/* remove this */

Tuesday, May 8, 2012

UPTET : Article / Information By A Blog Visitor

UPTET : Article / Information By A Blog Visitor


---------- अग्रेषित संदेश ----------

प्रेषक: Mission UPPRT <missionupprt@live.com>
दिनांक: 8 मई 2012 3:37 am
विषय:
प्रति: muskan24by7@gmail.com


मुस्कान जी, बहुत आभारी रहूँगा अगर आप ब्लॉग पर मेरा आलेख प्रकाशित करेंगी. अगर इस आलेख के द्वारा अगर 15 मई तक प्रतिदिन 5 साथी भी जुडते हैं तो भी हमे विश्वास है कि एक कायदे का प्रतिनिधिमंडल तैयार हो जायेगा. इस पर आनेवाले कमेन्ट भी तय करेंगे कि इस कदम को किन किन लोगो का सहयोग व समर्थन मिल रहा है. कृपया हमारा सन्देश बाकि साथियों तक पहुचने में सदा की तरह टी.ई.टी. समर्थकों का साथ दें.


शिक्षकों की भर्ती पर मंडराते संकट पर विचार-विमर्श के लिए प्रस्तावित बैठक
( स्थान: जंतर-मंतर, नई दिल्ली दिनांक 16 मई 2012 अपराह्न 1 बजे)

प्रिय भाइयों-बहनों,
पिछले कुछ दिनों से चैट-बॉक्स पे जिस प्रकार की अनर्गल हरकतें हो रही थी, इस महत्वपूर्ण साधन का जिस प्रकार दुरूपयोग हुआ, उसके जिम्मेदार तत्वों के इरादों को धता बताते हुए चंद जागरूक प्रतिभागियों की अगुवाई में पिछले दो दिनों में इस मंच पर हुई बहस ने तमाम अभ्यर्थियों को कुछ कर गुजरने के लिए प्रोत्साहित किया है, उनमे अपनी लड़ाई में खुद भी शामिल होने का जोश भरा है और ये अपनी राह पर बढ़ चलने को तैयार हैं इस सच को जानकार कि बिना चले मंजिल तक नहीं पहुंचा जा सकता है. यह बैठक कोई धरना या प्रदर्शन नहीं है बल्कि जिम्मेदार और समझदार लोगों के बीच सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए उचित रास्ता निकलने का, प्रभावी रणनीति बनाने का एक शांतिपूर्ण प्रयास है.

फ़िलहाल ऐसे लोग उँगलियों पर गिने जा सकते हैं जो इस दिशा में दिल्ली के जंतर-मंतर पर दिनांक 16 मई 2012 अपराह्न 1 बजे आयोजित बैठक में शामिल होने के लिए आगे आये हैं लेकिन वो जानते हैं कि पढ़े-लिखे और समाज को दिशा देने के लिए तैयार भावी-शिक्षकों के समूह के लिए ऐसा करना अपनी गरिमा के लिए आवश्यक हो चला है.

इस अभियान के साथ आपको आना है, नहीं आना है, इसके निर्णय से पहले यू.पी.टी.ई.टी.समर्थक सभी साथियों से चंद सवाल ? ? ?

क्या आपने कुछ गलत किया कि आप लोगों को को सज़ा दी जा रही है? क्या आपकी तरफ से कोई कमी हुई जिसका खामियाजा आप भुगत रहे हैं?
 किसी और की गलती का ठीकरा निर्दोषों के सर नहीं फोड़ा जा रहा है ?
 क्या पिछले कई महीनों का शारीरिक-मानसिक-आर्थिक उत्पीडन जारी रहेगा ? 
क्या आप आगे भी बस कोर्ट से बस तारीखों पर तारीखें ही लेते रहेंगे ? 
क्या उत्तर प्रदेश सरकार और अधिकारी बस आश्वासन ही देते रहेंगे ? 
क्या अब किसी भी तरह कुछ भी नहीं हो सकता ? 
क्या टी.ई.टी. मेरिट किसी काम की नहीं रह जाएगी ? 
क्या आपके मुंह तक आया निवाला कोई छीन ले जायेगा ?
 क्या इस प्रक्रिया में हो रही देर से कुछ लोग ओवर-एज नहीं हो जायेंगे ?
 क्या इस प्रकार की अनावश्यक देरी शिक्षा के अधिकार का हनन नहीं है ?
 क्या अबतक के आन्दोलन आपको पर्याप्त प्रभावी और सफल प्रतीत होते हैं ? 
क्या आपको पता है कि क्या कोर्ट में आपकी लड़ाई कोई लड़ भी रहा है या नहीं ?
क्या आप नहीं चाहते कि आपकी लड़ाई सुनियोजित तरीके से होनी चाहिए ? 
क्या आप नहीं चाहते कि इस विषय में हर स्तर पर पारदर्शिता हो ?
  क्या अबतक ऐसा कुछ हुआ कि जिस से आपको बड़ी उम्मीद जगी हो ? 
क्या आप केवल दूसरों के भरोसे ही बैठे दूर से लड़ाई देखते रहेंगे ? 
क्या आपको लगा कि कुछ ऐसा होना चाहिए कि जिसका नतीजा आये ? 
क्या आपको लगा कि आपके पास ऐसा कोई सुझाव है जो नतीजा लाये ?
  क्या आप इस लड़ाई में सक्रिय रूप से शामिल होने को तैयार हैं ? 
क्या आप नहीं समझते कि इस बड़ी लड़ाई में सबका साथ जरुरी है ?
  क्या आप नहीं समझते कि अबतक इस ब्लॉग पर बातें ही हुई हैं ?
  क्या आप नहीं समझते कि अब कुछ करने का वक्त आया है ?
  क्या इस लड़ाई को रणनीतिक तरीके से नहीं लड़ा जाना चाहिए ?
  क्या आपका इस लड़ाई में शामिल होना किसी काम नहीं आयेगा ?
  क्या आप भी केवल बातें करने में ही बहादुर हैं ? 
क्या आप अपनी मदद करने के लायक ही नहीं  हैं ?
  क्या आप अपनी नज़र में ही किसी काम के नहीं हैं ? 

फिर क्या आप असली "शिक्षक पात्रता परीक्षा" में फेल नहीं हैं ? 
फिर क्या आप शिक्षक बनने के लायक भी हैं ?

अगर आप में जरा सा भी विवेक अथवा थोडा सा भी आत्म-सम्मान है तो देखें कि क्या आपकी लाचारी, मज़बूरी, व्यस्तताएं या अन्य समस्याएं वाकई इतनी गंभीर हैं कि आप अपने साथियों के साथ मिलकर अब तक के समूचे घटनाक्रम एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति बनाने में अपना योगदान देने में भी पूर्णतया असमर्थ हैं ? 

अगर हाँ, तो कोई बात नहीं, आपके ह्रदय पर कोई बोझ न रहेगा. अगर आप हमारी सोच से सहमत नहीं हैं तो कारण स्पष्ट करते हुए विकल्प सुझाएँ, हम उनका स्वागत करेंगे परन्तु आपके अन्दर मौजूद केवल तमाशा देखने की मानसिकता, दूसरों के भरोसे अपना भी भला चाहने की मानसिकता, हाथ पर हाथ धरे बैठे रहने की मानसिकता या फिर बिना कुछ किये सबकुछ पा लेने की मानसिकता अगर आपको आगे बढने से रोकती है तो कृपया इस अभियान को अपनी नकारात्मक मनोवृत्ति के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए इसमें शामिल होने से परहेज करें, ताकि यह अभियान धीमे सही, पर मजबूत कदमों से आगे बढ़ सके.

आपके सुझावों का स्वागत है, कृपया इसपर अपने विचार दें और टी.ई.टी. नेताओं से भी इस अभियान में जुड़ने के लिए अनुरोध करें.

भाइयों के साथ साथ अपनी बहनों से भी अनुरोध है कि अगर आप भी इस बैठक में आकर अपना सक्रिय सहयोग देना चाहें तो कृपया "missionupprt@live.com" पर अपना नाम, टी.ई.टी. अनुक्रमांक, मोबाइल नंबर (अनिवार्य नहीं है) व ई-मेल आईडी (अगर आप अपनी आईडी व्यक्तिगत कारणों से नहीं देना चाहते तो कृपया एक नई ई-मेल आईडी इस प्रयोजन से बना लें ताकि आपको समय से सूचनाएँ दी जा सकें.), शहर का नाम आदि प्रेषित करें.

मिशन यूपीपीआरटी
**************
Next Date of Meeting is 27th May 2012 as decided in 16th May meeting. For more information contact - Shyam Dev Mishra ( 9222172977)


***************
hello friends kindly note down the details of the meeting : date: 16/5/2012 time: 01:00 pm venue: jantar mantar agenda: discussion and planning related to the "dharna". all tetians are requested to attend the meeting in their own interest.
Read more...

HTET : पात्र अध्यापकों की सामूहिक गिरफ्तारियां


HTET : पात्र अध्यापकों की सामूहिक गिरफ्तारियां


रोहतक : मांगों को लेकर पात्र अध्यापकों ने रविवार को रोहतक में महाबलिदान रैली की। सेक्टर-छह में हुई इस रैली के बाद सभी पात्र अध्यापकों ने जब आत्मदाह करने के लिए आइएमटी चौक की तरफ कदम बढ़ाए तो पुलिस ने उनको सामूहिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। उनको बसों में बैठाकर ले जाया गया। बाद में जमानत पर उनको छोड़ दिया गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने ऐलान किया कि उनका संघर्ष मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा। रविवार सुबह रैली की शुरुआत शहीद मंजीत मोर को श्रदांजलि अर्पित करते हुए की गई। रैली के मंच से सभी वक्ताओं ने नारेबाजी कर जमकर भड़ास निकाली। वहीं रैली स्थल पर भीएंबुलेंस, चिकित्सक दल, फायर ब्रिगेड व दंगा नियंत्रक वाहनों की सुविधा मुहैया कराई गई थी। संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि बिना पात्रता परीक्षा पास किए 4 वर्ष का शैक्षिक अनुभव रखने वाले शिक्षकों को अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में शामिल करना अप्रत्यक्ष रूप से अतिथि अध्यापकों को नियमित करना है। सरकार के इसी फैसले के विरोध में रविवार को संघ के बैनर तले प्रदेश के पात्र अध्यापकों ने रैली में भाग लिया। उनकी सभी मांगे जायज हैं। वहीं पात्र अध्यापक संघ की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली के कारण पात्र अध्यापकों को संघर्ष करना पड़ रहा है। जब तक उनकी मांगे मानी नहीं जाती वे किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे








Read more...

