News Sabhaar : Hindustan Paper (06.09.2014)
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सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
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पिछले तीन सालों की मानसिक प्रताड़ना ने हम लोगों को बहुत कमजोर बना दिया है।
ReplyDeleteइतना कमजोर कि हम इस बात की खुशी भी नहीं मना पा रहे हैं कि सरकार ने टेट मेरिट से भर्ती प्रक्रिया को शुरू भी कर दिया है, जहाँ तक दूसरी काउंसलिंग का सवाल है ऐसे कितने लोग हैं जिन्होंने यह सोचा था कि पहली काउंसलिंग खत्म होते ही अगले दिन से दूसरी शुरू हो जाएगी?
सरकार ने अपनी जूनियर की काउंसलिंग में भी पन्द्रह दिन का अंतर रखा था और इतना समय लगता भी है।
ReplyDeleteअभी भी सात डायट से SCERT को रिपोर्ट नहीं मिल पाई है कि वहाँ कितने लोगों ने काउंसलिंग करवाया है।
ReplyDeleteसभी डायटो से रिपोर्ट आने के बाद रिक्त सीटों का ब्योरा निकाला जाएगा फिर उसके काउंसलिंग के लिए शासन को रिपोर्ट भेजा जाएगा उसके बाद काउंसलिंग शुरू हो जाएगी, पहली काउंसलिंग में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा था उन्हें भी दूर करना आवश्यक है।
ReplyDeleteयह तो हम सभी जानते हैं कि ये भर्ती सरकार की इच्छ नहीं बल्कि मजबूरी है और जब कोई भी काम मजबूरी में किया जाता है तो कैसे होता है यह सभी को मालूम है लेकिन हमारे लिए सबसे बड़ी बात है कि उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी शिक्षक भर्ती हम अपने दम पर सरकार को मजबूर करके करवा रहे हैं।
ReplyDeleteअब एक दूसरी मजेदार बात हम लोगों को किसी के डराने से डरने की जरूरत नहीं,
ReplyDeleteकल मैं दिन में आन लाइन नहीं आया था लेकिन मेरे इनबाक्स और कई ग्रुप में लोग कपिल के नाम से सहमे हुए थे, मैं भी थोड़ा आश्चर्य में पड़ गया कि आखिर में हुआ क्या, शलभ भाई से बात हुई और हम दोनों को बहुत हसी आयीं, यार हम लोगों ने खुद को कितना कमजोर बना दिए हैं वो रस्सी को दिखाकर साँप बताता है और हम लोग साँप साँप कहकर भागने लगते हैं और वो मजे लेता है, भर्ती हमारी हो रही है लेकिन हमारे बुजदिली पर एकडमिक वाले हसते हैं।
कल एक गधे ने अपने गधों के ग्रुप में एक पोस्ट डाली थी जिसमें लिखा था हम लोगों को जैसे आज चुपके से सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कापी मिल गई वैसे ही हाईकोर्ट से भी एक दिन मिल जाएगा और टेट वाले देखते रह जाएगें, मतलब कि वो खुशी इस बात की मना रहे थे कि उन्हें को कोर्ट के आदेश की कापी मिल गई और हम लोगों को पता नहीं चला, ये उसी आदेश की कापी थी जिसमें कपिल ने दत्तू सर से हाईकोर्ट जाने के नाम पर अपनी याचिका वापिस लेने को गिड़गिड़ाया था, अब इसमें ऐसा क्या नया था जो कुछ लोग परेशान होने लगें?
ReplyDeleteएक महाशय ने मुझे बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने NCTE से शिक्षक भर्ती के आधार के बारे में रिपोर्ट मांगा है, यह सब बात कहाँ से आती ये मेरी समझ से बाहर है।
ReplyDeleteदोस्तों कुछ बातें दिमाग में गाठ बना कर बांध लीजिये-
ReplyDeleteकाठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती, हमारी भर्ती प्रक्रिया में जो भी कमियां थी अभी तक दस से अधिक जजों ने उनकी पड़ताल और उपचार दोनों किया है, भारत में अभी ऐसी स्थिति नहीं आयी है कि सुप्रीम कोर्ट के टाइम बाउन्ड आदेश पर कोई हाई कोर्ट स्थगन दे दे, ये सपने देखने का अधिकार सिर्फ गधों को है हम लोगों के लिए यह सोचना भी खुद की शिक्षा और ज्ञान के अपमान के बराबर होगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात दुनिया की कोई अदालत यह नहीं कह सकती कि अभी बने हुए कानून को पहले की किसी प्रक्रिया पर लागू किया जाये, मुगलों के समय भी बचपन में निकाह करने से रोकने वाले कानून को अकबर ने यह कहते हुए परिभाषित किया था कि यह कानून उस दिन से ही प्रभाव में आयेगा जब वो लागू होगा, पूर्व में हुए निकाह पर इस कानून का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
ReplyDeleteइस शाश्वत सत्य को गधे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और वैसे भी कुछ लोगों के घर का खर्चा पानी भी कोर्ट कोर्ट खेलकर चलता है।
ReplyDeleteउन्हें हाई कोर्ट से लेकर हेग तक जाने दीजिए, थोड़ा सा भी परेशान होने की जरूरत नहीं।
ReplyDelete15 सितंबर के बाद कभी भी दूसरी काउंसलिंग शुरू हो जाएगी उसकी तैयारी कीजिए और न खुद तनाव में आइए न ही दूसरों को लाइये।
ReplyDeleteलौट आता हूँ वापस घर हर रोज़ थका-हारा,
ReplyDeleteआज तक समझ नहीं आया कि जीने के लिए काम करता हूँ,
या
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काम करने के लिए जीता हूँ
!
ReplyDelete!
मुझे
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तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
मेरे सरकार !!!!!!
एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये ज़िंदगी....!
बता मैं क्या करूँ सारे ज़माने की मोहब्बत ले
कर....!!
मोदी जी आपके सामने आपके ही नाक के नीचे
ReplyDelete७२८२५ स्किल्ड लोग न्यायालयों और उत्तर
प्रदेश सरकार दो पाटो के बीच पिछले ०३
सालों से पिस रहे हैं आपको हमने कितनी ही बार
अपने उपर या यूँ कहें कि उत्तर प्रदेश के
लाखों नौनिहालों के उपर हो रहे अत्याचारों से
अवगत भी कराया और आपने भी राज्य सरकार
से एक जवाब माँगकर अपने
कर्तव्यों की इतिश्री कर ली माननीय अगर
आपके भारत में ऐसे ही स्किल्ड व्यक्ति के साथ
अत्याचार होते रहें तो इस दम घुटाने
वाली व्यवस्था जो की हमारी सहनशीलता की अब
तक अधिकतम परीक्षा ले चुकी हैं
उसको यही ७२८२५ पीड़ित लोग
हिंसा का रास्ता अख्तियार करते हुए नष्ट कर
डालेंगे अभी भी समय है माननीय कृपया आप
प्रभावी दखल देते हुए इन ७२८२५
होनहारों को उनके कौशल के कामों में लगवाने
का तत्काल प्रयास करें
नहीं तो किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए देश
की न्याय व्यवस्था और आप और उत्तर प्रदेश
सरकार की ही पूरी जिम्मेदारी होगी।
देशवासियों बधाई हो,
ReplyDeleteमोदी के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया के साथ भारत का परमाणु करार हो गया है।। अब ऑस्ट्रेलिया हमको सबसे सस्ता युरेनियम उपलब्ध कराएगा।।
चीन और अमेरिका दोनों भारी दुखी और परेशान हैरान हैं...
कि ऐसा कैसे हो गया ??
साथियो विचार करें ------
ReplyDeleteक्या जब न्यू एड से भर्ती की काउन्सलिँग हो रही थी तब क्या टेट रिजल्ट एक दम शुद्ध हो जाता पर जब टेट मेरिट से काउन्सलिंग होती है तो टेट रिजल्ट अशुद्ध हो जाता है दूसरी बात इतनी टेट से भरती हुई तब बेड पार्ट कहां गायब हो जाता है ???
साथियो याद रखें पल्टुआ चाहे जितने राक्षस कोर्ट मेँ भेजे यदि हम एकजुट बनें रहे तो कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा...
