Mehtvpoor Baat : Pratyavedan Ka Format Badal Gaya Hai, Aur Usmen TET Roll Number Bhee Jod Diya Gayaa Hai.
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Ab Naye Nirdeshon Ke Tehat :- • अभ्यर्थी को अपना TET - 2011 का रोल नंबर भरना अनिवार्य है।
See : http://164.100.181.130/
अभ्यर्थी वेबसाइट http://164.100.181.234 और http://164.100.181.141 से अपने आवेदित जनपद का डेटा डाउनलोड कर लें, तथा अपनी कम्प्यूटर ID नोट कर लें । तत्पश्चात वेबसाइट http://164.100.181.130 या http://upbasiceduboard.gov.in पर जा कर अपनी कंप्यूटर ID डाल कर अपने प्रत्यावेदन का प्रिंट लें । अभ्यर्थी अपना प्रत्यावेदन स्वयं भरें और इसके साथ अभिलेखों की छायाप्रति संलग्न करें । अभ्यर्थी अपना प्रत्यावेदन किसी भी माध्यम यथा: पंजीकृत डाक , स्पीड पोस्ट, स्वयं जमा कर सकते हैं ।
• अभ्यर्थी को अपना TET - 2011 का रोल नंबर भरना अनिवार्य है।
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Counseling of 72825 Teacher as per Supreme Court Order, 72825 Teacher Recruitment, UP-TET 2011,
New Link Given to Take Print Out of Pratyavedan :
http://164.100.181.130
See (DIET DISTRICT INSTITUTE OF EDUCATION & TRAINING) address here in comments ( I have not verifed it, and address may change also but it is rare ):
http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2014/07/29334-junior-teacher-vacancy-in-up_9.html
See at NCTE website : http://www.ncte-india.org/inst/instlist.asp?statecode=uttar+pradesh&cour=btc
http://www.ncte-india.org/inst/instlist.asp?statecode=uttar+pradesh&cour=btc
प्रशिक्षु शिक्षक चयन - 2011
राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, उ0प्र0, लखनऊ। |
दूरभाष सं0/ फैक्स नं0:- 0522 2780385, 0522 2781125 |
अभ्यर्थी अपना विवरण देखने हेतु बेवसाइट पर निम्न प्रक्रिया अपनायें- |
• अपना जनपद चयन करें। |
• अपना कंप्यूटर आई डी टाइप करें, PRINT बटन दबायें तथा इस पृष्ठ का प्रिन्ट आउट लें। |
• कंप्यूटर आई डी जानने के लिए यहाँ पर क्लिक करें :
1:- (http://scertup.in/) 2:- (http://164.100.181.234/) 3:- (http://164.100.181.141/) 4:- कम्प्यूटर आई.डी. जनपद के डाइट से भी प्राप्त किया जा सकता है । |
• प्रिन्ट आउट में अभ्यर्थी के विवरण अंकित हैं। अभ्यर्थी के आवेदन पत्र से भिन्न विवरण प्रदर्शित होने की दशा में अभ्यर्थी को इसी प्रारूप में, अपना विवरण (जो संशोधन वांछित हो) को अंकित करना होगा। तत्पश्चात् संबंधित अभिलेखों/साक्ष्यों की स्वप्रमाणित प्रतियों एवं आई0डी0 प्रूफ के साथ अपना हस्ताक्षरित प्रत्यावेदन संबंधित डायट में दिनांक 15.07.2014 की सांय 5:00 बजे तक जमा करना होगा। |
जिस अभ्यर्थी के जनपद रैंकिंग में '-' प्रदर्शित है ऐसे अभ्यर्थी अपना प्रत्यावेदन सम्बंधित डाइट पर दें | |
प्रशिक्षु शिक्षक चयन - 2011 Select District to Download File.
http://164.100.181.234/
Select District to Download File
Agra Aligarh Allahabad Ambedkar Nagar Amethi Amroha Auraiya Azamgarh
Baghpat Behraich Ballia Balrampur Banda Barabanki Bareilly Basti
Bijnor Budaun Bulandshehr Chandauli Chitrakoot Deoria Etah Etawah
Faizabad Farrukhabad Fatehpur Firozabad Gautam Buddh Nagar Ghaziabad Ghazipur Gonda
Gorakhpur Hamirpur Hapur Hardoi Hathras Jalaun Jaunpur Jhansi
Kannauj Kanpur Dehat Kanpur Nagar Kasganj Kaushambi Kushinagar Lakhimpur Lalitpur
Lucknow Maharajganj Mahoba Mainpuri Mathura Mau Meerut Mirzapur
Moradabad Muzaffarnagar Pilibhit Pratapgarh RaeBareilly Rampur Saharanpur Sambhal
Shahjahanpur Shamli Shravasti Siddharthnagar Sitapur Sant Kabeer Nagar Sonbhadra Sant Ravidas Nagar
Sultanpur Unnao Varanasi
Compter ID oopar dya gaye links se download ( EXcel shee .xlsx) kar len, ya fir District kee NIC website se download kar len
format excel mein in jaankaree ke saath diya hai :
Sample ke liye Pilibheet DIET ke Data kee Shuruaatee 3 Rows Dikhaye Hain :-
Computer ID Control No Name DOB Father Name Category Special Category TET 2011 Marks Gen. Rank in district (Provisonal) Reserve Cat.
Rank in district ( Provisonal)
Main website :http://upbasiceduboard.gov.in
Link 1 : http://upbasiceduboard.gov.in/main1.aspx
Best to See Through Direct Link : http://upbasiceduboard.gov.in/search.aspx
Link 2 : http://164.100.181.130/main1.aspx
Best to See Through Direct Link : http://164.100.181.130/search.aspx
Computer ID Aap District kee NIC Website se Bhee Le Sakte Hain :
UPTET PASS GIRL CANDIDATE can JOIN THIS GROUP : https://www.facebook.com/groups/uptetgirlsgroup/
UPTET PASS CANDIDATE can JOIN this GROUP :https://www.facebook.com/groups/uptetteachersgroup
29334 Junior High School Teacher Aspirant Group : https://www.facebook.com/groups/uptetjnrteacher
लगभग सभी लोग आज "आवेदन" करके फुर्सत के पलों में हैं।
ReplyDeleteआवेदन इस लिए क्योंकि लगभग सभी ने पुनः सभी जगह अपने फॉर्म भेजें हैं।। प्रत्यावेदन इसलिए नहीं क्योंकि जब हमारा डाटा ऑनलाइन है तो उसको सुधारने का मौका भी ऑनलाइन दिया जाता तो शायद प्रत्यावेदन होता।।।
और शायद कुछ ही अभ्यार्थियो के गिने चुने प्रत्यावेदनो में गलती होती लेकिन यहाँ तो सभी की सभी जगह गलतियाँ है ।। क्या इसे प्रत्यावेदन कहा जाये ?
हमारे cm साहब ने अभी कुछ दिन पहले ही कहा था की इस भर्ती को फ़साने की जिम्मेदार पूर्व सरकार है।। और इस आधुनिक युग में भी फॉर्म ऑफलाइन सबमिट कराये गए ?
और हम भर्ती प्रक्रिया को सुलझाने के लिए ऑनलाइन कर रहे हैं।।
तो फिर वर्तमान सर्कार ने प्रत्यावेदन ऑनलाइन क्यों नहीं लिया ?
अरे भाई आप तो आधुनिक है?
शायद बच्चों से "गलती" हो ही गयी ?
25 मार्च से आज तक 3 माह से ज्यादा का संमय बीत गया और अगर ये भर्ती ऑफलाइन शुरू की गयी होती तो शायद अब तक समाप्ति की ओर होती?
ReplyDeleteजब प्रत्यावेदन/काउंसलिंग ऑफलाइन ही करनी थी तो फिर इतने दिन तक ऑनलाइन का ड्रामा क्यों किया गया?
और अभी मुझे लगता है की ये भर्ती कम से कम सितम्बर से पहले तो पूरी नहीं होगी।।
मुझे लगता है की शायद हमें परेशान करने का आखिरी मौका भी सरकार नहीं छोड़ेगी ।
जैसे अभी टीइटी के रोल नंबर का चल रहा है ।
ReplyDeleteहर अभ्यर्थी ने लगभग 20-30 जगह तो प्रत्यावेदन भेज ही होगा।।
ReplyDeleteअब
1 फॉर्म को प्रिंट करने का 10-15 ₹
समबन्धित कागजातों की फोटो कापी में - 8 ₹
स्पीड पोस्ट का चार्ज - 43₹
अन्य चार्जेज - 20 ₹
इस हिसाब से 1 प्रत्यावेदन मे-80-85₹ का खर्च।
और 30 का- 30*80= 2400₹
हाहाहा।।।।।।।
और 4 रातों और दिनों का परिश्रम अलग से ।।।
और अब कह रहें हैं की टेट रोल नंबर को यूनिक कोड की तरह प्रयोग करेंगे?
तो हमने पूर्व में कैसे आवेदन किये थे?
बिना टेट रोल नंबर के?
और अब ऑफलाइन प्रत्यावेदन को कौन फीड करेगा?
शायद --------- वही बंदर !
अरे भाई अगर इतना ड्रामा करना था तो फिर ऑफलाइन प्रक्रिया अच्छी थी?
और ड्रामा किया ही था तो फिर प्रत्यावेदन भी ऑनलाइन लेते.
जिसमें नो फीडिंग झंझट था और क्योंकि प्रत्यावेदन अभ्यर्थी स्वयं कार्य तो शायद गंलती नाके बराबर होती।।।
खैर हम तो सहन शील प्राणी है इसलिए धैर्य के साथ अब सब कुछ होने की फिर भी 1 बार फिर कामना करते हैं।
जय हिन्द ।। जय टेट मेरिट।।।
!
ReplyDelete!
थाली
!
!
के
!
!
बैगन
!
!
दो गुलाब के फूल छू गए जब से होठ अपावन मेरे
ऐसी गंध बसी है मन में सारा जग मधुबन लगता है।
रोम-रोम में खिले चमेली
साँस-साँस में महके बेला,
पोर-पोर से झरे मालती
अंग-अंग जुड़े जुही का मेला
पग-पग लहरे मानसरोवर, डगर-डगर छाया कदम्ब की
तुम जब से मिल गए उमर का खंडहर राजभवन लगता है।
दो गुलाब के फूल....
छिन-छिन ऐसा लगे कि कोई
बिना रंग के खेले होली,
यूँ मदमाएँ प्राण कि जैसे
नई बहू की चंदन डोली
जेठ लगे सावन मनभावन और दुपहरी सांझ बसंती
ऐसा मौसम फिरा धूल का ढेला एक रतन लगता है।
दो गुलाब के फूल...
जाने क्या हो गया कि हरदम
बिना दिये के रहे उजाला,
चमके टाट बिछावन जैसे
तारों वाला नील दुशाला
हस्तामलक हुए सुख सारे दुख के ऐसे ढहे कगारे
व्यंग्य-वचन लगता था जो कल वह अब अभिनन्दन लगता है।
दो गुलाब के फूल....
तुम्हें चूमने का गुनाह कर
ऐसा पुण्य कर गई माटी
जनम-जनम के लिए हरी
हो गई प्राण की बंजर घाटी
पाप-पुण्य की बात न छेड़ों स्वर्ग-नर्क की करो न चर्चा
याद किसी की मन में हो तो मगहर वृन्दावन लगता है।
दो गुलाब के फूल...
तुम्हें देख क्या लिया कि कोई
सूरत दिखती नहीं पराई
तुमने क्या छू दिया, बन गई
महाकाव्य कोई चौपाई
कौन करे अब मठ में पूजा, कौन फिराए हाथ सुमरिनी
जीना हमें भजन लगता है, मरना हमें हवन लगता है।
दो गुलाब के फूल छू गए जब से होठ अपावन मेरे.....
Wo pyar ka saboot dikhaya karta tha Aansoo baha kar mujhe manaya krta tha____{}
ReplyDeleteYe zindagi sirf tumse wabasta hai AQsar ye baat mujhe bataya karta tha____{}
Uski baaton mein kuch aisa asar tha Main barish ke bina hi nahaaya karta tha____{}
Sone ki fursat kis ko thi Wo mujhe sari raat jagaya karta tha____{}
Bechaini jab hadh se badh jaati thi Wo ji bhar ke gale lagaya karta tha____{}
Wo itni muhabbat karne wala badal gaya Jo saath nibhane ki qasame khaya karta tha____{}
वाराणसी/जौनपुर डायट पर दुसरी बार प्रत्यावेदन लेने से साफ़ मना कर दिया।
ReplyDeleteउन्होंने बहुत अच्छे से समझाया कि अगर आपने टेट अंक पत्र के फोटो स्टेट को लगाया है तो आपके टेट रोल नंबर की इंट्री भी हो चुकी है। इसलिए दुबारा हम लेकर करेंगे क्या?
उन्होंने बहुत विनम्रता से मना कर दिया।
इसका मतलब अगर टेट अंक पत्र का फोटो कापी लगा है तो परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं।
उन्होंने एक बात और कही कि प्रत्यावेदन फार्म में किसी भी प्रकार की कमी की वजह से किसी के आवेदन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मस्त रहिये कम से कम प्रत्यावेदन फार्म के तकनीकी समस्या को लेकर तो बिल्कुल न परेशान होइये।
और एक बात जिन लोगों का पूरा फार्म सही है उनका सिर्फ टेट रोल नंबर के लिए प्रत्यावेदन वाराणसी/जौनपुर डायट पर नहीं लिया जा रहा है।
टेट मेरिट सपोर्ट मोर्चा की अग्रिम पंक्ति से अनुरोध है के मुख्य सचिव हीरा लाल गुप्ता जी तथा SCERT डायरेक्टर सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह जी से मिल कर उनसे अनुरोध करे कॉउंसलिंग निर्धारित टाइम टेबल के अनुसार २० जुलाई से ही प्रारम्भ करे तथा कॉउंसलिंग तथा चॉइस फिलिंग B.Ed. तथा पॉलिटेक्निक की तरह ऑनलाइन हो जिससे आवेदक को हर जिले में भागना न पड़े साथ ही साथ सरकार, कैंडिडेट तथा SCERT का भी समय बचे!
ReplyDeleteअगर काउंसलिंग ऑनलाइन होती है तो एक तो समय बचेगा साथ ही साथ कैंडिडेट को मनपसंद जिला मिलने में दिक्कत भी नही होगी और डाइट तथा सरकार के कर्मचारी भी रहत महसूस करेंगे ! एंड माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन भी समय से हो पायेगा
ReplyDeleteवर्तमान में किसी भी जिले की अपनी रैंक को देखकर विचलित न हों। कम सीटों वाले जिलों में तो कुछ कहा नही जा सकता लेकिन 1000 से ऊपर वाली सीटों में मेरिट कम जाने की पूर्ण सम्भावना है।
ReplyDelete.
