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Thursday, March 29, 2012

Good NEWS - UPTET / RTET Rajatshan Highcourt : Now B. Ed Degree Holder can Apply for PRT Jobs, who Passed TET (Primary Level)

बीएडधारक दे सकेंगे लेवल वन भर्ती परीक्षा 
RTET / Jodhpur Highcourt : B. Ed.  Degree Holder, Who qualified for RTET  / TET (Primary Level), Can Apply for Primary Teacher Job


प्रा. शिक्षक के लिए आवेदन कर सकेंगे बीएडधारी



जोधपुर। शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रथम स्तर (पहली से पांचवीं कक्षा) के लिए अब बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थी भी आवेदन कर सकेंगे। उच्च न्यायालय ने विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई के बाद बुधवार को यह अंतरिम आदेश पारित किया। अब तक बीएड योग्यताधारियों को उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए ही योग्य माना जा रहा था।

इसे चुनौती देते हुए याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता डॉ. पुष्पेन्द्रसिंह भाटी, कैलाश जांगिड़, कानसिंह ओड एवं अन्य का कहना था कि शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) में बीएड डिग्रीधारियों को प्राथमिक कक्षाओं (फर्स्ट लेवल) के लिए योग्य माना गया था। याचिकाकर्ताओं ने प्रथम स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण भी कर ली। ऎसे में अब उन्हें केवल उच्च प्राथमिक कक्षाओं (छठी से आठवीं) के लिए ही आवेदन करने को बाध्य करना उचित नहीं है। याचिका में इसे असंवैधानिक बताया गया।


इसके विपरीत राज्य सरकार के वकीलों का कहना था कि शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए यह निर्णय किया गया है। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद न्यायाधीश संगीत लोढ़ा ने याचिकाकर्ताओं को भी अंतरिम रूप से प्राथमिक कक्षाओं के लिए आवेदन करने की इजाजत दे दी।



News : Rajasthan Patrika (29.3.12)

32 comments:

  1. hamare liye to gud news tb hogi jb is tet ki bharti tet marit pr jaldi shuru ho,gov ko apna decision change karna padega

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  2. JAI TET MAI JAI TET MAI TERE KARAN HUM LOGO PE AFAT AYI HUM SAB TET WALE RO RO KE DETE HI DUHAI HAMNE TET Q PASS KAR LIA MAI AB CHARO TARAF HONE LAGI JAGHASAI JAI TET MAI JAI TET MAI

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  3. @arun sharma aapne mere man ki baat keh di.

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  4. up gov jo natak is samay kr rahi h iska andaja to tha,bt itni besharmi se natak karegi iska andaja nahi tha

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  5. jin youaon ne akhilesh g ko cm banaya unnhi pr ladhiyan chalwa di besharmi ki koi had hoti h

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  6. BHAIYA YE B.S.P. KI POLICE BHARTI KA BADLA LE RAHE HAIN.

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  7. lucknow chalo . Is bar pahle ka record todna hai.

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  8. hahaha a baid news hai ab to sala pakka tet v cancel ho sakati hai kyo ki dubara jo 1-5 me b.ed. wale shamil jo ho sakate hai

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  9. ARE BARUTA

    TOO KYON ROOTHA

    KYA KISI NE MAR DIYA KHINCH KAR J...

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  10. Bhai log kareeb 3 lakh log pass ho tet .. Jiske jisme zyada he wo usme chah raha he bharti... Kal tet neta log ye zarur decision le le ki bharti ho chahe jisse koi baadha na pahuchae? Agar sabhi tet merit chahte he to tvarit kaarvaahi ka plan bane in dharno se koi dabav nahi banega? Kewal media waalo ko time paas trp milegi? Kuch bi karna ho uska manthan va sahmati fir uspar amal zaruri he..

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  11. sunin kumar@ shyari ki shaukh hai kya??? sunau kya???

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  12. @BARUTA JI

    MAINE IS LIYE KAHA THA KYONKI KAL TAK TUM TET K FAVOR M THE AB TO AB KYON PALTI MAR RAHE HO.

