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Tuesday, August 7, 2012

UPTET - टीईटी : शिक्षक चयन प्रक्रिया अक्टूबर-नवम्बर में


UPTET - टीईटी : शिक्षक चयन प्रक्रिया अक्टूबर-नवम्बर में





लखनऊ (एसएनबी)। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) को लेकर उठे विवाद पटाक्षेप होने के बाद राज्य सरकार ने शिक्षकों के चयन की दिशा में कदम बढ़ा दिये हैं। टीईटी परीक्षा पास करने वाले छात्रों में से लगभग 73 हजार शिक्षकों का काउंसलिंग के जरिये चयन होगा। शिक्षकों की चयन प्रक्रिया आगामी अक्टूबर और नवम्बर माह के बीच कराने की तैयारी है

 शिक्षकों का चयन करने से पहले सरकार नयी नियमावली को अंतिम रूप देगी। बीते वर्ष नवम्बर माह में राज्य सराकर ने शिक्षकों के चयन के लिए टीईटी परीक्षा करायी थी। जिसमें दो लाख से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी। परीक्षा के बाद शिक्षकों के चयन को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। जिसका अभी पिछले महीने पटाक्षेप हुआ है। विशेष सचिव बेसिक शिक्षा हरेन्द्रवीर सिंह ने बताया कि परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों छात्रों से शिक्षकों का चयन करने की दिशा में शासनस्तर पर कवायद चल रही है। इसके लिए नयी नियमावली पर काम चल रहा है। नियमावली के बनने के बाद प्रदेश के सभी जनपदों में शिक्षकों के पदों की सूची तैयार होगी और फिर टीईटी परीक्षा पास करने वालों से आवेदन मांगे जाएंगे। आवेदकों के बीच काउंसलिंग करके शिक्षकों का चयन किया जाएगा। शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को आगामी अक्टूबर और नवम्बर माह के बीच कराने की तैयारी हैअधिकारिक सूत्रों का कहना है कि नियमावली में हाईस्कूल, इन्टरमीडिएट, बीएड तथा टीईटी परीक्षा के अंकों को आधार पर मेरिट तैयार करने की व्यवस्था को लाया जा रहा है। मेरिट में आने वाले छात्रों में काउंसलिंग के द्वारा शिक्षकों का चयन होगा। टीईटी मामले की सुनवाई 27 को इलाहाबाद (एसएनबी)। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने टीईटी मामले को लेकर दाखिल याचिकाओं की अगली सुनवाई की तिथि 27 अगस्त नियत की है। न्यायालय ने राज्य सरकार द्वारा दाखिल हलफनामे में यह बताने पर कि सरकार नियमों में बदलाव करने जा रही है। इस पर न्यायालय ने सरकार को अवसर देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण टण्डन ने यादव कपिल देव सहित सैकड़ों लोगों की याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 72 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत टीईटी परीक्षा हुई, जिसमें सफल अभ्यर्थियों को बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की तरफ से नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया था। इसकी वैधता को चुनौती दी गयी है। याची का कहना है कि नियमानुसार बोर्ड को ऐसा विज्ञापन जारी करने का वैधानिक अधिकार नहीं है। ऐसा अधिकार बीएसए को ही है। अन्य याचिकाएं भी विभिन्न मांगों को लेकर दाखिल की गयी हैं। न्यायालय ने विज्ञापन पर रोक लगा रखी है। काउंसलिंग से तैयार होगी शिक्षकों की सूची


News Source : http://www.rashtriyasahara.com/epapermain.aspx / Lucknow (7.8.12)
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From this news it appears, TET Candidates have to apply again and selection base is -
Acadmic Merit - Highschool +  Inter + Grad. + TET Marks

However confusion still exists and hopefully it will be removed on 27th August 2012 in next hearing of Allahabad Highcourt.