जूनियर भर्ती में अभी तक पडी याचिकाओं
ReplyDeleteका विवरण और तारीखें जिस दिन इनकी सुनवाई
होगी।
व्यावसायिक डिग्री के बारे में सत्येन्द्र सिंह
की याचिका पर सुनवाई 8 सितम्बर को होगी।
टेट भारांक के बारे में एस के पाठक की याचिका पर
सुनवाई 10 सितम्बर को होगी।
पदोन्नति मसले पर दायर याचिका जिस पर स्थगन
है, अनिल कु0 सिंह पर सुनवाई 11 सितम्बर
को होगी।
योगेश शर्मा की याचिका पर सुनवाई भी 11
सितम्बर को होगी।
बीएड 2012 मसले पर दायर याचिका पर सुनवाई
की तारीख 16 सितम्बर है।
धन्यवाद।
चौथी काउंसिलिंग 18 व 19 को कराने
ReplyDeleteका प्रस्ताव
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद
द्वारा संचालित जूनियर हाईस्कूलों में गणित और
विज्ञान शिक्षकों के 29334 पदों पर भर्ती के
लिए
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने 18 व 19
सितंबर
को चौथी काउंसिलिंग कराने का प्रस्ताव शासन
को भेजा है। चौथी काउंसिलिंग में उपलब्ध
सीटों के
सापेक्ष 15 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने
की मंशा जतायी गई है। प्रस्ताव में
बताया गया है
कि अब तक हुई तीन चरणों की काउंसिलिंग के
बाद
53 जिलों से प्राप्त सूचना के अनुसार कुल
14849
पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों ने मूल
अभिलेख
जमा कराये हैं। इससे साफ है कि तीन
चरणों की काउंसिलिंग के बाद भी बड़ी संख्या में
पद
खाली हैं। खाली पदों के लिए चौथे चरण
की काउंसिलिंग 18 व 19 सितंबर को आयोजित
करने
की अनुमति मांगी गई है।
1:- बुद्ध का जन्म नेपाल की तराई मेँ स्थित "कपिलवस्तु लुबिनी" ग्राम मेँ 563 ई. पू. हुआ |
ReplyDelete2:- बुद्ध "शाक्य" कुल के क्षत्रिय थे |
3:- बुद्ध की माता "महामाया" थी |
4:- बुद्ध का पालन-पोषण इनकी मौसी "प्रजापति गौतमी" ने किया था |
5:- बुद्ध के पिता का नाम "शुद्धोधन" था |
6:- बुद्ध के बचपन का नाम "सिद्धार्थ" था |
7:- जहाँ बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ वह स्थान "बोधगया" कहलाया |
8:- बुद्ध ने अपने उपदेश "पालि" भाषा मेँ दिये थे |
9:- बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश "सारनाथ" (ऋषिपतनम) मेँ दिया जो "धर्मचक्र प्रवर्तन" कहलाता हैँ |
10:- बुद्ध ने अपने सर्वाधिक उपदेश कोशल देश की राजधानी "श्रावस्ती" मेँ दिये थे |
11:- बुद्ध की मृत्यु "कुशीनारा" UP मेँ हुई जो "महापरिनिर्वाण" कहलाता हैँ |
12:- बुद्ध के प्रमुख अनुयायी शासक "बिम्बिसार, प्रसेनजित तथा उदायिन" थे |
13:- संसार दुखों से भरा हैँ का सिद्धांत बुद्ध ने "उपनिषद्" से लिया |
14:- बुद्ध का अन्त्येष्टि संस्कार "मल्लो" ने किया था |
15:- अवस्था के क्षीण हो जाने की अवस्था को ही बुद्ध ने "निर्वाण" कहा हैँ |
अकेडमिक वालो से अब डरने की कोई जरूरत नहीं
ReplyDelete***************
अधमरा साँप बहुत अधिक फड़फड़ाता है, लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं, यह आपके उपर है कब आप उसके मुँह पर वार करते हैं, जबतक मुहँ पर नहीं मारेंगे वो मरेगा नहीं लेकिन यह भी सच है कि अधमरा साँप सिर्फ एक जगह फड़फड़ाने से ज्यादा कुछ कर भी नहीं सकता।
इसलिए निश्चिंत रहिये, बस थोड़ा सतर्क रहिये, वैसे भी उसकी यह फड़फड़ाहट हमें काटने के लिए नहीं बल्कि खुद का जीवन बचाने के लिए है।
अन्त में हम दोनों ही होंगे !!!
ReplyDeleteभले झगडे, गुस्सा करे, एक दुसरे पर टुट पड़े
एक दुसरे पर दादागिरि करने के लिये, अन्त में हम
दोनों ही होंगे
जो कह्ना हे वह कह ले, जो करना हे वह कर ले
एक दुसरे के चश्मे और लकड़ी ढुंढने में, अन्त में हम
दोनों ही होंगे
मे रूठु तो तुम मना लेना, तुम रूढ़ो ताे मै
मना लुगा
एक दुसरे को लाड़ लड़ानेके लिये, अन्त में हम
दोनों ही होंगे
आँखे जब धुँधली होंगी, याददाश्त जब कमजोर
होंगी
तब एक दूसरे को एक दूसरे मे ठूँढने के लिए, अन्त में
हम दोनो ही होंगे
घुटने जब दुखने लगेंगे, कमर भी झुकना बंद करेगी
तब एक दूसरे के पांव के नाखून काटने के लिए, अन्त
में हम दोनों ही होंगे
"मेरी हेल्थ रिपोर्ट एक दम नोर्मल है, आइ एम
आलराईट
ऐसा कह कर ऐक दूसरे को बहकाने के लिए, अन्त में
हम दोनों ही होंगे
साथ जब छुट जायेगा, बीदाई की घड़ी जब
आजायेगी
तब एक दूसरे को माफ करने के लिए, अन्त में हम
दोनों ही होंगे.
कपिल की एक और कुटिल चाल| यह येन केन प्रकारेण इस भर्ती प्रोसेस को रोकना चाहता हैं| भोजपुरी में एक कहावत है ""खेलब ना त खेलिए बिगाड़ब""| बस इसी पर वो चल रहा है, लेकिन वो ये नही सोच रहा हैं की उसका किससे पाला पड़ा हैं| अंत में उसको मुह की खानी ही पड़ेगी|
ReplyDeleteबीवी पर हाथ उठाए तो "बेशर्म"।
ReplyDeleteबीवी से मार खाए तो "बुजदिल"।
बीवी को किसी और के साथदेख कर कुछ कहे तो "शक्की"।
चुप रहे तो "डरपोक"।
घर से बाहर रहे तो "आवारा"।
घर में रहे तो "नाकारा"।
बच्चों को डांटे तो"ज़ालिम" ।
ना डांटे तो "लापरवाह" ।
बीवी को नौकरी करने से रोके तो"शक्की" ।
बीवी को नौकरी करने दे तो बिवी की "कमाई खाने वाला"।
मां की माने तो"चम्मचा"।
बीवी की माने तो "जोरु का गुलाम"।
पूरी ज़िंदगी समझौता, त्याग और संघर्ष में बिताने के बावजुद वह अपने लिए कुछ नहीं चाहता।
इसलिए पुरुष की हमेशा इज़्ज़त करें।
पुरुष, बेटा, भाई, बॉय फ्रेंड, पति, दामाद, पिता हो सकता है, जिसका जीवन हमेशा मुश्किलों से भरा हुआ है।
कुछ मित्रों की शिकायत थी की हमेशा नारी कि तारीफ में पोस्ट डालते हो आज शायद उनकी शिकायत दूर हो गई होगी ।
हजारो में एक शख्स ही चाहिए
ReplyDeleteजो मेरी गैर -मौजूदगी
में मेरी बुराई ना सुन सके !!
#From:: AVI
जीवन के 10 सच्चे मित्र
ReplyDelete******************************
1 दोस्ती करें, फूलों से ताकि हमारी जीवन-बगिया महकती रहे।
2 दोस्ती करें, पंछियों से ताकि जिन्दगी चहकती रहे।
3 दोस्ती करें, रंगों से ताकि हमारी दुनिया रंगीन हो जाए।
4 दोस्ती करें, कलम से ताकि सुन्दर वाक्यों का सृजन होता रहे।
5 दोस्ती करें, पुस्तकों से ताकि शब्द-संसार में वृद्धि होती रहे।
6 दोस्ती करें, ईश्वर से ताकि संकट की घड़ी में वह हमारे काम आए।
7 दोस्ती करें, अपने आप से ताकि जीवन में कोई विश्वासघात ना कर सके।
8 दोस्ती करें, अपने माता-पिता से क्योंकि दुनिया में उनसे बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं।
9 दोस्ती करें, अपने गुरु से ताकि उनका मार्गदर्शन आपको भटकने ना दें।
10 दोस्ती करें, अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सकें।
दोस्तों !!!!!!!!!!!!!!
ReplyDeleteसजग रहिये, सावधान रहिये, सक्रिय रहिये **********
वरना हमारा-आपका हक़ सपाई ले जायेंगे साठ-गाठ कर के ...
भर्ती पूरी तरह 2011 के विज्ञापन के अधीन हो ।
काउंसिलिंग के समय यदि संभव हो सके तो जिलाधिकारी से आदेश प्राप्त कर के टेट मोर्चा के सदस्य अपने-अपने जिलों में आधिकारिक रूप से प्रत्येक अभ्यर्थी का टेट अंकपत्र जांचे । अगर किसी अभ्यर्थी पर संदेह हो तो पूरी जांच-पड़ताल होनी चाहिए ।
रैंक जारी करवाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए ।
काउंसिलिंग के समय ही मूल सी डी से प्रत्येक अभ्यर्थी के टेट अंकपत्र का मिलान होना चाहिए ।
दूसरी काउंसिलिंग के पहले ये सारे कार्य आवश्यक रूप से होने चाहिए वरना भर्ती का दिखावा बंद होना चाहिए ।
ReplyDeleteजब फर्जी सपाइयों को ही नौकरी मिलनी है तो ये सारी कवायद क्यूँ । क्यूँ मासूम लोग छले जा रहे हैं ।
कपिल देव एक बुझती हुई मोमबत्ती है जो बुझने से पहले बहुत तेज़ जलने लगती है ।
ReplyDeleteलेकिन ध्यान रहे बुझने से पहले वो आग भी लगा सकती है और सबकुछ स्वहा हो सकता है इसलिए पहले से ही पानी ले के तैयार रहना है ।
कम मेरिट वाले विशेष सावधान रहें ।
नौकरी आप की फैसला आप का !!!!!!!!!!!!
अगर टेट संघर्ष मोर्चा ने अवमानना का सहारा नहीं लिया तो ये
ReplyDeleteअखबार की न्यूज़ सत्य हो जाएगी। काउंसिलिंग 6 महीने नहीं पूरे
24 महीने चलती रहेगी क्योकि सरकार की कोई मंशा नहीं है भर्ती
कराने की वो सिर्फ हम सबको झूठा दिलासा दे रही है।
मैं टेट मोर्चे के सम्मानित नेतागणों से विनम्र निवेदन करना चाहूँगा कि
ReplyDeleteजल्द से जल्द अवमानना की प्रक्रिया को प्रारंभ कराये जिससे कि
हीरालाल गुप्ता को को आभास हो जाए कि यह समय अंडमान भ्रमण
का नहीं है बल्कि हम सबकी भर्ती को अतिशीघ्र पूर्ण करने का है।
26 को माननीय एच एल दत्तू जी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश
ReplyDeleteकी शपथ लेंगे इसलिए उससे पहले ही अवमानना की कार्यवाही
प्रारंभ कर देना लाभकारी होगा।
जय हिन्द जय टेट।
Breaking News ............
