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Monday, March 26, 2012

UPTET Mujaffarnagar : TET Passed Submitted Memorandum to Minister


टीईटी उत्तीर्णों का मंत्री को ज्ञापन 
(UPTET Mujaffarnagar : TET Passed Submitted Memorandum to Minister )

टीईटी के अभ्यर्थी मंत्री चितरंजन स्वरूप को ज्ञापन देते हुए

मुजफ्फरनगर। 
यूपीटीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजा।
वर्ष 2011यूपीटीईटी उत्तीर्ण छात्रों की मांग है कि उच्च न्यायालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया पर लगाई गई रोक हटवाने के लिए राज्य सरकार का पक्ष न्यायालय में तार्किक ढ़ग से रखने के लिए निर्देशित किया जाए। वरिष्ठ अध्यक्ष बलकेश चौधरी के नेतृत्व में छात्रों ने कहा कि एनसीटीई नई दिल्ली से मांग की है कि टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्री धारकों को प्राथमिक शिक्षकों के रूप में नियुक्ति के लिए समय-सीमा बाध्यता समाप्त की जाए। उत्तीर्ण छात्रों का चयन जल्द से जल्द हो। टीईटी में धांधली के दोषियों को दण्डित किया जाए। उपाध्यक्ष अमित बालियान ने बताया कि 28 मार्च को तहसील पर बैठक होगी जिसमें टीईटी छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य है। ज्ञापन देने में हरेंद्र मलिक, देवदंत शर्मा, नवनीत, साकिद अली, प्रवेंद्र मलिक, प्रवेंद्र और प्रवीण आदि थे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : On 28th March - Parade


28 मार्च को निकालेंगे जुलूस 
(UPTET : On 28th March - Parade )

बड़ौत। दिगंबर जैन कालेज के छात्रावास में रविवार को संपन्न हुई बैठक में वक्ताओं ने लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज पर रोष व्यक्त किया है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए टीईटी पास अनिल कुमार ने कहा कि 20 मार्च को लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज होना बेहद शर्मनाक था, जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। इस अवसर पर गजेंद्र सिंह, अमित दीक्षित, कपिल कुमार, उत्तम कुमार, कर्मवीर सिंह, प्रवीण, अमित, विनीता और सुमन आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : Statewise Agitation on 28th, Decided in TET Sangarsh Morcha Meeting


प्रदेशव्‍यापी धरना 28 को - टीईटी अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा की बैठक 
(UPTET : Statewise Agitation on 28th, Decided in TET Sangarsh Morcha Meeting )

सुल्तानपुर। टीईटी अभ्यर्थी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को सीताकुंड स्थित पर्यावरण पार्क में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 28 मार्च को पूरे प्रदेश के साथ जिले में सांकेतिक अनशन किया जाएगा।
बैठक में प्रदेश स्तर पर आंदोलन का संचालन करने वाले शिवकुमार पाठक एवं नितिन मेहता ने अध्यक्षता की। नितिन मेहता ने कहा कि 27 मार्च को मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए मिला समय बढ़ाकर 30 मार्च कर दिया गया है। इसके विरोध में सुल्तानपुर सहित पूरे प्रदेश में 28 मार्च को एक दिन का सांकेतिक अनशन किया जाएगा। इस मौके पर अखिलेश पाठक, भीम, कृष्णा दीक्षित, शैलेंद्र त्रिपाठी, अजय ठाकुर, राजीव भट्ट, अखिलेश त्रिपाठी, प्रिया सिंह, संगीता वर्मा आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : If Recruitment NOT Starts then Agitation / Andolan


‘भर्ती जल्द शुरू न हुई तो आंदोलन’
(UPTET : If Recruitment NOT Starts then Agitation / Andolan )

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने सरकार को दी चेतावनी
लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की निंदा की 
रविवार को गुलाबबाड़ी परिसर में बैठक करते टीईटी अभ्यर्थी। 

फैजाबाद। टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों के संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को गुलाबबाड़ी में संपन्न हुई। इस दौरान बीती 20 मार्च को लखनऊ में मौन प्रदर्शन कर रहे टीईटी प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किए जाने की भर्त्सना की गई और दोषी पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग हुई। इसके साथ ही टीईटी भर्ती प्रक्रिया फिर से प्रारंभ करने की मांग की गई।
जिलाध्यक्ष अनिल मौर्या ने कहा कि टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके अभ्यर्थी अपनी परेशानी से सरकार को अवगत कराने जा रहे थे, किंतु उनकी समस्याओं को सुनने के बजाय उन पर लाठी बरसाई गई। यह घटना लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली रही। महामंत्री अवधेश प्रताप सिंह ने ऐलान किया कि यदि सरकार ने इस प्रकरण में स्वत: संज्ञान नहीं लिया और भर्ती शुरू नहीं कराई, तो फिर प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया जाएगा। बैठक को कोषाध्यक्ष संतोष सिंह, अनिल कुमार तिवारी, सूर्यभान पांडेय, राकेश कुमार पांडेय, विनय दुबे, शिव कुमार यादव, राम कुमार वर्मा ने भी संबोधित किया। संचालन अमृतांश श्रीवास्तव ने किया। इस बैठक में राकेश पंाडेय, आदिवंश, इरफान, उमाशंकर, रेनू निषाद, पूजा सिंह, सरोज, करूणा, विजय शंकर, पंकज आदि मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : TET Candidates Performed Candle Marched


टीईटी अभ्यर्थियाें ने निकाला कैंडल मार्च
(UPTET : TET Candidates Performed Candle Marched )


बाराबंकी। टीईटी अभ्यर्थियाें द्वारा सरकार के रूख के विरोध में शहर में कैंडल मार्च निकाला गया। लखपेड़ाबाग से निकले कैंडल मार्च से पूर्व हुई बैठक में जिलाध्यक्ष रजनीश कुमार वर्मा ने कहा कि मेरिट के आधार पर नियुक्ति तय नहीं की गईं तो युवा राजधानी की ओर रुख करेगा। बैठक में संदीप वर्मा, राजेश नारायण, नरेंद्र कुमार, विशाल गुप्त, दीपक गुप्त, अनिल कुमार, पवन, आशुतोष, विनोद, नीरज आदि मौजूद रहे।

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UPTET Sitapur : If Recruitments Not Starts sooner then Hunger Strike, Warning in TET Sangarsh Morcha Meeting


जल्द नियुक्तियां न हुईं तो भूख हड़ताल - टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में दी गई चेतावनी 
(UPTET Sitapur : If Recruitments Not Starts sooner then Hunger Strike, Warning in TET Sangarsh Morcha Meeting )


सीतापुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को नेहरू पार्क लोहार बाग में हुई। इसमें देवेंद्र सिंह ने कहा, बेरोजगार युवक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे है और इसके बदले उन्हें पुलिस की लाठियां मिल रही हैं। उन्होंने शासन से मांग की कि जल्द प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति हो नहीं तो प्रदेश के सभी टीईटी पास अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठेंगे।

सुनील तिवारी ने आह्वान किया कि सभी अभ्यर्थी ज्यादा संख्या में बैठक में मौजूद रहें। रमेश चंद्र यादव ने कहा, प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया विज्ञापन के आधार पर ही होगी अन्यथा सभी टीईटी पास अभ्यर्थी उग्र आंदोलन करने को मजबूर हाेंगे। जिलाध्यक्ष सर्वेश जोशी ने कहा, हमारा प्रतिनिधि मंडल 26 मार्च को मुख्यमंत्री से वार्ता करेगा तथा जल्द विज्ञापन के आधार पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग रखी जाएगी। यदि इसमें टीईटी का राजनीतिकरण हुआ या कोई हेर फेर किया गया तो अभ्यर्थी उग्र आंदोलन एवं आमरण अनशन करेंगे। इस दौरान कार्तिकेय तिवारी, विनीत, शमीम, रेखा सिंह, राशी सिंह, निशा सिंह, लखन सिंह आदि मौजूद थे।
लोहारबाग पार्क में धरने पर बैठे टीईटी शिक्षक।

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UPTET Mahoba : Condemned Lathicharge in Meeting


बैठक में लाठीचार्ज की निंदा 
(UPTET Mahoba : Condemned Lathicharge in Meeting )

महोबा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें की आल्हा चौक स्थित अंबेडकर पार्क में संपन्न हुई बैठक में लखनऊ में मौन जुलूस दौरान हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि 26 मार्च को टीईटी भर्ती प्रक्रिया बहाल न हुई तो 30 मार्च को विधानसभा के सामने आमरण अनशन किया जाएगा।
बैठक को संबोधित करते हुए रमाशंकर अनुरागी ने कहा कि लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियाें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। सुरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में यदि कोई बदलाव किया गया तो सभी सफल टीईटी अभ्यर्थी कचहरी की शरण लेने को मजबूर हो जाएंगे। सरकार को इसका खामियाजा वर्ष 2014 के चुनाव में भुगतना पड़ेगा। बैठक में दीपक कौशल, राजकुमार, रामकिशोर कुशवाहा, धीरेंद्र तिवारी, आशाराम, देवसिंह राजपूत, शिवलाल राम बिहारी, देवेंद्र सोनी, अजीत, चंद्रशेखर मौजूद रहे। (ब्यूरो)


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UPTET : Sangarsh if Recruitment Not Starts for TET Passed Candidates


टीईटी उत्तीर्ण छात्रों की नियुक्ति न होने पर संघर्ष 
(UPTET : Sangarsh  if Recruitment Not Starts for TET Passed Candidates )