Highcourt : टेट फेल अभ्यर्थियों की सुनवाई पूरी, निर्णय 14 मई तक सुरक्षित


Highcourt : टेट फेल अभ्यर्थियों की सुनवाई पूरी, निर्णय 14 मई तक सुरक्षित

प्रदेश में बीएड व एसटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी 8 लाख, टेट उत्तीर्ण 2 लाख, प्रस्तावित शिक्षक भर्ती 40 हजार

जोधपुर। हाईकोर्ट ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 में अनुत्तीर्ण रहे बीएड व एसटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा मामले में अस्थाई प्रवेश देने के मामले में मंगलवार को बहस पूरी कर ली। न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास ने देवीसिंह व अन्य की ओर से दायर याचिका पर निर्णय 14 मई तक के लिए सुरक्षित रख लिया है।

अदालत में सोमवार को हुई बहस के बाद न्यायधीश अप्रार्थी राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा आरटेट 2011 के आयोजक राजस्थान सैकंडरी बोर्ड ऑफ एज्यूकेशन के अधिवक्ता राकेश अरोड़ा से आरटेट 2011 में उत्तीर्ण नॉन बीएड व नॉन एसटीसी अभ्यर्थियों की संख्या पूछी थी। बोर्ड की ओर से इसका जवाब पेश नहीं किया गया।


अलबत्ता यह बताया गया कि आरटेट परीक्षा में 2 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। इस पर याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता डॉ. पुष्पेन्द्रसिंह भाटी ने कहा कि प्रदेश में इस समय 8 लाख से अधिक बीएड व एसटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बेरोजगार बैठे हैं। सरकार नियमानुसार हर वर्ष न तो आरटेट करवा रही है व न ही हर वर्ष अध्यापक भर्ती का आयोजन कर रही है।


यदि आरटेट उत्तीर्ण को ही भर्ती परीक्षा के योग्य माना गया है तो एक पद के लिए सिर्फ 5 अभ्यर्थी के बीच में मुकाबला होगा, जब कि आरजेएस व आरएएस जैसी परीक्षाओं में एक पद के लिए सत्तर से सौ अभ्यर्थी तक परीक्षा में आवेदन करने योग्य होते हैं। राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाअधिवक्ता जीआर पूनिया तथा याचिकाकर्ताओं की ओर से कैलाश जांगीड़ व तंवरसिंह राठौड़ ने बहस की।

News : Bhaskar.com ( 8.5.12)





Read more...

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया उग्र प्रदर्शन का ऐलान


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया उग्र प्रदर्शन का ऐलान

एटा, निज प्रतिनिधि: अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को निरस्त किए जाने पर आमादा राज्य सरकार के विरूद्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने मोर्चाबंदी तेज कर दी है। टैट अभ्यर्थी संघर्ष की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। मंगलवार को शहीद पार्क में सभा आयोजित कर शासन को आगाह किया कि यदि अध्यापक पात्रता परीक्षा निरस्त की गई तो इसके परिणाम गंभीर होंगे।

धरना सभा को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के सूर्यप्रकाश कुलश्रेष्ठ ने कहा कि सरकार के वर्तमान रूख को देखते हुए ऐसा आभास होने लगा है कि सरकार टीईटी परीक्षा को निरस्त करने का मन बना रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि टीईटी अभ्यर्थियों की पात्रता परीक्षा यदि निरस्त की गई तो इससे उत्पन्न उग्र आंदोलन की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। बजरंग दल के विभाग संयोजक अरविंद चौहान ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थी मानसिक उत्पीड़न के साथ-साथ तनाव भी झेल रहे हैं। यदि सरकार ने जल्द ही कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो बड़ा आंदोलन छेड़ दिया जायेगा।

धरने के दौरान मनोज शर्मा, गीता शर्मा, वैभव राजपूत, धीरज, सूर्यप्रकाश कुलश्रेष्ठ, हिम्मतसिंह, आदित्या, अजीत कुमार, सोहन सिंह, मुरारी बघेल, रामकिशोर, रमेश एमएलसी, हरिश्चन्द्र, योगेन्द्र, उमेश, नीरज कुमार, मयंक तिवारी, रवेन्द्र सैनी, तपेश, चेतन कुमार, अजंट प्रताप सिंह, देवेश, चंद्रेश, नवीन, सुशील, एलके खान, संतोष यादव, राजकुमार, आकाश जैन, विशाल शर्मा आदि अनेक लोग मौजूद थे।

News : Jagran (8.5.12)

Read more...

UPTET : सीएम को भेजेंगे खून से लिखा खत


UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का आंदोलन कल से

सीतापुर। उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा मांगो को लेकर 9 मई से आंदोलन शुरू करेगा। इस बात की जानकारी जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने दी। इसका निर्णय रविवार को लखनऊ के ड्रीम अर्पाटमेंट लालबाग में हुई प्रांतीय बैठक में लिया गया है। पूरे प्रदेश से आये जिलाध्यक्षों एवं जिला प्रतिनिधियों ने मोर्चा के संगठन पर विस्तार से चर्चा की तथा आगे की रणनीति तैयार की है। 

बैठक में 9 मई को जिला मुख्यालय पर चक्का जाम तथा एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जायेगा। 13 मई को रेलवे ट्रेक रोकी जायेगी और 19 मई को पूरे प्रदेश से टीईटी पास अभ्यर्थी लखनऊ में धरना प्रदर्शन करेंगे। टीईटी पास अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि पूर्व में प्रेषित विज्ञापन के आधार पर टीईटी पास अभ्यर्थियों का चयन नहीं हुआ तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जायेगा। वहीं टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने सभी टीईटी पास अभ्यर्थियों से 9 मई को प्रात: 11 बजे लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में एकत्रित होने की अपील की।

************
UPTET - सीएम को भेजेंगे खून से लिखा खत 

देवरिया। उत्तर प्रदेश टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक कैंप कार्यालय पर हुई। जिसमें संगठन की मजबूती और अपने हक की अगली लड़ाई तय करने की रणनीति बनी। बैठक में गोरखनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ की बैठक में आंदोलन की रणनीति तय हो गई है। नौ मई को प्रदेश के सभी जिलों में चक्का जाम कर खून से लिखा ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। 13 मई को रेलवे ट्रैक रोका जाएगा। 19 मई को पूूरे प्रदेश से लखनऊ पहुंचे टीईटी अभ्यर्थी धरना देंगे। बैठक में भूपेंद्र राय, नवीन श्रीवास्तव, देवेश त्रिवेदी, विवेक मिश्रा, गणेश दीक्षित, राजेश कुमार राव, राजेश पांडेय, दिलीप श्रीवास्तव, मुके श शर्मा, सुरेंद्र अर्कवंशी, सुशील तिवारी, देववर्धन, मनोज मौजूद रहे।

**********
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक कल

 मुजुरी। टीईटी संघर्ष मोर्चा के ब्लाक इकाई पनियरा की बैठक बुधवार को पनियरा ब्लाक सभागार में दोपहर 12 बजे से होगी। यह जानकारी ब्लाक अध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा ने दी। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों से बैठक में समय से पहुंचने की अपील की है।

**************
कुंवर सिंह उद्यान में धरना नौ को
आजमगढ़ (ब्यूरो)। प्रदेश कमेटी टीईटी संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर नौ मई को अपराह्न 12 बजे कुंवर सिंह उद्यान में जिले के टीईटी अभ्यर्थी धरना देंगे। यह जानकारी आजाद यादव ने दी।
***********
टीईटी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की एक बैठक अचलताल पर हुई। इसमें सपा सरकार द्वारा प्राथमिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी मेरिट आर्हता न मामने पर रोष व्यक्त किया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर टीईटी में मेरिट पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो निकाय चुनावों को विरोध करेंगे। इस मौके पर प्रवीन सक्सेना,अमित दुबे,सुधीर कुमार, संजय सिंह आदि मौजूद थे।
**********
शिक्षामंत्री के बयान से नाराजगी
फतेहपुरचौरासी (उन्नाव)। टीईटी उत्तीर्ण प्रशिशु शिक्षकों ने शीतला मंदिर परिसर में बैठक कर की। इसमें शिक्षा मंत्री के प्रदेश सरकार 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर एवं अध्यापन नियमावली में संशोधन कर शैक्षिक आधार पर भर्ती करने के बयान पर नाराजगी जताई गई। टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रकुमार मिश्र ने कहा कि सरकार फिर से परीक्षा कराकर नकल को बढ़ावा दे रही है। बैठक में महामंत्री राजीव कुमार, उपाध्यक्ष अतुल कुमार आदि ने भी शिक्षा मंत्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई। इस मौके पर आशुतोष मिश्रा, सुरेंद्र कुमार, मिथलेश कुमार, संतराम, रामशंकर, रामनारायण, अनुराग त्रिपाठी, नूरआलम, विवेक कुमार, अजय द्विवेदी सहित काफी संख्या में अभ्यार्थी मौजूद रहे।
***********
टीईटी पास अभ्यर्थियों ने दिया विधायक को ज्ञापन
हरदोई। टीईटी मेरिट पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने की मांग को लेकर टीईटी पास लोगों ने सीएम को संबोधित ज्ञापन सदर विधायक नितिन अग्रवाल को दिया।
सदर विधायक ने आश्वासन दिया कि वे सभी की बात को सीएम तक पहुंचाएंगे एवं युवाओं के लिए हर स्तर पर सहयोग करेंगे। सदर विधायक ने कहा कि प्रदेश के सीएम युवाओं के हितों लिए विशेष रूप से काम करते हुए समाज के हर वर्ग के भले को काम कर रहे हैं, ऐसे में किसी को भी निराश होने की जरूरत नहीं है। इस मौके पर राजेश यादव, जेपी गुप्ता, खुशबू श्रीवास्तव, हिमांशु मिश्रा, ज्योति गुप्ता, प्रतिभा वर्मा, बीना, सोनी, शिखापाल, रामकिशन शुक्ला, संजीव यादव आदि ने सदर विधायक से टीईटी को लेकर बात की।

News : Amar Ujala (8.5.12)
Read more...

Chattisgarh B.Ed / D. Ed /TET News : सिर्फ २०० फार्म बचे डाकघर में, ३० मई को परीक्षा

Chattisgarh B.Ed / D. Ed /TET News : सिर्फ २०० फार्म बचे डाकघर में, ३० मई को परीक्षा

भास्कर न्यूज : नांदगांव

३० मई को होने वाले बीएड और डीएड परीक्षा के लिए फार्म लेने के लिए अभ्यर्थियों काफी भीड़ देखने को मिली। डाकघर में सोमवार तक ४९०० फार्म बिक गए थे। इसके बाद पोस्ट आफिस में २०० फार्म ही बचे है। रोजाना सैकड़ों फार्म की बिक्री हो रही है। इसी तरह डाकघर में भीड़ होने का यह भी कारण है कि सोमवार से पीईटी परीक्षा का फार्म बिकना शुरु हुआ। डाकघर में सिर्फ परीक्षा फार्म लेने वालों की भीड़ दिख रही थी
डाकघर में २१ अप्रैल से बीएड और डीएड परीक्षा फार्म की बिक्री शुरु हुई है। शुरुआत में ज्यादा भीड़ नहीं थी। लेकिन तिथि आखिरी होते देख अभ्यर्थियों की भीड़ रही है। अभ्यर्थी डाकघर में सुबह ९.३० बजे से पहुंच गए थे। सोमवार को डाकघर में फार्म बिक्री और जमा करने के कारण अन्य कार्य प्रभावित रहा। इससे पहले शिक्षाकर्मी पात्रता परीक्षा फार्म के लिए भीड़ देखी गई थी। उसके बाद से सोमवार को डाकघर में भीड़ देखी गई। बीएड और डीएड फार्म बिक्री की आखिरी तारीख ९ मई है। वहीं इसे जमा करने की अंतिम तिथि १० मई को है।
अभ्यर्थियों की भीड़ को देखते हुए डाकघर प्रबंधन ने तत्काल दो नए काउंटर खोला। डाकघर के पीछे में बीएड और डीएड परीक्षा फार्म की बिक्री के लिए खोला गया। इससे पहले डाकघर में सिर्फ दो काउंटर से फार्म बिक्री और जमा का काम हो रहा था। लेकिन अव्यवस्था को बढ़ते देख प्रबंधन ने तत्काल नए काउंटर खोला गया।
पीईटी के सिर्फ ६०० फार्म ही उपलब्ध
पीईटी परीक्षा फार्म की बिक्री शनिवार से शुरु हो गई है। इसी तरह सोमवार तक २८८ फार्म बिक गई है। परीक्षा फार्म सिर्फ राजनांदगांव डाकघर में बिकने के कारण ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है। पीईटी परीक्षा फार्म बिक्री की आखिरी तारिख २३ मई को है। फार्म को जमा करने की अंतिम तिथि २४ मई तक है।


News : Bhaskar.com ( 8.5.12)
Read more...