सभी जिलों में जा रही हाई रैंक से घबराने जैसा इसलिए भी नही है कि एक-आध को छोड़कर सभी के मार्क्स में उलट-फेर हुआ है। इसीलिए कुछ भी अनुमान नही लगाया जा सकता कि किस जिले की कम से कम कितनी मेरिट चली जायेगी।
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कुछ हाई रैंकर्स तो जोब पा चुके हैं जिनमें से अधिकतर को आप भी जानते होंगें। और कुछ राहुल गांधी, लादेन, बिल क्लिंटन जैसे हैं जिनके इस डाटा में सुधार होने की कोई गुंजाइश नही है। अतः इनके मार्क्स “एज़ इट इज़” रहने से पहली मेरिट 100% हाई जायेगी।
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तो मेरिट आने के बाद भी डरने जैसा कुछ नही है।
इधर भीड़ के कारण हो सकता है कि कोई अभी तक भी अपने प्रत्यावेदन जमा न कर पाया हो तो जैसा कि पता चला है कि विभाग ने कह दिया है कि 15 जुलाई तक भेजे जाने वाले सभी प्रत्यावेदन स्वीकार किये जायेंगें तो जो रह गये हैं, लाइन में लगे रहें। हालाकि ऑफ़िसियल न्यूज़ के बारे में स्पष्ट नही है लेकिन कुछ भी हो,
ReplyDelete.
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अपना कर्म करते रहें, फल अवश्य मिलेगा।
कुछ साथी अब तक भी कम्प्यूटर आई.डी. न मिलने से परेशान हैं। किसी को अगर चाहिये तो मेरे इन्बॉक्स में नाम, पिता का नाम, जन्मतिथी, टेट मार्क्स भेज दें।
ReplyDeleteमै भी थोड़ी कोशिश करूँगा !
धन्यवाद
Ranju singh....Indrajeet singh....18/8/83..... Pahle marks ..105 the....baad me 109 ho gaye.....mahoba
Deleteडाईट पर डाटा करेक्शन का काम प्रतिदिन हो रहा है आपके प्रत्यावेदन डाईट पर प्रतिदिन फीड करने का आदेश है। , कई बाबू और क्लर्क इसके लिये लगा लिये गये हैं ।
ReplyDeleteइस बार आप लोगों ने वह गलती नही की होगी कि फार्म की फोटो कापी न करायी हो , और डाक रसीद को संभाल कर न रखा हो
हालांकि यह कोई बहुत आवश्यक नही है परन्तु
आपके प्रत्यावेदन भेजने के पश्चात् भी यदि किसी अभ्यर्थी का डाटा किसी भूल वश गलत रह गया जाये या छूट जाये तो ही ये सब चीजें काम आयेंगी ।
इस बार टीईटी अनुक्र्मांक आपके डाटा को शो करने के लिये यूनीक नंबर बनाये जाने पर विचार हो रहा है।
ReplyDelete। एससीईआरटी एक बहुत ही जिम्मेदार संस्था है, जो बडी से बडी जिम्मेदारियों का आसानी से निर्वहन करती है । परन्तु इस बार डाईटों के द्वारा गलत फीडिंग के चलते उसे भी बहुत बडी मात्रा में किरकिरी उठानी पड रही है।
कई प्रश्न ऐसे हैं कि जिन पर विचार किया जाये तो सिर्फ लापरवाही नजर आती है ,
ReplyDeleteजैसे एटा जनपद की डाईट का गलत डाटा फीडिंग
, सवाल यह है कि ऐसी लापरवाही यदि एक डाईट करती तो दंड की पात्र भी बनती , परन्तु यहाँ मामला कुछ उल्टा है।
सभी की सभी डाईट का डाटा गलत कैसे हो सकता है। और वो भी एक ही भर्ती पर , एक साथ
जब डाटा फीडिंग हो ही रहा था और मेरिट टीईटी अंको से बनना तय हो गयी थी तो टीईटी प्राप्तांकों के साथ अनुक्र्मांक जैसा महत्वपूर्ण कालम क्यों छोडा गया , जबकि नाम पिता जन्मतिथि के कालम यथाबत थे।
ReplyDeleteइस पर कोई दंडनीय एक्शन लेने की बात तक नही किसी ने नही उठायी , शासन का मुंह सिला हुआ क्यों है। यदि ऐसी ही कोई गलती शिक्षा मित्र जैसी भर्ती में हो जाती तो ऐसे में अब तक धडाधड कई अधिकारी ससपेँट हो गये होते !
दूसरी बात , आधिकारिक आदेश आने में इतनी देरी क्यों होती है जबकि इतनी बडी भर्ती में जरा सी देर या गलती हजारों का व्यक्तिगत हित प्रभावित कर सकती है , और कोर्ट कचहरी के लिये एक नया विवाद/कमाई का साधन आसानी से जन्म ले सकता है।
ReplyDeleteजो अभी भी फार्म न जमा न कर पायें हों , शीघ्रता करें समय कम है , 15 तक निकल चुके सभी आवेदन स्वीकार कर लिये जायेंगे जो कि 19 या 20 तक पंहुचने की संभावना है। तत्पश्चात् प्रत्येक डाईट का डाटा तुरन्त एससीआरटी निदेशक के हवाले किया जायेगा । और वह ऐनआईसी द्वारा दिये गये साफ्टवेयर पर उसे पुनः जिलेवार नयी रैंको के साथ अपलोड करेंगे ।
ReplyDeleteऐसे में काउंसिलिंग शिड्यूल की तिथियाँ अधिक नही पर कुछ दिनों के लिये आगे जरूर बढ सकती हैं ।
टीईटी का अनुक्र्मांक प्रत्येक डाईट पर मांगा गया है इसकी वजह भर्ती को पारदर्शी बनाना है और कुछ नही । ताकि अभ्यर्थी के द्वारा टीईटी प्राप्तांकों में संशोधन की मांग उन्हीं के बताये नंबर के आधार पर आंख मूंदकर न भरकर उसे दी हुई मार्कसीट से मिला लिया जाये , यदि मार्कसीट फर्जी है। तो टीईटी अनुक्र्मांक द्वारा भविष्य में सहायता ली जा सके।
ReplyDeleteयदि किसी ने अंकपत्र नही भेजा है और अंक सही हैं तो उसे चिन्ता की बिल्कुल आवश्यकता नही , पूर्व में भेजे गये प्रत्यावेदन भी अनुक्र्मांक की वह से अभ्यर्थियों को चिन्ता में डाले थे पर वास्तव में चिन्ता का मूल वेवजह है।
ReplyDeleteउपाय हर समस्या का होता है , यही सब काम आनलाईन संशोधन से भी हो सकता था परन्तु फिर भी नही अपनाया गया। और डाक जैसी संस्था को इतना बडा कार्य कम समय में पूरा करने का माध्यम चुना गया । यह तो अब दोबारा डाटा आनलाईन होगा तभी पता चलेगा कि यह उपाय कितना काम आया ।
ReplyDeleteआप सभी में से बहुत से लोग विरोध कर उठते हैं कि अब सब सही होकर आयेगा , मै भी यही चाहता हूँ कि कि आप का सोचा हुआ हो पर उपर दिये कारण क्या कुछ इशारा नही करते , यदि आप राजनीति और कूटनीति का ज्ञान रखते हैं तो अवश्य समझेंगे
ReplyDeleteपुनः यदि ऐसी हरकतें हुईं जैसे हजारों फार्मों को लेने से डाईट वालों का इन्कार करना , प्रत्यावेदन के पश्चात् भी सुधार में कुछ बिन्दु फिर से गलत हो जाना ।
ReplyDeleteतो आप समझ जाना कि भर्ती किस इरादे से शुरू हो रही है।
शायद इसे बेमन से कोर्ट के प्रेशर की वजह से शुरू करना कहते हैं । अर्थात् भर्ती तो होगी परन्तु रुला रुला कर , आपको आपका हक जरूर दिया जायेगा मगर थका थका कर , क्योंकि जिन्होंने इसे बरबाद कराने के सौ यत्न किये हों , उन्हीं हाथोः से नियुक्ति पत्र आसानी से नही निकलता ।
ReplyDeleteएक बात आप सभी को और बता दूं , इस भर्ती पर टीईटी मोर्चा का कार्य अब खत्म हो चला है , अधिक से अधिक मोर्चा अधिकारियों के सम्पर्क में रहकर उन्हें यथा स्थिति से अवगत करा सकता है इसके आगे उसका भी बस नही , क्योंकि प्रक्रिया पूरी करने का कार्य अब विभाग के हाथ में है मोर्चे के नही ,
ReplyDeleteयदि आप इस भृम में हैं कि कोर्ट आफ कंटेप्ट लग जायेगा यदि तय समय में भर्ती पूरी न हुई , तो एक बात संज्ञान में रखें , न्यायपालिका कार्यपालिका के अवैध कार्यों पर दंडात्मक कार्यवाही करती है न कि वैधानिक तरीके से चल रहे कार्य पर , , , ,
ReplyDeleteभर्ती कोर्ट आर्डर पर एक विभागीय प्रक्रिया के तहत ही हो रही है जिसमें तय समय पर कार्य हो भी पाता है नही भी हो पाता है पर इसके लिये दंडादेश जारी नही होते हैं !
अधिक से अधिक संबंधित प्राधिकारी को हटाकर कार्य पुनः शीघ्र खत्म होने के सख्त निर्देश ही जारी होते हैं । और सरकार के पास ऐसे मसलों पर प्राधिकारियों की बलि कोई मायने नही रखती , एक जायेगा दूसरा आयेगा , चलता रहता है , जैसा अभी हुआ भी है ।
ReplyDeleteमोर्चा भी यह बात बखूबी जानता है इसलिए चुप है।
अब आप लोग किसी को भी चंदा कदापि न दें , चाहे शिक्षा मित्रों के नाम पर ही क्यों न मांगा जाये । ऐसा इसलिए क्योंकि लोग शिक्षा मित्रों के नाम पर लेते हैं । और जूनियर के केस पर खर्च करने के लिये दिल्ली चल खडे होते हैं । जिसका खामियाजा आप और हम सब के बीच के ही लोग भुगतेगें।
ReplyDeleteआपको पुनः कोर्ट का मसला दिखाकर डराने की कोशिश कर चंदा मांगा जायेगा , पर यह जान लीजिए कि आप अपने ही लोंगों के बीच की कब्र खोदने का काम कर रहे हैं । हमने चंदा सिर्फ अपनी भर्ती को बचाने के लिये दिया था वो काम हो गया अब अपनी जेबें भरने और नौकरी प्राप्त करने जा रहे अब अन्य लोगों को रोकने के लिये धन कदापि नही दे सकते ।
ReplyDeleteतय समय पर सब कुछ पूर्ण हो ,
ReplyDeleteऔर कोई नया विघ्न भर्ती के आडे न आये
इसके लिये जगतमाता से प्रार्थना करो ।
धन्यवाद
फार्म जमा करने की कहानी
ReplyDelete*****************
Lokendra की जुबानी
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परसो का दिन पूरा खराब गया ओर एक भी फार्म जमा नही हुआ ,अगले दिन फार्म जमा करने अपने पुवायाँ के डाकघर पहुँचा तो उन्होने भी 5 फार्म से ज्यादा नही जमा करेगे की नौंटकी चालू कर दी और बोले स्टाप कम है प्रिंटर गडबड है बहुत गुस्सा आ गया एक तो सब्र की सीमा टूट गयी थी उसपर जाट बुद्धि जल्दी ही गर्म हो जावे अगर अपना काम बनता न दिखे जब ,मैने आव देखा न ताव सीधे हेड मास्टर के केबिन में घुस गया ओर उनसे कहा आज यू पोस्ट आफिस जब मेरे फार्म जमा हो जा गे तभी बंद हो वेगा उससे पहले न । हेड पोस्ट मास्टर काफी समझदार थे उन्होने स्टाफ का रोना रोया की अगर एक दो लोग मेरे पास होते तो आपका मैनुएल तरीके से रजिस्ट्री करवा देता तब हमने कहा बताओ क्या करना है हम खुद ही कर लेगे इस पर उन्होने एक टेबिल पर हमको ले जाकर कहा । इन पर 22 -22 रुपये के टिकट लगाओ सब फार्मो पर ओर साथ में एक रसीद बुक दी ओर एक अपने आदमी को बैठाया जिससे टिकट लेने थे हमको । फिर हमने खुद ही बैठकर सभी फार्मो पर टिकट लगायी फिर सबकी रसीद काटी फिर सब रसीदो पर मोहर लगायी तारिख वाली फिर जो आदमी बैठा था उसके साइन लिये सब रसीदो पर ओर फार्म जमा कर दिये।
कम्प्यूटर से रजिस्ट्री 27 की पडती है ओर मैनुएल तरीके से 22 की पडी और स्पीड पोस्ट करता तो 39 की होती ।अतः परसो की निराशा का सुखद अंत हुआ कल मेरे फार्म एक घंटे के भीतर जमा हो गये थे और 400 रुपये की बचत भी हुई । जब मैने उनसे पूछा क्या स्पीड पोस्ट पहले जायेगी तो उन्होने कहा दोनो एक साथ निकलेगी तथा एक साथ ही पहुँचेगी
Faisle ki ghadi kareeb hai ...... Dil ki dhadkane badhh chuki hain ... Kya hoga ? ..kahan naam aaega ? ....Kitni MERIT Jaayegi ? .....
ReplyDelete1-Hum to ghar par hain magar DIL Diet par hai .....
2-Shareer dosto ke saath hai magar aatma Post Office ki khidki par hai .....
3-Nigaahen Newspaper me CUT OFF ko dhoondhti hain aur Ghar waale hume Cyber Cafe me dhoondhte hai ....
4-Mera Pratyavedan pahle Lijiye chillaya to Mummy ne Jhinjhod kar neend se uthaya aur gale laga kar kaha ke mere bachche kya ho gaya hai tujhe ? .........