Recently IIT oppose Academic base cut-off , And after sometime a formula was made to balance UP Board , CBSE , ICSE Board Marks in IIT Selection.
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UPTET : नियमों में संशोधन के लिए दी मोहलत


UPTET : नियमों में संशोधन के लिए दी मोहलत
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को दिया हलफनामा दाखिल करने का निर्देश


टीईटी प्रकरण •अब २७ अगस्त को होगी सुनवाई


इलाहाबाद। प्रदेश में 72,825 सहायक अध्यापकों के चयन और नियुक्ति के मामले को लेेकर दाखिल याचिकाओं पर अब 27 अगस्त को सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने इस दौरान कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार नियमों में संशोधन करने का निर्देश दिया है। सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट को टीईटी मामले पर 12 जुलाई को कैबिनेट की बैठक मेें लिए गए निर्णय से अवगत कराया
प्रदेश सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता सीबी यादव ने कोर्ट को बताया कि सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए टीईटी के प्राप्तांक को मेरिट नहीं माना जाएगा। परंतु टीईटी उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा। परीक्षा में 60 फीसदी अंक पाने वाले अभ्यर्थी सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन कर सकेंगे, परंतु मेरिट शैक्षिक योग्यता के आधार पर बनेगी। याचियों के अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि कैबिनेट की बैठक में लिए गए निर्णय को भी हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। निर्णय में कई पहलुओं पर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार नियमों में संशोधन करके न्यायालय में हलफनामा दाखिल करे
उल्लेखनीय है कि यादव कपिलदेव और अन्य ने सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए जारी विज्ञापन को चुनौती दी थी। इस पर हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। सोमवार को कुछ पक्षकारों ने स्थगन आदेश हटाने की मांग की मगर न्यायालय ने याचिका का निस्तारण होने तक बीच में स्थगन आदेश हटाने से इनकार कर दिया


News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120807a_002163012&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120807a_002163012 /          
 Amar Ujala (7.8.12)
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Allahabad highcourt gives chance to change in Niyamavali for teachers selection as per UP cabinet decision.
As UP Cabinet approves , Academic merit based selection.
Stay is not remove till the final disposal of writ petition.
Allahabad Highcourt's decision will be a crucial judgement as all over India TET/CTET exam conducts as per NCTE guidelines.

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Monday, August 6, 2012

RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्ति से रोक हटी


RTET : तृतीय श्रेणी शिक्षकों की नियुक्ति से रोक हटी


जयपुर। हाईकोर्ट ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60 प्रतिशत से कम अंक वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सामान्य वर्ग में नियुक्ति देने पर रोक हटा ली है। साथ ही, कहा कि नियुक्ति कोर्ट के आदेश से प्रभावित रहेगी, जिसका नियुक्ति पत्र में उल्लेख भी किया जाए।
न्यायाधीश मनीष भण्डारी ने पे्ररणा जोशी की याचिका पर सोमवार को यह अंतरिम आदेश दिया। प्रार्थीपक्ष ने कहा कि आरक्षित वर्ग वालों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60 प्रतिशत से कम अंक पर उत्तीर्ण मान लिया है, इनमें से कुछ शिक्षक भर्ती में सामान्य वर्ग की मेरिट में आ रहे हैं। शिक्षक पात्रता परीक्षा में कम अंक पर उत्तीर्ण होने वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में उन्हीं की श्रेणी में नियुक्ति दी जाए।
राज्य सरकार के अतिरिक्त महाघिवक्ता एसएन कुमावत ने कहा कि इस याचिका के आधार पर पिछले दिनों कोर्ट द्वारा नियुक्ति पर लगाई रोक को हटाया जाए, शिक्षक पात्रता परीक्षा स्वतंत्र परीक्षा है। उसमें प्रमाण पत्र के लिए आरक्षित वर्ग को छूट दी है, जो हाईकोर्ट की खण्डपीठ ने भी जायज मानी है।
इधर, तृतीय श्रेणी शिक्षक सीधी भर्ती परीक्षा है, इस परीक्षा में शिक्षक पात्रता परीक्षा के 20 प्रतिशत अंक जोडे जाएंगे। ऎसे में शिक्षक भर्ती परीक्षा में ज्यादा अंक के कारण वह सामान्य वर्ग में नियुक्ति का पात्र होता है, उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। ऎसे अभ्यर्थियों की संख्या भी ज्यादा नहीं होगी,  ऎसे में नियुक्ति प्रक्रिया को नहीं रोका जाए। कोर्ट ने नियुक्ति की छूट देते हुए कहा कि राज्य सरकार नियुक्ति तो दे सकती है, लेकिन नियुक्ति पत्र में अंतिम निर्णय कोर्ट के फैसले के तहत होने का उल्लेख किया जाए


Source : http://www.rajasthanpatrika.com/news/home-page/7312012/home-news/352592 / Rajasthan Patika ( 31.7.12)
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Low marks in CTET/TET Qualifide candidate of reserved category can obtain General category candidates seat.
For General category , candidate have to obtain 60% marks in CTET/TET, But reserved category candidates  pass at lower cut-off. And they became eligible to apply for teachers.And if they obtain higher marks in selection process then as per eligibility they should consider for selection.