‘अंगूठाछाप’ भी पीएचडी की लाइन में


‘अंगूठाछाप’ भी पीएचडी की लाइन में

फैजाबाद। अवध विश्वविद्यालय ने एक जून को आयोजित होने वाली पीएचडी संयुक्त पात्रता परीक्षा के आयोजन की तैयारी तेज कर दी है। फार्मों की जांच के दौरान एक ऐसे आवेदक का फार्म सामने आया, जिसने हस्ताक्षर की जगह अंगूठा लगाकर फार्म विश्व विद्यालय को प्रेषित किया है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन इस अभ्यर्थी के फार्म पर हस्ताक्षर कराने के लिए उससे संपर्क साधने में जुटा है। ऐसे 40 आवेदन फार्म प्राप्त हुए जिनमें हस्ताक्षर तक नहीं थे। विवि प्रशासन पत्र भेजकर फार्मों में सुधार कराने का अभियान चला रहा है। सभी को पत्र भी भेज दिए गए है।
काबिलेगौर है कि अवध विश्वविद्यालय को पहली बार आयोजित होने वाली पीएचडी पात्रता परीक्षा की मेजबानी सौंपी गई। पहले यह परीक्षा 29 अप्रैल को प्रस्तावित थी, लेकिन संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के मद्देनजर इसकी तिथि परिवर्तित कर दी गई। अब पीएचडी की परीक्षा के आयोजन की तैयारी जोरों पर है। फार्म जांच के अंतर्गत एक ऐसा प्रकरण सामने आया, जिससे सभी हतप्रभ रह गए। एक आवेदनकर्ता जो कि परास्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद शोध करना चाहता है। उसने परीक्षा में आवेदन किया और फार्म में हस्ताक्षर की जगह अंगूठा लगाया है। इसी के साथ तकरीबन 40 ऐसे आवेदन फार्म प्राप्त हुए जिन्होंने बगैर हस्ताक्षर के ही आवेदन फार्म भेज दिए। विवि प्रशासन ने सभी को पत्र लिखकर फार्म ठीक से भरने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए कहा है। एक ओर फार्मों की जांच-पड़ताल तो दूसरी ओर प्रवेश पत्र बनाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश पत्र कंप्यूटराइज्ड छपेंगे। केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। परीक्षा प्रदेश के 11 विवि केंद्रों पर के निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर 98 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे


News : Amar Ujala (7.5.12)
Read more...

Monday, May 7, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे


UPTET : टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे


हरदोई। शिक्षक बनने का सपना देखने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। रविवार को बैठक कर अभ्यर्थियों ने निर्णय ले लिया कि यदि सरकार भर्ती समय रहते न कर पाई तो अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदारी कुछ समय बाद उसी को लेनी होगी।

शहीद उद्यान में हुई टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि दो मई को टीईटी संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला। जिसमें कई बिंदुओं पर वार्ता हुई। इस वार्ता में उनके द्वारा सार्थक आश्वासन दिया गया। जनता दरबार में भी तीन हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। कहा कि इसके बाद उनके आश्वासनों को सुनकर संतोष तो हुआ, पर अब तक उन पर अमल होते नजर नहीं आया। बताया कि सीएम ने टीईटी अभ्यर्थियों को 14 मई का समय दिया है, जिसमें उनके द्वारा कोई सार्थक परिणाम निकलने का पूरा भरोसा दिलाया गया है।

हिमांशु मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार अभ्यर्थियों का सहयोग करती है तो वह सभी सरकार के आभारी होंगे और उनके ऋणी रहेंगे। यही नहीं समय आने पर सरकार का ऋण भी उतार देंगे। यदि सरकार इसका विरोध करती है और भर्ती आदि क ो निरस्त करती है तो टीईटी अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदार होगी। साथ ही इसके अन्य गंभीर परिणाम होंगें। इस मौके पर रजनीश, देवेंद्र, निखिल गुप्ता, संजीव यादव, जितेंद्र कनौजिया आदि मौजूद थे

News : Amar Ujala (7.5.12)
Read more...

UPTET : सरकार ! रुपये तो लौटा दो


UPTET : सरकार ! रुपये तो लौटा दो

अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद :

नाम-राकेश सिंह। वर्ग-जनरल पेशा-बेरोजगार। सुनीता राय। वर्ग-जनरल। पेशा-बेराजगार। अभिषेक यादव। वर्ग-ओबीसी। पेशा-बेरोजगार। धर्मेद्र कुमार सिंह। वर्ग-एससी। पेशा-बेराजगार। प्रदेश में ऐसे एक दो हजार नहीं, दो लाख 70 हजार से भी अधिक बेरोजगार हैं, जिनके आवेदन शुल्क के पैसे सरकार के पास फंसे हैं। कब वापस मिलेंगे कुछ पता नहीं।

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में नौकरी का सपना दिखाकर बेरोजगारों को कदम-कदम पर ठगा गया। सूबे की तत्कालीन सरकार भी पीछे नहीं रही। अभ्यर्थियों को पांच जिलों से आवेदन की छूट देकर खजाने में करोड़ों रुपये तो भर लिए, पर जब रकम वापस करने की बारी आई, तो वह चुप्पी मारकर बैठ गई। नई सरकार में भी बेरोजगारों को रुपये मिलने की पहल होती नहीं दिख रही

बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 30 नवंबर,2011 को सहायक अध्यापकों के 72,825 पदों पर आवेदन मांगे थे। पहले हर आवेदक को पाच जिलों में आवेदन की छूट दी गई थी। सामान्य व पिछड़ी जाति के लिए एक जिले में आवेदन का शुल्क 500 रुपये। अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थी का शुल्क 200 रुपये व विकलाग अभ्यर्थी निशुल्क रखा गया था। प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा में 2 लाख 70 हजार से अधिक आवेदन हुए थे

12 दिसंबर,2011 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने आदेश में पांच जनपदों में आवेदन करने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया। अभ्यर्थियों को मनचाहे जिलों से आवेदन करने की छूट दी गई। कहा गया कि जिन अभ्यर्थियों ने एक से अधिक जिलों में आवेदन करते समय एक से अधिक बैंक ड्रॉफ्ट जमा किए हैं, उनके एक बैंक ड्रॉफ्ट को रोकते हुए शेष राशि वापस कर दी जाएगी। इसके लिए सरकार अलग से आदेश जारी करेगी। टीईटी निरस्त होगी या रहेगी, यह अलग मुद्दा है, पर इस आदेश को भी सात महीने बीत गए हैं और बेरोजगारों का पैसा अभी तक वापस नहीं किया गया


-----------------------------------


सामान्य व ओबीसी के 40 करोड़


-एक अनुमान के मुताबिक सामान्य व पिछड़ी जाति के दो लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। प्रत्येक अभ्यर्थी के हिसाब से दो-दो हजार रुपये वापस करने थे। इस तरह सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों को 40 करोड़ रुपये वापस होना है।


एसटी-एससी के 4.4 करोड़


अनुसूचित जाति/जनजाति के 55 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। सभी ने 5-5 जिलों में आवेदन किया तो एक अभ्यर्थी ने 200 रुपये के हिसाब से 1000 रुपये शुल्क भरा। कुल शुल्क 5.50 करोड़। इसमें से सरकार को 800 रुपये प्रत्येक अभ्यर्थी के हिसाब से 4.4 करोड़ रुपये आवेदन शुल्क के वापस करने हैं

News : Jagran (7.5.12)
Read more...

UPTET : टीईटी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करे सरकार


UPTET : टीईटी के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करे सरकार


देवरिया: प्रदेश सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ लुका-छिपी का खेल, खेल रही है। कभी हमें आश्वासन देती है तो कभी विज्ञान प्रक्रिया रद्द करने की बात करती है। सरकार जब तक टीईटी में प्राप्त अंकों के आधार पर शिक्षकों की भर्ती नहीं करती, यह आंदोलन जारी रहेगा।

यह बातें टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कुशवाहा ने कही। वह रविवार को टाउन हाल परिसर में मोर्चा की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक का संचालन करते हुए संदीप कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार से अपना हक लेकर रहेंगे। चाहे इसके लिए भले ही लंबी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।

बैठक को संबोधित करते हुए संरक्षक रघुवंश शुक्ला ने जनता दरबार में मुख्यमंत्री के साथ अभ्यर्थियों के साथ हुई वार्ता से अवगत कराया। साथ ही उन्हें लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा।

इस अवसर पर प्रमुख रूप से हरेंद्र पुरी, आत्म प्रकाश मिश्र, जय प्रकाश यादव, प्रज्ञानंद, ईश्वर प्रसाद, जंमेजय सिंह, दीपक सिंह, गौरीशंकर पाठक, अनुराग मल्ल, श्रीनिवास कुशवाहा, राकेश कुमार, मनोज कुमार, मदन यादव, रामानंद कुशवाहा तथा राजेश मणि आदि मौजूद थे।


News : Jagran (6.5.12)
******************

टीईटी बेरोजगारों ने लगाया उत्पीड़न का आरोप

मिर्जापुर (ब्यूरो)। टीईटी उर्त्तीण छात्रों की बैठक रविवार को नगर के बरियाघाट स्थित रामटेक मंदिर में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार के मुख्य सचिव ने जो रिर्पोट तैयार किया है वह मुख्यमंत्री के आश्वासन के अनुरूप नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री ने कहा था कि टीईटी बेरोजगारों के साथ न्याय होगा और टीईटी निरस्त नहीं होगा। शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के अनुसार होगी। किंतु ऐसा नही होने से टीईटी बेरोजगारोें का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। जिसके कारण आगामी 13 मई को प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगें। बैठक में जिलाध्यक्ष राहुल, महामंत्री सत्यानंद, नागेंद्र विश्वकर्मा, दिनेश सिंह, अफजल, रिंकू, आनंद मोहन, सोहन आदि मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (7.5.12)
***************************

जब प्रक्रिया एक बार निर्धारित हो जाती है तो उसे बदलना बेहद मुश्किल होता है |
कुछ अभ्यर्थी सोच रहे हैं कि धांधली के आधार पर टीईटी पात्रता परीक्षा हो जायगी , ये बहुत ही  कठिन  है 
या  तो प्रकिया  पूर्ण   रूप  से निरस्त   होगी  या  पूर्व  निर्धारित प्रक्रिया से  ही भर्ती   होगी  कि बीच  का  रास्ता  बहुत ही  कठिन   है 

हालाँकि  नयी  भर्ती में प्रक्रिया में बदलाव उतनी  मुश्किल पैदा  नहीं  करेगा  , जबकि  इस  भर्ती  प्रक्रिया में  बदलाव नामुमकिन  है 
अगर  कोई  बदलव  होता भी  है तो टी ई टी मेरिट होल्डर  लोग  न्यायिक  प्रक्रिया के दोरान  विजयी  होंगे  

Read more...