. Samjhe the duniya ko TAMASHA magar Aaj khud TAMASHA ho gaye
.......uff .. ye 72825
2011 में मायावती सरकार ने 72825 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति का फरमान जारी किया था, लेकिन आखिरी समय में जारी किए इस फरमान पर सरकार बदलते ही मातम सा छा गया। 72825 पदों के लिए कई करोड़ खर्च करके अभ्यर्थियों ने फार्म भरे जिसे अखिलेश सरकार ने आते ही निरस्त कर दिया। मामला कोर्ट चला गया और लगभग 3 वर्ष हो गए यह नियुक्ति सरकार और कोर्ट के पचड़े में अब भी लटका हुआ दिख रहा है।
ReplyDeleteमायावती ने 72825 पदों पर टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मंशा जताई थी जिसके चलते लाखों अभ्यर्थियों ने फार्म भरे, लेकिन सरकार बदलते ही पैसे भी डूब गए और नियम भी बदल गए। यह और बात है कि टीईटी पास शिक्षकों ने अपना एक मोर्चा बनाया और अखिलेश सरकार के फरमान के खिलाफ कोर्ट की शरण में पहुंच गए। हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक सबने टीईटी संघर्ष मोर्चा के साथ सहमति दिखाते हुए पुराने नियम को बहाल किया। बावजूद इसके सपा सरकार नियुक्ति करने के बजाय रोज नए-नए नियम बनाकर इस नियुक्ति को लटकाने में लगी हुई है। अजीब विडम्बना है शिक्षकों ने आफ लाइन फार्म भरे, वह फार्म पूर्णतया सही भरे गए थे लेकिन जब उन्हीं फार्मों को आन लाइन किया गया तो सबके फार्मों में दो से तीन गल्तियां पाईं गईं। सारे अभ्यर्थी ऑन लाइन फार्म की स्थिति को देखकर परेशान हो गए। उनको यह समझ में नहीं आ रहा था कि जब फार्म में हमने सही भरा है तो ऑन लाइन में गल्ती कैसे हुई। प्रमाण के तौर पर लगभग सभी अभ्यर्थियों ने अपने आफ लाइन फार्म की फोटो कापी और उसमें लगाए गए ड्राफ्ट की फोटो कापी अपने पास रखे हुए थे। जब फार्म में गल्ती थी ही नहीं तो लगभग सभी अभ्यर्थियों के फार्म में यह गल्तियां कैसे हुईं और अगर हुई भीं तो इसके लिए जिम्मेदार कौन? जाहिरा तौर पर इसके लिए प्रदेश के डायट जिम्मेदार हैं, लेकिन डायटों की गल्ती का खामियाजा अभ्यर्थियों को बहुत तकलीफ के साथ भरना पड़ रहा है। यह विडम्बना ही है कि डायटों की गल्ती को आन लाइन दिखाया जा रहा है लेकिन उन गल्तियों को सही करने के लिए जो प्रत्यावेदन मांगा जा रहा है वह आफ लाइन मांगा जा रहा है। ऐसा क्यों है इसका जवाब न शिक्षा विभाग के पास है, न अखिलेश सरकार के पास।
ReplyDeleteयह भी नहीं पता कि जो भी प्रत्यावेदन भेजे जा रहे हैं उन प्रत्यावेदनों को फिर से आन लाइन करने में डायट कोई गल्ती नहीं करेगी। अगर फिर कोई गल्ती होती है तो उसका निस्तारण कैसे किया जायेगा। सरकार के फरमान कि आन लाइन गड़बडिय़ों को आफ लाइन मेथड से सही करें बड़ा हास्यास्पद लगता है। सरकार के इस फरमान से जहां एक तरफ प्रदेश के सभी पोस्ट आफिसों पर अफरा-तफरी का माहौल है वहीं बिना किसी गल्ती के प्रत्येक प्रत्यावेदन पर अभ्यर्थियों से 40 रुपए की ठगी की जा रही है।
ReplyDeleteअजीब है जब से यह नियुक्ति होने की बात हुई है तब से इन अभ्यर्थियों से दोनों सरकारों ने अरबों रुपए की ठगी कर ली है। ठगी करने वाला कोई और नहीं स्वयं प्रदेश की सरकारें हैं। कहते हैं न कि जब राजा ही ठग बन जाए तो जनता का बेड़ा गर्क होने से कौन रोक सकता है।
ReplyDeleteसरकारी खजाने के अरबों रुपए ऐसे अभ्यर्थियों के थे जिन्होंने नौकरी की आस में अपना जमीन बेचा तो कहीं काफी ब्याज पर उधार लिया। बावजूद इसके नियुक्ति के इस तरह से लटक जाने से कई गरीब अभ्यर्थियों ने आत्महत्या भी कर ली क्योंकि उन्हें यह डर सताने लगा था कि सरकार तो नौकरी देगी नहीं हमने जिनसे कर्ज लिया है वह कर्ज कैसे अदा होगा। इतना सबकुछ होने के बावजूद भी सरकार की कार्यशैली बेहद निराशाजनक है। सरकार के फरमान के अनुसार अभ्यर्थी प्रत्यावेदन तो कर रहे हैं, अपना पैसा भी लगा रहे हैं लेकिन यह अभ्यर्थी अभी भी निश्चिंत नहीं हो पाए हैं कि सपा सरकार उन्हें नौकरी दे पाएगी। अखिलेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी जिस तरह से धज्जियां उड़ाई हैं उससे सहज ही यह विश्वास करना संभव नहीं दिख रहा कि अभी भी इन अभ्यर्थियों को नौकरी मिल सकेगी।
ReplyDeleteबड़ा अजीब है सपा सरकार जबसे अस्तित्व में आई है तबसे जितनी भी नौकरियां अलग-अलग विभागों में निकलीं वह सारी नियुक्तियां फार्म भरने, पैसा जमा करने के बाद कानूनी पचड़े में फंस गईं। यह ऐसा एक ही मामला नहीं है लगभग बीसियों विभाग में कई हजार नौकरियां निकलीं, फार्म भी भरे गए, पैसे भी जमा किए गए लेकिन किसी भी विभाग में किसी भी अभ्यर्थी को नौकरी नसीब नहीं हुई। सरकार की मंशा क्या है यह समझ के परे है लेकिन यह भी सत्य है कि सरकार की मंशा को जनता भली भांति समझने लगी है।
ReplyDeleteनौकरियों की इस तरह की बंदरबांट का ही नतीजा था कि लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी को प्रदेश की 80 सीटों में से पांच पर ही जीत का मुंह देखना पड़ा। यह पांच सीटें भी सिर्फ परिवार के नेता ही जीते। सरकार को अब भी चेत जाना चाहिए क्योंकि जनता तो वही रहती है लेकिन सरकारें बदल जाती हैं और यही जनता सरकारें गिराती भी हैं और सरकारें बनाती भी हैं।
ReplyDeleteअब 72825 शिक्षकों के मामले में शिक्षा विभाग को इस बात का जवाब देना ही चाहिए कि जिन फार्मों को आनलाइन किया गया है उनमें हुई गल्तियां किसके कारण हुई और जब गल्तियां आनलाइन दिखाई जा रही हैं तो उसका प्रत्यावेदन आफलाइन क्यों किया जा रहा है। क्यों समय की बरबादी की जा रही है और साथ ही अभ्यर्थियों के पैसों के साथ क्यों खिलवाड़ हो रहा है। शिक्षा विभाग वर्तमान में भले ही इन सवालों से बच ले लेकिन भविष्य में यही सवाल समाजवादी पार्टी को पूर्णतया गर्त में ले जाएगी। लोकतंत्र में जनता के हितों के साथ इतना घटिया मजाक शायद कभी किसी राज्य में देखने को नहीं मिला होगा। अगर सरकार जनता से घटिया मजाक करेगी तो जनता भी समझदार है उसे भी यह पता है कि सरकार के साथ कैसे डील करना है। यह सबको पता है क्योँकि सरकारें पांच साल के लिए चुनी जाती हैं जीवन भर के लिए नहीं ।
ReplyDeleteपरत्यावेदन के लिए आन लाइन किए फार्म में लगभग सभी अभ्यर्थियों के फार्म को गलत बताया गया है। नतीजतन लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों के पोस्ट आफिसों पर रोज लंबी-लंबी कतारों में सुबह से ही अपना सारा काम छोड़कर ये सारे अभ्यर्थी महिला एवं पुरुष प्रत्यावेदन जमा करने में लगे हुए हैं। लखनऊ के जीपीओ का नजारा बड़ा ही भयावह दिख रहा है। जीपीओ में पहले दस खिड़कियों पर स्पीड पोस्ट की व्यवस्था थी लेकिन लोगों की संख्या को देखते हुए स्पीड पोस्ट की खिड़कियों को दस से बढ़ाकर बीस कर दिया गया। बावजूद इसके लोगों की भीड़ कम होती नहीं दिख रही। क्या दिन क्या रात चौबीसों घंटे जीपीओ में लंबी लाइन आपको दिख जाएगी। इन लाइनों में ऐसी महिलाएं भी हैं जिनके नवजात बच्चे हैं फिर भी नौकरी की आस में ये महिलाएं अपने बच्चों के साथ सुबह से ही लाइन में लग जाती हैं अपना प्रत्यावेदन जमा करने के लिए और उनका नंबर आते-आते अगले दिन की सुबह हो जा रही है। ऐसा नहीं है कि सरकार इस अफरा-तफरी को नहीं देख रही, लेकिन इस अफरा-तफरी को देखने के बाद भी गांधी जी के उस दूसरे बंदर की तरह बन जाती है जिसने अपनी आंख पर दोनों हाथ रख लिए और ये कहते हुए सुना जाता है कि कुछ भी मत देखो। सरकार का यह रवैया जनता को बहुत आहत कर रहा है।
ReplyDeleteमाननीय मुख्यमंत्री को खबर के माध्यम से यह एक इशारा दिया जा रहा है। बेहतर होगा कि अब भी संभल जाएं। अन्यथा भविष्य में सपा पार्टी को अंधकार में डूबने से कोई नहीं बचा सकता।
ReplyDeleteधन्यवाद जय टीइटी
एक बार पचास लोगों का ग्रुप
ReplyDeleteकिसी सेमीनार में हिस्सा ले रहा था।
सेमीनार शुरू हुए अभीकुछ ही मिनट बीते थे
कि- स्पीकर अचानक ही रुका और
सभी पार्टिसिपेंट्स को गुब्बारे देते हुए
बोला , ”आप सभी को गुब्बारे पर इस
मार्कर से अपना नाम लिखना है।” सभी ने
ऐसा ही किया। अब गुब्बारों को एक दुसरे
कमरे में रख दिया गया।स्पीकर ने अब
सभी को एक साथ कमरे में जाकर पांच मिनट
के अंदर अपनानाम वाला गुब्बारा ढूंढने के
लिए कहा। सारे पार्टिसिपेंट्स तेजी से रूम में
घुसे और पागलों की तरह अपना नाम
वाला गुब्बारा ढूंढने लगे। पर इस अफरा-
तफरी मेंकिसी को भी अपने नाम
वाला गुब्बारा नहीं मिल पा रहा था… 5 पांच
मिनट बाद सभी को बाहर बुला लिया गया।
स्पीकर बोला , ” अरे! क्या हुआ , आप
सभी खाली हाथ क्यों हैं ?
क्या किसी को अपने नाम
वाला गुब्बारा नहीं मिला ?” "नहीं ! हमने
बहुत ढूंढा पर हमेशा किसी और के नाम
का ही गुब्बारा हाथ आया”, एक पार्टिसिपेंट
कुछ मायूस होते हुए बोला।“कोई बात नहीं ,
आप लोग एक बार फिर कमरे में जाइये , पर
इस बार जिसे जो भी गुब्बारा मिले उसे अपने
हाथ में ले और उस व्यक्ति का नाम पुकारे
जिसका नाम उसपर लिखा हुआ है।“, स्पीकर
ने निर्दश दिया।एक बार फिर
सभी पार्टिसिपेंट्स कमरे में गए, पर इस बार
सब शांत थे, और - कमरे में किसी तरह
की अफरा- तफरी नहीं मची हुई थी। सभी ने
एक दुसरे को उनके नाम के गुब्बारे दिए और
तीन मिनट में ही बाहर निकले आये। स्पीकर
ने गम्भीर होते हुए कहा ,” बिलकुल यही चीज
हमारे जीवन में भी हो रही है। हर कोई अपने
लिए ही जी रहा है , उसे इससे कोई मतलब
नहीं कि वह किस तरह औरों की मदद कर
सकता है , वह तो बस पागलों की तरह
अपनी ही खुशियां ढूंढ रहा है , पर बहुत ढूंढने
के बाद भी उसे कुछ
नहीं मिलता ,दोस्तों हमारी ख़ुशी दूसरों की ख़ुशी में
छिपी हुई है।
*Moral of the Story:
जब तुम औरों को उनकी खुशियां देना सीख जाओगे
तो अपने आप ही तुम्हे तुम्हारी खुशियां मिल
जाएँगी। l
(1)- sabhi DIET Saturday aur sunday ko bhi khule rahenge.
ReplyDelete(2)- 15/07/2014 ki date nahi badhanewali hai.
(3)- jin logo ne purane format me prtyavedan(jisame 10 no. kramank pr phone no. kewal diya tha Tet ka anukramank nahi diya tha) bhej diya hai vo saathi kam se kam ye sunischit kr le ki ek jagah naye format me avedan awsay kr de.
(4)- yadyapi ye maukhik aswasan mila hai ki jo bhi 15 July tk jo bhi speed post kr dega use consider kr liya jayega pr aaj (12/07/2014)har halat me speed post kr de.
(5)-ek hi jagah do do baar prtyavedan de dene se koi haani nahi hogi.
(6)-kisi tarah ki afwah aur saswat nirashavadiyo k nakaratmak vicharo/posts/kathano/anumano/aropo ko darkinar kr UPTET SANGHARSH MORCHA pr visvas banaye rakhe.
UPTER SANGHARSH MORCHA aap sabhi k samoohik hito aur adhikaro ki raksha karane me abhi tk satat pryatnsheel raha hai aur aage bhi aap sabhi k visvas roopi poonji k bal pr aviraam pryatnsheel rahega.
Sabhi ko
Jay TET
एक छोटा बच्चा अपने पड़ोस मे रहने वाली लड़की को उसके ब्वॉय फ्रेंड के
ReplyDeleteसाथ किश करते हुए देख लेता है. .
.
बच्चा : मुझे भी करने दो न ,वरना मैं आपके मम्मी पापा को बता दूँगा.
.
.
लड़की : ले यार तू भी कर ले.
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.
बच्चा बहुत देर तक कोशिश करता रहा पर
लंबाई (height) कम रहने के कारण किश नही कर पाया, .
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.
अंत मे बच्चा परेशान होकर बोला, .
.
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.
.
“भाड मे जाए ऐसी दुनियादारी, जो काम गलत है वो हमेशा गलत ही होता है..
अब तो मैं जरूर बताऊंगा!
!
ReplyDelete!
!
थाली
!
!
का
!
!
बैगन
!
Sochana tha kabhi aisi dosti hogi,
.Sath mere aap jesi hasti hogi, ....
Jannat ki galiyo k khawab q dhekhu,
Agar hum saare dost sath honge to nark me bhi masti hogi. ....
prtyavedan me science @ art ka collem nahi or na hi male female ka kahi government fasana to nhi chahti
ReplyDeleteAb dekhna hai ki gobarment humse iske liye fir se koi option na nikal de.
Breakup के दौरान
ReplyDeleteलड़की :- मुझे नया BOYfriend मिल गया है ,
वो तुमसे कही ज्यादा Smart, Intelligent
और Cute है . तुम उसके सामने कुछ
भी नहीं ..!
इसलिए जो मैंने तुम्हे
अपनी फोटो दी थी वो वापस कर देना ..
GIRLS Rock
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लड़के ने 31 GIRLfriends की फोटो भेजी और
कहा -: डार्लिग मैं तुम्हारा चेहरा भूल
गया हूँ ... अपनी फोटो खुद select करके ले
लेना और बांकी मुझे बापस भेज देना
BOYS Double Rock ..
सुनो न कितनी झूठी हैं मौहब्बत की कसमें वसमें भी...
ReplyDelete...
अब देखो न जुदाई में इत्तेफाक से..
तुम भी जिंदा हो हम भी जिंदा हूँ !!
