जयपुर। हाईकोर्ट ने शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60 प्रतिशत से कम अंक वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में सामान्य वर्ग में नियुक्ति देने पर रोक हटा ली है। साथ ही, कहा कि नियुक्ति कोर्ट के आदेश से प्रभावित रहेगी, जिसका नियुक्ति पत्र में उल्लेख भी किया जाए।
न्यायाधीश मनीष भण्डारी ने पे्ररणा जोशी की याचिका पर सोमवार को यह अंतरिम आदेश दिया। प्रार्थीपक्ष ने कहा कि आरक्षित वर्ग वालों को शिक्षक पात्रता परीक्षा में 60 प्रतिशत से कम अंक पर उत्तीर्ण मान लिया है, इनमें से कुछ शिक्षक भर्ती में सामान्य वर्ग की मेरिट में आ रहे हैं। शिक्षक पात्रता परीक्षा में कम अंक पर उत्तीर्ण होने वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में उन्हीं की श्रेणी में नियुक्ति दी जाए।
राज्य सरकार के अतिरिक्त महाघिवक्ता एसएन कुमावत ने कहा कि इस याचिका के आधार पर पिछले दिनों कोर्ट द्वारा नियुक्ति पर लगाई रोक को हटाया जाए, शिक्षक पात्रता परीक्षा स्वतंत्र परीक्षा है। उसमें प्रमाण पत्र के लिए आरक्षित वर्ग को छूट दी है, जो हाईकोर्ट की खण्डपीठ ने भी जायज मानी है।
इधर, तृतीय श्रेणी शिक्षक सीधी भर्ती परीक्षा है, इस परीक्षा में शिक्षक पात्रता परीक्षा के 20 प्रतिशत अंक जोडे जाएंगे। ऎसे में शिक्षक भर्ती परीक्षा में ज्यादा अंक के कारण वह सामान्य वर्ग में नियुक्ति का पात्र होता है, उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। ऎसे अभ्यर्थियों की संख्या भी ज्यादा नहीं होगी, ऎसे में नियुक्ति प्रक्रिया को नहीं रोका जाए। कोर्ट ने नियुक्ति की छूट देते हुए कहा कि राज्य सरकार नियुक्ति तो दे सकती है, लेकिन नियुक्ति पत्र में अंतिम निर्णय कोर्ट के फैसले के तहत होने का उल्लेख किया जाए।
Source : http://www.rajasthanpatrika.com/news/home-page/7312012/home-news/352592 / Rajasthan Patika ( 31.7.12)
**************************************
Low marks in CTET/TET Qualifide candidate of reserved category can obtain General category candidates seat.
For General category , candidate have to obtain 60% marks in CTET/TET, But reserved category candidates pass at lower cut-off. And they became eligible to apply for teachers.And if they obtain higher marks in selection process then as per eligibility they should consider for selection.
BOLO
ReplyDeleteHANUMAN JI
KI
JAI.
BOLO
HANUMAN JI
KI
JAI.
BOLO
HANUMAN JI
KI
JAI.
BOLO
HANUMAN JI
KI
JAI.
BOLO
HANUMAN JI
KI
JAI.
Blog editor ji
ReplyDeletei like your nispach bhawana.
JAI MAA KALI
tet merit ki jit hogi
ReplyDeleteitna lamba samay court ko nhi dena chahiye tha fir bhi tet merit ke samarthan me judge sahab ka hona bharti ko karwane ke liye gov par dabaw banana achha laga thanks arun tondon ji
ReplyDeletesabhi tet pass walo ko job mile
ReplyDeletemuskan mam thanks
ReplyDeletejai hanuman
ReplyDeleteGirl ? mai tere liye sabkuch chor dungi
ReplyDeleteBoy ? maa baap?
Girl ? ha
Boy ? bhai bahen?
Girl ? ha
Boy ? khana pina?
Girl ? ha
Boy ? starplus?
Girl ? mu sambhal ke baat kar
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteunlo jaana tum hi ho ab meri life
ReplyDeleteTujh ko chhod k naa koi banagi meri wife
Tu agar kabhi de dhokha
Jaan main apni doonga with a knife..
-------------------------------------
If boys vomit then parents says kaminey kaha kha kar aaya tha,
If girls vomit then parents says kaun tha woh kamina,
Moral of the story: Whoever vomits boys are always kaminey…
----------------------------------
Sardar ke bagiche me bahut sare ped the,
Sardar naukar ko bola ped ko pani dal.
