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Friday, July 6, 2012

UPTET - टीईटी की विसंगतियां दूर करे सरकार: कोर्ट


बस में तोड़फोड़ कर पथराव किया, सिविल लाइंस थाने पर हंगामा
बवाल पर लठियाए गए टीईटी अभ्यर्थी


इलाहाबाद। लंबे अरसे से चयन का इंतजार कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों केसब्र का बांध गुरुवार को टूट गया। प्रदेश सरकार की तरफ से प्राथमिक शिक्षक पद पर चयन में हो रही ढिलाई से खफा अभ्यर्थी सड़क पर उतर आए और सिविल लाइंस में जमकर हंगामा किया। आक्रोशित युवकों ने सड़क पर पथराव कर बसों में तोड़फोड़ की। नारेबाजी के दौरान भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा तो प्रदर्शनकारी दूसरे इलाके में पहुंच हंगामा करने लगे। तोड़फोड़ के आरोप में दो युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसके बाद दर्जनों की संख्या में जमा हुए छात्रों ने सिविल लाइंस थाने के गेट पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठी चला दी। युवकों को पिटाई कर भगा दिया गया। लाठी चलने से सड़क पर अफरातफरी मच गई। छात्र नारेबाजी करते हुए इधर-उधर भागते रहे

सिविल लाइंस थाने के सामने प्रदर्शन करते टीईटी अभ्यर्थियों को खदेड़ती पुलिस
लोक सेवा आयोग चौराहा, सुभाष चौराहा समेत कई और इलाके में भी हंगामा


टीईटी अभ्यर्थी चयन की मांग को लेकर काफी दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मामला हाईकोर्ट में है। इस मामले में प्रदेश सरकार के रवैये से नाखुश अभ्यर्थी गुरुवार को सड़क पर उतर हंगामा करने लगे। करीब तीन दर्जन छात्र सिविल लाइंस स्थित एकलव्य चौराहा पहुंचे और सड़क पर नारेबाजी तथा शोरशराबा करने लगे। गुस्साए छात्रों ने सिटी बस में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस ने छात्रों को वहां से खदेड़ा तो वह पथराव कर भागने लगे। मौके से नैनी निवासी सुल्तान अहमद समेत दो छात्रों को सिविल लाइंस पुलिस ने हिरासत में ले लिया। दोपहर में दोनों छात्रों को थाने लाया गया तो आक्रोशित छात्रों ने थाने का घेराव कर दिया। कई युवक थाने के सामने जमीन पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ देर इंतजार के बाद पुलिस ने लाठी चला दी। छात्रों को लाठी पड़ी तो वह शोर मचाकर भागने लगे। इसके बार पुलिस ने छात्रों को दौड़कर पीटना शुरू कर दिया। छात्रों ने लोक सेवा आयोग चौराहा, सुभाष चौराहा समेत कई और इलाके में भी हंगामा किया। एआरएम की तरफ से बस तोड़ने वालों के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, जमकर हुई नारेबाजी, दो छात्र हिरासत में लिए गए

टीईटी की विसंगतियां दूर करे सरकार: कोर्ट
इलाहाबाद। प्राथमिक शिक्षा विभाग में 72825 सहायक अध्यापकों के पदों पर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती के मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को अंतिम मौका दिया है। अदालत ने कहा है कि टीईटी की विसंगतियों को चार हफ्ते में दूर कर लिया जाए। सरकार टीईटी परीक्षा की पारदर्शिता और अन्य विषयों पर अपना फैसला लेकर अदालत में हलफनामा दाखिल करे
मामले की सुनवाई के लिए छह अगस्त 2012 की तिथि नियत करते हुए न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने कहा कि केवल राज्य सरकार द्वारा निर्णय न ले पाने के कारण सहायक अध्यापकों की नियुक्तियां अधर में लटकी हैं। अत: राज्य सरकार इस विषय पर अपना निर्णय लेने में और विलंब न करेअपर महाधिवक्ता सीबी यादव ने अदालत को आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले पर शीघ्र निर्णय लेने के लिए प्रभावी कदम उठाएगी। इस आश्वासन के बाद अदालत ने छह अगस्त की तिथि नियत की है। उल्लेखनीय है कि यादव कपिल देव और अन्य की ओर से सहायक अध्यापक पद पर चयन और नियुक्ति के लिए दिसंबर 2011 में जारी विज्ञापन को चुनौती दी गई थी। इस पर अदालत ने विज्ञापन पर रोक लगा दी थी। इस बीच बीटीसी अभ्यर्थियों ने भी याचिका दाखिल करके सहायक अध्यापक पद के लिए नए सिरे से प्रशिक्षण देने से छूट की मांग की थी। अदालत के निर्देश पर सरकार ने हलफनामा दिया कि बीटीसी अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण से मुक्त रखा जाएगा। अभ्यर्थियों ने टीईटी चयन को सहायक अध्यापक भर्ती में मेरिट न बनाए जाने की भी मांग की है। इन सभी विसंगितयों का निस्तारण छह अगस्त तक होने की संभावना है।

देवबंद की डिग्री पर चयन निरस्त करना गलत
इलाहाबाद। हाईकोर्ट ने जमातुल इस्लामिया दारूल उलूम देवबंद की फाजिल डिग्री के आधार पर सहायक अध्यापक पद पर चयन हेतु अर्हता न मानने को गलत ठहराया है। इस आधार पर सहायक अध्यापक के चयन को निरस्त करने संबंधी आदेश भी रद कर दिया है। कोर्ट का मानना है कि सहायक अध्यापक पद पर चयन के लिए अर्हता स्नातक और बीएड की डिग्री है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अंक मेरिट बनाने के लिए आवश्यक हैं। यह आदेश न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल ने मुजफ्फर नगर के सरफराज अहमद की याचिका पर दिया है।
अदालत का मानना था कि याची का चयन नियमानुसार किया गया है, इसलिए उसके चयन को निरस्त किया जाना अवैधानिक कार्य है। सरफराज को सेवा में मानते हुए उसे बकाया वेतन का भुगतान करने का भी निर्देश दिया है। प्रदेश सरकार का कहना था कि फाजिल की डिग्री उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल डिग्री के समकक्ष नहीं है। इसलिए चयन अवैध माना गया। सरफराज का चयन प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक पद पर नियमानुसार हुआ था। उसे मथुरा विकास क्षेत्र चर्थवाल में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी गई थी


News Source / न्यूज़ साभार : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120706a_003174007&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120706a_003174007 / Amar Ujala (6.7.12)
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UPTET Candidates are facing tough situations as they are uncertain about their future and as per news it is seen that they have to wait for one month again for High Court decision.


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Thursday, July 5, 2012

UPTET : टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा का दर्जा!


UPTET : टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा का दर्जा!

 लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट को ही चयन का आधार बनाने के मायावती सरकार के फैसले को सपा सरकार ने बदलने का फैसला कर लिया है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की मंशा पर अमल करते हुए शासन ने टीईटी को राज्य में अर्हताकारी परीक्षा का दर्जा देने की तैयारी कर ली है। इसके लिए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में संशोधन को निरस्त कर शिक्षकों के चयन की पुरानी व्यवस्था को बहाल किया जाएगा। इस संशोधन पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद पिछले साल 13 नवंबर को आयोजित टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा का दर्जा हासिल हो जाएगा। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिशों को जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी दिलाने की तैयारी है। एनसीटीई ने 11 फरवरी 2011 को राज्यों को जारी दिशानिर्देश में टीईटी को अर्हताकारी परीक्षा माना था। एनसीटीई की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार ने भी सात सितंबर 2011 को शासनादेश जारी कर दिया था


News Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-05&pageno=9 . Jagran (5.7.12)
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Selection process of teachers is going to change in UP, And it can be happen most possibly for new recruitment of teachers. May be after UPTET 2012 , such selection procedure can be taken.
And I personally felt UPTET 2011 candidates need not worried for such news as their selection process already decided by UP Government it self and in last stage.(Fee for counselling etc. paid).