•बैठक कर बनाई संघर्ष समिति 
कोंच (जालौन)। टीईटी उत्तीर्ण छात्रों ने रविवार को एक बैठक करके नियुक्ति प्रक्रिया के खटाई में पड़ने को लेकर तीखा आक्र ोश व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री के आश्वासन को देखने के बाद ही संघर्ष की रणनीति बनाई जाएगी। रविवार को सरोजिनी नायडू पार्क में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आगे की रणनीति तय करने के लिये उन्होंने 27 मार्च को फिर से एक बैठक सरोजिनी नायडू पार्क में बुलाई जाएगी। रविवार को एक संघर्ष समिति का भी गठन किया गया। जिसमें अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, उपाध्यक्ष रुचि गुप्ता, आशुतोष दुबे, महामंत्री योगेश कुमार, संगठन मंत्री नेहा गुप्ता व जुबैद, प्रवक्ता त्रिभुवन पटेल व जीशान, कोषाध्यक्ष सुशांत नायक, विधिक सलाहकार रुचिर नायक को बनाया है।
इस दौरान कमलेश कुशवाहा, सौरभ गुप्ता, विवेक नायक, नरेंद्र पुरोहित, दीपा गुप्ता, मीनू राठौर, प्रियंका वर्मा, ओमजी गुप्ता, जीतू यादव, सुमित रिछारिया, संजय निरंजन, मनीष नगरिया, नितिन पहारिया, अनुराग गुप्ता, प्रदीप सविता, गौरव बाजपेयी, जीशान अख्तर, जितेंद्र राठौर उपस्थित रहे।


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UPTET Orai : TET Candidates angry over stay/suspended on Recruitment Process, Demanded to start as soon as possible


शिक्षकों की भर्ती पर रोक से रोष 
(UPTET Orai : TET Candidates angry over stay/suspended on Recruitment Process, Demanded to start as soon as possible )


Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)

Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.

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उरई (जालौन)। टीईटी अभ्यर्थियों में रुकी पड़ी भर्ती प्रक्रिया को लेकर रोष है। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने रविवार को बैठक कर चयन प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू किए जाने की मांग की।
मीडिया प्रभारी रामजी सोनी ने प्रदेश सरकार पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी हो जाएगी, लेकिन सरकार निष्क्रिय है। कोषाध्यक्ष आविद अंसारी ने बताया कि संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिये आपसी सहयोग की जरूरत है। उपाध्यक्ष सोनम गुप्ता ने समस्त महिला टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों को एकजुट होने का आग्रह किया। सचिव मनोज कौशल ने कहा कि यदि टीईटी रद्द हुई तो गरीब छात्रों का ज्यादा नुकसान होगा। सहमंत्री सौरभ गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह निष्क्रिय है। ज्ञान सिंह ने कहा कि सरकार चयन प्रक्रिया के लिये स्वतंत्र है। महामंत्री शशिकांत पाल ने कहा कि सरकार सरकार मेरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया जल्द शुरू कर दे जिससे सभी का भविष्य उज्जवल हो सके। बैठक में आकांक्षा, ज्योति दुबे, सुमन पाल, अशोक श्रीवास्तव, सुमित, मंगल, विनोद साहू, सत्यप्रकाश, अश्वनी अवस्थी, अनुराग, गजेंद्र पाल सिंह, प्रेमचंद्र चौधरी, भूपेंद्र सक्सेना जयदीप अवस्थी आदि उपस्थित थे। उधर, जालौन में हुई बैठक में अभ्यर्थियों पर हुये लाठीचार्ज पर रोष जताया गया। बैठक में धीरज साहू , विध्यपाल विपिन पाल ,मंगल सिंह चौहान, अध्यक्ष मनोज कुमार बाथम, खुशबू पाटकार, शिल्पी गुप्ता, आरती यादव, आशीष श्रीवास्तव, आशुतोष यादव, अनिल मिश्र, आशीष प्रजापति, मनोज सोनी, शैलेंद्र सेंगर, नागेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।

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UPTET Kannoj : B. Ed Unemployed Angry over Delay in Recruitment Process of TET Candidates


टीईटी प्रक्रिया में देरी से बीएड बेरोजगारों में रोष
(UPTET Kannoj : B. Ed Unemployed Angry over Delay in Recruitment Process of TET Candidates )

सौरिख (कन्नौज)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यार्थियों की बैठक में नियुक्ति प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर रोष जताया गया।
बैठक के दौरान टीईटी परीक्षा में हुई धांधली पर बसपा सरकार को जमकर कोसा गया। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उम्मीद जताई गई कि वह अत्महत्या की कगार पर खड़े बीएड बेरोजगारों की सुध लेंगे। बैठक में तय किया गया कि 31 मार्च को इस बारे में डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा और प्रदेश स्तर तक आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। बैठक समाप्त होने के बाद सभी युवा बेरोजगारों ने अपनी मांगों को लेकर कस्बा में शांति मार्च निकाला।
रूबैद आलम की अध्यक्षता में नरेंद्र सिंह यादव के आवास पर हुई बैठक में योगेंद्र यादव, सुनील अग्निहोत्री, नीरज यादव, अमित कोयला, आशीष पाल, मोहसिन खां, पूजा यादव, ममता पाल, शिवकांत यादव, सुमित गोयल व मयंक त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

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UPTET Hardoi : TET Candidate's Meeting in Saheed Udyan, Teacher is NOT Employment But a Subject of Respect


शहीद उद्यान में बैठक करते टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी। 
(UPTET Hardoi : TET Candidate's Meeting in Saheed Udyan, Teacher is NOT Employment But a Subject of Respect )


Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)

Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.

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टीईटी अभ्यर्थी आज करेंगे भूख्‍ा हड़ताल 
•शिक्षक बनना रोजगार नहीं सम्मान का विषय  

हरदोई। शिक्षक बनने को लेकर सड़कों पर उतरे टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा आंदोलन पर उतर आया है। रविवार को मोर्चा के पदाधिकारियों ने बैठक कर रणनीति बनाई और कहा कि शिक्षक बनना रोजगार ही नहीं, बल्कि सम्मान का विषय है और सोमवार को मोर्चा के पदाधिकारी भूख हड़ताल कर अपना विरोध जताएंगे।
शहीद उद्यान में हुई बैठक में मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि टीईटी उत्तीर्णों के लिए शिक्षक बनना केवल रोजगार ही नहीं, बल्कि उनके सम्मान का बिंदु है और हम अपने सम्मान को कभी बिकने नहीं देंगे। चूंकि परीक्षा को रद करने या इसे पात्रता बनाना उनके साथ व नियमावली का मजाक व संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए आंदोलन तो किया ही जाएगा, न्यायालय में भी गुहार लगाई जाएगी।
मोर्चे के संरक्षक सौरभ त्रिपाठी ने कहा कि मांगों को लेकर जिले के सभी टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार सोमवार को कलक्ट्रेट में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठ कर विरोध जताएंगे और उसके बाद मांगों का सीएम को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को देंगे। बैठक में मोर्चा अध्यक्ष अवनीश यादव ने कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाग लेने की अपील की। बैठक को हिमांशु मिश्र, राजीव पांडेय, अपूर्व श्रीवास्तव, आशीष सिंह, ज्योति गुप्ता, बीना सोनी, खुशबू श्रीवास्तव आदि ने संबोधित किया।

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UPTET Hameerpur : TET Candidates Made Demonstration, Made Jam on Sumerpr-Pailanee Way


सुमेरपुर में टीईटी अभ्यर्थी प्रदर्शन करते - सुमेरपुर-पैलानी मार्ग पर जाम लगाया
(UPTET Hameerpur : TET Candidates Made Demonstration, Made Jam on Sumerpr-Pailanee Way)

As a responsible blogger, I felt -
TET Candidate's should abide laws and perform peaceful demonstration.

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सुमेरपुर-पैलानी मार्ग पर जाम लगाया

भरूआसुमेरपुर (हमीरपुर)। लखनऊ में टीईटी पास बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में रविवार को सुमेरपुर-पैलानी मार्ग सांकेतिक जाम लगा बेरोजगारों ने आक्रोश जताया। इस दौरान पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
कसबे के ठडे़श्वरी आश्रम में टीईटी पास बेरोजगारों ने बैठक कर लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की निंदा की। कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी जायज मांगों के लिए बात कहने का अधिकारी है। उन्हें बेरोजगारी भत्ता नहीं बल्कि नौकरी चाहिए। कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो प्रदेश के तीन लाख अभ्यर्थी सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे। बैठक के बाद मौजूद अभ्यर्थियों ने सुमेरपुर पैलानी मार्ग पर जाम लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर रामबाबू चक्रवर्ती, राममोहन शुक्ला, बालकृष्ण गुप्ता, आश्विनी कुमार, मोहन शिवहरे, प्रवीण गुप्ता, सिद्दीक अहमद, संदीप दत्त, चंद्रकांत शुक्ला, रामविलास चक्रवर्ती, मनीष त्रिवेदी, देवेंद्र वर्मा, सत्यप्रकाश वर्मा, रूपराम सोनकर सहित अन्य अभ्यर्थी मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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UPTET Mahoba : Condemned Lathicharge in Meeting


बैठक में लाठीचार्ज की निंदा 
(UPTET Mahoba : Condemned Lathicharge in Meeting )


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Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.