Naukar bola saab barish aah raha hai,
Sardar: abe budhu chhatri pakadke dal na
---------------------------------
Judge – You are crossing the limits.
Lawyer – Kaun Saala aisa kehta hai?
Judge – How dare you call me saala?
Lawyer – My Lord, I said kaun ‘Sa Law’ kehta hai?
-----------------------------------
Sardar ko sapne me ek ladki ne chappal mari,
2 din tak sardar apne bank nahi gaya,
Qnki bank me likha tha..
“Hum aapke sapne ko hakikat me badalte hain”
-----------------------------------
muskan mam thanks please mam ab blog ko band mat kijiyega
ReplyDeletenitin bhai aapne 138 acd likha hai
ReplyDeleteya 238 .
72000+ + 86000+ == 158000+
naye vigyapan mein ricruitment honge.
kahan ho sab log
ReplyDeletemuskan mam thanks .
ReplyDeletea
ReplyDeletea
ReplyDelete@ muskan ji namaskar,,,
ReplyDeleteAap kaha chali gayi thi,,, kya koi problem ho gayi thi,,, hum log pareshan the.. Ki ab kya kiya jaye,,, mam plz suggest kare...
1.Mam uptet ki jaanch ke liye ncte ki 1 team ayi thi,,, jinhone uptet ,,, ko clean chit di thi,,
wah news agar aapke blog pe ho to hame provide karaye,,
2. 23,24,25,26 december ko ncte ke kisi adhikari ka bayan tha ki tet ki merit banayi ja sakti hai... Kanpur edition me tha sayad..
Mam plz in news ko hume provide karaye.
Aapka bahut-2 thanks,,
Aur mam plz subah sham blog update jarur kare..
Bhai sahab aap ka acd 138 kaise hai itana kam index sayad kisi ka nahi hoga
ReplyDeleteCourt me advertise matter hai na ki TET or ACD. Hon'ble justice yadi sanshodhan ka order denge to wo Base of selection k liye nahi hoga. Jab tak certified copy na dekhein tab tak tark k aadhar par aashankit na ho. No such type of instruction was given by Court.It is too sarcastic.
ReplyDeletegm
ReplyDeletefdn
बीटीसी सत्र नियमित करने के लिए बनेगा कैलेंडर
ReplyDeleteप्रवेश के लिए करना होगा ऑनलाइन आवेदन
•अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। बीटीसी सत्र को नियमित करने केलिए एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा ताकि आवेदन और प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित समय में पूरी की जा सके। यही नहीं इसके लिए फॉर्मों की छंटाई और मेरिट बनाने में लगने वाले समय को कम करने के लिए आवेदन की प्रक्रिया भी ऑनलाइन की जाएगी। इसका प्रस्ताव राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (एससीईआरटी) ने शासन को भेजा है। जिस पर शीघ्र ही निर्णय होने की संभावना है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक बनने की न्यूनतम योग्यता स्नातक और बीटीसी है। दो वर्षीय बीटीसी कोर्स का संचालन प्रदेश के 68 कॉलेजों में हो रहा है। इसमें प्रदेश के तमाम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान(डायट) के साथ कुछ निजी कॉलेज भी शामिल हैं। जबकि सरकारी और निजी कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक ही प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसके तहत मेरिट में उच्च रैंक पाने वालों को डायट और शेष को निजी कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है। डायट में प्रवेश प्रक्रिया आसानी से पूरी हो जाती है पर निजी कॉलेजों में संबद्धता प्रक्रिया देर तक चलने की वजह से प्रवेश में देरी होती है। इसलिए एससीईआरटी चाहता है कि बीटीसी सत्र को नियमित कर दिया जाए। इसके लिए दोनों सरकारी व निजी कॉलेजों के लिए एक कैलेंडर हो। फिर इसके आधार पर प्रवेश के लिए आवेदन लिए जाएं और निर्धारित समय पर प्रवेश की प्रक्रिया समाप्त हो।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र ने शासन को भेजा प्रस्ताव
Bharti start honi chahiye base koi ho tet or acd or acd+tet because my tet 119 acd 268
ReplyDeleteरद्द होंगे शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले
ReplyDeleteरिक्तियों के आकलन में गड़बड़ी से बदलेगा फैसला
•
शैलेंद्र श्रीवास्तव