Court already told - Rules of Game are set at start of Game, Not in the middle.

Recently IIT Kanpur also oppose selection through Board Exam Merit. After that UP Board 65% candidate made equivalent to 78% marks in CBSE Board for selection in IIT.
See also -



Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for
2008, 2009, 2010, and 2011



2008
2009
2010
2011
UP Board
69.2
72.6
77
77
CBSE
91
92.4
91.8
93.2
ICSE
93
93.3
93.2
93.43


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Therefore it is expected that UP Govt. also take effective measures for making selections through Acadmic marks, if it is considered for selection in future.
I felt best process for selection is - Multilevel Examination
Even Interviews should also removed from selection process. If a candidate after selection - Not performed as per requirements of organization then again written notices / examination should be conducted/served.
And after that counselling / interviews can also conduct.

Interviews can help in Unfair Practices and videography in interviews is important. Even after interview , fair selection can not be achieved because we humans are BIASED.

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UPTET : युपी टीईटी शिक्षक भर्ती स्टे पर सुनवाई की अगली तारीख - 6 अगस्त 2012


UPTET : युपी टीईटी  शिक्षक भर्ती स्टे पर सुनवाई की अगली तारीख - 6 अगस्त 2012

जैसा की आज के घटना क्रम व ब्लॉग पर कमेंट्स देख कर पता लग रहा है कि उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती स्टे मामले में इलाहबाद हाई कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख ६ अगस्त निर्धारित की है|
टीईटी अभ्यर्थी इस घटना क्रम से हेरान व परशान हैं |

ब्लॉग पर जिस प्रकार कमेंट्स आये , उससे लगता है कि घटना क्रम इस प्रकार रहा है -
सरकारी पक्ष ने ४ हफ्ते का समय माँगा है क्यूँकी उनकी जांच प्रक्रिया अभी पूर्ण नहीं हुई है 
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व्यक्ति गत रूप से मेरा सोचना है कि - 6 महीने का टी ई टी अभ्यर्थीयों का प्रशिक्षण होना है और उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान / व एन सी टी ई गाइड लाइन के अनुरूप शिक्षकों की भारी कमी है |
इसको (प्रशिक्षण कार्यक्रम ) देखते हुए , प्रक्रिया कुछ हद तक तो प्रारंभ की जा सकती है  , और जांच में दोषी पाए जाने वालों पर कठोर कार्यवाही की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है |



कुछ लोगो का कहना है कि धांधली की बात सामने आने पर - चयन का आधार बदलना संभव हो जायेगा |
ऐसा कैसे संभव है , और अगर ये संभव है टी ई टी फेल छात्र भी कहेंगे की हमें भी पास किया जाये | कुछ लोग कहेंगे कि परीक्षा में धांधली होने के बाद भी लोगो को चयनित किया जा रहा है तो जिन लोगो ने परीक्षा नहीं दी , उनको भी चयनित करो , अत : ये सब आधार हीन बात है |
हाँ अगर कोर्ट खुद अपनी देख रेख में - उचित प्रक्रिया अपनाता है जिससे आगे कोई अड़चन परेशानी न हो तब तो हल अच्छा रहेगा |
परन्तु अगर टी ई टी मेरिट होल्डर सुप्रीम कोर्ट चले जाते हैं तो फिर मामला खटाई में जा सकता है 
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ये भी हो सकता है कि चयन का आधार बदलने की बात नयी प्रक्रिया को लेकर हो , वैसे भी यू पी में २ लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली हैं और शायद सरकार बाकि बचे सवा लाख पदों पर भर्ती के लिए नए नियमों पर विचार कर रहे हो |
नयी भर्ती प्रक्रिया में यू पी बोर्ड वालों के लीये भी , (आई आई टी प्रवेश - यू पी बोर्ड के ६५ प्रतिशत वाला अभ्यर्थी , सी बी एस ई बोर्ड के ७८  प्रतिशत वाले अभ्यर्थी के बराबर माना गया है ) भी कोई तोहफा आ सकता है 
समाज वादी = समता में विश्वास 
हाल ही में बिहार में १.७० लाख शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय सुना गया है और यू पी की आबादी तो बिहार से भी ज्यादा है और २ लाख से ज्यादा पद रिक्त है तो हो सकता है कि नयी शिक्षको  की कोई बड़ी भर्ती भी जल्द ही सुनने को मिले 

अभ्यर्थी सबसे बड़ी परेशानी भर्ती में होने वाली देरी को देख रहे हैं , कोई ओवरएज होने जा रहा है , तो किसी को परिवार की चिंता होगी |


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UPTET : टीईटी : धोखाधड़ी से अंक पाने वाले नहीं बनेंगे शिक्षक


UPTET : टीईटी : धोखाधड़ी से अंक पाने वाले नहीं बनेंगे शिक्षक

लखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में धोखाधड़ी कर अंक पाने वाले शिक्षक नहीं बन पाएंगे। रमाबाई नगर की पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर किए जाने की तैयारी है। शासन स्तर पर इस संबंध में सहमति बन गई है। टीईटी 2011 के संबंध में कैबिनेट के लिए तैयार प्रस्ताव में इसे स्पष्ट कर दिया गया है। इसके अलावा मई 2012 में आयोजित होने वाली टीईटी अब नवंबर में आयोजित कराई जाएगी। कैबिनेट से इस संबंध में भी मंजूरी ली जाएगी।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में टीईटी परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच के लिए हाईपावर कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सौंपी दी। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट में रमाबाई नगर की पुलिस द्वारा की गई जांच रिपोर्ट का भी जिक्र किया गया है। इसमें ही पुलिस की जांच रिपोर्ट में धोखाधड़ी कर अंक बढ़वाने वाले अभ्यर्थियों को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से बाहर रखने की बात की गई है। बताया जाता है कि कैबिनेट की बैठक में ऐसे अभ्यर्थियों को बाहर रखने पर भी निर्णय किया जाएगा। विभागीय जानकारों की मानें तो करीब 4500 के आंसर शीट पर फ्ल्यूड लगाकर अंक बढ़ाए गए हैं। इसके अलावा भी हजारों छात्रों के अंक बढ़ाए जाने के सुबूत मिले हैं।


News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120705a_003163007&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120705a_003163007 / Amar Ujala (5.7.12)
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This is a good step to stop cheating.


