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Tuesday, November 6, 2012

B. Ed / BTC/VBTC : जूनियर हाईस्कूलों में नहीं रहेगा विज्ञान-गणित के शिक्षकों का टोटा

B. Ed / BTC/VBTC : जूनियर हाईस्कूलों में नहीं रहेगा विज्ञान-गणित के शिक्षकों का टोटा


संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों टोटा नहीं रहेगा। स्कूलों में अध्यापकों की बंपर नियुक्ति होने वाली है। शासन ने सात वर्ष से रुके अध्यापकों की पदोन्नति को हरी झंडी दे दी है। तकरीबन 1200 सहायक अध्यापकों की वरिष्ठता सूची जारी की गई है। इसके आधार पर शिक्षकों को प्रमोशन दिया जाएगा। गणित व विज्ञान के अध्यापकों को जूनियर हाईस्कूल में नियुक्ति को वरीयता प्रदान की जाएगी।

जनपद के बेसिक स्कूलों में रिक्तियों के आधार पर वरिष्ठता सूची में शामिल प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों का प्रमोशन होना है। सहायक अध्यापक पदोन्नति के बाद प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर और जूनियर हाईस्कूल (उच्च प्राथमिक विद्यालय) के सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त किए जाएंगे। जिले के जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षकों का टोटा है। करीब दौ सौ स्कूलों के सापेक्ष मात्र 52 अध्यापक ही हैं। इसमें गणित व विज्ञान पढ़ाने वाले मात्र एक दर्जन शिक्षक कार्यरत हैं। शेष विद्यालयों में पढ़ाई भगवान भरोसे ही है। शासन से मिली वरिष्ठता सूची में गणिव-विज्ञान के शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है। उनकी तैनाती जूनियर हाईस्कूलों में होगी, जबकि अन्य विषयों के अध्यापक प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर बनेंगे।

बता दें कि जनपद के सहायक अध्यापकों की पिछले सात वर्षो से पदोन्नति लटकी हुई है। वर्ष 2004 से प्रमोशन का मामला उच्च न्यायालय के विचाराधीन था। उच्च न्यायालय ने विभागीय उच्चाधिकारियों को पदोन्नति के आदेश दिया था। इसके बाद बेसिक शिक्षा निदेशक ने जिले से शिक्षकों की सूची तलब की थी। अब शासन ने जिले को वरिष्ठता सूची सौंप कर पदोन्नति के निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार का कहना है कि सूची प्राप्त हो गई है। वरिष्ठता क्रम में अध्यापकों को प्रमोशन दिया जाएगा। उनकी तैनाती के लिए क्लक्ट्रेट सभागार में काउंसलिंग की जाएगी। इसकी तिथि जल्द ही घोषित कर दी जाएगी। दिवाली बार प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद है


News Source : Jagran ( 6.11.12)
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In a news I heard and published earlier that 50% teacher of Science/Math will be directly recruited and 50% posts may be filled through promotion. (Jahann tak mujhe yaad hai, fir bhee aap mere blog par search kar confirm karen/kar sakte hain. As far as I remember, You can also search that news on blog for confirmation)

If direct recruitment also comes then it will be a very good news for UPTETians / UPTET 2011 candidates.
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UPTET : Information about UPTET 2011 from Facebook Wall


UPTET : Information about UPTET 2011 from Facebook Wall



Source >> DPuneet Kumar >>>FB WALL
Dileep Gangwar
Sameer Dixit ▶ Legal committee of Tet merit supporters
List Of TET Marks Got By Students
135-140 = 34
130-134 = 168
127-130 = 342
125-127 = 1074
120-124 = 3750
115-119 = 5000
110-114 = 6240
105-109 = 7900
100-104 = 8800
95-99 = 22000
90-94 = 47500
83-89 =168850
total = 271658
I am Not Sure About This News But Got This From The Hindustan News Paper Of Meerut Edition Of March 2012


Again i am saying i am not sure about the authenticity of this News
Thanks.