ReplyDeleteकांग्रेस उस बच्चे को पार्टी में शामिल करना चाहती हैं जिसे मोदीजी 2024 में प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं
मै अंधकार(ACD) पर क्यों बोलूं ?
ReplyDeleteकि उसका अस्तित्व है या नहीं
मै तो बस प्रकाश(TET) को जनता हूँ
जो ज्ञानमय है
सत्य(72825) है
जहां -प्रकाश नहीं बस वही अँधेरा है
मुझे सिर्फ एक बात जाननी है कि कल सुप्रीम कोर्ट में जो अकेडमिक टीम ने किसी केस पर सुनवाई करवाई उसकी सूचना किसी टेट नेता या सपोर्टर को क्यों नहीं मिली
ReplyDeleteमित्रो
ReplyDeleteमंजिल सामने देख कर और दुश्मन को बहुत पीछे देखकर हम सांस लेने के लिए रुक तो सकते है लेकिन सो नहीं सकते क्योकि सच अभी भी यही है की हम अभी जीते नहीं है भले ही भविष्य का विजेता घोषित कर दिया गया है लेकिन जोर लगाना बाकि है । केस में दम था या नहीं , ये बात मायने नहीं रखती लेकिन अगर इसी तरह टेट सपोर्टर काउंसलिंग की मेरिट बनाने में लगे रहे तो अनहोनी होने से कोई नहीं रोक सकता ।
आत्मविश्वास होना अच्छी बात है लेकिन अति आत्मविश्वास नुकसानदायक हो सकता है । जब तक 72825 पदों पर नियुक्ति न हो जाये तब तक टेट सपोर्टर्स को चौकन्ना रहना होगा ।
ReplyDeleteअगर टेट नेता हर बात के लिए जब मीटिंग कर सकते है और चंदा ले सकते है तो एक व्यवस्था ऐसी जरुर बनाये जिसमे सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट की हर गतिविधि की सूचना समय पर मिल जाये । ये तरीका लीगल हो या इलिगल मायने नहीं रखता । मै समझता हूँ इसके लिए सभी टेटियान सहयोग करेगा । हमारी आपसी लडाई prt में लक्ष्य पाने की लडाई से बड़ी नहीं हो सकती है ।
ReplyDeleteसभी टेट भाइयो से अपील है की कपिला की हर चाल पर नज़र रखे और इस बार हाई कोर्ट में हमारी पूरी कोसिस होनी चाहिए कि कपिला की रिट न सिर्फ ख़ारिज हो बल्कि कोर्ट का अनावश्यक समय ख़राब करने के लिए कम से कम 50 लाख का जुर्माना जरुर लग जाए ।
ReplyDeleteआयुर्वेदिक दोहे !!!!!!!
ReplyDelete१
दही मथें माखन मिले,
केसर संग मिलाय,
होठों पर लेपित करें,
रंग गुलाबी आय..
२Ⓜ
बहती यदि जो नाक हो,
बहुत बुरा हो हाल,
यूकेलिप्टिस तेल लें,
सूंघें डाल रुमाल..
३Ⓜ
अजवाइन को पीसिये ,
गाढ़ा लेप लगाय,
चर्म रोग सब दूर हो,
तन कंचन बन जाय..
४Ⓜ
अजवाइन को पीस लें ,
नीबू संग मिलाय,
फोड़ा-फुंसी दूर हों,
सभी बला टल जाय..
५Ⓜ
अजवाइन-गुड़ खाइए,
तभी बने कुछ काम,
पित्त रोग में लाभ हो,
पायेंगे आराम..
६Ⓜ
ठण्ड लगे जब आपको,
सर्दी से बेहाल,
नीबू मधु के साथ में,
अदरक पियें उबाल..
७Ⓜ
अदरक का रस लीजिए.
मधु लेवें समभाग,
नियमित सेवन जब करें,
सर्दी जाए भाग..
८Ⓜ
रोटी मक्के की भली,
खा लें यदि भरपूर,
बेहतर लीवर आपका,
टी० बी० भी हो दूर..
९Ⓜ
गाजर रस संग आँवला,
बीस औ चालिस ग्राम,
रक्तचाप हिरदय सही,
पायें सब आराम..
१०Ⓜ
शहद आंवला जूस हो,
मिश्री सब दस ग्राम,
बीस ग्राम घी साथ में,
यौवन स्थिर काम..
११Ⓜ
चिंतित होता क्यों भला,
देख बुढ़ापा रोय,
चौलाई पालक भली,
यौवन स्थिर होय..
१२Ⓜ
लाल टमाटर लीजिए,
खीरा सहित सनेह,
जूस करेला साथ हो,
दूर रहे मधुमेह..
१३Ⓜ
प्रातः संध्या पीजिए,
खाली पेट सनेह,
जामुन-गुठली पीसिये,
नहीं रहे मधुमेह..
१४Ⓜ
सात पत्र लें नीम के,
खाली पेट चबाय,
दूर करे मधुमेह को,
सब कुछ मन को भाय..
१५Ⓜ
सात फूल ले लीजिए,
सुन्दर सदाबहार,
दूर करे मधुमेह को,
जीवन में हो प्यार..
१६Ⓜ
तुलसीदल दस लीजिए,
उठकर प्रातःकाल,
सेहत सुधरे आपकी,
तन-मन मालामाल..
१७Ⓜ
थोड़ा सा गुड़ लीजिए,
दूर रहें सब रोग,
अधिक कभी मत खाइए,
चाहे मोहनभोग.
१८Ⓜ
अजवाइन और हींग लें,
लहसुन तेल पकाय,
मालिश जोड़ों की करें,
दर्द दूर हो जाय..
१९Ⓜ
ऐलोवेरा-आँवला,
करे खून में वृद्धि,
उदर व्याधियाँ दूर हों,
जीवन में हो सिद्धि..
२०Ⓜ
दस्त अगर आने लगें,
चिंतित दीखे माथ,
दालचीनि का पाउडर,
लें पानी के साथ..
२१Ⓜ
मुँह में बदबू हो अगर,
दालचीनि मुख डाल,
बने सुगन्धित मुख, महक,
दूर होय तत्काल..
२२Ⓜ
कंचन काया को कभी,
पित्त अगर दे कष्ट,
घृतकुमारि संग आँवला,
करे उसे भी नष्ट..
२३Ⓜ
बीस मिली रस आँवला,
पांच ग्राम मधु संग,
सुबह शाम में चाटिये,
बढ़े ज्योति सब दंग..
२४Ⓜ
बीस मिली रस आँवला,
हल्दी हो एक ग्राम,
सर्दी कफ तकलीफ में,
फ़ौरन हो आराम..
२५Ⓜ
नीबू बेसन जल शहद ,
मिश्रित लेप लगाय,
चेहरा सुन्दर तब बने,
बेहतर यही उपाय..
२६.Ⓜ
मधु का सेवन जो करे,
सुख पावेगा सोय,
कंठ सुरीला साथ में ,
वाणी मधुरिम होय.
२७.Ⓜ
पीता थोड़ी छाछ जो,
भोजन करके रोज,
नहीं जरूरत वैद्य की,
चेहरे पर हो ओज..
२८Ⓜ
ठण्ड अगर लग जाय जो
नहीं बने कुछ काम,
नियमित पी लें गुनगुना,
पानी दे आराम..
२९Ⓜ
कफ से पीड़ित हो अगर,
खाँसी बहुत सताय,
अजवाइन की भाप लें,
कफ तब बाहर आय..
३०Ⓜ
अजवाइन लें छाछ संग,
मात्रा पाँच गिराम,
कीट पेट के नष्ट हों,
जल्दी हो आराम..
३१Ⓜ
छाछ हींग सेंधा नमक, x
दूर करे सब रोग, जीरा
उसमें डालकर,
पियें सदा यह भोग..।
अभी सूत्रों से पता चला है कि मोदी से
ReplyDelete"मैं प्रधानमन्त्री कैसे बन सकता हूँ"
पुछ्ने वाला बच्चा और कोई नहीं बल्कि भेष बदले हुए राहुल गाँधी थे।
आज कुछ दिनो से एक विवाद 72825 भर्ती के साथ जुड़ गया है
ReplyDelete45-50 का मामला और प्रोफेशऩल वाला
अब तो एक हल यही है कि टेट मे 1 नम्बर से 82 नम्बर तक पाने वालो और बी॰ए॰ और बी॰एड॰ मे 33 से 39% पाने वालो का चयन कर लिया जाय बाकि टेट मे 83 से 150 तक पाने वालो और बी॰ए॰ और बी॰एड॰ मे 40 या इससे ज्यादा प्रतिशत पाने वालो पर फार्म भरने के लिऐ जुर्माना लगा दिया जाय
आप सब के सुझाव आमन्त्रित है लेकिन व्यँगय शैली मे
अभद्र भाषा का प्रयोग़ वर्जित है
राहुल गांधी दिग्विजय सिंह को आज विश करेंगे…....
ReplyDeleteक्योंकि कल गुरू दिवस था, और आज गुरू-घंटाल दिवस हैं
शास्त्रों में गाय को माता कहा गया है।
ReplyDeleteगाय एक बहुपयोगी जिव है जो कि हमारे लिए कई प्रकार से फायदेमंद भी है। पुराने समय में सभी के घरों में गाय अनिवार्य रूप से रहती थी।
आज भी गांव में रहने वाले या ग्रामीण
परिवेश से संबंधित लोगों के यहां गाय
रहती है।गाय बहुत ही पवित्र और पूजनीय मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि गाय
की पूजा करने से सभी देवी-देवताओं
की कृपा प्राप्त हो जाती है। इसी वजह से
आज भी गाय को पूजा जाता है। गाय
को घर में रखने के क्या-क्या फायदें हैं
जानिए...