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  13. @BARUTA

    AGAR TOO AISE HI MAREGA PALTI

    KOI LADKI TERE PAR NAHIN KAREGI ULTI

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  14. टीईटी और विज्ञापन को निरस्त करने की तैयारी में बेसिक शिक्षा विभाग ǃ
    टीईटी में अच्छा अंक पाने वाले लाखों छात्रों के साथ होगा धोखा ǃ
    फसेगा कानूनी पेच ǃ
    नियमावली में संशोधन कर एकेडमिक होगा अन्‍तिम चयन का आधार ॽ
    टीईटी के महत्व को कम करने की कोशिश ǃ

    गलती को सुधारने के बजाये परीक्षा निरस्त करने की तैयारी ǃ
    आखिकार उत्‍तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्‍त करने के लिए तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही अध्‍यापक भर्ती नियमावली के नियम को भी नई प्रक्रिया के लिए बदला जायेगा। वर्तमान में टीईटी के मेरिट से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती का प्रावधान है जिसे मायावती सरकार ने संशोधित किया था। तब एनसीटीई के आरटीई एक्ट के मुताबिक शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य हो गया जिससे मायावती सरकार ने ही चयन का आधार बना दिया था और इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई लेकिन याचिका खारिज कर दी गई वहीं चयन का आधार टीईटी मेरिट को सही कहा गया। वहीं 72 हजार प्राईमरी टीचर का विज्ञापन निकाला गया लेकिन हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दिया जिसकी सुनवाई चल रही है। जिसमें हर जिले के डायट की जगह संयुक्त रूप से नियुक्‍ति के लिए निकाली गई इस विज्ञापन को चुनौती दी गई है।
    बेसिक शिक्षा विभाग टीईटी में हुई धांधली को सुधारने और जांच करने के बजाए खुद को बचाने के लिए टीईटी और विज्ञापन दोनों को निरस्‍त करने का फैसला ले सकती है। साफ है कि विभाग खुद को बचाने और अपनी जिम्‍मेदारियों से पल्‍ला झाड़ने के लिए लाखों लोगों की मेंहनत और पैसे की परवाह नहीं है। बस जैसे तैसे टीईटी के मेरिट से चयन प्रक्रिया से बचने के लिए अध्‍यापक नियुक्‍ति नियमावली में शैक्षिक रिकार्ड देखकर भर्ती करने के संशोधन पर विचार कर रही है। जिससे बेसिक शिक्षा विभाग सारी परेशानियों से बच सके।
    टीईटी मेरिट से चयन का आधार क्यों बदला जा रहा हैॽ
    लेकिन पिछली सरकार के टीईटी मेरिट के फैसले को बदलना और विज्ञापन को निरस्‍त कर नये सिरे से भर्ती प्रक्रिया करना क्‍या न्‍यायोचित हैॽ क्‍या इसे हाईकोर्ट में इसलिए चुनौती दी जा सकती की यह बदले की भावना से किया गया है और लाखों ईंमानदार और मेंहनती छात्रों के साथ शरीरिक मानसिकर एवं आर्थिक शोषण किया गया है। जबकि कायदे से यहां टीईटी की निश्पक्ष जांच करना चाहिए। अगर गड़बडी़ को पकड़ा जाए तो ठीक नहीं तो दूबारा टीईटी की पारदर्शी परीक्षा लोक सेवा आयोग या कर्मचारी चयन आयोग द्वारा कराया जा सकता है और इसी विज्ञापन से टीईटी मेरिट से चयन किया जा सकता है। विज्ञापन निरस्‍त करने की आवश्‍यकता नहीं है। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग बेरोजगारों के हित में न्यायोचित फैसला नहीं लेता है तो लाखों मेंहनती बेरोजगारों के साथ धोखा होगा। लोकतांत्रिक ढंग यही है। हर बार की तरह यह नहीं सरकार बदले तो पिछली सरकार के कार्यकाल की परीक्षा और विज्ञापन को बदले की भावना में आकर निरस्त दिया जाए। इससे युवाओं का नुकसान होगा और नई सरकार को युवाओं ने चुना है ताकी मेंहनती बेरोजगारों के हक में कोई फैसला लेना चाहिए।
    टीईटी पत्रता है लेकिन इसे आंध्रपदेश टीईटी ने भी चयन का आधार बनया है
    एक तो शिक्षा अनवार्य कानून के तहत टीईटी अनिवार्य है। और इसको एनसीटीई ने पात्रता परीक्षा कहा है लेकिन यह नहीं कहा की आप इसकी मेरिट को नजर अंदाज कर दे। जब विशिष्‍ट बीटीसी के लिए बीएड उतीर्ण अर्हकारी परीक्षा है जिसे स्‍नातक या परास्‍नातक में पचास प्रतिशत अंक वाले कर सकते है। तो ऐसे में इनका मेरिट देखा जाना कहा तक सही है अगर सही है तो बताएं टीईटी की मेरिट से क्‍यों चयन नहीं हो सकता है। भले यह पात्रता परीक्षा है और इसका भी महत्‍व है जो कि सबसे आधिक है। आन्‍ध्र प्रदेश टीईटी में प्राप्‍त अंक के प्रतिशत को पचास प्रतिशत के अंकों में बदलकर और शैक्षिक रिकार्ड में अर्हकारी परीक्षा बीए या जिन्‍होंने परास्‍नातक के आधार पर बीएड किया है उनके परस्नातक के प्रतिशत में बीस–बीस प्रतिशत तथा 10 प्रतिशत उच्‍च योग्‍यता के अंक को कुल 100 के अंकों में बांटा गया है। इन 100 अंकों में जितना अंक काई पाएगा उसी मेरिट बनेगी और उसे सरकारी विद्यालय में टीचर के पद नियुक्त कर लिया जायेगा।