DPuneet Kumar I think you require this cutting or new paper information so I am sending this page on this group
about a minute ago · Like

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However many amendments happen after this, therefore variation is possible. And FACEBOOK publisher/writer of this content is not sure about authenticity.

iska matlab hai baad mein number badne ke baad kuch aur bhee change hue hain, aur pass number of candidates bade hain.
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UPTET - 7 दिसम्बर तक 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती करे यूपी सरकार: हाईकोर्ट


UPTET - 7 दिसम्बर तक 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती करे यूपी सरकार: हाईकोर्ट

इलाहाबाद. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को प्रदेश में 72825 प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए 7 दिसम्बर तक विज्ञापन जारी कर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। कोर्ट में याचिकाकर्ताओं का आरोप था कि सरकार इस मामले को 2014 चुनाव तक ले जाकर इसका चुनावी लाभ लेने की फ़िराक में है।
  
गौरतलब है की इसके पहले मायावती सरकार इन पदों के लिए विज्ञापन निकाल कर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन सरकार बदलने के बाद से भर्ती की प्रक्रिया खटाई में पड़ गयी। मायावती सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा कराके 30 नवम्बर 2011 को 72825 प्राथमिक शिक्षकों के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था लेकिन मामला कोर्ट में पहुँचने के चलते भर्ती  पूरी नहीं हो पायी

News Source : Bhakar.com (6.11.12)
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Views from FB/Facebook about today's HC hearing -


Uptet Tet-Base Raj
Aaj yah hua court me,,,,,,
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Vikash Ranjan(Up teachers Association)
This is the summary of our case-Karib 1:30p.m. Ho chuke the aur aur revised case number 10 chal raha tha aur apna case number 35 tha.Achanak tondan ji ne kaha ki ye sab chhodiye aur TET wala case laiye bt us waqt court me na to c.b. Yadav the aur na hi khare to apna case karib 1:45 pe start hua aur tondan ne apna pahla sawal c.b. yadav ke uper daga ki vigyapan sath laye ho.Then yadav ne kaha ki nahi sir hum add nahi laye hai to tandan ne kaha ki court ka mazak bna rakha hai kya Abi tumhare princ. sec. Ko court me bulwakar khada kar dunga to samajh me ayega.Ye teesri br maine add lane ko kaha tha bt ap log ne court ka mazak bna rakha hai, aj ko apko add jari me kya technical khami hai batana hi padega.Tb c.b.yadav ne kaha ki sir govab pahle 72825 ki niyukti karna chahti hai aur bad me training karna chahti hai islye sir hume thoda aur waqt chahiye to tandan ji ne khud NCTE KE rule maang kar padhe aur khud kaha ki ncte ke para me ye bat likhi hai ki gov pahle niyukti ya pahle training kara sakti hai to ab gov ko sansodhan karne ki kya jarurat kyu up prt ki bharti b isi act ke tahat aa jati hai.Bt phir bhi agar gov sansodhan karna chahti hai to 15 din ka time de raha hu.15 din me sansodhan karke 15 din me add jari karke 4 dec ko hc. Me hazir karna padega.Agar gov aisa na hu hua to p.s ko khud court me hazir hokar jawab dena padega.Jb c.b.yadav ne ne itni jaldi add jari karne me asamrthta jahir ki to tandan ji ne kaha ki ap ne to ke kewal 9000 ka ad jari karke socha kam khtm ho gaya bt jo 72825 qualified sadko pe ghoom rahe hai unka kya.Gov sirf unki bharti karna chahti hai jo pradhan ke cycle ke piche ghoom rahe hai ya siksha mitra jaise log ke bharti bt jo wastav ne qualified hai unki koi chinta nahi.