UPTET : बेसिक शिक्ष्‍ाा मंत्री का पुतला फूंका


UPTET : बेसिक शिक्ष्‍ाा मंत्री का पुतला फूंका


•शिक्षक भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने पर फूटा गुस्सा
•साकेत नगर पार्क में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने धरना दिया

न्यूज़ साभार -  अमर उजाला ब्यूरो

कानपुर। परिषदीय स्कूलों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार को साकेत पार्क में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा 10 दिन के भीतर उनके पक्ष में निर्णय नहीं आया तो आर-पार का आंदोलन छेड़ा जाएगा।
साकेत पार्क में धरने की अध्यक्षता करते हुये मोर्चा के दिनेश पाठक और रत्नेश पाल ने कहा कि 28 अप्रैल को शासन ने शिक्षकों की भरती में टीईटी को आधार बनाए जाने की बात कही थी। बाद में बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने शैक्षिक योग्यता के आधार पर भरती करने की बात कही। इससे पूर्व सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बर्रा 2, नदंलाल चौराहा से होते हुए साकेत पार्क तक पैदल जुलूस निकाला। प्रदर्शन में मंजूषा, रेनू सचान, दीपिका, पूनम, अर्चना, परवीन, विजय सिंह तोमर, सर्वेश राठौर, प्रवीण शामिल रहे।


*********************

एकेडिमक मैरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया का विरोध होगा

लखीमपुर खीरी। यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ की बैठक उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शिक्षा मंत्री के उस बयान की कड़ी निंदा की गई जिसमें कहा गया था कि हाई स्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक और बीएड के प्राप्तांकोें को जोड़ कर मैरिट बनाई जाएगी और उसे चयन का आधार बनाया जाएगा। कहा अगर ऐसा किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
बैठक में विधिक सलाहकार बूटा सिंह ने कहा कि ऐसी क्या मजबूरी है कि कि कुछ माह पहले पूर्ण बहुमत प्राप्त सरकार के फैंसले को नई सरकार को बदलने की जरूरत पड़ गई। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने ऐसा किया तो हम भी अपनी सीमा लांघने से गुरेज नहीं करेंगे।
बैठक में उच्च न्यायालय में विज्ञापन पर चल रही सुनवाई से सभी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों को अवगत कराया गया। इस पर आगे पैरवी कर प्रभावी नीति पर विचार किया गया। सभी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने चयन का आधार एकेडिमक बनाने का जोरदार ढंग से विरोध किया।
बैठक में बूटा सिंह, लक्ष्मी कांत, रवि शुक्ला, रंजीत दीक्षित वीरेश जोशी, शत्रुघ्न मिश्रा, पंकज मिश्रा, कौशल किशोर, विष्णु कांत तिवारी, आफताब अहमद, विजय कुमार बाजपेयी, विवेक कुमार, राजीव शर्मा मोहम्मद याकूब, सुनील कुमार गुप्ता, शिव कुमार, संजय चौरसिया व विनोद कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

***************

खफा टीईटी अभ्यर्थी बोले भर्ती करें वरना जान देंगे

•टीईटी सफल अभ्यर्थियों ने बनाई रणनीति
हरदोई। शिक्षक बनने का सपना देखने वाले टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। रविवार को बैठक कर अभ्यर्थियों ने निर्णय ले लिया कि यदि सरकार भर्ती समय रहते न कर पाई तो अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदारी कुछ समय बाद उसी को लेनी होगी।
शहीद उद्यान में हुई टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि दो मई को टीईटी संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला। जिसमें कई बिंदुओं पर वार्ता हुई। इस वार्ता में उनके द्वारा सार्थक आश्वासन दिया गया। जनता दरबार में भी तीन हजार से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। कहा कि इसके बाद उनके आश्वासनों को सुनकर संतोष तो हुआ, पर अब तक उन पर अमल होते नजर नहीं आया। बताया कि सीएम ने टीईटी अभ्यर्थियों को 14 मई का समय दिया है, जिसमें उनके द्वारा कोई सार्थक परिणाम निकलने का पूरा भरोसा दिलाया गया है।
हिमांशु मिश्रा ने कहा कि यदि सरकार अभ्यर्थियों का सहयोग करती है तो वह सभी सरकार के आभारी होंगे और उनके ऋणी रहेंगे। यही नहीं समय आने पर सरकार का ऋण भी उतार देंगे। यदि सरकार इसका विरोध करती है और भर्ती आदि क ो निरस्त करती है तो टीईटी अभ्यर्थियों की आत्महत्याओं की जिम्मेदार होगी। साथ ही इसके अन्य गंभीर परिणाम होंगें। इस मौके पर रजनीश, देवेंद्र, निखिल गुप्ता, संजीव यादव, जितेंद्र कनौजिया आदि मौजूद थे।
***************


बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
कानपुर। परिषदीय स्कूलों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की भर्ती में टीईटी को आधार न बनाए जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने रविवार को साकेत पार्क में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर 10 दिन के भीतर उनके पक्ष में निर्णय नहीं आया तो आर-पार का आंदोलन छेड़ा जाएगा।

***************

टीईटी में शामिल हों बीपीएड धारक
फैजाबाद। बीपीएड संघर्ष मोर्चा के बैनर तले रविवार को गुलाबबाड़ी परिसर में शारीरिक शिक्षा के प्रशिक्षित बेरोजगार बीपीएड व इसके समकक्ष डिग्रीधारकों की बैठक हुई। मंडल स्तरीय बैठक में बस्ती, सुल्तानपुर, गोंडा, अंबेडकरनगर आदि जिलों के प्रशिक्षितों ने भी हिस्सा लिया।
बैठक में मंडल अध्यक्ष आकाश गुप्त ने कहा कि मौजूदा सरकार बीपीएड डिग्री धारकों के संबंध में स्पष्ट नीति निर्धारित नहीं कर पा रही है। जिससे प्रदेश के बीपीएड बेरोजगार हताश हैं। शारीरिक शिक्षा के अंशकालिक पद 13, 669 पद की स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन इसे दबाया जा रहा है। जिलाध्यक्ष अनिल पाठक ने कहा कि बीपीएड धारियों की स्थिति मनरेगा मजदूरों से बदतर है। बैठक में सरकार से बीपीएड धारकों को 2012 की शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल करने, क्रीड़ा-श्री का मानदेय पांच सौ से बढ़ाकर पांच हजार करने की मांग की गई।

***************

टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक
देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक टाउनहाल में हुई। जिसमें अपने हक को लेकर संघर्ष करने की योजना बनाई गई। वक्ताओं ने सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के प्रति दोहरी नीति अपना रही है जिसे मोर्चा बर्दाश्त नहीं करेगा।
बैठक में मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के साथ लुका छिपी का खेल खेल रही है। एक तरफ सरकार आश्वासन देती है कि मांगे मान ली जाएंगी। मगर ऐन मौके पर बयानबाजी होने लगती है। संदीप कुशवाहा ने कहा कि अपने हक को लेकर मोर्चा के लोग चुप नहीं रहेंगे। सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाएगा। हरेंद्र पुरी ने कहा कि टीईटी प्राप्तांकों के आधार पर नियुुक्ति करनी चाहिए।

*************

टीईटी मेरिट पर हो शिक्षकों की भर्ती
•अमर उजाला ब्यूरो
महराजगंज। सदर बीआरसी परिसर में रविवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैैठक हुई। इसमें शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बदलाव को लेकर सरकारी मंशा पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा ने कहा कि सरकार शैक्षिक मेरिट के आधार पर भर्ती की बात कहकर चयन प्रक्रिया 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव तक टालना चाहती है।
इसी उद्देश्य को लेकर सरकार टीईटी को पात्रता परीक्षा घोषित करने की फिराक में है। लेकिन हम टीईटी मेरिट के आधार पर ही भर्ती करने के लिए सरकार को विवश कर देंगे। इसके लिए किसी भी स्तर के आंदोलन को तैयार हैं। किसी भी नियुक्ति को लेकर सरकार को नियम बनाने का अधिकार है, लेकिन प्रक्रिया शुरू हो जाने के बाद उसमें बदलाव नहीं किया जा सकता।
इस मौके पर प्रवीण पटेल, राजकुमार विश्वकर्मा, हरी प्रकाश गुप्ता, मनीष पटेल, उमेश चन्द यादव, कमलेश कुमार, जनार्दन सिंह, रवि प्रताप गुप्ता, व्यासमुनि जायसवाल, अनिल कुमार कन्नौजिया, आनंद गुप्ता, राकेश कुमार अग्रहरी, हरिकेश विश्वकर्मा, बृजेश यादव, मदन यादव, गिरिजेश मिश्र, रामबिलास सिंह, शत्रुघभन प्रसाद साहनी और सदानंद पासवान मौजूद रहे। संचालन राजकुमार पटेल ने किया।

**************

शैक्षिक आधार पर भर्ती का विरोध
गोरखपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने बेसिक शिक्षा मंत्री के 72825 टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती को निरस्त कर शैक्षिक आधार पर नियुक्ति करने के बयान का विरोध किया और मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इसके पूर्व रविवार को पंत पार्क में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि मंत्री और मुख्यमंत्री के वक्तव्य में अंतर से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर लग गया है। मुख्यमंत्री के बयान के अनुरूप टीईटी सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं होती है तो मोर्चा उग्र आंदोलन करेगा।

*************

बयान की आलोचना
सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की गांधी पार्क में बैठक हुई, जिसमें बेसिक शिक्षा मंत्री के प्राथमिक शिक्षकों के भर्ती विज्ञापन रद्द करने के बयान की आलोचना की गई। मोर्चा के अध्यक्ष मनोज यादव एवं संरक्षक प्रदीप धीमान ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बताया कि सरकार और ब्यूरोक्रेसी की ओर से भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने संबंधी बयानबाजी से अभ्यर्थी मानसिक पीड़ा झेल रहे हैं जो उनकी आत्महत्या का कारण बन सकता है। आरोप है कि सरकार निजी कालेजों के उन संचालकों के दबाव में कार्य कर रही है। विनय शर्मा, प्रदीप पोडवाल, शराफत अली, संजय कुमार आदि उपस्थित थे।

************

नियुक्ति आरंभ कराने को ज्ञापन सौंपा
मुरादाबाद (ब्यूरो)। तंजीम मौअल्लिम -ए- उर्दू टीईटी पास ने शासन से उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति आरंभ कराने की मांग की। बैठक के बाद सपा जिलाध्यक्ष मनमोहन सैनी और राट्रीय सचिव शुएब खान को ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री से नियुक्तियों के लिये विज्ञापन प्रकाशित कराने की मांग की। मंडल अध्यक्ष कमर आलम, मोहम्मद अमिल, मोहम्मद जाकिर, तय्यब खां, उमर अंसारी, अख्तर अली आदि मौजूद रहे।