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Wednesday, July 4, 2012

UPTET - Stay on Primary Teacher Recruitment, Next Hearing - 05.07.2012

UPTET - Stay on Primary Teacher Recruitment, Next Hearing - 05.07.2012




Case Status - Allahabad
Description: http://allahabadhighcourt.in/image/blueline.gif
Pending
Writ - A : 76039 of 2011 [Varanasi]
Petitioner:
YADAV KAPILDEV LAL BAHADUR
Respondent:
STATE OF U.P. & OTHERS
Counsel (Pet.):
ALOK KUMAR YADAV
Counsel (Res.):
C.S.C.
Category:
Service-Writ Petitions Relating To Primary Education (teaching Staff) (single Bench)-Appointment
Date of Filing:
21/12/2011
Last Listed on:
03/07/2012 in Court No. 7
Next Listing Date (Likely):
05/07/2012
This is not an authentic/certified copy of the information regarding status of a case. Authentic/certified information may be obtained under Chapter VIII Rule 30 of Allahabad High Court Rules. Mistake, if any, may be brought to the notice of OSD (Computer).




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BETET : नियुक्त होंगे 1.70 लाख शिक्षक


BETET : नियुक्त होंगे 1.70 लाख शिक्षक 

पटना। राज्य में अब 1.70 लाख प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति होगी। यह निर्णय राज्य सरकार ने सभी जिलों से रिक्तियों और अतिरिक्त शिक्षकों के खाली पदों की संख्या उपलब्ध होने के मद्देनजर लिया है। इससे पहले प्रदेश में सवा लाख शिक्षकों की नियुक्ति करने की घोषणा की गई थी

शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति के मद्देनजर आमागी 6 जुलाई की सभी जिला शिक्षा अधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों की बैठक मुख्यालय में बुलाई है। बैठक में शिक्षकों के नियोजन प्रक्रिया शुरू करने संबंधी आवश्यक जानकारी दी जाएगी। इसी दिन जिला स्तर पर उपलब्ध रिक्तियों की सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी।

शिक्षा विभाग के प्रवक्ता आरएस सिंह के मुताबिक राज्य के 71 हजार प्रारंभिक विद्यालयों में रिक्तियों के मद्देनजर ही 1.70 लाख शिक्षकों के नियोजन करने का निर्णय लिया गया है। इसके विरूद्ध टीईटी में 1.47 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इस प्रकार करीब 23 हजार पद खाली रह जायेंगे। खाली पदों को भविष्य में होनेवाली नियोजन प्रक्रिया से भरा जाएगा


News Source : patrika.com (4.7.12)
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Everywhere in India huge appoint of Primary/Upper Primary Teachers seen. In Rajsthan 41000 teachers, Haryana approx 27000 teachers, Meghalay - 26000 teachers, Jharkhand, Gujarat, Punjab, Chattosgarh, MP etc. teachers are appointed/going to appoint to implement RTE.


Approx. 6 lakh posts of teachers are sectioned to implement RTE, And some more posts are pending to implement. If shortage of qualified teachers observed.


UP  is largest state in Population and requirement of approx 2.5 lakh teachers for PRT/Upper PRT is pending to implement RTE.
Many teachers are going to retire and therefore education sector is booming for jobs.


In India, People want to prefer Government job - As in these days teachers are getting handsome salary (Sixth Pay Commission, PRT is getting approx Rs 22000 monthly, Upper PRT is getting approx Rs 27000 monthly, PGT is getting approx. Rs 34000 monthly) and job security, leaves+other benefits, life time increase in salary.
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UPTET : बगैर प्रमाण पत्रों के कर रहे थे नौकरी, लगे थे मृतक आश्रित कोटे से


UPTET : बगैर प्रमाण पत्रों के कर रहे थे नौकरी, लगे थे मृतक आश्रित कोटे से

दो अध्यापकों की नौकरी गई
पूरे मामले में तत्कालीन बीएसए की भूमिका संदिग्ध

जागरण संवाददाता, सम्भल : तत्कालीन बीएसए ने मानकों के विपरीत दो मृतक आश्रितों को परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त कर दिया। अब मामले का खुलासा होने पर बीएसए ने दोनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

हजरतनगर गढ़ी के जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक चंद्रपाल शर्मा तैनात थे। बीमारी के चलते 25 मई 11 को उनका निधन हो गया। आठ सितंबर 11 को तत्कालीन बीएसए बालमुकुन्द प्रसाद ने मृतक आश्रित के रूप में उनके बेटे मुकेश कुमार शर्मा को असमोली के रुस्तमपुर न्यावली में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त कर दिया। इतना ही नहीं अनुराग मिश्रा को भी मृतक आश्रित के रूप में सकरपुर सोत के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किया। उत्तर-प्रदेश निशुल्क एवं बाल शिक्षा के अधिकार 2011 के नियम के तहत उच्च एवं प्राथमिक परिषदीय विद्यालयों में टीईटी योग्यता धारक को ही अध्यापक के पद पर नियुक्त करने का प्रावधान है।

मानक के विपरीत नियुक्ति करने पर उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई। उच्चाधिकारियों के आदेश पर बीएसए ने दोनों अध्यापकों को तलब कर स्पष्टीकरण मांगा। इसके बावजूद दोनों अध्यापक उपस्थित नहीं हुए और न ही अभिलेख दिखाए। इस पर बीएसए ने दोनों अध्यापकों की नियुक्ति को नियमविरुद्ध मानते हुए सेवा समाप्त कर दी।

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/moradabad-city-9434687.html / Jagran (4.7.12)
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TET is mandatory as per NCTE Guidelines / Basic Shiksha Niyamavalee, And without qualifying UPTET, Primary/Upper Primary teacher job is not possible.
Now it is clear from above news -  Importance of UPTET exam.
UPTET 2011 was last TET exam for B Ed candidates as per NCTE guidelines.
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UPTET : यूपी टीईटी और प्राइमरी शिक्षक भर्ती

UPTET : यूपी टीईटी और प्राइमरी शिक्षक भर्ती 


में आप लोगो का ध्यान कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दिलाना चाहती हूँ -


१. चलती हुई प्रक्रिया में बदलाव कैसे संभव है जो की अंतिम पड़ाव पर है |
२. कुछ लोगो का कहना है - कि उत्तर प्रदेश केबिनेट से मजूरी मिलने के बाद , पूर्ववर्ती शेक्षणिक मेरिट से भर्ती शुरू की जायेगी | तो उत्तर प्रदेश सरकार को  एन सी टी ई गाइड लाइन्स मानने की भी क्या जरूरत है ,
एन सी टी ई गाइड लाइन्स साफ़ शब्दों में टी ई टी अंको को चयन में महत्व देने की बात कहती है , जबकि पूर्ववर्ती शेक्षणिक मेरिट में कहीं भी टी ई टी अंको की बात नहीं थी |
३. मामला हाई कोर्ट में विज्ञापन को लेकर है और मामला अभी लंबित है  , जबकि हाई कोर्ट टी ई टी अंको  से चयन की बात की पहले ही पुष्टि कर चुका है अगर यह विज्ञापन निरस्त भी हो जाये जिसके चांसेस १% भी नहीं है , तो नया विज्ञापन आएगा |
क्योंकी नियमावली थोड़े ही परिवर्ती हुई है और अभ्यर्थीयों से आवेदन की फीस भी ले चुके |
४. शेक्षणिक मेरिट  में भी कोई एक राय नहीं है - कोई हाई स्कूल , इंटर , ग्रेजुएशन , बी एड के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है, कोई ग्रेजुएशन , बी एड  और टी ई टी के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है,
कोई बी एड  और टी ई टी के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है|
कुछ लोग अलग अलग बोर्ड की अलग अलग मेरिट की वकालत करते हैं |
५. अगर प्रक्रिया में बदलाव होता भी है , तो फिर लोग अपने अधिकारों को लेकर हाई कोर्ट , सुप्रीम कोर्ट में फिर प्रयास करेंगे | यहाँ तक की सब लोगो की नोकरी शेक्षणिक मेरिट  से लग भी जाय तब भी हर कोई अच्छी जगह पोस्टिंग के लिये मेरिट में ऊँचा स्थान चाहता है| हम में से कई लोग संतुष्ट हो भी जाएँ , पर हर अभ्यर्थी के संतुष्ट  होना लगभग असंभव है 
और भी कई कारण हैं जो की विधि / कानूनी अडचने उत्पन्न कर देंगे | 