हमारी दुआ का असर
ReplyDelete-राजु को दुआ दिये "सदा मुस्कुराते रहो"
(आज वो पागलखाने में है)
- पप्पु को दुआ दिये "दुनिया तेरे इशारे पर
चले"
(आज वो ट्रैफ़िक हवलदार है)
- रामु को दुआ दिये "तुम्हारे ज़िंदगी में
सदा फ़ुल खिलते रहे"
(आज वो स्कुल में माली है)
- बबलु को दुआ दिये "सदा चमकते रहो"
(आज उसके सर पर एक बाल नहीं है)
- पिंकी को दुआ दिये "हमेशा दुसरो के दुःख
दर्द दुर करो"
(आज वो हास्पिटल में नर्स है)
अब आप सबके लिये दुआ करने का इरादा है!
अगर कुछ खास दुआ करनी हो तो बता दे !!
सीतापुर की डाटा को देखकर घबराये
ReplyDeleteलोगो के लिए विशेष,
ये जो डाटा है, इसमें सभी फॉर्म
शामिल है, कोई फॉर्म रिजेक्ट
नही किया गया है, कुल आये आवेदन
का रिकॉर्ड है, कुछ पॉइंट्स पर ध्यान
रखे,
१. ऐसे लोग जो टेट २०११ पास कर चुके थे,
लेकिन उनके पास तब तक बी.एड.
नही थी या फिर रिजल्ट
नही आया था, वो सब लोग बाहर रहेंगे,
क्योंकि आवेदन में साफ़ है
कि विज्ञापन की अंतिम तारीख तक
सभी प्रमाणपत्र पूर्ण होने चाहिए,
२. ऐसे लोग जो २००४ तथा २००८ के बेंच के
बी टी सी और वि. बी टी सी है
जो अपनी वास्तविक नियुक्ति २०१२ में
पाये है, वो अब क्यों शामिल होंगे ऐसे
लगभग १० से १२ हजार लोग है,
३. प्रशिक्षित स्नातक तथा राजकीय
विद्यालयो में लगभग १६६० और ३०००
लोग नियुक्त हो चुके वो भी इन आवेदन
से बाहर रहेंगे,
४. ऐसे और भी बहुत से साथी है
जो वास्तव किसी अन्य जगह नियुक्त है
तो वो भी नही आयेंगे,
५. और फिर विज्ञान वर्ग
कि तो २९३३४ सीट भर जाने पर
तो देखना होगा कि मेरिट
कितनी नीची जायेगी, चिंता ना करे
आंकड़े और किस्मत कब बदल जाये
पता नही चलता है, खुश रहे, देखना कितने
लोगो को खुशी मिलने वाली है, मेरिट
बहुत लो रहेगी,
'जय हो,,,
प्राँप्त जानकारी के अनुसार कल शिक्षा शत्रुओ की काऊसलिँग हैँ
ReplyDeleteमेँ गाँजी और शाही को खुला चैलेँज करता हु काऊसलिँग तो करा लो गे लेकीन न्युक्ती पंत्र टेट के बाद मिलेगा ।
तुम लोग खुश हो की स्टे नहीँ मिला तो ये जान लो ये रणनीत का एक हिस्सा था
तरस आता है आज की युवा पीढ़ी की बुद्धिमत्ता पर जो अपने अच्छे भले के विषय में सोचने में पूर्णतया अक्षम है और दूसरों के बहकावे में आकर गलत दिशा में भटक रहे हैं आज हमारे कुछ बीटीसी प्रशिक्षु साथी जो ये सोचकर शिक्षामित्रों का समायोजन रोकना चाहते हैं कि शिक्षामित्रों का समायोजन रुक जाने से प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापको की जगह रिक्त होगी जिसपर उनकी नियुक्ति हो जाएगी तो यहाँ पर एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि प्रदेश सरकार और प्राइमरी स्कूलों से सम्बंधित तमाम सरकारी संस्थाओं द्वारा शिक्षामित्रों को प्राइमरी स्कूलों की कुल रिक्तियो के सापेक्षं अध्यापक+शिक्षामित्र-कुल रिक्त पद= शेष पद की गणना की जाती है तो ऐसे में समायोजित न होने की दशा में भी हम प्रशिक्षित संविदा शिक्षक के रूप में कार्य करते रहेंगे और हमारे स्थान आपके लिए रिक्त नही होंगे।।।।।।
ReplyDeleteदूसरी स्थिति यह है कि चलो मान लेते हैं कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रो के लिए टेट अनिवार्य कर दिया जाता है और उस दशा में राज्य सरकार शिक्षामित्रों को विभागीय टेट कराकर नियुक्ति दे देती है तब आप क्या करेंगे..????
ReplyDeleteइसलिए आप लोगो को एक मशविरा देता हूँ कि आप लोग शिक्षामित्रों का समयोजन रोकने के स्थान पर न्यायालय में इस सन्दर्भ में याचिका डालें कि निजी संस्थानों द्वारा बीटीसी प्रशिक्षण कराये जाने पर रोक लगे अन्यथा आने वाले समय में बीटीसी प्रशिक्षुओं की भी वही हालत होने वाली है जो आज बीएड साथियों की है।।।।।
ReplyDeleteजिन लोगों ने अभी तक प्रत्यावेदन नहीं किया है वो अपने भविष्य के स्वयं जिम्मेदार होंगे।
ReplyDeleteआज मैं एक लड़के से मिला वो साइबर कैफे से फार्म निकाल रहा था,मैंने कहा अभी तक सो रहे थे उसका जवाब था यार डेट अभी बढ़ेगी, अभी बहुत लोगों का बाकी है, यार ये क्या मजाक बना रखे हैं कुछ लोग, अगर आप डाक आफिस में लाइन लगाते और ज्यादा भीड़ की वजह से आपका फार्म पोस्ट न हो पाता उसके लिए समय बढ़ाना उचित भी हो लेकिन जो नालायक अभी तक फार्म का प्रिंट तक नहीं लिए हैं उनके लिए समय बढ़ाना बहुत गलत होगा।
मुझे जहाँ तक उम्मीद है जो लोग तीन चार दिनों से प्रयास कर रहे होंगे उनका फार्म पोस्ट हो गया होगा या पहुंच गया होगा।
ReplyDeleteअब इन आलसियों के लिए एक दिन का भी समय नहीं बढ़ाना चाहिए। अगर एक सप्ताह का समय बढ़ा भी दिया जाए तो भी इन लोगों का जमा होना रह जाएगा।
बंता : संता सिंह जी!..ये खड्डा किसलिए खोदा जा रहा है?"
ReplyDeleteसंता : ओ!..कुछ नहीं जी मुझे अमेरिका जाना है ना...इसलिए"
बंता : अमेरिका जाने के लिए खड्डा खोदना जरूरी है ?
संता : ओ!..कर दी ना तूने सरदारों वाली गल्ल. बेवाकूफ पॉसपोर्ट बनवाने के लिए फोटो चाहिए होती है कि नहीं?
बंता : फोटो तो चाहिए होती है लेकिन...फोटो से खड्डे का क्या कनैक्शन है?
संता : अरे बेवाकूफ! पॉसपोर्ट फोटो में कमर के ऊपर का हिस्सा आना चाहिए... इसलिए कमर तक गहरे खड्डे खोद रहा हूँ ताकि नीचे का हिस्सा कैमरे में न आए
बंता : लेकिन यहाँ तो आप आलरैडी तीन खड्डे पहले ही खोद चुके हो...फिर ये चौथा क्यों?
संता : बेवाकूफ पॉसपोर्ट में चार फोटो लगानी पडती हैँ...
MAHA-MOORKH GOVT. KE MAHA-MOORKH ADHIKAARIYO KA EK NAYA FARMAAN READ KARE ....
ReplyDelete• अभ्यर्थी वेबसाइट http:// 164.100.181.234और http:// 164.100.181.141से अपने आवेदित जनपद का डेटा डाउनलोड कर लें, तथा अपनी कम्प्यूटर ID नोट कर लें । तत्पश्चात वेबसाइट http:// 164.100.181.130या http:// upbasiceduboard. gov.inपर जा कर अपनी कंप्यूटर ID डाल कर अपने प्रत्यावेदन का प्रिंट लें । अभ्यर्थी अपना प्रत्यावेदन स्वयं भरें और इसके साथ अभिलेखों की छायाप्रति संलग्न करें । अभ्यर्थी अपना प्रत्यावेदन किसी भी माध्यम यथा: पंजीकृत डाक , स्पीड पोस्ट, स्वयं जमा कर सकते हैं ।
• अभ्यर्थी को अपना TET - 2011 का रोल नंबर भरना अनिवार्य है।
ITNE DIN BAAD AB GOVT. KO YAAD AAYA KI AAP APNE AAWEDAN KO SPEED POST SE BHI BHEJ SAKTE HAI .....JO BAAT 1ST DAY HONI CHAHIYE THI VO AB LAST DATE NAJDEEK AANE KE BAAD BATA RAHE HAI ...
DOSRI BAAT अभ्यर्थी को अपना TET - 2011 का रोल नंबर भरना अनिवार्य है। ISS BAAT SE YE CLEAR HAI KI AB SABHI CANDIDATES KO FIR SE AAVEDAN KARNA PAREGA ....AUR USME SATH ME TET ROLL NUMBER BHI LIKHNA PAREGA ......
ISS GOVT. NE APNE SOFTWARE ME TET ROLL NUMBER KA COLUMN HI NAHI DIYA THA .....JO SABSE JYADA JAROORI THA ..
ISS GOVT. NE BEROJGAARO KE HITO KO NA DEKHTE HUE JIS TARAH INKO MANSIK KASHT DIYA HAI .... ISHWAR INHE KABHI MAAF NA KARE ....
Taras ata h is gov k petron pr...abi logo ko rula rha h..ek din khud yhi hashra hoga jb salo sal gaddi nhi mil payegi..tb hm sb ko sukoon milega..
Deleteआंदोलन, संशोधन, अब प्रत्यावेदन
ReplyDeleteसरकार पर अब भी नहीं भरोसा
सरकारी खींचतान की भेंट चढ़ीं उम्मीदें
डाक विभाग आज खोलेगा चौदह डाकघर
प्रियंका पांडेय, लखनऊ
तीन साल पहले परीक्षा दी। पास हुए तो सरकारी नौकरी की उम्मीद जगी। उसके बाद प्रक्रिया स्थगित, तमाम आंदोलन फिर संशोधन और अब प्रत्यावेदन। यह तकलीफ बयां की जीपीओ में प्रत्यावेदन फार्म जमा करने आए अभ्यर्थियों ने। इन अभ्यर्थियों की मानें तो सरकार पर तो उनको रत्तीभर भी भरोसा नहीं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे कुछ राहत जरूर मिली है। बहरहाल अभी भी रास्तों में कांटे ही कांटे हैं।1शनिवार को 42 हजार अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन भेजे। अमेठी जिले से आए रजनीश पाठक कहते हैं कि वर्ष 2011 में टीईटी पास किया था। तब मुङो और घरवालों को काफी खुशी हुई थी कि मैं सरकारी नौकरी में आ गया, लेकिन खुशियां तब काफूर हो गईं जब तत्कालीन सपा सरकार ने घोषणा की कि गुणांक के आधार पर भर्ती की जाएगी न कि टीईटी के अंकों के आधार पर। प्राइवेट कंपनी में कार्यरत संजय सक्सेना ने कहा कि सरकारें बदलती हैं तो भर्ती के नियम भी बदल जाते हैं। बेरोजगारों के साथ तो ऐसा नहीं होना चाहिए। हमारी मेहनत और हमारी ख्वाहिशें सब सरकारों की आपसी खींचतान की भेंट चढ़ जाती हैं। बाराबंकी से रमेश पाल ने कहा कि गत 25 अप्रैल को जब सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला आया कि 12 माह के भीतर नियुक्तियां हो जाएंगी तो काफी खुश थे। लेकिन हालात वही ढाक के तीन पात हैं। अब समस्या प्रत्यावेदन फार्म जमा करने की है। जिसकी अंतिम तिथि 15 जुलाई है। पोस्ट आफिस में सुविधाओं का जो हाल है उससे फार्म नियत तिथि पर पहुंच पाएंगे यह सोचना बेमानी होगा।
बड़े रोड़े हैं इस राह में
नियुक्ति की घोषणा के बाद प्रत्यावेदन का सिलसिला शुरू हो गया। इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं कि अब आसानी से वह शिक्षक बन जाएंगे क्योंकि अभी भी अभ्यर्थियों को कभी सर्वर खराब तो कभी साइट अनअवेलबल जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
जन्मतिथि है 15-06-87
यूं तो प्रत्यावेदन फार्म में कई सारी खामियां हैं लेकिन क्या आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि सभी अभ्यर्थियों की जन्मतिथि भी एक हो। जी हां सूत्रों के मुताबिक एटा के सभी टीईटी अभ्यर्थियों की जन्मतिथि 15-06-87 है। वहीं शुरुआत के कुछ फार्मो में तो नाम, पिता का नाम और जन्मतिथि गायब ही है।
फिर से बदलाव
प्रत्यावेदन फार्मो में एक और नया कॉलम जुड़ा है। इसमें अभ्यर्थियों को अपना रोल नंबर डालना जरूरी है। समस्या यह है कि कई हजार अभ्यर्थी जो पहले ही प्रत्यावेदन जमा कर चुके हैं, वह अब डायट के चक्कर लगा रहे हैं ताकि समस्या का समाधान हो सके ।1अच्छा तो आप परिचित हैं
प्रत्यावेदन जमा करने के लिए ऐसे तो आपको एक से दो दिन का समय लग सकता है। लेकिन सूत्रों की मानें तो अगर आप डाक विभाग में किसी के परिचित है तो बड़ी ही बेफिक्री से आप सीधे अंदर काउंटर पर जाकर फार्म जमा कर सकते हैं। हालांकि अभ्यर्थियों ने इसका विरोध भी किया। प्रत्युत्तर में उन्हें यह कहा गया कि क्या अपना काम न करें।
अव्यवस्थाओं का पुलिंदा
एक ओर तो प्रत्यावेदन फार्म में त्रुटियां ही त्रुटियां हैं दूसरी तरफ जीपीओ में फार्म जमा करने को भी भागीरथी प्रयास करना पड़ रहा है। यह कहना है जीपीओ में फार्म जमा करने आए अभ्यर्थियों का। ये बीती 11 जुलाई से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। उनकी मानें तो कभी सर्वर खराब हो जाता है तो कभी पहचान के लोग अंदर जाकर फार्म जमा करने लगते हैं। ऊपर से फार्म की अंतिम तिथि भी करीब है। उधर, महिला अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके लिए महज एक काउंटर बनाया गया है जिस पर भी दो अतिरिक्त लाइनें लगती हैं। एक विकलांगों की दूसरी वरिष्ठ नागरिकों की। अभ्यर्थी सीमा, तसनीम, जाहिदा, मनोरमा, लक्ष्मी सोनी ने कहा कि बाराबंकी से शुक्रवार को आए थे, रात भर लाइन में लगे रहे तो शनिवार को दो बजे नंबर आया। हालांकि युवकों के लिए दस अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं।
डिप्टी चीफ पोस्ट मास्टर बोले