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Pramod PandeyUptet >>> 2011 from Delhi region supreme court
Yadav Umi
न्यायालय की आज की कार्यवाही के बाद आज इन्टरनेट के माध्यम से सूचनाये प्रदान करने वाले, संघर्ष में सत्य पर विश्वास रखकर संघर्ष को सार्थक योगदान करने वाले, अपने साथियों का मार्गदर्शन कर उनका मनोबल बनाये रखने का प्रयास करने वाले, इलाहबाद और लखनऊ तक सरकार को चुनौती देने वाले सभी साथियों को बधाई!चूंकि अभी न्यायालय का आदेश अपलोड नहीं हुआ है, अतः इस समय तो मैं बस आपसे वही बता सकता हूँ जो मुझे भाई विनोद सिंह (इलाहाबाद) जी से ज्ञात हुआ है, जो कि सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित थे.
1. सी.बी. यादव को विज्ञापन या विज्ञापन का ड्राफ्ट न लाने पर जमकर लताड़ लगाई गई.
2. बी.एड. वालों को 31.03.2014 तककी अनुमति की अधिसूचना देखने के बाद न्यायालय पुरानी भर्ती से सैद्धांतिक रूप से सहमत है
.3. अगली तारीख 7 दिसंबर 2012 औरउसके पूर्व सरकार को आवश्यक संशोधनकरके विज्ञापन जारी करने का आदेश दिया गया.
4. नियमावली में संशोधन और नया विज्ञापन केवल केंद्र-राज्य नियमों के विरोधाभास और तकनीकी कमियों को दूर करने के लिए है, न कि नियम बदलने के लिए.
5. न्यायालय ने पुराने विज्ञापन की अनियमितता दूर करते हुए उसके सभी नियमों-आधारों को नए विज्ञापन में समाहित करने के आदेश दिया.
6. विज्ञापन जारी होने के बाद हुए चयन-आधार सम्बन्धी संशोधन प्रभावी नहीं होंगे.
7. न्यायालय ने सरकार से एक ऐसा विज्ञापन लाने की अपेक्षा की है जिस से पुरानी भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने वालोंके हित प्रभावित न हों.
8. आदेश के विपरीत विज्ञापन में परिवर्तित नियम लागू करने पर न्यायालय स्वयं अगली तारीख को विज्ञापन में आवश्यक सुधार करेगा.
9. समय-सीमा के अन्दर विज्ञापन न लाने पर प्रमुख सचिव को कोर्ट में खडा कर देने की चेतावनी दी.
10. शिक्षामित्रों के प्रति सरकार के झुकाव पर न्यायालय ने सरकारी वकील से कहा, (हिंदी में), "वेल-क्वालिफाइड टेट-पास लड़कों का सिलेक्शन करने में आपको प्रॉब्लम है, और आप नौकरी देना चाहते हैं उन को जो केवल सायकिल लेकर प्रधान के पीछे-पीछे घूम सकें.
"11. सरकारी वकील द्वारा नियमावली में संशोधन की बात उठाने पर टंडन जी ने स्पष्ट कहा, "आपके लिए सबसे जरूरी हैकि शिक्षा का अधिकार अधिनयम, 2009 के अनुसार जल्द से जल्द अर्ह और योग्य अध्यापकों की भर्ती की जाय
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Sanjiv Kumar >>> Uptet2011 from Delhi region supreme court
Namaskar dosto....Aap sabhi ko jeet ki khusboo mubarak........
Technical kami tet merit nhi h.....Blki vigyapan nikalne ke adhikar ko lekar thi....
Hc ne ye bhi to kaha h k kisi ka hit prabhavit nhi hona chahiye....
Isliye bhrmit mt hoiye.... Tet merit k liye taiyar ho jaiye..Ab Kijiye pridiction ki merit kitni jayegi....
Hurrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrrre....
Jai tet...


What i fee is - Uptet Prt >> U r right , purana advt. technical fault kee vajhe se vaapas leeya gaya thaa. Hit prbhavit na hone ka matlab hee TET merit se bhrtee hai. Pehle hee court TET merit se bhrtee ko spasht kar chukaa hai
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UPTET : From Facebook


UPTET : From Facebook




aaj kuch special date hai ....aaj ka din aage aane waali teachers recruitment process par asar daalega . aaj 3 writs ki sunwaai honi hai 

1.-58036/2012 REENA DEVI
is writ se ye pataa chalega ki btc /sbtc ko unke home district me hi job milegi ya sarkaar 1981 ko darkinaar kar apni marzi chalayegi

2.39674/2012 AKHILESH TRIPATHI 
is writ par sabhi tetians ki nazar rahegi aur agar ranjeet bhai ki baat sach nikali to diwali se pehle diwali

3.5025/2012 MANGAL
is writ ko btc 2010 waalo ne daala hai court contempt ke liye ki unka result jaldi nikala jaaye .sarkaar ko aaj jabaab dena hai


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I have open comment system on BLOG, But word verification enabled so that repetitive comment will not publish.
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Monday, November 5, 2012

UPTET / Shiksha Mitra : शिक्षामित्रों के लिए अनिवार्य नहीं होगी टीईटी : वसीम

UPTET / Shiksha Mitra : शिक्षामित्रों के लिए अनिवार्य नहीं होगी टीईटी : वसीम




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देवरिया :  
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री वसीम अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा देगी। शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए सूबे में शीघ्र 73 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षामित्रों को भी बिना टीईटी अनिवार्य किये ही समायोजित किया जाएगा।

अहमद सोमवार को पीडब्लूडी डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के हितों को लेकर गंभीर है। बशर्ते शिक्षक समय से हर रोज स्कूल जाएं और निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य करें। बच्चों के पठन-पाठन में लापरवाही ठीक नहीं है। सपा सरकार चुनाव पूर्व किए अपने वादे रोटी-कपड़ा सस्ती होगी, दवा-पढ़ाई मुफ्ती होगी को लागू कर रही है, ताकि जनता को इसका सीधा लाभ मिले। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पुष्टाहार यदि बेचा जा रहा है तो यह गंभीर मामला है ऐसा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गत दिनों लखनऊ में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया था कि पुष्टाहार बांटने से पूर्व मुनादी कराई जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। अधिकारियों को प्रत्येक जनपदों में इसके क्रियान्वयन का सख्त निर्देश दिया गया था। जिस जनपद में इसका अनुपालन नहीं हो रहा है वहां के संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।


News : Jagran (5.11.12) / http://www.jagran.com/uttar-pradesh/deoria-9821597.html
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There are many B. Ed candidates waiting for their job from last year. When will their recruitment advertisement come ??