हालाँकि सरकार के पास प्रक्रिया निर्धारित करने के अधिकार होते हैं परन्तु ये नयी भर्ती प्रक्रिया के लिये होंगे 
अभी कुछ समय पहले कानपुर आई आई टी  ने शेक्षणिक मेरिट से चयन का विरोध किया था , कारण - अलग अलग बोर्ड में अलग अलग मार्किंग पद्दति का होना |
जिसमें चयन को लेकर यु पी बोर्ड के अभ्यर्थीयों को बेहद नुकसान था | इसके बाद हर बोर्ड के टापर के प्रतिशत से २० प्रतिशत नीचे तक अभ्यर्थीयों को मोका देने की बात को मान लिया गया |
इस प्रकार यु पी बोर्ड का 65 % अंक पाने वाला अभ्यर्थी , सी बी एस ई के 78 प्रतिशत अंकों के बराबर  मान   लिया गया |
इसी प्रकार अगर  यहाँ भी ऐसा हुआ - 
अब यु पी में अगर कोई सही स्केलिंग पद्दति नहीं आती ( जो की मूल्यांकन /चयन में सामान अवसर नहीं प्रदान करती )  , तो फिर लोग कहेंगे की यु पी में ही यु पी बोर्ड वालों के साथ भेद भाव क्यूँ  |
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UPTET : टीईटी नहीं होगी निरस्त

UPTET : टीईटी नहीं होगी निरस्त
शिक्षकों की भर्ती पूर्व की तरह शैक्षिक मेरिट से होगी

•टीईटी पास करने वाले केवल शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के ही पात्र होंगे, कैबिनेट प्रस्ताव तैयार

लखनऊ। राज्य सरकार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) रद्द नहीं करेगी। इसे पास करने वाले केवल शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के पात्र होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भर्ती पूर्व की तरह शैक्षिक मेरिट के आधार पर ही की जाएगी। हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। भर्ती के लिए जिले स्तर पर ही आवेदन लिए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंजूरी दे दी है। बेसिक शिक्षा नियमावली को संशोधित करने के लिए कैबिनेट का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इसे शीघ्र ही मंजूरी दिलाने की तैयारी है
यूपी में 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी नवंबर 2011 में आयोजित की गई थी। तत्कालीन बसपा सरकार ने शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर करने का निर्णय किया था। टीईटी रिजल्ट आने के बाद अंक बढ़ाने के नाम पर धांधली का खुलासा हुआ। शिक्षकों की भर्ती होती, इससे पहले विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लग गई और हाईकोर्ट ने भर्ती पर रोक लगा दी।



प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद टीईटी पास अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मिले। मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी बना दी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को मई में सौंपी थी। इसमें टीईटी निरस्त न करने की संस्तुति की गई थी।
मुख्यमंत्री ने इस रिपोर्ट के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मांगा था, जिसे एक सप्ताह पहले उनके पास भेजा गया था। इसमें शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर करने की बात कही गई थी। प्रस्ताव में कहा गया कि टीईटी को केवल पात्रता परीक्षा माना जाएगा और इसे पास करने वाला केवल शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र होगा। मुख्यमंत्री ने इसके आधार पर प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बेसिक शिक्षा विभाग अब शिक्षकों की भर्ती शैक्षिक मेरिट के आधार पर करेगा। इससे पहले उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली संशोधित की जाएगी। इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। मंजूरी के बाद शिक्षकों की भर्ती शुरू हो जाएगी।

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Amar Ujala (4.7.12)
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As per news selection criteria is going to change and selection base is - Academic Marks.
Where - Advertisement rights matter for selection of UPTET qualified is running in High court.
Both are contrary - As earlier advt. /rules published by UP Govt. - Selection through TET Merit,
And now this news says - Selection through Academic Merit.


में आप लोगो का ध्यान कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दिलाना चाहती हूँ -

१. चलती हुई प्रक्रिया में बदलाव कैसे संभव है जो की अंतिम पड़ाव पर है |
२. कुछ लोगो का कहना है - कि उत्तर प्रदेश केबिनेट से मजूरी मिलने के बाद , पूर्ववर्ती शेक्षणिक मेरिट से भर्ती शुरू की जायेगी | तो उत्तर प्रदेश सरकार को  एन सी टी ई गाइड लाइन्स मानने की भी क्या जरूरत है ,
एन सी टी ई गाइड लाइन्स साफ़ शब्दों में टी ई टी अंको को चयन में महत्व देने की बात कहती है , जबकि पूर्ववर्ती शेक्षणिक मेरिट में कहीं भी टी ई टी अंको की बात नहीं थी |
३. मामला हाई कोर्ट में विज्ञापन को लेकर है और मामला अभी लंबित है  , जबकि हाई कोर्ट टी ई टी अंको  से चयन की बात की पहले ही पुष्टि कर चुका है अगर यह विज्ञापन निरस्त भी हो जाये जिसके चांसेस १% भी नहीं है , तो नया विज्ञापन आएगा |
क्योंकी नियमावली थोड़े ही परिवर्ती हुई है और अभ्यर्थीयों से आवेदन की फीस भी ले चुके |
४. शेक्षणिक मेरिट  में भी कोई एक राय नहीं है - कोई हाई स्कूल , इंटर , ग्रेजुएशन , बी एड के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है, कोई ग्रेजुएशन , बी एड  और टी ई टी के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है,
कोई बी एड  और टी ई टी के अंको को जोड़ कर मेरिट की बात कहता है|
कुछ लोग अलग अलग बोर्ड की अलग अलग मेरिट की वकालत करते हैं |
५. अगर प्रक्रिया में बदलाव होता भी है , तो फिर लोग अपने अधिकारों को लेकर हाई कोर्ट , सुप्रीम कोर्ट में फिर प्रयास करेंगे | यहाँ तक की सब लोगो की नोकरी शेक्षणिक मेरिट  से लग भी जाय तब भी हर कोई अच्छी जगह पोस्टिंग के लिये मेरिट में ऊँचा स्थान चाहता है| हम में से कई लोग संतुष्ट हो भी जाएँ , पर हर अभ्यर्थी के संतुष्ट  होना लगभग असंभव है 
और भी कई कारण हैं जो की विधि / कानूनी अडचने उत्पन्न कर देंगे | 

हालाँकि सरकार के पास प्रक्रिया निर्धारित करने के अधिकार होते हैं परन्तु ये नयी भर्ती प्रक्रिया के लिये होंगे 
अभी कुछ समय पहले कानपुर आई आई टी  ने शेक्षणिक मेरिट से चयन का विरोध किया था , कारण - अलग अलग बोर्ड में अलग अलग मार्किंग पद्दति का होना |
जिसमें चयन को लेकर यु पी बोर्ड के अभ्यर्थीयों को बेहद नुकसान था | इसके बाद हर बोर्ड के टापर के प्रतिशत से २० प्रतिशत नीचे तक अभ्यर्थीयों को मोका देने की बात को मान लिया गया |
इस प्रकार यु पी बोर्ड का ६५% अंक पाने वाला अभ्यर्थी , सी बी एस ई के ७८ प्रतिशत अंकों के बराबर माना लिया गया |
इसी प्रकार यहाँ भी ऐसा हुआ - 
अब यु पी में अगर कोई सही स्केलिंग पद्दति नहीं आती ( जो की मूल्यांकन /चयन में सामान अवसर नहीं प्रदान करती )  , तो फिर लोग कहेंगे की यु पी में ही यु पी बोर्ड वालों के साथ भेद भाव |
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Tuesday, July 3, 2012

