Computer Teacher, UP Teacher Recruitmentराजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा के लिए
शासन ने निदेशालय से मांगा प्रस्ताव
6000 कंप्यूटर शिक्षक होंगे भर्ती
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लखनऊ। राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए 6000 स्थायी शिक्षकों की भर्तियां की जाएंगी। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा मनोज कुमार सिंह ने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक अवध नरेश शर्मा से प्रस्ताव मांगा है। निदेशक से प्रस्ताव मिलने के बाद कंप्यूटर शिक्षक का स्थायी पद सृजित कराने के साथ भर्ती प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा परिषद कंप्यूटर शिक्षा को विषय का दर्जा दे चुका है। लेकिन राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर के स्थायी शिक्षक नहीं है। केंद्र सरकार के सहयोग से इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) योजना शुरू की गई है। योजना का पहला चरण समाप्त हो चुका है। दूसरा चरण भी 2016 में समाप्त हो जाएगा। जैसे ही योजना समाप्त होगी इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षक नहीं बचेंगे।
इसके चलते राजकीय और सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में कंप्यूटर शिक्षा को विषय के रूप में लेने वाले छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में बाधा आ जाएगी। इसलिए राज्य सरकार चाहती है कि राजकीय व सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों के लिए स्थायी कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्तियां कर ली जाए। प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा कहते हैं कि कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती के लिए निदेशक से प्रस्ताव मांगा गया है। पूछा गया है कि शिक्षकों की भर्ती की योग्यता क्या होगी और कितने साल का अनुभव होना अनिवार्य होगा। प्रमुख सचिव का यह भी कहना है कि प्रस्ताव आने के बाद यह निर्णय किया जाएगा कि संविदा पर कार्यरत रहने वाले शिक्षकों को चयन प्रक्रिया में वरीयता दी जाए या नहीं।
दो हजार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्तियां
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत खुलने वाले राजकीय स्कूलों में संविदा के आधार पर 2000 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की भर्तियां कार्यदायी संस्थाओं के माध्यम से की जाएंगी। अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही चयन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। प्रत्येक स्कूल के लिए दो-दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को लिया जाएगा। संस्था को प्रति कर्मचारी के एवज में करीब 8500 रुपये दिए जाएंगे।
गणित-विज्ञान शिक्षकों की चौथी काउंसलिंग आज से
लखनऊ (ब्यूरो)। उच्च प्राइमरी स्कूलों में गणित-विज्ञान शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए चौथी काउंसलिंग बृहस्पतिवार और शुक्रवार को होगी। पहले दिन विज्ञान व दूसरे दिन गणित शिक्षक पद की काउंसलिंग की जाएगी। अभ्यर्थियों को निर्धारित समय पर डायटों पर पहुंचना होगा। जानकारों के मुताबिक करीब 10,800 शिक्षकों के पद खाली हैं। इसके लिए 15 गुना अभ्यर्थियों को बुलाए जाएंगे। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन का प्रिंट आउट, बैंक में जमा ई-चालान की रसीद, सभी शैक्षिक मूल प्रमाण पत्र, जाति, निवास, विशेष आरक्षण संबंधित प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो, दो टिकट लगे लिफाफे तथा 10 रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र साथ लेकर जाना होगा।
लखनऊ (ब्यूरो)। फैजाबाद, देवीपाटन, गोरखपुर और बस्ती मंडल के इंटर कॉलेजों के बर्खास्त किए गए 189 संस्कृत शिक्षकों व प्रधानाचार्यों को बहाल कर नियुक्ति अवधि से एरियर देने का निर्णय किया गया है। इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है।
इंटर कॉलेजों के बर्खास्त संस्कृत शिक्षक बहाल
जब इन संस्कृत शिक्षकों व प्रधानाचार्यों की नियुक्तियां हुई थी, तब प्रदेश में बसपा सरकार थी। सत्ता बदलने के साथ ही बासुदेव यादव को माध्यमिक शिक्षा का निदेशक बनाया गया। उन्होंने संस्कृत विद्यालयों में प्रधानाचार्य और अध्यापकों में नियुक्ति में धांधली का अंदेशा जताते हुए आजमगढ़ मंडल की खुद जांच कर 25 जून 2012 को वहां की सभी नियुक्तियां निरस्त कर दीं। इसके बाद अपर निदेशक से बाकी चार मंडलों की जांच कराते हुए 18 सितंबर 2012 को फैजाबाद व देवीपाटन तथा 29 मई 2013 को गोरखपुर और बस्ती मंडल में हुई नियुक्तियों को निरस्त कर दिया। आजमगढ़ के शिक्षकों ने पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षकों के पक्ष में फैसला दिया। इसके बाद 16 दिसंबर 2013 को आजमगढ़ के शिक्षकों को सेवा में ले लिया गया। इसी तरह इन चार मंडलों के शिक्षकों को भी अब सेवा में लेने का शासनादेश प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा ने जारी किया है।
News Sabhar :Amar Ujala (18.9.14)
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