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Friday, May 11, 2012

UPTET : टीईटी मोर्चा ने जुलूस निकाला


UPTET : टीईटी मोर्चा ने जुलूस निकाला


•टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षक भर्ती की मांग

•अमर उजाला ब्यूरो
फर्रुखाबाद। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने गुरूवार को जुलूस निकालकर शासन के खिलाफ भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों में टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती हो रही है, जबकि उत्तर प्रदेश में यह कार्य बंद है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग शासन से की है।
टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में सभी पदाधिकारी आज पंडाबाग पर एकत्र हुए। इसके बाद यहां से टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर जुलूस निकाला। जुलूस त्रिपोलिया चौक, लालदरवाजा, आईटीआई से होते हुए रेलवे रोड पहुंचा और पंडाबाग में आकर समाप्त हुआ। जुलूस में पदाधिकारी टीईटी मार्कशीट की माला डालकर चल रहे थे। पदाधिकारी शिक्षा माफियाओं का राज समाज के लिए अभिशाप, बेरोजगारों की लगी कतार, परीक्षा ही है सही उपचार, कैसे समाज के शिक्षक हैं, नकलची बनते शिक्षक हैं, एकेडमिक पर भर्ती है भ्रष्टाचार, टीईटी मेरिट ही है सही आधार आदि नारे लगाते हुए चल रहे थे। समाप्ति के दौरान अध्यक्ष रवींद्र दिवाकर ने कहा कि छात्र-छात्राओं को उनका अधिकार मिलना ही चाहिए। मोर्चा संरक्षक धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि अगर जल्द ही टीईटी के आधार पर शिक्षकों की भर्ती न की गई तो आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा। इस मौके पर ब्रजेश शर्मा, संजय गिरि, गौरव सिंह, सुखवीरपाल, सुनील शाक्य, आशीष पाल, रविंद्र कुमार, मुनीश सिंह, मारूत सिंह, अनुज कटियार, आलोक पाल, अतुल दुबे, अतुल सिंह, विवेक मिश्रा, प्रदीप पांडेय, सत्यप्रकाश, कृष्णपाल सिंह, मोहम्मद शकील अहमद, राजीव कुमार, राज जफर, निरपेंद्र पाल, सचिन गंगवार, ब्रजेंद्र वर्मा, संतोष कुमार, धर्मेंद्र कनौजिया, आरजू कटियार, मंजेश कुमार, अफरोज, कंचन कटियार, बबिता गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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टीईटी उत्तीर्णों ने प्रदर्शन कर मांगी भीख
मेरिट को आधार मानकर विद्यालयों में तैनाती की मांग

• अमर उजाला ब्यूरो
मैनपुरी। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने गुरुवार को तिकोनिया पार्क में बैठक कर मेरिट को आधार मानकर विद्यालयों में तैनाती की मांग की। बाद में छात्रों ने ईशन नदी तिराहे पर प्रदर्शन कर अर्धनग्न होकर भीख मांगी। प्रभारी डीएम और सदर विधायक को मांग पत्र सौंपा।
गुरुवार को तिकोनिया पार्क में आयोजित बैठक में गोविंद ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के साथ बदले की भावना से कार्रवाई न की जाए। मेरिट को आधार मानकर ही विद्यालयों में तैनाती दी जाए। उपेंद्र कुमार ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किया जाए।
कमलेश ने कहा कि यदि शैक्षिक मेरिट की भर्ती प्रक्रिया का आधार बनाया जाता है तो शिक्षा माफिया को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे भविष्य में शिक्षा का स्तर और गिरता जाएगा। बैठक में बाद टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने ईशन नदी तिराहे पर पहुंचकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के बाद अर्धनग्न होकर भीख मांगी। इसके बाद टीईटी उत्तीर्णों ने प्रभारी डीएम सतीश कुमार और सदर विधायक राजकुमार यादव को मांग पत्र सौंपा। इस मौके पर प्रदीप चौहान, गौरव यादव, रुस्तम सिंह, नवीन, अंकुर, कुलदीप दुबे, दीपक गुप्ता, मनोज, विनोद, अरुण, कमलेश तिवारी, त्रिभुवन, अमित चौहान, अभिषेक आदि उपस्थित थे।
ईशन नदी तिराहे पर अर्धनग्न होकर भीख मांगते टीईटी उत्तीर्ण।
•प्रभारी डीएम और सपा विधायक को दिया मांग पत्र
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टीईटी नीति के विरोध में धरना
शुक्रताल/मोरना। टीईटी नीति के विरोध में गुरुवार को टीईटी संघर्ष मोर्चा ने क्षेत्र पंचायत कार्यालय परिसर में धरना- प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष बलकेश ने कहा कि 11 मई को जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर सुमिधा पंकजअमितराजकुमारब्रजभूषणप्रीतिविजयअजेन्द्रराजेशइरशादमोनू आदि रहे।

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टीईटी अभ्यार्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

रामपुर। टीईटी अभ्यार्थियों ने समस्या का समाधान करने की मांग की। चेतावनी दी कि शीघ्र ही समस्या का समाधान नहीं निकला तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।
टीईटी अभ्यर्थी अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए और बैठक की। इसके बाद उन्होंने डीएम के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजाजिसमें कहा है कि पांच अप्रैल 2012 को दिए आश्वासन पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है। बल्किभभनामक खबरें मिल रही हैं। शीघ्र ही कोई उचित समाधान नहीं खोजा गया तो मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। ज्ञापन में कहा है कि अभ्यर्थी मानसिक रूप से इतने उत्पीड़ित हो चुके हैं कि आत्महत्या को मजबूर हैं। इस मौके पर गुपलाल सिंहजय सिंह राजपूतमुहम्मद सलीमसुनील सिंहओमपाल सिंहहरजीत सिंहबादाम सिंहबलवीर सिंहदेवेंद्र सिंहआशीष वशिष्ठशंकर लालकासिम अलीअख्तर अलीगुलरेज शम्सी मौजूद रहे।

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नियुक्ति की मांग को लेकर जुलूस

गाजीपुर। टीईटी अभ्यर्थियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को नाराज अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने नियुक्ति की मांग को लेकर लंका मैदान से जुलूस निकाला। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर गंभीर नहीं है। नियुक्ति की प्रक्रिया में विलंब होने से अभ्यर्थी परेशानी महसूस कर रहे हैं। नियुक्ति की प्रक्रिया में देरी के चलते टीईटी अभ्यर्थियों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। उन्होंने सरकार की टीईटी अभ्यर्थियों को कठिनाइयों को देखते हुए अविलंब नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की। इस मौके पर राधेश्याम कुशवाहारमा त्रिपाठीसुनीलपंकज कुशवाहासंजय कुमाररमेशरामजीअखिलेशपिंटू कुमारनेहाल अहमदजितेंद्र यादवअच्छे यादवखुर्शीदश्रीकांतउदयराजसत्यपालदृष्टि सिंहअजमेरी सिंहआशु उपाध्यायसंतोष मौर्यलालिमा सिंह आदि मौजूद थे। अंत में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।

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सरकार के रुख से टीईटी बेरोजगारों में रोष
नानपारा (बहराइच)। जिले के टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार आंदोलन के मूड में हैं। सभी ने इस मामले में गुरुवार को बैठक कर टीईटी आवेदकों के मामले में सरकार के रुख पर असंतोष जताया। विकास खंड बलहा के टीईटी बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार राव की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार टीईटी उत्तीर्ण आवेदकों की शिक्षक के रूप में भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने में सकारात्मक रूख नहीं अपना रही है। लगभग महीने से भर्ती प्रक्रिया रूकी हुई है। टीईटी अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार की चुप्पी से लग रहा है कि सरकार सकारात्मक रुख नहीं अपना रही है। बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया यदि 15 मई से शुरू न हुई तो 19 मई से विधान सभा के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 11 मई को किसान डिग्री कालेज में दोपहर बाद बजे से आंदोलन की तैयारी बैठक का भी निर्णय लिया गया। बैठक में सौरभ बंसलराजेश कुमारवर्माअखिलेश कुमार चौरसियाअविनाशा मिश्राअजय कुमार सिंहशैलेन्द्र मदेशिया आदि उपस्थित रहे।

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टीईटी अभ्यर्थियों ने बैठक की
फतेहपुर। नहर कालोनी परिसर में टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक जिलाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शिक्षक भरती प्रक्रिया शीघ्र आरंभ किए जाने और चयन को मेरिट के आधार पर किए जाने जैसे विषयों पर चरचा की गई। बैठक में मनीष श्रीवास्तव, रामू कटियार, रामबाबू और धर्मेंद्र साहू आदि उपस्थित रहे।
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टीईटी के मानदेय में बंटरबांट का आरोप
आगरा। अध्यापक पात्रता परीक्षा में ड्यूटी देने वाले सैकड़ों शिक्षकों को अभी तक मानदेय नहीं मिला है। इस संबंध में गुरुवार को उ.प्र प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रभारी जेडी को ज्ञापन दिया।
संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि टीईटी की परीक्षा को पांच माह बीत जाने के बाद भी मानदेय नहीं दिया गया हैशिक्षकों का आरोप है कि प्रधानाचार्यों ने कक्ष निरीक्षकों के फर्जी हस्ताक्षर से मानदेय का बंदरबांट कर लिया है। ज्ञापन लेते हुए प्रभारी जेडी मनोज गिरि ने तीन दिन में मानदेय न देने पर सरकारी धन का गबन करने के आरोप में एफआईआर कराने की बात कही है। इस अवसर पर धर्मेंद्र कंसानासुरेश चंद्र शर्माजितेंद्र सिकरवारबृजेश उपस्थित रहे।

News : Amar Ujala (11.5.12)
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Thursday, May 10, 2012

UPTET - Allahabad High Court - Hearing on 15th May 2012 regarding Stay on Primary Teacher Recruitment in UP

UPTET - Allahabad High Court - Hearing on 15th May 2012 regarding Stay on Primary Teacher Recruitment in UP


