टीईटी : उच्च प्राथमिक में अटकी नियुक्तियां
(UPTET : TET passed Upper Primary Jobs get stucked in UP due to election code of conduct)
नए सत्र के पहले नियुक्ति हो पाना मुश्किल
आचार संहिता लागू होने से लंबित पड़ा मामला
इलाहाबाद। यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की उच्च प्राथमिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के लिए संकट खड़ा हो गया है। चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू होने से उनकी नियुक्तियों का मामला अटक गया है। शासन अगर आचार संहिता लागू होने के एक दिन पहले भी नियुक्ति को लेकर आदेश जारी कर देता, तो यह मामला लंबित न होता। प्रदेश में टीईटी की उच्च प्राथमिक परीक्षा पास करने वाले 209789 अभ्यर्थी हैं। अधिकारियों के मुताबिक इनकी नियुक्ति नए सत्र से पहले हो पाना मुश्किल है।
प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 पदों पर नियुक्ति के बाद उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 25 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति होनी थी। इसीलिए प्रशासन ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक दो स्तरों पर शिक्षक पात्रता परीक्षा करवाई थी। जिसके लिए टीईटी की प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 594053 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 270806 उत्तीर्ण हुए। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में कुल 519665 अभ्यर्थी शामिल हुए । इनमें से 209789 उत्तीर्ण हुए। प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति प्रक्रिया पहले से शुरू हो गई थी, इसलिए यहां तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उच्च प्राथमिक में शिक्षकों की नियुक्तियों का मामला आचार संहिता लागू होने से अटक गया है। यदि आदेश पहले जारी हो जाते, तो नियुक्तियों पर असर न पड़ता। अब चुनाव निपटने के बाद कब नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सकेगी, इस पर अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं।
News : Amar Ujala (26.12.11)
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As per News in Amar Ujala, Primary Teacher recruitment has no problem with Election Code of Conduct in UP, But selection for Upper Primary Jobs ( may be 26000 jobs going to announce) get stucked as its advertisement not published before election notification announces, And lakhs of Candidates who cleared TET exam have to wait till election completion / new government policies.
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के तुरंत बाद
मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए अपनी कैबिनेट के चार मंत्रियों को एक साथ बर्खास्त कर दिया। इनमें
उच्च शिक्षा मंत्री राकेश धर त्रिपाठी, कृषि शिक्षा मंत्री राजपाल त्यागी, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मंत्री अवधेश वर्मा तथा होमगार्ड मंत्री हरिओम उपाध्याय शामिल हैं।
News : Amar Ujala (26.12.11)
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Good comment -
प्रिय मित्रोँ सुप्रभात ,राज्य सरकार ने NCTE के समक्ष उसी की अधिसूचना को आधार बनाकर जिसमे कहा गया था कि आवश्यकता अनुसार राज्य सरकारोँ के अनुरोध पर समय सीमा बढ़ाई जा सकती है, बीएड अभ्यर्थियोँ के लिए ही राज्य सरकार ने अपना पत्र NCTE को लिखा है । नियुक्ति का आधार टीईटी के अँक ही हो के सम्बन्ध मेँ हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के विवेकाधिकार पर छोड़ दिया है । यहाँ पर टीईटी मेँ अधिकतम अँक वालोँ को लाभ होगा तथा अन्य पूर्व कक्षाओँ मेँ अधिक अँक वाले अभ्यर्थियोँ का नुकसान होगा । और कोर्ट की शरण मेँ वही गये थे जिनके अँक टीईटी मेँ कम रहे होगेँ। अनिल सँत ने बताया हि 26 दिसम्बर से टीईटी सम्बन्धित नयी जानकारी , भेजे गये आवेदनोँ की स्थिति आदि UPTET2011.COM पर उपलब्ध रहेगी। मित्रो पुनः निवेदन
अफवाहोँ से बचे किसी के धोखे मेँ न आयेँ और चुनाव आचार संहिता से भर्ती प्रकिया पर कोई प्रभाव नहीँ पड़ेगा किन्तु विलम्ब सम्भव
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Highcourt already decided the matter in favour of TET merit, and said arbitrary decision in Selection is not acceptable.
Therefore It is not easier for government to Change Selection Procedure in middle of Selection Process.