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  15. टीईटी की हो निश्पक्ष जांच
    कायदे से टीईटी की जांच कराई जानी चाहिए और इसी विज्ञापन के नियमानुसार भर्ती होनी चाहिए। अगर विज्ञापन और टीईटी रद्द किया गया तो छात्र हाईकोर्ट में खिलाफ रिट दाखिल करेंगे और फिर न्‍याय कोर्ट करेगा। लेकिन अगर कोर्ट ने विज्ञापन में संशोधन के साथ टीईटी के जांच के आदेश दे दिया और उसके बाद कोई सार्थक फैसला लिया तो सरकार की बड़ी किरकीरी हो सकती है।
    हाईकोर्ट पटना के एक आदेश में पहले पुरानी विज्ञापन से हो भर्ती
    ऐसे हाईकोर्ट से बेसिक शिक्षा विभाग को आदेश मिल सकता है कि इस विज्ञापन की भर्ती टीईटी मेरिट से किया जाये। हाईकार्ट पटना ने भी नई सरकार उस फैसले को गलत ठहराया जिसमें नीतीश कुमार पूर्वती सरकार के शिक्षक भर्ती के विज्ञापन को निरस्‍त कर नया विज्ञापन जारी किया था और हाईकोर्ट पटना ने कहा कि पहले वाली विज्ञापन के शर्त पर भर्ती की जाये और दूसरी विज्ञापन की भर्ती पहली विज्ञापन की भर्ती के बाद में निकाली जा सकती है।
    टीईटी निरस्त हुई तो मिले हर छात्र को 5 लाख हर्जाना
    लेकिन बेसिक विभाग से आखिर कोई पूछे की टीईटी परीक्षा फिर कौन आयोजित करेगा। क्‍या फिर यूपी बोर्ड जहां संशोधन के बाद धांधली की गई है। जिसे जांच द्वारा पकड़ा जा सकता है। लेकिन अगला टीईटी निश्पक्ष कराने गारंटी कौन लेगा । अगर धांधली के कारण से परीक्षा निरस्‍त हुई तो क्या हर छात्र को जिसने परीक्षा ईंमानदार से उतीर्ण किया उसे पांच–पांच लाख रूपये हर्जाना दिया जाएगा ॽ ये सब तय कर ले तो अच्‍छा है।

