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Tuesday, July 5, 2016

Best and safe Option is to Invest in Liquid Fund, Liquid fund better than Saving Account and Safer than Share Market / Mutual Funds, Guaranteed Return

Best and safe Option is to Invest in Liquid Fund, Liquid fund better than Saving Account and Safer than Share Market / Mutual Funds, Guaranteed Return


Liquid Funds :


You have sufficient fund and looking for better returns compared to fixed deposits.

Liquid funds are better than saving accounts and just like fixed deposits.
Liquid funds provide you better return ( average returns around 9.3% interest for one year.


See Returns of 

SBI Premier Liquid Fund - Regular Plan (G) -





What is liquid fund and why less risky :-

Liquid funds are simply debt mutual funds that invest your money in very short-term market instruments e.g. treasury bills, government securities,commercial papers and call money that hold least amount of risk. These funds can invest in instruments up to a maturity of 91 days. The maturity is mostly much lower than that.

 Lower maturity period of these underlying assets helps a fund manager in meeting the redemption demand from investors.


They are least risky as well as least volatile in the category of mutual funds for the following reason: one, mutual funds mostly invest in instruments with high credit rating (P1+). Two, unlike other funds, the NAV of liquid funds is not volatile as the only change in their NAV is mostly as a result of the interest income that accrues. In other words, given their short-term maturities, these instruments are hardly traded in the market. They are held until maturity. Hence, their NAV only sees a change to the extent of interest income accrued, everyday, including weekends.

Benefits of liquid funds

These mutual funds have no lock-in period.

Withdrawals from liquid funds are processed within 24 hours on business days. The cut-off time on withdrawal is generally 2 p.m. on business days. It means if you place a redemption request by 2 p.m. on a business day, then the funds will be credited to your bank account on the next business day by 10 a.m.

Liquid funds have the lowest interest rate risk among debt funds as they primarily invest in fixed income securities with short maturity.

Liquid funds have no entry load and exit loads.

Returns from liquid funds
Liquid funds are among the best investment options for the short term during a high inflation environment. During high inflationary period, the Reserve Bank typically keeps interest rates high and tightens liquidity, helping liquid funds to earn good returns.
During the past year, some liquid funds have even offered higher returns than bank fixed deposits, which levy a penalty on premature withdrawal.



Taxation
Dividends received under liquid plans are not taxed at the hands of resident individual investors but fund houses pay dividend distribution tax @28.325 per cent (including surcharge and cess).
Individual investors who books gains before a year on their investment in liquid funds are taxed at the same rate as per their income slabs. Interest earned from savings accounts are also taxed at this same rate.
If investors redeem liquid fund units after a year, they have to pay a long-term capital gains tax of 11.33 per cent (including cess and surcharge) or 22.66 per cent with indexation benefit, whichever is lower. This helps in reducing tax outgo for those in higher income tax slabs. Earnings from savings accounts or banks fixed deposits are clubbed to one's income and are taxed at respective slabs.


Differ from ultra-short-term funds

Another category of short-term debt fund called the ultra short-term fund is also suitable for short-term investing. But these are one notch higher on the risk chart compared with liquid funds. This is because ultra-short-term funds can invest in short-term instruments that have a maturity of over three months. These instruments may also be traded in the market. Hence, the NAV may swing in response to market movements, making it a little more volatile.

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Sunday, July 5, 2015

सुकन्‍या समृद्धि खाता (Sukanya Srimaddi Yojna)

सुकन्‍या समृद्धि खाता (Sukanya Srimaddi Yojna)

सरकार बहुत जल्‍दी ही बच्चियों के लिए सुकन्‍या समृद्धि योजना के तहत खुलने वाले सुकन्‍या समृद्धि खातों को टैक्‍स से छूट प्रदान करने जा रही है। यह योजना गर्ल चाइल्‍ड को सुरक्षा प्रदान करने हेतू लाई जा रही है। 


सरकार बच्चियों की उच्‍च शिक्षा व उनके विवाह के लिए मदद पहुंचाने के मकसद से योजना लांच कर रही है। वित्‍त मंत्रालय ने भी टैक्‍स में छूट देने की अधिसूचना जारी कर दी है। जिससे इस योजना के तहत खुलने वाले खातों को आयकर कानून की धारा 80 – G के तहत छूट दी जाएगी।

सुकन्‍या समृद्धि योजना के अन्‍तर्गत खुलने वाले खाते बच्‍ची के जन्‍म से लेकर १० वर्ष की आयु तक कभी भी खाता खोला जा सकता है। हालांकि योजना शुरू होने के समय जिन बच्चियों की आयु १० वर्ष हो चुकी है, उनके खाते भी खाते खोले जाएंगें। इस योजना को केवल दो बच्चियों तक ही सीमित कर दिया गया है। मतलब यह कि यदि तीसरी बच्‍ची पैदा हुई तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। पर पहली बच्‍ची के जन्‍म के बाद जुड़वां बच्चियां पैदा होती हैं, तो तीनों बच्चियां इस योजना की पात्र होगीं।


