिवार को पात्र अध्यापकों ने अपने प्रमाण-पत्रों की शव यात्रा निकाल उनका दहन करने का निर्णय लिया है

अध्यापक संघ ने सरकार पर अपात्र अध्यापकों को जानबूझ कर लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख पात्र अध्यापकों के कैरियर से खिलवाड़ करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। शनिवार को स्थानीय कमला नेहरू पार्क में आंदोलन की रूपरेखा का खाका खींचने के लिए बुलाई गई बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पात्र अध्यापक संघ के अध्यक्ष सुदीप राठी ने कहा कि रविवार को सभी पात्र अध्यापक अपने प्रमाण-पत्रों की शव यात्रा निकाल कर उनका दहन करेंगे। प्रमाण-पत्र दहन के बाद मंडलायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।

राठी ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो शिक्षा व्यवस्था की पोल खेली जाएगी। जल्दी ही प्रदेश के पात्र अध्यापक यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निवास पर धरना देंगे। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी सरकार शिक्षक भर्ती को लेकर गंभीर नहीं है। प्रदेश में चालीस हजार से अधिक पद रिक्त पड़े हैं। इसके अतिरिक्त प्राइमरी स्कूलों में 25 हजार से अधिक अंग्रेजी विषय के शिक्षकों के पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि सरकार साक्षात्कार के आधार पर शिक्षकों की भर्ती करती है। जबकि दिल्ली, राजस्थान, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित दूसरे पड़ोसी राज्यों में साक्षात्कार की बजाय लिखित परीक्षा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति होती है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि शिक्षक भर्ती के लिए वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाना चाहिए

News : Amar Ujala ( 15.4.12)
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UPTET : RTE implementation is Big Challenge


आरटीई लागू करना बड़ी चुनौती  
(UPTET : RTE implementation is Big Challenge )

देहात ही नहीं शहरी क्षेत्र के स्कूलों की दशा भी है खराब
बिजनौर।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राइट टू एजूकेशन को जहां निजी स्कूलों में लागू करने की चुनौती बनी हुई है वहीं सरकारी पाठशालाओं में भी इस पर अमल करना कठिन लग रहा है। आलम यह है कि देहात के स्कूलों में ही नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों के स्कूलों की दशा भी खराब है। यहां कई पाठशालाएं किराए के भवन में चल रही हैं तो कई भवनहीन हो गई है।
शिक्षा अधिकार अधिनियम को निजी स्कूलों में लागू करना तो चुनौती है ही ,लेकिन सरकारी पाठशालाओं में भी कम मुसीबत नहीं हैं। सरकारी स्कूलों में कहीं शिक्षक हैं तो कहीं छात्र नहीं। नगर के स्कूलों में खेल के मैदान तो दूर अपने भवन तक नहीं हैं। कई भवन जर्जर हाल पड़े हैं। ऐसे में आरटीई लागू करने में भारी समस्या होगी। प्राइमरी पाठशाला नई बस्ती दो व चार नंबर किराए के भवन में चल रही है जबकि रामलीला मैदान में भी किराए के भवन में स्कूल चलाया जा रहा है। बाजार शंभा प्राइमरी स्कूल एक व दो भवनहीन होने के कारण दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर दिए गए हैं। मुहल्ला अचारजान व प्राइमरी मुहल्ला जाटान का स्कूल भी भवनहीन हो गया है, जिन्हें दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया गया है। उधर धामपुर के नगर क्षेत्र में प्राइमरी स्कूल बिना छत के खुले आसमान में चल रहे हैं। जबकि तिलक भवन में चार प्राइमरी स्कूल एक साथ संचालित किए जा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की माने तो कई बार इन स्कूलों की स्थिति के बारे में शासन को लिखा गया है, लेकिन अभी तक दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।

जिले में हैं शिक्षकों का टोटा -
बिजनौर। टीईटी परीक्षा विवाद में पड़ जाने से सरकारी स्कूलों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। शिक्षा सत्र 2011-12 की 20 मई को समाप्ति के बाद जिले में 30 जून को करीब 225 अध्यापक व अध्यापिकाएं सेवानिवृत्त हो रहे हैं जबकि नई शिक्षक भर्ती की कोई उम्मीद दिखाई नहीं दे रही। ऐसे में परिषदीय स्कूलों में शिक्षक ों की पूर्ति होना संभव नहीं है


News : Amar Ujala (15.4.12)
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UPTET Jhansi : TET Passed Candidates Demanded to Solve Their Matter At the Earliest


टीईटी मसले के निराकरण की मांग
(UPTET Jhansi : TET Passed Candidates Demanded to Solve Their Matter At the Earliest )

रानीपुर (झांसी)। टीईटी अभ्यर्थियों की एक बैठक हरिओम कुशवाहा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में अभ्यर्थियों ने सरकार से इस मसले को अतिशीघ्र निपटाने की मांग की

हरिओम कुशवाहा ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र शुरू किया जाए तथा जो अभ्यर्थी इसमें दोषी पाए जाएं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। पुष्पेन्द्र यादव ने कहा कि टीईटी का भविष्य तारीखों के माध्यम से आगे बढ़ता जा रहा है। एक समय आएगा कि उस अंकपत्र की वैद्यता के वर्ष पूरे हो जाएंगे या फिर अभ्यर्थियों की आयु सीमा 40 वर्ष से अधिक हो जाएगी। बताया गया कि समिति की 18 अप्रैल को लखनऊ में दोबारा बैठक होनी है। बैठक टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य का निर्णय करेगी। यदि उक्त तारीख को कोई निश्चित निर्णय नहीं होता है तो मजबूरन अभ्यर्थी कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे तथा शांतिपूर्ण धरना व प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
बैठक में मनोज श्रीधर, राजेश लिटौरिया, भूपेन्द्र, संतोष तोमर, श्यामलाल लुहरगांव, पंकज, महेन्द्र, नेहा, नारायणदास श्रीवास, रवि रायकवार, गौतम खोइया, चांद खान, रिंकू खरे, नरेन्द्र कुशवाहा, योगेश सोनी, देवेन्द्र सिंह, गनेश आर्य आदि उपस्थित रहे। संचालन पुष्पेन्द्र यादव ने व आभार व्यक्त राजेश लिटौरिया ने किया।


News : Amar Ujala (15.4.12)
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UPTET : TET Candidates are under tension about NO DECISION regarding recruitment


निर्णय न आने पर टीईटी पास अभ्यर्थी हैं तनाव में
(UPTET : TET Candidates are under tension about NO DECISION regarding recruitment)

 •टीईटी संघर्ष मोर्चा की कार्यालय पर हुई बैठक
•परीक्षा निरस्त होने पर आंदोलन की दी चेतावनी

