/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Monday, November 18, 2024

BPSC Bihar Shikshak Bharti: तो मात्र 5000 रुपये में लीक हो गया बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर

 

BPSC Bihar Shikshak Bharti: तो मात्र 5000 रुपये में लीक हो गया बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर!

BPSC Bihar Shikshak Bharti 2024: बिहार शिक्षक भर्ती को लेकर बड़ी बात सामने आई है जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण का पेपर भी लीक हो गया था. आइए जानते हैं इस मामले में कौन सी रिपोर्ट सामने आई 


BPSC Bihar Shikshak Bharti 2024: बिहार शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण की परीक्षा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि बिहार दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक (Bihar Paper Leak) हो गया था. यह राज बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की जांच रिपोर्ट में खुला है. EOU ने TRE 3 पेपर लीक केस की जो चार्जशीट कोर्ट में जमा की है, उसमें यह बात सामने आई है. जांच रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं. बता दें कि बिहार में दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा पिछले साल यानी वर्ष 2023 में 7 से 15 दिसंबर तक आयोजित की गई थी. इस परीक्षा में कुल एक लाख 22 हजार अभ्यर्थियों ने सफलता पाई थी.

और क्या-क्या खुला राज?
शिक्षक भर्ती परीक्षा की जांच में कई बातें सामने आई हैं. जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि इस परीक्षा के पेपर को विभिन्न जिलों में ले जाने वाली गाड़ियों में से एक पिकअप वाहन का ड्राइवर शिवकांत था, जो भोजपुर का रहने वाला था. परीक्षा से पहले शिवकांत और राहुल पेपर लेकर पटना से मोतिहारी के लिए रवाना हुए थे.

पांच हजार में लीक हो गया पेपर
पेपर लीक मामले में पुलिस की पूछताछ में कई बातें सामने आईं. रिपोर्ट में कहा गया है कि शिवकांत ने पुलिस को बताया कि उसे पेपर लीक कराने के लिए राहुल ने पांच हजार रुपये दिए थे. जिसके बाद, जब वह पिकअप लेकर सराय टोल टैक्स पर पहुंचा, तो राहुल ने गाड़ी रुकवाई और वहां बिहार सरकार लिखी गाड़ियों में पेपर वाला बॉक्स रखवा दिया. इन गाड़ियों में कुल 7 लोग थे. इसके बाद वह मोतिहारी रवाना हुआ. जब पिकअप मुजफ्फरपुर पहुंची, तो वहां दो गाड़ियां खड़ी थीं, जिनमें से पेपर बॉक्स निकालकर राहुल ने वापस पिकअप में रख दिया, जिसे लेकर पिकअप मोतिहारी डीएम कार्यालय के लिए निकल गई. इस पूरे काम के लिए राहुल ने शिवकांत को पांच हजार रुपये दिए थे.