इस योजना की सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। पर अभी तक सरकार इसे पूरी तरह अमली जामा नहीं पहना पाई है। अभी यह तय नहीं हुआ है कि इस योजना के तहत इस जमा खाते पर कितना ब्‍याज दिया जाएगा। सरकार द्धारा जारी अधिसूचना में कहा गया है, कि योजना की ब्‍याज दर क्‍या होगी, इसकी घोषणा बाद में की जाएगी।
इस योजना के खाते देश के किसी भी डाकघर अथवा सरकार द्धारा अधिसूचित बैंक शाखा में एक हजार रूपए से खोला जा सकेगा। इसके बाद न्‍यूनतम एक हजार रूपए जमा किए जा सकेगें। इस खाते में अधिकतम एक लाख पचास हजार रूपए सालाना जमा किए जा सकेगें। इस योजना के तहत खाता खोलने से १४ वर्ष तक धन जमा कराना होगा। पर खाते की परिपक्‍वता अ‍वधि उसके खोले जाने से २१ वर्ष पूरे हो जाने पर ही होगी। लेकिन यदि बच्‍ची की शादी २१ वर्ष की आयु से पहले ही हो जाता है, तो शादी के पश्‍चात उसे खाता चलाने अनुमति नहीं होगी।


 सुकन्‍या समृद्धि खाते की प्रमुख बातें एक नजर में :

पोस्टऑफिस या अधिकृत सरकारी बैंकों में खाता खुलवाएं

१ * यह योजना धारा 80-G के तहत कर मुक्‍त होगी।

२ * इस योजना के तहत खाते बेटी के जन्‍म से लेकर १० वर्ष की आयु तक खोले जा सकते हैं।

३ * यह योजना के केवल २ बच्चियों तक ही सीमित हैं। परन्‍तु पहली बच्‍ची के बाद जुड़वां बेटियां पैदा होती हैं, तो तीनों बेटियों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

४ * यह खाता एक हजार रूपए से खोला जा सकता है।

५ * इस खाते में अधिकतम सालाना एक लाख पचास हजार रूपए जमा किए जा सकते हैं।

६ * इस योजना में मात्र १४ वर्ष तक धन जमा किया जाएगा।

७ * इसकी मैच्‍योरिटी खाता खुलने के २१ वर्ष पूरे हो जाने पर ही होगी।

८ * देश में लड़कियों के विवाह की वैधानिक आयु २१ वर्ष निर्धारित है। इसलिए यदि बच्‍ची का विवाह २१ वर्ष की आयु से पहले हो जाता है। तो खाता संचालन की अनुमति नहीं होगी।

जरूरी डॉक्युमेंट्स

अकाउंट खुलवाने के लिए बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट, गार्जियन का आइडेंटिटी प्रूफ और अड्रेस प्रूफ की जरूरत होगी।
कितनी रकम?

कम-से-कम 1 हजार रुपये से अकाउंट खुलवाया जा सकता है। साल में कम-से-कम 1 हजार रुपये और अधिकतम डेढ़ लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं। किसी साल मिनिमम जमा नहीं करा पाते हैं तो अगले साल पिछले साल की ड्यू रकम के अलावा 50 रुपये पेनल्टी देनी होगी। खाता खोलने से 14 साल तक इस स्कीम में पैसा जमा कराना होगा। 14 साल पूरे होने से पहले ही बच्ची 21 साल की हो जाती है तो भी खाता बच्ची के 21 साल की होने पर ही बंद हो जाएगा। अकाउंट में 1 हजार से डेढ़ लाख के बीच कितनी भी रकम साल में जमा करा सकते हैं।



पहली नजर में देखें तो सुकन्‍या समृद्धि योजना बड़ी ही आकर्षक प्रतीत हो रही है। य‍ह आम लोगों के लिए कितना फाएदेमंद साबित होगी। यह तो तभी पता चलेगा कि जब सरकार इसे पूरी तरह लांच कर देगी। चलिए हम सभी को इस योजना के लांच होने का इंतजार रहेगा। जैसे ही इसके अन्‍य नियम सामने आएंगें, आपको अवगत करा दिया जाएगा।


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News : सुकन्या समृद्धि योजना में 0.1 फीसदी बढ़ा ब्याज