बदायूं। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा की कार्यालय पर हुई बैठक में संतकबीर नगर के अंगद चौरसिया के निधन पर शोक जताया। जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि श्री चौरसिया टीईटी का निर्णय नहीं आने से तनाव में थे और हार्टअटैक से निधन हो गया। बुलंदशहर के टीईटी पास अभ्यर्थी महेंद्र सिंह ने मानसिक तनाव से तंग आकर ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। इस हादसे में उसके पैर कट गए। कहा कि तमाम टीईटी पास अभ्यर्थी तनाव में हैं।
श्री सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की बात सरकार नहीं सुन रही है। निर्णय को टालमटोल कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार टीईटी परीक्षा निरस्त करने का विचार कर रही है, इससे लाखों अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लग जाएगा। जिला उपाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की मनमानी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यदि परीक्षा निरस्त कर दी गई तो अभ्यर्थियों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसका खामियाजा प्रदेश सरकार को लोकसभा और निकाय चुनाव में भुगतना पड़ेगा। महामंत्री भीष्मदेव मिश्र ने भी विचार रखे। इस मौके राहुल दीक्षित, विनय चौहान, राहुल राठौर, पवन शंखधार, सविता रानी, अर्चना शाक्य, संजय शर्मा, सुमनबाला, दिग्वेंद्र राठौर आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (15.4.12)
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UPTET : Candle March for Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates


UPTET : Candle March for Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates



आज निकलेगा कैंडिल शांति मार्च
आजमगढ़। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने मांगों को लेकर 15 अप्रैल को शाम छह बजे मेहता पार्क से कैंडल शांति मार्च निकालेगा। यह जानकारी उमेश वर्मा ने दी। उन्होंने टीईटी उत्तीर्णों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इसे सफल बनाने का आह्वान किया।



नदवासराय (सं.)। स्थानीय बाजार में टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें टीईटी अभ्यर्थियों के साथ किए जा रहे बरताव पर रोष प्रकट किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों का जानबूझकर कर शोषण किया जा रहा है। इसी का परिणाम है कि संतकबीर नगर जिले का टीईटी अभ्यर्थी अंगद चौरसिया ब्रेन हैमरेज का शिकार हो गया। सरकार ने यदि हमारे साथ सकारात्मक व्यवहार नहीं किया तो शीघ्र ही आंदोलन किया जाएगा।



कैंडल मार्च आज :
फीरोजाबाद (ब्यूरो)। यूपीटीईटी संघर्ष मोरचा की बैठक गांधी पार्क में हुई। जिलाध्यक्ष धर्मवीर भारती ने आम सहमति से निर्णय लिया कि संत कबीर नगर के अभ्यर्थी अंगद चौरसिया और बुलंदशहर के महेंद्र की मृत्यु यूपीटीईटी की भर्ती प्रक्रिया में विलंब होने के कारण मानसिक तनाव से हुई है। उनकी आत्म शांति के लिए 15 अप्रैल को शाम पांच बजे कैंडल मार्च निकाला जाएगा। अमित कुमार, अंबरीश शर्मा, महेश पासवान, अनुज कुमार और रवींद्र कुमार आदिथे



Allahabad : टीईटी अभ्यर्थियों की आजाद पार्क में बैठक शाम पांच बजे।


टीईटी संघर्ष मोर्चा का कैंडिल मार्च आज
बरेली। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की शनिवार को गांधी उद्यान में हुई बैठक मेें जानकारी दी गई कि परीक्षा रद्द होने की अफवाह सुनकर संत कबीर नगर और बुलंदशहर के दो अभ्यर्थियों की मौत हो गई। मोर्चा के अंगद चौरसिया ने कहा कि 15 अप्रैल को गांधी उद्यान में कैंडिल मार्च निकालकर इन अभ्यर्थियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। बैठक में विकास कुमार, सुशील कुमार सिंह, धीरेंद्र कुमार, हरीश गंगवार, पवन सक्सेना, राजेश प्रताप सिंह, राणा प्रताप आदि मौजूद रहे




टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक आज
संभल। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक 15 अप्रैल को सरदार भगत सिंह पार्क में शाम चार बजे से आयोजित की जाएगी। यह जानकारी जिला उपाध्यक्ष मुहम्मद तसलीम ने दी है।



टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक 16 को
मुजफ्फरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा के वरिष्ठ जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने बताया कि कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लिया गया है कि 16 अप्रैल को टाउन हाल में अभ्यर्थियों की बैठक आयोजित की जाएगी। इस मौके पर हरेंद्र मलिक, अमित बालियान, उस्मान चौधरी, नैनपाल, पुष्पेंद्र काकड़ा, संजीव बालियान, रविंद्र कुमार, जियाउल हसन, साकिद अली आदि उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (15.4.12)

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Saturday, April 14, 2012

HTET : Big Cheat with TET Candidates in Haryana

HTET : Big Cheat with TET Candidates in Haryana


हरियाणा में अब टीचर भरती तजुर्बे के आधार पर
•युवाओं ने एक मई को आत्मदाह की चेतावनी दी
केंद्र ने टीईटी को माना तो हरियाणा ने नियम बदला

•डा. सुरेंद्र धीमान
चंडीगढ़। टीचर भरती की योग्यता को लेकर हरियाणा सरकार द्वारा बदले गए नियम से प्रदेश के सवा लाख युवा खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं। प्रदेश सरकार ने टीचर भरती के लिए टीचर इलेजिबलिटी टेस्ट (टीईटी) की अनिवार्यता समाप्त कर दी है जबकि टीईटी पास सवा लाख युवा अपनी इस काबिलियत की बदौलत नौकरी की बाट जोह रहे थे।

हुड्डा सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान जेबीटी, मास्टर और लेक्चरर पद के लिए स्टेट टीचर इलेजिबलिटी टेस्ट को अनिवार्य किया गया था। तब तक केंद्र सरकार की ओर से भी इस संबंध में कोई नियम नहीं बनाया गया था। बीते चार साल के दौरान प्रदेश में चार टीईटी टेस्ट आयोजित किए जा चुके हैं, जिनमें लाखों बेरोजगारों ने हिस्सा लेकर खुद को टीचर भरती के योग्य बनाने में सफलता हासिल कर ली है। चार साल के दौरान हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने टीईटी की शर्त पर ही एक भरती अभियान भी पूरा किया वहीं हरियाणा लोक सेवा आयोग ने लेक्चरर की भरती के लिए टीईटी पास को ही आवेदन करने के योग्य माना था
इसके बाद पूरे देश में शिक्षा का अधिकार कानून लागू करते हुए केंद्र सरकार ने हरियाणा की तर्ज पर टीईटी को टीचरों की योग्यता के रूप में पूरे देश में लागू कर दिया। लेकिन हरियाणा सरकार ने बुधवार को जारी अधिसूचना के तहत टीईटी पास की अनिवार्यता का फैसला बदल दिया है। अब चार साल टीचिंग का अनुभव रखने वाले आवेदन कर सकेंगे। प्रदेश सरकार के इस फैसले से उन सवा लाख युवाओं को धक्का लगा है जो टीईटी पास कर टीचर भरती के विज्ञापन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
यह हमारे साथ धोखा है। हम मंडल स्तर पर 15 अप्रैल को टीईटी प्रमाण पत्रों की शव यात्रा निकालेंगे। सरकार ने सर्विस रूल्स नहीं बदले तो एक मई को टीईटी पास पात्र युवा रोहतक में चौधरी रणवीर सिंह हुड्डा समाधि स्थल पर सामूहिक आत्मदाह करेंगे। हम इन नियमों को बदलवाकर रहेंगे।

अगले सप्ताह में हम इन नियमों को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।

राजेंद्र शर्मा
अध्यक्ष, पात्र अध्यापक संघ, हरियाणा

News : PasHaryana BLOG
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UPTET : B. Ed Berojgar gives Dharna to Cancel TET Exam due to scam

बीएड बेरोजगारों ने दिया धरना
(UPTET : B. Ed Berojgar gives Dharna to Cancel TET Exam due to scam)

You can see how many people gives this dharana. What a laugh on these people , they are NOT saying to punish culprits.But it looks they are going to blame others for their failure / less marks.