***********

टीईटी अभ्यर्थियों का एमएलसी को ज्ञापन
मुजफ्फरनगर (ब्यूरो)।

शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एमएलसी मुश्ताक को ज्ञापन देकर समस्या के निदान की मांग की। अभ्यर्थियों ने कहा कि उनके साथ अन्याय किया जा रहा है।
रविवार को टाउन हॉल में आयोजित अभ्यर्थियों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार जो रवैया अपना रही है वह बेहद खेदजनक है। शीघ्र से शीघ्र टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती की जानी चाहिए। प्रदेश सरकार लाखों युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है। अभ्यर्थियों ने इसके बाद रालोद के एमएलसी मुश्ताक को ज्ञापन दिया। बलकेश चौधरी, उमेश, देवदत्त, अमित आदि शामिल रहे।

*************

असंतुष्ट टीईटी छात्रों का फूटा गुस्सा
•अमर उजाला ब्यूरो


•बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
•नियुक्ति न होने पर करंेगे आंदोलन

गाजीपुर। प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से असंतुष्ट टीईटी अभ्यर्थियों का ग ुस्सा रविवार को फूट पड़ा। नाराज अभ्यर्थियों ने लंका बस स्टैंड के पास प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर अपने रोष का इजहार किया। इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थी अपना हक लिए बिना मानने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार को उनके हितों की जरा भी परवाह नहीं है। परिस्थितियां चाहे जो हों अभ्यर्थी अपना हक लिए बिना चुप नहीं बैठेंगे। सरकार की गलत नीतियों से अभ्यर्थी परेशानी महसूस कर रहे हैं। जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु नहीं की गई तो संघर्ष तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के अभाव में टीईटी अभ्यर्थियों के सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई हैं। सरकार जल्द से जल्द नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु करे। उन्होंने उपस्थित अभ्यर्थियों से एकजुट होकर हक-अधिकार के लिए आगे आने की अपील की। कहा कि बगैर संगठित हुए सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है। संगठन में शक्ति होती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही टीईटी अभ्यर्थियों को न्याय नहीं मिला तो वह आंदोलन को धार देने के लिए विवश होंगे। इस अवसर पर पंकज कुशवाहा, बालेश्वर यादव, रमा त्रिपाठी, राधेश्याम कुशवाहा, सुजीत, अमरनाथ, सरोज, रामजीत, अरविंद, लालसा, रामजी, सुनील यादव, अजमेरी सिंह, संतोष आदि मौजूद थे। संचालन राधेश्याम सिंह कुशवाहा ने किया।
******************


टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने उगली आग
उद्यान का गेट न खुलने पर नारेबाजी


• अमर उजाला ब्यूरो
बलिया। टीईटी उत्तीर्ण सैकड़ों अभ्यर्थियों की जनपद स्तरीय बैठक नगर के चंद्रशेखर उद्यान में संपन्न हुई। वक्ताओं ने एनसीटीई की ओर से मंजूर 72825 शिक्षकों की जारी भर्ती प्रक्रिया को यथावत पूर्ण कराने की दिशा में संघर्षरत रहने का संकल्प जताया। इस दौरान सरकार को कड़ी चेतावनी दी गई कि नियुक्ति के बाद ही कोई अन्य विज्ञापन जारी किया जाए।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार उनके साथ सौतेला रुख अख्तियार कर रही है। अभ्यर्थियों को गुमराह करते हुए चयन प्रक्रिया की आड़ में उन्हें तोड़ने का कुचक्र रचा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पौने तीन लाख बेरोजगारों ने विज्ञप्ति की चयन शर्त को स्वीकार किया तथा परीक्षा में शामिल हुए। हाईकोर्ट के निर्देशों से पूर्ण संशोधित अंकपत्र भी प्राप्त किया तथा इस आधार पर नियुक्ति की दिशा में भारी खर्च उठाते हुए मनपसंद जनपदों के लिए फार्म भरा। विज्ञप्ति के अनुसार चयन की दिशा में उपरोक्त अभ्यर्थी किसी भी संघर्ष को अंजाम देंगे। प्रत्येक रविवार को चंद्रशेखर उद्यान में टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक आयोजित होती है। रविवार को अभ्यर्थी जैसे ही उद्यान के पास पहुंचे उसका गेट बंद था। प्रयास के बाद भी गेट न खुलने पर आक्रोशित अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन व नारेबाजी की। बाद में गेट खुलने पर बैठक हुई। इस मौके पर मुख्य रूप से विकास कुमार, दिग्विजय पाठक, संतोष पाठक, गोपालजी, सुरेंद्र, रूपेश, नसीम अहमद, जितेंद्र तिवारी, सतीश सिंह, राजेश यादव, मनीष पांडेय, पीयूष चौबे, राजेश पांडेय आदि मौजूद रहे। बैठक की अध्यक्षता अतुल सिंह एवं संचालन संजय पांडेय ने किया।
बिल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक रविवार को जीत कोचिंग सेंटर पर हुई। बैठक में शिक्षक पात्रता परीक्षा का मानक 55 व 60 फीसदी कर अलग-अलग मेरिट बनाने की मांग की गई। वक्ताओं ने प्रस्तावित मेरिट में अधिक उम्र के अभ्यर्थियों को तरजीह देकर नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करने की मांग की। कहा कि सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती में शैक्षिक योग्यता का निश्चित वेटेज तय करे। ताकि आईसीएसई, सीबीएसई व यूपी बोर्ड के अभ्यर्थियों का अहित न होे सके। बैठक में चयन प्रक्रिया में एकरूपता की मांग की गई। ताकि अभ्यर्थियों की नियुक्ति संभव हो सके। इस मौके पर पप्पू मिश्र, राजेश जायसवाल, मुकेश तिवारी, अजीत वर्मा, चंद्रजीत सिंह, राम प्रवेश, रवि कुमार, अजीत वर्मा, मुकेश वर्मा, सत्येंद्र गुप्त आदि मौजूद रहे।
*****************


टीईटी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की एक बैठक अचलताल पर हुई। इसमें सपा सरकार द्वारा प्राथमिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी मेरिट आर्हता न मामने पर रोष व्यक्त किया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर टीईटी में मेरिट पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो निकाय चुनावों को विरोध करेंगे। इस मौके पर प्रवीन सक्सेना,अमित दुबे,सुधीर कुमार, संजय सिंह आदि मौजूद थे।


News : Amar Ujala (7.5.12)
Read more...

Sunday, May 6, 2012

UPTET : टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश


UPTET : टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश

ललितपुर, ब्यूरो : टीईटी को लेकर मची खींचतान से शिक्षक बनने का सपना संजोये बैठे प्रशिक्षित डिग्रीधारी आक्रोशित है। हाल ही में शिक्षा मन्त्री द्वारा शिक्षा मित्रों को शिक्षक बनाने के लिए दिए गए बयान को टीईटी डिग्रीधारियों का शिक्षा मन्त्री पर भड़का आक्रोश

राजनीति से प्रेरित बताया। डिग्रीधारी प्रशासन के भय से शिक्षा मन्त्री का पुतला तो नहीं फूँक सके, लेकिन शिक्षा मन्त्री को जमकर कोसा गया। डिग्रीधारियों ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की अभी जरूरत है और शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण देकर शिक्षक बनाने के सब्जबाग दिखाए जा रहे है।

शिक्षा मन्त्री के बयान से शिक्षक बनने की प्रतीक्षा कर रहे रहे टीईटी उत्तीर्ण डिग्रीधारक आक्रोशित है। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज शिक्षा मन्त्री का पुतला फूंकने का कार्यक्रम तय था। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली थी इसके चलते डिग्रीधारी पुतला तो नहीं फूँक सके, लेकिन उहोंने शिक्षा मन्त्री के बयान की भ‌र्त्सना कर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि अभी प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में हजारों विद्यालय बन्द चल रहे है। प्रदेश में आँकड़े के मुताबिक 2.75 लाख शिक्षकों की कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए सरकार का कोई ध्यान नहीं जा रहा। यदि सरकार शिक्षा मित्रों को ही शिक्षक बनाएगा, तो भी दो साल की ट्रेनिंग करेगे। इसमें दो साल का समय लगेगा, जबकि प्रदेश में शिक्षकों की जरूरत अभी है

उन्होंने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। सरकार को चाहिए कि विलम्बित प्रक्रियाओं को पहले शुरू किया जाए, ताकि शिक्षकों की कमी को जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। माँग की गई कि टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाए। इस मौके पर रवीन्द्र साहू, अन्तिम जैन, राजेन्द्र राठौर, अनुपम गुप्ता, राजेन्द्र राठौर, महेश बबेले, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, दीपक गुप्ता, अंसार खान, अशोक बबेले, वर्षा बबेले, अमित जैन, राहुल, रवीन्द्र साहू, दीप्ति, ऋचा, लखन, कीर्ति, मनीष, मनोज दुबे, अनुराग, आलोक, रश्मि, प्रियंका, शरद, अनिल, महेन्द्र, बॉबी राजा, ग्यासी कुशवाहा, रानु सिंह, राजीव श्रीवास्तव, नीलेश पुरोहित, रामकिशन साहू, दीपक जैन आदि मौजूद थे


News : Jagran (6.5.12)

Read more...

UPTET Exam : When will justice happen


युपी टीईटी  परीक्षा कब न्याय होगा 
UPTET Exam : When will justice happen 

बहुत से  यु पी टीईटी  अभ्यर्थी सोच रहे हैं कि चयन का आधार बदल कर सरकार भर्ती प्रारंभ करेगी क्योंकी धांधली पाए जाने पर टी ई टी मेरिट से  भर्ती नहीं हो सकती और सरकार इसे ( टीईटी परीक्षा ) को पात्रता परीक्षा में बदल देगी |

ये सब अफवाहें मात्र हैं |
या तो कोई परीक्षा सम्पूर्ण रूप से निरस्त की जाती है या फिर पूर्ण रूप से स्वीकार (गलत लोगों को हटा कर ) की जाती है |
एन सी टी ई की गाइड  लाइन / निर्देशों में साफ़ लिखा हुआ है कि टीईटी परीक्षा के अंको को चयन में महत्व दीया जाये और अभ्यर्थी अंको के सुधर हेतु पुन परीक्षा में बेठ सकते  हैं   तो टीईटी परीक्षा को सिर्फ  पात्रता परीक्षा बनाना कैसे संभव  होगा  

आप ही सोचीये कि अगर टीईटी परीक्षा को धांधली का नाम देकर पात्रता परीक्षा में बदल दीया जाता है तो क्या जो लोग इस परीक्षा में असफल हो गए हैं वो नहीं कहेंगे कि जिन लोगो ने धांधली की उनको अब भी पात्र कैसे मन जा रहा है |

सबसे   बड़ी  बात  ये है कि हर अभ्यर्थी अपने साथ ओ एम् आर की प्रति लिपि / कापी रखा हुआ है और एक कापी विभाग  के पास है , ऐसे में अभ्यर्थी अपने इमानदारी  के सबूतों  व  सरकारी    नियमों  / आदेशों   
की कापी को अदालत में प्रस्तुत कर अपने को नियुक्ति का पात्र बता सकता है |