CAUSE LIST ALLAHABAD

Cause List
15/05/2012

AT 10.00 A.M.
                    COURT NO. 7

                    HON'BLE MR. JUSTICE ARUN TANDON
                                   For Further Hearing
 WRIT - A                                
 238. DF-PH 76039/2011 YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR      ALOK KUMAR YADAV         
                                                       RAJESH YADAV
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 76355/2011 SARASWATI SRIVASTAVA            SAROJ YADAV              
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             C.N.TRIPATHI
                                                       R.A.AKHTAR
 WITH WRIA- 76392/2011 SHIVANI                         ABHISHEK SRIVASTAVA      
                       Vs. THE STATE OF U.P. AND OTHE  C.S.C.                   
                       -RS                             RAJEEV JOSHI
                                                       C.N.TRIPATHI
 WITH WRIA- 76595/2011 SABA ANJUM & OTHERS             INDRASEN SINGH TOMAR     
                                                       AMIT KUMAR SRIVASTAVA
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
                                                       K.S. KUSHWAHA
 WITH WRIA- 1442/2012  VASUDEV CHAURASIA & OTHERS      RAVINDRA PRAKASH SRIV.   
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       AKHILESH KUMAR
                                                       R.A. AKHTAR
 WITH WRIA- 75392/2011 VIJAY KUMAR TRIPATHI & ANOTHER  AJOY KUMAR BANERJEE      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       K.A. USMANI
 WITH WRIA- 2614/2012  MAHESH CHANDRA                  BHUPENDRA PAL SINGH      
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       S.S. BHADAURIYA
 WITH WRIA- 2608/2012  MOHD. SADAB                     SYED IRFAN ALI           
                                                       MOHD. NAUSHAD
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       ILLEGIBLE
 WITH WRIA- 6826/2012  VIMLESH KUMAR                   ALOK KUMAR YADAV         
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       R.S. PRASAD
                                                       R.A. AKTAR
 WITH WRIA- 17607/2012 PAWAN KUMAR                     BHAWESH PRATAP SINGH     
                       Vs. STATE OF U.P. & ANOTHER     C.S.C.                   
 WITH WRIA- 29/2012    SHIV PRAKASH KUSHWAHA           S.K. MISHRA              
                       Vs. STATE OF U.P. & OTHERS      C.S.C.                   
                                                       RAJESHWAR SINGH
                                                       R.A. AKTAR
                                                       K.S.KUSHWAHA



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Special teachers will have to pass RTET, says HC


Special teachers will have to pass RTET, says HC


Jaipur: The Rajasthan high court has disposed of the petitions filed by special teachers to consider them for the third grade teacher recruitment without appearing in the Rajasthan teacher eligibility test (TET).

Justice Manish Bhandari ordered the dismissal of the petition of Deepak Kumar and 36 other petitioners.

While hearing the case, the court observed that they have not challenged the rules. On this, the petitioners requested the court that they would withdraw the old petition and file a new one before the bench. Then, the court dismissed the petitions.

In the petition, the petitioners said, “We hold diploma from Rehabilitation Council of India (RCA) and are authorised to teach special children. However, it is not mentioned in the rules that special teachers who are appearing in the third grade teacher recruitment exams compulsorily have to pass Rajasthan teacher eligibility test.”

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NAT or SLATE must to clear M Phil, Phd, asks HC

The Rajasthan High Court has directed the HRD Ministry to submit a report by May 21 on whether the obligation to pass NET or SLATE is compulsory to clear MPhil and PhD. 

A bench of Chief Justice Arun Mishra and Justice Narendra Kumar ordered this to Swati Meena and others while hearing the petition.

Earlier, it was not mandatory to clear NAT or SLATE for the recruitment of college lecturers and assistant professors after passing PhD and M Phil, but after July 11, 2009, the UGC made it mandatory to clear NAT or SLATE.

In the petition, it has been said that the UGC cannot enforce the rules with immediate effect. The rule does not apply on those who have completed M Phil and PhD before the rules came into force.

The court observed on September 12, 2010, the UGC has said the rule does not apply to those who have completed M Phil and PhD till July 2009. The court showed resentment to the HRD Ministry for not taking any decision on it yet.

News : Bhaskar.com ( 10.5.12)
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UPTET : No Relief to B. Ed Distance Education (Judgment on 11th Nov.2011)

UPTET : No Relief to B. Ed Distance Education (Judgment on 11th Nov.2011),
May be Decision Challenge furthur


B. Ed Distance Education Mode is of 2 Years and as per NCTE Distance Education is for Working Professionals, And UPTET 2011 was not for those teacher who are already appointed

See Judgement : -


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

AFR
Judgment reserved on 8th November, 2011
Judgment delivered on 11th November, 2011
Court No.33

Civil Misc. Writ Petition No. 59566 of 2011
Mithai Lal & Ors.,
Vs.
State of U.P. & Ors.
******
Hon. Dilip Gupta, J.

The petitioners, who have obtained the B.Ed. two years Degree by Distance Mode from U.P. Rajshree Tandon Open University have filed this petition for a direction upon the respondents to consider it as a valid qualification for appearing at the U.P. Teachers Eligibility Test (hereinafter referred to as the 'U.P.-TET') scheduled to commence from 13th November, 2011. 
It is stated that in exercise of the powers conferred by Section 23(1) of the Right of Children to Free and Compulsory Education Act, 2009 (hereinafter referred to as the 'Act') and in pursuance of the notification dated 31st March, 2010 issued by the Government of India, the National Council for Teachers Education (hereinafter referred to as the 'NCTE') issued the notification dated 23rd August, 2010 laying down the minimum qualifications for a person to be eligible for appointment as a teacher in Classes I to VIII in a School referred to in Section 2(n) of the Act, which amongst others, provides that the person should pass the TET to be conducted by the appropriate Government in accordance with the Guidelines framed by the NCTE for the purpose. The Board of High School and Intermediate Education (hereinafter referred to as the 'Intermediate Education Board'), which has been authorised by the State Government to hold such a test, issued the advertisement dated 22nd September, 2011 inviting applications from the eligible candidates for appearing in the UP-TET but persons who have obtained B.Ed. Degree in two years by distance mode have not been permitted to appear in the test. It is, therefore, asserted that the petitioners, who have obtained B.Ed. Degree in two years through Distance Mode stand excluded from appointment as teachers in Classes I to VIII since a person who has cleared the TET is only considered eligible for appointment.
It is contended by Sri Shashi Nandan, learned Senior Counsel for the petitioners that notification dated 23rd August, 2010 issued by the NCTE under Section 23(1) of the Act regarding minimum qualification for a person to be eligible for appointment as a teacher in Classes I to VIII so far as it restricts candidates obtaining B.Ed. Degree in one year should be modified to include candidates who have obtained B.Ed. Degree by distance mode in two years as such candidates are at parity with the candidates obtaining B.Ed. Degree in one year in view of the decision of the Division Bench of the Court in Special Appeal No.1271 of 2007 (Gyanendra Kumar Sharma & 49 others Vs. State of U.P. & Ors.) decided on 3rd October, 2007. He, therefore, submits that the petitioners, who have obtained the B.Ed. Degree by distance mode in two years, should also be considered eligible under the advertisement dated 22nd September, 2011 issued by the Intermediate Education Board.
Sri R.A. Akhtar, learned counsel appearing for the NCTE has pointed out that the B.Ed. Distance Mode Program is offered by a University recognised by NCTE for working Teachers possessing minimum two years teaching experience and, therefore, a person who is already appointed as a teacher is not required to undertake TET and it is for this reason that the B.Ed. Degree of two years obtained by Distance Mode has not been included in the notification. He has stated that he has made this submission on the basis of the instructions sent to him by the NCTE on 26th July, 2011.
I have considered the submissions advanced by the learned counsel for the parties.
The petitioners, who claim to be possessing B.Ed. degree obtained in two years through Distance Mode are desirous of appearing at the UP-TET conducted by the Intermediate Education Board so that they can possess the minimum qualification for a person to be considered eligible for appointment as a teacher in Classes I to VIII in a school referred to in Section 2(n) of the Act.
In order to appreciate the controversy involved in these petitions, it will be necessary to refer to various provisions of the Act and the relevant Regulations and Notifications.
Section 23(1) of the Act deals with the qualification for appointment and terms and conditions of service of teachers and is as follows:-
"23. Qualification for appointment and terms and conditions of service of teachers.--(1) Any person possessing such minimum qualifications, as laid down by an academic authority, authorised by the Central Government, by notification, shall be eligible for appointment as a teacher."

Elementary Education has been defined under Section 2(f) of the Act while a School has been defined under Section 2(n) of the Act and the definitions are as follows:-
"2(f). "elementary education" means the education from first class to eight class;"
................
(n) "school" means any recognised school imparting elementary education and includes--

(i) a school established owned or controlled by the appropriate Government or a local authority;

(ii) an aided school receiving aid or grants to meet whole or part of its expenses from the appropriate Government or the local
authority;

(iii) a school belonging to specified
category; and

(iv) an unaided school not receiving any kind of aid or grants to meet its expenses from the appropriate Government or the local authority;"

The Central Government, by means of the notification dated 31st March, 2010 published in the Official Gazette dated 5th April, 2010, has authorised the NCTE as the ''academic authority' to prescribe the minimum qualifications which notification is as follows:-
"NOTIFICATION
New Delhi, the 31st March, 2010

S.O. 750(E).--In exercise of the powers conferred by sub-section (1) of Section 23 of the Right of Children to Free and Compulsory Education Act, 2009, the Central Government hereby authorises the National Council for Teacher Education as the academic authority to lay down the minimum qualifications for a person to be eligible for appointment as a teacher."

The NCTE, accordingly, issued the notification dated 23rd August, 2010 which was published in the Gazette of India dated 25th August, 2010. The said notification lays down the minimum qualification for a person to be eligible for appointment as a teacher in Classes I to VIII in a school referred to in Section 2(n) of the Act with effect from the date of the notification. However, another notification dated 29th July, 2011 was published in the Gazette of India dated 2nd August, 2011. This notification made certain amendments to the notification dated 23rd August, 2010 published in the Gazette of India dated 25th August, 2010. The minimum qualifications prescribed in the notification after the amendment for a person to be eligible for appointment of a teacher are as follows:- 
1. Minimum Qualifications.-

(i) Classes I-V

(a) Senior Secondary (or its equivalent) with at least 50% marks and 2-year Diploma in Elementary Education (by whatever name known).
OR
Senior Secondary (or its equivalent) with at least 45% marks and 2-year Diploma in Elementary Education (by whatever name known), in accordance with the NCTE (Recognition Norms and Procedure), Regulations 2002.
OR
Senior Secondary (or its equivalent) with at least 50% marks and 4-year Bachelor of Elementary Education (B.El. Ed.).
OR
Senior Secondary (or its equivalent) with at least 50% marks and 2-year Diploma in Education (Special Education).