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महोबा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियाें की आल्हा चौक स्थित अंबेडकर पार्क में संपन्न हुई बैठक में लखनऊ में मौन जुलूस दौरान हुए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की। साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि 26 मार्च को टीईटी भर्ती प्रक्रिया बहाल न हुई तो 30 मार्च को विधानसभा के सामने आमरण अनशन किया जाएगा
बैठक को संबोधित करते हुए रमाशंकर अनुरागी ने कहा कि लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियाें के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। सुरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में यदि कोई बदलाव किया गया तो सभी सफल टीईटी अभ्यर्थी कचहरी की शरण लेने को मजबूर हो जाएंगे। सरकार को इसका खामियाजा वर्ष 2014 के चुनाव में भुगतना पड़ेगा। बैठक में दीपक कौशल, राजकुमार, रामकिशोर कुशवाहा, धीरेंद्र तिवारी, आशाराम, देवसिंह राजपूत, शिवलाल राम बिहारी, देवेंद्र सोनी, अजीत, चंद्रशेखर मौजूद रहे। (ब्यूरो)

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : Government Make us Teacher Not Kranikari / Revolutionary

सरकार हमें क्रांतिकारी न बनाए 
(UPTET : Government Make us Teacher Not Kranikari / Revolutionary )


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Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
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शमसाबाद। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने कहा कि सरकार हमें शिक्षक बनाने की पहल करे न कि क्रांतिकारी बनाने की। इस दौरान उन्होंने मांगें लिखी पट्टिकाएं दिखाकर रोष प्रकट किया। 
रविवार को नगर के सरस्वती विद्या मंदिर में मोर्चा की बैठक में अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती पर लगी रोक हटाकर टीईटी पास लोगों को शिक्षक बनाने की पहल करे। बैठक में मौजूद लोगों ने एक स्वर में लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार मेरिट के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करे। उन्होंने आवाहन किया कि प्रदेश के सभी टीईटी पास लोग संगठित हों और जब तक मांगे पूरी न हो तब तक संघर्ष जारी रखे। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हे क्रांतिकारी न बनाए। इस दौरान उपाध्यक्ष संजय गिरि, कोषाध्यक्ष ब्रजेश शर्मा, राजीव कुमार, पुष्पेंद्र सिंह, तैयव अहमद, शकील अहमद, ईश्वर दयाल, दृश्यपाल, धीरेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, अफरोज खां आदि लोग मौजूद रहे।
पट्टिकाए दिखाकर रोष प्रकट करते टीईटी उत्तीर्ण।

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : 4000 Draft are still lying in DIET


चार हजार ड्राफ्ट अभी भी डायट में पड़े 
(UPTET : 4000 Draft are still lying in DIET )

इटावा। नौकरी के संकट से जूझ रहे टीईटी आवेदकों के ड्राफ्ट भी समस्या बने हुए हैं। करीब साढ़े छह हजार आवेदकों के यह ड्राफ्ट डायट और बैंक की आपसी समस्या से डायट में ही रखे हैं। तीन माह बाद अब तक सिर्फ ढाई हजार ड्राफ्ट ही जमा हुए हैं। ऐसे में चार हजार ड्राफ्ट अभी भी बैंक मेें जमा नहीं हुए हैं। ड्राफ्ट की अवधि महज छह माह है, इसमें तीन माह गुजर चुके हैं
टीईटी आवेदकों ने नौकरी के लिए प्रदेश भर की डायट पर आवेदन किए हैं। जिले की डायट पर ही करीब 77 हजार आवेदन आए हैं। इनमें करीब 6500 आवेदन पत्रों के साथ ड्राफ्ट भी लगे हैं। इनका मूल्य करीब 20 लाख रुपए है। इन ड्राफ्ट्स की अवधि छह माह निर्धारित है। इस अवधि में ही इन ड्राफ्ट को बैंक में जमा होना चाहिए। ड्राफ्टों को आए हुए करीब तीन माह गुजरने को हैं। लेकिन अभी तक सिर्फ ढाई हजार ड्राफ्ट ही बैंक में जमा हो पाए हैं। शेष ड्राफ्ट डायट में ही रखे हैं। इस संबंध में डायट में कार्यरत पटल सहायक का कहना हैं कि बैंक ने एक साथ सभी ड्राफ्ट लेने से इंकार कर दिया जिससे समस्या है
बैंक को लिखा है पत्र
डायट प्राचार्या सरोज श्रीवास्तव का कहना रहा कि सेंट्रल बैंक में विभाग का खाता है। उसी में टीईटी आवेदकों के ड्राफ्ट जमा किए जा रहे हैं। बैंक ने यह कहते हुए परेशानी जताई कि एक साथ काफी संख्या में ड्राफ्ट जमा करने पर क्लीयरिंग में दिक्कत आती है। इसलिए एक दिन में सिर्फ 50 ड्राफ्ट स्वीकार किए जा सकते हैं। इस पर बैंक का पत्र भेजा गया है

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Lalitpur : TET Candidates Bring their Points to Respected Peoples sitting in Government


टीईटी अभ्यर्थी माननीयों तक पहुंचाएंगे अपनी बात
(UPTET Lalitpur : TET Candidates Bring their Points to Respected Peoples sitting in Government)


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Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
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पोस्टकार्ड अभियान की हुई शुरूआत, 
उप जिलाधिकारी को सौंपा गया ज्ञापन 


ललितपुर। टीईटी अभ्यर्थियों ने माननीयों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए पोस्टकार्ड अभियान की शुरूआत कर दी है। उन्होंने कंपनी बाग में बैठक कर करीब सात सौ पोस्टकार्ड लिखे। इसके बाद उपजिलाधिकारी सदर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
कंपनी बाग में हुई बैठक के दौरान वक्ताओं ने कहा कि जब तक टीईटी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक पोस्टकार्ड अभियान चलेगा। पोस्टकार्ड लिखने का मकसद राज्यपाल, मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री, शिक्षा निदेशक, प्रमुख सचिव, मानव संसाधन मंत्रालय एवं न्यायाधीश को सच्चाई से अवगत कराना है।
छात्रों ने दिन - रात एक कर परीक्षा उत्तीर्ण की है। ऐसे में कोई भी नहीं चाहता कि परीक्षा रद हो। यदि प्रदेश सरकार ने टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती में सहयोग नहीं किया तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य हो जाएंगे। राजेंद्र राठौर ने कहा कि कुछ लोगों ने चयन प्रक्रिया को उलझाने के लिए न्यायालय में वाद दायर कर दिया है, पर हम सभी को पूर्ण विश्वास है कि न्यायालय का निर्णय छात्रों के हित में ही आएगा।
इस मौके पर रवींद्र साहू, अंतिम कुमार जैन, नीलम मिश्रा, प्रियंका वर्मा, रिचा जैन, सुमनेश जैन, प्रभा, रश्मि, संध्या, वर्षा बबेले, सोनाली, आलोक श्रीवास्तव, जितेंद्र, अनुराग शर्मा, मनोज दुबे, धर्मेंद्र, संचित कटारे, राजेंद्र राठौर, राजेंद्र रजक, विजय, ब्रषभान, दीपक, नीलेश पुरोहित, मनोहर, राहुल तिवारी, आलोक, अभिषेक शर्मा, लखन, अतिक खान, देवेंद्र, मुकेश, राहुल, राहुल नायक, अमित जैन, आशीष यादव, कुंजबिहारी, दिलीप सैन, दीपक गुप्ता, आलोक व्यास, भारत भूषण, संतोष गुप्ता, सत्यप्रकाश गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
बैठक के उपरांत अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को दिया, इसमें टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती करने की मांग की गई।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Janshi : TET Candidates sent Postcards to CM Demanding Job


टीईटी छात्रों ने सीएम को पोस्टकार्ड भेजकर मांगी नौकरी
(UPTET Janshi : TET Candidates sent Postcards to CM Demanding Job )



Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)

Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.

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झांसी। बुंदेलखंड टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में मुख्यमंत्री को पोस्टकार्ड भेजकर उत्तीर्ण छात्रों को मेरिट के आधार पर नौकरी देने की मांग की गई।
छात्रों ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी है, जिसे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से दूर किया जा सकता है। बैठक के बाद गरौठा विधायक दीपनारायण सिंह यादव से भेंट कर समस्या समाधान की मांग की गई। विधायक ने उनकी समस्या मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर निदान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पंकज जैन, सौरभ शर्मा, अनिल कुमार वर्मा, बृजलाल वर्मा, आनंद तिवारी, शैलेंद्र रावत, हर्षमाला, तृप्ति, मीना, रजनी, प्रियंका गुप्ता, बंटी वर्मा, रोहित साहू, अश्विनी कुशवाहा, शैलेंद्र दीक्षित आदि उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Mahrajganj : TET Utteern Ekta Sangarsh Tied Black Belt to Oppose Lathicharge


काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
(UPTET Mahrajganj : TET Utteern Ekta Sangarsh Tied Black Belt to Oppose Lathicharge )


Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)

Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.


महराजगंज। टीईटी उत्‍तीर्ण संघर्ष एकता मोर्चा की बैठक रविवार को हुई। इसमें टीईटी परीक्षा अभ्यर्थियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
इसमें रामकुमार पटेल और महेन्द्र वर्मा ने कहा कि टीईटी पास अभ्यर्थियों पर सरकार ने बेवजह लाठी चार्ज कराया। अपने हक की मांग को लेकर शांतिपूर्वक प्रदर्शन पर ऐसा करना जुल्म है। जिला उपाध्यक्ष बृजेश यादव ने कहा कि टीईटी परीक्षा में धांधली हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए। जिला मंत्री मदन यादव ने भी बैठक को संबोधित किया। इस दौरान सभी ने एक स्वर से कहा कि चाहे जितनी लड़ाई लड़नी होगी, वे लड़ेंगे।
मगर हार नहीं मानेंगे। इस दौरान मुकेश दुबे, रामकुमार, महेन्द्र चौहान, मंशा मद्धेशिया, राजेश कुमार, मदन यादव, सिकन्दर, यशपाल चौधरी, राजकुमार विश्वकर्मा, निर्मल प्रसाद पासवान, बृजनन्दन मौर्य, बालगोविन्द, सिकन्दर, विजय लक्ष्मी, कैलाश, व्यासमुनि, मनोज कुमार, मोहम्मद अकरम, विनय शंकर और पवन आदि मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Devaria : Gorakhnath - Sangarsh will NOT go in waste


व्यर्थ नहीं जाएगा संघर्ष: गोरखनाथ
(UPTET Devaria : Gorakhnath - Sangarsh will NOT go in waste )


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Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
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If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.