कुछ लोगो का कहना है कि मायावती  सरकार ने ४ दिन पहले नियम बदलकर टीईटी परीक्षा को चयन का आधार बना दिया, जो कि कुछ लोगो को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया  |
इसमें  कुछ महत्वपूर्ण  बिंदु निम्न  हैं -
1. टीईटी परीक्षा को चयन का आधार बनाना किसी नियम के विपरीत नहीं है और एन सी टी ई के दिशा  निर्देशों का पूर्णता से पालन करता है |
२. टीईटी परीक्षा सभी के लिये सामान अवसर प्रदान करती है |
यु पी में यु पी बोर्ड वाले  काफी  समय  से दूसरे  बोर्ड  के अभ्यार्थीयों  से पिछड़  रहे थे  , कुछ युनिवर्सटीयों  में मार्क्स आसानी  से ज्यादा मिल जाते हैं और कुछ फर्जी मार्क्स शीट(सम्पूर्णानन्द वाराणसी , माध्यमिक शिक्षा मंडल  भोपाल ) की बात भी सामने आ चुकी है , प्रोफेशनल कोर्सेस (बी बी ए / बी सी ए ) / प्राइवेट कालेज में मार्क्स  आसानी   से ज्यादा मिल जाते हैं | 
(क्या प्रोफेशनल  कोर्सेस वालों  का प्राइमरी अध्यापक में इस तरह  से चयन उचित है )
अकादमिक अंको के महत्व को नाकारा भी नहीं जा सकता -  जैसे   की 10 वीं  के  मेथ  टीचर  के लिये आप बी. एस सी / एम् एस. सी मेथ   के अंकों को थोडा   महत्व (10/20 प्रतिशत  वेटेज  ) दे  सकते हैं |
परन्तु प्राथमिक टीचर के लिये आप अकादमिक टोपर को चुने वो समझ से परे है इसी लिए एन सी टी ई ने गाइड लाइन तयार की है | सरकार को सोचना चाहिए कि वे प्राइवेट स्कूलों से क्यों पिछड़  रहे हैं ,
क्या अधिकारी /नेता अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पडाते  हैं | जो लोग सरकारी सेवा / शिक्षक ityadi  में हैं क्या वे अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों में पडाते  हैं 


3. टीईटी परीक्षा , अध्यापकों  के चयन का  एप्टीटुड टेस्ट है तो इसके अंकों का सर्वाधिक महत्व है , जिस प्रकार बैंक में क्लर्क के लिये क्लेरिकल एप्टीटुड टेस्ट होता है उसके लिये कोई अकादमिक टोपर का चुनाव  नहीं किया जाता  |
आज  जरूरत  के हिसाब  से हर विभाग अपनेएप्टीटुड टेस्ट का आयोजन करता है चाहे  डी आर  डी ओ का साइंटिस्ट एंट्री टेस्ट (सेट ) हो या पुलिस के सिपाही की भर्ती हो 
कुछ लोगो का कहना है कि सिर्फ  एक टी ई टी परीक्षा से भर्ती क्यों हो |
इसमें इतना  गलत नहीं है हालाँकि  मल्टीपल  लेवल एक्साम बेहतर चयन का आधार देते  हैं |

तमिल नाडू में एम्प्लोयमेंट एक्सचेंज में रजिस्ट्रेसन  की सीनियारिटी  से भर्ती की गयी  तो क्या वो गलत है 
तर्क बहुत सारे मोजूद  हैं परन्तु अब जब टी ई टी मेरिट होल्डर सरकारी नियमों (राज्य / केंद्र ) / कोर्ट के दिश निर्देशों के आधार पर भर्ती के पात्र हो गए तो उनका हक छिनना bilkul  गलत हैं और anyay है |
जिन अधिकारिओं ने गलतीयां करी है उनको कड़ी से कड़ी सजाएँ दी जानी चाहिए जिससे आगे इस तरह की गलती दोहराई न  जा सकें |
और अगर नियम बदलने हैं तो वे नयी भर्तियों में बदलने चाहिए अन्यथा सब लोग कोर्ट में ही चक्कर लगते रहेंगे और सालों साल भर्ती लटकी रहेंगी |

4. अभी अदालत में विज्ञापन को लेकर एक मामला विचाराधीन है जिसको देखकर साफ़ लगता है कि ये सिर्फ अड़ंगेबाजी है -
न तो वो व्यक्ति बी एस ए है ( कि अधिकारों  का हनन  हो ) न ही  उसकी भर्ती पर इस मामले  से कोई  प्रभाव  (  विज्ञापन   चाहे सचिव  निकाले  या बी एस ए , उसके टी ई टी मार्क्स नहीं बदल जायंगे ) पड़ना  है 
इससे पहले भी अदालत ने विज्ञापन  में संशोधन के आदेश जारी किये थे तो संभव है के इसमें भी कोई सकारात्मक निर्णय अभ्याथीयों के हित  में आ सकता है  


Comment of a depressed candidate :

Ashish Srivastava said...

Dosto ye post mai hospital se kar rha hun...kal se mai admit hun...
Dr ka kahana hai ki pressure aur mental stress ke karan mera BP low ho gaya hai...
Pata nahi jinda bachunga ki nahi...sach bolu toh jine ka mann bhi nahi kar rha hai...
Bas koi ye bataye ki meri galti kya hai ki mujhe ye din dekhna pad rha hai...sirf ek galti ki mai India jaise desh me paida hua...sharm aati hai khud ko india kahane me...aur wun khokhle jhuthe logo se b mera anurodh hai ki wo sach ko accept kare...sarkar aur nyaypalika dheere dheere ek ek kar ke ham sabhi ka jaan le rhi hai...AGAR MUJHE KUCH BHI HOTA HAI TOH ISKE JIMMEDAR SIRF YE AKHILESH YADAV KI SARKAR AUR HIGH COURT HOGA....
Mai ek khush rahne wala dosto ke sath masti karne wala ladka tha...padhne me bhi thik hi tha...sab kuch achcha. Chal rha tha...mai ek job bhi kar rha tha...jaha achchi salory mil rahi thi...jab ye pata chala ki TET ke adhar par teacher bhart ki jayegi toh maine socha ki achche se mehnat kar ke achche marks lete aawu..maine job se resign kar diya..aur din raat padhai kar ke TET ka exam diya..bhagwan ki daya se 128marks bhi mujhe mile...ek midl class family ke liye isse badh kar kya khushi ho sakti thi ki wus ghar k ladke ko gov job milne jarhi hai...
Fir sabhi bahut khush thhe...mehnat kar k pass hua tha khush hone par mera haq banta hai..jo log pass nahi ho paye jinke marks kam aye unhone ne kyu aisa kiya ki hamlogo ki khushiya marne par agaye...aur hamari adalat hamari sarkar bhi unhika galat ka sath kyu dene lagi...
Baat ab sirf TET merit ya acdmic ka nahi hai baat ye hai ki hamlogo ne wusko dhyan me rakh k padhai ki sab kuch chhod ke TET pe dhyan dene lage...
Mai puchna chahta hun ki mehnat kar ke achche marks laane ka kya yahi natija milega? Ki aj mujhe hospital me admit hona pada...aj mujhe kuch ho gaya toh kaun jimmedari lega mere ghar pariwar ki..mai apne ghar me sabse bada hun. 27yrs ki age me akar aisa din dekhna pad rha hai...
Ap log yahi kahoge ki ek naukari nahi mili tohkya dusri milegi...mai puchhna chahta hun ye baat yaha kyu lagoo hogi...mai fail hua hota ya mujhse koi galti huyi hoti to ye baat kah k mai khud ko santvna de sakta hun...jab meri koi galti nahi hai toh hame kis baat ki saja mil rahi hai...
Dosto mujhe kuch ho jaye toh meri lash ko CM ke ghar pe ya heigh court ke judge ke samne fek dena kah dena ki ye hai tum logo ka atyachar...pata nahi abhi kitne aur lashe dekhne ko milegi...
Ye sab jo kuc ho rha hai jitna halke me liya jarha hai utna hai nahi...hamare jaise hazaro log bahut mushkil se ek ek din bita rahe hai...
Mai puchhna chahta hun hamre tathakathit TET netawo se kya soch k wo aage aye thhe..usnhone jab bulaya tab mai lko gaya..laathi khayi danda khya...last time unhone lko bula ke ham logo ka majak bana diya...janta darbar me jana tha toh tabhi hamlogo ko bula liye hote..shayad janta darbar me 30000 ki bheed pahuchti toh ham jyda dabav bana sakte thhe..vastav me hamare TET netawo me durdarshita ki kami hai...2 3 din meeting kar k kya unhone janta darbar me jane ka faisla kiya tha?
Agar wo thik se ran niti banaye toh hmare jaise bahut se student hai jo kuch b karne Ko tayar hai..jaise aj mai hospital me admit hun shayd kuch kar k marta toh hazaro logo ka bhal ho jata...
Mujhe ab apni zindagi se koi pyar nahi rah gaya hai...sab kuch aisa lagta hai khatm ho gaya...sarkari vyavstha aur rajnitik dushmni sath me nyaypalika ka lachar nyay vyavstha inn sab ne mil kar hamre jaise pata nahi kitne logo ki zindagi barbad kar ke rakh di...
Sirf ghar pe baithe rahne ke siwaye kuch nahi bacha hai...
Good bye dosto pata nahi fir kabhi mai yaha blog pe kuch likhne k liye jinda b rahu ya na rahun...
Sunday, May 06, 2012 3:55:00 PM
 
Read more...

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने फूंका पुतला


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने फूंका पुतला













•राज्यपाल को भेजा फैक्स, आंदोलन तेज करने का दिया अल्टीमेटम

मऊ। शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में रोड़े अटकाने से नाराज टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूूंका। साथ ही जमकर नारेबाजी की। साथ ही उप्र के राज्यपाल, मानव विकास मंत्रालय, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद को फैक्स भेजा

इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार के अव्यवहारिक रवैए के तहत टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आर्थिक, मानसिक तथा सामाजिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। टीईटी परीक्षा के जांच के नाम पर तरह-तरह से गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में टीईटी मेरिट के आधार पर सहायक अध्यापकों की भर्ती के मामले में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है। सरकार टीईटी परीक्षा को रद्द कर अयोग्य अभ्यर्थियों को शिक्षक बनाने की मंशा नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती होने पर ही शिक्षा का स्तर ऊपर उठेगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार नहीं किया गया तो आंदोलन तेज करने ही अंतिम विकल्प होगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से संजय सिंह यादव, अशोक यादव, अमित कुशवाहा, रामअशीष प्रसाद, अखिलेश कुमार, हरिनाथ राम, रमेश राजभर, रामविलास, कृष्ण मुरारी शर्मा, चंद्रशेखर गोंड़, अमीचंद भारद्वाज, विलास कुमार, अमरजीत कुमार, संजय भारती, अरुण कुमार, विनोद कुमार, दीनदयाल यादव, सुनील गावस्कर, रणधीर सिंह, सुनील कुमार देववंशी, कुंज बिहारी गुप्ता, विजय सोनकर, संजय भारती, राजकुमार आदि शामिल रहे।


******************

UPTET : शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला

लालबाग चौराहे पर शिक्षामंत्री का पुतला फूंकते टीईटी छात्र।


















सीतापुर। शनिवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा के अभ्यार्थियों ने जुलूस निकाल लाल बाग चौराहे पर शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी का पुतला फूंका। जानकारी के अनुसार पिछले कई महीनों से प्राथमिक शिक्षक प्रक्रिया लम्बित होने के कारण टीईटी अभ्यर्थी मानसिक व शारीरिक रूप से काफी आहत है। जिसके चलते उन्होंने प्रदेश सरकार के द्वारा विज्ञापन बदलने पर रोष व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन कर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका।
टीईटी अभ्यर्थियों की मांग है कि पूर्व में प्रेषित विज्ञापन के आधार पर ही टीईटी की मैरिट बनाकर टीईटी पास अभ्यर्थियों का शिक्षक पद के लिए चयन किया जाय।