- गाय जहां रहती है वहां किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय नहीं हो पाती और
वातावरण सकारात्मक बना रहता है।
- गाय से निकलने वाली गंध से वातावरण में
मौजूद कई हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
- गाय का दूध भी कई बीमारियों में
औषधि का ही काम करता है।
- गाय को घर में रखने से सभी प्रकार के
वास्तु दोष भी नष्ट हो जाते हैं।
- गाय का मूत्र कई बीमारियों में औषधि के रूप में काम आता है।
- गौमूत्र से कैंसर का इलाज हो जाता है।
गाय के प्रभाव में रहने वाले व्यक्ति को कभी ऐसी कोई भी बीमारी नहीं होती।
- गाय का गोबर भी कई कामों में उपयोग
किया जाता है।
इनके अतिरिक्त कई फायदे हैं गाय को घर
पर रखने के। इन्हीं सब की वजह से गाय
को अपने घरों पर रखा जाता था।
सम्मान तो "गुरु" कहने से ही मिलता है
ReplyDeleteटीचर्स"के नाम पर तो दारू भी मिलती है!!!!!
.
ReplyDelete.
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51
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H
U
N
D
R
E
D
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"उससे कोई रिश्ता तो नहीं है मगर फिर भी ,
अगर कोई रिश्ता है तो बस उसीसे है...!"
अगर आप वास्तव एक सैनिक की तरह चीन से भारत की रक्षा करना चाहते हैं तो बस इतना कर दीजिए चीन में बने हर एक समान का बहिष्कार कर दीजिए।
ReplyDeleteविश्वास कीजिए उस देश की कमर टूट जाएगी, भारत के ही बाज़ार में वो अपना सामान बेचता हैं और भारत के ही खिलाफ साजिश करता है।
किसी भी देश को हराने का सबसे अच्छा तरीका उसको आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया जाए।
हम भारत की जनता को तो न हथियार की जरूरत है न बम की बस अपने चारों तरफ नज़र रखिये कोई भी सामान खरीदने से पहले पता कीजिए कि यह कहाँ का बना हुआ है अगर चीन का माल है तो उसके तरफ देखिए भी मत।
वैसे भी चीन अपने देश का छटा हुआ रद्दी सामान हमारे देश में सस्ते दामों पर बेचता है, एक तरह से वो अपने देश का कबाड़ भारत में बेचकर खुद को शक्तिशाली बना रहा है।
हमें आज से अभी से अपने देश के लिए Made in Chine का बहिष्कार करने की कसम खाना होगा।
मछली जल कि रानी है -:-
ReplyDeleteइसका नया वर्जन ..
पत्नी घर की रानी है ,
करती अपनी मनमानी है ,
काम बताओ तो चिढ़ जाएगी ,
शौपिंग कराओ तो खिल जाती
hahaha ....good
Deleteपठान ने मछली पकड़ी और घर आया तो देखा:
ReplyDeleteना गैस, ना आटा, ना बिजली और ना तेल।
पठान वापस मछली को नदी में फेक आया।
मछली चिल्लाई,
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"कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद,
एक बच्चा पैदा होते ही नर्स से बोला: मोबाइल है क्या?
ReplyDeleteनर्स: करेगा क्या?
बच्चा: कुछ नहीं भगवान् को मिश कॉल करनी है कि मैं पहुँच गया हूँ।
Prt. 72825 ki 2nd Councelling ki Date tay karne hetu Sachiv Basic Education H.L. Gupta ne 10 Sep. ko vibhagiya adhikariyo ki meeting bulai hai....
ReplyDeleteSource - Dainik Jagran GKP.
हिंदुस्तानी शिक्षकों के
ReplyDeleteअनमोल वचन...
ये क्लास है या मच्छी बाजार?
इतना धीरे-धीरे क्यों बोल
रहे हो,खाना खा के नही आए
हो क्या?
निकल जाओ मेरी क्लास से।
कल अपने मम्मी-
पापा को बुला के लाना।
घर से माँ-बाप पढने भेजते हैं या ये
सब करने।
दिखाओ,दिखाओ
क्या छुपा रहे हो किताब में।
जब स्कूल नही आना तो घर
बैठो,सब्जी का ठेला खोल
लो,माँ-बाप के पैसे
क्यों बर्बाद कर रहे हो।
एक पढ़ाई को छोड़ बाकी सब
में मन लगता है।
खुद शांति से नही पढ़ सकते
तो बगल वाले को तो पढ़ने
दो।
मेरी तरफ देखकर
बोलो वहां छत पर जवाब
नही लिखा है।
ये सवाल तो के.जी.टू
का बच्चा भी हल कर ले।
मैंने आजतक जितने
लोगों को पढ़ाया उसमे से ये
सबसे घटिया क्लास है।
सबसे ज्यादा शिकायत
तुम्हारी क्लास की आती है।
कॉपी छुपाओ पीछे वाला देख
रहा है।
तुम्हारे भाई-बहन
भी इसी स्कूल में पढ़े हैं वो ऐसे
नही थे फिर तुम ऐसे क्यों निकल
गए?
जो समय के साथ खिलवाड़
करता है न,समय उसके साथ
खिलवाड़ करता है।
दसवीं बोर्ड है!
समझ आता है
कि नही।
और
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खाना खाना तो कभी नही भूलते?
दोस्तों हमारे नेता लोग 4000 सीटें भरने की बात करते हैं और ये मिडिया वाले 7000 की बात करते हैं आखिर सही क्या है ।।
ReplyDeleteदूसरी और सबसे अहम् बात ये कि ये भर्ती मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के द्वारा हो रही है ।
सबसे बड़ा सवाल ये कि भर्ती पारदर्शी तरीके से हो , इसके लिए क्या न्यायालय का आदेश ही काफी है ?? सिर्फ आदेश दे देने से भर्ती शुचितापूर्ण तरीके से हो जायेगी ?? मुझे आज तक एक बात समझ नही आई कि धांधली रोकने के लिए न्यायालय का शरण क्यूँ नही लिया जा रहा ?? क्यूँ बार-बार झूठे अधिकारियों की बातों का विश्वास किया जा रहा है । अधिकारियों का क्या है इन्हें तो पब्लिक को टरकाने का प्रशिक्षण मिलता है ।
ReplyDeleteअब भी समय है दोस्तों जग जाइये ।
3 सालों से घुट-घुट के जिए हैं , आन्दोलन किये हैं , चंदा दिए हैं । जब उसका फल लेने का टाइम आया तो हमारा हक़ कोई और ले जाये क्या यही न्याय है ? आदेश देना और आदेश का अक्षरश पालन कराना दो अलग-अलग बाते हैं । आदेश तो कोर्ट द्वारा दे दिया गया है लेकिन जब तक उस आदेश का सुचारू रूप से पालन नही होगा तब तक पीड़ित को न्याय कैसे प्राप्त होगा ??
ReplyDeleteक्या कोर्ट ने यही आदेश किया है कि जाओ जैसे मन करे उल-जुलूल तरीके से भर्ती कर के लाओ ?? कोई पारदर्शिता नही ?? कोई रैंक जारी नही की गयी ? मूल सी डी को सार्वजनिक नही किया गया ? इस मुद्दे पर कोर्ट का सहारा क्यूँ नही लिया जा रहा । जो बेचारे आंदोलनों में लाठियां खाए , अपना पेट काट कर चंदा दिया उन्हें तिल-तिल के मरने पर मजबूर क्यूँ किया जा रहा ??
ReplyDeleteक्यूँ
क्यूँ
क्यूँ ???
बेचारे एक दुसरे से पूछते फिर रहे हैं कि मेरा इतना है मेरा उतना है हो जाएगा कि नही ?? क्या ख़ाक हो जाएगा । भर्ती किसकी हो रही है ? टेट वालों की या फिर सपाइयों की ???????
धांधली के मुद्दे पर अधिकारियों की एक भी बात नही माननी है । अभी तक जो भी मिला कोर्ट से मिला । आगे भी कोर्ट का ही सहारा है ।
ReplyDeleteहमारे कुछ बंधू जो पहली काउंसिलिंग में प्रतिभाग कर चुके हैं वो हमे सकारात्मक रहने का सन्देश दे रहे हैं । आखिर किस बात की सकारात्मकता ? हमारा हक़ कोई और ले जाए और हम हाथ पे हाथ धरे सकारात्मक बने रहे । जियो मेरे स्वार्थी शेरो ।। तुमने तो काउंसिलिंग करवा ली और 28000 का सपना देखने लगे और बाकी लोग ...........
ReplyDeleteसकारात्मक रहे -------????
दोस्तों *****
ReplyDeleteदूसरी काउंसिलिंग से पहले किसी भी दशा में मा न्यायालय को इनकी दूषित मंशा से अवगत कराना ही होगा । सारी बाते बिन्दुवार कोर्ट के समक्ष रखना होगा । जैसे - रैंक का जारी न किया जाना ,मूल सी डी से सत्यापन न होना । पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव । कई फर्जी लडकों का पकड़ा जाना इत्यादि ।
दोस्तों **
ReplyDeleteकोर्ट से ये प्रेयर करना होगा कि मूल सी डी अपने पास जमा करे और पूरी भर्ती का सत्यापन उसी से हो । अगर ऐसा कुछ नही हुआ तो भर्ती का भरता बन जाएगा और वास्तविक हकदार सडको पे घूमते रह जायेंगे ।
ROAD INSPECTOR ki tarah se..
भाई हम सभी को आप से बहुत उम्मीदे हैं । आप से हाथ जोड़ के प्रार्थना / विनती / निवेदन है कि आप आगे आयें और भगवान के लिए इस भर्ती को बचा लें । वरना ये सपाई हम सभी को निगल जायेंगे । क्यूंकि अब ये जान गये हैं कि दुबारा कभी सत्ता में नही आयेंगे जितना तिजोरी भरना है भर लो । वैसे भी ये इनकी अपनी भर्ती नही है ये पूर्ववर्ती सरकार की भर्ती है ।
ReplyDeleteधन्यवाद ।।
यह केस कितना गंभीर है........?