OR

Graduation and two year Diploma in Elementary Education (by whatever name known)

AND

(b) Pass in the Teacher Eligibility Test (TET), to be conducted by the appropriate Government in accordance with the Guidelines framed by the NCTE for the purpose.

(ii) Classes VI-VIII

(a) Graduation and 2-year Diploma in Elementary Education (by whatever name known)

OR

Graduation with at least 50% marks and 1-year Bachelor in Education (B.Ed.) 

OR

Graduation with at least 45% marks and 1-year Bachelor in Education (B.Ed.), in accordance with the NCTE (Recognition Norms and Procedure) Regulations issued from time to time in this regard.

OR

Senior Secondary (or its equivalent) with at least 50% marks and 4-year Bachelor in Elementary Education (B.EI.Ed)
OR

Senior Secondary (or its equivalent) with at least 50% marks and 4-year BA/B.Sc. Ed. or B.A. Ed./B.Sc. Ed.
OR

Graduation with at least 50% marks and 1-year B.Ed. (Special Education)

AND

(b) Pass in the Teacher Eligibility Test (TET), to be conducted by the appropriate Government in accordance with the Guidelines framed by the NCTE for the purpose.

2. Diploma/Degree Course in Teacher Education.- For the purprose of this Notification, a diploma/degree course in teacher education recognised by the National Council for Teacher Education (NCTE) only shall be considered. However, in case of Diploma in Education (Special Education) and B.Ed. (Special Education), a course recognised by the Rehabilitation Council of India (RCI) only shall be considered.

3. Training to be undergone.- A person -

(a) with Graduation with at least 50% marks and B.Ed. qualification or with at least 45% marks and 1-year Bachelor in Education (B.Ed.), in accordance with the NCTE (Recognition Norms and Procedure) Regulations issued from time to time in this regard shall also be eligible for appointment for Class I to V upto 1st January, 2012, provided he/she undergoes, after appointment, an NCTE recognised 6-month Special Programme in Elementary Education.

(b) with D.Ed. (Special Education) or B.Ed. (Special Education) qualification shall undergo, after appointment, an NCTE recognised 6-month Special Programme in Elementary Education.

4. Teacher appointed before the date of this Notification.- The following categories of teachers appointed for classes I to VIII prior to date of this Notification need not acquire the minimum qualifications specified in Para (1) above,

(a) A teacher appointed on or after the 3rd September, 2001, i.e. the date on which the NCTE (Determination of Minimum Qualifications for Recruitment of Teachers in School) Regulation, 2001 (as amended from time to time) came into force, in accordance with that Regulation.

Provided that a teacher of class I to V possessing B.Ed. qualification, or a teacher possessing B.Ed. (Special Education) or D.Ed. (Special Education) qualification shall undergo an NCTE recognised 6-month special programme on elementary education.

(b) A teacher of class I to V with B.Ed. qualification who has completed a 6-month Special Basic Teacher Course (Special BTC) approved by the NCTE;
(c) A teacher appointed before the 3rd September, 2001, in accordance with the prevalent Recruitment Rules.

5.(a) Teacher appointed after the date of this notification in certain cases: Where an appropriate Government or local authority or a school has issued an advertisement to initiate the process of appointment of teachers prior to the date of this Notification such appointments may be made in accordance with the NCTE (Determination of Minimum Qualifications for Recruitment of Teachers in Schools) Regulations, 2001 (as amended from time to time).

(b) The minimum qualification norms referred to in this notification apply to teachers of Languages, Social Studies, Mathematics, Science, etc. In respect of teachers for Physical Education, the minimum qualification norms for Physical Education teachers referred to in NCTE Regulation dated 3rd November, 2001 (as amended from time to time) shall be applicable. For teachers of Art Education, Craft Education, Home Science, Work Education, etc. the existing eligibility norms prescribed by the State Governments and other school managements shall be applicable till such time the NCTE lays down the minimum qualifications in respect of such teachers.

It is stated by learned counsel for the NCTE that 3rd November, 2001 in paragraph 5(b) of the said notification had been wrongly mentioned and the date should be 3rd September, 2001. 
It is, therefore, clear that it is only those candidates who have obtained the B.Ed. Degree in one year who can be considered eligible under the notification and, therefore, can appear at the U.P.-TET. 
It is pointed out by Sri R.A. Akhtar, learned counsel for NCTE that persons who obtain the B.Ed. Degree in two years by distance mode have at least two years teaching experience and, therefore, it is not necessary for them to appear at the U.P.-TET.
In this connection it will also be pertinent to refer to the Norms and Standard for Diploma in Elementary Education Programme through Open and Distance Learning Mode leading to Diploma in Elementary Education contained in Appendix-9 to the National Council for Teachers Education (Recognition, Norms and Procedure) Regulation, 2009 (hereinafter referred to as the '2009-Regulation'). The eligibility for admission to such course is Senior Secondary with 50% marks and two years teaching experience in a Government or Government aided Primary/Elementary School.
Clauses 1 to 5 of Appendix-9 to the 2009-Regulations are relevant for the purposes of the controversy and are reproduced below:-
"Appendix-9
Norms and standards for Diploma in elementary education programme through Open and Distance Learning System leading to Diploma in elementary education (D. El. Ed.).
1.Preamble.- (i) The elementary teacher education programme through Open and Distance Learning System is intended primarily for upgrading the professional competence of working teachers in the elementary schools (primary and upper primary/middle). It also envisages bringing into its fold those teachers who have entered the profession without formal teacher training.
(ii) The NCTE accepts open and distance learning (ODL) system as a useful and viable mode for the training of teachers presently serving in the elementary schools. This mode is useful for providing additional education support to the teachers and several other educational functionaries working in the school system.
2. Condition of offering the course.- The institutions or academic units specially established for offering ODL programmes like the National Open University, State Open Universities and the Directorates/School of Open and Distance Learning in the Central or State Universities shall be eligible to offer teacher education programmes (The Deemed to be Universities, Agricultural or Technical Universities, which specialize in a field other than teacher education and other discipline specific Universities/Institutions are not eligible to offer teacher education programme through ODL).
3. Territorial Jurisdiction.- The University offering teacher education programme through ODL will have territorial jurisdiction as defined in the Act of the University. The Study Centres of the University shall also be located in the territorial jurisdiction of the University.
4. Duration.- The duration of the programme shall be of two academic sessions/years (four semesters). The commencement and completion of the programme shall be so regulated that two long spells of vacation (summer/winter/staggered) are available to the learners for guided/supervised instruction and fact to face contact sessions. Sandwitching the programme between two summer vacations will be an ideal proposition.
5. Intake, Eligibility and Admission Procedure.
(1). Intake.- The basic unit of intake for the D.El.Ed. programme, shall be five hundred students subject to the condition that one Study Centre shall enroll not more than one hundred students in a given session. The request for additional unit in any programme shall be examined by the NCTE on the basis of the availability of required facilities in respect of study centres and related support in the territorial jurisdiction of the university.
(2) Eligibility.-
(i)Senior Secondary (Class XII) or equivalent examination passed with fifty percent marks.
(ii)Two years teaching experience in a Government or Government recognized primary/elementary school.
(3) Admission Procedure.
(i)The State Government shall develop a suitable procedure for the selection of candidates.
(ii)The reservation for SC/ST/OBC and other categories shall be as per the rules of the Central Government/State Government, whichever is applicable. There shall be a relaxation of five percent marks in favour of SC/ST/OBC and other categories of candidates."

It is true that in Special Appeal No.1271 of 2007 (Gyanendra Kumar Sharma & 49 others Vs. State of U.P. & Ors.) the candidates who had obtained two years B.Ed. Degree through Distance Mode were also permitted to seek admission in the Special B.T.C. Course but in the present case, it has been pointed out by the NCTE that only such candidates are permitted to take admission in B.Ed. two years course by Distance Mode who have at least 2 years teaching experience and a person who has already appointed is not required to undertake the U.P-TET. 
It is, therefore, clear that the candidates who have to their credit at least two years teaching experience in a government or government recognized Primary Elementary Schools are granted admission to the aforesaid two years course by Distance Mode. Persons who have been appointed as teachers are not required to under take the U.P.-TET under the notification dated 23rd August, 2010. 
In such circumstances, the relief claimed cannot be granted to the petitioners.
The petition is, accordingly, dismissed.
Date: 11.11.2011
NSC

Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1509286
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UPTET : Is Government Circulated - TET is Mandatory Qualification OR NOT, And to pass in 5 years for those who are already working as Teacher in Junior High School

UPTET :  Is Government Circulated - TET is Mandatory Qualification OR  NOT, And to pass in 5 years for those who are already working as Teacher in Junior High School


HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD

?Court No. - 33

Case :- WRIT - A No. - 54362 of 2011

Petitioner :- Indrasan Singh
Respondent :- State Of U.P. And Others
Petitioner Counsel :- R.P.Dubey,Manoj Kumar Singh
Respondent Counsel :- C.S.C.,V.K.Kushwaha

Hon'ble Arun Tandon,J.
Shri K.S.Kushwaha, learned Standing Counsel made an attempt to suggest to this Court that in view of Section 2 (n) read with Section 23 and Section 38 of the Right to Free and Compulsory Education Act, 2009 along with the notification issued by the Central Government dated 31.03.2010 appointing National Council for Teachers Education (N.C.T.E.) as the academic authority to lay down the minimum qualifications for a person to be eligible to be appointed as teacher along with Rule 15 of the U.P. Right to Free and Compulsory Education Rules, 2011 submits that no teacher in any institution covered within the definition of School under Section 2(n) of the Act, 2009 which will include all institutions run by the Basic Shiksha Parishad namely Junior Basic Schools and Senior Basic Schools as well as recognised and aided Junior High School, can be appointed unless he has passed teacher's eligibility test. In view of the recital in the notification dated 27.07.2011 pertaining to the Rules, 2011 all earlier Rules on the subject with regard to the qualification of teachers in Schools stand superceded. Therefore, the district level authorities are justified in refusing to nominate a nominee to the Selection Committee to be constituted under the Rules, 1978 for the Junior High Schools concerned inasmuch as in the Advertisement it had not been mentioned that the persons with T.E.T. qualification alone can apply. 
This Court will address to the contentions so raised later. But on reading of Section 23 of Act, 2009 proviso, this Court finds that it has further been provided that if a teacher already working and is not possessed of the minimum qualification as is laid down under Section 23 shall acquire minimum qualification within a period of five years.
The question, therefore, arises as to whether the State after framing the Rules of 2011 has issued any direction/notification to all education authorities of the State of U.P. asking them to ensure that the teachers already working in various institutions run and managed by the Basic Shiksha Parishad as well as those which are recognized and aided Junior High Schools are made aware of the said requirement of passing the TET examination within five years from the date the said qualification has come into force. 
Let the Secretary (Secondary Education) file his personal affidavit disclosing whether any such letter/circular with reference to Section 23(3) has been issued by the State till date and, if not, reasons for the same must be stated. He also explain as to how the statutory Rules framed in exercise of powers under Section 19 of the U.P. Basic Education Act can be superceded by framing of Rules in exercise of powers under Section 38 of Act No. 35 of 2009. 
Prima facie this Court is of the opinion that both the Acts operate in separate fields. 
Put up for further hearing on 01.05.2012. 
Dated :17.04.2012
VR/54362/11


Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1812829
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UPTET : TET Marks Finalized And After Final Result No Request Shall Be Entertained in High Court

UPTET : TET Marks Finalized And After Final Result No Request Shall Be Entertained in High Court



HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD, LUCKNOW BENCH

?Court No. - 6

Case :- MISC. SINGLE No. - 977 of 2012

Petitioner :- Pooja Awasthi
Respondent :- State Of U.P. Through Its Principal Secy. And Others
Petitioner Counsel :- Jayant Prakash Singh,Somendra Pal Singh Rajput
Respondent Counsel :- C.S.C.

Hon'ble Shabihul Hasnain,J.
Heard learned counsel for the petitioner as well as learned Standing counsel.
Petitioner has approached this Court second time. On earlier occasion, on the direction of this Court, her representation was decided. Two marks were increased. Now result has been declared and matter in regard to Teachers Eligibility Test is over. At this belated stage, second writ petition can not be entertained.
The petition being devoid of merit is dismissed.
Order Date :- 13.2.2012
RKM.
 Source : http://elegalix.allahabadhighcourt.in/elegalix/WebShowJudgment.do?judgmentID=1686794



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UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, लगाया जाम


UPTET : शहर में निकाला जुलूस, सड़क पर लेटकर नारेबाजी 
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, लगाया जाम 



•तहसीलदार के ज्ञापन लेने के बाद माने अभ्यर्थी 
• दिया सीएम तक ज्ञापन पहुंचाने का आश्वासन
•टी.ई.टी.उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के सदस्यों को उठाते सीओ सिटी ।
सदस्यों को शांत करते तहसीलदार। 














• अमर उजाला ब्यूरो
बाराबंकी। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के बाराबंकी दौरे के ठीक एक दिन पहले मेरिट बनाने की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियाें ने जोरदार प्रदर्शन किया। शहर में जुलूस निकालकर बैनर के साथ नारेबाजी करते हुए अभ्यर्थी नेशनल हाईवे पर पहुंचे और तपती सड़क पर लेट गए। इस प्रदर्शन के चलते काफी देर तक जाम लगा रहा और पुलिस को इन्हें हटाने में मशक्कत करनी पड़ी। तहसीलदार द्वारा ज्ञापन लेने के बाद ही अभ्यर्थियाें ने ेजाम हटाया।

मालूम हो कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी पिछले काफी समय से मेरिट बनाये जाने की मांग कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक सोलर प्लांट का उद्घाटन करने बाराबंकी आ रहे हैं। अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए इन अभ्यर्थियों ने ठीक एक दिन पहले जोरदार प्रदर्शन किया। बृहस्पतिवार की दोपहर लखपेड़ाबाग स्थित संगठन के कार्यालय से टीईटी अभ्यर्थी बैनर व पोस्टर के साथ नारेबाजी करते हुए निकले। नारेबाजी करते नेशनल हाईवे होते हुए यह अभ्यर्थी लखनऊ रोड की ओर बढ़ते रहे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सामने पहुंचकर अभ्यर्थी सड़क पर लेट गए और जाम लगा दिया। कुछ ही मिनटाें में दोनाें ओर वाहनाें की कतारें लग गईं। जाम की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और सीओ ने अभ्यर्थियाें को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत की पर वे जिद पर अड़े रहे। काफी देर बाद तहसीलदार नवाबगंज ने मौके पर पहुंचकर ज्ञापन लेने के बाद मुख्यमंत्री तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम समाप्त हो सका।

दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी परीक्षा के लिए जो पाठ्यक्रम बनाया गया, वह सभी अभ्यर्थियाें के लिए एक समान था। परीक्षा के लिए सभी को एक समान अवसर दिया गया। सभी अभ्यर्थियाें की उत्तर पुस्तिकाआें का मूल्यांकन एक समान जगह पर हुआ। इसलिए टीईटी मेरिट को ही चयन का आधार बनाया जाए। इस जुलूस व प्रदर्शन में यज्ञेश नारायण बैसवार, उमाशंकर यादव, मोहम्मद कासिम, रहमत, शहंशाह आलम, मुकेश शर्मा, आलोक वर्मा, रजनीश वर्मा, विनोद वर्मा, नरेंद्र यादव, अर्चना शुक्ला, अभिषेक श्रीवास्तव, जितेंद्र वर्मा, नीरज कुमार, अश्विनी वर्मा, मुकेश वर्मा आदि शामिल रहे।

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों का चक्काजाम


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों का चक्काजाम
चक्का जाम से शहर वालों की हुई फजीहत, धूप में झुलसे स्कूली बच्चे


बुधवार को प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते टीटी अभ्यर्थी

इलाहाबाद। मेरिट से नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने बुधवार को शहर में जमकर हंगामा किया। चन्द्रशेखर आजाद पार्क में बैठक के बाद इन अभ्यर्थियों ने म्योहाल के पास महाराणा प्रताप चौराहे पर चक्का जाम कर दिया। इससे आने जाने वालों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम में कई स्कूली बसें और अभिभावक घंटों फंसे रहे। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जाम में फंसी छात्राओं से इन अभ्यर्थियों ने अभद्र व्यवहार भी किया।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने ठप पड़ी शिक्षक चयन प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर चन्द्रशेखर आजाद पार्क में बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद इन अभ्यर्थियों ने दोपहर 12 बजे महाराणा प्रताप चौराहे पर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम के समय ही सभी स्कूलों में छुट्टी होने के कारण स्कूली बसें, ऑटो और बच्चों की ट्राली जाम में फंस गई। बच्चों को स्कूल से लेकर लौट रहे कई अभिभावकों से टीईटी अभ्यर्थियों की झड़प भी हुई। अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जाम में फंसी छात्राओं और बच्चों के साथ जाम लगाने वालों ने अभद्रता की।
चक्का जाम की वजह से स्कूल से घर जा रहे बच्चों को चिलचिलाती धूप में घंटों परेशान होना पड़ा। धूप, गर्मी और प्यास से परेशान छोटे-छोटे बच्चे रोने लगे। जिन्हे संभालना अभिभावकों के लिए मुश्किल हो गया। चक्काजाम को खत्म करने को लेकर अभ्यर्थियों और शहरियों में कई बार बहस भी हुई। घंटे भर के चक्का जाम में पसीने से तरबदतर होने के बाद बच्चों और शहरियों को जाम से निजात मिली।
अभ्यर्थी जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने के लिए नारेबाजी करते हुए निकले। इस कारण से कई जगहों पर रास्ता जाम हो गया।

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UPTET : नियुक्ति न होने पर टीईटी छात्र भड़के
कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन, सड़क पर लगाया जाम, सरकार के िखलाफ नारेबाजी



•अध्यापकों की नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों का डीएम को ज्ञापन



शाहजहांपुर। अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सहायक अध्यापक पदों पर नियुक्त नहीं करने के विरोध में यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा ने सड़क जाम लगाकर कलक्ट्रेट गेट पर धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।
लोनिवि गेस्ट हाउस परिसर में टीईटी अभ्यर्थियों की हुई बैठक के बाद प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में कलक्ट्रेट गेट पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया कि राज्य स्तर पर आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा हुए चार माह बीत गए हैं लेकिन अध्यापकों की नियुक्ति की प्रक्रिया अभी शुरू नही हो सकी है। इस सम्बंध में टीईटी अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मंडल पहले भी मिला और समस्याओं के अवगत कराया लेकिन आश्वासन के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई है। इससे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है।
ज्ञापन में नवंबर 2011 में प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने, टीईटी मेरिट के आधार पर चयन किए जाने, एकेडेमिक मेरिट को चयन का आधार नहीं बनाए जाने, भर्ती प्रक्रिया केसंबंध में यथा शीघ्र अभ्यार्थियों के हित में निर्णय लिए जाने की मांग की गई है।
इससे पूर्व हुई बैठक को संबोधित करते हुए महामंत्री मनोज शर्मा ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में निर्णय नहीं लिया जाना साबित करता है सरकार इसके प्रति गंभीर नहीं है। चार माह गुजरने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से अभ्यर्थी आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हैं। सरकार को चाहिए कि वह इस मामले में अपना रवैया स्पष्ट करे। हरिकिशोर दीक्षित ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों ने शासन स्तर पर कई आंदोलन किए लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। कहा: सरकार धैर्य की परीक्षा नही ले अन्यथा सरकार को अभ्यर्थियों के कोपभाजन का सामना करना पड़ेगा। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सतीश सिंह ने की और संचालन संतोष पाल ने किया। बैठक और धरना-प्रदर्शन में सिकंदर अली, अमित कन्नौजिया, अमित पांडे, विश्वास शर्मा, अनुराग गुप्ता, संजीव गंगवार, सर्वेश, शरद सक्सेना, ज्ञानेश, जयवीर सिंह, रोहिताश्व शुक्ला, शिवपाल शर्मा, अरुण कुमार, सदाकत हुसैन आदि शामिल रहे।

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने नियुक्ति में देरी पर जताई नाराजगी
शिक्षा मंत्री का पुतला फूंककर दी चेतावनी



•मेरिट के आधार पर नियुक्ति किए जाने की मांग की
• रेलवे क्रासिंग पर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकते टीईटी अभ्यर्थी।