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दो लाख टीईटी पास की नौकरी अटकी - इलाहाबाद
(Two lakh TET passed candidates gets there jobs stucked for Upper Primary Teacher)
टीईटी की जूनियर स्तर परीक्षा में सफल प्रदेश के दो लाख नौ हजार अभ्यर्थियों को जोर का झटका लगा है।
चुनाव आचार संहिता ने उनका सपना तोड़ दिया है। अभ्यर्थी जूनियर स्कूलों में सीधे चयन के लिए रिक्तियों का इंतजार कर रहे थे लेकिन आचार संहिता लागू होने के बाद अब नए सत्र से पहले यह संभव नहीं दिख रहा। इन अभ्यर्थियों का क्या होगा, इस पर टिप्पणी के लिए कोई तैयार नहीं है। प्रदेश सरकार ने सीटीईटी की तर्ज पर प्राइमरी और जूनियर स्तर पर शिक्षकों के लिए अलग अलग पात्रता परीक्षा का आयोजन किया। प्राइमरी स्तर पर लगभग ढाई लाख अभ्यर्थी सफल हुए। उनके लिए सरकार ने तत्काल लगभग 73 हजार रिक्तियों की घोषणा कर दी। उकी चयन प्रक्रिया चल रही है। इस चयन से जूनियर स्तर की परीक्षा पास अभ्यर्थियों को अलग रखा गया। शासन की तरफ से यह तय किया गया कि
जूनियर स्तर पर सीधी भर्ती के लिए 26 हजार पदों की घोषणा शीघ्र कर दी जाएगी लेकिन प्राइमरी स्तर पर चयन को लेकर इतने विवाद उठे कि जूनियर स्तर के अभ्यर्थियों के बारे में विचार ही नही हो सका। •जूनियर स्तर के सफल अभ्यर्थियों के लिए घोषित नहीं की गई रिक्तियां •अब जुलाई से पहले चयन मुश्किल, पद खाली होने से संकट
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20111226a_010153008&ileft=689&itop=71&zoomRatio=276&AN=20111226a_010153008
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शिक्षक भर्ती लटकने से अभ्यर्थी खिन्न
बोले, किए धरे पर फिर गया पानी, अंधकार में दिख रहा है भविष्य अजीतमल (औैरैया)। विधान सभा चुनाव का बिगुल क्या बजा, शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर ही ग्रहण लग गया। जिले से हजारों अभ्यर्थियों ने हाल ही टीईटी की परीक्षा दी, परिणाम भी आये, लेकिन आचार संहिता के प्रभावी होने से इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक से अभ्यर्थी खिन्न हैं। उनका कहना है कि आचार संहिता से उनके सपनों पर पानी फिर गया है। अजीतमल की पल्लवी राजावत ने कहा कि अब तो भविष्य अंधकार में है। एक-एक रुपए जोड़कर फार्म भरा था, पर सब किए कराए पर पानी फिर गया। रवि पांडे, विजय कुमार का कहना है कि सूबे की सरकार की ओर से जो आश्वासन दिए गए वे पूरे होते नजर नहीं आ रहे हैं। जितेंद्र कुमार दोहरे का कहना था कि भर्ती प्रक्रिया के तमाम झंझटों से गुजरने के बाद जब नौकरी की बारी आई तो विधान सभा चुनाव का बिगुल बज गया। अब पूरी प्रक्रिया पर विराम लगता नजर आ रहा है। अनुराधा दुबे ने कहा कि शुरुआत के समय ड्राफ्ट के लिये बैंक में लाइन लगाई। किसी तरह अंतिम तारीख तक ड्राफ्ट मिला, जमा भी किया लेकिन शनिवार को आचार संहिता प्रभावी होने का समाचार टेलीवीजन पर आया तो वह सन्न रह गईं। अभ्यर्थियों के परिजनों का कहना था यह तो चुनावी फंडा था। जो अब समझ में आया है। आवेदनकर्ताओं ने कहा कि अभी तो सरकार विधान सभा चुनाव कराएगी। सत्ता किसके पास जाएगी, यह तो भगवान जाने, पर कहीं यह भर्ती प्रक्रि या भी पूर्व की तरह सरकारी तंत्र के बस्ते में कैद होकर न रह जाये। पल्लवी राजावत। अमित मिश्रा। रवि पांडेय अनुराधा दुबे। जितेंद्र कुमार दोहरे। विजय कुमार
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20111226a_009153005&ileft=458&itop=710&zoomRatio=137&AN=20111226a_009153005