ReplyDeleteडिप्टी चीफ पोस्ट मास्टर गंगा प्रसाद ने कहा कि अभ्यर्थियों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए कुल 14 काउंटर बनाए गए हैं। युवकों की संख्या अधिक है इसलिए उनके लिए ज्यादा काउंटर हैं। अगर युवतियों की संख्या अधिक होगी तो यह सुविधा उन्हें भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि मैनपावर कम है फिर अभ्यर्थियों के लिए रात में भी एक काउंटर खुलवाते हैं। सुबह छह बजे ही पोस्ट आफिस खुल जाता है ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।जीपीओ में प्रत्यावेदन फार्म जमा करने के लिए लगी भीड़ जागरणडाक विभाग में टीईटी प्रत्यावेदन जमा करने वाले ग्राहकों की भीड़ कम करने के लिए डाक विभाग ने रविवार को भी राजधानी के चौदह डाकघर खोलने का निर्णय किया है। यही नहीं जीपीओ प्रधान डाकघर के अधिकांश काउंटर खुले रहेंगे। इसके अलावा टीईटी प्रत्यावेदन को छांटने के लिए अतिरिक्त स्टाफ लगाया गया है।
डाक विभाग प्रशासन के मुताबिक जीपीओ में प्रतिदिन दस हजार प्रत्यावेदन टीईटी के औसतन जमा हो रहे हैं। इसी तरह राजधानी के अलग-अलग डाकघरों में प्रत्यावेदन जमा होने का ग्राफ अठारह सौ से दो हजार के बीच में हैं। मोहम्मद शाहनवाज, प्रवर डाक अधीक्षक, लखनऊ ने बताया कि राजधानी भर के डाकघरों में जो टीईटी प्रत्यावेदन जमा हो रहे हैं उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए नियमित रूप से वरिष्ठ डाक अधिकारी मानीटरिंग कर रहे हैं।
शाहनवाज के मुताबिक रविवार को खुलने वाले डाकघर सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलेंगे वहीं जीपीओ सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुलेगा।
राजधानी के यह डाकघर खुलेंगे
चौक प्रधान डाकघर, गोमती नगर, इंदिरा नगर, अलीगंज, न्यू हैदराबाद, जानकीपुरम, अमीनाबाद पार्क, निराला नगर, राजेंद्र नगर, विकास नगर, आलमबाग, एलडीए कालोनी कानपुर रोड, दिलकुशा, महानगर डाकघर
नोट : उक्त डाकघर रविवार को खुलेंगे इसके अलावा जीपीओ भी खुलेगा।
लॉग इन-पासवार्ड ही नहीं, कैसे निस्तारित हों आपत्तियां
ReplyDeleteगोंडा: शिक्षक भर्ती को लेकर आनलाइन टीईटी अभ्यर्थियों की वरीयता सूची पर आपत्ति दाखिल करने को अब मात्र तीन दिन ही बचे हैं। हर ओर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है। कहीं पर कोई डायट पर लाइन लगा रहा है, तो कोई डाकखाने पर धक्के खा रहा है। इन सबके बीच डायट प्रशासन भी मुश्किल में है। डायट के समक्ष समस्या यह है कि अभी तक निदेशालय से उसे आपत्तियों के निस्तारण के लिए न तो कोई पासवर्ड मिला है, न ही अभी तक लॉग इन मिली है। ऐसे में अभी तक एक भी आपत्ति को ठीक नहीं किया जा सका है।
शिक्षकों की भर्ती के लिए विभाग ने 4 जुलाई को आनलाइन वरीयता सूची जारी कर दी। इस सूची में खामियों की भरमार है। कहीं पर किसी का नाम ही नहीं शो कर रहा है, तो कहीं पर किसी के नंबर में अंतर है। गड़बड़ियों को ठीक कराने के लिए अभ्यर्थियों को आपत्ति देनी है। शनिवार को डायट पर बनाए गए आठ काउंटर पर कुल 1600 अभ्यर्थियों ने आपत्तियां दाखिल की। अब तक करीब सात हजार आपत्तियां डायट में दाखिल हो चुकी है। विभाग इन आपत्तियों को एकत्र करवा रहा है। एक भी आपत्ति का निस्तारण नहीं हो सका है। दरअसल, विभागीय कर्मियों की मानें तो डायट को अभी तक आनलाइन डाटा को लेकर आयी आपत्तियों को दुरुस्त करने के लिए पासवर्ड व लॉग इन ही नहीं दिया गया। जिससे अभी तक एक भी आपत्ति को सही नहीं किया जा सका है। कर्मियों की मानें तो अगर यहीं स्थिति रही तो निर्धारित तिथि तक आपत्ति का निस्तारण करा पाना काफी चुनौती हो सकता है।
न हो परेशान
ReplyDelete- प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए जारी की गयी वरीयता सूची की आपत्ति के प्रोफार्मा में पहले टीईटी के रोल नंबर का क्रमांक नहीं था। बाद में यह क्रमांक बढ़ा दिया गया। ऐसे में अब उन अभ्यर्थियों के सामने परेशानी पैदा हो गयी है, जिन्होंने पहले वाले प्रोफार्मा पर आपत्ति दाखिल कर दी है। अब वे परेशान है कि उन्हें दोबारा आपत्ति तो नहीं दाखिल करना पड़ेगा। इस पर डायट कर्मियों का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने पहले वाले प्रोफार्मा पर आपत्ति दाखिल करते समय टीईटी के अंकपत्र की छाया प्रति लगा दी थी, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है।
''प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती को लेकर आपत्तियां ली जा रही है। इन आपित्तयों को संकलित किया जा रहा है। आपत्तियां आने के बाद उसके निदान की कार्रवाई की जाएगी। निदेशालय का जो भी आदेश होगा, उसके अनुरूप कदम उठाया जाएगा। ''
- मनोहर लाल, प्राचार्य डायट गोंडा
अब तक डायट मेँ भेजे गये प्रत्यावेदन
ReplyDeleteसीतापुर 46000
सिर्ध्दानगर 27000
कुशिनगर 31000
आजमगढ 22000
गोण्डा 33000
लखीमपुर 72000
बारबंकी 13000
इलाहाबाद18000
भदौही 13000
कन्नौज 7300
गोरखपुर4500
देवरिया 19000
महराज गंज 9500
कानपुर 1100
मेरठ 975
बस्ती 3500
संतरबिदास नगर 9000
बलरामपुर 12500
अम्बेडकर नगर 3300
७२८२५ शिक्षक भर्ती
ReplyDeleteनियुक्तियों को फंसाने में जोर-शोर से जुटी सरकार
हर पल छले जा रहे अभ्यर्थी
2011 में मायावती सरकार ने 72825 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति का फरमान जारी किया था, लेकिन आखिरी समय में जारी किए इस फरमान पर सरकार बदलते ही मातम सा छा गया। 72825 पदों के लिए कई करोड़ खर्च करके अभ्यर्थियों ने फार्म भरे जिसे अखिलेश सरकार ने आते ही निरस्त कर दिया। मामला कोर्ट चला गया और लगभग 3 वर्ष हो गए यह नियुक्ति सरकार और कोर्ट के पचड़े में अब भी लटका हुआ दिख रहा है।
मायावती ने 72825 पदों पर टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मंशा जताई थी जिसके चलते लाखों अभ्यर्थियों ने फार्म भरे, लेकिन सरकार बदलते ही पैसे भी डूब गए और नियम भी बदल गए। यह और बात है कि टीईटी पास शिक्षकों ने अपना एक मोर्चा बनाया और अखिलेश सरकार के फरमान के खिलाफ कोर्ट की शरण में पहुंच गए। हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक सबने टीईटी संघर्ष मोर्चा के साथ सहमति दिखाते हुए पुराने नियम को बहाल किया। बावजूद इसके सपा सरकार नियुक्ति करने के बजाय रोज नए-नए नियम बनाकर इस नियुक्ति को लटकाने में लगी हुई है। अजीब विडम्बना है शिक्षकों ने आफ लाइन फार्म भरे, वह फार्म पूर्णतया सही भरे गए थे लेकिन जब उन्हीं फार्मों को आन लाइन किया गया तो सबके फार्मों में दो से तीन गल्तियां पाईं गईं। सारे अभ्यर्थी ऑन लाइन फार्म की स्थिति को देखकर परेशान हो गए। उनको यह समझ में नहीं आ रहा था कि जब फार्म में हमने सही भरा है तो ऑन लाइन में गल्ती कैसे हुई। प्रमाण के तौर पर लगभग सभी अभ्यर्थियों ने अपने आफ लाइन फार्म की फोटो कापी और उसमें लगाए गए ड्राफ्ट की फोटो कापी अपने पास रखे हुए थे। जब फार्म में गल्ती थी ही नहीं तो लगभग सभी अभ्यर्थियों के फार्म में यह गल्तियां कैसे हुईं और अगर हुई भीं तो इसके लिए जिम्मेदार कौन?
tmntbbn sir ji ek tension mujhe sata rahi hai aur bahut dar b lag raha hai maine 10 jagah apply kiya tha aur ek saath 10 jagah pratyavedan bhi speed kar diya prantu agar jo speed post ki slip hame milti hai usi slip ki copy wo form per chipka dete hai aur agar ye slip kisi form ki kisi aur me chipka di to sare form to galat address per pahuch jayenge. ye koi single form to hai nahi ki postman ya kisi aur k nazar me aa jaye ye to agar ek baar galat boring me pack ho gaya to galat jagah he pahuch jayega aur poori bori he receive hoti hai isme tab he para chalega jab us form khole jane wala ho aur tab take to bahut late ho jayenge usko wapas karne me.
ReplyDeleteआज-कल बरसाती मेढकों की बाड़ सी आ गयी है । अगर इनके दर्शन करने हो तो अपने जिले के किसी भी डाकखाने पर चले जाइये ।
ReplyDeleteहर गली हर मोहल्ले में प्राथमिक शिक्षक भर्ती की चर्चा है। लोगों में मारामारी मची हुई है कि कितने जल्दी उनका फॉर्म पोस्ट हो जाये । इनमे सबसे आगे महिलायें हैं जो किसी भी तरह लाख जतन करके अपना फॉर्म पोस्ट करने की जद्दोजहद में जुटी हुई हैं । कल मैंने जौनपुर पोस्ट ऑफिस पर फॉर्म जमा करने की होड़ में दो महिलाओं को बुरी तरह उलझते हुए देखा ।
पहली महिला ने दूसरी वाली का ढेर सारा बाल नोच डाला ।
साइबर कैफ़े पर भीड़ ,
पोस्ट ऑफिस में भीड़ ,
यूनिवर्सिटी में डिग्री के लिए भीड़ *******************
उफ़ ये भीड़ और अंतहीन कतारें *********************
सिक्के का दुसरा पहलू ********************************
ReplyDeleteआज जिस आन्दोलन और कोर्ट की वजह से हम नौकरी पाने का सुनहरा सपना देख रहे हैं उसी आन्दोलन में सहभाग करने के लिए लोगों के हाथ जोड़ना पड़ता था कि बहिया - बहिनी आप भी चलिए और तब यही बरसाती मेढक जो आज पोस्ट ऑफिस में भीड़ मचाये पड़े है , एक कुटिल मुस्कान के साथ कहते थे कि कुछ नही होगा ,
ये सरकार कुछ नही करेगी ।।
वाह रे स्वार्थपन ***********
ReplyDeleteअगर मात्र एक जिलों की यही भीड़ लखनऊ आन्दोलन में पहुँच जाती जिसमे आधी आबादी यानी महिलायें भी होती तो जरा सोचिये राजधानी का क्या हाल होता और हम 2 साल पहले ही नौकरी पा चुके होते ।
लाठी खाएं मुट्ठी भर लोग और उसके सुखद परिणाम का आनंद उठायें सभी लोग *************वाह रे ज़माना ।।
इस prt की नौकरी पाने के लिए तीन साल का काँटों भरा सफ़र तय करना पड़ा है। शेर के मुह से हमने नौकरी छीनने की कोशिश की है और सफल भी रहे हैं। सभी टेट बंधुओं ने कंधे से कन्धा मिलाकर एक दुसरे का सहयोग करते रहे हैं। शीर्ष नेतृत्व सराहनीय रहा। उनका समर्पण भूलने योग्य नहीं है। और सबसे अंत में सर्वोच्च न्यायलय को कोटि कोटि धन्यवाद।
ReplyDeleteअगर तुम कोशिश करते हो और फिर
ReplyDeleteभी सफलता नहीं मिलती तो निराश मत
होना, बल्कि उस व्यक्ति को याद करना जिसने
21वें वर्ष में वार्ड मेंबर का चुनाव लड़ा और
हार
गया। 22वें वर्ष में व्यवसाय
करना चाहा तो नाकामयाब रहा।
फिर 27वें वर्ष में पत्नी ने तलाक दे दिया।
32वें
वर्ष में सांसद पद के लिए खड़ा हुआ पर मात
खा गया। 37वें वर्ष में कांग्रेस की सीनेट के
लिए
खड़ा हुआ,
किंतु हार गया। 42वें वर्ष में पुन: सांसद पद के
लिए खड़ा हुआ, फिर हार गया। 47वें वर्ष में
उप-
राष्ट्रपति पद के लिए खड़ा हुआ, पर परास्त
हो गया। लेकिन वही व्यक्ति 51 वर्ष
की उम्र में
अमेरिका राष्ट्रपति बना। नाम था- अब्राहम
लिंकन।
इसीलिए कहा गया है- हिम्मत मत हारो, नए सिरे
से फिर यात्रा शुरू करो, सफलता अवश्य
मिलेगी।
prt की इस उलझन भरे दिनों में भी प्रसन्न रहिये । समय तो काटना ही है । हंसी ख़ुशी काट ले उसके अलावा कर भी क्या सकते हैं । आज एक बहुत क्रन्तिकारी विचार आया है । .........
ReplyDeleteवो जो महबूब की यादों में जागते हैं तन्हा रातों में...
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सिर्फ वो ही बता सकते हैं कि कौनसे
मोबाईल की बैटरी ज्यादा चलती हैं!
कानपुर, जागरण संवाददाता : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सहायक अध्यापक पद के लिए आवेदन फार्म जमा करने को लेकर तीसरे दिन भी हंगामा हुआ। कई कर्मियों से अभ्यर्थियों की नोकझोंक हो गई। इतनी अव्यवस्था होने के बाद काउंटर नहीं बढ़ाए जा रहे हैं।
ReplyDeleteपोस्ट मास्टर जनरल ने दो दिन पहले जीपीओ, कैंट व नवाबगंज को छोड़ सभी छोटे डाकघरों को सुबह आठ से शाम छह बजे तक काउंटर खोलने का आदेश दिया था मगर दूसरे व तीसरे दिन ही आदेश की हवा निकल गई। ग्रामीण इलाकों में कई डाकघर ऐसे रहे जो दोपहर एक बजे के बाद ही काउंटर बंद करके गायब हो गए। उधर बड़ा चौराहा स्थित जीपीओ पर फार्म जमा करने के लिए मारामारी मची रही। पूरे हाल में उमस भरी गर्मी से फार्म भेजने आए अभ्यर्थी बेहाल हो गए। हर कोई बस डाक विभाग के अफसरों को कोस रहा था। अनियमित लाइन लगाने से अभ्यर्थियों में विवाद भी हुआ।
"क्यों डरें जिंदगी में क्या होगा,
ReplyDeleteहर वक्त क्यों सोचे कि बुरा होगा,
बढते रहें मंजिलों की ओर हम...