If they failed / gets less marks, It is their mistake OR somebody else. If they are really eligible then show their OMR sheets to others and what they did in exam.

पल्हना(आजमगढ़): बीएड बेरोजगारों ने शनिवार को प्राथमिक विद्यालय कोटा खुर्द में एक दिवसीय धरना दिया। इसमें पूर्ववर्ती सरकार द्वारा संपन्न कराई गई 'टीईटी' परीक्षा को निरस्त करने की मांग की गई।

बीएड बेरोजगार संघ के ब्लाक अध्यक्ष उमेश मौर्या ने कहा टीईटी की जो परीक्षा संपन्न कराई गई थी उसमें व्यापक पैमाने पर धांधली उजागर हुई। प्रदेश सरकार से मांग की गई कि बीएड बेरोजगारों का चयन विगत वर्षो की भांति मेरिट के आधार पर किया जाए। संचालन कर रहे प्रमोद सरोज ने कहा कि संपन्न हुई टीईटी परीक्षा की पारदर्शिता को अधिकारियों ने ताक पर रख दिया। अंत में निर्णय लिया गया कि बीएड बेरोजगारों की नियुक्ति यदि मेरिट के आधार पर नहीं होती है तो वे सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे।

इस अवसर पर राजदेव राम, अरुण सिंह, तेजबहादुर सिंह, जित्तू कन्नौजिया, संतोष यादव, रमेश यादव, बबलू चौरसिया, संतोष यादव, अजय सिंह, अजय राम, अशोक मौर्य, राजबहादुर, स्मृता सिंह आदि उपस्थित थे

News :  Jagran (14.4.12)
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Memorandum Letter Received Through Email Regarding Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates


UPTET : Memorandum Letter Received  Through Email Regarding Homage / श्रद्दांजलि to Death of Candidates


प्रेषक: dilip maurya <dilip100982@gmail.com>दिनांक: 14 अप्रैल 2012 4:56 pmविषय: letter about uptet2012प्रति: uptetabhishek@rediffmail.comप्रति: muskan24by7@gmail.com

send by : abhishek singh, allahabad
mob. 09793132477, 09236252562

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HTET : पात्र अध्यापकों का मंडलस्तरीय प्रदर्शन कल


HTET : पात्र अध्यापकों का मंडलस्तरीय प्रदर्शन कल

अंबाला, वरिष्ठ संवाददाता : चाल साल तक शिक्षण कार्य करने वालों को बिना पात्रता परीक्षा पास किए नौकरी के लिए आवेदन योग्य ठहराने के सरकारी फैसले के खिलाफ पात्र अध्यापक संघ ने मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। संघ ने पॉलिसी में किए गए परिवर्तन को अतिथि अध्यापकों के लिए बनाई गई कूटनीति करार दिया है। उन्हें नौकरी के लिए पात्रता परीक्षा से छूट देने की सरकारी घोषणा के विरोध में 15 अप्रैल को मंडलस्तरीय प्रदर्शन की घोषणा की गई है

मंडल सलाहकार तिलकराज की ओर से शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार पात्र अध्यापक 15 अप्रैल को छावनी के इंदिरा पार्क में एकत्रित होंगे। यहां से वे विभिन्न बाजारों में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पात्र अध्यापकों के साथ प्रदेश सरकार छलावा कर रही है। सरकार की ओर से 20 मार्च को भर्ती का जो शेड्यूल जारी किया गया था, उस पर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अतिथि अध्यापकों को बचाने के लिए सर्विस रूल में ही बदलाव कर दिया है। जो शिक्षक चार साल तक पढ़ाने का अनुभव प्रमाण पत्र लाने में सफल होगा, उसे भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने की घोषणा की गई है, जो कि गलत है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने अतिथि अध्यापकों को पात्रता परीक्षा और इंटरव्यू में 24 नंबर की छूट देने के राज्य सरकार के एलान को खारिज कर दिया था। अब सरकार अतिथि अध्यापकों को सीधे तौर से लाभ नहीं दे सकी, तो उन्हें कूटनीति के जरिये लाभ दिया जा रहा है। इसका पात्र अध्यापक संघ पुरजोर विरोध करेगा और अपने हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं


News : Jagran
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TNTET : Will TET ensure appointment of teachers with right aptitude?

TNTET : Will TET ensure appointment of teachers with right aptitude?

Tamilnadu TET (Teacher Eligibility Test )
Earlier this month, the State government announced that the process of recruitment of 5,451 secondary teachers, 18,343 graduate teachers, and 2,895 postgraduate teachers in government schools has been initiated.

The Teachers' Recruitment Board has announced conduct of Tamil Nadu Teacher Eligibility Test (TNTET) on June 3, 2012 for selection of secondary grade and graduate teachers. A pass in Teacher Eligibility Test has been made mandatory by the National Council for Teacher Education, in accordance with the provisions of Right to Education Act, 2010.

As a nodal agency, the Teachers' Recruitment Board will conduct the TNTET for applicants with the qualifications of Diploma in Teacher Education (for classes I to V) and B.Ed, (VI to VIII). Besides the knowledge in their respective subjects, the understanding of the candidates about Child Development and Pedagogy will be tested.

Understandably, most of the applicants do not favour the eligibility test. For, a majority among them constitute those who had registered their qualifications with the employment exchanges several years ago and had been expecting postings in government schools on the basis of seniority. “It is thirteen years since I registered my B.Ed. qualification with the employment exchange after postgraduation. I was awaiting appointment based on seniority when the announcement of TET came as bolt from the blue. Anyway, I will do my best,” said Ramakrishnan, an applicant, who pursues his teaching career in a private school.

While endorsing the view that the best among the applicants must be chosen for the job, teachers of D.Ted and B.Ed. colleges, nevertheless, opine that the eligibility test must, in the first place, determine the aptitude of the applicants towards teaching profession.

Testing of the teachers' knowledge in just the subject would be tantamount to casting aspersions on the adequacy of course content devised by the Directorate of Teacher Education Research and Training and the Tamil Nadu Teacher Education University, according to a professor in a teacher education college.

Nevertheless, thanks to the RTE Act that has made eligibility test essential for appointment, there is going to be a realisation, albeit late, among candidates, particularly those in rural parts, that admission to D.Ted and B.Ed colleges will not be a direct ticket for teaching jobs in government schools, Education Department officials observe. As is only to be expected, the number of applicants for the announced vacancies is several times more. For instance, from Tiruchi district alone, there are over 8,000 eligible candidates for the post of postgraduate teachers. As many as 12,000 applications were issued for the PG teacher vacancies, according to the Chief Educational Officer K.Selvakumar. On an average, there will be 100 contenders for one PG teacher post, he said.