•टाउनहाल परिसर में टीईटी संघर्ष मोर्चा की हुई बैठक
•टीईटी मोर्चा के सदस्यों पर लाठी चार्ज की निंदा 

देवरिया। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक टाउनहाल परिसर में हुई। जिसमें लखनऊ में मोर्चा के सदस्यों पर की गई लाठीचार्ज की निंदा की गई। बैठक की अध्यक्षता गोरखनाथ सिंह ने की। बैठक को संबोधित करते हुए गोरखनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में शांति मार्च कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज अलोकतांत्रिक था। इसके बाद भी अगर नियुक्ति नहीं हुई तो टीईटी अभ्यर्थी पूरे प्रदेश में शांति मार्च निकालेंगे। यह लड़ाई व्यर्थ नहीं जाने पाएगी।
अनुराग मल्ल ने कहा कि कोई भी आंदोलन संगठन की बदौलत किया जा सकता है। उन्होंने सभी से एकजुट होने की बात कही। मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि टीईटी मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिलकर वार्ता करेगा। बात नहीं बनी तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। रघुवंश शुक्ल ने कहा कि त्याग और बलिदान के आधार पर समाज को सही दिशा निर्देश दिया जा सकता है। बैठक में मुख्य रुप से संजय यादव, लवकुश, विजय सिंह, मानीचंद्र, सरस्वती राम त्रिपाठी, हरेन्द्र पुरी, विकास पांडेय, वेदप्रकाश सिंह, बृजेश कुमार दूबे, श्रीप्रकाश तिवारी, हेमंत कुमार प्रजापति, अमरदेव सिंह, जीतेन्द्र दीक्षित, राजेश त्रिपाठी, मुन्ना कुमार आदि टीईटी अभ्यर्थी मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Basti : TET Candidates Condemned Lathicharge on Womens


महिलाओं पर लाठी चार्ज की निंदा - कटेश्वर पार्क में बैठक कर प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
(UPTET Basti : TET Candidates Condemned Lathicharge on Womens )


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Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
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बस्ती। टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने पिछले दिनों लखनऊ में टीईटी उत्तीर्ण महिला बेरोजगारों पर लाठी चार्ज की निंदा की है। कहा है कि अपनी जायज मांगों को पूरा कराने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन का का उद्देश्य चुनाव से पहले सपा नेता और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के वादों को याद दिलाना था। बावजूद इसके पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठियां चटकाईं।

टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने ने रविवार को कटेश्वर पार्क में संघर्ष मोर्चा की बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार से बेरोजगार और नौजवानों को काफी उम्मीदें हैं, पर सरकार के इशारे पर हुए लाठीचार्ज ने उनकी उम्मीदोें पर पानी फेर दिया है। प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी दी कि यदि टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को शिक्षक बनाए जाने की प्रक्रिया नहीं शुरू की गई तो सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा।

बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य बृजभूषण तिवारी और राज्यमंत्री रामकरन आर्य को टीईटी बेरोजगारों ने ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग रखी है। ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए दोनों नेताओं ने सपा मुखिया से बात कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। बैठक में संतोष यादव, रत्नेश मिश्रा, विजय पांडेय, स्वामी नाथ, महावीर प्रसाद, नित्यानंद पांडेय, शेषमणि, नितिन शुक्ला, अवनीश त्रिपाठी, मुकुल, शिवेश चंद्र प्रजापति, अवधेश कुमार, कपिलदेव मौर्य, चौधरी रामकरन सिंह, दिनेश कुमार यादव, अखिलेश कुमार वर्मा, विनोद कुमार, विजय कुमार भारती, नीरज कुमार पाठक, राजेश कुमार मौर्य, शिव नरायन सिंह, अजीत कुमार पाल, हरीराम, इंद्रबहादुर, उमेश चंद्र, पतिराम वर्मा, आनंद कुमार, उदय शंकर, बृजेंद्र मिश्र, पुष्पेंद्र पाठक, चंद्रमौली मिश्र, बजरंग प्रसाद, राकेश कुमार, कौशलानंद, विजय प्रताप, आशुतोष कुमार, महेंद्र कुमार वर्मा आदि उपस्थित रहे।


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UPTET Lakhimpurkheeri : Condemned Police Lathicharge in Lucknow


लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की निंदा
(UPTET Lakhimpurkheeri : Condemned Police Lathicharge in Lucknow )

मोहम्मदी। कस्बे में यूपीटीईटी परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों ने बैठक कर लखनऊ में हुई लाठीचार्ज की निंदा की तथा प्रदेश सरकार से भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू कराने की मांग की।
इस मौके पर सुजीत भारद्वाज, अनवार अहमद, दीपक गुप्ता, मोहम्मद सादिक, अजहर हुसैन, विजय मिश्रा, मनोज शुक्ला, शिखा रस्तोगी, सच्चिदा श्रीवास्तव, प्रीती गुप्ता, कृष्णा, देवेश वर्मा, अहिबरन लाल, संतोष कश्यप, विजय शर्मा, अजेश शुक्ला, प्रदीप सिंह, मुकेश राठौर, ज्ञानेंद्र शुक्ला, विपिन गुप्ता, उमा गुप्ता, नमिता सिंह, रवि भारद्वाज, मुकेश वर्मा, सूर्य प्रकाश पांडे आदि मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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UPTET : TET Candidates will perform Demonstration / Pradarshan in fron of Assembly


विधानसभा के सामने प्रदर्शन करेंगे टीईटी अभ्यर्थी
( UPTET : TET Candidates will perform Demonstration / Pradarshan in fron of Assembly )


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If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.



बरेली। उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की रविवार को गांधी उद्यान में हुई बैठक में लखनऊ में आंदोलनकारियों पर लाठी चार्ज की निंदा की गई। वक्ताओं ने कहा कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का शीघ्र नियुक्ति का निर्णय नहीं लिया गया तो 30 मार्च से लखनऊ में विधान सभा के सामनेे धरना प्रदर्शन किया जाएगा। टीईटी मोअल्लिम-ए-उर्दू एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष वाजिद हुसैन कुरैशी की अध्यक्षता में हुई बैठक में वक्ताओं ने लखनऊ में लाठी चार्ज घटना की निंदा की।


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UPTET : TET Candidates Made Dharna Pradarshan , Submitted Memorandum

टीईटी अभ्यर्थियों का धरना, ज्ञापन सौंपा
(UPTET : TET Candidates Made Dharna Pradarshan , Submitted Memorandum )


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शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द न करने समेत कई मांगें उठाईं  


बदायूं। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) परीक्षा रद न किए जाने समेत तमाम मांगों को लेकर यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा ने मालवीय आवास पर धरना-प्रदर्शन किया। उसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।

मोर्चा जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे। चाहे किसी भी हद तक जाना पड़े। टीईटी की परीक्षा शासन रद नहीं कर सकता। क्योंकि मेहनत कर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह अच्छा निर्णय नहीं होगा। दोषी अधिकारियों और अभ्यर्थियों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाए। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मेरिट के आधार पर चयन किया जाए। प्राइमरी स्कूल में रिक्त 72 हजार 825 शिक्षकों के पदों पर टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। अभ्यर्थियों का शीघ्र समायोजन किया जाए। जूनियर स्कूलों में रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि पांच बिंदुओं पर ध्यान देकर इसका समाधान किया जाए। अन्यथा संगठन आंदोलन करने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में मोर्चा का शीघ्र ही गठन किया जाएगा।
जिला संगठन मंत्री विनय चौहान, मीडिया प्रभारी पवन शंखधार ने कहा कि अभ्यर्थी शीघ्र ही सांसद धर्मेंद्र यादव के समक्ष अपनी मांगे रखेंगे। यदि हमारी बात नहीं सुनी गई तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन होगा और सरकार विरोधी अभियान चलाया जाएगा। कहा कि गरीब अभ्यर्थियों ने जैसे-तैसे फार्म और किताबों के लिए रकम एकत्र कर यह परीक्षा पास की है और सरकार उनकी उम्मीदों पर पानी फेरने पर तुली है। यह किसी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। इस मौके पर भीष्मदेव मिश्र, राहुल राठौर, दीपेंद्र सिंह, संजय शर्मा, गौरव शंखधार, धीरज सिंह, मुन्ने खां, छविनाथ शर्मा, दर्पण यादव, मनोज सक्सेना, अवनेश मिश्र, सुनील सिंह, संतोष पाल सिंह, शिशुपाल सिंह, ब्रजेश कुमार आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET : TET Candidates Asked - Why they punished instead of Culprits / Corrupts

बोले टीईटी उत्तीर्ण - भ्रष्टाचार की सजा अभ्यर्थियों को क्यों! 
(UPTET : TET Candidates Asked - Why they punished instead of Culprits / Corrupts )

Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)

Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.