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UPTET : टीईटी मामले की सुनवाई 27 को


UPTET : टीईटी मामले की सुनवाई 27 को


 इलाहाबाद : इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने टीईटी मामले को लेकर दाखिल याचिकाओं की अगली सुनवाई की तिथि 27 अगस्त नियत की है। न्यायालय ने राज्य सरकार द्वारा दाखिल हलफनामे में यह बताने पर की वह नियमों में बदलाव करने जा रही है, पर न्यायालय ने सरकार को अवसर देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी है


यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण टण्डन ने यादव कपिल देव सहित सैकड़ों लोगों की याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिया है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 72 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया के तहत टीईटी परीक्षा हुई। इसमें सफल अभ्यर्थियों को माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की तरफ से नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया। जिसकी वैधता को चुनौती दी गई है। याची का कहना है कि नियमानुसार बोर्ड को ऐसा विज्ञापन जारी करने का वैधानिक अधिकार नहीं है। ऐसा अधिकार बीएसए को ही है। अन्य याचिकाएं भी विभिन्न मांगों को लेकर दाखिल की गई हैं। न्यायालय ने विज्ञापन पर रोक लगा रखी


News Source : Jagran (6.8.2012)
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It appears UP Govt. is going to change Niyamavali for teachers selection, And therefore Allahabad Highcourt given a chance to government for amending it and may be due to this reason next hearing date is 27th August 2012.


Recently UP Govt. announced selection through academic merit. However after all this - Niyamavali change is  not in news and may be UP Govt. will going to change it shortly.

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UPTET : यूपी टीईटी , सरकार और कोर्ट , अगली सुनवाई - 27 अगस्त


UPTET : यूपी टीईटी , सरकार और कोर्ट , अगली सुनवाई - 27 अगस्त 
जैसा कि आज ब्लॉग पर और फेस बुक पर कमेंट्स आये , उससे पता लगता है कि इलाहबाद हाई कोर्ट ने अगली सुनवाई की तिथि २७ अगस्त निर्धरित की है |
हालाँकि अभी हाई कोर्ट की वेब साईट पर घटनाक्रम की जानकारी मुझे अपडेट नहीं है |
यूपी टीईटी २०११ मामला भी बेहद जटिल है क्योंकि इसमें - राज्य सरकार (नियोक्ता ) , केंद्र सरकार ( एन सी टी ई की नियमावली , आर टी ई के अंतर्गत आदि ) और हाई कोर्ट ( इलाहबाद व देश के अन्य हाई कोर्ट इत्यादि )
एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जजमेंट इत्यादि का समावेश है |

अभ्यर्थी परीक्षा आदि देने के बाद फीस ( भर्ती विज्ञापन के अनुसार  ) जमा कर चुके है दूसरी तरफ इलाहबाद हाई कोर्ट  अपने एक निर्णय में पूर्व में कह चुका था कि टीईटी मेरिट से भर्ती एन सी टी ई के नियमों का उल्लंघन नहीं है |
The Rules thus cannot be said to be contrary to NCTE guidelines , Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1608010 ) 

साथ ही एन सी टी ई अपने नियमों में कह चुका था कि टी ई टी परीक्षा उत्तीर्ण करना भर्ती का अधिकार नहीं है , हालाँकि टी ई टी परीक्षा में प्राप्त किये गए अंको को चयन  में महत्व देने व टीईटी परीक्षा में अंक वृद्दि हेतु 
पुन टी ई टी परीक्षा में शामिल होने की बात कही गयी है |

यह नियोक्ता के ऊपर है कि वह भर्ती में टी ई टी अंको को कितना वेटेज दे और भर्ती कैसे करे |