In fact, the TRB has made it clear that even those who pass the TET will be recruited only when the need arises. Candidates securing 60 per cent and above in the tests will be issued a TET eligibility certificate which will be valid for seven years. Teachers in education colleges opine that candidates must be filtered at the very stage of admission to D.T.Ed and B.Ed, programmes. Quality in the teaching-learning process as envisaged by NCTE can be ensured only when candidates pursue the noble profession with passion rather than just considering it a means to survival, they insist, questioning the logic of the existing system that permits churning out D.T.Ed and B.Ed graduates in several thousands every year, drastically in excess of vacancies.

News : The Hindu (14.4.12)
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RTI Helpline Number

RTI Helpline Number


RTI Helpline Number : 01161117666


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मदरसों में होगी तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था : सपा


मदरसों में होगी तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था : सपा

लखनऊ, 13 अप्रैल (जाब्यू) : समाजवादी पार्टी ने घोषणा की है प्रदेश सरकार मदरसों में भी तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था करेगी। निजी स्कूलों में गरीबों के लिए 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने के निर्णय का भी राज्य सरकार कड़ाई से पालन करायेगी। गरीब बच्चों को प्रवेश न देने वाले स्कूलों की मान्यता भी समाप्त की जा सकती है। पार्टी ने साथ मुस्लिम छात्राओं को आगे पढ़ने के लिए 30000 रुपये देने और मुस्लिम छात्र-छात्राओं को दिए जाने वाले लैपटाप के उर्दू भाषा में भी होने के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के एलान की भी सराहना की है। सपा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने शुक्रवार को यहां कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जोर इस पर है कि सबको कम पैसे में शिक्षा की अच्छी सुविधा मिले ताकि सभी अपना भविष्य संवार सके। सरकार के गठन के बाद से ही अखिलेश ने चुनाव घोषणा पत्र के वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है।

उन्होंने कक्षा दस पास मुस्लिम छात्राओं को आगे पढ़ाई के लिए 30000 रूपए देने और मदरसों में तकनीकी शिक्षा देने की व्यवस्था का एलान किया है। बारहवीं पास सभी विद्यार्थियों को लैपटाप और कक्षा दस उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को टैबलेट देने की दिशा में भी कार्यवाही शुरू हो गई है। मुस्लिम छात्र-छात्राओं मिलने वाले लैपटाप व टैबलेट में उर्दू साफ्टवेयर भी होगा।

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RTET : बेरोजगारों की कमाई से जिला परिषद करोड़पति


RTET : बेरोजगारों की कमाई से जिला परिषद करोड़पति 

बाड़मेर । बाड़मेर की जिला परिष्ाद के खजाने को बेरोजगारों की कमाई ने भर लिया है। तृतीय श्रेणी भर्ती परीक्षा में बेरोजगारों ने जो आवेदन किए है, उससे जिला परिषद को एक करोड़ सैंतीस लाख रूपए से ज्यादा की आय हुई है। इस खजाने में बाड़मेर से ज्यादा दूसरे जिलों की भागीदारी रही। बाड़मेर के अभ्यर्थियों के आवेदनों से सोलह लाख बीस हजार पांच सौ रूपए प्राप्त हुए शेष अन्य जिलो के अभ्यर्थियों के आवेदनों से मिले है।

लम्बे अंतराल के बाद जिला परिषदों के मार्फत होने वाली तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया ने बाड़मेर जिला परिषद की बल्ले-बल्ले कर दी है। 2945 पदों की भर्ती के लिए एक लाख नौ हजार से ज्यादा आवेदन आए। इससे परिषद के खाते में भी 13703450 रूपए की आय हुई है।

यह है शुल्क
सामान्य श्रेणी के आवेदक को प्रति आवेदन दो सौ पचास रूपए, अन्य पिछड़ा वर्ग को एक सौ पचास रूपए, विकलांग, अनुसूचित जाति और जन जाति के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुल्क पचास रूपए है।

कहां से कितनी आय
बाड़मेर जिला परिषद को सर्वाधिक आय जयपुर से हुई है। वहां से इसे 2519500 रूपए मिले है। बाड़मेर से 1620500, सीकर से 1115450, झूंझनूं से 1130550, जोधपुर से 1030150, अलवर से 855550, हनुमानगढ़ से 605600, गंगानगर से 527550, बीकानेर से 514700 व नागौर से 447300 रूपए की आय मिली है। प्रदेश के सभी जिलो से यहां की जिला परिषद को हजारों रूपए की आय हुई है।

साइबर कैफे की कमाई भी बढ़ी
बम्पर आवेदन के चलते साइबर केफे और ई मित्र कियोस्कों की कमाई में भी हिजाफा हुआ। ये आवेदन जमा करवाने पर प्रति आवेदन पचास रूपए ले रहे थे। ऎसे में हजारों की आय हुई है।

एक करोड़ सैतींस लाख की आय
जिला परिषद को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के आवेदनों से एक करोड़ सैंतीस लाख रूपए से अधिक की आय हुई है। 
रामस्वरूप मीणा अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बाड़मेर

दिलीप दवे
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Candidates who qualified Rajasthan Teachers Eligibility Test can ONLY Apply in Rajasthan 3rd / IIIIrd Grade Teachers Recruitment


RTET : टेट पास ही दे सकेंगे तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा!
(Candidates who qualified Rajasthan Teachers Eligibility Test can ONLY Apply in Rajasthan 3rd / IIIIrd Grade Teachers Recruitment )

जयपुर.प्रदेश में होने वाली शिक्षक भर्ती में वे ही अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे, जिन्होंने टेट की परीक्षा पास कर ली हो। सिर्फ बीएड या एसटीसी पास करने वाले अभ्यर्थियों में से किसी ने आवेदन कर दिया है तो वे परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा ने राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह खुलासा किया। वे भाजपा के हेम सिंह भडाना के मूल सवाल पर हुई चर्चा में सदस्यों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।

प्रतिपक्ष के सदस्यों ने शिक्षक भर्ती को लेकर सवालों की बौछार कर दी। भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि सरकार की ऐसी क्या मजबूरी थी कि टेट को मंजूर किया गया।उन्होंने कहा कि क्या टेट से बचे बच्चों के लिए राज्य सरकार राज्य स्तर का कोई कैडर बनाकर भर्ती करने का विचार रखती है। उन्होंने टेट पास करने की न्यूनतम अंक अलग अलग क्यों रखे गए हैं। भाजपा के गुलाबचंद कटारिया ने जानना चाहा कि जिस समय टेट की परीक्षा करवाई गई थी, उस समय 60 प्रतिशत की अनिवार्यता क्यों नहीं बताई गई माकपा ने अमरा राम और जसवंत सिंह ने भी अगली टेट की परीक्षा करवाने और बिना टेट परीक्षा में बैठने देने के बारे में जानना चाहा था। उन्होंने योग्यता से खिलवाड़ करने का आरोप भी लगाया