****************


संजय मोहन का करीबी 17 तक न्यायिक हिरासत में
लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देव कुमार पांडेय को पुलिस ने शनिवार को 17 लाख रुपये के साथ अदालत में पेश किया। कोर्ट ने देवेंद्र को 17 मई तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। कोर्ट ने रुपयों से भरी अटैची बिना सील किए पेश किए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की। टीईटी घोटाले के मुख्य आरोपी पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देव कुमार को पुलिस ने गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया था।

*************

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका
रामनगर (बाराबंकी)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर शनिवार को यूनियन इंटर कालेज के सामने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह ने कहा कि पूर्व में प्रक्रिया से छेड़छाड़ बरदाश्त नहीं किया जाएगा। यदि इसमें बदलाव किया गया तो संघर्ष मोर्चा आर-पार की लड़ाई लडे़गा। कहा कि उर्त्तीण अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाए यदि ऐसा नहीं हुआ तो अभ्यर्थी न्यायालय की शरण लेंगे। इस मौके पर संदीप मिश्रा, सुशील सिंह, मयंक शर्मा, अमित यादव, राजेश पांडेय, इरफान अहमद आदि मौजूद रहे।

*****************

टीईटी की जिला स्तरीय बैठक स्थगित
जौनपुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की छह मई को आयोजित जिला स्तरीय बैठक स्थगित कर दी गई है। शनिवार को टीडी कालेज स्थित मारुति मंदिर पर आयोजित बैठक में जिलाध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि मोर्चा के सदस्य छह मई को लखनऊ में बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके बाद जिला स्तरीय बैठक की जाएगी। बैठक में मृत्युंजय, अवनीश, रवींद्र, मनोज, अखिलेश, अरविंद, अनिल आदि मौजूद रहे।

*******************

भर्ती में देरी हुई तो करेंगे आंदोलन
नौतनवां। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की आवश्यक बैठक शनिवार को नौतनवां के मां बनैलिया मंदिर परिसर में हुई। इसमें संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष आशुतोष मिश्र एवं उपाध्यक्ष तुफैल अहमद मौजूद रहे। बैठक में तय किया गया कि टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में यदि विलंब हुआ तो संगठन आंदोलन के लिए विवश होगा। बैठक की अध्यक्षता रमेश भारती एवं संचालन शक्तिनंदन मिश्र ने की।
इस अवसर पर संगठन के अनूप मद्धेशिया, मनोज कन्नौजिया, राघवेन्द्र मिश्र, सुरेन्द्र मौर्य, सतनाम सिंह, पवन कुमार श्रीवास्तव, रुद्रनारायण पाठक, रामनाथ, अवधेश मद्धेशिया, सुधीर कुमार, रामनाथ यादव और आनंद कुमार आदि उपस्थित रहे। (ब्यूरो)

*******************

टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला जुलूस, सभा की
आजमगढ़ (ब्यूरो)। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने शनिवार को मालटारी बालिका इंटर कालेज के सामने नुक्कड़ सभा की। बाद में जुलूस निकाला। वक्ताआें ने शासन-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि टीईटी मेरिट के आधार पर चयन नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर रामकेवल, आजाद यादव, सूबेदार यादव, जनार्दन, तेज बहादुर, नरोत्तम, सुरेश, सरोज, अरविंद, रामकेवल, राजीव आदि मौजूद थे

****************

टीईटी मोर्चा की बैठक आज
महराजगंज। टीईटी उत्तीर्ण एकता मोर्चा की जिला स्तरीय बैठक रविवार को सुबह 11 बजे से सदर बीआरसी परिसर में होगी। यह जानकारी जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने दी।

**************

टीईटी मोर्चा की बैठक आज
तिलहर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक छह मई को दोपहर बारह बजे जेडी सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में होगी।

**********

News : Amar Ujala (6.5.12)
Read more...

मीरगंज के अरुण का आईएएस में चयन


मीरगंज के अरुण का आईएएस में चयन

•जनरल केटेगरी में आल इंडिया लेवल पर 304वीं रैंक, दूसरे ही प्रयास में मिली कामयाबी

मीरगंज। अटूट इरादे हों और लगातार मेहनत का जज्बा, तो इन दो सक्सेस मंत्रों की बदौलत हर कोई बड़ी से बड़ी चुनौती को आसानी से पार कर सकता है। यह साबित किया है विकास के मामले में बेहद फिसड्डी मीरगंज तहसील के दूरदराज के जौनेर गांव के युवक अरुण कुमार ने। दूसरे प्रयास में जनरल कैटेगरी में आल इंडिया लेवल पर 304वीं रैंक के साथ उन्होंने प्रतिष्ठापूर्ण आईएएस परीक्षा की कठिन चुनौती को आखिरकार पार कर लिया है।
सफलता के शिखर पर पहुंचे अरुण कुमार मूलत: जौनेर निवासी स्टेट बैंक आफ इंडिया बरेली की श्यामगंज शाखा में उप शाखा प्रबंधक भूपराम सागर के पुत्र हैं। इंटर तक की पढ़ाई बरेली के जयनारायण सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज से की। हाईस्कूल में 81 प्रतिशत और इंटर में 73 प्रतिशत अंक हासिल हुए। वर्ष 2007 में आईआईटी कानपुर से 70 प्रतिशत अंकों के साथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। दो साल तक टाटा स्टील लि. जमशेदपुर में मैनेजर की नौकरी की। बाद में आईएएस की तैयारी करने के वास्ते नौकरी छोड़ दी और दिल्ली आ गए। दिल्ली में आईएएस की कोचिंग शुरू की। वर्ष 2010 में पहले ही प्रयास में आईएएस की प्रारंभिक एवं मुख्य दोनों परीक्षाएं पास कर लीं लेकिन साक्षात्कार में अटक गए। अक्तूबर 2011 में दूसरे प्रयास में अरुण ने मुख्य परीक्षा और बाद में साक्षात्कार में भी सफलता हासिल कर 304वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बनने की आखिरी बाधा को भी पार कर लिया है।
बरेली में इज्जतनगर कोतवाली के पीछे राजीव कुंज कालोनी में रह रहे भूपराम की चार संतानों में तीन बेटियां और अरुण इकलौते बेटे हैं। सबसे बड़ी प्रतिभा टीचर, दूसरी निमिषा राजकीय कोषागार में एकाउंटेंट हैं। अरुण से छोटी तीसरी बहन कीर्ति एमएससी केमिस्ट्री, बीएड के साथ टीईटी भी क्वालिफाई कर चुकी हैं। अरुण बताते हैं कि आईएएस अफसर के रूप में इंजीनियर के मुकाबले ज्यादा चुनौतियां हैं और आम लोगों की भलाई के लिए काम करने के ज्यादा मौके भी। इसीलिए इस नौकरी को चुना। देहात से ताल्लुक रखते हैं लिहाजा आईएएस अधिकारी बनकर दूरदराज ग्रामीण क्षेत्र के गरीब, अनपढ़ लोगों को सरकारी नीतियों के प्रति जागरूक बनाना और पूरी ईमानदारी से इनका क्रियान्वयन कराकर पिछड़ापन, गरीबी दूर कराना उनका खास मकसद रहेगा। अरुण की कामयाबी से उनके घर में त्यौहार जैसा माहौल है। आज दिन भर बधाइयां देने वालों का तांता लगा रहा। मम्मी, पापा और बहनें आगतुंकों का मुंह मीठा कराने में जुटे रहे।

News : Amar Ujala (6.5.12)
Read more...

UPTET : संजय मोहन की कलई खोलने पुलिस पहुंची एलपीएस


UPTET : संजय मोहन की कलई खोलने पुलिस पहुंची एलपीएस
शिक्षकों ने बताया सच, फरार कारिंदों की तलाश में छापामारी

 
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। गाजीपुर पुलिस ने शनिवार को वृंदावन कॉलोनी में लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) की दो शाखाओं में तहकीकात की। पड़ताल में पता चला कि स्कूल की कमान संजय मोहन संभाले थे। इसके साथ पुलिस ने संजय मोहन के फरार दो कारिंदों की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी।
डीआईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि एसओ गाजीपुर मनोज मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार सुबह वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर-4ए व सेक्टर-2ए स्थित एलपीएस की शाखा में तहकीकात की। सेक्टर-2ए की प्रिंसीपल व शिक्षकों ने पुलिस को जानकारी दी कि संचालक सीपी सिंह की मौत के बाद से संजय मोहन ही स्कूल की कमान संभाले थे। इसके अलावा वह सेक्टर-4ए में स्कूल की शाखा का निर्माण करा रहे थे। स्कूल का मैनेजमेंट संजय मोहन के खास कारिंदे फारूख के हाथ में था। तहकीकात में खुलासा हुआ कि स्कूल की दोनों शाखाओं में सीपी सिंह के बेटे लोकेश से अधिक दखल संजय मोहन का था। पुलिस टीम ने लोकेश से भी पूछताछ का प्रयास किया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
इस बीच, विवेचक ने संजय मोहन के कारिंदे फारूख व अशफाक की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दी। पुलिस का कहना है कि इन दोनों के हत्थे चढ़ने पर संजय मोहन से जुड़े अन्य राज उजागर होंगे। गाजीपुर थाने की पुलिस ने बृहस्पतिवार रात फोन पर मिली सूचना के आधार पर संजय मोहन के खास कारिंदे देव कुमार पांडेय को 17 लाख रुपये से भरी अटैची के साथ गिरफ्तार किया था। यह रकम टीईटी घोटाले की बताई गई थी, जो संजय मोहन की गिरफ्तारी के तीसरे दिन फारूख और अशफाक ने देव कुमार के हवाले की थी और देव कुमार ने उसे एक परिचित के घर में छिपा दिया था।
बिना सील
17 लाख से भरी अटैची पेश करने पर कोर्ट नाराज
लखनऊ (ब्यूरो)। पूर्व माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन के करीबी देवकुमार पांडेय को पुलिस ने शनिवार को 17 लाख रुपये के साथ अदालत में पेश किया। कोर्ट ने देवेंद्र को 17 मई तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। कोर्ट ने रुपयों से भरी अटैची बिना सील किए पेश किए जाने पर नाराजगी भी जाहिर की।
टीईटी घोटाले के मुख्य आरोपी संजय मोहन के करीबी पांडेय को पुलिस ने गुरुवार रात गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसे शनिवार को जनपद न्यायाधीश कमल किशोर शर्मा की अदालत में पेश किया। उससे बरामद 17 लाख रुपयों से भरी अटैची भी पेश की गई। अटैची को सील नहीं किया गया था। इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आरोपी को थानाध्यक्ष गाजीपुर मनोज मिश्रा ने गिरफ्तार किया है। चालान उपनिरीक्षक नजरुल हसन ने किया। थानाध्यक्ष कोर्ट में उपस्थित नहीं हैं। बरामद रुपयों को भी सील नहीं किया गया है केवल चिटबंदी की गई है। न्यायाधीश ने अपने सामने ही अटैची खुलवाकर देखी। उसमें एक हजार के नोटों की 13 गड्डियां व 500 के नोटों की 8 गड्डियां थीं। देव ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उसे फर्जी फंसाया गया है। उसे चंद्रभान वर्मा के घर बुलाकर गिरफ्तार किया गया, यह पैसा उसका नहीं है।

एसीजेएम के निर्देशों का नहीं रखा ध्यान
पिछले दिनों मड़ियांव थाने की पुलिस ने भी चोरी के सामान को बिना सील किए अदालत में पेश कर दिया था जिस पर एसीजेएम नियाज अहमद अंसारी ने कड़ी नाराजगी जताई थी। साथ ही डीआईजी को पत्र लिखकर कहा था कि आगे से बिना सील बरामद सामान कोर्ट न भेजा जाए। अदालत में घटना की पुनरावृत्ति न करने का निर्देश दिया गया था लेकिन गाजीपुर पुलिस ने भी वही लापरवाही दोहराई।



News : Amar Ujala (6.5.12)
Read more...