सारे अभ्यर्थीयों की निगाह इस समय इलाहबाद हाई कोर्ट पर टिकी हुई है, अभ्यर्थी चाह रहे हैं कि हल ऐसा निकले जिससे  जल्द से जल्द उचित न्यायपूर्ण भर्ती हो और मामला आगे उच्चतम न्यायलय तक न पहुंचे |
काफी सारा समय पहले ही अदालती प्रक्रिया में लग चुका है |
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य से खेल रही सरकार

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य से खेल रही सरकार



देवरिया: प्रदेश सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। यही कारण है कि पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी सरकार अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने से कतरा रही है।


यह बातें टीईटी संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कही। वह रविवार को मोर्चा की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार टीईटी को आधार पर बनाकर शिक्षकों की नियुक्ति नहीं करती है तो योग्य शिक्षकों के चयन का रास्ता बंद हो जाएगा।


बैठक में हरेन्द्र पुरी ने कहा कि राज्य सरकार सिर्फ बदले की भावना से कार्य रही है। यही कारण है कि बार-बार आश्वासन के बाद भी अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। मीडिया प्रभारी विकास पांडेय व पुण्डरीकाक्ष शर्मा ने कहा कि टीईटी की मेरिट की मांग कर रहे अभ्यर्थियों की सारी उम्मीदें अब न्यायालय के फैसले पर टिकी है।


बैठक का संचालन अनुराग मल्ल ने किया। इस अवसर पर नूर आलम, शमशेद अहमद, वसीम अख्तर, अमितेश बर्नवाल, रत्नेश त्रिपाठी, बृजेश कुमार दूब आदि मौजूद थे


News Source :  Jagran (6.8.12)
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Today Allahabad High-court is going to decide UPTET 2011 matter.
Hopefully final decision may arrive today.
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Monday, July 30, 2012

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण का स्कूलों में हो समायोजन : तोमर

UPTET :  टीईटी उत्तीर्ण का स्कूलों में हो समायोजन : तोमर




सहारनपुर (जासं) : उत्तर प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक संघ के जिलाध्यक्ष विजेन्द्र कुमार तोमर ने प्रदेश सरकार से टीईटी उत्तीर्ण करने प्रत्येक अभ्यर्थी का स्कूलों में समायोजन कराने की माग की। उन्होंने कहा कि एक ओर इससे प्रदेश में शिक्षकों का टोटा पूरा होगा, दूसरी ओर टीइटी अभ्यर्थी को भी नौकरी मिल जायेगी। उन्होंने कहा प्रदेश में लाखों शिक्षकों के पद खाली पड़े है


रविवार को संघ कार्यालय पर हुई बैठक में जिलाध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि बीएड डिग्रीधारकों को सरकार से कई उम्मीदें है। टीईटी उत्तीर्ण सभी अभ्यर्थियों को स्कूलों में समायोजित करने से शिक्षकों की कमी पूरी हो सकेगी। ललतेश गर्ग व राजेश कुमार का कहना था कि बीएड डिग्रीधारकों को अपना हक प्राप्त करने के लिए संगठन को मजबूत करना चाहिए। उन्होंने टीईटी संकट के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पूर्व सरकार को कोसते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनावी फायदे के लिए नियुक्तियों को लटकाये रखा। वर्तमान सरकार को चाहिए टीइटी अभ्यर्थियों के रूप में तैनात दे। उन्होंने कहा कि टीइटी अभ्यर्थियों ने बहुत संघर्ष किया है। उनकों संघर्षो का फल मिलना चाहिए।


बैठक को अश्वनी गौतम, नफे सिंह गुर्जर, अरुण शर्मा, प्रदीप धीमान, राजेश पुंडीर, नवीन कुमार, अरविंद कुमार, रोशन लाल, महक सिंह, सुधा शर्मा, शिखा शर्मा, अंजलि पंवार, प्रवीण कुमार, राजकुमार आदि उपस्थित रहे


News Source :  Jagran ( 29.7.12)
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News Review on Blog -
As UPTET 2011 exam is not cancelled therefore UP is having large number of TET qualified candidates ( As per NCTE Guideline to maintain quality of teachers ) to implement RTE (Right To Education) as a bonus.


Candidate's needed job, UP Govt. having large number of vacancies, So If they are engaged in teaching profession then Govt.'s lot of burden ended for shortage of teachers.And it will also be helpful to remove UNEMPLOYMENT in state.





http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/
http://joinuptet.blogspot.com/
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