शिक्षा मंत्री ब्रज किशोर शर्मा ने स्पष्ट किया कि एनसीटीई 23 अक्टूबर, 2010 को जारी अधिसूचना में शिक्षक भर्ती के लिए टेट जरूरी किया गया है। ऐसे में सिर्फ बीएड- एसटीसी वालों के आवेदन मान्य नहीं होंगे। अगर किसी ने आवेदन किया है तो वह निरस्त होगा। शर्मा ने कहा कि टेट में भी 60 प्रतिशत अंक लाने की अनिवार्यता होगी। उन्होंने कहा कि एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी और सामान्य वर्ग की महिलाओं को इसमें 10 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

वहीं एससी, एसटी, ओबीसी, एसबीसी की महिलाओं, विधवा- परित्यक्ताओं को 15 प्रतिशत और निशक्तजनों को 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। शर्मा ने कहा कि एनसीटीई ने जो कार्यक्रम बनाया है, उसके मुताबिक टेट की परीक्षा साल में एक बार कराई जा सकेगी। इसके चलते अब जुलाई में टेट की परीक्षा करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडलीय सचिवालय की अधिसूचना दिनांक 10 जून, 2011 के अनुसार कार्यविधि में संशोधन किया जाकर प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों का चयन का काम ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग को दिया जा चुका है।

61,374 पद रिक्त :  : शिक्षा मंत्री ने सवाल पर बताया कि राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 61,374 पद रिक्त है। इसमें से 41,000 पदों को अभी भरे जा रहे हैं। वहीं, 20,000 शिक्षकों की और भर्ती करने की घोषणा मुख्यमंत्री के बजट भाषण में की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विशेष शिक्षकों के लिए भी टेट पास होना जरूरी है।

सामान्य वर्ग वालों का क्या होगा :सवालों की झड़ी के बीच भाजपा विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि 60 प्रतिशत अंकों की अनिवार्यता में से आरक्षित वर्ग को तो छूट दे दी लेकिन ब्राह्मण, वैश्य, राजपूत और सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि टेट की परीक्षा के समय न्यूनतम अंक का प्रावधान शामिल नहीं किया गया था।

News : Bhaskar (21.4.12)
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Big News UPTET : B.Ed candidates recruitment for Primary Teacher can be demanded upto 2015


शिक्षा के मुद्दों पर भी होगी बात
(Big News UPTET : B.Ed candidates recruitment for Primary Teacher can be demanded upto 2015)


Teachers retirement age can be demand to extend upto 65 years

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लखनऊ, 13 अप्रैल (जाब्यू) : शनिवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुलाकात के दौरान शिक्षा से जुड़े कई मसलों पर चर्चा होने के आसार हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय व अनुदानित कालेजों के शिक्षकों और पुस्तकालाध्यक्षों को छठे वेतनमान के एरियर के भुगतान के लिए केंद्र से बकाया 855 करोड़ की धनराशि जारी करने की मांग कर सकते हैं

इसके अलावा वह सर्व शिक्षा अभियान के तहत वित्तीय वर्ष 2011-12 में राज्य के लिए स्वीकृत की गई 1600 करोड़ रुपये की धनराशि को भी जारी करने का अनुरोध करेंगे। केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने पहली जनवरी 2006 से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में छठा वेतनमान लागू करने के साथ ही राज्यों को भी राज्य विश्वविद्यालयों में इसे लागू करने को कहा था। इसके लिए केंद्र ने विश्वविद्यालय शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु को 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने समेत कुछ अन्य शर्तें भी लगाई थींकेंद्र ने कहा था कि यदि राज्य सरकार इन शर्तों को पूरा करती है कि तो एक जनवरी 06 से लेकर 31 मार्च 2010 तक पुनरीक्षित वेतन देने के कारण होने वाले अतिरिक्त खर्च का 80 प्रतिशत भार केंद्र सरकार वहन करेगी। प्रदेश सरकार राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय व अनुदानित कॉलेजों के शिक्षकों और पुस्तकालाध्यक्षों को छठा वेतनमान पहली जनवरी 2006 से अनुमन्य कर चुकी है। राज्य मंत्रिमंडल ने विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के शिक्षकों व पुस्तकालाध्यक्षों को छठे वेतनमान के एरियर का भुगतान पहली जनवरी 2006 से देने का फैसला इस शर्त के साथ किया था कि यदि यूजीसी इसके लिए अपने हिस्से की 80 प्रतिशत धनराशि दे देता है तो राज्य सरकार शेष 20 फीसद धनराशि दे देगी। उच्च शिक्षा विभाग के आकलन के मुताबिक शिक्षकों व पुस्तकालयाध्यक्षों को छठा वेतनमान देने पर एक जनवरी 2006 से 31 मार्च 2010 तक लगभग 1065 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्ययभार पड़ रहा था। इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 855 करोड़ रुपये है। राज्य सरकार ने केंद्र से एरियर की धनराशि मांगी थी, लेकिन केंद्र ने इस आधार पर अब तक यह धनराशि नहीं दी है कि राज्य विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से 65 वर्ष नहीं की गई है। यह मसला मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की बैठक में उठने की संभावना है। बीएड डिग्रीधारकों के लिए मांगेंगे तीन साल समय : प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बीएड डिग्रीधारकों को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने की अवधि को 31 मार्च 2015 तक बढ़ाने की मांग भी कर सकते हैं। परिषदीय स्कूलों में शिक्षक की नियुक्त के लिए शैक्षिक योग्यता स्नातक व बीटीसी है। परिषदीय स्कूलों में पौने दो लाख शिक्षकों की कमी तो है ही, राज्य में हर साल लगभग 15000 शिक्षक रिटायर भी हो जाते हैं। शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पर्याप्त संख्या में बीटीसी प्रशिक्षणप्राप्त अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं हैं। शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने पहली जनवरी 2012 तक बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त करने की छूट दी थी। निर्धारित अवधि में बीएड डिग्रीधारकों को शिक्षक नियुक्त न कर पाने के कारण राज्य सरकार यह समय सीमा बढ़ाकर 30 जून 2012 करने की मांग कर चुकी है, लेकिन अब मुख्यमंत्री के जरिए इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2015 करने की मंशा है


News : Jagran (14.4.12)
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Email By Blog Visitor reg. UPTET

Email By Blog Visitor reg. UPTET


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: ravi kant trivedi <trivediravi12344@gmail.com>
दिनांक: 13 अप्रैल 2012 11:48 pm
विषय: regarding pil in sc
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>


@ ALL

BHAI JAB KHARE JI KO PAISE DE KAR  SLP HO SAKTI HAI TO SC ME PIL KU NHI JABKI SAB KO PTA HAI KI PIL SE JALDI NYAYA MILEGA AGAR KAL PIL FILE HOTA HAI TO 7 DIN KE ANDER RAHAT MILEGI AUR AISA KEVAL IS LIYE NHI KI MAI DEENGE MAR RHA HU BALKI AAP NUPUR TALWAR KA CASE DEKH SAKTE HAI COURT NE UNKO EK HI DIN ME RAHAT DI HAI TO AB AAP LOG APNE NETA LOGO SE SAMPARK SAADHE AUR PAISE KI KOI KILLAT NHI HAI JAHA TAK MERE KO PTA HAI KI 3 LAKH HAI FUND PEHLE SE SO TO AB DER KIS BAT KI HAI 