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी 



•सरकार द्वारा जान बूझकर शिक्षक भर्ती को लटकाया जा रहा 
•बेरोजगारी भत्ता देने की जगह सरकार नौकरी दे 



जौनपुर। टीईटी अभ्यर्थी सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया को सियासी लाभ लेने और अभ्यर्थियों की भर्ती को लटकाए जाने से आक्रोशित हैं। आक्रोशित अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे न पूरी की गई तो अभ्यर्थी आंदोलन करने को विवश होंगे।
छात्रों ने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षक भर्ती को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है। हाईकोर्ट ने भी शिक्षक भर्ती करने के लिए अनुमति दे दी है। इसके बावजूद सरकार भर्ती नहीं कर रही है। छात्रों ने चिंता जताते हुआ कहा कि बहुत से टीईटी छात्रों की आयु सीमा खत्म हो रही है। ऐसी स्थित में छात्र बेरोजगार हो जाएंगे। प्रदेश सरकार को बेरोजगारी भत्ता देने के बजाय टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति करनी चाहिए। माध्यमिक शिक्षा में प्रदेश सरकार अध्यक्ष तथा सदस्यों का चयन भी नहीं कर रही है। छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही शिक्षक भर्ती नहीं की तो टीईटी अभ्यर्थियों को आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। बैठक में रमेश कुमार पाल, प्रमोद राना, अमित सिंह, ओम प्रकाश चौहान, सुचित्रा, अरविंद, सीमा सिंह, नरेंद्र यादव, अशोक पाल, अंजली सिंह, रीना दुबे सहित आदि मौजूद रहे।

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लखनऊ में करेंगे आंदोलन

देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक शनिवार को टाउनहाल में हुई। बैठक में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति जल्द से जल्द कराये जाने की मांग की गई। नियुक्ति न होनेे पर घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम चलाये जाने का निर्णय लिया गया


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भर्ती का आधार तय करे सरकार 

सिद्धार्थनगर। माधव वन बिहार बांसी में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिला इकाई की बैठक हुई। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष आनंद पांडेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार का गठन हुए आठ माह का समय बीत गया है। इस अवधि में यह सरकार निश्चय नहीं कर पा रही है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती किस आधार पर की जाए। 
उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगारों को रोजगार दे तो समाज, प्रदेश का विकास होगा। इस मौके पर संतोष पांडेय ने कहा कि शीघ्र ही टीईटी अभ्यर्थी सड़कों पर उतरकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे। बैठक में महामंत्री राकेश कुमार राय, उपाध्यक्ष शैलेश उपाध्याय, संयोजक शिवचंद यादव, अष्टभुजा मित्र, राजेश कुमार आदि उपस्थित रहे
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UPTET : टीईटी बेरोजगारों ने चेताया
सरकार से भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग 

• तैयार हो चुका है भर्ती प्रक्रिया का स्पष्ट प्रारूप 
•शिवहर्ष किसान इंटर कालेज परिसर में बैठक 

बस्ती। शिवहर्ष किसान इंटर कालेज परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा की बैठक में सरकार को चेताया गया। वक्ताओं ने कहा कि यदि शीघ्र शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो वे आंदोलन कर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएंगे।
मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले एक साल से टीईटी बेरोजगारों के साथ छल किया जा रहा है। बेरोजगार आर्थिक और मानसिक शोषण के शिकार हो रहे हैं। कोई न कोई बहाना बनाकर टीईटी पास बेरोजगारों की भर्ती को उलझा दिया जा रहा है। 
अब जबकि 72825 टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का प्रारूप स्पष्ट रूप सेे तैयार हो चुका है, उसके बाद भी इसे टालना न्याय संगत नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को चाहिए कि दीपावली के पूर्व भर्ती प्रक्रिया शुरू कर बेरोजगारों को तोहफा दे। विनय पांडेय ने कहा कि सरकार प्रशिक्षित बेरोजगारों का दर्द समझने की कोशिश नहीं कर रही है। चयन का नया नया फार्मूला निकाल उन्हें परेशान किया जा रहा है।
इस मौके पर शेषमणि, नित्यानंद पांडेय, हरि प्रसाद त्रिपाठी, राजेंद्र कुमार, सर्वेश कुमार यादव, अनूप श्रीवास्तव, दिनेश चंद्र, आनंद कुमार, धर्मेंद्र कुमार, तेज प्रताप यादव, रामचंद्र दूबे, धर्मेंद्र कुमार चौधरी, विजय कुमार पांडेय, आनंद दूबे, अशोक मिश्र, अजय मिश्र, श्याम सुंदर यादव, भूपेश कुमार, रत्नेश मिश्र, पुष्पेंद्र पाठक, बलराम यादव, श्याम लाल चौधरी, नीरज कुमार श्रीवास्तव तरुण सिंह, संतोष वर्मा आदि मौजूद रहे।