UPTET : टीईटी मामले में सुनवाई पांच को


UPTET : टीईटी मामले में सुनवाई पांच को

इलाहाबाद : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहायक अध्यापकों की भर्ती परीक्षा मामले की सुनवाई तिथि पांच जुलाई नियत की है। न्यायालय ने यह आदेश प्रदेश सरकार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए दिया है। याचिका की सुनवाई न्यायमूर्ति अरुण टंडन कर रहे हैं।

News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/allahabad-city-9431589.html

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As per comments received on Blog, Kapil's advocate demands change in Selection Criteria and judge informed that such matter already disposed off, And your case is different (That is chellenging advertisement rights).

Many candidates send their problems to Judge in the shape of letters, And it looks Honabl 'e Judge understand pain of candidates - How much effort they put in application, exam, making drafts i.e pillar to post  effort. And at the last stage candidates are uncertain about their future.
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UPSESSB / UPMSSCB : टीजीटी-पीजीटी की चयन प्रक्रिया पर लगा विराम


UPSESSB / UPMSSCB  : टीजीटी-पीजीटी की चयन प्रक्रिया पर लगा विराम

इलाहाबाद। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष के काम काज पर रोक लगने के साथ ही माध्यमिक विद्यालयों में खाली पड़े शिक्षकों पदों के चयन पर विराम लग गया है। अध्यक्ष केकाम काज पर रोक के कारण चयन बोर्ड में प्रधानाचार्य पदों की चयन प्रक्रिया भी अटक गई है। इन पदों पर चयन की प्रक्रिया ठप होने से नए शैक्षिक सत्र में माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी होगी और साइंस, मैथ्स, अंग्रेजी समेत कई विषयों की पढ़ाई प्रभावित होगी

विवादों में अध्यक्ष -
चयन बोर्ड में अनियमितता का मामला पहली बार ‘अमर उजाला’ ने प्रमुखता से उठाया था। टीजीटी-पीजीटी में घोटाले का पर्दाफाश होने पर तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने जांच बैठा दी थी। जांच में फर्जी नियुक्ति के मामले पकड़े गए। सचिव माध्यमिक शिक्षा ने दस साल की भर्तियों पर जांच बैठा दी। जांच के कारण दो हजार चयनित शिक्षकों को ज्वाइनिंग नहीं मिली। इससे भी बड़ा विवाद टीजीटी-पीजीटी में अध्यक्ष और एक सदस्य के रिश्तेदारों के चयन पर हुआ। विवाद से दोनों का चयन निरस्त कर दिया गया और अध्यक्ष डॉ.आरपी वर्मा के खिलाफ जांच बैठा दी गई। दो दिन पहले शासन ने अध्यक्ष का कामकाज पर ही रोक लगा दी जिससे सारी भर्तियां प्रभावित हो गई हैं

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष के काम काज पर रोक लगने से संकट बढ़ा
दस में छह सदस्यों के पद खाली
चयन बोर्ड में पहले से ही 10 में से छह सदस्यों के पद खाली चल रहे हैं। एक सदस्य के काम पर रोक है। वर्तमान में तीन सदस्यों के जिम्मे चयन की जिम्मेदारी है। पद खाली होने और अध्यक्ष के खिलाफ जांच लंबित होने के बाद अब पूरी प्रक्रिया ठप पड़ गई है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरम के अभाव में अब चयन बोर्ड कोई भी चयन नहीं कर सकता।
ढाई लाख का चयन टला
•टीजीटी-पीजीटी में 2.50 लाख अभ्यर्थियों का चयन टला
•टीजीटी के लिए आवेदन करने वालों में लगभग 1.60 लाख अभ्यर्थी शामिल
•पीजीटी के लिए आवेदन करने वालों में लगभग 90 हजार अभ्यर्थी शामिल
•प्रदेश में इस समय लगभग साढ़े नौ हजार पद खाली
•लगभग 2200 शिक्षकों का प्लेसमेंट का मामला लटका
•टीजीटी के 1500 और पीजीटी के लगभग 700 चयनित शिक्षकों को नहीं मिली ज्वाइनिंग


Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120703a_002174005&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120703a_002174005 / Amar Ujala (3.7.12)
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In these days CORRUPTION is very very high and ONLY Culprits should be punished if they found guilty in investigation. Best way of selection is multilevel written examination through different bodies, Human interviewers weightage should be made to be with negligible effect.
After selection , If it is found candidates have shortcoming then necessary action can be taken & once again written examination should be conducted.
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Monday, July 2, 2012

UPTET - टीईटी : इसी महीने संशय के बादल छंटने की उम्मीद

UPTET - टीईटी : इसी महीने संशय के बादल छंटने की उम्मीद


- संघर्ष मोर्चा ने बढ़ाया दबाव, 20 जुलाई को आंदोलन का ऐलान

आचार संहिता लागू होने से लटकी पड़ी है चयन प्रक्रिया

जागरण संवाददाता, सहारनपुर : टीईटी पर छाए संशय के बादल दूर करने में यह माह निर्णायक साबित होगा। निकाय चुनाव की आचार संहिता इसमें फिलहाल बड़ी बाधा है। प्रदेश सरकार की ओर से बरती जा रही सावधानी 'सकारात्मक संकेत' की ओर इशारा कर रही है। दबाव बनाने के लिए टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन के जरिए सरकार को घेरने का निर्णय लिया है।

आचार संहिता के कारण टीईटी पास अभ्यर्थियों की चयन प्रक्रिया पर विराम लगा है। मामले में सरकार की ओर से टीईटी प्रक्रिया की कई कोणों से समीक्षा की जा चुकी है, जिसके बाद सरकार द्वारा प्रक्रिया को निरस्त न करने का सैद्धांतिक निर्णय लिया जा चुका है। पिछले दिनों बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी द्वारा प्रक्रिया के पक्ष में सकारात्मक संकेत दिए थे। माना जा रहा है कि पूर्व घोषित नीति के मुताबिक ही लंबित टीईटी प्रक्रिया को सिरे चढ़ा दिया जाएगा। जुलाई में ही इस बारे में निर्णय होने की उम्मीद है

कितनी भर्ती लंबित

प्रदेश में टीईटी के माध्यम से 72 हजार 825 शिक्षकों की भ‌र्त्ती होनी है। टीईटी से 800 पद जिले को आवंटित है जबकि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पहुंचे आवेदन पत्रों की संख्या 1.15 लाख है।

संघर्ष से मिलेगी कामयाबी

टीईटी (उत्तीर्ण) संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष संजय कुमार का कहना है सरकार की ओर से टीईटी के मामले में परस्पर विरोधी बयान आते रहे हैं, जिससे अभ्यर्थियों में कुंठा पैदा हो रही है। प्रदेश भर में कई अभ्यर्थी आत्महत्या कर चुके हैं। मोर्चा ने सरकार को चेताने के लिए आंदोलन का निर्णय लिया है। 20 जुलाई तक भ‌र्त्ती प्रक्रिया शुरू न करने पर लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।

