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ज्यादातर शिक्षक शिक्षामंत्री के जिले से
आशंका पर अनशन
2012-13 में एचटेट करने वालों को शामिल कर जेबीटी भर्ती का परिणाम घोषित करने की मांग
चंडीगढ़।
पंचकूला के सेक्टर-5 में जीबीटी पात्र अध्यापक अनशन पर बैठे हैं, क्योंकि
उन्हें आशंका है कि सरकार 2012 में एचटेट की परीक्षा पास करने वालों को
छोड़कर शेष उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र थमाने जा रही है।
खास बात यह है
कि इन अनशनकारियों में एक चौथाई से ज्यादा शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा के
जिले महेंद्रगढ़ से हैं। इनकी मांग है कि 1750 पात्र अध्यापकों को शामिल
करके ही भर्ती का परिणाम घोषित किया जाए।
पंचकूला
में 4 जनवरी 2015 से प्रदेश भर से करीब 200 पात्र अध्यापक धरना दे रहे
हैं। इसके साथ ही 24 पात्र अध्यापक अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर बैठे
हैं। इनमें से 7 अकेले महेंद्रगढ़ जिले से हैं। महेंद्रगढ़-भिवानी लोकसभा
क्षेत्र से कुल 13 युवा अनशन कर रहे हैं।
उनका कहना है कि जब तक सरकार उन्हें न्याय नहीं देती तब तक वे पानी के सिवा कुछ भी ग्रहण नहीं करेंगे
शिक्षा
मंत्री रामबिलास शर्मा के हलके महेंद्रगढ़ से अनशन करने वालों में
शिक्षामंत्री के मोहल्ले में रहने वाले नरेश कुमार, अकोदा निवासी कर्मवीर,
पाली निवासी सन्नी, जाट-गुर्जट निवासी राजेश शामिल हैं। इसके अलावा तीन
अनशनकारी नारनौल हलकेसे हैं। इनमें नारनौल निवासी गोकुल सैनी, डरोली निवासी
राजकुमार और पथेड़ा निवासी पवन शामिल है। पात्र अध्यापक संघ के प्रधान
संजय तालु समेत छह अनशनकारी भिवानी जिले से हैं।
शिक्षामंत्री से हैं नाखुश
पात्र
अध्यापकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने वीरवार को शिक्षामंत्री से मुलाकात कर
अपनी मांग रखी। संघ के प्रधान संजय तालु के मुताबिक इस मुलाकात के दौरान
शिक्षामंत्री ने उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया, जिससे उन्हें मायूसी
हाथ लगी।
यह फंसा है पेच
1750 पात्र अध्यापकों को आशंका है कि उन्हें हटा अन्य को नियुक्ति पत्र थमाएगी सरकार
नवंबर 2013 में हरियाणा शिक्षक भर्ती बोर्ड ने निकाली थीं 9870 जेबीटी की भर्तियां
नवंबर
2013 में विज्ञापन के जरिए 9870 जेबीटी की भर्तियां निकाली थीं। हरियाणा
शिक्षक भर्ती बोर्ड ने इस भर्ती में 2012-13 के सत्र में एचटेट की परीक्षा
पास करने वाले 1750 पात्र अध्यापकों को शामिल नहीं किया। इस पर इनमें से
कुछ ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। संघ के प्रधान संजय तालु ने कहा कि अदालत
ने 23 अक्तूबर 2013 को फैसला सुनाया था कि जेबीटी भर्ती प्रक्रिया में
एचटेट 2012-13 के परिणाम को शामिल किया जाए। अदालत के इस फैसले पर बोर्ड ने
भर्ती का दोबारा विज्ञापन निकालकर 19 से 29 नवंबर 2013 तक उनके आवेदन
मांगे। इसके बावजूद 14 अगस्त 2014 को जारी किए परिणाम में इन 1750
उम्मीदवारों को शामिल नहीं किया गया। परिणाम के अंत में एक लाइन लिखी गई कि
यदि अदालत की तरफ से 2012-13 में एचटेट करने वालों के पक्ष में फैसला आता
है तो परिणाम दोबारा घोषित किया जाएगा और पहले वाली सूची से उन अभ्यर्थियों
को निकाला जाएगा जो उन अभ्यर्थियों की जगह पर होंगे। उधर, अनशनकारियों का
कहना है कि नियुक्ति पत्र देने के बाद किसी को नौकरी से नहीं हटाया जा सकता
है। इसलिए उन्हें भी इस सूची में शामिल कर इकट्ठा परिणाम घोषित किया जाए।