ReplyDeleteयद्यपि इस अप्लिकेशन के माध्यम से कपिल देव लाल बहादुर अनियमितता सम्बंधित विषय पर केन्द्रित है,,,,, परन्तु यह मॉडिफिकेशन अपील यदि आगे सुनवाई के लिए स्वीकार होने के उपरांत गुड पार्ट से बैड पार्ट को अलग करने कोई आदेश हो जाता है, तब इस बात की ज्यादा संभावना है कि उत्तर प्रदेश सरकार, गुड पार्ट से बैड पार्ट को अलग करने के बहाने, माननीय न्यायलय से अतरिक्त समय मांग सकता है और हमारी भर्ती प्रक्रिया को ज्यादा से ज्यादा समय तक विलंबित कर सकती है,, अतः हमारा एवं टी०ई०टी० संघर्ष मोर्चा के वकीलों का प्रयास रहेगा कि इस मॉडिफिकेशन अपील को प्रथम सुनवाई पर अनुमति ही न मिलने पाए और यह तत्काल ख़ारिज हो जाये,,,,
Tab tak pyaar se pyaar mat karna,
ReplyDeleteJab tak pyaar aapse pyaar na kare,
Agar pyaar aapse pyaar kare,
Tab pyaar ko itna pyaar karo,
Ki pyaar kisi aur se pyaar na kare
#From :; Gaurav
अगर आप भी एटीएम यूज करते है तो यहखबर आपके लिए बेहद खास है। अगर आपके एटीएम से भी कभी नकली नोट निकले तो आप इस तरह शिकायत कर सकते हैं।ऐसे करें शिकायतनकली नोट निकलने पर आप सबसे पहले एटीएम के गार्ड के पास उपलब्ध शिकायत रजिस्टर में अपनी शिकायत दर्ज करवाएं और उसमें नकली नोट का नंबर जरूर लिखें। अगर हो सके तो इसपर गार्ड के साइन भी लेंले, और तुरंत पुलिस में उसकी शिकायत दर्ज करवाएं। संबंधित बैंक में जाकर इस बात की जानकारी दें।बैंक नोट की जांच करके इस पर जब्त नकली नोट का स्टाम्प लगाएगा। इसका रिकॉर्ड एक रजिस्टर में लिखकर आपको एक रसीद दी जाएगी। फिर बैंक इस पर कार्रवाई कर सिस्टम से ऐसे नोट हटवाएगा।अगर एटीएम से आपको नकली नोट मिले हैं तो पुलिस और बैंक को जानकारी देने के बाद इस पर उचित कार्रवाई के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के इश्यू डिपार्टमेंट को एक पत्र लिखें।
ReplyDeleteJab NCTE ke hote hue bhi S.M.ke liye gradu. Me % lagu nahi hai to iss NCTE ki working 1998 se pahle wale B ed ke liye bhi gradu.ki % ka koi auchitya nahi hona chahiye jabki yaha TET 2011ME to SC ka kewal TET merit ke aadhaar par bharti ka aadesh hai.
ReplyDeletekal modi ji ne shishak divas pr diye gaye apne sandesh me kaha ki ab stithi badal gai hai ab koi bi student teacher nai banna chata or agar vo student 72825 vali bharti ki durgati ko dekhe to vo apni saat pidhiyo tak bhi kisi ko teacher nai banne dega or na khud hi banega ....modi ji dhyan dijiye is taraf
ReplyDelete!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
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जिधर
!
देखूं
!
उधर
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तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
I don't need a diamond ring.
I don't need the best chocolates.
I don't need the most expensive
fresh flower.
But all i need is...
Your love.
Your care.
Your time.
And most importantly
I need you....
इस पृथ्वी पर तीन ही रत्न है .....
ReplyDeleteजल,
अन्न,
और
मधुर वचन !
बुद्धिमान व्यक्ति इनकी समझ रखता है, परन्तु मूर्ख लोग पत्थर के टुकड़ो को ही रत्न कहते है ?
______________________________________________चाणक्य
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
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हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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जिधर
!
देखूं
!
उधर
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तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
love is such a marvelous word
if a boy understands, girl doesn't, &
if girl understands boy doesn't,
&
if both understand the world doesn't...
शिक्षामित्रो के लिए खुशखबरी ...>>
ReplyDeleteउच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच मे चल रही सुनवाई मे एन सी टी ई के वकील ने अपना जबाव दाखिल कर दिया कि टी ई टी से किसी को किसी भी प्रकार की छूट नही दी गई है। अब शिक्षामित्रो को टी ई टी देना ही होगा, उनका समायोजन रद्द होगा,
शिक्षामित्र न सहायक शिक्षक कहलाएंगे न शिक्षामित्र, क्योंकि कोर्ट शिक्षक पद को असंवैधानिक बताएगी,और शिक्षामित्र अपने शिक्षामित्र पद से पहले ही इस्तीफा दे चुके है।
सरकार से माँगा गया जबाव 2 हफ्ते मे दाखिल करे जबाव .
निवास प्रमाणपत्र को लेकर लोगों में बहुत कन्फ्यूजन और समस्या है।
ReplyDeleteबहुत लोग पोस्ट और इनबाक्स में पूछते हैं कि मेरा निवास प्रमाणपत्र फला तारीख का है मान्य होगा कि नहीं।
अब मैं जो कह रहा हूँ बहुत ध्यान से पढ़ियेगा-
ReplyDelete9 जनवरी 2012 के पहले का कोई भी निवास प्रमाणपत्र मान्य होगा चाहे वो कम्प्यूटर वाला हो अथवा हाथ वाला बस वो वैलिड होना चाहिए और सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित होना चाहिए। फर्जी निवास प्रमाणपत्र लगाने वाले की नौकरी तो जाएगी ही वो जेल भी जाएगा। इसलिए ध्यान रखियेगा कोई भी प्रमाणपत्र फर्जी न लगाइएगा, अगर आप के पास कोई चीज़ नहीं है तो आप उसका हलफनामा बनवा लीजिये लेकिन फर्जी काम नहीं।
अब बात करते हैं निवास प्रमाणपत्र की, जहाँ तक मुझे उम्मीद है 99% लोग 2011 में फार्म भरते समय अपना निवास प्रमाणपत्र जरूर बनवाये होंगे अब बाद में किसी का खो गया हो या कोई दूसरा फिर से बनवा लिए हो तो अलग बात है।
अगर खो गया है तो उसकी फोटो कापी हो तो तहसील से जाकर एक डुप्लीकेट कापी निकलवा लीजिये।
अगर खोए हुए निवास प्रमाणपत्र का नंबर भी नहीं है और 2012 की भर्ती के समय या उसके बाद कभी भी आप ने नया निवास प्रमाणपत्र बनवाया है तो भी आप एक हलफनामा बनवा लीजिये कि मेरा 9 जनवरी 2012 के पहले बना हुआ निवास प्रमाणपत्र खो गया है और मैं शपथ के साथ कहता हूँ कि मैं फला जगह फला सन से निवास कर रहा हूँ।
ReplyDeleteइसके बाद भी अगर आपको किसी भी प्रकार का कन्फ्यूजन हो रहा हो तो नजदीक के डायट पर जाइए और वहाँ सारी बातें स्पष्ट बताइये, एक काउंसलिंग हो चुकी है तो उन्हें अब इस विषय में पूरी जानकारी होगी।
निवास प्रमाणपत्र से संबंधित सभी समस्याओं का और भ्रम का निवारण कर लीजिये, यह कोई ऐसी समस्या नहीं है कि जिससे आपकी काउंसलिंग पर कोई प्रभाव पड़ जाएगा।
ReplyDeleteयह भर्ती तीन साल बाद हो रही है बहुत लोगों के बहुत से डाक्यूमेंटसखो गए या बदल गए हैं यह कोई समस्या नहीं है।
हर समस्या का समाधान हलफनामा है जो आप किसी भी समस्या में समाधान के रुप में ला सकते हैं।
इलाहाबाद हाई कोर्ट में सिंगिल बेंच में हुयी शुरूआती गलतियों के तथा 100% से कम वेटेज स्वीकार ना करने की हमारी जिद के चलते कुछ ऐसे पेंच फँस गए,निःसंदेह 30-11-11 के विज्ञापन में कई गलतियाँ थीं लेकिन उसकी चयन प्रक्रिया में कोई कमी नहीं थी "
ReplyDeleteजीवन के 10 सच्चे मित्र
ReplyDelete******************************
1 दोस्ती करें, फूलों से ताकि हमारी जीवन-बगिया महकती रहे।
2 दोस्ती करें, पंछियों से ताकि जिन्दगी चहकती रहे।
3 दोस्ती करें, रंगों से ताकि हमारी दुनिया रंगीन हो जाए।
4 दोस्ती करें, कलम से ताकि सुन्दर वाक्यों का सृजन होता रहे।
5 दोस्ती करें, पुस्तकों से ताकि शब्द-संसार में वृद्धि होती रहे।
6 दोस्ती करें, ईश्वर से ताकि संकट की घड़ी में वह हमारे काम आए।
7 दोस्ती करें, अपने आप से ताकि जीवन में कोई विश्वासघात ना कर सके।
8 दोस्ती करें, अपने माता-पिता से क्योंकि दुनिया में उनसे बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं।
9 दोस्ती करें, अपने गुरु से ताकि उनका मार्गदर्शन आपको भटकने ना दें।
10 दोस्ती करें, अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सकें।
बर्तन में खाना खाये?