लखनऊ। राज्य सरकार पूर्व में किए गए बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण को रद्द करके नए सिरे से तबादला सूची जारी करेगी। इस संबंध में शासन में हुई उच्चाधिकारियों की बैठक में सहमति बन गई है। बेसिक शिक्षा परिषद को अंतर जनपदीय स्थानांतरण के लिए नए सिरे से सूची तैयार करने का निर्देश दे दिया गया है। जानकारों की माने तो नई सूची एक सप्ताह से 15 दिन के अंदर जारी कर दीजाएगी। पहले 6404 शिक्षकों के स्थानांतरण किए गए थे, इस बार 15 हजार से 18 हजार के करीब शिक्षकों केस्थानांतरण की तैयारी है।
प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार की ओर से जारी अंतर जनपदीय स्थानांतरण के शासनादेश में कहा गया कि तबादले से पहले जिलों में शिक्षकों के रिक्त पदों का ब्यौरा तैयार किया जाएगा। इसके बाद उस जिले में रिक्तियों के आधार अंतर जनपदीय स्थानांतरण किए जाएंगे। इसमें नि:शक्तों व महिलाओं को पहली प्राथमिकता दी जाएगी। इसके आधार पर 13 जुलाई 2012 को 6404 शिक्षकों के अंतर जनपदीय स्थानांतरण कर दिए गए। पर स्थानांतरण से पहले रिक्त पदों का जो ब्यौरा तैयार किया गया, उसमें शिक्षा मित्रों की भी शिक्षक के रूप में गणना कर ली गई। इसके चलते बड़े शहरों में किसी को स्थानांतरण नहीं मिला और करीब 10 पिछड़े जिलों के शिक्षक स्थानांतरण पाने से वंचित रह गए।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी इस स्थानांतरण सूची को लेकर उसी समय आपत्तियां उठीं। शासन स्तर पर मंथन हुआ, तो आनन-फानन में सहायक निदेशक मंडलीय बेसिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को मौखिक निर्देशदिया गया कि स्थानांतरित होने वाले शिक्षकों को न तो कार्यमुक्त किया जाएगा और न ही नए जिलों में जॉइनिंग दी जाएगी। सूत्रों का कहना है कि शासन स्तर पर यह तय किया गया है कि पूर्व में किए गए अंतर जनपदीय स्थानांतरण को रद्द करते हुए नए सिरेसे सूची जारी की जाए। ऐसा इसलिए किया जाएगा क्यों कि पूर्व में स्थानांतरित होने वाले अधिकतर शिक्षकों को पहली प्राथमिकता के स्थान पर दूसरे या तीसरे विकल्प वालेजिलों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस बार शिक्षकों को पहली प्राथमिकता वाले जिलों में स्थानांतरित करने की योजना है
टीईटी प्रकरण नियमों में संशोधन के लिए सरकार को मिली मोहलत
ReplyDelete• अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। प्रदेश में 72,825 सहायकअध्यापकों के चयन और नियुक्ति के मामले को लेेकर दाखिल याचिकाओं पर अब27 अगस्त को सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने इस दौरान कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार नियमों में संशोधन करने का निर्देश दिया है। सोमवार को मामले की सुनवाई के दौरान प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट को टीईटी मामले पर 12 जुलाई को कैबिनेट की बैठक मेें लिए गए निर्णय से अवगत कराया।
प्रदेश सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता सीबी यादव ने कोर्ट को बताया कि सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए टीईटी के प्राप्तांक को मेरिटनहीं माना जाएगा। परंतु टीईटी उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा। परीक्षामें 60 फीसदी अंक पाने वाले अभ्यर्थी सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन कर सकेंगे, परंतु मेरिट शैक्षिक योग्यता के आधार पर बनेगी। याचियों के अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार के बयान पर असहमति जताते हुए कहा कि कैबिनेट की बैठक में लिए गए निर्णय को भी हाईकोर्ट में चुनौती दीगई है। निर्णय में कई पहलुओं पर स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। मामले की सुनवाई कर रहे न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार नियमों में संशोधन करके न्यायालय में हलफनामा दाखिल करे।
उल्लेखनीय है कि यादव कपिलदेव और अन्य ने सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के लिए जारी विज्ञापन को चुनौती दी थी। इस पर हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। सोमवार को कुछ पक्षकारों ने स्थगन आदेश हटाने की मांग की मगर न्यायालय ने याचिका का निस्तारण होने तक बीच में स्थगन आदेश हटाने से इनकार कर दिया।