HC PEHLE RN SINGH KO PHIR KHARE SAHAB KO AUR RAWAI COURT KA AISA HAI KI POOCHO NA HAMESA TARIKH PE TARIKH


AGAR SC ME PIL ME TET MERIT SE LAEKAR SARE POINT RAKHE JAYE TO 1 MONTH KE ANDER SAB KHATAM HO JAYEGA SC SAKT HAI RTE KE IMPLEMENTATION PE JABKI HC ME SHAYAD JUDGE PAGAL HO GYE HAI UNKO PRIORITY KA AADESH BHI NHI SAMAJ AATA HAI BHALE HI WO KITNA IMAANDAR HO LEKINB TAMAM SAARE CASE SE ACCHA HAI KI EK PIL SABHI MUDDO KO INCLUDE KARTE HUE 

JASE -
STAY---TET MERIT---TET KO RAAD KARNA AUR JITNE HAI SAB INCLUDE KARA KE FILE KARNE KA KAST KARE AUR AISA HAR JILE KE LOG APNE JILE KE NETA SE BOLE .

NITIN MEHTA JI TO GHAZIABAD SE HAIN UNHE TO AUR AASAANI HOGI WAHI SE DELHI JANE ME AUR VIVEKANAND JI BHI SAMAJH LE KI TET KE LOGO KO SC SE HI RAHAT MILEGI HC SE SC BHI NARAZ HAI FAISLE ME DERI AUR BHARSTACHAAR SE 

AB AAP LOGO PE DEPEND HAI AGAR PRAYAS NA KIYA TO ZINDGI BHAR PACHTAOGE AAGE CHALNE WALE LOGO KO JAGAO YE JIMEDARI AAP KI HAI KU KI YE FUTURE BHI AAP KA HI HAI..........


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HTET Haryana : पात्र व् गेस्ट टीचरों की लड़ाई में "तीसरे " की मोज


HTET Haryana : पात्र व् गेस्ट  टीचरों की लड़ाई में "तीसरे " की मोज 

भर्ती बोर्ड के नुए फरमान से निजी स्कूलों में ४ साल से पड़ने वाले अध्यापकों को भी मिलेगा मोका 



News : Panjab Kesri 
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UPTET : टीईटी को रद न किया जाए


UPTET : टीईटी को रद न किया जाए

सोनभद्र। बीएड, बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की बैठक शुक्रवार को समिति के जिलाध्यक्ष संतोष वर्मा के आवास पर आयोजित हुई। जिसमें श्री वर्मा ने कहा कि सरकार को गड़बड़ी का बहाना बना कर टीईटी को रद नहीं करना चाहिए, अन्यथा सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसी क्रम में शादाब आलम ने 15 अप्रैल को राबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान में साथियों समेत उपस्थित होने की बात कही। बैठक में संतोष यादव, विनय सिंह, चांद नईम, मिराज अहमद, संदीप तिवारी, राहुल आदि उपस्थित थे।

टीईटी पास अभ्यर्थियों की बैठकः
कांधला। कस्बे के टीईटी पास अभ्यर्थियों द्वारा बैठक आयोजित कर सरकार से टीईटी बचाने की गुहार लगाई।
बैठक में सरकार से टीईटी बचाने की मांग की गई तथा भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र की शुरु करने की मांग की। साथ ही टीईटी अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी यदि टीईटी को निरस्त किया गया तो वह सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस दौरान रविंद्र चौहान, सोनू शर्मा, नीरज जयंत, दीपक, सुधीर, अमित, विपिन शर्मा, गोपाल, जावेद, आसमां, रुही, तनु, हीना, बबली, सोनिया, रविकांत उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (14.4.12)
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UPTET : टीईटी अंकों से मेरिट बनाने की मांग


UPTET : टीईटी अंकों से मेरिट बनाने की मांग 

शिकोहाबाद (ब्यूरो)। बेरोजगारों ने टीईटी आधारित मेरिट बनाने की मांग करते हुए कहा कि इससे 40-45 आयु के बेरोजगारों को नौकरी मिल सकेगी।
ऐसे बीएड बेरोजगार जो 40 या 45 वर्ष के हैं जिनका शिक्षण काल 1980 और 1990 के मध्य था। विशिष्ट बीटीसी चयन से मेरिट कम होने के कारण वंचित रह गये। अब पात्रता परीक्षा को अच्छे अंकों से उत्तीर्ण किया है। अत: हजारों वरिष्ठ बेरोजगार टीईटी आधारित मैरिट से सेवा का अवसर प्राप्त कर सकते है। टीईटी प्राप्त अंको की मैरिट बनाने की मांग ऐसे बेरोजगारों द्वारा की गई है।



अनुचित साधनों के प्रयोग पर जताई चिंता
मऊरानीपुर (झांसी)। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में अके डमिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों के प्रयोग पर चिंता व्यक्त की गई । एच के राजपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग होने से योग्यता एवं प्रतिभाओं का शोषण होता है। सरकारी भर्तियों में चयन का आधार अनुचित तरीकों से प्राप्त की गई डिग्रियों को नहीं बनाना चाहिए। बैठक में वक्ताओं ने टीईटी में सफल हुए अभ्यर्थियों को चयनित किए जाने की मांग की है।
बैठक में राजीव ताम्रकार, पंकज मिश्रा, महेंद्र शर्मा, महेंद्र सिंह गौर, सरताज अली, हेमंत दौदेरिया, पियूष भारद्वाज, पुष्पेंद्र यादव, अजय तिवारी, हरिओम कुशवाहा, अंशुमान सूरौठिया, कालका प्रसाद, अनूप अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में टीईटी अभ्यर्थी उपस्थित रहे।



सरकार को खूब कोसा
देवरिया। अखिल भारतीय नौजवान सभा ने युवाआें और छात्रों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में सभा किया। डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को आठ सूत्रीय ज्ञापन दिया गया। समस्याओं के निस्तारण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। बैठक को संबोधित करते हुए सभा के जिलाध्यक्ष आनंद प्रकाश चौरसिया ने कहा कि चंद दिनों की सपा सरकार ने अपनी करनी और कथनी में अंतर दिखा दिया है। वहीं, युवा नेता गोरखनाथ सिंह ने कहा कि जो सरकार टीईटी परीक्षा पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं कर कर सकती। वह युवाओं को बेरोजगारी भत्ता कैसे देगी। विजय प्रकाश श्रीवास्तव ने दोहरी शिक्षा पद्धति और शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगाने की मांग की। मुन्ना चौरसिया ने अध्यक्षता तथा संचालन जिला मंत्री जयप्रकाश कुशवाहा ने किया। सभा में राजीव दीक्षित, कपिलदेव यादव, चक्रपाणि तिवारी, कमलेश चौरसिया, बृजकिशोर चौरसिया, रामहरख यादव आदि मौजूद रहे।



उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक कल
रायबरेली। जिले के टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक 15 अप्रैल को विकास भवन में होगी। इसमें नियुक्ति को लेकर संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जाएगी। यह जानकारी शशांक त्रिवेदी ने दी। उन्होंने सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से बैठक में पहुंचने का आह्वान किया है।



सपा सरकार अपने ही बुने जाल में फंसेगी: डीपी
रुदायन(बदायूं)। विधानसभा चुनाव के बाद रापद मुखिया एवं पूर्व विधायक डीपी यादव शुक्रवार को नगर में पहली बार कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए। श्री यादव ने कहा कि सपा सरकार अपने ही बुने हुए जाल में खुद फंसकर रह जाएगी।
नगर में श्री यादव का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याएं भी रखीं। श्री यादव ने कार्यकर्ताओं को ढांढस बंधाते हुए कहा कि संगठित होकर कार्य करें। कहा कि सपा सरकार ने जनता को छला है। युवाओं को भी धोखा देने का काम कर रही है। बेरोजगारी भत्ता पाने के असल हकदार 18 से 35 वर्ष तक के युवा थे। क्योंकि इस उम्र के बीच पैसे की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी भत्ता, कन्या विद्या धन, वित्त विहीन शिक्षकों को मानदेय सरीखी योजनाओं को धन की आवश्यकता होगी। यह धन जनता से ही वसूल किया जाएगा।
श्री यादव ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों को मूर्ख बना रही है। यह सरकार भी बसपा सरकार की तरह टीईटी पास अभ्यर्थियों को लटकाए रखना चाहती है।
•चुनाव बाद पहली बार कार्यकर्ताओं से मिले


News : Amar Ujala (14.4.12)
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UPTET : If TET Cancelled then Matter will be Serious


टीईटी रद हुआ तो परिणाम गंभीर
(UPTET : If TET Cancelled then Matter will be Serious )

सोनभद्र : बीएड, बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति की बैठक शुक्रवार को जिलाध्यक्ष के आवास पर हुई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संतोष वर्मा ने की। संगठन की मांगों को लेकर गहन विचार विमर्श हुआ।

जिलाध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा कि सरकार को टीईटी रद नहीं करनी चाहिए। सरकार गड़बड़ी का बहाना करके टीईटी रद करती है तो इसके गंभीर परिणाम सरकार को भुगतने होंगे। शादाब आलम ने कहा कि 15 अपै्रल को रामलीला मैदान में सभी साथी एकत्र होंगे। अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराएं ताकि सरकार हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करे। इस मौके पर संदीप तिवारी, सत्यप्रकाश, हसीब अंसारी, राहुल आदि मौजूद थे।

News : Jagran (13.4.12)

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Friday, April 13, 2012

HTET : Supreme Court of India : Continuance of Guest Teachers in Haryana till regular teachers not appointed

HTET : Supreme Court of India : Continuance of Guest Teachers in Haryana till regular teachers not appointed


For authenticated copy, Contact Supreme Court of India
See Judgement :
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S U P R E M E C O U R T O F I N D I A
RECORD OF PROCEEDINGS

Petitions(s) for Special Leave to Appeal (Civil)....../2012
CC 5956-5957/12

(Under Article 136 of the Constitution against the final judgment and order dated 30/03/2011 passed by the High Court of Punjab & Haryana at Chandigarh in CWP No.6090 of 2010 and against the final judgment and order dated 15/03/2012 passed by the High Court of Punjab and Haryana at Chandigarh in Civil
Misc.No.17483 of 2011)

NARESH KUMAR & ORS.ETC.ETC. Petitioner(s)

VERSUS

STATE OF HARYANA & ORS.ETC. Respondent(s)

(With appln(s) for permission to file SLP and with prayer for interim relief )

WITH SLP(C) NO. 10818 of 2012

(With appln.(s)for exemption from filing c/c of the impugned judgment and permission to place addl.documents on record and with prayer for interim relief and office report)

Date: 30/03/2012 
These Petitions were called on for hearing today.

CORAM :
HON'BLE MR. JUSTICE ALTAMAS KABIR
HON'BLE MR. JUSTICE SURINDER SINGH NIJJAR

For Petitioner(s) Mr. G.E.Vahanvati, A.G.I.
in SLP(C)10818/12 Mr. H.S. Hooda, A.G.Haryana.
Mr. Rohit Sharma, Adv.
Mr. Abhijat P.Medh, AOR.

Sri Gopal Subramanium, Sr. Adv.
in SLP(C)..../12 Ms. Indu Malhotra, Sr. Adv.
CC 5956-5957/12 Ms. Mahalakshmi Pavani, Adv.
Sri G.Balaji, Adv.
SLP(C)...CC 5956-5957/12,etc.

2

Ms. Chinmaya Chandra, Adv.
Sri Mukesh Kumar Singh, Adv.
for M/S.Mahalakshmi Balaji & Co.,Advs.

For Respondent(s) Mr. K.V. Vishwanathan, Sr. Adv.
Mr. John Mathew,AOR.

UPON hearing counsel the Court made the following
O R D E R

1. Permission to file SLPs granted.

2. Three Special Leave Petitions have been filed,two by Mr. Naresh Kumar & Ors., in SLP(C)......CC Nos.5956-5957 of 2012,against the final judgment and order dated 30th March, 2011, passed in CWP No.6090 of 2010 and the final judgment and order dated 15th March, 2012, in Civil Misc.No.17483 of 2011, passed by the Punjab & Haryana High Court, and SLP(C)No.10818 of 2012, filed by the State of Haryana against the final judgment and order dated 15th March, 2012, passed by the Punjab & Haryana High Court in C.M.No.17483/11 in Civil Writ Petition No.6090 of 2010.

3. The subject-matter of all the three Special Leave Petitions is with regard to the appointment of 'Guest Teachers' and their continuance, without recruitment of teachers in the various educational institutions, by the
regular process of recruitment. The issue involved appears to have been considered by the Punjab & Haryana High Court, in several matters, since quite some time.In fact, we have been able to glean from the facts as disclosed that this issue came up for consideration before the Division Bench of the Punjab & Haryana High
Court in CWP No.6090 of 2010, which has been questioned in SLP(C)......CC 5956-5957 of 2012.

The said writ petition was disposed of by the judgment and order of the Punjab & Haryana High Court dated 30th March, 2011, wherein it was mentioned that the specific challenge which had been made in the writ petition was with regard to the decision of the respondents to extend the services of 'Guest Teachers' appointed under contract basis in various Government schools of the State of Haryana
In the said Writ Petition, it was also indicated that the extension was proposed for a further period of one year with effect from 1st April,2011.

Incidentally, the respondent No.6 in the said writ petition is duly represented before us and he is a candidate for consideration for appointment in the regular course.The said Writ Petition was disposed of in terms of a
schedule, which had been prepared by the respondent-authorities, and the Division Bench of the Punjab & Haryana High Court made it very clear that while it would be open to the State to extend the tenure of the' GuestTeachers' at all levels, such extension should not be beyond 31st March,2012. It was also indicated that on the expiry of the said date, i.e.31st March, 2012, services of all the 'Guest Teachers' should be understood to have lapsed in terms of the said judgment and it would not be open for the State to continue such 'Guest Teachers' in service. It is,in fact, the said directions which had led to the filing of the Special Leave Petitions. The Division Bench had also indicated that there would be no further appointment of 'Guest Teachers' during the next Academic year, starting from 1st April, 2011, and the short-fall,if any, in the
availability of teachers would have to be made up by the State by undertaking a fresh process/ exercise of posting and re-posting of teachers according to the needs of each school.