•पुराने विज्ञापन के नियम व शर्तों के अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू हो
युवाओं की जायज मांग को सीएम तक पहुंचाएं सादाबाद विधायक 


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हाथरस। शिक्षक प्रात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की रात की नींद और दिन का चैन छिन गया है। रविवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में यह परेशानी साफ-साफ झलकी।
बैठक में अभ्यर्थियों ने भ्रष्टाचार में लिप्त दोषी अधिकारियों के साथ-साथ दोषी अभ्यर्थियों को भी जेल भेजने की मांग की, ताकि भविष्य में कोई धांधली न कर सके। इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने पूर्व के विज्ञापन के नियम व शर्तों के अनुसार भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग सरकार से की। अध्यक्ष साहब सिंह ने कहा कि चंद दोषी अधिकारी व असफल लोगों की सजा ईमानदार अभ्यर्थियों को क्यों दी जा रही है। वक्ताओं ने सादाबाद विधायक से आग्रह किया कि वे उनकी जायज मांगों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक पहुंचाएं। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर हुई लाठी चार्ज की निंदा करने वाले कांग्रेस शहर अध्यक्ष के प्रति अभ्यर्थियों ने आभार व्यक्त किया तथा केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखकर इसमें सहयोग दिलाने की अपील की। इस अवसर पर योगेश सेंगर, अभिषेक कौशिक, सुधाकर शर्मा, नवाब, विनय कुमार, पूनम सिंह, ज्योति सेंगर, नीरज कुमार थे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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UPTET : Vishist BTC Dharna in Lucknow on 28th March Against TET Merit


टीईटी मेरिट के विरोध में 28 मार्च को लखनऊ में धरना 
(UPTET : Vishist BTC Dharna in Lucknow  on 28th March Against TET Merit )


इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा की ओर से प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में टीईटी मेरिट के विरोध में 28 मार्च को लखनऊ में धरना देने के साथ मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Allahabad : Candle March for Recruitment on TET Merit


टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति को कैंडिल मार्च
(UPTET Allahabad : Candle March for Recruitment on TET Merit )

इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा ने टीईटी मेरिट के आधार पर शिक्षकों की भर्ती करने की मांग को लेकर बघाड़ा एनी बेसेंट स्कूल से लेकर शहीद लाल पद्मधर की प्रतिमा तक कैंडिल जुलूस निकाला। टीईटी संघर्ष मोर्चा के विवेकानंद ने कहा कि इस जुलूस का आयोजन शासन को उनकी मांगों को लेकर सचेत करने को लेकर किया गया था। मार्च में बड़ी सैकड़ों टीईटी अभ्यर्थी शामिल रहे। बैठक में अश्वनी दुबे,रामजी मौर्य, विवेक त्रिपाठी मौैजूद थे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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UPTET : TET Merit Holder and Vishist BTC Morcha Oppose each other for Selection Criteria


टीईटी मेरिट को लेकर खींचतान - टीईटी और विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा आमने-सामने
(UPTET : TET Merit Holder and Vishist BTC Morcha Oppose each other for Selection Criteria )

(Vishist BTC Morcha Pic ->)

•29 मार्च को आमरण अनशन की चेतावनी
•20 को लखनऊ में हुए लाठीचार्ज की निंदा
प्रतापगढ़। टीईटी में सफल अभ्यर्थी चयन की खातिर टीईटी मेरिट और शैक्षिक मेरिट को आधार बनाए जाने की मांग अलग-अलग कर रहे हैं। टीईटी संघर्ष मोर्चा जहां टीईटी मेरिट की मांग पर अड़ा है तो वहीं विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा शैक्षिक मेरिट के आधार पर चयन की मांग कर रहा है। अभ्यर्थियों में हुए बिखराव को लेकर टीईटी का चयन अब होगा भी कहना मुश्किल है।
टीईटी संघर्ष मोर्चा की रविवार को कचहरी परिसर में बैठक हुई। महामंत्री विपिन चंद्र तिवारी ने इस मौके पर कहा, 20 मार्च को लखनऊ में हुआ लाठीचार्ज निंदनीय है। अध्यक्ष विवेक सिंह ने कहा, शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया टीईटी मेरिट के आधार पर ही की जानी चाहिए। यह भी कहा कि विज्ञापन में इसी बात का जिक्र भी किया गया था। ऐसा न कर मौजूदा सरकार पूर्व की सरकार के प्रति खुद के द्वेष को ही जाहिर करेगी। चेतावनी दी अगर 29 मार्च तक सरकार कोई निर्णय नहीं लेती तो वे लोग आमरण अनशन करेंगे। संघ प्रवक्ता राघवेंद्र प्रताप ने कहा, 27 मार्च को कैंडिल मार्च कचहरी में होगा। बैठक में सरदार परमजीत सिंह, आशीष मिश्रा, प्रभात शुक्ला, नीरज मिश्रा, कमलेश यादव, लवलेश, चंद्र प्रकाश वर्मा, पुरुषोत्तम पाल, राहुल यादव, पवन पाल, संदीप गुप्ता, मनीष चौधरी, शाहिद खान, आजम खान, अखिल यादव, सरिता, आंचल सरोज, सपना पाल, बेगम बानो, रोशन कुमार आदि मौजूद रहे।
दूसरी ओर विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा की बैठक शहीद उद्यान में हुई। अभिषेक मिश्रा ने कहा, शिक्षकों की नियुक्ति में चयन प्रक्रिया का आधार टीईटी की मेरिट न होकर शैक्षिक मेरिट होनी चाहिए। यह भी कहा कि चयन में एकेडमिक मेरिट को न शामिल किए जाने से बीएड बेरोजगारों में आक्रोश है। शैक्षिक मेरिट के आधार पर चयन करने के लिए उनका संगठन 28 मार्च को लखनऊ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा। बैठक में हिमांशु सिंह, अजय पांडेय, श्रवण मिश्रा, आशीष पांडेय, शिव प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)
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UPTET Agra : TET Candidate Submitted Memorandum


टीईटी अभ्यर्थियों ने ज्ञापन सौंपा 
(UPTET Agra : TET Candidate Submitted Memorandum )

आगरा। अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं। पोस्ट कार्ड भेजने और लखनऊ की दौड़ लगाने के बाद भी रविवार को अभ्यर्थियों ने रैली निकाली और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।

ज्ञापन के माध्यम से अभ्यर्थियों ने सभी उत्तीर्ण छात्रों की प्राथमिक शिक्षक के रूप में भर्ती जल्द से जल्द किए जाने और 20 मार्च को जिन पुलिस अधिकारियों टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया, उनको दंडित किये जाने की मांग की गई। शहीद स्मारक से रैली के रूप में अभ्यर्थी डीएम आवास पहुंचे। इनको बाहर ही रोक दिया गया। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट ने आकर ज्ञापन लिया। ज्ञापन देने वालों में प्रवीण शास्त्री, देवेश कुमार द्विवेदी, विवेक समाधिया, विशन स्वरूप, राम सेवक शामिल थे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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UPTET : Condemned Police Lathicharge on TET Unemployed Womens


टीईटी बेरोजगार महिलाओं पर लाठी चार्ज की निंदा



(UPTET : Condemned Police Lathicharge on TET Unemployed Womens )

बस्ती। टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा ने पिछले दिनों लखनऊ में टीईटी उत्तीर्ण महिला बेरोजगारों पर लाठी चार्ज की निंदा की है। कहा है कि अपनी जायज मांगों को पूरा कराने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन का का उद्देश्य चुनाव से पहले सपा नेता और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के वादों को याद दिलाना था। बावजूद इसके पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठियां चटकाईं
टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने ने रविवार को कटेश्वर पार्क में संघर्ष मोर्चा की बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार से बेरोजगार और नौजवानों को काफी उम्मीदें हैं, पर सरकार के इशारे पर हुए लाठीचार्ज ने उनकी उम्मीदोें पर पानी फेर दिया है। प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चेतावनी दी कि यदि टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को शिक्षक बनाए जाने की प्रक्रिया नहीं शुरू की गई तो सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। बताया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य बृजभूषण तिवारी और राज्यमंत्री रामकरन आर्य को टीईटी बेरोजगारों ने ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग रखी है। ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए दोनों नेताओं ने सपा मुखिया से बात कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। बैठक में संतोष यादव, रत्नेश मिश्रा, विजय पांडेय, स्वामी नाथ, महावीर प्रसाद, नित्यानंद पांडेय, शेषमणि, नितिन शुक्ला, अवनीश त्रिपाठी, मुकुल, शिवेश चंद्र प्रजापति, अवधेश कुमार, कपिलदेव मौर्य, चौधरी रामकरन सिंह, दिनेश कुमार यादव, अखिलेश कुमार वर्मा, विनोद कुमार, विजय कुमार भारती, नीरज कुमार पाठक, राजेश कुमार मौर्य, शिव नरायन सिंह, अजीत कुमार पाल, हरीराम, इंद्रबहादुर, उमेश चंद्र, पतिराम वर्मा, आनंद कुमार, उदय शंकर, बृजेंद्र मिश्र, पुष्पेंद्र पाठक, चंद्रमौली मिश्र, बजरंग प्रसाद, राकेश कुमार, कौशलानंद, विजय प्रताप, आशुतोष कुमार, महेंद्र कुमार वर्मा आदि उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (26.3.12)

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टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी करेंगे आन्दोलन



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Sunday, March 25, 2012

Vishist BTC : Prathmik Shikshak Sangh Submitted Memorandum for Inter-District Transfer in UP to Minister


प्राथमिक शिक्षक संघ ने सौंपा मंत्री को ज्ञापन
( Vishist BTC : Prathmik Shikshak Sangh Submitted Memorandum for Inter-District Transfer in UP to Minister)