News : सुकन्या समृद्धि योजना में 0.1 फीसदी बढ़ा ब्याज

 सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अब लाड़लियों को 0.1 फीसदी अधिक ब्याज मिलेगा। पहले इस योजना के तहत खाता खोलने पर ब्याज दर प्रतिवर्ष 9.1 फीसदी थी। अब यह 9.2 फीसदी प्रतिवर्ष मिलेगी। सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति बढ़ते लोगों के आकर्षण के चलते इसमें संशोधन किया गया है। ब्याज दर में बढ़ोतरी के अलावा परिपक्व व जमा राशि दोनों को आयकर मुक्त किया गया है।

सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक कभी भी किसी भी डाकघर और बैंक में यह खाता खोला जा सकता है। प्रवर डाकपाल मुख्य डाकघर शिमला पीसी गौतम ने ब्याज दर 0.1 फीसदी बढ़ने की पुष्टि की है।
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Saturday, May 3, 2014

Investment Planning : अच्छे और बेहतर निवेश के उपाय

Investment Planning : अच्छे और बेहतर निवेश के उपाय

आज आम आदमी महंगाई से जूझ रहा है मुद्रा स्फीति की दर पिछले वर्षों में कई बार दस फीसदी से ऊपर चली गई ।
जबकि बैंक में जमा सेविंग इनकम पर ब्याज ४ फीसदी के लगभग है , अधिक से अधिक लम्बी अवधि के निवेश पर लगभग 9 फीसदी तक ब्याज मिल जाता
है लेकिन वह भी मुद्रा स्फीति की दर से कम ही है

मैंने कई लेख पढ़े और अपने घर में बड़े बुजुर्गों की रॉय भी जानी ।

सबसे अच्छा निवेश घर / जमीन  खरीदने है जिसकी कीमत मुद्रा स्फीति की दर से भी तेज बढ्ती है , क्यूँकि आबादी लगातार बढ़ रही है , और लागत व मेटेरियल के दाम का प्रभाव मुद्रा स्फीति से अछुता रहता है , होम लोन पर ऋण चुकाने में इनकम टैक्स पर छूट भी मिलतीं है
लेकिन समस्या यह है घर को खरीदना बेचना आसान नहीँ होता और छोते निवेश / धन राशि से घर खरीदने बेचना आसान नहीं है

दूसरा अच्छा विकल्प पी पी ऍफ़ / पेंशन प्लान में निवेश करने का है जिसकी ब्याज़ दर 8 . ५ से 9  फीसदी तक रहती है और केन्द्र सरकार सालाना पी एफ़ ब्याज़ दर तय करतीं है , लेकिन इसमें भी वही समस्या है की आप आसानी से पैसा नहीं निकाल सकते है और लॉक इन पीरियड रहता है

तीसरा सबसे अच्छा विकल्प है की आप म्यूचल फंड में निवेश करें , लेकिन इसमें शेयर मार्किट के उतार चढ़ाव की रिस्क शामिल रहती  है ,
पिछले 4 - 5 साल के रिकॉर्ड को देखें तो पाएंगे की अच्छे म्यूचल फंड में रिटर्न सालाना 14  से 30 फीसदी तक रहा है और कुछ  का इस से भीं
ज्यादा रहा  है
बहुत से म्यूचल फंड टैक्स सेवर भी हैँ ,जीवन बीमा  इन्शुरन्स भी कवर करतें हैँ और अच्छा रिटर्न सालाना 14  से 30 फीसदी तक दे रहे हैं 




चौथा विकल्प आता है फिक्स्ड डिपाजिट का , जिसमें कॉपरेटिव बैंक्स दस / सवा दस फीसदी तक सालाना ब्याज दे रही हैं ,
जबकि कुछ नेश्नलीज़ेड बैंक्स (बैंक ऑफ़ इंडिया , सेंट्रल बैंक , बैंक ऑफ़ महराष्ट्र, ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स ) आदि 9 से साढ़े ९ फीसदी तक सालाना ब्याज दे रही हैं।
कॉपरेटिव बेंक्स में रिस्क थोडी ज्यदा रहती है क्यूंकि कुछेक बेंक्स पिछले वर्षों में गलत लोगो को ऋण देने की वजह से डूबने  पर पहुँच गयी थी
अगर आप सैलरीड हैं और टैक्स पेयर हैँ तो बैंक्स आपको फिक्स्ड डिपाजिट पर मिली ब्याज़ पर टी डी एस काट लेतीं  हैँ


जीवन बीमा भी अच्छा विकल्प है जो की आपको बीमा  के साथ अच्छा रिटर्न भी  देता है ,
अगर आपने जीवन बीमा नहीं कराया है तो यह विकल्प भी बहुत अच्छा है
 



आजकल कुछ बैंक सेविंग पर ६-७ फीसदी तक सालाना ब्याज (आर बी आई ने सेविंग इंटरस्ट पर बेंक्स को निर्धरित करने [पर बेंक्स को छूट दे दी है ) दे रही हैं , जिसमें से यस बैंक और कोटक बैन्क प्रमुख हैँ



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