भदोही। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने बुधवार को दोपहर अहमदगंज रेलवे क्रासिंग पर बेसिक शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर नियुक्तियों में लाई जा रही बाधा पर सख्त एतराज जताया। अभ्यर्थियों ने पहले तहसील में प्रस्तावित बैठक की जिसमें पुतला दहन के बारे में सम्मत फैसला लिया गया। पुतला दहन के दौरान मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
दोपहर लगभग 12 बजे तहसील मे बैठक समाप्त होने के बाद अभ्यर्थी जुलूस निकाल कर रेलवे क्रासिंग पर पहुंचे। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर टीईटी अभ्यर्थियों के उत्पीड़न के आरोप थे। फाटक पर काफी देर तक पहले नारेबाजी की गई जिसे बाद पुतले को आग लगाई गई। इस कार्यक्रम से सरकार को चेतावनी दी गई कि टीईटी भर्ती यथाशीघ्र मेरिट के आधार पर शुरू की जाए अन्यथा प्रदेश भर में आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।
कार्यक्रम में आदिल अंसारी, विनोद द्विवेदी, विनोद यादव, मुकेश सिंह, योगेश दूबे, प्रमोद, उमेश, त्रिभुवन, राजेश, संतोश, जितेंद्र, महेंद्र, संदीप, रमाशंकर यादव, हरिओम, रविशंकर यादव, रामप्रसाद, राकेश, सुरेश राम, विनोद कुमार, जावेद अहमद आदि शामिल हुए।
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टीईटी बेरोजगार 13 को रोकेंगे ट्रेन
मुरादाबाद। टीईटी बेरोजगार 13 मई को ट्रेन रोककर विरोध प्रदर्शन करेंगे। विरोध प्रदर्शन के संबंध में रेलवे और आरपीएफ अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। सीनियर डीएससी रफीक अहमद अंसारी ने बताया कि टीईटी बेरोजगारों ने 13 को लोको शेड पुल के निकट ट्रेन रोकने की घोषणा की गई है। वे ट्रेन न रोक सकें इसके लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी।
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टीईटी संघर्ष मोर्चा ने दिया धरना
मुरादाबाद। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने नियुक्ति की मांग को लेकर अंबेडकर पार्क में धरना दिया। इस मौके पर वक्ताओं ने सरकार पर शोषण का आरोप लगाया।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार विज्ञापन पर रोक लगी है। इस पर सरकार टीईटी बेरोजगारों का पक्ष नहीं रख रही है। सरकार जांच के नाम पर समय लेकर गुमराह कर रही है। इसके विरोध में उन्नीस मई को लखनऊ में धरना दिया जाएगा। सदस्यों ने लखनऊ पहुंचने की मांग की गई। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शहजार हुसैन ने व संचालन  राजपाल सिंह यादव ने किया। युद्धवीर सिंह, अशोक कुमार, दयाशंकर, विकास कुमार, जय प्रकाश, सुनील कुमार, एम के मिश्रा, चंद्रपाल सिंह सैनी आदि मौजूद रहे। 
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मेरिट के आधार पर भर्ती के लिए हुंकार
टीईटी अभ्यर्थियों ने जिला मुख्यालय पर चक्का जाम कर किया प्रदर्शन 

•अभ्यर्थियों ने शिक्षामंत्री के बयान की निंदा की 
•जुलूस निकाल अंक पत्र की जलाईं प्रतियां 

•अमर उजाला ब्यूरो
आजमगढ़। मेरिट के आधार पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के समर्थन में यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। शिक्षामंत्री के बयान की निंदा की और अंकपत्र की प्रतियां जलाई। चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो वृहद आंदोलन छेड़ा जाएगा। 
प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सभी अभ्यर्थी एकत्र हुए। वक्ताआें ने कहा कि मुख्यमंत्री ने लखनऊ में जनता दरबार में यूपीटीईटी अभ्यर्थियों को न्याय का आश्वासन दिया था और कहा था कि आपके साथ न्याय होगा। लेकिन शिक्षा मंत्री दूसरे दिन बयान देते हैं कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निरस्त किया जाएगा। इस दौरान उपस्थित अभ्यर्थियों ने इसकी कड़ी निंदा की। प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमारी मांगेे नहीं मांग गई तो हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। इसके बाद टीईटी अभ्यर्थियों ने कुंवर सिंह उद्यान से जुलूस निकाला। जुलूस पार्क से निकलकर सिविल लाइन, पुलिस लाइन होते हुए शहीद भगत सिंह चौराहे से होते हुए गांधी जी की प्रतिमा पहुंचा। गिरजाघर चौराहे पर अभ्यर्थी पहुंचे, इस दौरान शासन-प्रशासन विरोधी नारेबाजी की। बाद में यूपीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अंकपत्र की प्रतियां जलाईं। इस दौरान सुशील कुमार गौतम, अरुण कुमार, प्रवेश कुमार सिंह, अभय प्रताप सिंह, धर्मेंद्र कुमार, जयशंकर मिश्र, मनोज कुमार नायक, सुनील कुमार उपाध्याय, अजय कुमार सिंह, सुरेश यादव, अवनिंद्र त्रिपाठी, सुरेश, ओम प्रकाश प्रजापति, विजयेंद्र कुमार, रवींद्र यादव, जय सिंह यादव, राजनेत, उमेश वर्मा, संजय भारती, अनिल कुमार, रणवीर सिंह, कृष्ण मुरारी राय, महेंद्र कुमार, दीनदयाल यादव, सर्वदानंद, दुष्यंत आदि रहे। 
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टीईटी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन 11 को
मुजफ्फरनगर। भर्ती किए जाने की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने अनशन करने का निर्णय लिया है। 11 मई को अभ्यर्थी कलक्ट्रेट में प्रदर्शन करेंगे।
बुधवार को अभ्यर्थियों की टाउन हाल में बैठक हुई। जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने सरकार की टीईटी विरोधी नीतियों की आलोचना की। शासन से मांग की गई कि टीईटी मेरिट के आधार पर जल्द से जल्द भर्ती की जानी चाहिए।
तय किया गया कि 11 मई को कलक्ट्रेट में अनशन किया जाएगा। इस मौके पर अमित कुमार, राजीव कौशिक, नीरज, मनोज, राहुल, सचिन आदि उपस्थित रहे। संचालन नीरज चौधरी ने किया। 
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News : Amar Ujala (10.5.12)
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UPTET : 1,000 निजी स्कूल अनुदान पर लिए जाएंगे


UPTET : 1,000 निजी स्कूल अनुदान पर लिए जाएंगे

लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त निजी क्षेत्र के 1000 स्कूलों की तकदीर बदलने वाली है। राज्य सरकार इतने स्कूलों को अनुदान पर लेने जा रही है। इसके बाद इन स्कूलों में सरकारी स्कूलों के समान सुविधाएं दी जाएंगी। इनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को सरकारी स्कूलों के समान वेतनमान मिलेगा। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। हालांकि, अनुदान पर स्कूलों को लेने की संख्या घट बढ़ सकती है, क्योंकि अंतिम निर्णय अभी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को करना है।
सपा ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने पर बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों को अनुदान पर लिया जाएगा। नई सरकार बनने के बाद मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने सभी विभागों से प्रस्ताव मांगा।
सूत्रों के मुताबिक बेसिक शिक्षा निदेशालय ने इसके आधार पर ही प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। इससे सरकार को वेतन मद में करीब 10 करोड़ रुपये मासिक खर्च उठाना होगा। गौरतलब हो कि मुलायम सरकार के कार्यकाल में 1000 उच्च प्राथमिक स्कूूलों को अनुदान पर लिया गया था।
स्कूलों के चयन का आधार
कक्षा 6 से 8 तक के ऐसे स्कूलों को अनुदान पर लिया जाएगा जो बेसिक शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त होंगे। पहले निजी स्कूलों से आवेदन मांगे जाएंगे, इसके बाद वरिष्ठता क्रम में सूची तैयार कर स्थलीय सत्यापन होगा। मानक पर सही उतरने वाले स्कूलों को चयनित किया जाएगा
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अनुदान पाना आसान नहीं
बेसिक शिक्षा निदेशालय ने शासन को भेजा प्रस्ताव
शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद निजी स्कूलों को अनुदान पाना आसान नहीं है। स्कूल का निर्माण नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार होना चाहिए। स्कूल में खेल का मैदान के साथ ही विषयवार शिक्षक जरूरी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास वाले ही शिक्षक रखे जाएंगे। उपरोक्त मानक पूरा होने पर ही चयन के लिए विचारणीय होगा

News : Amar Ujala (10.5.12)
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UTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ


UTET : टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ
Uttrakhand TET News
नैनीताल-हाई कोर्ट ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में सफल अभ्यर्थियों को प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में नियुक्ति देने संबंधी प्रावधान को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी हैइससे 2253 पदों पर टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। कोर्ट ने नियुक्ति प्रक्रिया जारी रखने के निर्देश दिए हैं।  बीटीसी प्रशिक्षु अनिल पांडे व अन्य ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा था कि वे शिक्षक बनने का प्रशिक्षण ले रहे हैं, नियमानुसार उन्हें नियुक्ति का अधिकार हासिल है। उनका कहना था कि सरकार ने 15 दिसंबर 2011 को जारी विज्ञप्ति में 2253 पदों पर टीईटी पास अभ्यर्थियों को प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में नियुक्ति के आदेश दिया था, जो नियम विरुद्ध होने के साथ ही निरस्त करने योग्य है। सरकार की ओर से कोर्ट में दायर दाखिल हलफनामे में जानकारी दी गई कि विज्ञप्ति में 1147 पदों को बीटीसी प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित किया गया है। विज्ञप्ति कुल पदों की संख्या एवं उपलब्ध प्रशिक्षुओं के आधार पर जारी की गई। सरकार की ओर से याचिका को खारिज करने की मांग की गई। वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति तरुण अग्रवाल ने सरकार के तथ्यों से सहमत होते हुए बीटीसी प्रशिक्षुओं की याचिका खारिज करते हुए टीईटी पास अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया पर लगी रोक भी हटा दी। कोर्ट ने इस मामले में दायर अन्य याचिकाओं को भी खारिज कर दिया है


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UPTET : टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा का जोरदार प्रदर्शन