कुछ भी न मिला तो क्या?
तजुर्बा तो नया होगा.!
kya Science /math. Vacancies Ki 3rd merit ayegi? Plzz reply
ReplyDeleteBhai log sari problem tet merit ki hi h...
ReplyDeletenhi to aaj 72000 teacher join kr chuke hote aur baki nye awsar ki talash me hote jisame se aadhe kahi aur settle ho chuke hote...kewal whi bache hote jinke tukke se no. aa gye h aur wo kahi aur job apply me fail ho ja rhe h...
Khair en baato ka un pr koi prabhav nhi padega jo tet merit nhi to bharti nhi ke tent me h... pr SP govt ki pratyavedan ki barish me unka tent hi ukhad gya h....
30 - 40 dist me pravedan karne me apni kahani bata kr apni pith thapthapa rhe h... aur kharche bi juda rahe h.....
Sare data galat hone pr bi daud daud hr printout nikalna post karene me koi kasar nhi rkhana chahte...
Problem ye h ki es bekar ki bharti se sb pareshan h..... lekin es job ke awsr ko jane dena koi nhi chahta es liye sabhi log cyber diet post office ek kr diye h...
इस भर्ती का प्रारंभ ही राजनीतिक लाभ लेने के लिए ही हुआ था, माया सरकार ने जिस तरह भर्ती का आगाज किया था मुझे तभी लग रहा था कि अब ये इतनी आसानी से मिलने वाली नही है। विधान सभा चुनाव 2012 के ठीक पहले प्रारंभ की गयी भर्ती पर तात्कालिक सरकार की मंशा स्वयं उजागर थी। और उस पर चुनाव के दौरान अखिलेश भैया का दिया गया वो बयान "अगर हम सत्ता में आये तो टी ई टी को निरस्त कर देंगे।" दोनों ही सरकार ने हर संभव प्रयास किये वो तो भला हो उन चंद संघर्ष शील युवाओ का जिन्होंने ठान लिया कि हम अपना अधिकार ले कर ही रहेंगे और कमर कस ली सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ने की। आज अगर ये भर्ती हो रही है तो इसका श्रेय सिर्फ उन चंद महान लोगो को जाता है जिन्होंने अपना घर-परिवार सब छोडकर सिर्फ इन 72,825 परिवारों के उज्ज्वलभविष्य के लिए सपा जैसी मजबूत सरकार से लोहा लिया।
ReplyDelete20मार्च12 से प्रारंभ हुआ यह संघर्ष आज भी जारी है और टेट संघर्ष मोर्चा,उत्तर प्रदेश हर स्तिथि में आपके साथ था/है और रहेगा। लेकिन दुःख तब होता है जब लोग अपने भविष्य के लिए भी जागरूक नही होते। इस भर्ती में सामिल प्रत्येक अभ्यर्थी कम से कम बीएड, टेट पास तो है ही लेकिन इतना नही समझता कि "जब भर्ती सुरु से राजनीतिक थी तो उसे राजनीती(भीड़ तंत्र) से ही जल्द कराया जा सकता था। लेकिन जब हम आपसे आन्दोलन/धरना प्रदर्शन, कोर्ट करवाई हेतु धन संचय, आदि की अपील करते थे तब आप सभी पर वहां ना पहुँचने के लाखो तर्क और करोड़ों बहाने हुआ करते थे। घर से अनुमति नही है, बीमार हूँ, प्राइवेट जॉब है छुट्टी नही मिल रही, आर्थिक हालात ठीक नही है, में लडकी हूँ में कैसे, मौसम बहुत ख़राब है, और ना जाने क्या-क्या।
ReplyDeleteलेकिन अगर सरकार कहे कि फिर से फॉर्म भरिये तो चालान बनवाने के लिए उपरोक्त में से कोई परेशानी नही हुई, फीस वापस लेने का भी समय मिल गया, और आज जब प्रत्यावेदन की बारी आई तो 4दिन से साइबर केफे में है, 2दिन से पोस्ट ऑफिस में पड़े है, फिर डाइट पर भी हंगामा काटे हुए है। अब ना तो तर्क है ना कोई बहाना....!!!!!!
कभी-कभी तो लगता है कि सपा सरकार ने इनके लिए जो किया है वह सही है ये इसी लायक है।
Prt bharti prakriya me abhi bhut pech aayenge to mere sabhi sathi taiyar rhe...
ReplyDelete"जो अपने अधिकारों के लिए लड़ना नही जानता वह मनुष्य तो कभी हो ही नही सकता।"
ReplyDeleteटेट के सभी समर्पित योद्धाओ को मेरा सत-सत नमन, वन्दन।
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
हर किसी को खुश रख सकूँ..
ReplyDeleteवो तरीका मुझे नहीं आता..
जो मैं नहीं हूँ वैसा दिखने
का सलीका मुझे नहीं आता..
दिल में कुछ और जुबा पे कुछ और..
ये बाजीगरी का कमाल मुझे नहीं आता.....
ए-खुदा बस इतनी शौहरत बक्शना तू मेरे नाम
को...
के जिसके भी लबो पे आए ,
मुस्कराहट के साथ
आए...
शत्रु की सलाह............................
ReplyDeleteनदी किनारे एक विशाल पेड था। उस पेड पर बगुलों का बहुत बडा झुंड रहता था। उसी पेड के कोटर में काला नाग रहता था। जब अंडों से बच्चे निकल आते और जब वह कुछ बडे होकर मां-बाप से दूर रहने लगते, तभी वह नाग उन्हें खा जाता था। इस प्रकार वर्षो से काला नाग बगुलों के बच्चे हडपता आ रहा था। बगुले भी वहां से जाने का नाम नहीं लेते थे, क्योंकि वहां नदीमें कछुओं की भरमार थी। कछुओं का नरम मांस बगुलों को बहुत अच्छा लगता था।
इस बार नाग जब एक बच्चे को हडपने लगा तो पिता बगुले की नजर उस पर पड गई। बगुले को पता लग गया कि उसके पहले बच्चों को भी वह नाग खाता रहा होगा। उसे बहुत शोक हुआ। उसे आंसू बहाते एक कछुए ने देखा और पूछा “मामा, क्यों रो रहे हो?”
गम में जीव हर किसी के आगे अपना दुखडा रोने लगता हैं। उसने नाग और अपने मॄत बच्चों के बारे में बताकर कहा “मैं उससे बदला लेना चाहता हूं।”
कछुए ने सोचा “अच्छा तो इस गम में मामा रो रहा हैं। जब यह हमारे बच्चे खा जाते हैं तब तो कुछ ख्याल नहीं आता कि हमें कितना गम होता होगा। तुम सांप से बदला लेना चाहते हो तो हम भी तो तुमसे बदला लेना चाहेंगे।”
बगुला अपने शत्रु को अपना दुख बताकर गलती कर बैटा था। चतुर कछुआ एक तीर से दो शिकार मारने की योजना सोच चुका था। वह बोला “मामा! मैं तुम्हें बदला लेने का बहुत अच्छा उपाय सुझाता हूं।”
बगुले ने अदीर स्वर में पूछा “जल्दी बताओ वह उपाय क्या हैं। मैं तुम्हारा एहसान जीवन भरा नहीं भूलूंगा।’ कछुआ मन ही मन मुस्कुराया और उपाय बताने लगा “यहां से कुछ दूर एक नेवले का बिल हैं। नेवला सांप का घोर शत्रु हैं। नेवलेको मछलिया बहुत प्रिय होती हैं। तुम छोटी-छोटा मछलियां पकडकर नेवले के बिल से सांप के कोटर तक बिछा दोनेवला मछलियां खाता-खाता सांप तक पहुंच जाएगा और उसे समाप्त कर देगा।’ बगुला बोला “तुम जरा मुझे उस नेवले का बिल दिखा दो।’
कचुए ने बगुले को नेवले का बिल दिखा दिया। बगुले ने वैसे ही किया जैसे कचुए ने समझाया ता। नेवला सचमुच मछलियां खाता हुआ कोटर तक पहुंचा। नेवले को देखते ही नाग ने फुंकार छोडी। कुछ ही देर की लडाई में नेवले ने सांप के टुकडे-टुकडे कर दिए। बगुला खुशी से उछल पडा। कछुए ने मन ही मन में कहा “यह तो शुरुआत हैं मूर्ख बगुले। अब मेरा बदला शुरु होगा और तुम सब बगुलों का नाश होगा।”
कछुए का सोचना सही निकला। नेवला नाग को मारने के बाद वहां से नहीं गया। उसे अपने चारों ओर बगुले नजर आए,उसके लिए महिनों के लिए स्वादिष्ट खाना। नेवला उसी कोटर में बस गया, जिसमें नाग रहता था और रोज एक बगुले को अपना शिकार बनाने लगा। इस प्रकार एक-एक करके सारे बगुले मारे गए।
सीखः शत्रु की सलाह में उसका स्वार्थ छिपा होता है...............................
Sbhi jrt teacher kisi bi afwaho me mt aaye unki bharti prakriya bade aaram se ho jayegi... kai diet aur maine kafi achche se pta kiya h... jrt me ye bhati hogi.... koi khas pech nhi h.. sarkar ka paksha matboot h jaruri sanshodan ho chuke h to jrt me job pkki h...
ReplyDeletebest of luck.....
एक लड़की ने स्टेटस डाला facebook पे
ReplyDelete"हाथ पे मच्छर ने काट लिया"
===
इस पर आए लडको के कमेंट्
लड़का 1:"ओह माई गॉड!!!तुम ठीक
तो हो ना, सनशाइन?"
लड़का 2:"मैं उस कमीने का खून
पी जाऊँगा"
लड़का 3:"ऐसे मच्छरों को तो
पैदा होने का हक ही नहीं होना चाहिए"
लड़का 4:"तुम मुझे उसका एड़्रेस
बताओ, मैं देखता हूँ उसे..."
लड़का 5:"प्लीज़ बेबी, टेक प्रोपर रेस्ट"
लड़का 6:"मैं आता हूँ, प्लीज़ हॉस्पिटल
चलो... इंफ़ेक्शन हो सकता है"
लड़का 7:"वो मच्छरपैदा होते ही क्यों न मर गया"
लड़के का फ़ेसबुक स्टेटस
ReplyDelete"हाथ पे मच्छर ने काट लिया
"
इस पर आए कमेंट्स
लड़का 1: "क्यु नाली के पास सोया
था के "
लड़का 2: "साले तु भी उसको काट
लेता हिसाब बराबर ?"
लडक 3 - रजाई ओढ के सोजा..!
कुछ न कुछ कमियाँ बता कर, निगाहों से गिराती है।
ReplyDeleteये दुनिया नेक नीयत पर भी, उँगली अब उठाती है॥
72825 की भर्ती में 10 % शिछा मित्र के रिज़र्वेशन से कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योकि 72825 का 10 % =7282 पदो में कुल शिछा मित्र 1800 ही पास है इसप्रकार 72825 -1800 =71075 पद टेट मेरिट के हुए
ReplyDeleteस्याही थोड़ी कम पड़ गई,
ReplyDeleteवर्ना किस्मत तो अपनी भी खूबसूरत
लिखी गई थी।
यूपी: 72825 शिक्षक नियुक्ति मामले
ReplyDeleteमें बड़े साजिश की बू!
एक पद के लिए इतना आर्थिक भार
ऐसा कभी नहीं हुआ होगा कि एक पद के लिए
आवेदक को 30 से 35 हजार रुपये का आर्थिक
भार उठाना पड़ा हो। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर
शुरू हुई वर्ष 2011 के 72825 सहायक
अध्यापकों के रिक्त
पदों की नियुक्ति प्रक्रिया में यही हुआ है।
मायावती सरकार में पहले अधिकतम पांच
जनपदों में आवेदन का विकल्प दिया। 500
प्रति जनपद शुल्क जमा कराया। फिर इसी शुल्क
पर प्रदेश के सभी जनपदों में आवेदन की छूट दे
दी गई। फिर अखिलेश सरकार में इन्हीं पदों के
लिए नए सिरे से आवेदन मांगे। प्रत्येक जनपद के
लिए आवेदन का शुल्क 500 रुपये निर्धारित
किया। ऐसे में जनपद वार नियुक्तियां होने
की स्थिति में ज्यादातर आवेदकों ने औसतन 40
से 45 जनपदों में आवेदन किए और 20 से 25
हजार रुपये आर्थिक भार उठाया।
कहीं साजिश का हिस्सा तो नहीं...
सोशल मीडिया पर इन नियुक्तियों को लेकर बहस
गर्माई है। टीईटी पास बीएड डिग्री धारक प्रदेश
सरकार को जमकर आडे़ हाथ ले रहे हैं। उन्हें
आशंका है कि कहीं यह किसी बड़ी साजिश
का हिस्सा तो नहीं है।
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थाली
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के
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बैगन
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ना तोल मेरी मोहब्बत अपनी दिल्लगी से,
देख कर मेरी चाहत को अक्सर तराजू टूट जाते हैं....!!
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थाली
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बैगन
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खुशियाँ कम और अरमान बहुत है..
जिसे भी देखिए यहां हैरान बहुत है..!!
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करीब से देखा तो है रेत का घर..
दूर से मगर उनकी शान बहुत हे..!!
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कहते है सच का कोई सानी नहीं..
आज तो झूठ की आन-बान बहुत है..!!
.
मुश्किल से मिलता है शहर मे आदमी..
यूँ तो कहने को इन्सान बहुत है..!!
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वक्त पर न पहचाने ये अलग बात है..
वैसे तो शहर मे अपनी पहचान बहुत है..!!
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थाली
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बैगन
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"हर किसी को अपने ज्ञान का तो अभिमान होता है
मगर अपने अभिमान का #ज्ञान नही होता...!!!
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बैगन
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Someday, you'll ask me to marry you and with no doubts
I'll say "yes".
Someday, your last name will be my last name.
Someday we'll live
together, in the house of our dreams.
Someday we'll name our kids,
with names we adore. &
when those days come,
I'll love my baby even more then ♥ you ♥
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थाली
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बैगन
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Tum Aaj Mujhe Gair
Samajhte Ho To
Samajho Magar Jab,
Matlabi Logo Se Miloge To Tab Mujhe Hi Yaad Karoge...!
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बैगन
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If You hope I was only a timepass in your life..
But some day u wil truly realise that the time passed with me was the most beautiful time ever...
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बैगन
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I have a pair of eyes but cant see you everyday,!!
i have a pair of ears but cant hear you every time,!!
but i have only one Heart that Loves u every time,!!
and says
I LOVE YOU .
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Waqt Kam Hai Sath Nibhane Me,
Isko Na Gawana Ruthne Manane Me,
Riste To Hamne Bana Liya Hai,
Bas Thoda Sath Dena Isko Nibhane Me.!