• 27 अगस्त को सुनवाई, राज्य को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
ReplyDeleteUpdated on: Mon, 06 Aug 2012 11:52 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : सरकार के दबाव के आगे झुकते हुए डॉ.आरपी वर्मा ने आखिरकार सोमवार को उप्र माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष पदसे इस्तीफा दे दिया है। उन्होने अपनात्यागपत्र मुख्यमंत्री को भेजा है।
डॉ.वर्मा के खिलाफ शासन को भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतें प्राप्त हुई थीं। शासन ने इन शिकायतों की जांच प्रमुख सचिव गन्ना संजीव नायर से करायी थी। जांच में डॉ.वर्मा प्रथमदृष्टया दोषी पाये गए थे। उधर हाई कोर्ट ने भी सरकार को डॉ.वर्मा को अध्यक्ष पद से हटाने का निर्देश दिया था। कोर्ट के आदेश के अनुपालन में शासन ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए इस्तीफा देने या फिर जांच की कार्यवाही झेलने के लिए कहा था। इस पर डॉ.मौर्य ने मुख्यमंत्री को अपना त्यागपत्र भेज दिया है।
पीसीएस मुख्य परीक्षा में छाए इलाहाबादी Updated on: Tue, 07 Aug 2012 12:01 AM (IST)
ReplyDelete0
0 Google +
0
0
New
0
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : पीसीएस मुख्य परीक्षा -2010 का बहुप्रतीक्षित परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित कर दिया गया। इस परीक्षा में इलाहाबादियों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।उत्तीर्ण होने वालों में सर्वाधिक संख्या इलाहाबाद के अभ्यर्थियों की बताई जा रही है। लोकसेवा आयोग उत्तर प्रदेश के परीक्षा नियंता आरपी सिंह के अनुसार, परीक्षा में 1390 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। परीक्षा परिणाम आयोग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉट यूपीपीएससी डॉट ओआरजी डॉट इन पर जारीकर दिया गया है।
सोमवार शाम को परीक्षा परिणाम देखने लोकसेवा आयोग के कार्यालय पर अभ्यर्थियों की भीड़ जुटी। हार्टीकल्चर में मुख्य परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की तिथियों की घोषणा बाद में की जाएगी। गौरतलब है कि पीसीएस 2010 की प्रारंभिक परीक्षा मई 2010 में और मुख्य परीक्षा अगस्त 2011 में आयोजित की गई थी।
पचास फीसदी इलाहाबादी
पीसीएस मुख्य परीक्षा - 2010 के परिणाम से प्रतियोगी छात्रों को राहत मिली है। आइएएस में आशा के अनुरूप बेहतर प्रदर्शन न होने के कारण प्रतियोगी परीक्षार्थियों में थोड़ी निराशा थी। सोमवार को घोषित किएगए परीक्षा परिणाम में आधे से अधिक अभ्यर्थी इलाहाबाद से संबंधित हैं। परीक्षा परिणाम हिंदी भाषी परीक्षार्थियों के लिए भी राहत भरा है। इतिहास, दर्शनशास्त्र, लोक प्रशासन, समाजशास्त्र आदि विषयों में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
कोर्ट करेगा निपटारा
आयोग ने एक अभ्यर्थी का परीक्षा परिणाम सुरक्षित रखा है। हाईकोर्ट के निर्णय के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त आयोग ने 107 अभ्यर्थियों को प्रोविजनली उत्तीण घोषित किया है
लखीमपुर व आजमगढ़ में खुलेंगे कृषि विश्वविद्यालयों के परिसर Updated on: Mon, 06 Aug 2012 11:52 PM (IST)
ReplyDelete0
0 Google +
1
0
1
0
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : राज्य सरकार कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय का परिसर लखीमपुर खीरी और फैजाबाद के आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय का परिसर आजमगढ़ में स्थापित करेगी।
यह फैसला सोमवार को कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आरएस कुरील, मेरठ के चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एके बक्शी, चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.राजिंदर सिंह, कृषि निदेशक देवमित्र सिंह, विशेष सचिव कृषि निखिल चंद्र शुक्ल, आदि भी मौजूद थे।
intzar aur intzar kab tak intzar karna hoga
ReplyDeletetet merit legle hai acd legle nahi hai acd ko chalenge milega mera tet me 115 aur 247 acd me hai
ReplyDeletevk yadavji ap ko TET 60% ki khabar kaha se mili. usaka link dijiye ser...
ReplyDeleteBad morn.
ReplyDelete@Anil ji news padhiye
ReplyDelete@Anil ji news padhiye
ReplyDelete