निर्देश के बाद कार्रवाई

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य संजय उपाध्याय का कहना है कि टीईटी के संबंध में शासन की ओर से निर्देश मिलने के बाद ही कार्रवाई शुरू की जा सकेगी।


News Source : http://www.jagran.com/uttar-pradesh/saharanpur-9429614.html / Jagran.com (2.7.12)
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Tomarrow Highcourt decision is going to come regarding advertisement matter, And process for recruitment may started again , When stay is vacated.
We will see what happens tomorrow.If positive decision comes then it can be a major success in favor of TET candidates, Bacause it means HC have no objection to continue recruitment process.
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Sunday, July 1, 2012

HTET : शिक्षक बनना है तो पात्रता परीक्षा पास करनी ही पड़ेगी


HTET : शिक्षक बनना है तो पात्रता परीक्षा पास करनी ही पड़ेगी

पात्रता परीक्षा पास करनी ही होगी
 केंद्र ने अनुभव के आधार पर पात्रता से छूट को नकारा ! सरकार असमंजस में ! राव दान सिंह ने पात्रता से छूट देने की बात पर घिरे हुए दिखे !

केंद्र सरकार ने हरियाणा में अनुभव के आधार पर छूट को नकारा पंकज कुमार पांडेय नई दिल्ली केवल अनुभव के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति मान्य नहीं होगी। प्राथमिक शिक्षा के लिए शिक्षकों की नई भर्ती के लिए टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) पास करना जरूरी होगा। यह स्पष्टीकरण केंद्र सरकार ने अपने एक आंतरिक नोट में हरियाणा सरकार के उस आदेश को नकारते हुए दिया है, जिसमें अनुभव के आधार पर एचटेट से छूट देकर अध्यापकों की नियुक्ति की बात की गई थी। केंद्र सरकार ने अब कई राज्यों से मिले प्रत्यावेदन का निपटारा करने के लिए मंत्रालय ने एक आंतरिक नोट तैयार किया है। इसमें शिक्षा का अधिकार कानून का हवाला देते हुए कहा गया है कि पहली से आठवीं कक्षा के लिए शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी पास करना, शिक्षा का अधिकार कानून की धारा 23 -एक और 23 -2 के प्रावधानों के तहत जरूरी है। अनुभव के आधार पर कुछ लोगों को विशेष छूट को शिक्षा का अधिकार कानून के साथ, एनसीटीई गाइडलाइन का उल्लंघन माना जाएगा। मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि आंतरिक विचार-विमर्श के बाद हमने हरियाणा सरकार से अनुरोध करने का फैसला किया है कि वे अनुभव के आधार पर टीईटी से छूट का निर्देश वापस लें। हमने छूट नहीं समय दिया है, केंद्र के निर्देश की कॉपी नहीं मिली है। हरियाणा सरकार ने एचटेट से छूट नहीं दी है। शिक्षक भर्ती के लिए २०१५ तक एचटेट पास करना ही होगा।-राव दान सिंह, सीपीएस, एजुकेशन







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Shiksa Mitra News : 1.24 Lakh Untrained Shiksha Mitra will get Training to BecomeTeacher in UP

1.24 लाख अप्रशिक्षित शिक्षा मित्रों को मिलेगा प्रशिक्षण
(Shiksa Mitra News : 1.24 Lakh Untrained Shiksha Mitra will get Training to BecomeTeacher in UP )


 लखनऊ (एसएनबी)। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री राम गोविन्द चौधरी ने बताया कि प्रदेश में 1.72 लाख अप्रशिक्षत शिक्षा मित्र प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत हैं। इसमें से 1.24 लाख स्नातक अर्हताधारी शिक्षामित्रों को दो चरणों में प्रशिक्षित कराए जाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। श्री चौधरी ने बताया कि प्रथम चरण में 65 हजार शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो जून 2013 तक पूरा हो जाएगा। दूसरे चरण में 62 हजार शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण जुलाई 2012 से प्रारम्भ किए जाने की कार्य योजना है, जो जून 2014 तक पूरा हो जाएगी। उन्होेंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की अनुमति प्राप्त किए जाने के उपरान्त अवशेष 48 हजार शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण जून 2015 तक पूरा कराया जाएगा

News Source : http://rashtriyasahara.samaylive.com/epapermain.aspx?queryed=10
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Situation of teachers in UP is highly problematic - One side UPTET-2011 case is running for appointment of teachers. Even if - Recruitment process starts then 6 month time for training make worst shortage of qualified teachers in new session. More than 2 lakh teachers are required in Basic Education Department of UP. As per RTE norms qualified teachers are not available at this stage (i.e from new session starts from July 2012) .


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Saturday, June 30, 2012

यू पी बोर्ड के अभ्यार्थीयों के साथ उत्तर प्रदेश में भेद भाव क्यों

यू पी बोर्ड के अभ्यार्थीयों  के साथ उत्तर प्रदेश में भेद भाव क्यों 

Why discrimination against UP Board Candidates , in UP


जब आई आई टी में प्रवेश के लिये सी बी एस ई के 78 % , यू पी बोर्ड के 65 % के बराबर माने हैं , तो यू पी अपने ही बोर्ड के छात्रों के साथ क्यूँ भेद भाव करता है |
बी टी सी / एल टी ग्रेड में अकादमिक अंकों के आधार पर चयन , यू पी बोर्ड के छात्रों को बेहद नुक्सान पहुंचा रहा है |
और उत्तर प्रदेश सरकार को अभ्यार्थीयों की इस समस्या की और ध्यान देना बेहद जरुरी है



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Friday, June 29, 2012

स्वदेशी और विदेशी उत्पाद !


स्वदेशी और विदेशी उत्पाद !