UPSC Public Prosecutor / Air Worthiness Officer / APFO Last Dated Extended upto 10-May-2012


Sarkari Naukri Damad India. Latest Upadted Indian Govt Jobs - http://sarkari-damad.blogspot.com

Union Public Service Commission (UPSC)   
Shahjahan Road, Dhopur House, New Delhi – 110069  

  Advertisement No. 51/2012


UPSC invites Online application by 03-05-2012 ( Last Dated Extended upto 10-May-2012 )  for following  posts in a Special Recruitment in the prescribed online format.
  • Public Prosecutor : 50 posts (UR-27, OBC-13, SC-7, ST-3, PH-1) in CBI, Pay Scale :  Rs. 15600-39100 Rs.5400/- 
  • Air Worthiness Officer : 130 posts (UR-66, OBC-36, SC-19, ST-7) in Ministry of Civil Aviation, Pay Scale :  Rs. 15600-39100 Rs.5400/-  
  • Assistant Provident Fund Commissioner : 253 posts (UR-135, OBC-63, SC-37, ST-18, PH-10) in Employees Provident Fund Organization ( EPFO), Ministry of Labour & Employment, Pay Scale :  Rs. 15600-39100 Rs.5400/-

Read more...

IIT JEE : Two Wrong Questions are Out of Evaluation


जेईई के दो गलत प्रश्न मूल्यांकन से बाहर
(IIT JEE : Two Wrong Questions are Out of Evaluation )

रुड़की, 5 मई (जागरण संवाददाता): देशभर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) समेत प्रसिद्ध तकनीकी संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2012 (जेईई) के पेपर कोड-दो में केमेस्ट्री का तेईसवां प्रश्न और गणित का 60वां प्रश्न गलत पाया गया है। परीक्षा समिति ने इन दो प्रश्नों को मूल्यांकन से बाहर रखने का फैसला लिया है। इस फैसले से छात्रों को राहत मिलेगी।

आइआइटी व आइआइआइटी में बीटेक, बीआर्क की दस हजार से ज्यादा सीटों के लिए आठ अप्रैल को हुई प्रवेश परीक्षा में करीब पांच लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस परीक्षा के तहत पेपर कोड-दो के रसायन विज्ञान के प्रश्न पत्र में दो और गणित में एक सवाल को लेकर विशेषज्ञों ने आपत्ति दर्ज करायी थी। इन आपत्तियों के अध्ययन के बाद परीक्षा समिति ने केमेस्ट्री के प्रश्न नंबर 23 व गणित के प्रश्न नंबर 60 को तकनीकी रूप से गलत स्वीकार किया। आइआइटी रुड़की जोन के चेयरमैन प्रो. यूपी सिंह ने बताया कि कमेटी की संस्तुति के बाद इन दो प्रश्नों को मूल्यांकन में शामिल नहीं किया जाएगा। अब प्रश्न पत्रों का मूल्यांकन इन सवालों को हटाकर शेष के आधार पर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य आपत्तियों पर कमेटी भविष्य में फैसले ले सकती है।


News : Jagran (6.5.12)
Read more...

Rajasthan Patwari Exam : Revised / Amended Result Issued


पटवारी भर्ती परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी !
Rajasthan Patwari Exam : Revised / Amended Result Issued 

सीकर.पटवारी भर्ती परीक्षा 2011 का संशोधित परिणाम शुक्रवार देर शाम को जारी कर दिया गया। 26 अभ्यर्थियों की पासआउट सूची जारी की गई है। गलत आंसर-की से कॉपियां जांचने की वजह से कई अभ्यर्थी सलेक्शन से बाहर हो गए थे। दैनिक भास्कर ने गलत आंसर-की से कॉपियां जांचने का मामला उठाया था। जिसके बाद कई अभ्यर्थी मामले को हाईकोर्ट लेकर चले गए थे।

जिसके बाद कोर्ट के निर्देश पर संशोधित आंसर--की जारी करने के निर्देश दिए थे। राजस्व मंडल ने भी विशेषज्ञ समिति बनाकर मामले की जांच करवाई थी। कलेक्टर धर्मेंद्र भटनागर ने बताया कि अस्थाई रूप से चयनित अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज व चरित्र सत्यापन की औपचारिकता पूरी होने पर पात्रता जांच के बाद पाए जाने वाले अभ्यर्थियों के नाम ही नियुक्ति के लिए कंसीडर किए जा सकेंगे।

चयनित अभ्यर्थियों को 16 मई को आवेदन पत्र के संलग्न दस्तावेजों की मूल प्रतियां कलेक्टर कार्यालय, सीकर में व्यक्तिश: उपस्थित होकर पेश करनी होगी। 16 मई, 2012 को पेश नहीं किए जाने पर इनकी पात्रता रद्द कर दी जाएगी।

यह है संशोधित परिणाम :

40100356, 40100461, 40100669, 40100779, 40101111, 40101397, 40101607, 40102042, 40102071, 40102338, 40102705, 40102924, 40103061, 40103405, 40103618, 40104464, 40104502, 40104761, 40105246, 40106045, 40106242, 40106795, 40107309, 40109142, 40109860, 40109860, 40109911

(परिणाम प्रकाशन में पूर्णत: सावधानी बरती गई है। फिर भी विभाग द्वारा जारी सूचना ही अंतिम मानी जाए। सं.)

News : Bhaska.com ( 5.5.12)
Read more...

HTET Haryana : पात्र अध्यापकों की बलिदान रैली आज


HTET Haryana : पात्र अध्यापकों की बलिदान रैली आज

रोहतक, जागरण संवाद केंद्र :

पात्र अध्यापक संघ की प्रदेश स्तरीय बलिदान रैली छह मई को रोहतक के सेक्टर छह के मैदान में होगी। प्रदेश भर के हजारों पात्र अध्यापक राजीव गांधी स्पोटर्स कांपलेक्स के सामने सुबह 10 बजे होगी।

संघ के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम अहलावत ने बताया कि महज शैक्षणिक अनुभव के आधार पर पात्रता परीक्षा में छूट देना एक लाख पात्र अध्यापकों के साथ धोखा है। 


पिछले चार साल से जो पात्र अध्यापक रोजगार के सपने देख रहे थे। उनके सपनों को प्रदेश सरकार ने चकनाचूर कर दिया। सर्विस रूल-2012 अध्यापकों की भर्ती के लिए काला कानून है। सरकार के इस फैसले व कानून के विरोध में रविवार को रोहतक में बलिदान रैली करेगा और इस कानून को वापस करवाकर ही दम लेगा। पात्र अध्यापक इस लड़ाई में अपना आत्मदाह करने को भी तैयार है। 

अहलावत ने कहा कि अब तक सरकार चार बार पात्रता परीक्षा आयोजित कर चुकी है। जिनमें पास एक लाख से भी अधिक पात्र अध्यापकों की फौज खड़ी है। लेकिन सरकार ने इन अध्यापक के रोजगार के प्रति गंभीर नहीं है। जिस सरकार ने पात्रता परीक्षा का नियम बनाया वही सरकार अब पात्रता परीक्षा में छूट देने पर मजबूर क्यों हुई। शिक्षा व्यवस्था में योग्यता प्राप्त करने में छूट देना उचित नहीं है। पात्र अध्यापक संघ सरकार के इस फैसले का विरोध करेगा। प्रदेश प्रवक्ता व जिला प्रधान प्रेम अहलावत ने कहा कि पात्र अध्यापक रोहतक रैली में बलिदान देने के लिए तैयार हैं। इसीलिए संघ सरकार से मांग करता है कि जल्द से जल्द स्थायी भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए और इस भर्ती में सिर्फ पात्रता परीक्षा पास अध्यापकों को ही मौका मिले

News : Jagran (5.5.12)
Read more...

UPTET - Lucknow: One more held in Teacher Eligibility Test scam


UPTET - Lucknow: One more held in Teacher Eligibility Test scam


LUCKNOW: Police on Friday raided the house of Dev Kumar, a close aide of former secondary education director, Sanjay Mohan, and recovered cash worth Rs 17 lakh. Mohan was arrested and subsequently suspended after his name surfaced in the Teacher Eligibility Test scam.
According to the police, Dev is a caretaker of the ongoing construction work at Lucknow Public School in Vrindavan Colony at Rae Bareli Road. The school belongs to Mohan. DIG Lucknow Ashutosh Pandey said, "When we went to Dev's house, he told us that this money belongs to Mohan. And when Mohan was arrested, this money was shifted to Dev's house so that it remains in the safe custody.''
News : Times of Indian ( 5.5.12)
Read more...

RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी


RTE : प्रदेश में आरटीई लागू होने के बाद जिलास्तर पर काम में तेजी



25 फीसदी दाखिले के लिए जिले के 13 सौ स्कूल चिह्नित
752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल भी शामिल
दाखिले के बाद बच्चों को संसाधन देने एवं खर्च उठाने की तैयारी
अमर उजाला ब्यूरो
वाराणसी। नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा (आरटीई) अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के दाखिले की कवायद तेज कर दी गई है। शासन के निर्देश पर सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों से जिले में संचालित मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों और उनमें कक्षा एक में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या के साथ ही सीटों का विवरण मांगा है। जिले से दो सप्ताह के अंदर सूची शासन को उपलब्ध करा देनी है।
शासन के निर्देश पर पहले चरण में जिले में कुल 1310 मान्यता प्राप्त निजी स्कूल चिह्नित किए गए हैं। इसमें 752 प्राथमिक एवं 558 मिडिल निजी स्कूल शामिल हैं। बीएसए सूर्यभान ने बताया कि नगर शिक्षा अधिकारी तथा सभी एबीएसए को निर्देशित किया गया है कि वे अब चिह्नित स्कूलों में कक्षा एक में सीटों एवं पढ़ने वाले बच्चों की संख्या का विवरण एक सप्ताह में उपलब्ध करा दें। 
बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे शासन की मंशा यह जानना है कि जिन मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है या पूरी हो चुकी है, उनमें नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का कितना पालन हुआ है। यदि नहीं हुआ है तो क्यों नहीं हुआ, इसका कारण भी विद्यालय प्रबंधन को बताना होगा। इसके अलावा जिन स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का दाखिला हुआ है उन्हें उसी आधार पर संसाधन उपलब्ध कराने और खर्च उठाने की भी तैयारी है।

News : Amar Ujala (6.5.12)

Read more...