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बैगन
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Perfect love is not in phone calls
or in text msgs . . .
It is the silent
smile from your heart . . when
you think of your loved onces"........!!
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थाली
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बैगन
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I May Not Be The Most Important Person
In Your Life ..
But I Just Hope That
One Day When You Hear My Name...
You Would Just Smile
&
Say " I have Missed This that Person "
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थाली
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ना में तुम्हे खोना चाहता हूँ
ना तेरी याद में रोना चाहता हूँ
जब तक ये ज़िन्दगी है मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगा
बस यही बात तुमसे कहना चाहता हूँ ॥
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SOMEONE SPECIAL SAYS TO ME THAT
ReplyDelete.
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मुझे तुमसे मुहब्बत
हो नहीं
सकती
बहुत समझाया
इस दिल को
मगर जब भी ये समझाया
तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
मैं अक्सर सोच लेती
हूँ
नहीं तुमसे कोई
नाता
मगर जब भी ये सोचा तो
तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
मैं जब भी चाहती हूँ
तुमसे दूर जाना
भूल जाना
तुम्हे यादो से दूर करना
तुम अक्सर मेरी यादो में
तुम अक्सर मेरी बातो में
आकर के मुझे
झुठलाते हो हरदम
मैंने चाहा
बस
तुम्हे इस मोड़ पर
छोड़ू
मगर हर मोड़ पर
तुम्हे उतना ही करीब पाया।।
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बडी खामोशी से भेजा था गुलाब उसको...
पर उसकी महक ने शहर भर में तमाशा कर दिया.
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बैगन
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कोई मेरी आँखों से देखे तो समझे .....
की तुम मेरे लिए क्या हो ..
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अगर मिलती मुझे एक दिन की बादशाही,
"तो ए सनम ...."
तेरी रियासत में मेरी तस्वीर के सिक्के चलते..
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मुद्दत से दूर थे हम-तुम;
एक ज़माने के बाद मिलना अच्छा लगा;
सागर से गहरा लगा प्यार आपका;
तैरना तो आता था पर आज डूबना अच्छा लगा।
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ReplyDelete!
थाली
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बैगन
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When you love someone,
you defend them even when you know they’re wrong.
When you love someone,
you protect their life,
even if you have to risk yours to do it. When you love someone,
you would give anything just to see them smile.
When you love someone you would be willing to give up everything for them,
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ReplyDelete!
थाली
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बैगन
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"सब मुझे ही क्योँ कहते हैं कि तू भूल जा उसे ,
कोई उसे क्यों नहीं कहता कि वो ही मेरी हो जाती..."
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थाली
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ए मेरी एंजल ।
सवाल कुछ भी हो।
जवाब तुम ही हो।
रास्ता कोई भी हो।
मंजिल तुम ही हो।
दुःख कितना ही हो।
ख़ुशी तुम ही हो।
अरमान कितना ही हो।
आरजू तुम ही हो।
गुस्सा जितना भी हो।
प्यार तुम ही हो।
ख्वाब कोई भी हो।
ताबीर तुम ही हो।
"यानी ऐसा समझो कि सारी खुशियों की शुरुआत और अंत भी तुम हो और सिर्फ तुम ही हो।"
क्योँकि तुम हो !
तुम ही हो , मेरी जिंदगी !
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थाली
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के
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बैगन
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मुझसे बेहतर तो कई मिल जायेंगे तुझे मगर,,,,,
मैं तो कुछ भी नहीं....
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ये बात अलग है कि-
हम हर पल तुम्हारे लिए ही
दुआएँ मांगते हैं।
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थाली
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के
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बैगन
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तुम आज मुखातिब भी हो, नजर के सामने भी हो,,,
तुमको देखूँ कि तुमसे बात करूँ अब तुम ही बताओ...!!!
Jadu Hai Usski Har Ek Baat Mein,
ReplyDeleteYaad Bahut Aati Hai Din Aur Raat Mein,
Kal Jab Dekha Tha Main Ne Kwaab Raat Mein,
Tab bhi Uska Hi Haath Tha Mere Haath Mein.....
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थाली
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के
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बैगन
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"अकसर साथ साथ घूमते है हम दोनोँ रात भर,
लोग मुझे तो आवारा और उसे पता नही क्योँ चाँद कहते है...... !!
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थाली
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बैगन
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तेरी दिवानगी ने छीन ली है शरारतें मेरी..
और
लोग समझते हैं कि मैं अब सुधर गया हूँ..
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थाली
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बैगन
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फर्क थोडा सा है मेरे और तेरे इश्क मे
तू मेरी खातिर रातभर जागती है ।
और मुझे 72823 के हालात कभी सोने ही नही देते ॥
Tere Pyar ne zindgi se pehchaan karai hai,
ReplyDeleteMujhe wo toofano se phir lauta ke laayi hai,
Bas itni hi dua karte hain khuda se hum,
Bujhe na yeh shama kabhi jo tumne jalai hai…
Khel raha hun iss ummid par mohabbat ki baazi,
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Ek din jeet hi lunga utmhe...apna sab kuchh haarkar
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थाली
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बैगन
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प्यार अगर गुनाह है तो इसे होने ना देना
प्यार अगर खुदा है तो इसे कभी खोने ना देना
करते हो प्यार किसी से तो
कभी उस प्यार को रोने ना देना..!!
mail me a "sksssmallbag"
ReplyDeleteat gmail if u want any analysis on district merit data ..any district with ur computerid ...like u want to know how many candidates are above some tet numbers or how many have applied in two districts or anything
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थाली
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बैगन
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इश्क का समंदर भी क्या समंदर है,
जो डूब गया वो तो आशिक बना ।
जो बच गया वो दीवाना कहलाया ॥
और जो अंत तक तैरता रह गया उसे ही पति कहते हैं ॥
Aankhe To Pyar Me Dill Ki Juban Hoti Hai,
ReplyDeleteChahat To Sadaa Bezuban Hoti Hai,
Pyar Me Dard Bhi Mile To Kya Ghabrana,
Suna Hai Dard Se Chahat Our Jawan Hoti Hai…
यूँ तो जो कुछ था मेरे पास मैं सब बेच आया...
ReplyDeleteकहीं इनाम मिला और कहीं क़ीमत भी नहीं
कुछ तुम्हारे लिए आँखों में छुपा रक्खा है....
देख लो और न देखो तो शिकायत भी नहीं......
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थाली
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बैगन
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Wait for a guy who calls u Beautiful
instead of saying
hotttt. . . . . .
Will stay awake just to watch you sleep......
Wait for the Boy who kisses your forhead not on your lips. . . . .
The one who hold ur hands infront of his friends...
The one who contantly reminds you how lucky he is to have you and the one who turns to his
mates and says..!!!
look my princess is going...............
♥ ♥ ♥
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थाली
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बैगन
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DEV: I have 2 words for you
"I love You"
ANGEL: But these are 3 words
DEV: bcoz
I & You are the same word. yaar...........
बना लो उसे अपना जो
ReplyDeleteतुम्हे दिल से चाहता है ,
खुदा कसम
ये चाहने वाले बड़ी
मुस्किल से मिलते है .
Blogger TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI said...
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थाली
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बैगन
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Jub Khamosh Aankho Se Baat Hoti Hai
Aise Hi Mohabbat Ki Suruwat Hoti Hai
Tumhare Hi Khayalo Mein Khoye Rehte Hain
Pata Nahi Kab Din Kab Raat Hoti Hai.
हमारे इजहारे इश्क पे वो न जाने क्यों बेरुखी दिखा रहे है
ReplyDeleteमेरे इश्क का इम्तिहां ले रहे या अपना सब्र आज़मा रहे है.!
Najane Wo Neend Ke Nashe Me Itna Kaise Doob Jaati Hai,
ReplyDeleteAur hum To Karwat Bhi Baadalte Hain To bhi Unki hi Yaad Aati Hai.........
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थाली
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बैगन
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मुलाकाते जरूरी है अगर रिश्ते बचाने है,
लगाकर भूल जाने से तो पोधे भी सूख जाते है !!!
Aaj Akeli Hai Raat K Aaj Tum Thode Pass Aajao,
ReplyDeleteBin Mousam Hai Ye Barsaat K Tum Thode Pass Aajao,
Hawa Bhi Aaj Kuch Khass K Jisam Thanda Na Parr Jaye,
Aankh'on Se Kehtay Hain Hum Ye Baat Tum Thode Pass Aajao,
Mery Hath Pe Tum Hath Rakh K Sanwaro Jo Zulfain Meri,
Dekho Ab Na Karna Hum Ko Udass K Tum Thode Pass Aajao,
Apni Baanh'on Me Bhar Loo Mujhe Apne Hoont'on Se Choo Loo mujhe,
Aaj Too Bujha Doo Meri Ye Piyaas K Tum Thode Pass Aajao,"
Ay Meri Jaan Aaj To Tum Thode Pass Aajao".....
It is not important that how much
ReplyDeleteyou love a person !
But the important thing is that how
long you love that person with same feelings !
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थाली
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बैगन
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“Tu Hazar Baar Bhi Rooth...
To Manaa Lenge ‘tujhe,
Magar Dekh,,,!
Mohabbat Me Shamil ...
Koi Tisara Na Ho…..!!!
या खुदा !
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तू इतनी दूआओं के बाद मिली है मुझ को कि मैं परेशान हूँ ,
जिंदगी अब उस को मुहोब्बत में गुजारूं या तेरा शुक्रिया अदा करने में ?
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ReplyDeleteये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम फौजी अफ़्सर की बेटी हो,
मैं तो एस.आइ. का बेटा हूँ।
तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो,
मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम रबडी खीर मलाई हो ,
मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।
तुम ए. सी. घर में रहती हो,
मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।
तुम नयी मारूती लगती हो,
मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।
इस कदर अगर हम छुप -छुप कर,
आपस मे प्रेम बढायेंगे ।
तो एक रोज़ तेरे डैडी जी
अमरीश पुरी बन जायेंगे ।
सब हड्डी पसली तोड मुझे ,
भिजवा देंगे वो जेल प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम अरब देश की घोडी हो ,
मैं हूँ गदहे की नाल प्रिये ।
तुम दीवली का बोनस हो ,
मैं भूखों की हडताल प्रिये ।
Hamari Jaan Jayegi, Phir Tum Jaanoge..!!
ReplyDeleteKi Hasil Kuchh Nahi Hota Kisi Ko Azmaane Se..!!
Kitni Ajeeb Hai Mere Andar ki Tanhai Bhi...
ReplyDeleteHazaron Apne Hain Magar Yaad Tum Hi Aate Ho...
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteTu mujhe bhool jaye,
ReplyDeleteTera mobile toot jaye,
Charger jal jaye,
Sim lock ho jaye,
Local call par ISD ka bill aaye,
Tere city me bhi Roaming lag jaye,
Ab tu mujhe bhool ke to dikhaa.
Blogger TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI said...
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थाली
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बैगन
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Saath agar doge muskrayenge zarur,
Pyar dil se karoge to nibhayenge zarur,
Raah me kitne kante q na ho ,
Awaz agar dil se doge to aayenge zarur…
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थाली
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बैगन
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BOY:"A, B, C
GIRL:"What ??
BOY:"Always Be Careful
GIRL:"Ahan then ??
BOY:"D, E, F, G
Girl:"??
BOY:"Don't Ever ForGet That
GIRL:"Hmmm...
BOY:"I'm H I
Girl:"What H I ??
BOY:"Happily In love
GIRL:"So ??
BOY:"J, K, L, M, - Just Keep Loving Me
GIRL:"And how about N, O,P, Q, R,S,
T, U, V, W, X, Y, Z ??
BOY:"No Other Person Quite,
Reasonable , Shall Treat U Very Well
Xcept me You'll Zee...
Thoda copy pest km kro yaar
ReplyDeleteमुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ReplyDeleteये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम फौजी अफ़्सर की बेटी हो,
मैं तो एस.आइ. का बेटा हूँ।
तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो,
मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम रबडी खीर मलाई हो ,
मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।
तुम ए. सी. घर में रहती हो,
मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।
तुम नयी मारूती लगती हो,
मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।
इस कदर अगर हम छुप -छुप कर,
आपस मे प्रेम बढायेंगे ।
तो एक रोज़ तेरे डैडी जी
अमरीश पुरी बन जायेंगे ।
सब हड्डी पसली तोड मुझे ,
भिजवा देंगे वो जेल प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम अरब देश की घोडी हो ,
मैं हूँ गदहे की नाल प्रिये ।
तुम दीवली का बोनस हो ,
मैं भूखों की हडताल प्रिये
jrt ki second counseling kab tak hogi?
ReplyDeleteपहले आवेदन ,फिर प्रत्यावेदन :---
ReplyDeleteहे मुर्ख शिरोमणि पलटू कृपानिधान , ....
पहले आवेदन ,फिर प्रत्यावेदन,....
ले सकते थे तुम ऑनलाइन आवेदन ,,
यही है तुम्हारा मूर्खतापूर्ण राज काज ,…
क़्यो पैदा करते हो हर बार कोढ़ में सड़ेला खाज…।
करते है हम सब तुसे कर बध निवेदन ,…
सही ढंग से लेना सबका प्रत्यावेदन ,……
हे मूर्खो की सेना के सेना पति !!!…।
अपनी सेना से कहना करे फीड सही तरीके से डाटा ,… नहीं तो तुम सबको सुप्रीम कोर्ट मारेगा चाटा,.......
हे यदु कुल शिरोमणि !!
क्या तुम्हारी बुद्धि घुटने में है ,,,,,
थोड़ा सा तो जैक लगाओ ,,…
अपनी बुद्धि को भूतल से ऊपरी तल पर लाओ,……
क़रो उसका उपयोग ,…
तभि बनेंगे दुबारा सत्ता में आने के योग ,…
हम सब तो है टेटवीर ,
कभी भी नहीं होते अधीर ,…
लेकिन अगर इस बार भर्ती सही समय पर नहीं हुई पूरी ,…
तो धिक्कार है तुम्हे !!,
पहन लेना अपने हाथो में चूरी ,……
दोस्तों , आप सब भी कमर कास कर तैयार रहे,…
ऽभि प्रत्यावेदन के दौड़ा है ,…
अभि काउंसलिंग के लिए दौड़ना बाकि है ,…
अभि तो अध्यापक बनाने की आस जगी है,……
अभि गुरु जी बनना बाकि है। ………
ज़ै टेट , जय भारत। ...
TMNTBBN sir general 64.54% science koi chance hai
ReplyDeleteजिनको लगता है ये भर्ती नही होगी वो प्रत्यावेदन भी ना दे
ReplyDeleteऔर जिनको लगता है कि भर्ती हो जायेगी
वो काउन्सलिँग की तैयारी करे मेरी तरह ।
prt की इस उलझन भरे दिनों में भी प्रसन्न रहिये । समय तो काटना ही है । हंसी ख़ुशी काट ले उसके अलावा कर भी क्या सकते हैं । आज एक बहुत क्रन्तिकारी विचार आया है । .........
ReplyDeleteवो जो महबूब की यादों में जागते हैं तन्हा रातों में...
