झारखंड सिविल सेवा परीक्षा: गाय पर निबंध लिख बन गए डिप्टी कलेक्टर
रांची. जेपीएससी (झारखंड पब्लिक सर्विस कमिशन) द्वारा कराई गई द्वितीय सिविल सेवा परीक्षा में कई अभ्यर्थियों ने अपने जवाब ऊल-जलूल लिखे और उन्हें पूरे अंक मिल गए। उत्तर पुस्तिका में किसी ने गाय पर निबंध लिख दिए, तो किसी ने कॉपी भरने के लिए अन्य अप्रासंगिक बातें लिखीं। लेकिन परीक्षक ने ऐसे जवाबों पर भी पूरे नंबर दे दिए। यह जानकारी सीबीआई की ओर से सोमवार को एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान कोर्ट को दी गई। बता दें कि सीबीआई इस प्रकार से चयनित अधिकारियों की कॉपी 11 अगस्त को झारखंड हाईकोर्ट में पेश करेगी।
सीबीआई ने यह भी कहा कि जेपीएससी जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, इसलिए जांच में देरी हो रही है। अब तक दो मामलों मे चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और एक मामले में फाइनल फाॅर्म जमा किया गया है, शेष मामलों की जांच चल रही है। सीबीआई और प्रार्थी का पक्ष सुनने के बाद कोर्ट ने सीबीआई को जल्द जांच पूरी करने का निर्देश दिया और सुनवाई के लिए 11 अगस्त की तिथि निर्धारित की।
क्या है मामला
2007-08 में हुए जेपीएससी फर्स्ट और सेकंड सिविल सेवा में बड़े पैमाने पर अनियमितता हुई थी। शुरुआत में इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रहा था, लेकिन बाद में शिकायत मिलने के बाद राष्ट्रपति के निर्देश पर जुलाई 2010 में तत्कालीन राज्यपाल डॉ. सैय्यद सिब्ते रजी ने निगरानी जांच शुरू हुई थी। जांच के दौरान कई तरह की अनियमितताएं सामने आई थी। इसमें मुख्य रूप से मार्क्स की जगह ओवर राइटिंग, अधूरे जवाब का पूरा अंक, प्राप्त अंक में हेराफेरी, कुल मार्क्स के जोड़ में भी त्रुटि समेत अन्य शामिल हैं।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा में होटल में रटाए गए थे जवाब
मप्रलोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) की वर्ष 2012 की मुख्य परीक्षा के पेपर भी प्रिंटिंग प्रेस के जरिए लीक किए गए थे। वाराणसी स्थित एक होटल में कुछ उम्मीदवारों को लीक हुए प्रश्नों के उत्तर रटाए गए थे। एमपी पीएससी द्वारा आयोजित एएमओ परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में पकड़े गए आरोपी राजीव ने इसका खुलासा किया है। उससे एसटीएफ ने एक पेपर बरामद किया था, जिसके प्रश्न 2012 की मुख्य परीक्षा के प्रश्नों से मेल खा रहे हैं। इस आधार पर एसटीएफ ने अब इस मामले में भी राजीव समेत पांच आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
प्रोडक्शन वारंट पर बीती चार जुलाई को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल से भोपाल लाए गए आरोपियों दिनेश कपिल, राजीव प्रसाद, विनय टिंडे और संजय कुमार को एसटीएफ ने सोमवार तक रिमांड पर लिया था। रिमांड अवधि खत्म होने पर एसटीएफ ने सोमवार को चारों आरोपियों को सीजेएम पंकज सिंह महेश्वरी की अदालत में पेश किया। एसटीएफ ने अदालत को बताया कि राजीव ने एमपी पीएससी की मुख्य परीक्षा का पेपर लीक करने की बात स्वीकार की है, इसलिए इस मामले में एक नया प्रकरण दर्ज कर राजीव को गिरफ्तार कर पूछताछ की जानी है। इस पर अदालत ने राजीव को 19 जुलाई तक रिमांड पर, जबकि अन्य तीनों आरोपियों दिनेश, विनय और संजय को तिहाड़ जेल भेजने के आदेश किए
News Source Sabhaar : dainikbhaskar.com | Jul 15, 2014, 09:18AM IST
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