देवरिया। नियुक्ति की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने जोरदार प्रदर्शन किया। खून से लिखा मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। मोर्चा के वक्ताओं ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति शीघ्र हो। वरना यह आंदोलन रौद्र रुप धारण कर लेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ता टाउनहाल में इकट्ठा हुए। वहा से जुलूस निकाल नारेबाजी करते हुए सुभाष चौक पहुंचे और बीच सड़क में ही बैठ गए। जिसके चलते सड़क के दोनो तरफ जाम लग गया। मौके पर मौजूद सदर एसडीएम को मोर्चा कार्यकर्ताओं ने खून से लिखा खत सौंपा। संरक्षक गोरखनाथ सिंह ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति पूर्व में प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर हो। चयन का आधार टीईटी अध्यापक पात्रता परीक्षा के प्राप्तांकों के आधार पर हो। इससे समाज में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा और नकल पर रोक लगेगा। साथ ही फर्जी डिग्री वाले बाहर होंगे। इस मौके पर चंद्रप्रकाश कुशवाहा, अनुराग मल्ल, रघुवंश शुक्ला, गौरीशंकर पाठक, विकास पांडेय, शैलेंद्र तिवारी, अनिल, हरीश भारती, जितेंद्र सिंह, मनोज मिश्रा, अनुपम मद्वेशिया, रामाशीष वर्मा, आनंद गुप्ता, जयप्रकाश, अभिमन्यु, अमरजीत, रमेश गौड़, जयप्रकाश, रामजी, विजय तिवारी, धन्नजय, असगर अली, प्रकाश नाथ, भालेंदु तिवारी, हरेंद्र पुरी, विजय बहादुर, राजेश त्रिपाठी, सत्यप्रकाश, चंद्रभूषण और यशवंत आशा सिंह कुशवाहा, प्रीति सिंह, आकांक्षा मल्ल, देवी चक्रवर्ती, नूरजहां, सितारा खातून, सोनी गुप्ता, रामा इनायत आदि उपस्थित रहे।




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कपड़े उतारकर सड़क पर उतरे टीईटी अभ्यर्थी


महोबा। टीईटी मामले में प्रदेश सरकार की चुप्पी से नाराज टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए और कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए सड़क पर नारेबाजी की। इससे करीब आधा घंटे तक जाम लग गया। बाद में सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचकर अभ्यर्थियाें ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा।
टीईटी शिक्षकाें की भर्ती में प्रदेश सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम न उठाए जाने से टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सरकार के इस रवैये से नाराज टीईटी अभ्यर्थियाें ने बुधवार को आल्हा चौक पर कपड़े उतारकर अर्धनग्न अवस्था में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी विंध्यवासिनी राय को सौंपा। ज्ञापन में टीईटी अभ्यर्थियाें ने बताया कि उनके द्वारा शिक्षक पद के लिए दिए गए आवेदन पत्र तमाम जिलाें में पड़े हुए हैं। टीईटी उत्तीर्ण बीएड बेरोजगाराें का कहना था कि अभ्यर्थियाें के एक डिमांड ड्राफ्ट के अलावा सभी ड्राफ्ट वापस किए जाने थे। इस बारे में भी सरकार का कोई फैसला नहीं आया। ज्ञापन में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 12 मई तक प्रदेश सरकार ने मौन नहीं तोड़ा और टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें के पक्ष में कोई निर्णय न लिया तो प्रदेश स्तरीय अभियान चलाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। प्रदर्शन दौरान अखिलेश साहू, दीपक कौशल, रामकुमार प्रजापति, योगेंद्र कुमार, राजेश कुमार, दीपू गुप्ता, विनोद कुमार, पवन कुमार मौर्य, हरीराम, सुरेंद्र, नारायणदास, देवेंद्र सोनी, शंकरलाल, विनय कुमार, देवसिंह राजपूत, उमेश कुमार, चंद्रशेखर, अजीत, अरविंद सिंह सहित तमाम टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी मौजूद रहे। उधर टीईटी अभ्यर्थियाें के प्रदर्शन से आल्हा चौक में जाम लग गया जिससे तमाम स्कूली बसें, टेंपो, चार पहिया वाहन फंस गए लेकिन पुलिस की मौजूदगी के चलते आवागमन बहाल करा दिया गया।


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टीईटी अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर लगाया जाम


सीतापुर। बुधवार को टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी पास अभ्यर्थियों की भर्ती को लेकर आवेदन कर्ताओं ने राष्ट्रीय राज मार्ग पर जाम लगा दिया। आधे घंटे तक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन पर टीईटी अभ्यर्थियों ने जाम हटाया। तब जाकर मार्ग का यातायात बहाल हो सका। 
आज टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में एक बैठक का आयोजन किया गया। इसके बाद रोडवेज होते हुए सैकड़ों टीईटी अभ्यर्थी वैदेही वाटिका के निकट राष्ट्रीय राज मार्ग पहुंचे। यहां पर अभ्यर्थियों ने मार्ग को जाम कर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। सभी अभ्यर्थी पुराने विज्ञापन के आधार पर टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती की मांग करने लगे। कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे बृज मोहन मिश्रा ने कहा कि सरकार को टीईटी पास अभ्यर्थियों का हित देखते हुए न्यायालय में सही ढंग से पैरवी करवानी चाहिए। उनका कहना है कि जब तक टीईटी के बेस पर चयन प्रक्रिया नहीं शुरू की गयी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आधे घंटे के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय राज मार्ग पर वाहनों की कतारें लग गयी। जानकारी होने पर सीओ सदर व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर गये। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को देख टीईटी अभ्यर्थी भड़क उठे और शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह आक्रोशित भीड़ को शांत कराया। मामला ठंडा होने पर जाम हटा। इसके बाद अभ्यर्थियों ने खून से लिखे एक पत्र को प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा। संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने कहा कि आगामी 13 मई को हम सभी लोग लखनऊ में आंदोलन करेंगे। यदि तब भी प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी न की गई तो 19 मई को व्यापक आंदोलन किया जायेगा

News : Amar Ujala (10.5.12)




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Wednesday, May 9, 2012

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला

जोरदार प्रदर्शन, रास्ता जाम कर दिया ज्ञापन


लखीमपुर खीरी। यूपी टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने मांगों को लेकर सदर चौरहा पर मानव शृंखला बनाई। जोरदार प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। 
ज्ञापन में मांग की गई है कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का टीईटी की मेरिट के आधार पर यथाशीघ्र चयन किया जाए। 
टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ ने बुधवार को शहर के सदर चौराहे पर एकत्र होकर मानव शृंखला बनाई। अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए घंटों रास्ता जाम रखा। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को दिया गया। ज्ञापन में टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों ने मांग की कि सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश शासन के पूर्व में जारी विज्ञापन, जिस पर उन्होंने आवेदन किया था, टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की मेरिट के आधार पर यथाशीघ्र नियुक्ति की जाए। 
यह भी कहा गया कि टीईटी की मेरिट से शिक्षा विभाग को शिक्षकों का चयन करने में आसानी होगी। इससे विभाग करीब एक माह में ही चयन प्रक्रिया पूरी कर लेगा। कहा गया कि अभ्यर्थी चार माह से नियुक्ति पर रोक से आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण से परेशान हो चुके हैं। वे कुछ भी करने को तैयार हैं। शिक्षा मंत्री और प्रमुख सचिव के बयानों से टीईटी अभ्यर्थी मानसिक रूप से इतना पीड़ित हो चुके हैं वे आत्महत्या तक करने के लिए राष्ट्रपति को इच्छामृत्यु का मांगपत्र भेज चुके हैं।
ज्ञापन में कहा गया है कि टीईटी मेरिट चयन का सर्वोत्तम आधार है क्योंकि आईएएस, पीसीएस, डाक्टर्स, इंजीनियर्स का चयन प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर ही होता है एकेडमिक आधार पर नहीं। अत: सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के हित में टीईटी मेरिट पर करीब 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुकी प्रक्रिया को यथाशीघ्र पूर्ण कराने की कार्रवाई की जाए।


News : Amar Ujala (9.5.12)

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


आजमगढ़: राज्य सरकार द्वारा मेरिट के आधार पर नियुक्ति के आश्वासन पर अब तक कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध टीईटी अभ्यर्थियों ने बुधवार को सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

गिरजाघर चौराहे पर लगाए गए जाम से यात्रियों को काफी परेशानियों को सामना भी करना पड़ा। इससे पूर्व कुंवर सिंह उद्यान में आयोजित बैठक के दौरान अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया ने यह आश्वासन दिया था कि उनकी नियुक्ति मेरिट के आधार पर कराई जाएगी। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने भर्ती के लिए निकाले गए विज्ञापन को निरस्त कर मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन पर उनके सपने को चकनाचूर कर दिया। आखिर विज्ञापन को क्यों निरस्त किया गया इसके बारे में स्पष्ट करना चाहिए। यदि उनके साथ न्याय नहीं किया गया तो वे वृहद आंदोलन छेड़ने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान रविंद्र यादव, जयसिंह यादव, राजनेत, उमेश वर्मा, संजय भारती, महेश चंद, अनिल कुमार, रणवीर सिंह, कृष्णमुरारी राय, महेंद्र कुमार, दीनदयाल, सर्वदानदं, धनंजय कुमार, विंध्यवासिनी, सुशील कुमार, अरुण कुमार, प्रवेश कुमार, अभय प्रताप, धर्मेद्र कुमार, जयशंकर आदि उपस्थित थे।


News : Jagran (9.5.12)


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RTE : आरटीई संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी


RTE : आरटीई संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी

नई दिल्ली। छह से 14 वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार [आरटीई] कानून में संशोधन के लिए पेश विधेयक को संसद ने बुधवार को मंजूरी दे दी। इसमें मदरसा, वैदिक पाठशाला जैसी अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थाओं को आरटीई के दायरे से बाहर करने और सभी तरह की अशक्तता वाले बच्चों को शिक्षा के अधिकार का प्रावधान किया गया है।


यह विधेयक कुछ दिन पहले राज्यसभा में पारित हो चुका है एवं आज लोकसभा ने इस पर मुहर लगाई

निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार संशोधन विधेयक 2012 पर चर्चा का जवाब देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा, शिक्षा के अधिकार कानून में संशोधन कर सभी तरह के अशक्त बच्चों को कक्षा में सामान्य बच्चों की तरह शिक्षा प्राप्त करने के अधिकार का प्रावधान किया गया है।