श्रेणिया स्वदेशी अनुष्ठान ( कंपनिया )विदेशी  ( ईस्ट इंडिया कंपनिया ) 
दन्त मंजन / पेस्टविको वज्रदंती, बैद्यनाथ, चोइस, नीम, डाबर , एंकर, मिस्वाक, बबूल, प्रोमिस, दन्त कांति दन्त मंजन।अधिकतर दन्त पेस्ट हड्डियों के पावडर से बनते है, जेसे कोलगेट, हिंदुस्तान यूनिलीवर ( पहले हिन्स्तान लीवर ), क्लोस-अप, पेप्सोडेंट, एम, सिबाका, एक्वा फ्रेश, एमवे, ओरल बी, क्वांटम आदि ।
दन्त ब्रश
( दन्त साफ करने का उपकरण )
प्रोमिस, अजय, अजंता, मोनेट, रोयल, क्लास्सिक, डोक्टर स्ट्रोक ।कोलगेट, क्लोस-अप, पेप्सोडेंट, सिबाका, अक्वा फ्रेश, ओरल-बी, हिंदुस्तान लीवर ।
स्नान करने का साबुननिरमा , मेदिमिक्स, निम्, नीमा, जस्मीन, मेसोर सेंडल, कुटीर, सहारा, पार्क अवेन्यु, सिंथोल, हिमानी ग्लिसरीन, फिर फ्लो, न १, शिकाकाई, गंगा, विप्रो, संतूर, काया कांति, काया कांति एलो वेरा ।हिंदुस्तान यूनिलीवर, लो' ओरीअल , लाइफ ब्वाय ( कोई डर नहीं ) , ले सेंसि, डेनिम, चेमी, डव, रेविओं, पिअर्स, लक्स, विवेल, हमाम, ओके, पोंड्स, क्लिअर्सिल, पमोलिवे, एमवे, जोनसन बेबी, रेक्सोना, ब्रिज , डेटोल ।
शेम्पू, ( बाल धोने के लिए )विप्रो, पार्क अवेन्यु, स्वस्तिक, आयुर, केश निखर, हेअर एंड केअर, नैसिल, अर्निका, वेलवेट, डाबर, बजाज, नेल, लेवेंडर, गोदरेज, वाटिका ।हेलो कोलगेट पामोलिव, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लक्स, क्लिनिक प्लस, रेव्लों, लक्मे, पी एंड जी , हेड एंड शोल्डर, पेंटीन, डव, पोंड्स, ओल्ड स्पेस, शोवर तो शोवर, जोहानसन बेबी ।
कपडे / बर्तन धोने का पावडरटाटा शुद्ध, नीमा, सहारा, लो' ओरीअल , निरमा, स्वस्तिक, विमल, हिपोलिन, देना, ससा, टी सीरिज, डोक्टर देत, घडी डिटर्जन, गेंतिल, उजाला, रानिपल, निरमा, चमको, दीपहिंदुस्तान यूनिलीवर, सर्फ़, रीन, सनलाईट, व्हील, विम, अरिअल, टाइड, हेंको, रेविअल, एमवे, क्वांटम, वुल्वाश, इजी, रोबिन ब्लू, टिनापोल, स्काईलार्क
दाढ़ी / शेविंग बनाने की क्रीमपार्क अवेन्यु, प्रिमीअम, वि जोन, लो' ओरीअल , इमामी, बलसारा, गोदरेजओल्ड स्पाइस, पामोलिव, पोंड्स, जिलेट, एरास्मिक, डेनिम, यार्डली
दाढ़ी / शेविंग पत्ती / ब्लेड टोपाज, गेलंत ( gallant), सुपरमेक्स, लसर, एस्क्वेर, सिल्वर प्रिंस, प्रिमिअमजिलेट, सेवन 'ओ' क्लोक, एरास्मिक, विल्मेन, विल्तेज आदि
क्रीम / पावडरबोरोसिल, आयुर, इमामी, विको, बोरोप्लस, बोरोलीन, हिमामी, नेल, लावेंदर, हेअर एंड केअर, निविय, हेवन्स, सिंथोल, ग्लोरी, वेलवेट (बेबी)हिंदुस्तान यूनिलीवर, फेअर एंड लवली, लक्मे, लिरिल, डेनिम, रेव्लों, पी एंड जी, ओले, क्लिएअर्सिल, क्लिएअर्तोन, चारमी, पोंड्स, ओल्ड स्पाइस, डेटोल ( ले १००% श्योर) , जॉन्सन अँड जॉन्सन
वस्त्र रेडीमेडकेम्ब्रिज, पार्क अवेन्यु, ओक्जेम्बर्ग ( ओक्सेम्बेर्ग) बॉम्बे डाइंग, रफ एंड टफ, ट्रिगर, किलर जींस, पिटर इंग्लेंड, डीजे अँड सी ( DJ&C ) ये हमारी ही मानसिकता है की हमारी कंपनिया हमें लुभाने के लिए अपने उत्पादों का विदेशी नाम रखती है ।व्रेंग्लर, नाइकी, ड्यूक, आदिदास, न्यूपोर्ट, पुमा आदि
धड़ियाँएच एम टी,  टाइटन, मेक्सिमा, प्रेस्टीज, अजंता   आदि राडो, तेग हिवर, स्विसको, सेको, सिटिजन, केसिओ
पेन पेन्सिलशार्प, सेलो, विल्सन, टुडे, अम्बेसेडर, लिंक, मोंतेक्स, स्टिक, संगीता, लक्जर, अप्सरा, कमल, नटराज, किन्ग्सन, रेनोल्ड, अप्सरा,पारकर, निच्कोल्सन, रोतोमेक, स्विसएअर , एड जेल, राइडर, मिस्तुबिशी, फ्लेअर, यूनीबॉल, पाईलोट, रोल्डगोल्ड
पेयदुग्ध, लस्सी, ताजे फलों के रस, निम्बू पानी,नारियल का पानी, मिल्कशेक, ठंडाई, जलजीरा, रूह अफजा, रसना, फ्रूटी, एपी फ़िज़, ग्रेपो, जम्पिं, शरबत , डावर्स , एलएमएन, जलानी जलजीरा आदि( एक घंटे में चार कोल्ड ड्रिंक पिने से मृत्यु निश्चित है ) धीमा जहर कोका कोला, पेप्सी, फेंटा स्प्राईट, थम्स-अप, गोल्ड स्पोट, लिम्का, लहर, सेवन अप, मिरिंडा, स्लाइस, मेंगोला, निम्बुज़ आदि
चाय काफीटाटा, ब्रह्मपुत्र, असम, गिरनार, वाघ बकरी, दिव्य पेयलिप्टन, टाइगर, ग्रीन लेबल, येलो लेबल, चिअर्स, ब्रुक बोंड रेड लेबल, ताज महल, गोद्फ्रे फिलिप्स, पोलसन, गूद्रिक, सनराइस, नेस्ले, नेस्केफे, रिच , ब्रू आदि
शिशु आहार एवं दूध पावडरशहद, डाल पानी, उबले चावल, तजा फलों का रस, अमूल, इंडाना, सागर, तपन, मिल्क केअरनेस्ले, लेक्टोजन सेरेलेक, एल पी ऍफ़, मिल्क मेड, नेस्प्रे, ग्लेक्सो, फेरेक्स
कुल्फी / आइसक्रीमघर की बनी कुल्फी, अमूल, वाडीलाल, दिनेश, हवमोर, गोकुल, दिनशा, जय , पेस्तोंजीवाल्स, क्वालिटी, डोलोप्स, बास्किन एंड रोबिनस, केडबरी.. अधिकतर आइसक्रीम में जनवरी की आंतो की परत होती है
नमकटाटा, अंकुर , सूर्य, ताजा, तारा, निरमा, सेंधव नमक.अन्नपुर्णा , आशीर्वाद आटा, केप्टन कुक, हिंदुस्तान लीवर , किसान, पिल्सबरी आदि
नमकीन / स्नेक्स / चिप्स बीकाजी, बिकानो, हल्दीराम, बालाजी,  हिपो , पार्ले, A1, गार्डन आदि  अंकल चिप्स, पेप्सी, रफेल्स, होस्टेस, फन्मच, कुरकुरे, लेज आदि    
टमाटर सौस, चटनिया, फ्रूट जेमघर के बने हुए चटनिया, इंडाना, प्रिया, रसना, फ्रूट जाम, टिल्लूराम , मनोज, सिल, निलंस, रसना, कर्नल, पंतजलिनेस्ले, ब्रुक बोंड, किसान, हेंज, फिल्ड फ्रेश, मेगी सौस
