टीईटी उत्तीर्ण करेंगे विस का घेराव
(UPTET : TET Candidates will seize Assembly )
मुजफ्फरनगर(ब्यूरो)। टीईटी उत्तीर्ण छात्रों की कंपनी बाग में हुई बैठक में 30 मार्च को लखनऊ में विधानसभा का घेराव करने का निर्णय लिया गया। बुधवार को आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष बलकेश चौधरी ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण छात्रों की भर्ती प्रक्रिया में जान बूझकर लेट लतीफी की जा रही है। हरेंद्र मलिक, अमित बालियान, संजय राजपूत, पराग अरोरा, महबूब अली, सतेंद्र, नैनपाल, राहुल, साकिद अली, परवेंद्र मलिक, नवीन सैनी, राजीव कौशिक, अमित कुमार, महेंद्र सैनी, गौरव गर्ग, रजनी, मनोज और मोनिका उपस्थित रहे।
लखनऊ जाएंगे टीईटी पास
संभल। टीईटी संघर्ष मोर्चा केतत्वावधान में 30 मार्च को लखनऊ विधानसभा के सामने धरना प्रस्तावित है। इसको सफल बनाने के लिए टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण बीएड बेरोजगार शाम पांच बजे संभल के रोडवेज बस अड्डे से लखनऊ रवाना होंगे। यह जानकारी नवनीत चौधरी ने दी।
शिक्षा सचिव के बयान की निंदा
ढबारसी। टीईटी उत्तीण अभ्यर्थियों की बैठक में बेसिक शिक्षा सचिव के उस बयान की निंदा की गई। जिसमें नियमावली में संशोधन की बात कही गई है। वक्ताओं ने कहा कि अध्यापकों का चयन शैक्षिक मेरिट के आधार पर नहीं बल्कि टीईटी की मैरिट के आधार पर होना चाहिए। सुरेंद्र कुमार, नवल सिंह राणा, रतन त्यागी, विजयपाल सिंह, अथर अली आदि मौजूद रहे।
विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर बनेगी मेरिट - टीईटी पास को झटका
•अभ्यर्थियों ने कहा-अन्याय हुआ तो कोर्ट जाएंगे
सहारनपुर। शिक्षक पात्रता परीक्षा की मेरिट की बजाय पुराने सिस्टम से अंकों की मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी से उन हजारों अभ्यर्थियों को झटका लगा है, जिन्होंने यूपी बोर्ड से इंटरमीडिएट परीक्षा पास करने के बाद बीएड की डिग्री हासिल की है। ऐसे अभ्यर्थियों का कहना है कि अंकों के हिसाब से उनकी मेरिट सीबीएसई वालों से कम ही रहती है और इस स्थिति में विशिष्ट बीटीसी की तरह इस बार भी वे फिसड्डी ही रह जाएंगे। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब पुरानी मेरिट सिस्टम से ही नियुक्ति तय की जानी है तो फिर परीक्षा कराने का क्या फायदा और पास होने से क्या लाभ?यूपी बोर्ड वाले ऐसे ही अभ्यर्थियों विकास कुमार, रवींद्र कुमार और अरविंद सिंह का कहना है कि उनके बोर्ड में काफी मेहनत के बाद भी इतनी अच्छी मेरिट नहीं आती थी जितनी सीबीएसई बोर्ड में आती रही है। शिक्षक पात्रता परीक्षा की व्यवस्था लागू होने के बाद उन्हें लगा था कि अब उनके साथ न्याय हो पाएगा। अंकों के हिसाब से मेरिट कम होने के बावजूद उन्होंने परीक्षा पास की और मेरिट भी अच्छी रही, मगर अब तो इस एग्जाम और इसके परिणाम का कोई मतलब ही नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि सहारनपुर मंडल से ही पास होने वाले 21 हजार अभ्यर्थियों में 40 फीसदी से ज्यादा ऐसे हैं जो यूपी बोर्ड वाले हैं और उनकी मेरिट सीबीएसई वालों से नीचे ही रहेगी। इसलिए हजारोें अभ्यर्थियों के लिए तो टीचर बनने का ख्वाब पहले ही टूट गया है। यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता है तो वे कोर्ट जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। अब सरकार को टीईटी की मेरिट के सिस्टम से ही नियुक्तियां करनी चाहिएं, क्योंकि परीक्षा पास करके अभ्यर्थियों ने कोई गुनाह तो नहीं किया। यह भी जरूरी नहीं है कि जिसकी अंकों की मेरिट अच्छी हो, वही टीचर बनने योग्य हो और टीईटी एग्जाम पास करने वाला नहीं।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने दिया धरना
रामनगर (सं.)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बुधवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में शास्त्री चौक पर धरना दिया। नेतृत्व अश्वनी मौर्य ने किया। 50 से अधिक संख्या में मौजूद अभ्यर्थियों ने मांग की कि टीईटी पास लोगों की मेरिट के आधार अध्यापक पद पर भर्ती की जाए। सरकार से मांग की कि प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट सूची आधार पर की जाए। धरना में राजेश झा, सुरेंद्र यादव, सृजन श्रीवास्तव, आशुतोष पांडेय, आरती शुक्ला, रमेश गुप्ता, मनीष सिंह आदि मौजूद थे।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक एक को
भदोही। यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में रविवार, पहली अप्रैल को पूर्वाह्न 10 बजे भदोही तहसील परिसर में एक सभा का आयोजन किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए आदिल अंसारी ने समस्त टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से बैठक में भाग लेने की अपील की है। कहा कि मेरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया आगे बढ़ाने की मांग की जाएगी।
टीईटी धारकों ने किया प्रदर्शन
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