ReplyDeleteमेष : तांबे के बर्तन में खाना खाये , और
प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग करे |
वृषभ : या तो चांदी , या फिर तांबा और
स्टील मिला हुये बर्तन में खाना खाएं , इन
राशि वाले लोगों को एल्युमिनियम और
लोहा धातु कम से कम प्रयोग करनी चाहिए
खाने के बर्तनो में |
मिथुन : इनके लिए तांबे के बर्तन में
खाना खाना उत्तम है |
कर्क : कलाई या फिर चाँदी के बर्तन में
खाना खाएं , कर्क
राशि वालों को एल्युमिनियम और
चीनी मिट्टी में खाने की चीज़ें बिल्कुल
नहीं लेनी चाहिए |
सिंह : या तो तांबे के बर्तन में खाना खाये
या फिर अगर आर्थिक
स्थिति अच्छी हो तो सोने
की कटोरी या चमच्च से भी खाना खा सकते
है , याद रखे , तांबा शुद्ध होना चाहिए न
की परत चढ़ा हुआ |
कन्या : तांबा और चाँदी मिला हुए बर्तन में
खाना खाये , अगर यह दोनों धातु मिला हुआ
बर्तन काही से नहीं मिल पा रहा तो आप
तांबे के बर्तन भी इस्तेमाल कर सकते है , लाभ
होगा |
तुला : चाँदी के कोई भी बर्तन , चाहे छोटे
या बड़े में कुछ भी खाने की चीज़ ले , परंतु
चीनी मिट्टी में बिल्कुल कुछ नहीं ग्रहण
करना चाहिए |
वृश्चिक : तांबा ही इनकी मुख्य धातु है ,
तो अगर वृश्चिक राशि वाले लोग इस धातु में
खाना खाते है तो इनको काफी लाभ
मिलेगा |
धनु : कलाई या फिर फूल या फिर सोने के बर्तन
से कोई न कोई भोजन ज़रूर ग्रहण करे , इन
राशि वालो को पीतल इस्तेमाल
नहीं करना चाहिए , अगर आपको इन तीनों में
से किसी भी धातु का बर्तन नहीं मिल
पाता तो आप शुद्ध स्टील का प्रयोग करे ,
साथ में अगर मिट्टी का बर्तन , मिट्टी के
कुल्ल्ड़् में चाय , दूध या दहि ग्रहण करने से स्वाद
का स्वाद , गृह भी मजबूत और सेहत की सेहत |
मकर : अपने हाथ में शनि के पर्वत को देखे , अगर
वह दबा हुआ है तो लोहे के बर्तन में
खाना खाये , सिर्फ एक मिनट भर ही भोजन
रखकर खा ले और इससे ज्यादा उसमें भोजन
को न छोड़े , यानि की कोई खाने की चीज़
लोहे से छू जाये , पर अगर आपका शनि का पर्वत
ऊंचा है हाथ में तो चांदी या फिर मिट्टी के
बर्तन में खाना खाना लाभकारी है |
कुम्भ : लोहे की कड़ाई में बना हुया भोजन
लाभ देता है , यह राशि वाले लोग प्लास्टिक
और चीनी मिट्टी को छोड़ कर
किसी भी धातु का प्रयोग कर सकते है |
मीन : सोने का कोई भी छोटा बर्तन
या चमच या फिर इन्हे फूल के बर्तन में भोजन
लेना चाहिए |
बर्तन का आकार मायने नहीं रखता , बस आपके
खाने की चीज़ उससे थोड़ी देर के लिए लग
जाये , पूरे दिन में एक बारी भी उस बर्तन से
लगा हुआ भोजन खा लेंगे तब भी लाभ देगा |
दोस्तों आज हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में शिक्षामित्रों से सम्बंधित मामले की सुनवाई के दौरान NCTE के वकील ने कोर्ट को स्पष्ट किया कि बेसिक स्कूलों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति हेतु किसी को भी TET से छूट नहीं दी जाएगी जिस पर माननीय जज साहब ने सरकारी वकील को 14 दिन के अंदर जवाब देने को कहा है.....
ReplyDeleteअब बताओ मेरे दोस्त की धर्मपत्नी जो कि शिक्षामित्र है, उसका क्या होगा?
ReplyDeleteएक बार मेरे दोस्त ने कहा कि टी ई टी की परीक्षा पास कर लोगी न?
तो बोली मै रेलवे मे नौकरी क्यूँ करु, मुझे टी टी ई नही बनना है,
कसम से आज तक मै अपनी हँसी नही रोक पा रहा हूँ,
Bhai bhabhi ji ko maaf karo nadan hain.Lekin ye to pakka hai ye students ka future barbad kar dengi.
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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A Boy does not fall in
love easily...
but
once he falls for a girl
truly,
He will
be the most caring,
most loving, most
romantic,
most understanding
and
truthful for his girl,
for all his life.
सत्य जब तक घर से निकलता है
ReplyDeleteतब तक झुठ आधी दुनिया घुम चुका होता है,
करता हूँ उन गुरुजनों का नमन
ReplyDeleteजिन्होंने बूंद बूंद से सींचकर मुझे वृक्ष बना दिया..
मै दावे के साथ कहता हूँ कोई भी 72825के नियम नहीं बदल सकता जो जी ओ आया था उसी पर भरती का आदेश सुप्रीमकोर्ट ने किया है किसी का निजी हित आड़े आता है तो क्या उसकी सजा सभी अभ्यर्थियों को मिलेगी साथियो ऐसे किसी भी व्यक्ति को एक पैसा न दें जो अपने निजी स्वार्थ हेतु भरती में टाँग अड़ाता हो अपने बीच छिपे विभीषणों पर भी नजर रखें कि आपके चँदे से गुलछर्रे तो नहीं उड़ा रहा है अतः सावधान रहें भरती साफ सुथरी करवाने मे सहयोग करें
ReplyDeleteएक बुढिया का दामाद बहुत काला था,
ReplyDeleteवो पहली बार ससुराल गया !
बुढिया :-दामाद जी, कम से कम एक
महिना तुम यहाँ रुको,
दूध, दही खाओ मौज करो.
इसी बहाने हमें भी दूध, दही मिल जायेगा !
दामाद :-क्या बात है सासु माँ,
आज बहुत प्यार जता रही हो मुझ पर ?
बुढिया :-ऐसी कोई बात नहीं है, दरअसल कल
हमारी भैस का बच्चा
मर गया तुम्हे देखकर भैस कम से कम दूध तो दे दे
अगर हाई कोर्ट में सिर्फ रिट डाल देने भर से लोगों की मुरादें पूरी हो जाती तो अब तक हमारी भर्ती से संबंधित कम से कम 72000 रिट तो पड़ ही गई होती।
ReplyDeleteअसल में दोस्तों अब भर्ती के अंतिम चरण में वो लोग ही कोर्ट जा रहे हैं जिन्हें मालूम है कि उनका अब इस भर्ती से कोई सरोकार नहीं।
कोई प्रेफेशनल वाले मुद्दे पर जा रहा है तो कोई बैड पार्ट को अलग करने के लिए जा रहा है, कोई एकडमिक के लिए जा रहा है तो कोई NCTE को पार्टी बनाने के लिए।
ReplyDeleteये सब जा क्यों रहे हैं मालूम है आपको? सिर्फ अंतिम समय में लाख दो लाख की रकम बनाने के लिए।
एक बात आप लोग किसी को भी चंदा देने से पहले जरूर याद रखियेगा यह भर्ती सुप्रीम कोर्ट द्वारा टाइम बाउन्ड आधारित आदेश पर किया जा रहा है, सरकार के बड़े बड़े वकील और वर्तमान में भारत सरकार के अटार्नी जनरल ने भी हथियार डाल दिया है, जब खुद अटार्नी जनरल सर्वोच्च न्यायालय को अवगत कराते हैं कि सरकार यह भर्ती टेट मेरिट से करने जा रही है तो भला अब कौन सी अदालत कौन सा वकील हमारा कुछ उखाड़ लेगा।
ReplyDeleteचुप चाप तमाशा देखिए और गिनते रहिये कुल कितने केस दायर किये जा रहे हैं।
ReplyDeleteहर एक केस का एक ही निर्णय आयेगा
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'केस डिसमिस
परिषदीय जूनियर हाईस्कूलों में 29334 शिक्षकों की भर्ती का मामला
ReplyDelete72825 शिक्षकों की नियुक्ति को दूसरी काउंसिलिंग कराने पर बैठक 10 को
लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान शिक्षकों के 29334 पदों पर भर्ती के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने 18 व 19 सितंबर को चौथी काउंसिलिंग कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। चौथी काउंसिलिंग में उपलब्ध सीटों के सापेक्ष 15 गुना अभ्यर्थियों को बुलाने की मंशा जतायी गई है। प्रस्ताव में बताया गया है कि अब तक हुई तीन चरणों की काउंसिलिंग के बाद 53 जिलों से प्राप्त सूचना के अनुसार कुल 14849 पदों पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों ने मूल अभिलेख जमा कराये हैं। इससे साफ है कि तीन चरणों की काउंसिलिंग के बाद भी बड़ी संख्या में पद खाली हैं। खाली पदों को भरने के लिए चौथे चरण की काउंसिलिंग 18 व 19 सितंबर को आयोजित करने की अनुमति मांगी गई है। उधर परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी काउंसिलिंग की तारीख तय करने के लिए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद एचएल गुप्ता ने 10 सितंबर को विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई है। बैठक में पहली काउंसिलिंग के दौरान सामने आईं अभ्यर्थियों की समस्याओं के निराकरण पर भी विचार किया जाएगा।
कड़ककर तमाम बिजलियां, हम पर ही आ गिरीं
ReplyDeleteहमने उठाए हाथ जो ....... आसमां की ओर
इस समय जूनियर भर्ती में रिट्स की बाढ़ आ गयी है और कारण सिर्फ एक है नियुक्ति न मिलना । क्योकि जब काम न हो तो उसमे टांग फ़साने वाले बहुत से पैदा हो जाते है लेकिन एक बात जान लो जिस दिन सरकार की अवैध संतान प्रोफ पर कोर्ट का फैसला हो गया और वे आउट हो गये तो जूनियर में बाकी टांग फसाने वालो को उनकी टांग तोड़ कर हाथ में दे दी जाएगी जिससे वे कोर्ट कचेहरी के चक्कर लगाने के बजाय आराम से घर बैठे । फ़िलहाल अभी देखते है सरकार की कमेटी कब तक अपनी अवैध संतानों को बचा पाती है ।
ReplyDeleteइस समय जो रिट्स मुझे याद आ रही है वो इस प्रकार है-
1-प्रोमोसन मैटर जिसमे बहुत से केस बंच है
2- प्रोफेसनल केस जिसके लिए नियुक्ति को जूनियर मोर्चा टाल रहा है इस पर फैसला हो जाये तब नियुक्ति के दबाव बने ।
3- बीएड 12 और टेट 11 केस
4- vbtc का केस
5- दोनों भर्ती में काउंसलिंग का मौका देने का केस
6- टेट वेटेज केस
कोई छूट गया हो तो आप भी बता दे ।
मित्रो,
ReplyDeleteटी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एस.सी.आर.टी.निदेशक श्री सर्वेन्द्र विक्रम जी से विभिन्न विसंगतियो के लिए मिलेगा । इसमे निन्न बिन्दुओ पर स्थिति साफ करने के लिए कहा जायेगा ।
1- प्रतिशत मामला
2- प्रोफेसनल मामला
3- दूरस्थ बी.एड.