सम्भल : विशिष्ट बीटीसी प्राथमिक शिक्षक संघ ने राज्यमंत्री इकबाल महमूद को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के संबंध में ज्ञापन सौंपा व ऐच्छिक जनपद में जल्द स्थानांतरण की मांग की। इस दौरान आघा प्रसाद, अविनाश, सर्वेश यादव, धर्मेद्र, जोगेंद्र, मान सिंह, रज्जन, अरविंद, अशोक सिंह, प्रदीप अनूप, राजकुमार, दीपांजलि, आंचल त्यागी, अनुराधा, नूतन, करुन चौहान, रवि, पुष्पेंद्र आदि रहे।


News : Jagran (25.3.12)


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UPTET Devaria : TET Candidates Warned for Movement

टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
(UPTET Devaria : TET Candidates Warned for Movement )


देवरिया:टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार को टाउनहाल प्रांगण में आयोजित की गई। इसमें टीईटी अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी नियुक्ति शीघ्र नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी

बैठक को संबोधित करते हुए गोरखनाथ सिंह ने कहा कि लखनऊ में शांति मार्च के दौरान पुलिस ने टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया जो पूरी तरह से अलोकतांत्रिक था। अनुराग मल्ल ने कहा कि कोई भी आंदोलन संगठित होकर लड़ा जा सकता है। ऐसे में जिले के सभी टीईटी अभ्यर्थी मोर्चा का सदस्य बनकर आंदोलन का अंग बनें। मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलेगा और यदि यह वार्ता विफल होती है तो पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाया जाएगा

बैठक में रघुवंश शुक्ला ने कहा प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से उत्तीर्ण अभ्यर्थी हर तरह से नियुक्ति के पात्र हैं। ऐसे में नियुक्ति प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए। इस अवसर पर संजय यादव, विजय सिंह, सरस्वती राम त्रिपाठी, मदन यादव, मनोज सिंह, चन्द्रकेश शर्मा, हरेन्द्र पुरी, अमित मिश्र, विकास पाण्डेय, वेद प्रकाश सिंह, शचीन्द्र दूबे, बृजेश दूबे, श्री प्रकाश तिवारी, राजेश त्रिपाठी, अमरदेव सिंह, हेमंत प्रजापति, जीतेन्द्र दीक्षित, शैलेश मणि त्रिपाठी, दिलीप गुप्ता, रामअशीष वर्मा, अमरजीत कुशवाहा, मुकेश पाण्डेय, आत्म प्रकाश मिश्र तथा मुन्ना कुमार विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।


News : Jagran (25.3.12)
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UPTET : TET Sangharsh Morcha Spiltted in Two Parts - 1. Leading by Vivekanand , 2. Leading By Abhishek Mishr


दो फाड़ हुआ टीईटी संघर्ष मोर्चा
(UPTET : TET Sangharsh Morcha Spiltted in Two Parts - 1. Leading by Vivekanand , 2. Leading By Abhishek Mishr )

Vivekanand Leading TET Morcha Demands - Selection Through TET Merit ( A valid reason, can helpful for Jobs)


Abhishek Mishr  Leading TET Morcha Demands - Selection Through Acadmic Merit ( Making fool to Public, As it oppose NCTE Guidelines, Government Order ), This process mislead candidates and selection can not possible. This can create some hindrance only.


See News :

प्रतापगढ़। टीईटी पास अभ्यर्थियों की नियुक्ति की मांग को लेकर प्रयत्नशील संघर्ष मोर्चा ही दो फाड़ हो गया। विवेक सिंह की अगुवाई वाले संघ ने टीईटी परीक्षा की मेरिट के आधार पर 

तो अभिषेक मिश्र की अगुवाई वाले मोर्चे ने शैक्षिक मेरिट के आधार पर चयन की मांग की है। दूसरे मोर्चे की बैठक 25 मार्च को शहीद उद्यान में होगी।

प्राइमरी स्कूलों में खाली पड़े 72,825 पदों के लिए हुई टीईटी परीक्षा के लिए शासन भले ही कोई निर्णय न ले पा रहा हो, लेकिन कार्रवाई के लिए संघर्षरत अभ्यर्थियों में खींचतान शुरू हो गई है। बता दें कि टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों ने विवेक सिंह की अगुवाई में संघर्ष मोर्चा का गठन किया और अपनी मांगों के लिए आवाज बुलंद की। संगठन की मांग थी कि परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चयन मेरिट के आधार पर किया जाय। 20 मार्च को लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठी बरसने के बाद अभिषेक मिश्र के नेतृत्व में दूसरे मोर्चे का गठन हो गया। बकौल अभिषेक मिश्र टीईटी परीक्षा में पास होने वाले अभ्यर्थियों के चयन का आधार शैक्षिक मेरिट होनी चाहिए। शहीद उद्यान में 25  मार्च  को बैठक करके 28  मार्च  को लखनऊ स्थित विधानसभा के होने वाले घेराव की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने अभ्यर्थियों से अधिकाधिक संख्या में पहुंचने का आह्वान किया है।


News : Amar Ujala (25.3.12)
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UPTET - What's WRONG in Teacher Eligibility Test- TET


अध्यापक पात्रता परीक्षा में गलत क्या है?
(What's WRONG in Teacher Eligibility Test- TET )

Very Good Article - Must Read
-मनोज कुमार सिंह ‘मयंक’ ||
Article by Mr. Manoj Kumar Singh Singh "Mayank" (on Mediadarbar.com )

हमारे देश को आजाद हुए ६४ वर्ष से अधिक हो गए हैं,हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने पराधीन भारत में स्वतंत्र भारत का जो स्वप्न देखा था,हम उसके आस पास भी नहीं हैं|अपने अधिकारों और कर्तव्यों की कौन कहे,इन ६४ सालों में हम आज तक समग्र साक्षरता के मह्त्वाकांक्षी लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर पाए हैं|हालांकि,इतने सालों में हमने अच्छी उपलब्धि हासिल की है और आज साक्षरता के क्षेत्र में हम ब्रिटिश राज के १२ प्रतिशत के आकडें को पार करते हुए २०११ के आंकड़ों के अनुसार ७५.०४ प्रतिशत तक पहुँच गए हैं किन्तु तुलनात्मक दृष्टि से हम आज भी विश्व साक्षरता के औसत (८४ प्रतिशत) से भी लगभग १० अंक निचले पायदान पर स्थित हैं|बात यही पर खत्म नहीं होती है,यदि हम नेपाल,बंगलादेश और पाकिस्तान जैसे संसाधनविहीन देशों को छोड़ दे तो हमारे अन्य पडोसी मसलन चीन,म्यामार,यहाँ तक की श्रीलंका जैसे छोटे देश भी साक्षरता के क्षेत्र में ९० प्रतिशत से ऊपर पहुँच चुके है|ध्यातव्य है की साक्षरता के ये आंकड़े ७ वर्ष से ऊपर आयु वर्ग की जनसँख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं|