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  16. टीईटी की हो निश्पक्ष जांच
    कायदे से टीईटी की जांच कराई जानी चाहिए और इसी विज्ञापन के नियमानुसार भर्ती होनी चाहिए। अगर विज्ञापन और टीईटी रद्द किया गया तो छात्र हाईकोर्ट में खिलाफ रिट दाखिल करेंगे और फिर न्‍याय कोर्ट करेगा। लेकिन अगर कोर्ट ने विज्ञापन में संशोधन के साथ टीईटी के जांच के आदेश दे दिया और उसके बाद कोई सार्थक फैसला लिया तो सरकार की बड़ी किरकीरी हो सकती है।
    हाईकोर्ट पटना के एक आदेश में पहले पुरानी विज्ञापन से हो भर्ती
    ऐसे हाईकोर्ट से बेसिक शिक्षा विभाग को आदेश मिल सकता है कि इस विज्ञापन की भर्ती टीईटी मेरिट से किया जाये। हाईकार्ट पटना ने भी नई सरकार उस फैसले को गलत ठहराया जिसमें नीतीश कुमार पूर्वती सरकार के शिक्षक भर्ती के विज्ञापन को निरस्‍त कर नया विज्ञापन जारी किया था और हाईकोर्ट पटना ने कहा कि पहले वाली विज्ञापन के शर्त पर भर्ती की जाये और दूसरी विज्ञापन की भर्ती पहली विज्ञापन की भर्ती के बाद में निकाली जा सकती है।
    टीईटी निरस्त हुई तो मिले हर छात्र को 5 लाख हर्जाना
    लेकिन बेसिक विभाग से आखिर कोई पूछे की टीईटी परीक्षा फिर कौन आयोजित करेगा। क्‍या फिर यूपी बोर्ड जहां संशोधन के बाद धांधली की गई है। जिसे जांच द्वारा पकड़ा जा सकता है। लेकिन अगला टीईटी निश्पक्ष कराने गारंटी कौन लेगा । अगर धांधली के कारण से परीक्षा निरस्‍त हुई तो क्या हर छात्र को जिसने परीक्षा ईंमानदार से उतीर्ण किया उसे पांच–पांच लाख रूपये हर्जाना दिया जाएगा ॽ ये सब तय कर ले तो अच्‍छा है।

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  17. @baruta nihayti luchcha tuchcha chhichora hai tet me marks nahi la saka nikamma kyonki pure din comment deta hai ladkiyo par impression jamane ke liya.

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  18. bhai log 30 march ko lucknow chale sham ka dawat c.m. ke sath hoga

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  19. Very very reasonable editorial, Mr. Ravi Kant.

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  20. @RAVI KANT JI

    BEST BLOG.

    AAP JAISE LOGONO SE HI TO UMMIDEN HAIN HAMEN.

    AAP LIKHTE RAHEN.

    AUR LOGON KO LUCKNOW CHALNE K LIYE PROTSAHIT KARTE RHEN.

    MUJHE POORA BHAROSA HAI HUM HOGE KAMYAB.

    CHHOD DO SAB KAM

    LUCKNOW KAR DO JAM

    TEST IS BEST TET IS BEST.

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  21. 30 march kare pukar.............


    inqlab jindabad.........

    TET JINDABAD

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    1. We shall overcome We shall overcome We shall overcom someday

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  22. Ravi Kant, Sir ji ap ko lakho log duae denge bas marg darsan karate rahe. I know , you are not UPTET.

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  23. ravikantji kash aapki baaton ko ye c.m. jaise log vote bank ki politics ko chodkar nispaksh dhang se dekhte aur imaandar berozgar logo ka dard samaj paate

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  24. We shall overcome We shall overcome We shall overcome someday

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  25. court ke samne sarkarapni kirkiri karaane ki soch rahi he aa bell mujhe maar

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  26. Akhilesh ek taraf students se kehte hai mamla court me hai hum kuch nahi kehenge, aur ek taraf unke afsar tet radd karwa rahe hai. Yaha bhi bloody politics. Lagta hai jyada badi jeet hazam nahi kar pa rahe hai.

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