जांजगीर। शिक्षाकर्मी पदोन्नति पर बीएड व टेट की अनिवार्यता को शासन द्वारा हटाए जाने का शिक्षक पंचायत संघर्ष समिति ने स्वागत किया है। शिक्षक पंचायत संघर्ष समिति द्वारा 28 सितंबर को जिला स्तरीय धरना रैली व 12 अक्टूबर को प्रदेश स्तरीय धरना ज्ञापन में अपनी मुख्य मार्गों के साथ भर्ती व पदोन्नति नियम 2012 में पदोन्नति के लिए बीएड व टीईटी परीक्षा फार्म उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, पंचायत मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था। संघर्ष समिति के बसंत चतुर्वेदी ने बताया कि संघर्ष समिति के मांगो के कारण पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के उपसचिव छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 29 अक्टूबर को जारी आदेश में शिक्षक संवर्ग की पदोन्नति के लिए निर्धारित अर्हताओं में शिथिलीकरण का आदेश समस्त सीईओ जिला पंचायत को किया है। जिसमें व्याख्याता में बीएड की अनिवार्यता व शिक्षक में टीईटी की अनिवार्यता पदोन्नति के लिए समाप्त की गई है
News Source : Bhaskra.com (3.11.12)
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Abhi ek nya drama bharti rukwane walo ka kah rahe hai, 6 month tak niymawali me sansodhan nhi ho sakta hai, are bhai ye basic siksha niymawli hai, samvidhan ka niym nahi ki sansodhan nahi ho sakta aur aap log kya pahle trening krna chahte hai joining nahi, jo bhi sansodhan hua hai sahi hua hai.
ReplyDeleteDOSTO YE KYA SUNNE MEIN AA RAHA HAI KI GODO KI RACE MEIN GADHE BHI DORENGE WAH RE SP GOV....BOLO TADI NAAK WALE KI..
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