News Source : Amar Ujala( 5.11.2012)
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TETians are in big trouble for job and daily various kinds of news, various types of selection procedure creates tension among them.
A long time is passed and they don't know what will happen for their future.
Various kinds of rumors spread among them and making them more confuse.

Tomorrow is hearing in court and candidates expected a great relief for early recruitment.
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UPTET : शिक्षा के बाजारीकरण पर किया जल सत्याग्रह


UPTET : शिक्षा के बाजारीकरण पर किया जल सत्याग्रह




चित्रकूट। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के युवाओं ने शिक्षा के बाजारीकरण के विरोध में रविवार को सांकेतिक रूप से जल सत्याग्रह किया। परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलघाट पर पयस्वनी नदी में खड़े होकर प्रदर्शन किया। 
परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य आलोक कुमार पांडे की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन का यह अनूठा तरीका निकाला। आलोक ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षकों की भर्ती को टालकर शिक्षा के बाजारीकरण को बढ़ावा दे रही है। आरोप लगाया कि जिन कामों में कमीशन मिलता है, उन फैसलों को तत्काल लिया जाता हैशिक्षक भर्ती का निर्णय सात महीने में नहीं लिया गया। ज्यादातर गरीबों के बच्चे ही सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। जिला संयोजक जयप्रकाश कोटार्यऽ आभास माथुर और विमल गुप्ता ने कहा कि सरकार ने 15 दिन के अंदर तीन लाख पदों के लिए कार्रवाई नहीं की तो टीईटी उत्तीर्ण लोगों के अलावा बीएड, बीपीएड बेरोजगार गांव-गांव जाकर सरकार के खिलाफ बोलेंगे। कुलदीप पांडे ने शिक्षा को राजनीति से मुक्त रखने की बात कही। रवि जायसवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती में भी राजनीति कर रही है। जल सत्याग्रह के दौरान अंकित अग्रवाल, सुरेंद्र रैकवार, अमित सोनी, विनय गुप्ता


News Source : Amar Ujala (5.11.12)
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Tomorrow hearing in court and lots of candidate waiting for decision. 
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Sunday, November 4, 2012

UPTET/ Allahabad Highcourt : If TET is mandatory then another JOB on compassionate Ground

UPTET/ Allahabad Highcourt : If TET is mandatory then provide another JOB on compassionate Ground



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 6
Case :- SERVICE SINGLE No. - 6042 of 2012
Petitioner :- Laxmi Narayan
Respondent :- State Of U.P. Through Secy. Basic Edu. Deptt. Lko. & Ors.
Petitioner Counsel :- Pankaj Pathak
Respondent Counsel :- C.S.C.,Rahul Shukla

Hon'ble Shabihul Hasnain,J.
Heard Sri Vinod Kumar Shukla, learned counsel for the petitioner, Sri Rahul Shukla for opposite party Nos. 2,3 and 5 as well as learned Chief Standing counsel for the opposite party Nos.1 and 4.
Petitioner was granted compassionate appointment after the death of his father on the post of Assistant Teacher on 7.9.2011. He says that the same is being sought to be taken away vide annexure No.2 dated 14.8.2012. Counsel for the opposite party says that that the petitioner has not qualified the Teachers' Eligibility Test (in short T.E.T). Petitioner says that once an appointment has been given to him in pursuance of a statutory law, the same can not be taken away. He further argues that T.E.T. is a written test, which should not be forced upon the petitioner for compassionate appointment.
On the other hand, Sri Rahul Shukla has placed before this Court judgment and order of this Court passed at Allahabad in a petition bearing Writ-A No.33828 of 2012. He says that benefit of this appointment can not be given to the petitioner unless he has qualified T.E.T. as has been held in aforesaid judgment.
Learned counsel for the petitioner has, however, submitted that the said order is under challenge in special appeal and his special appeal is pending before this Court at Allahabad. He says that compassionate appointemnt is a benevolent law which should be interpreted in all possible ways to help a person whose bread earner has been snatched away by the cruel hands of death. The sudden penury which strikes the family is sought to be nullified by the authorities under Dying in Harness Rules.
Under the circumstances, the petition is finally disposed of with a direction to the opposite parties to consider the case of the petitioner for the compassionate appointemnt on another suitable post for which the petitioner is eligible under Dying in Harness Rules applicable for appointment. The same shall be decided expeditiously, say within a maximum period of one month from the date a certified copy of this order is placed before him.
The termination of petitioner's services shall remain subject to the final decision of the special appeal which is pending before this Court at Allahabad.
Order Date :- 19.10.2012/RKM.

Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2164535
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HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 6
Case :- SERVICE SINGLE No. - 5943 of 2012
Petitioner :- Vinay Kumar
Respondent :- State Of U.P., Thru. Secretary Basic Education & Others
Petitioner Counsel :- Vinay Mishra
Respondent Counsel :- C.S.C.,Rahul Shukla

Hon'ble Shabihul Hasnain,J.
Heard Sri Vinay Mishra, learned counsel for the petitioner as well as Sri Rahul Shukla for the Basic Shiksha Adhikari-opposite party No.5 as well as learned Chief Standing counsel for the opposite party Nos.1 and 4.
Petitioner was granted compassionate appointment after the death of his father on the post of Assistant Teacher on 3.9.2011. He says that the same is being sought to be taken away vide annexure No.1 dated 12.6.2012. Counsel for the opposite party says that that the petitioner has not qualified the Teachers' Eligibility Test (in short T.E.T). Petitioner says that once an appointment has been given to him in pursuance of a statutory law, the same can not be taken away. He further argues that T.E.T. is a written test, which should not be forced upon the petitioner for compassionate appointment.
On the other hand, Sri Rahul Shukla has placed before this Court judgment and order of this Court passed at Allahabad in a petition bearing Writ-A No.33828 of 2012. He says that benefit of this appointment can not be given to the petitioner unless he has qualified T.E.T. as has been held in aforesaid judgment.
Learned counsel for the petitioner has, however, submitted that the said order is under challenge in special appeal and his special appeal is pending before this Court at Allahabad. He says that compassionate appointemnt is a benevolent law which should be interpreted in all possible ways to help a person whose bread earner has been snatched away by the cruel hands of death. The sudden penury which strikes the family is sought to be nullified by the authorities under Dying in Harness Rules.
Under the circumstances, the petition is finally disposed of with a direction to the opposite parties to consider the case of the petitioner for the compassionate appointemnt on another suitable post for which the petitioner is eligible under Dying in Harness Rules applicable for appointment. The same shall be decided expeditiously, say within a maximum period of one month from the date a certified copy of this order is placed before him. 
The termination of petitioner's services shall remain subject to the final decision of the special appeal which is pending before this Court at Allahabad. 
Order Date :- 18.10.2012/RKM.
 Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=2164539

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Police Recruitment UP : 18 हजार सिपाहियों को हाईकोर्ट से राहत


18 हजार सिपाहियों को हाईकोर्ट से राहत
वेतन पर तीन महीने के अंदर निर्णय लेने का प्रदेश सरकार को दिया आदेश

पुलिस सेवा नियमावली लागू होने के बाद भी नहीं मिल रहा लाभ 

इलाहाबाद। उच्च न्यायालय ने 18 हजार सिपाहियों की याचिका पर उतर प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि वह इन सिपाहियों की नई नियमावली के तहत वेतन और अन्य लाभों की मांग पर तीन महीने के अंदर एक विस्तृत एवं उचित आदेश पारित करे। इन सिपाहियों की नियुक्तियां पिछली बसपा बसपा सरकार के दौरान निरस्त हो गई थीं। बाद में अदालत के आदेश पर इनकी बहाली तो हो गई लेकिन आज भी ये सिपाही अपने वेतन और वेतनवृद्धि के लिए परेशान हैं
उतर प्रदेश में पहली बार पुलिस विभाग में दिसंबर 2008 में उनकी सेवा के लिए नियमावली बनी लेकिन इन सिपाहियों को इसका कोई लाभ नहीं मिला और मई-2009 में इनकी बहाली के बाद नई नियमावली के तहत उनको प्रशिक्षण अवधि के पैसे भी नहीं मिल रहे हैं। मजबूरन इन सिपाहियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर नई नियमावली के तहत मिलने वाले अपने वेतन और वेतनवृद्धि की मांग की। यह आदेश न्यायमूर्ति तरुण अग्रवाल ने कांस्टेबल विनोद सिंह यादव और कई अन्य सिपाहियों की याचिका पर दिया।
वर्ष 2005-06 मे तत्कालीन सपा सरकार में 18 हजार सिपाहियों की भर्ती हुई थी। ये सभी सिपाही वर्ष 2006 में ट्रेनिंग पर गए थे। याची के अधिवक्ता एम.सी.चतुर्वेदी का कहना था कि 2007 में तत्कालीन बसपा सरकार ने इन भर्तियों को रद्द कर दिया था। बाद में ये सभी सिपाही हाईकोर्ट की शरण में गए और अदालत ने उनके सेवा निरस्तीकरण आदेश को रद्द कर दिया था। सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी। उच्चतम न्यायालय ने राज्य सरकार को कोई राहत नहीं दी और आदेश दिया कि सरकार इन सिपाहियों को बहाल करे। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर इन सिपाहियो को बहाल कर दिया गया और उन्होंने ट्रेनिंग भी वर्ष 2009 में पूरी कर ली। पुलिस की नई नियमावली 2008 के तहत वेतन तथा वेतनवृद्धि का लाभ सरकार उन्हें नहीं दे रही थी जिस कारण इन सिपाहियों ने अदालत की शरण ली

