(UPTET : TET Candidates Made Dharna Pradarshan , Submitted Memorandum )
Today everywhere news papers filled with TET related News esp. Demanding - Recruitment on the basis of TET Merit ( A Valid Ground as per NCTE Guidelines , Government Order)
Somewhere - Candidates demanding Acadmic based Merit ( But Are they oppose NCTE Guideline,Where it is specified clearly weightage of TET marks in selection, Oppose KVS selection where cut-off on CTET Markrs decided later, Similarly in Rajasthan Grade -III Teacher Recruitment, Advt. published in SSA Chandigarh giving 50 % weightage of CTET / TET Marks )
Is it easily possible to fulfill their demands ?
If they demand to punish only culprits / culprit candidate, then it can be a reason.
शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द न करने समेत कई मांगें उठाईं
बदायूं। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) परीक्षा रद न किए जाने समेत तमाम मांगों को लेकर यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा ने मालवीय आवास पर धरना-प्रदर्शन किया। उसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा।
मोर्चा जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे। चाहे किसी भी हद तक जाना पड़े। टीईटी की परीक्षा शासन रद नहीं कर सकता। क्योंकि मेहनत कर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए यह अच्छा निर्णय नहीं होगा। दोषी अधिकारियों और अभ्यर्थियों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाए। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का मेरिट के आधार पर चयन किया जाए। प्राइमरी स्कूल में रिक्त 72 हजार 825 शिक्षकों के पदों पर टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। अभ्यर्थियों का शीघ्र समायोजन किया जाए। जूनियर स्कूलों में रिक्त पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि पांच बिंदुओं पर ध्यान देकर इसका समाधान किया जाए। अन्यथा संगठन आंदोलन करने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में मोर्चा का शीघ्र ही गठन किया जाएगा।
जिला संगठन मंत्री विनय चौहान, मीडिया प्रभारी पवन शंखधार ने कहा कि अभ्यर्थी शीघ्र ही सांसद धर्मेंद्र यादव के समक्ष अपनी मांगे रखेंगे। यदि हमारी बात नहीं सुनी गई तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन होगा और सरकार विरोधी अभियान चलाया जाएगा। कहा कि गरीब अभ्यर्थियों ने जैसे-तैसे फार्म और किताबों के लिए रकम एकत्र कर यह परीक्षा पास की है और सरकार उनकी उम्मीदों पर पानी फेरने पर तुली है। यह किसी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। इस मौके पर भीष्मदेव मिश्र, राहुल राठौर, दीपेंद्र सिंह, संजय शर्मा, गौरव शंखधार, धीरज सिंह, मुन्ने खां, छविनाथ शर्मा, दर्पण यादव, मनोज सक्सेना, अवनेश मिश्र, सुनील सिंह, संतोष पाल सिंह, शिशुपाल सिंह, ब्रजेश कुमार आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे।
News : Amar Ujala (26.3.12)
Sanjay mohan ke case ki sunavai thi aaj kisi ko pata hai aaj court mai kya hua.....?????????????
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