4- डायट्स मे निवास / जाति प्रमाण पत्र लेने मे एकरूपता न होना ।
5- परास्नातक के आधार पर बी.एड.
6- सामान्य वर्ग मे """"गुने """" की संख्या को बढवाना ।
7- 2011 विज्ञापन का अपने मूल रूप से लागू करवाना आदि ।
मित्रो..
ReplyDelete10 सितम्बर को अझिकारियो की भी इस भर्ती को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, ,,
जिसमे स्थिति साफ हो जायेगी,
तथा द्वितीय काउन्सिलिंग की तिथि भी घोषित की जायेगी ।
रैंक और सी.डी. से जॉच करवाना ही मुख्य उद्देश्य है, क्योकि इसी से फर्जीवाङे पर अंकुश लग सकता है, ,,और रही बात कोर्ट की तो अगली डेट पर सरकार की अभी तक की कार्यप्रणालियॉ जो इन्होने की है, उनको वकील के माध्यम से बताया जायेगा, ,,जिससे सम्बन्धित दस्तावेज इकट्ठे कर लिये गये है ।
ReplyDeleteमुझे पूरा यकीन है कि अगर भर्ती अब भी सही ढंग से हुई तो सामान्य 100-98 पे आ के गिरेगी । आखिर लोग अधिकारियों की बात पे विस्वाश क्यों कर रहे हैं । अब तक सबकुछ हमे कोर्ट से ही मिला है आगे भी कोर्ट का ही सहारा लेना होगा नही तो ये भर्ती सपाई ले जायेंगे ।
ReplyDeleteभर्ती को निष्पक्ष पूरा करवाना और 72825 वॉ कन्डीडेट जब तक चयनित नही हो जाता, तब तक हम चैन से नही बैठेगे ।
ReplyDeleteइनकी सारी कार्य प्रणाली से कोर्ट को अवगत कराना होगा रैंक जारी करानी होगी और मूल सी डी से टेट अंक पत्र का सत्यापन कराना होगा वो भी काउंसिलिंग के टाइम ।
ReplyDeleteमुगल साम़ाजय़ के शासक क़़मानुसार
ReplyDelete========================
बाहो मे आजा शाही आम
==================
बा- बाबर
हो- हुमायु
आ - अकबर
जा - जंहागीर
शाही - शाहंजहा
आ - ओरंगजेब
ना कभी अन्याय के साथ रहा हूँ
ReplyDeleteना कभी रहूँगा
मेरा मत है कि भर्ती नियमोँ से हो
अगर कोई व्यक्ति नियमोँ के विरुद्ध अपना चयन चाहता है
और उसका चयन विधि सम्मत नही है
तो उसका चयन कदापि नहीँ होना चाहिये
वो चाहे मै हूं
चाहे हिमाँशू राणा
या गणेश दीक्षित
दूसरी बात,
जितने भी पद है सबको नियुक्ति पद एक साथ मिले
वो चाहँ 150 वाला हो
या 100 वाला,
सबने साथ संघर्ष किया है
सब साथ रहे बेहतर होगा,
रही बात सहयोग की तो वो लोकतान्त्रिक तरीके से किया जाये।
बाकी कपिल देव का हउआ अपने दिमाग मेँ ना पाले, परन्तु सतर्क सजग रहेँ।
मै आपके साथ हूं।
और हाँ
गाली पीकर दारू, मेरा मतलब दारू पीकर गाली किसी को देना मेरा काम नहीं है ॥
शासन के निर्णय का इंतज़ार हो रहा है | वैसे मैने एक RTI डाली है NCTE को और अगर उसका जवाब आ जाता है तो और अच्छा रहेगा
ReplyDeleteमुझे जिंदगी की सच्चाई तब पता चली,
ReplyDeleteजब रास्ते में पड़े फूलों ने मुझसे कहा...
दूसरों को खुशबू देने वाले अक्सर यूं ही कुचले जाते हैं ।
परिषदीय प्राथमिक स्कूलो मे 72825 शिक्षको की भर्ती के लिए दूसरी काउंसलिंग की तारीख तय करने के लिये सचिव बे. शि .प. एच एल गुप्ता ने 10 सितम्बर को विभागीय अधिकारियो की बैठक बुलाई है।
ReplyDeleteHAMAARE ACADEMIC BHAIYO MERI EK SALAH HAI AAPKO JISSE SHAYAD KOI POSITVE RESULT MIL SAKE AUR SHAYAD YE TET V/S ACADMIC KA MATBHED BHI KHATAM HO JAYE- AAP YE SAB NAUTANKI KARNE KI BAJAAYE COURT SE YE REQUEST KARIYE KI SARKAAR NE HUMKO DHOKA DIYA HAI ACADEMIC MERIT KA BHAROSA DILA KAR AUR HAMARI LIFE KE SATH KHEL KARA HAI...... COURT SE REQUEST KIJYE KI WO SARKAR AUR N.C.T.E KO ADESH DE KI WO 50,000 YA 72,000 BHARTI AUR NIKALKAR KAR HUMKO BHI SAMYOJIT KARE KYONKI AAKHIR ISS ME AAP LOGO KI KYA GALTI HAI.... TO HO SAKTA HAI KOI BAAT BAN JAYE.... AUR ISS MUDDE PER TO TET MERIT WALE BHI APKA SATH DENE KE LIYE TAYYAR HO JAYENGE SHAYAD ..... AAP TET LEADERO SE MIL KAR EK BAAR APNI BAAT RAKH KAR DEKHIYE..... KYONKI FILHAAL ABHI LAKHO TEACHER AUR CHAHIYE U.P ME JISSE SHIKSHAKO KI KAMI POORI KI JA SAKE....HO SAKTA HAI COURT AAPKE CARRIER ....AUR U.P ME BHARI SHIKSHAKO KI KAMI DEKHTE HUE ....SARKAR AUR N.C.T.E KO APKO BHI SAMYOJIT KARNE KA ADESH DE SAKTI HAI....MERE VICHAAR SE YE EK MATRA SOLUTION HAI WARNA AAP KUCH BHI KARLO JEET TO TET MERIT KI ATAL HE HAI.....KRIPYA LOG APNA PAKSH RAKHE....DHANYAWAD
ReplyDeleteJAI TET
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
ReplyDeleteक्योंकि मुझे अपनी औकात
अच्छी लगती है.
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
ReplyDeleteचुपचाप से बहना और अपनी मौज में
रहना ।।
चाहता तो हु की
ReplyDeleteये दुनिया
बदल दू
पर दो वक़्त की रोटी के
जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती...
ReplyDeleteयहाँ आदमी आदमी से जलता है...!!"
दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट,
ReplyDeleteये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है
या नहीं,
पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा
कि जीवन में मंगल है या नहीं
अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो
ReplyDeleteतरीके बदलो,....ईरादे नही....||
ग़ालिब ने खूब कहा है :
ReplyDeleteऐ चाँद तू किस मजहब का है !!
ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा!!
आज से लगभग 2 महीने बाद दिवाली है। हमारे देश में जब दिवाली होती है. तब हर साल लगभग 3000 करोड़ की चीनी लाइट्स भारत में आती हैं। मैंने ये पोस्ट अभी इसलिए डाली है. ताकि दिवाली तक सबकी Timeline और सोशल मीडिया परये पोस्ट फ़्लैश होनी चाहिए.....मेरी आप सब से गुजारिश है की कृपया चीन में बनी लाइट्स मत खरीदिये। सिर्फ स्वदेशी भारत में बने स्वदेशी दीपमाला प्रयोग कीजिये। इससे भारत में रोज़गार के अधिक अवसर पैदा होंगे तथा अपना पैसा अपने देश में रहेगा......कुछ लोग कहेंगे की चीनी लाइट्स बहुत सस्ती होती हैं। तो चलिए इसका एक तुलनात्मक अध्धयन करते हैं......1 चीनी लाइट की औसतन कीमत 25-35 ₹ के बीच होती है। और कुछ लाइट्स कीकीमत तो 100 से लेकर 500 ₹ तक भी होती है। औसतन एक घर में 10 लाइट्स। मतलब एक परिवार लगभग 250 से 1000 ₹ तक इन चीनी लाइट्स पर खर्च करता है। अगर आप दीपक जलाएंगे तो सबसे पहले तो ये वातावरण को शुद्ध करता है और अब इसकी कीमत का आंकलन करते हैं। 1 लीटर सरसों का तेल लगभग 80 ₹, 200 मिट्टी के दिए लगभग 50 ₹ और रुई की बत्ती लगभग 10 ₹। मतलब 200 दीपक जलाने का खर्च सिर्फ 140 ₹। तो आप अंदाजा लगाओ की 200दीपक रखने से आपके घर में ज्यादा रौशनी होगी या 10 लाइट्स से.....॥॥दीपमाला लगाने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर होने वाले लाभों की सूची इस प्रकार है-1. जो मिट्टी के बने दीपक आप खरीदेंगे. वो ज्यादातर हमारे देश के गरीब कुम्हार बनाते हैं। आपके द्वारा दीपक ख़रीदने से उनको रोजगार मिलेगा तथा भारत से गरीबी ख़त्म करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम होगा......2. सरसों के तेल के दीपक जलाने से पटाखों के द्वारा होने वाला प्रदूषण की मात्रा कम होती है......3. हमारे देश का पैसा देश में रहेगा। जिससे औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा तथाविदेशी निवेश की ज़रुरत कम हो जाएगी। जो लोग इस पेज पर FDI को लेकर सबसे ज्यादा कमेंट्स करते हैं, उनको करारा ज़वाब मिलेगा.....4. भारतीय संस्कृति को बढावा मिलेगा। इस समय सबसे ज्यादा खतरा भारतीय संस्कृति को ही है.....5. आपके मन को शांति मिलेगी.......मेरे जो भाई FDI को लेकर कमेंट्स करते हैं। मेरी उन लोगों से भी गुजारिश है कृपया दिवाली पर इन सब बातों का ध्यान रखिये। यह FDI को भागने की दिशा में एक और बहुत बड़ा कदम होगा.......इसके साथ साथ एक बात का और ध्यान रखें। कुछ कंपनियां, अपने रैपर पर गणेश जी एवं लक्ष्मी माता तथा अन्य देवी देवताओं के चित्र लगाते हैं। आप सभी से अनुरोधहै, कृपया भगवान तथा देवी देवताओं के रैपर वाली चीज़ों का प्रयोग ना करें। इस्तेमाल करने के बाद रैपर को फेंक दिया जाता है, जिससे हमारे देवी देवताओं काअपमान होता है.......