चोकलेट / दूध पावडरगुड के साथ मूंगफली या बादाम लाभप्रद है, पार्ले, बेक्मंस, क्रिमिचा, शंगरीला, इंडाना, अमूल, रावलगाँव, ब्रिटानिया.अधिकतर चोकलेट में अर्सेलिक जहर मिला होता है केडबरी, बोर्नविटा , होर्लिक्स, न्यूट्रिन, विक्स,  मिल्किबर, इक्लेअर्स , मंच, पार्क, डेरिमिल्क, बोर्नविले, बिग बबल, एलपेनलिबें, सेंटरफ्रेश, फ्रूट फ्रेश, परफीती  आदि    
रेडीमेड खानाघर का खाना, हाथो से बनाया हुआ  मेगी, हेंज, नौर , डोमिनोज, पिज्जा हट , फ्रिन्तो-ले
पानीघर का उबला हुआ पानी, बिसलेरी, हिमालय, रेल नीर, यस, गंगा आदि एक्वाफिना, किनली, बिल्ले, पुरे लाइफ, एवियन, सेन पिल्ग्रिमो, पेरिअर आदि 
शक्तिवर्धक च्यवनप्राश सबसे उत्तम ८०% तक , न्युत्रमुल, मल्तोवा, अमृत रसायन, बादाम पाक. आदि बूस्ट, पोलसन, बोर्नविटा, होर्लिक्स, प्रोतिनेक्स, स्प्राउट्स, कोमप्लैन
इलेक्ट्रोनिक्स वस्तुओनिडा, बी पी एल, विडियोकोन, अकाई ( आज कल नाम सुनने को नहीं मिलता ) , टी- सीरिज , सलोरा, वेस्टर्न, क्रोवन, टेक्सला, गोदरेज  उषा, ओरीअंट, खेतान, पी एस पी औ, बजाज, सिन्नी, शंकर, टी-सीरिज, क्राम्पटन, सोनी, फिलिप्स, हुंदा , सेन्सुई, शार्प, एलजी, देवू , सेन्यो, नेशनल पेनासोनिक  केनवुड, थोमसन, सेमसंग, हिताची, तोशिबा, कोनिका, पयोनिअर, केल्विनेटर, वर्ल्फुल, इलेक्ट्रोलक्स   आई ऍफ़ बी, हायर   सिंगर, महाराजा, जी इ, रेलिमिक्स, केनस्टार, मृत, ब्रोउन, नेशनल, फिलिप्स 
मोबाइल फ़ोन / सेवाए मेक्स, ओनिडा, माइक्रोमेक्स, उषा-लक्सस, अजंता, ओर्पट, आइडिया, एअरटेल, रिलाइंस, टाटा इंडिकोम, एमटीएनएल, लूप, कार्बन, लावा, लेमन, भारती बीटल    नोकिया, फ्लाई, मोटोरोला, एचटीसी, सोनी एरिक्सन, एसर, वर्जिन, वोडाफोन, एम टी एस , एल जी,  सेमसंग, हायर,  डॉकोमो आदि
खाद्य तेलसरसों का तेल , कच्ची घानी का तेल,डालडा ब्रांड, आई टी सी ब्रांड, हिंदुस्तान यूनिलीवर ब्रांड, फिल्ड फ्रेश ब्रांड के सभी वस्तुओ का बहिष्कार करे
कंप्यूटरएच सी एल, विप्रो तोशिबा, एसर, एच पी, डेल, लिनोवो, सेमसंग, सोनी, आई. बी. एम. कोम्पेक आदि   
दुपहिया वाहन हीरो, बजाज ( बजाज स्कूटर के बारे में सबको पता है, एक्टिवा से कड़ी टक्कर मिलने के कारण बजाज स्कूटर की जगह एक्टिवा दीखता है हमारी सडको पर,) टी वि एस, महिंद्रा, काइनेटिक कावासाकी, होंडा, हुंडई, एक्टिवा, इटरनो, रोयल एनफील्ड, हर्ली डेविडसन, स्प्लेंडर , पेशन
वाहनलेंड रोवर, जगुआर, इंडिका, नेनो, टाटा मेजिक, बोलेरो, सुमो, सफारी, प्रेमिअर, अम्बसेदर, अशोक लेलेंड, स्वराज, महिंद्रा ट्रेक्टर, जाइलो, रेवा, अतुल, टी.व्ही.एसहुंडई, सेंट्रो, वोल्सवेगन, मर्सडीज, टोयोटा, निसान, स्कोडा, रोल्स रोयस, फेंटम, फोर्ड, जनरल, शेर्वोलेट, जोन डिअर, मारुति सुजुकी, लोगन
बैंकइलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ोदा, बैंक ऑफ़ इंडिया, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, आई डी बी आई, केनरा बैंक, सेन्ट्रल बैंक, देना बैंक, कोर्पोरेशन बैंक, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक, युको बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, युनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया, विजया बैंक, आंध्र बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, कोटक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, यस बैंक, इडुसलेंड बैंक, धनलक्ष्मी, बैंक, सारस्वत बैंक, फेडरल बैंक, आई एन जी वैश्य बैंक, करुर वैश्य बैंक, कर्नाटका बैंक , लक्ष्मी विलाश बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर एंड जयपुर, साउथ इंडियन बैंक, नैनीताल बैंक आदिबैंक एचडीएफसी (HDFC), आई.सी.आई.सी.आई ( ICICI ), एबीएन एमरो, अबू धाबी बैंक, बीएनपी परिबास, सिटी बैंक, डच बैंक (Deutsche Bank), एच इस बी सी (HSBC), जे पि मोर्गन, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, तयब बैंक, स्कोटिया बैंक, अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक, एंटवर्प बैंक, अरब बंगलादेश, बैंक ऑफ़ अमेरिका, बहरीन कुवैत, टोक्यो मित्सुबिशी बैंक, बार्कले बैंक, चाइना ट्रस्ट, क्रुंग थाई बैंक, सोनाली बैंक, शिन्हन बैंक, ओमान इंटरनेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ मौरिशश, डी बैंक ऑफ़ न्युयोर्क, ऑस्ट्रेलियन बैंक, फोर्टिस बैंक, कोमन वेल्थ बैंक, रोयल बैंक ऑफ़ कनाडा, अमीरात बैंक, जर्मन बैंक,
जूते / चप्पललिबर्टी, लखानी, स्काई, भारत लेदर, एक्शन, रिलेक्सो, पेरगोन, पोद्दार, वाइकिंग, बिल्ली, कार्नोबा, डीजे अँड सी ( DJ&C ), बफेलो, रिगपुमा, बाटा, पॉवर, बीएमसी, एडीडास, नाइकी, रिबोक, फीनिक्स, वुडलेंड, लाबेल, चेरी ब्लोसम, कीवी, ली कूपर, रेड चीफ, कोलंबस
सोजन्य से
ध्यान दें ! 
  • ऐसी विदेशी कंपनियाँ भी है जिसमे आधे से भी कम % भारतीय पैसा लगा हुआ है तो वे भी विदेशी हुई, इसी तरह भारतीय कंपनी मे विदेशी ५०% से ज्यादा पैसा लगा है तो वह विदेशी है,
  • आप यह पता भी लगाए की आप जिस कंपनी का माल खरीद रहे है है क्या वह पूर्णतया स्वदेशी है ?
  • जेसे मारुति कंपनी मे ५४% पैसा सुजुकी कंपनी का है , और अब सरकार का इस कंपनी मे कुछ भी हिस्सा नहीं है, उसने अपना १८% हिस्सा भी शिक्षण संस्थानो को बेच दिया !
  • ये जरूरी नहीं की बिग बाजार कुछ विदेशी ब्रांड को अपने मॉल / ब्रांड के तले बेचता हो तो वे स्वदेशी है ! आप पता लगाए।

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