वास्तव में,इसके मूल में अंग्रेजों द्वारा स्थापित वह दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली है,जिससे हम आज तक नहीं उबर पाए हैं|अंग्रेजों ने शिक्षा के क्षेत्र में अधोमुख निस्यन्दन की वह प्रक्रिया विकसित की जिसके तहत मिशनरी स्कूलों से शिक्षा प्राप्त व्यक्ति हमारी समग्र शिक्षा व्यवस्था का नियामक बन बैठा|शिक्षा में भारतीयता और राष्ट्रवाद के तत्वों को एक निहित उद्देश्य के चलते धीरे धीरे सीमित किया गया और आज वह पूरी तरह से विलुप्त हो गया है|हमारे शिक्षालयों में संसाधनों का भारी अभाव है और योग्य शिक्षकों की कमी है|हम योजना दर योजना मूल्य आधारित,गुणवत्तापरक और सामूहिक शिक्षा की बात करते तो हैं किन्तु जब इन्हें अमली जामा पहनाने का वक्त आता है तो हम बजट की कमी का रोना रोने लगते हैं|राज्य, केन्द्र पर दोषारोपण करता है और केन्द्र सरकार राज्यों को दोषी ठहराने लगती है|यह बात सर्वविदित है की जब तक विद्यालयों में योग्य शिक्षक नहीं होंगे,सर्व शिक्षा अभियान के मह्त्वाकांक्षी उद्देश्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता और यह बात तब और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब हम यह मान कर चलते हैं की ६ से १४ वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा दी जानी चाहिए क्योंकि उन्नीकृष्णन बनाम आंध्र प्रदेश के मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने १९९३ में यह स्पष्ट किया था की १४ साल तक के समस्त बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करना एक मौलिक अधिकार है यद्यपि यह राज्य पर निर्भर करता है की वह इस बाध्यकारी व्यवस्था को कैसे लागू करती है?
यह १८३५ में लार्ड मैकाले द्वारा स्थापित मात्र अंग्रेजी शिक्षण की वह व्यवस्था नहीं है जिसका एकमात्र उद्देश्य लिपिकों की एक फ़ौज खड़ी करना हो और जिसके द्वारा भारत सरकार अपने प्रशासनिक उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए मानव संसाधन विकसित करने के स्थान पर न्यूनतम साक्षरता हासिल करने के उद्देश्य तक ही सीमित रहे बल्कि अनिवार्य शिक्षा क़ानून का आशय ६ से १४ वर्ष की आयु वर्ग तक के बच्चों में उनके विकास क्रम के अनुसार उनके बौद्धिक,शारीरिक,मानसिक,नैतिक और वैज्ञानिक जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान कर उनके अंदर एक वैज्ञानिक अंतर्दृष्टि विकसित करना है और जब शिक्षा के क्षेत्र में इन दूरगामी उद्देश्यों की पूर्ति करना है तो योग्य शिक्षकों का होना अपरिहार्य है लिहाजा योग्य शिक्षकों के चयन का मानक मात्र प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र पाना ही नहीं होना चाहिए|इन्हीं सब उद्देश्यों को केन्द्र में रखते हुए केन्द्र सरकार ने १७ अगस्त १९९५ को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद का गठन किया|इससे पहले राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद के अंतर्गत अधीनस्थ के रूप में कार्य कर रही थी और १९७३ से लेकर १९९५ तक इसका कार्य मात्र राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद को विविध मसलों पर सलाह देने तक ही सीमित था|१९८६ के राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इस बात का स्पष्ट रूप से अनुभव किया गया की विभिन्न बोर्डों में न सिर्फ योग्य अध्यापकों की भारी कमी है वरन उनके पाठ्यक्रमों में भी पर्याप्त भिन्नता है|देश के अनेक राज्यों में प्राथमिक शिक्षा का अधिकाँश भार इंटर उत्तीर्ण अथवा कहीं कहीं हाई स्कूल उत्तीर्ण ऐसे अप्रक्षित अध्यापक वहन कर रहे हैं, जिन्हें न तो बाल मनोविज्ञान की सम्यक जानकारी है और न ही वे शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले नवाचारों से परिचित हैं|
वर्तमान में भारत शिक्षा पर अपने सकल घरेलू उत्पाद का मात्र ४.१ फीसदी व्यय कर रहा है जो आगे बढ़ कर लगभग ६ फीसदी होने का अनुमान है|इसका यह साफ़ अर्थ है, हमें बड़ी मात्रा में शिक्षक चाहिए और ऐसे शिक्षक चाहिए जो वैश्विक मानदंडों पर खरे उतरते हो|हम जानते हैं की शिक्षा के क्षेत्र में निर्मित पिछली समस्त योजनाएं नाकारा साबित हो चुकी हैं और यह स्थिति तब है जब केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ साथ हमारे देश को शिक्षित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक संस्थाएं सक्रिय हैं और वे हमारे देश को अकेले शिक्षा के मद में प्रतिवर्ष करोड़ो,अरबों रुपये अनुदान अथवा ऋण के रूप में उपलब्ध करवाती हैं|२००८-०९ के आंकड़े बताते हैं की प्राथमिक शिक्षा के शेत्र में समस्त भारत में प्रति ३२ विद्यार्थी पर १ शिक्षक उपलब्ध है, देश के १४६ जिले ऐसे हैं जहाँ ४० विद्यार्थियों पर १ शिक्षक उपलब्ध है और यदि इन आकडों में दूर दराज के ग्रामीण अंचलों को भी शामिल कर लिया जाए तो अनेक ऐसे विद्यालय हैं जहाँ १०० विद्यार्थियों पर मात्र एक शिक्षक की उपलब्धता है और वह भी अप्रशिक्षित होने के साथ ही प्राथमिक शिक्षा के लिए नितांत अयोग्य है|उत्तर प्रदेश के समस्त प्राथमिक विद्यालयों के १२.०८ प्रतिशत और बिहार के ११.९० प्रतिशत विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात १०० से भी ऊपर है|आंध्र प्रदेश,अरुणांचल,दिल्ली,हिमाचल,कर्नाटक,केरल,महाराष्ट्र जैसे १४ राज्य ऐसे हैं जहाँ १०० से ऊपर अनुपात वाले विद्यालय .५ प्रतिशत से भी कम हैं और उच्च साक्षरता दर के रूप में इनका परिणाम हमारे सामने है|उत्तर प्रदेश और बिहार में प्राथमिक शिक्षा बस राम भरोसे ही चल रही है क्योंकि इन दो राज्यों में प्राथमिक शिक्षा का सम्पूर्ण राजनीतिकरण हो चूका है|राज्य के परिषदीय विद्यालयों में ग्राम प्रधानों और सभासदों का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है क्योंकि इंटर अथवा स्नातक शिक्षा मित्र ग्राम प्रधानों तथा सभासदों द्वारा अनुचित तरीके से चुने जाते हैं और इनके संपर्क बेसिक शिक्षा अधिकारी तक से होने के कारण मिड डे मील योजना में भारी उलट फेर करते हुए पाए जाते हैं|
आज स्थिति यह है की पूरे देश में केवल नाम मात्र की शिक्षा दी जा रही है|वास्तविकता यह है की भारत में शिक्षा को मटियामेट करने का कार्य तब से प्रारम्भ हुआ जब से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संविदा के आधार पर उन लोगों को शिक्षक बना कर नियुक्त किया जाने लगा जो खुद भी इंटर पास नहीं कर सके थे| उदहारण के लिए पश्चिम बंगाल और असं जैसे राज्यों में कोई भी कक्षा १० उत्तीर्ण व्यक्ति बिना किसी प्रशिक्षण के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन का कार्य कर सकता है|फलस्वरूप,आकडें बताते हैं की आज भी हमारे देश के विद्यालयों में लगभग ६ लाख शिक्षक ऐसे हैं जिनमें न्यूनतम शैक्षिक अभिरुचि ही नहीं है|जो या तो अयोग्य है अथवा अप्रशिक्षित हैं|
इन्ही सब समस्यायों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने राष्ट्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा का विचार किया और २०११ में प्रथम अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की|इस परीक्षा को अध्यापक चयन हेतु बाध्यकारी बनाते हुए यह प्रावधान किया गया की उक्त परीक्षा में न्यूनतम ६० प्रतिशत अंक अर्जित करना अनिवार्य होगा और केन्द्र सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त निजी संस्थानों में भी शिक्षक चयन हेतु इसे आधार बनाया जाना चाहिए|जुलाई २०११ में आयोजित प्रथम पात्रता परीक्षा में लगभग ७ लाख १० हजार अभ्यर्थी सम्मिलित हुए जिनमे से महज ९७,९१९ अभ्यर्थी ही इस परीक्षा में सफल हो सके शेष ८६ प्रतिशत अभ्यर्थी असफल हुए और उन्होंने सम्पूर्ण परीक्षा प्रक्रिया का ही आलोचना करना प्रारम्भ कर दिया|चूँकि रिक्तियों के सापेक्ष सफल होने वाले अभ्यर्थियों की तादाद कम थी अतः यह प्रावधान भी किया गया की राज्य सरकार चाहे तो वह अलग से प्रदेश स्तर पर अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित कर सकती है किन्तु आगे से अध्यापको के चयन का आधार केवल पात्रता परीक्षा ही होगी|प्रारम्भ में कोई भी राज्य राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की इस अवधारणा से सहमत नहीं हुआ और उत्तर प्रदेश में तो इससे मुक्ति पाने के लिए अनेक बार परिषद के मसौदे को ठुकराने की चेष्टा की गयी किन्तु देश हित में परिषद के अड़ियल रवैये के चलते सरकार ने घुटने टेके और आनन फानन में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की गयी|प्रश्न पत्र का स्वरुप सरलतम रखा गया ताकि अधिक से अधिक लोग इस परीक्षा को पास कर सके और प्रदेश में अनुमानित १ लाख ९० हजार रिक्तियों को आसानी से भरा जा सके| प्रश्न पत्र में लगभग ९० फीसदी प्रश्न शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण हेतु दिए गए अभ्यास पुस्तिकाओं से ही पूछे गए ताकि शिक्षा मित्र भी इसे आसानी से पास कर सके|इसके बावजूद लगभग ५७ प्रतिशत छात्र अनुतीर्ण हुए और इससे मुक्ति हेतु अदालत का दरवाजा खटखटाने लगे|माननीय उच्च न्यायालय ने भी योग्यता के मूल्यांकन की इस प्रणाली में आस्था व्यक्त की और अध्यापक पात्रता परीक्षा के विरुद्ध लंबित तमाम याचिकाओं को प्रथम दृष्टया ही निरस्त कर दिया|अब न्यायालय में पात्रता परीक्षा के विरुद्ध कोई भी दमदार याचिका नहीं है लेकिन पात्रता परीक्षा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है|
इस विवाद के केन्द्र में पात्रता परीक्षा के आधार पर ७२,८२५ रिक्तियों के भरे जाने हेतु बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति है|यादव कपिल देव लालबहादुर और राज्य तथा अन्य द्वारा उच्च न्यायालय में दायर याचिका ने पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आंदोलित कर दिया है|इस याचिका में पात्रता परीक्षा को नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग को कटघरे में खड़ा किया गया है|मामला यह है की बेसिक शिक्षा अधिनियम १९७३ के अनुसार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में चयन हेतु नियुक्ति प्राधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी होगा और इस बार के विज्ञापन में इस परम्परा को तोडा गया है|स्पष्ट है की याचिका तकनिकी रूप से समस्त प्रक्रिया को उलझाने के निमित्त लायी गयी है और इस याचिका के पीछे संविधान की आंशिक शक्ति भी नहीं है बल्कि इस एक याचिका के कारण पूरे प्रदेश में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुल्लम खुल्ला मखौल उडाया जा रहा है और देश का एक अदना सा नागरिक भी इस बात को स्पष्ट रूप से समझता है की न्यायालय मूल अधिकारों का सबसे बड़ा संरक्षक है|अतः,मेरा आंकलन है की माननीय उच्च न्यायालय को इस याचिका को निरस्त कर देना चाहिए और उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के पीछे विधि की शक्ति विद्यमान होने के कारण ऐसा होगा भी|फिर भी इस याचिका ने राज्य में नियुक्तियों के भविष्य को प्रभावित किया है और नियुक्तियों में जितना ही देर होता जा रहा है उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के मन में उतना ही आक्रोश भरता जा रहा है|अकादमिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले किन्तु पात्रता परीक्षा में फिसड्डी अभ्यर्थी टीईटी प्राप्तांकों को चयन का आधार बनाये जाने के विरुद्ध हैं किन्तु विविध बोर्डों के मध्य असमानता वाली कसौटी पर खरे न उतरने के कारण राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद भी उनके मांगों और प्रस्तावों को गंभीरता से नहीं ले रहा है|बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकाँश अधिकारी और लगभग ९० फीसदी ब्यूरोक्रेसी टीईटी प्राप्तांकों को चयन का आधार बनाये जाने को न्यायोचित मानती है और शिक्षा के अन्तराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने के लिए यह जरूरी भी है|