उन्होंने कहा कि इसके तहत आटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मानसिक अशक्तता और अन्य तरह की अशक्तता वाले बच्चों को कक्षा में अन्य बच्चों की तरह शिक्षा का अवसर प्रदान करने की व्यवस्था है। इसके लिए कानून में अशक्तता की परिभाषा को व्यापक बनाया गया है। हमारा मानना है कि छह से 14 वर्ष के प्रत्येक बच्चे को निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है।


सिब्बल ने कहा कि यह भी प्रावधान किया गया है कि ऐसे अशक्त बच्चों को अपने घर में भी शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार हो, लेकिन स्कूल इस प्रावधान को आधार बनाकर इसका दुरूपयोग बच्चों को स्कूल से बाहर करने के लिए नहीं करें। मंत्री ने कहा कि शिक्षा का अधिकार कानून के संबंध में कुछ वर्गो से यह मांग की जा रही थी कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं को इसके दायरे से बाहर रखा जाए। इस मांग को स्वीकार करते हुए मदरसा, वैदिक पाठशालाओं जैसे अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थाओं को आरटीई के दायरे से बाहर रखा गया है।


सिब्बल ने कहा कि यह भी मांग की गई थी कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थाओं को स्कूल प्रबंधन समिति के दायरे से बाहर रखा जाए। इसे भी स्वीकार कर लिया गया है और अब ऐसे मामलों में स्कूल प्रबंधन समिति की परमर्शक की भूमिका होगी।


उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का भी निर्णय सामने आया है जिसमें कहा गया है कि इस कानून का कोई प्रावधान गैर सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थओं पर लागू नहीं होगा हालांकि यह सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं पर पूरी तरह से लागू होगा।


सिब्बल ने कहा कि कानून में एक और संशोधन करते हुए यह प्रावधान किया गया है कि सभी श्रेणियों में छात्र-शिक्षक अनुपात को कानून लागू होने के तीन वर्षो में मापदंड के अनुरूप बनाया जाएगा। साथ ही इस कानून के अमल में किसी तरह की बाधा को केंद्र दूर करेगा।


मंत्री ने कहा कि कुछ सदस्यों को अगर ऐसा लगता है कि डिसलेक्सिया जैसी अशक्तताओं को इसमें शामिल नहीं किया गया है, तब वह कहना चाहेंगे कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारित मंत्रालय अशक्तता संबंधी 1995 के कानून पर विचार कर रहा है। इसमें सभी तरह की अशक्तताओं को ध्यान में रखा गया है।


उन्होंने कहा कि स्कूलों में कक्षाओं, शौचालयों के निर्माण और शिक्षकों की नियुक्ति का कार्य प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया गया है। शिक्षकों के 19 लाख पदों को मंजूरी दी गई है जिसमें से 12 लाख शिक्षक नियुक्त किए जा चुके हैं।


मुस्लिम बहुल इलाकों में लड़कियों के लिए स्कूल खोलने की मांग करते हुए राजग ने सिब्बल के जवाब का बहिष्कार किया


News : Jagran ( 9.5.12)
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BETET RESULT LATEST NEWS टीईटी और एसटीईटी के नतीजे अब 25 तक


BETET RESULT LATEST NEWS | BETET EXAM 2011-2012 | BIHAR TET RESULT 2012 DATE

टीईटी और एसटीईटी के नतीजे अब 25 तक

पटना, जागरण ब्यूरो : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के लगभग 1.12 लाख रिक्त पदों को भरने के लिए आयोजित टीईटी-एसटीईटी परीक्षा के नतीजों की घोषणा अब 25 मई तक हो सकेगी। प्रदेश के बाहर ओएमआर शीट की स्क्रीनिंग कर रही कंपनी के साफ्टवेयर में कोई तकनीकी गड़बड़ी के चलते 7 मई तक अब परिणामों की घोषणा नहीं की जा सकेगी। परीक्षा समिति के सचिव ललन झा ने बताया कि वैसे भी 30 लाख ओएमआर शीट को जांच कर पाना उतना सहज काम नहीं है। वैसे कंपनी को काम सही तरीके से करने के निर्देश दिये गये हैं |

 उधर एक अन्य प्रदेश में उत्तीर्णता प्रमाण पत्र की छपाई का काम चल रहा है। 25 मई तक परिणामों की घोषणा हो जाने के आसार हैं।

 टीईटी व एसटीईटी के रिजल्ट की तैयारी की प्रगति की समीक्षा की समीक्षा के लिए शिक्षा मंत्री पी.के.शाही की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक आहूत की गई है। इस बार टीईटी परीक्षा के प्रश्न काफी कठिन थे लिहाजा उत्तीर्णाक लाना उतना सहज नहीं होने वाला है। सामान्य कोटि के अभ्यर्थियों के लिए उत्तीर्णाक 60 तथा एससी-एसटी के लिए 55 रखा गया है। लिहाजा पैनल कोई विशाल नहीं होने वाला है। थोक भाव में शिक्षकों का नियोजन नई नियमावली के आधार पर तैयार मेधा सूची से होना है। नियमावली छप चुकी है मगर आलम यह है कि उसके मुद्रित बंडल अभी विभाग में ही पड़े हुए हैं। उन्हें जिलों को उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। हाल में 34,540 शिक्षकों की एकमुश्त बहाली में विभाग के पसीने छूट गये। अभी भी उनमें 30 हजार की ही बहाली हुई है, उनके प्रमाण पत्रों का सत्यापन नहीं हो सका है। ऐसे में एक लाख से अधिक शिक्षकों का एक साथ नियोजन कैसे संभव हो सकेगा ,यह सोच कर विभाग के अफसरों के हाथ-पांव फूल रहे हैं। पूर्व में जो शिक्षक नियोजित हो चुके हैं उन्हें भी नियमित रूप से वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है

News : Jagran (9.5.12)

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UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन


-चयन प्रक्रिया की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

शाहजहांपुर, जागरण कार्यालय : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने विभिन्न मांगों को लेकर पीडब्लूडी तिराहा पर जाम लगाया और कचहरी में प्रदर्शन करके एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

मोर्चा के अध्यक्ष सतीश सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल एसडीएम जयनाथ यादव से मिला। उन्होंने बताया कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर सहायक अध्यापकों के पद पर नियुक्ति हेतु चार माह पूर्व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आवेदन किये थे। लेकिन अभी तक भर्ती प्रक्रिया में कोई भी प्रगति नहीं हुई है। श्री सिंह ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया 30 नवम्बर 11 को प्रकाशित विज्ञापन के आधार पर ही पूर्ण की जाए। चयन का आधार टीईटी मेरिट हो। एकेडमिक मेरिट को चयन का आधार किसी भी परिस्थिति में न बनाया जाए। भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में चयन प्रक्रिया पूर्ण की जाए। पूर्व में डाक बंगला परिसर में हुई बैठक में संघ के महामंत्री मनोज शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया के सम्बन्ध में अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। सरकार टीईटी अभ्यर्थियों के हितों को लेकर बिल्कुल भी गम्भीर नहीं है। सदस्य हरिकिशोर दीक्षित ने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा शासन तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लखनऊ में कई आंदोलन किये गये हैं। मोहम्मद फुरकान, मनोज शर्मा, अरुण कुमार, अनिल कुमार, वीरेन्द्र पाल सिंह, मोहम्मद अरशद, दीपक कुमार, अमित कुमार, गनेश कुमार, शरद कुमार, निगम कुमार, अमित चौहान, खालिद खान, सुरेश, राविन्दर पाल, विवेक कुमार, अशीष मिश्रा, विकास कुमार मौजूद रहे।


पुलिस से हुई नोकझोंक

टीईटी संघर्ष मोर्चा ने कचहरी गेट पर प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार बंद कर दिया। इस दौरान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई।

News : Jagran (9.5.12)
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला


UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने फूंका शिक्षा मंत्री का पुतला


जौनपुर: टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक मंगलवार को टीडी कालेज के सन्निकट मारुति मंदिर पर हुई। इस बैठक में शिक्षक भर्ती विज्ञापन निरस्त करने के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविन्द चौधरी के बयान पर सभी आक्रोशित रहे। उन्होंने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका।

इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान गैर जिम्मेदाराना है। इससे टीईटी अभ्यर्थियों को मानसिक पीड़ा पहुंची है। अभ्यर्थियों ने कहा कि मामला न्यायालय में लंबित होने के बाद भी उस पर बयान देना न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है। सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया लटकाने तथा मंत्री के गैर जिम्मेदाराना बयान से अभ्यर्थी शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक पीड़ा झेल रहे हैं। ऐसे में यदि कोई आत्महत्या कर ले तो इसकी जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।

इस बैठक की अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष अजीत यादव, मृत्युंजय सिंह, अवनीश मौर्य, अरुण तिवारी, मनोज सेठ, संजय सिंह, मंगला यादव, शैलेष विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।


News : Jagran (9.5.12)

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UPTET : नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से मिले टीईटी पदाधिकरी


UPTET : नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से मिले टीईटी पदाधिकरी



जागरण संवाददाता,पडरौना / कुशीनगर । टीईटी संघर्ष मोर्चा जनपद कुशीनगर के पदाधिकारी नेता विपक्ष एवं बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य से छावनी स्थित मौलाना आज़ाद लाइब्रेरी हाल में मिले। पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा और टीईटी की मेरिट के आधार पर तत्काल नियुक्ति की मांग की। नेता विपक्ष, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं पडरौना के सदर विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा की सपा सरकार युवाओं की विरोधी है एवं राजनीतिक बदले की भावना से कम कर रही है। उन्होंने वादा किया की वो युवाओं की आवाज़ सदन में उठाएंगे और सभी टीईटी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाएंगे।

इस अवसर पर अखिलेश मिश्र, प्रेमनाथ मिश्रा, अनूप श्रीवास्तव, मु. सैफ लारी, छोटेलाल, राहुल सिंह, कृष्णानन्द चौहान, सत्येन्द्र सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, रामेश्वर मिश्र, वकील अंसारी, मन्नान, दयानन्द शर्मा, संतोष कुमार, रत्‍‌नेश कुमार शर्मा, इस्तियाक अहमद, नीलम पाण्डेय, श्वेता मिश्र, निशा गुप्ता, ज्योति जायसवाल, मृत्युंजय कुमार, सत्येन्द्र कुमार, शम्भू नाथ चौहान, उदयभान यादव, महेश सिंह, कमलेश कुमार सिंह, दिनेश कुमार यादव, विनोद कुमार शर्मा आदि सैकड़ो टीईटी अभ्यर्थी मौजूद रहे।