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41 हजार अनुदेशकों की भर्ती स्थगित
प्राथमिक स्कूलों में अनुदेशकों के लिए जाएंगे ऑनलाइन आवेदन 

लखनऊ। प्रदेश सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में 41 हजार अनुदेशकों की चयन प्रक्रिया स्थगित कर दी है। अब आवेदकों से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों की पांच व छह नवंबर को बैठक बुलाई है।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद उच्च प्राथमिक स्कूलों में कक्षा छह, सात व आठ के लिए कला, शारीरिक शिक्षा और स्काउट गाइड के रूप में अनुदेशकों की चयन प्रक्रिया शुरू की गई थी। बीपीएड, सीपीएड आैर डीपीएड अभ्यर्थियों को 7000 रुपये फिक्स मानदेय पर नियुक्ति दी जानी थी। 
बेसिक शिक्षा अधिकारियों को जिलों में विज्ञापन निकालकर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया था। राज्य परियोजना निदेशक अतुल कुमार ने सभी बीएसए को भर्ती प्रक्रिया तत्काल स्थगित करने के लिए निर्देशित दिया है। अब ऑनलाइन आवेदन से भर्ती कराने की तैयारी है।

News Source : Amar Ujala (4.11.12)

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Previous UP Govt. cancelled recruitment of Police Constables, And now Supreme Court gives relief to them.
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Saturday, November 3, 2012

TNTET : Less than 3% teachers clear test


TNTET : Less than 3% teachers clear test


In a shocking statement on the quality of the future generation of teachers, less than 3 per cent of those who took the Teachers Eligibility Test (TET) have passed.

Results released by the state teachers' recruitment board (TRB) on Friday show that only about 19,200 (2.93 per cent) of the 6.56 lakh candidates who took the test in October got through.

Diehard optimists can, however, take cheer that the performance this time is “hugely better“ than the less than 1 per cent scored by the TET candidates in the previous test held in July. That shocking result had led the state government to direct the TRB to hold a re-examination, resulting in the October exercise. “The candidates have fared terribly. We must be very worried about the quality of the graduates coming into the teaching profession. It appears that many are straying into this area after getting rejected in other careers,“ said Shanthi, an administrator of a private school.

Rajesh, a secondary gr ade teacher aspirant who took mathematics, said that the papers were not difficult, except for Tamil.

“Most of the teachers who took the examination felt it to be relatively easy compared to their previous attempt,“ said Rajesh.

Sources in TRB said that 10,397 primary school teacher aspirants had cleared the examination, for which there were only 7,000 posts, while only 8,849 candidates had qualified in the test for graduate teachers where 20,000 posts lie vacant. number mismatch As many as 10,397 primary school teacher aspirants, for which there were only 7,000 posts, had cleared the examination For graduate teachers, for which as many as 20,000 posts lie vacant, only 8,849 candidates had cleared the test

News Source : deccanchronicle.com ( 3.11.12) / Deccan Chronicle
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Very very tough result of TET exam comes in many states along with CTET result except in UP i.e UPTET 2011 examination.