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UPTET : TET Qualified Demands Recruitment Process Should Start

'टीईटी' उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने दिया धरना
(UPTET : TET Qualified Demands Recruitment  Process Should Start)


अहरौला (आजमगढ़): विभिन्न मागों को लेकर 'टीईटी' उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को एबीआरसी केंद्र अहरौला में एक दिवसीय धरना दिया।
अध्यक्षता कर रहे संघर्ष समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2011 में 7200 शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया पर विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी। यही नहीं इसे शुरू करने की मांग करने वाले शिक्षकों पर लखनऊ में लाठी चार्ज किया गया,जो निंदनीय है। इस मौके पर डॉ. जेपी उपाध्याय, कृष्णकुमार सिंह, रामसागर यादव, रसल रघुवंशी, दीपक गिरी, अजय सोनी, पंकज यादव, लालजीत चौहान आदि उपस्थित थे।


See Another Story, where some B. Ed Unemployed wants cancellation of TET. But if they found corruption then they should file case along with their OMR copy. But if they are UNABLE to qualify exam then it is NOT good to demand cancellation.


बीएड बेरोजगारों की पल्हना में बैठक



पल्हना(आजमगढ़): प्राथमिक विद्यालय ताहिरपुर में रविवार को बीएड बेरोजगारों की बैठक हुई। अध्यक्षता कर रहे उमेश मौर्या ने कहा कि पिछली सरकार में टीईटी परीक्षा में चपरासी से लेकर अधिकारी तक भ्रष्टाचार में लिप्त पाये गये। इसलिए नई सरकार से अपेक्षा है कि टीईटी परीक्षा को रद्द करके सीधी भर्ती प्रक्रिया अपनाये और मेरिट के आधार पर भर्ती शुरू हो। इस अवसर पर राजदेव, प्रमोद सरोज, अरुण सिंह, अजय, बबलू राम, अशोक मौर्य, राजकुमार यादव, सुनील राम, मीनू सिंह, नरेंद्र मौर्य, संजीत आदि उपस्थित थे

News : Jagran ( 25.3.12)
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UPTET : TET Sangarsh Morcha (Nitin Mehta and Vivekanand )

UPTET : TET Sangarsh Morcha (Nitin Mehta and Vivekanand ) 

Mr. Nitin Mehta gives some content regarding to caveat application / impleadment application filed in court,
and wants to say something regarding UPTET Sangarsh Morcha.

However , our BLOG never supported a person but support a thought that - TET passed candidates (who passed exam honestly and spend hard earned money) will get justice.
Each and every candidate is equal and from the day one - Blog suggests, Make a consent paper, What is the objective of movement, Agenda ( What to do) and when people agree then take their signaturem And distribute such copy to candidates.
So that candidates having trust on you and they will not become a prey of ill-thoughts. Is somebody become a top leader and after that he/she acts / helps particular party's objectives. And entire movement may NOT become direction less.

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प्रेषक: nitin mehta <nnitinmehta1982@rediffmail.com>
दिनांक: 25 मार्च 2012 6:19 pm
विषय: Fw: Caveat file
प्रति: "muskan24by7@gmail.com" <muskan24by7@gmail.com>



First of all i would like to give my intro. to you that My Name is Nitin Mehta from Ghaziabad(uptet roll no.01020751, M.No. 9639885609) one of them who organised that dharna pardshan(on that day means 20 march might be you seen me on Zee news up)

YOU ARE APPRECIATING WRONG PERSON(Vivekanand) ON YOUR BLOG WHO WANT TO ENCASH THIS UPTET MATTER FOR HIS POLITICAL PURPOSE NOT FOR JOB and i would like to tell you that we are the person who want only JOB not to become political party WHERE on LATHIECHARGE day our group had taken permission from Jhulelal park to Vidhan sabha and all the candidates from all direction had to reach JHULELAL park where before on that date we were at allahabad for court matter for uptet(case no.76039)  & due to heavy traffic couldn't reach at Charbagh station where that person with his group reached before us and moved entire mob direct to Vidhan sabha due to that only that problem has to face,

That person didn't support in court matter while filing CAVEAT(with the name of two person only S.K.PATHAK & NITIN MEHTA) even while becoming third party on the request of Mr. Rajesh row we had given chance to him after receiving so many request from him & rajesh row so he found last number at 12th position in impledment application, At that time we were in doubt but didn't know that, that person would try to cheat with 72825 families,

It's  not matter to become president without doing effort even that person is dyeing for that AND WE ARE ONLY FOR JOB,

We have no argument with any person but cannot allow any person who is trying to make all t.e.t student fool for his personal political reason,
 

We need only JOB so no politics( i had went with my group on 11/03 to lucknow than allahabad, again lucknow than allahabad and could come back on y'day evening even some of my group members are doing anshan from today to two days at MEERUT & we s.k.pathak/Nitin mehta are also fighting in court  with other group members)

Hope you will be able to justify entire thing with attached Copy of Empledment no.65558/2012 to become third party & CAVEAT copy,
IF ANY ONE IS GOING TO SUPPORT MERIT BASE SELECTION ME & MY ENTIRE GROUP IS WITH HIM …………….BUT NO POLITICS PLEASE BECAUSE MY FAMILY DEPEND UPON ME ONLY AS I HAVE LOST MY FATHER,

Nitin Mehta
(only T.e.t student who is leading without wishing any post but want job to all including me)

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Dear Ms.Muskan,

Also i would like to inform you that i am that person who given GYAPAN to A.C.M. 3 after reading that in front of entire mob that you can check with any one who went to Jhulelal park at lucknow on 20 march and at second position to meet with C.M. after S.K.pathak,

Me & my group have no personal relation or breakage with any one but cann't leave this job which can be disturbed by some person who are doing politics,

Hope you'll pray to GOD for our selection,
Thanks,
Nitin Mehta

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Mr Nitin Mehta provided caveat application and TET candidate's list supporting his thoughts.

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UPTET : Historical Movement for TET Passed Candidates is Ready to Start

अब होगा ऐतिहासिक आंदोलन(UPTET : Historical Movement for TET Passed Candidates is Ready to Start )


अंबेडकरनगर, टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों युवाओं ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष बैठककर 20 मार्च को लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान हजारों छात्रों पर लाठी चार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़ी निंदा की। अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा व संचालन दिनेश कुमार मौर्य ने की।
मोर्चा अध्यक्ष वर्मा ने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति सुनिश्चित नहीं की गई तो बेरोजगार युवा राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक आंदोलन करेंगे। उन्होंने अहिंसात्मक आंदोलन को दमन किए जाने पर आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी। सुरेंद्र यादव ने कहा कि पिछले सरकार की गलत नीतियों के कारण युवा बेरोजगारी के कगार पर पहुंच गए। डॉ. नितिन पांडेय ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी शिक्षक होते हैं, ऐसे में तत्काल प्रभाव से प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति कर देनी चाहिए। डॉ. शिवबहादुर वर्मा ने कहा कि जब आइएएस से लेकर बैंक तक की भर्तियों में प्रतियोगी परीक्षा होती है तो टीईटी प्रतियोगी परीक्षा को नजरंदाज क्यों किया जा रहा है।

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UPTET : छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की - BJP

UPTET : छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की - BJP

भारतीय जनता पार्टीे नेे प्रदेश के युवाओं और छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आज भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि प्रदेश के 13 लाख टीईटी अभ्यर्थियों का भविष्य नई सरकार के रूख को लेकर अनिश्चय में फंसा हुआ है। पिछली बसपा सरकार में हुई बेइमानी के शिकार इन बेरोजगारों को इस सरकार के रूख से न्याय मिलता नहीं दिख रहा है।
डा0 मनोज मिश्र ने सरकार से सवाल किया कि टीईटी परीक्षा में हुई अनियमितताओं का टीईटी अभ्यर्थियों से क्या लेना देना ? सरकारी तंत्र की बेमानी की सजा शिक्षित बेरोजगारों को क्यों दी जा रही है ? शिक्षा जगत की अफरा-तफरी बसपा सरकार में अपने चरम पर पहुंच गई थी।प्रदेश प्रवक्ता ने मांग की कि इन टीईटी अभ्यर्थियों के संबंध में इनके हित में स्पष्ट एवं पारदर्शी नीति अति आवश्यक है ताकि इनका भविष्य सुरक्षित किया जा सके। इनके साथ ही प्रदेश के तमाम शिक्षा मि़त्रों, डिग्री कालेजों में मानदेय शिक्षकों सहित सभी तरह के शिक्षकों को शिक्षा के हित में विनियमित किया जाना अति आवश्यक है। प्रदेश में शैक्षणिक वातावरण शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित किए बिना सुचारू रूप से चल पाना संभव नहीं हो सकता।
डा0 मिश्र ने कहा कि छात्रों और युवाओं के दम पर सरकार बनाने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी को इनके हितों की रक्षा करने के लिए समूचे शिक्षा तंत्र पर सर्वाधिक प्राथमिकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उच्च माध्यमिक और तकनीकी शिक्षा विभाग प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास होेने के बावजूद  इनकी उपेक्षा सर्वाधिक आश्चर्यजनक है।
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