Various other directions were also given regarding appointment of teachers on regular basis.

4. Mr. Gopal Subramanium, learned senior advocate, appearing for the petitioners in the said Special Leave Petitions, has submitted that the direction referred to herein above given by the Division Bench of the High Court would create a situation in which after 1st April, 2012, there would be no teachers available in
place of the 'Guest Teachers' and unless the directions was extended till at least regular appointments were made, the students in the various institutions would suffer. Of course,

Mr. Vishwanathan, learned senior counsel, has also voiced his apprehension that this may lead to continuance of the process of continuing with the 'Guest Teachers'.

5. The other Special Leave Petition has been filed by the State of Haryana, in regard to the order passed by the Division Bench of the High Court on 15th March, 2012,in C.M.No.17483/11 in Civil Writ Petition No.6090 of 2010. By the said order, the Division Bench of the High Court rejected the prayer of the State of Haryana for extension of time to implement the directions contained in the order dated 30th March, 2011.

The learned Attorney General for India, appearing for the State of Haryana, however, brought to our notice an order subsequently passed by the same Division Bench on 20th March, 2012, whereby a scheme for filling up the vacant posts in order to comply with the directions contained in the order of 30th March, 2011, had been placed before the Court and the same had been accepted, in fact, a prayer had been made for about ten months' time to give effect to the said scheme. The learned Attorney General for India pointed out that in the said order, the Court had observed that in view of the scheme it was no longer necessary for the Court to monitor the actions of the State any further. 

On the contrary, the Court deemed it appropriate to close the writ petition, which was in the nature of a public interest litigation, by directing the State of Haryana to initiate and comply with and take necessary action in terms of the averments made in the affidavit dated 19th March, 2012, affirmed by the Financial Commissioner and Member Secretary to the Government of Haryana, School Education Department, and to adhere to the time schedule mentioned in the said affidavit.

6. The learned Attorney General for India, submitted that there being two contrary directions, one passed on 15th March, 2012, and the other on 20th March, 2012, accepting the scheme, and, in fact, extending the time for giving effect to the scheme, the State of Haryana had filed the Special Leave Petition to clarify the differences in the two orders.

7. Having heard the learned Attorney General for India, Mr. Subramanium and Mr. Vishwanathan, learned senior advocates, for the parties and also keeping in mind the submissions made by Mr. Vishwanathan, that the intention of the Division Bench of the High Court was that no further appointments of 'Guest Teachers' should be made after 1st April, 2012, and that the vacancies should be filled up by posting and reposting
teachers in the different institutions, we feel that the two things should really be kept separate,notwithstanding the apprehension voiced by Mr. Vishwanathan, that this could lead to continuance of appointment of 'Guest Teachers'.

8. We make it very clear that as directed by the Division Bench of the High Court, no fresh appointments of 'Guest Teachers' will be made from 1st April, 2012. However, since students also cannot be made to suffer on account of the delay in the appointment of regular teachers, we direct that the exercise indicated in the
scheme,must be completed within the time specified in the scheme and no further extension or deviation therefrom will be permitted.

9. Till then, the 'Guest Teachers' may be allowed to continue to function, as they have been doing so far.

10. We once again reiterate that the recruitment of teachers on the regular basis shall not be supplemented or replaced by this procedure of appointing 'Guest Teachers' for the sake of convenience.

11. The Special Leave Petitions are disposed of with the aforesaid observations.

12. There will be no orders as to costs.

(Sheetal Dhingra) (Juginder Kaur)
COURT MASTER Assistant Registrar

Source : http://courtnic.nic.in/supremecourt/temp/pc%205956-595712p.txt
For authenticated copy, Contact Supreme Court of India

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HTET : Suhasini - TET Qualified Candidates will do Collective Suicide


पात्र अध्यापक करेंगे सामूहिक आत्मदाह : सुहासिनी
(HTET :  Suhasini - TET Qualified Candidates will do Collective Suicide )

पानीपत, जागरण संवाद केंद्र : सरकार के फैसले के विरोध में पात्र अध्यापक 1 मई को मजदूर दिवस पर सामूहिक आत्मदाह करेंगे। अतिथि अध्यापकों को चाहे कितना भी वक्त सरकार दे, लेकिन वे पात्रता परीक्षा पास नहीं कर सकते हैं। यह बात पात्र अध्यापक संघ की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कही

उन्होंने कहा कि सरकार चार साल के अनुभवी शिक्षकों को मौका देना चाहती है। सरकार के फैसले से वे 2015 तक पात्रता परीक्षा पास कर सकते हैं। अतिथि अध्यापकों को एक की बजाए चार मौके दिए जाएं, लेकिन बात वही ढाक के तीन पात होगी। नकली डिग्रियों के सहारे एचटेट पास नहीं कर सकेंगे। रोहतक स्थित संविधान स्थल पर 1 मई को पात्र अध्यापक संघ प्रमाणपत्रों की शव यात्रा निकालेंगे। 15 अप्रैल को मंडल स्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे। सरकार के फैसले के विरोध में सामूहिक आत्मदाह भी करेंगे। सरकार के इस कदम से गुणात्मक शिक्षा का अर्थ ही नहीं रह जाता है। सरकारी स्कूलों में शिक्षक योग्य होंगे तभी छात्र डॉक्टर, इंजीनियर व आइएएस बनेंगे।

जिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने बताया कि सिविल अस्पताल पानीपत में पात्र अध्यापकों की बैठक 14 अप्रैल को बुलाई गई है। बैठक के बाद जिला स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा। दोपहर दो बजे से विरोध प्रदर्शन शुरू होगा। शिक्षक इस प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। आत्म मौर्य ने कहा कि सरकार चंद वोटों की खातिर इस तरह का कदम उठा रही है। उन्हें पात्र अध्यापकों के सवा लाख वोट दिखाई नहीं दे रहा है। पहले पात्रता परीक्षा ली गई। अब चार साल के अनुभव रखने वाले अध्यापकों को ही भर्ती में शामिल किया जा रहा है। पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों के साथ मजाक है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सभी प्रदेशों में पात्रता परीक्षा अनिवार्य कर दी है। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले इस परीक्षा को लागू किया था। अब इसका उल्लंघन कर अतिथि अध्यापकों को मौका देना चाहते हैं। पात्रता परीक्षा पास अध्यापक हक प्राप्त करने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।

News : Jagran (12.4.12)
http://www.jagran.com/haryana/panipat-9129154.html
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Candidates should not think suicide, they should think alternatives of new ways.
Suicide is NOT good .
But government should also think , When they conduct TET exam ,
what is its purpose of it ?
Else they NOT conduct exam . NOT made rules.
But when rules made then it should be followed in the interest of nation.
Why a person give TET exam when it is of NO USE.
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