ReplyDeleteस्वदेशी अपनाओ, देश बचाओ.....
हमारा उद्देश्य......
1 डॉलर = 1 रुपया
जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं......
वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार न हो..
सबसे पहले मैं आप सभी का ध्यान शिक्षामित्र केस की ओर आकृष्ट करना चाहूँगा.. आज शिक्षामित्र केस पर माननीय उच्च न्यायालय में ncte को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था.. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार ये कहा गया है कि शिक्षामित्र समायोजन के लिए उनको ncte द्वारा टेट से राहत दी गयी है परन्तु आज माननीय उच्च न्यायालय में ncte ने अपना पक्ष रखते हुए साफ़ शब्दों में इससे इंकार करते हुए कहा है कि ncte द्वारा किसी को भी मानक के विपरीत छूट नहीं दी गयी है, इसका विशेषाधिकार केंद्र सरकार के पास है और वही कोई नीतिगत निर्णय ले सकता है... इसपर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सरकार को २ सप्ताह में जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है.. इससे पूर्णतः स्पष्ट है कि अब बहुत ज़ल्द शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होगा और अगर ये संभव नहीं हुआ तो अगली सुनवाई में शिक्षामित्रों के वेतन पर तब तक रोक लगना निश्चित है जब तक कि शिक्षामित्र केस पर माननीय उच्च न्यायालय का कोई अंतिम निर्णय नहीं आ जाता..
ReplyDeleteगाजी तुझे बहुत गुमान था न अपने आकाओं पर पर तूने हमारी जिद नहीं देखी,
अब जिद पे आया हूँ तो देखूँगा तेरे गुमान की हद कितनी लम्बी है..
आईएएस आईपीएस के कंपटीशन को सिर्फ ग्रेजुएट होना काफी, फिर सहायक अध्यापक के लिए
ReplyDeleteग्रेजुएशन में 45% जरूरी क्यों?
श्यामल कुमार त्रिपाठी
लखनऊ। देश की यह अजीब विडंबना है कि आईएएस और आईपीएस की कंपटीशन की तैयारी के लिए किसी भी व्यक्ति को मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या उन विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले कालेजों से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। यहां किस प्रतिशत में आप उत्तीर्ण हुए हैं यह बात मायने नहीं रखती। और शायद इसलिए नहीं मायने रखती क्योंकि आईएएस या आईपीएस बनने के लिए आपको कंपटीशन देना होता है और उसी कंपटीशन के आधार पर आपका चयन पूर्णतया निर्भर करता है।
सही भी है।
जिन नौकरियों के लिए या जिन किसी भी विषय विशेष की पढ़ाई करने के लिए कंपटीशन अनिवार्य है वहां ग्रेजुएशन में प्रतिशत का कोई भी महत्व क्यों होता है। या कैसे हो सकता है। कहने का अभिप्राय यह है कि एक स्नातक किया हुआ व्यक्ति ही बीएड करने के लिए आयोजित कंपटीशन में हिस्सा ले सकता है। जब बीएड करने के लिए कंपटीशन का आयोजन है तो फिर स्नातक में 45 या 50 प्रतिशत अंक वाले ही कंपटीशन देने के लिए योग्य होंगे यह पूर्णतया गैरकानूनी है। ठीक उसी प्रकार सहायक अध्यापक की नियुक्ति के लिए आयोजित कंपटीशन इग्जाम टीईटी को पास करना जरूरी है। जो बच्चा ग्रेजुएटशन में 45 प्रतिशत से नीचे है फिर उसे कंपटीशन में न बैठने देना भी पूर्णतया गैरकानूनी है।
ReplyDeleteस्नातक, हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और बीएड में प्रतिशत की गणना करना तभी तक सही है जब आप सहायक अध्यापक के लिए सिर्फ शैक्षिक मेरिट के माध्यम से ही उपयुक्त हैं। अगर कंपटीशन देकर ही कोई नौकरी पानी है तो उसके लिए जो मापदंड आईएएस, आईपीएस अथवा पीसीएस के लिए हैं वही हर जगह मान्य होने चाहिए। देश के सबसे उच्चस्थ पदों के लिए जैसे आईएएस और पीसीएस के लिए स्नातक में कम अंक पाने वाला विद्यार्थी भी उचित तैयारी करके अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है और भविष्य में अपने पद की गरिमा को यथावत बनाये रखता है फिर सहायक अध्यापक की नियुक्ति के लिए विद्यार्थियों के साथ भेदभाव क्यों।
ReplyDeleteहमारे देश में बीएड की पढ़ाई करने के लिए एक कंपटीशन होात है जिसमें जब आप पास होते हैं तभी आपको कालेज का आवंटन होता है अर्थात बीएड करने के लिए ग्रेजुएशन तो जरूरी होना ही चाहिए लेकिन कितने प्रतिशत में पास होना चाहिए इसकी मान्यता गैर कानूनी ही नहीं बल्कि तमाम विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
ReplyDeleteसरकारों को इस तरफ ध्यान देते हुए शिक्षा पद्धति में बड़े बदलाव करने चाहिए जो कि जरूरी ही नहीं बल्कि संवैधानिक जरूरत भी हैं। या तो आईएएस, पीसीएस के कंपटीशन के लिए सिर्फ वही बच्चा मान्य माना जाए जो स्नातक में कम से कम 45 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण हो। अगर यह नियम यहां नहीं तो बाकी किसी भी कंपटीशन के लिए क्यों?
इस समय प्रदेश में 72825 शिक्षकों का चयन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश की सरकार लगातार तीन वर्षों से कई तरह की अड़चनें लगाती आ रही है। यह वही सरकार है जिसने अध्यापकों की नियुक्ति के लिए आयोजित टीईटी इग्जाम में धांधली का आरोप तो लगाया लेकिन उसका कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया। इस सरकार का मकसद सिर्फ और सिर्फ या तो नियुक्ति को लटकाने का था या फिर नियुक्ति होने के नियम में फेरबदल का था। प्रदेश सरकार चाहती थी कि अध्यापकों की नियुक्ति एकेडमिक मेरिट के आधार पर किया जाए। उसके ऐसा चाहने के पीछे मकसद सिर्फ इतना था कि जब भी प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनती थी तो प्रदेश में किसी भी तरह का एग्जाम हो वहां बस पैसा फेंकिए और अच्छे से अच्छे नंबर में डिग्री हासिल कर लीजिए की व्यवस्था चरम पर होती थी। ऐसी व्यवस्था के लिए समाजवादी सरकार हमेशा से कटघरे में रही है। ऐसी व्यवस्था सरकार की अनुमति के बगैर संभव भी नहीं है और शायद इसी वजह से वर्तमान समाजवादी पार्टी की सरकार शैक्षिक मेरिट को ही आगे बढ़ाना चाह रही थी। शैक्षिक परिदृश्य में समाजवादी पार्टी की सरकार के बारे में हमेशा से ही कहा जाता रहा है कि यह नकल माफियाओं की सरकार है और यह सही भी रहा है और इसका प्रमाण भी रहा है। मुद्दा अब भी वही कि कंपटीशन इग्जाम के लिए स्नातक होना जरूरी या स्नातक में 45 या 50 प्रतिशत अंक का होना जरूरी।
ReplyDeleteमयंक यादव जी ने रिट डाल दी है।
ReplyDeleteदोनों में काउंसलिंग कराने हेतु।।।
बहुत अच्छा काम किया।।।
और रिट भी service matter पर है।।।
न की व्यक्तिगत matter पर।।
मतलब जो भी आर्डर होगा सभी के लिए होगा।।।
धन्यवाद।
Use your smile to change this world...
ReplyDeletebut don't let this world change your smile...
G
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ReplyDelete.
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चलो अब सो जाते है फिर से किसी सच की तलाश में,
कल सुबह फिर इस झूठी दुनियाँ का दीदार करना है...
मच्छर ने आपको काटा,
ReplyDeleteये उसका जुनून था,
मच्छर ने आपको काटा,
ये उसका जुनून था.
फिर आपने वहाँ खुजाया,
ये आपका सुकून था.
चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये,
ग़ौर फ़रमाइये हुज़ूर..
चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये,
क्योंकि उसकी रगों में आप ही का ख़ून था!!
TMNTBBN SIR Please send your mob. no. ro miss c me this no 09162020967
ReplyDelete""" PRIYA....FINGER """
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