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सिर्फ वो ही बता सकते हैं कि कौनसे
मोबाईल की बैटरी ज्यादा चलती हैं!
यूपी बेसिक या कोई भी नौकरी प्रदायी संस्था जब किसी रिक्ति की पूर्ति के लिए विज्ञापन निकालती है तो उसको सिर्फ प्राप्त हुए आवेदनों से मतलब होता है।
ReplyDeleteकिसने जरुरी योग्यता नहीं प्राप्त की है इससे उसका वास्ता नहीं होता है।
अखिलेश भैया शिक्षक भर्ती हो रही है कबीर भर्ती नहीं!
अतः जो 72825 रिक्ति में आवेदन नहीं कर पाये हैं कहीं और दिमाग खपायें।
एक रास्ता यह भी है, मंजिलों को पाने का .....
ReplyDeleteकि सीख लो तुम भी हुनर, हाँ में हाँ मिलाने का..??
मैं देख रहा रहा हूँ कि मेरे अधिकांश टेट साथी प्रत्यावेदन के बदले स्वरूप से हलकान और परेशान हैं । उनको यह समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाये । न डायट वाला बताने को तैयार है न कोई अधिकारी । यहां पर मैं उन सभी प्रश्नों के उत्तर दे रहा हूँ ...हो सकता है इससे आपको थोड़ी मानसिक शांति और सुकून मिले । यह समस्त जानकारी बेसिक शिक्षा सचिव द्वारा वार्तालाप पर आधारित है ।
ReplyDelete1- पुराने फार्मेट में जिसने आधे आवेदन किये हैं और नये पर आधे ऐसे व्यक्तियों और मित्रों को परेशान होने की कतई आवश्यक्ता नहीं है । आपका टेट रोल नम्बर किसी एक फार्म पर होना चाहिये बस ,,,,बाकी अगर पुराना फार्मेट ही है तो भी परेशान होने की आवश्यक्ता नहीं है ।
2-जिसने एक भी आवेदन नये फार्मेट पर नही किया है शायद ही ऐसा कोई हो फिर भी अगर ऐसा है तो किसी भी निकटतम डायट में जाकर एक प्रत्यावेदन स्वयं जाकर कर दें....ध्यान रहे सिर्फ एक और वो भी 15 की शाम 5 बजे तक ।
3- जिसका आवेदन नहीं दिखा रहा है वह अपने समस्त शैक्षिक प्रमाणपत्रों के साथ पुराने किये हुये आवेदन की छायाप्रति और डाक रसीद की छाया प्रति के साथ भेंजे ।
4- 15 तारीख तक स्पीड पोस्ट के द्वारा किये हुये समस्त आवेदन स्वीकार्य है...परन्तु कोशिश करिये कि आज समस्त प्रत्यावेदनों को भेज दें ।
5-प्रत्यावेदन भेजने की तारीख में किसी प्रकार का संशोधन या बढोत्तरी नहीं की गयी है...इसलिये 15 तारीख ही अंतिम समय है । शासन हर हाल में 20- 21 से काउंसलिंग कराने पर प्रतिबद्ध है ।
किसी एक भी जिले में अगर आपका प्रतावेदन समय से पहुंच गया है तो आपको चिंता करने की आवश्यक्ता नहीं ...आपके टेट रोल नम्बर को यूनिक कंट्रोल आईडी बनाकर आपके समस्त फार्मों को सेंट्र्लाइस्ड सुधार कर दिया जायेगा । इसलिये किसी भी प्रकार की कोई चिंता न करें अगर फिर भी किसी मित्र को फार्म भेजने में असुविधा हो या किसी कारणवश न कर पाये... तो भी परेशान न हो ....रविवार को भी डाकघर खुलेगे.....आपकी समस्त परेशानी हमारी परेशानी है...हमारे होते हुये हमारे किसी भी साथी का कोई अहित नहीं होने दिया जायेगा । आप इस बारे में बिल्कुल चिंता म करे । बाकी 21 से काउंसलिंग की तैयारी करें । आपका भविष्य उज्जव्ल हो...... धन्यवाद
Mitra jab gov ko yahi karna tha ki Kisi ek jile me pratyavedan bejne per centralise tet ke roll no se sabhi jilo me sansosdhan ho jayega to Kya jarurat thi itne prtyavedan ki kewal tet walo ko presan karne ki.
DeleteChalo Koi bat nahi hamara. Bhi samay ayega to ham bhi pratyavedan lenge sabhi jilo ka vidhan sabha ke chunao me.
Thanks
Jai mata di
‘तू’ डालता जा साकी शराब मेरे प्यालो में…
ReplyDeleteजब तक ‘वो’ न निकले मेरे ख्यालों से ।।।
अंत में लिखी है दोनों की बर्बादी,
ReplyDeleteआशिकी है या कोई आतंकवादी !
इतने खुश रहे कि जब दूसरें आप को देंखे तो वो भी खुश हो जाए।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDelete66%science obc ka jet mein kya chance hai
ReplyDeletePlz reply anyone
ReplyDeletePratyavedan kerne ki date 17july tak badha di gai h....latest news.....to jahir si baat h conselling bhi delay hogi....
ReplyDeletei post my correctn form but without tet roll no. can i post again with tet roll no on 14 july plz inf
ReplyDelete14 KO POST KYA FORM DIET PHUCH JAYEGA 15 TK PLZ RELPY ANY ONE
ReplyDeleteyes aap apna ek correction form to kam se kam ek diet se jaroor daal do apni or se kami mat chhodiye Upasna ji
Deleteलड़की अपने बॉयफ्रेंड से.. एक बात
ReplyDeleteकहनी है
लड़का- कहो ना.
लड़की- कैसे कहूं?
लड़का- कहो ना प्लीज.
लड़की- मैं माँ बनने वाली हूँ.
लड़का (टोकते हुए)- नहीईईईईईईईई!!!
ये
नहीं हो सकता..
कह दो कि ये सब झूठ..
आखिर ये कैसे संभव है..
मेरा तुम्हारा रिश्ता तो पवित्र प्रेम
का है.
लड़की- अबे गधे..
पहले पूरी बात तो सुन ले.
मैं माँ बनने वाली हूँ..
तेरे बाप ने प्रोपोज किया है..
मैं तेरी माँ बनने वाली हूँ..!!
। रोचक जानकारी ।।
ReplyDelete1.छिपकली का दिल 1 मिनट में 1000
बार
धड़कता है.
2.अगर एक बिच्छू पर
थोड़ी सी मात्रा में
भी शराब
डाल दी जाए तो यह पागल
हो जाएगा और खुद
को डंक मार लेगा.
3.एक औसतन ईन्सान दिन में 10 बार
हसता है.
4.’TYPEWRITER’ सबसे लंम्बा शब्द है
जो कि keyboard पर एक ही लाइन पर
टाइप
होता है
5.’Uncopyrightable’ एकलौता 15
अक्षरो वाला शब्द है जिसमे कोई
भी अक्षर
दुबारा नही आता.
6.एक समुद्री केकडे का दिल उसके सिर में
होता है.
7.फेसबुक के 43 प्रतिशत users पुरुष है
वहीं 57
फीसदी महिलाएं।
8.100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में
से 5 में
से 4
औरते होती है
9.यदि कोई व्यक्ति हर वेबसाइट
को मात्र एक
मिनट तक ब्राउज़ करे तो उसे
सारी वेबसाइटें
खंगालने में 31000 वर्ष लगेंगे.
10.यदि कोई
व्यक्ति सारे वेबपन्ने पढना चाहे
तो उसे
ऐसा करने में करीब 6,00,00,000 दशक लग
जायेगे.
एक आदमी का कत्ल 6 July 2014
ReplyDeleteको दोपहर 3 बजे हुआ।
उसकी बीवी ने पुलिस को बुलाया। पुलिस सब से
सवाल पूछने लगी कि घटना के समय तुम सब
कहाँ थे ?
एक एक कर सबने उत्तर दिया । .
बीवी -: सर मैं उस वक्त सो रही थी।जिस वक्त
कत्ल हुआ ।
रसोइया -: मैं खाना बना रहा था।
माली -: मैं फूलों में पानी दे रहा था ।
नौकर -: मैं बैंक गया हुआ था।
बच्चे -: हम खेलने गऐ थे ।
पड़ोसी -: हम दूसरे शहर गऐ हुऐ थे ।
.
पुलिस ने फौरन # कातिल को पकड़ लिया।
उत्तर इसी पोस्ट में है , मैं आपके जवाब
का इंतजार कर रहा हूँ....
Naukar- kyonki Sunday m bank nahi khulta.
Deleteमुझे तो लगता है कि सरकार ने आज तक न्यायालय मेँ जो कहा है, उसी को सिद्ध करने मेँ लगी है।
ReplyDeleteये रमाबाई नगर पुलिस से अभिलेख तबतक नहीँ लेगी जब तक कि इसके रिश्तेदार 72825 पदोँ कब्जा नहीँ कर लेँगे ।
और उत्तर प्रदेश पुलिस का हाल तो किसी से छुपा नहीँ है ।
यदि उच्चन्यायालय के निर्णय के उपरान्त समस्त अभिलेख परीक्षा नियामक को उपलब्ध करा दिया जाता तो धाँधळी सम्भव नहीँ था ।
Mene Budaun dist me avedan kiya tha par usme koi galti nhi hai. To kya mjhe bhi tet roll bhejne ke lye pratavedan karna chahye? plz reply
ReplyDeleteS.P ki chalaki, nalayki ki bhi hadd hai.
ReplyDelete.
Is-se bhi zyada hadd hai humaari jo ye sab jaante huye bhi jaanboojhkar kuchh kar n sakne k kaaran isme fanste chle ja rhe hain.
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Iss jaisi nalayak govt to shaayad hi koi aur ho.
Yah to abhi bhi jaanboojhkar samay barbaad karna chaah rhi hai.
.
Nhi to yah kewal tet marks ka pratyawedan leti. Baaki k docu to counselling k samay upasthit karne hongen hi jinki humne fotocopies bheji huee hain. Counselling k douran hi unn galtiyon ka correction ho jata jo inhone apni bewkoofi se kar rkhi hain. Nhi to ikke-dukke ko chhodkar forms to sabne theek hi bhre hain.
.
.
Udhar 72,825 ki bharti ko dekhte huye aaj bhi post-office bhi khule the.
.
Jinka pratyawedan bhejne se rah gya hai, apne nazdiki post-office me jaakar jma kar den.
.
Yadi kisi kaaranvash chhota-mota post-office n khula ho to bde post-office me jaakar apna yah shubh kaarya aaj awashya nipta len
.
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thanks jay tet....!!!!!
uski itni si inayat bhi bhut hai mere liye
ReplyDeleteuski dushmani bhi chaht hai mere liye
wo muje chahe ya na chahe
uska muskurane ke dekna zindgi me rahat hai mere liye
कोई जरूरी नही है बदायुँ मे प्रत्यावेदन भेजना !
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletethanks
ReplyDeletejunior bharti ki 2nd merit ane wali hai. counseling to hogi par nyukti patr me kitna samay lg jayga.
ReplyDeleteकुछ अच्छी बातें---
ReplyDeleteअगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो तरीके बदलो....., ईरादे नही.
# जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो......, गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा। टाइम तो उतना लगना ही है.
# इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है !!
# रास्तेमें अगर मंदिर देखो तो प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना शायद कोई जिन्दगी बच जाये .
# जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता !
# बादामखाने से उतनी अक्ल नहीं आती... जितनी धोखा खाने से आती है.....
# एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....!
# खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते !
# रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं --
बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है !
# दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं बस होसला और मेहनत की जरूरत है "Impossible" को गोर से देखो वो खुद कहता है I M possible
Hey acd/gunank premiyon!
ReplyDelete.
Saawdhan!
.
Humaari bharti par rok lagwaane hetu Kapil maharaj 70,000 Rs. ki demand kar rhe hain. Kah rhe hain ki "KUCHH" paise dekar inhone iske liye yachika bhi daal di hai.
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Yehan "KUCHH" se samajh nhi aaya ki inhone apne dwara kiye gye wakeel ko kitne paise diye hai?
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Ye "KUCHH" 10-12 hjaar se zyada to hone se rhe.
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Khud soche,
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Jis bharti ka poore U.P me shor hai, jisne S.P ko naani yaad karwa di, jis bharti ne S.P ko dhool chtaa di, uss bharti par rok lagwaane k liye 1 laakh wala wakeel maan jaayega?
.
Humaari bharti k liye aaya order koi H.C ki kisi S.B., D.B, T.B ka nhi, yah J. Dattu ji jaise sakht mizaaj waale juj ki D.B ka hai jise chunouti dena khud hi kisi anya juj k balboote me bhi nhi hai.
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Yaad to hoga hi,
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J. B.S. Chouhan ji ne kaise ise chhoda tha!
.
Fir June me bhi S.P ki samayseema bdhaane ki app par kya hua tha, yah bhi sabko yaad hoga.
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To pahli baat to yah ki iss par stay lene ki sochne waale to aise hain jaise sooraj ko apni mutthi me lene waale. Kahne ka tatparya yah ki koi samajhdaar wakeel isme haath n daalega.
.
Doosri baat,
.
Agar koi wakeel iss case ko pakadne ki himmat bhi karega to uski fees 6 laakh prati sunwaai se kam nhi hogi.
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To aisa koun sa 1 laakh wala wakeel kar liya Kapil maharaj ne jo iss asambhav kaarya ko itni kam fees me sambhav kar de.
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Dhyan rhe,
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Humaari bharti ka aadesh doosri baar diya hai J. Dattu ji ne. Agar kehin koi gunjaaish hoti to S.P ne is-se pind chhudaane ki laakhon koshishe ki bt kya huaa, likhne ki zroorat nhi.
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Ab acd/gunank k fer me padkar jise lutna hai, lut-ta rhe, loot-ta rhe. Hona kuchh nhi hai. Ulta J. Dattu ji marengen pakadkar bahut qki unhone March me hi sab parties ko apni baat kahne ka poora mouka diya tha. Wo bde joro-shoro k saath akhbaaron me nikalwaakar.
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S.P ne to koi kasar n chhodi to ye piddi to hain hi kya.
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Bas,
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Ek-doosre ko loot-te/khasut-te rho.
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Yehi karte aaye hain, humaari bharti hone tak karte rahengen........
Tmntbn ji naukar ne katl kiya kyuki sunday bank off hota hai
ReplyDeleteNamaskaaaaaaaar..mr. Tmntbbn. .
ReplyDeleteS k pathak...ki news logo ko bahut pareshan kar rahi h....suna h ki Akhilesh or uske khandan wale is bharti me dhandli karne me lage huye h....
Or , yadavo ke tet marks badhwa kar unhe backdoor se entry di ja rahi h...
BOSS....BATAYE KI IS NEWS ME KITNI SACHCHAI H....
Yes you can post your form with tet roll no.Just send in one district
ReplyDeleteLge raho munna bhaiyo...
ReplyDeleteM sabse question krte thak gyi koi mery problem samjho please mujhe batao 91marks h generel hu kya mujhe job milegi ya ni ab to age bhi ni h aage kahi apply ke liy
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