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CGTET : पदोन्नति में बीएड व टेट अनिवार्यता समाप्त करने का स्वागत


CGTET : पदोन्नति में बीएड व टेट अनिवार्यता समाप्त करने का स्वागत


जांजगीर। शिक्षाकर्मी पदोन्नति पर बीएड व टेट की अनिवार्यता को शासन द्वारा हटाए जाने का शिक्षक पंचायत संघर्ष समिति ने स्वागत किया है। शिक्षक पंचायत संघर्ष समिति द्वारा 28 सितंबर को जिला स्तरीय धरना रैली व 12 अक्टूबर को प्रदेश स्तरीय धरना ज्ञापन में अपनी मुख्य मार्गों के साथ भर्ती व पदोन्नति नियम 2012 में पदोन्नति के लिए बीएड व टीईटी परीक्षा फार्म उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, पंचायत मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था। संघर्ष समिति के बसंत चतुर्वेदी ने बताया कि संघर्ष समिति के मांगो के कारण पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के उपसचिव छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 29 अक्टूबर को जारी आदेश में शिक्षक संवर्ग की पदोन्नति के लिए निर्धारित अर्हताओं में शिथिलीकरण का आदेश समस्त सीईओ जिला पंचायत को किया है। जिसमें व्याख्याता में बीएड की अनिवार्यता व शिक्षक में टीईटी की अनिवार्यता पदोन्नति के लिए समाप्त की गई है



News Source : Bhaskra.com (3.11.12)
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ये सब क्या है , क्यों लोग परीक्षा से घबराते हैं और टी ई टी का विरोध करते हैं ??
क्यों उच्च शिक्षा का विरोध हो रहा है ??
क्या ऐसे में अच्छी  शिक्षा व्यवस्था / योग्य शिक्षकों की कल्पना की जा सकेगी ??





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Friday, November 2, 2012

ATET / Assam TET : After Supreme Court order to implement RTE, A big Recruitment phase of Primary Teacher Starts

ATET / Assam TET : After Supreme Court order to implement RTE, A big Recruitment phase of Primary Teacher Starts

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After SC order, it’s zealous recruitment phase

Appointment of teachers under RTE Act

By our Staff Reporter

GUWAHATI, Feb 9: Bolstered by the Supreme Court’s directive setting aside a Gauhati High Court order to pave the way for recruiting more elementary school teachers in Assam, the State Government on Thursday announced that 40,800 teachers would be given appointments under the Right to Education (RTE) Act.

Addressing a press conference at the Secretariat here, State Education Minister Himanta Biswa Sarma said that it would be the biggest ever recruitment drive undertaken by a government department in the history of Assam. “On February 15, advertisement for the recruitments of 28,000 teachers at both the lower and upper primary levels will be published. Though the 28,000 posts are contractual, the salary structure, other benefits and number of leave days will be the same as that of the regular posts,’’ he said, adding: “Advertisement for the 12,800 regular posts will be published on April 15.”

The High Court, in its March 5, 2010 ruling, had imposed a ban on “further recruitment of teachers in upper and lower primary schools of the State, be it on regular, ad-hoc or contractual basis”. An apex court bench of Justice Deepak Verma and Justice KS Radhakrishnan lifted the ban on a petition by the Assam Government contending that it was making it difficult to run schools.

Sarma further stated that the candidates who had passed the Teacher Eligibility Test (TET) held recently should submit their job application forms online and a candidate could appear in the interview for the teacher’s post in four to five districts. “The interview process for the 28,000 posts will begin from March 15 and the appointment will be given before Rongali Bihu. By May 30, the appointments for the 12,800 posts will be completed,’’ he said, adding: “The selection of candidates will be based on merit that also includes the candidates’ TET and HS percentages and viva.”

Proper implementation of the RTE Act in Assam has raised the demand of recruitment of more teachers and setting up of more schools in the State. “A total of 95,000 teachers are required to properly implement the RTE Act in the State as the Act demands one lower primary school within1-kilometer radius and one upper primary school within 3-kilometer radius all over the State. We are now carrying out a survey to find out the number of new schools required to be set up in the State,” said Sarma.

Currently 565 contractual posts of teachers are lying vacant in Baska district, 2,000 in Barpeta district, 603 in Bongaigaon district, 2000 in Cachar district, 446 in Chirang district, 1100 in Darrang district, 1000 in Dhemaji district, 3,447 in Dhubri district, 760 in Dibrugarh district, 366 in Dima Hasao district, 1,700 in Goalpara district, 750 in Golaghat district, 838 in Hailakandi district, 672 in Jorhat district, 1,108 in both Kamrup district and Kamrup (Metro) district, 1,700 in Karbi Anglong district, 1,900 in Karimganj district, 1,100 in Kokrajhar district, 842 in Lakhimpur district, 1,500 in Morigaon district, 3,000 in Nagaon district, 300 in Nalbari district, 600 in Sivasagar district, 1,521 in Sonitpur district, 800 in Tinsukia district and 600 in Udalguri district.


News Source: http://www.sentinelassam.com/mainnews/story.php?sec=1&subsec=0&id=106508&dtP=2012-10-28&ppr=1
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It looks Supreme court directives are taken seriously in Assam, And can impact in other states as well to provide job opportunity and quality education in teaching sector.
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