News : Jagran

Source of Info - From: Saif Lari <mohd.saif.lari@gmail.com>
Date: 2012/5/9
Subject: SP Maurya ko gyapan dete TET Abhyarthi
To: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>



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UTET : टीईटी के खिलाफ याचिकाएं खारिज


प्रशिक्षु अध्यापकों की भर्ती का रास्ता खुला , 
UTET : टीईटी के खिलाफ याचिकाएं खारिज

Uttrakhand TET News :

अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास कर चुके बीएड उपाधिधारकों के प्रशिक्षु शिक्षक बनने का रास्ता खुल गया है। नैनीताल हाईकोर्ट ने टीईटी परीक्षा और ट्रेनी शिक्षकों की भर्ती को चुनौती देने वाली सभी 371 याचिकाएं खारिज कर दी
जस्टिस तरुण अग्रवाल की अदालत में चल रहे इस प्रकरण में विद्यालयी शिक्षा विभाग के पक्ष को वाजिब माना गया। पिछले दिसंबर में इस भर्ती प्रक्रिया को अदालत ने स्टे कर दिया था। नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं ने नियुक्ति प्रक्रिया को चुनौती दी थी। उनका कहना था कि जिन पदों के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है, उन्हीं पदों को विद्यालयी शिक्षा विभाग टीईटी के जरिए भर रही है। वहीं कुछ याचिकाएं टीईटी में पूछे गए प्रश्नों को लेकर थीं। कुल 371 रिटें थी।
विद्यालयी शिक्षा निदेशालय की ओर अदालत को बताया गया कि महकमे में शिक्षकों के कुल 4805 पद रिक्त हैं। जिसमें से करीब 1200 पद नियमित बीटीसी प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित रखा गया है। शेष पदों में से 700 पदों पर शिक्षा आचार्य और 868 पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षुओं की भर्ती होनी है। इसके अलावा जितने पद बचते हैं उन पर बीएड उपाधिधारकों को टीईटी के माध्यम से नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस नियुक्ति प्रक्रिया में नियमित बीटीसी कर रहे प्रशिक्षुओं का हित कहीं भी प्रभावित नहीं हो रहा है। महकमा नए सिरे से प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया अब जल्द शुरू कर देगा।

यह होगी भर्ती व्यवस्था
टीईटी उत्तीर्ण कर चुके बीएड उपाधिधारकों को डायट वार और वर्षवार अपने-अपने जिले में चयनित किया जाएगा। चयन के बाद उन्हें छह महीने का विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण पास करने वाले अभ्यर्थियों को उस समय की प्रचलित नियमावली के अनुसार नियुक्ति दी जाएगी।


News : Amar Ujala (9.5.12)
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Rajasthan High Court Jodhpur Bench : Provide List of RTET Qualifide Candidates But Not Qualifide B.Ed /BSTC Exam in 24 Hours


'टेट उत्तीर्ण, लेकिन बीएड या एसटीसी पास न करने वालों की सूची 24 घंटे में दें'
Rajasthan High Court Jodhpur Bench : Provide List of TET Qualifide Candidates But Not Qualifide B.Ed /BSTC Exam in 24 Hours

जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 (टेट) के संदर्भ में परीक्षा के आयोजक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से पूछा है कि टेट में ऐसे कितने अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया, जिन्होंने परीक्षा के रिजल्ट आने तक बीएड अथवा बीएसटीसी की फाइनल परीक्षा पास नहीं की थी। यह आदेश न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास ने टेट परीक्षा में असफल रहे बीएड पास अभ्यर्थी देवीसिंह व अन्य की ओर से दायर याचिका की सुनवाई के तहत दिए। न्यायाधीश ने बोर्ड से 24 घंटे में जवाब मांगा है।

अदालत में याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि आरटेट 2011 में सफल रहे अभ्यर्थियों को दिए प्रमाण पत्र में प्रकाशित शर्त संख्या 3 में लिखा हुआ है कि टेट में सफल रहे ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने इस परीक्षा में एनसीटीई के नियमानुसार यह बताते हुए आवेदन किया था कि उन्होंने बीएड अथवा एसटीसी में प्रवेश लिया हुआ है।

इस तरह के अभ्यर्थी टीचर्स पात्रता परीक्षा में तभी प्रवेश ले सकेंगे, जब वे शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा पास कर लेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि जिन्होंने शिक्षक प्रशिक्षण की परीक्षा भी पास नहीं की, उनको टेट में पास कर दिया गया। ऐसे तो जिन्होंने शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा पास की, लेकिन टेट में फेल हो गए तो उन्हें शिक्षक भर्ती के योग्य माना जाना चाहिए, वे टेट बाद में पास कर लेंगे


News Source : http://www.bhaskar.com/article/RAJ-JOD-tet-passed-but-not-the-b-3230879.html
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HTET : जेबीटी व बीएड कॉलेजों की दुकानें बंद होंगी!


HTET : जेबीटी व बीएड कॉलेजों की दुकानें बंद होंगी!

दयानंद शर्मा, चंडीगढ़ हरियाणा में जेबीटी व बीएड कॉलेजों के नाम पर चल रही दुकानें जल्द बंद हो सकती हैं। सोमवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाते हुए नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रामकिशोर को कड़ी फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने कहा कि चार सप्ताह में इस विषय पर सही जांच व दोषी कॉलेजों के खिलाफ कार्यवाही की स्टेटस रिपोर्ट में पेश नहीं की तो निदेशक को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। एनसीटीई के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रामकिशोर अवमानना नोटिस पर खंडपीठ के समक्ष पेश हुए थे । हाईकोर्ट ने जुलाई में एनसीटीई को निर्देश दिया था कि वह हरियाणा में चल रहे जेबीटी व बीएड कॉलेजों का निरीक्षण कर उसकी जांच हाई कोर्ट में सौंपे। फर्जीवाड़े में संलिप्त व नियमों के खिलाफ चल रहे कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई कर विस्तृत रिपोर्ट दे। सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार ने कोर्ट को बताया था कि सरकार से बगैर अनापत्ति पत्र के चल रहे जेबीटी व बीएड कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एनसीटीई को लिखा था लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया। तय समय के बाद भी रिपोर्ट पेश नहीं करने पर हाईकोर्ट ने एनसीटीई के क्षेत्रीय निदेशक को तलब किया था


News : Jagran (9.5.12)
Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=8&edition=2012-02-14
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Rajasthan Highcourt : Hearing of TET Failed Candidates complete, Decision put on hold till 14th May


 टेट फेल अभ्यर्थियों की सुनवाई पूरी, निर्णय 14 मई तक सुरक्षित
(Rajasthan Highcourt : Hearing of TET Failed Candidates complete, Decision put on hold till 14th May )

जोधपुर.राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (आर टेट) 2011 में अनुत्तीर्ण लेकिन बीएड व एसटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को तृतीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा में अस्थाई प्रवेश देने के मामले में मंगलवार को बहस पूरी कर ली। 

न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास ने देवीसिंह व अन्य की ओर से दायर याचिका पर निर्णय 14 मई तक के लिए सुरक्षित रख लिया है। अदालत में सोमवार को हुई बहस के बाद न्यायाधीश व्यास ने अप्रार्थी राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (आर टेट) 2011 के आयोजक राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अधिवक्ता राकेश अरोड़ा से आर टेट 2011 में उत्तीर्ण नॉन बीएड व नॉन एसटीसी अभ्यर्थियों की संख्या पूछी थी। बोर्ड की ओर से इसका जवाब पेश नहीं किया गया। अलबत्ता यह बताया गया कि आर टेट में 2 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे।


News : Bhaskar.com ( 9.5.12)

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UPTET Meetings

UPTET Meetings

Allahabad : उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा की आजाद पार्क में बैठक सुबह 10 बजे
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छात्र संघर्ष मोर्चा की बैठक कल
मैनपुरी (ब्यूरो)। टीईटी उत्तीर्ण छात्र संघर्ष मोर्चा की बैठक 10 मई को प्रात: 9.30 बजे तिकोनिया पार्क कलक्ट्रेट में आयो



Source :Amar Ujala (9.5.12)





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Tuesday, May 8, 2012

SSA Chandigarh : First to be regularised will be senior SSA teachers: Edu dept


SSA Chandigarh : First to be regularised will be senior SSA teachers: Edu dept


While the Centre had directed the UT Education Department to appoint regular teachers in the city’s government schools this year, the department has made it clear that recruitments to all the 872 teacher posts will be made on a contractual basis.

Citing reasons for this, UT Education Secretary, VK Singh said: “We do need regular teachers in our schools. We, however, need to first regularise teachers recruited under the Sarv Shiksha Abhiyan (SSA) over the last nine years. If we will appoint the new lot on a regular basis, we will not be able to maintain seniority among the teachers”.

“ The regularisation of the senior SSA teachers will be ensured this year. The teachers who will be recruited this year will be regularised after an assessment of their performances,” Singh added.

In an attempt to meet the shortage of teachers in city government schools, the department had sought candidates for 219 posts of Trained Graduate Teachers (TGT) and had also shortlisted 1,200 candidates for selection to 653 posts of Junior Basic Teachers (JBT). The recruitments of these teachers will be completed by May 15, while that of TGTs will conclude in July.

In a first, all the recruitments are being made online this year. The recruitment drive is being conducted after a gap of about four years. The UT Education Department had invited online applications from eligible candidates for posts of JBTs, last month. The term of contract will end on March 31, 2013. It is pertinent to note that no interviews will be conducted for selection of teachers and only those, who have qualified the Teachers’ Eligibility Test (TET), will be eligible to apply for the posts.


A week after the closing date of applications, the list of applicants will be uploaded online. The list will indicate the particulars entered by the candidates and the score assigned as per selection criteria. The candidates, on merit, will then report for verification of original documents within a specified timeframe. Further, candidate-wise schedule for checking of original documents will be uploaded on the website: http://recruitment.cdacmohali.in.

At present, only 480 SSA teachers are working in the city’s government schools. The first lot were recruited in 2004. Till date, these teachers have been awaiting regularisation despite the Ministry of Human Resource and Development’s (MHRD) nod in this regard.

News : Indian Express ( 3.5.12)
Source : http://www.indianexpress.com/news/first-to-be-regularised-will-be-senior-ssa-teachers-edu-dept/944670/
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