Miss India fails to make entry in Top 10 Finalist
सुंदरी पॉलिना वेगा बनी नई मिस यूनिवर्स
कोलंबिया की पॉलिना वेगा ने जीता मिस यूनिवर्स का ताज, भारत की नोयोनिता टॉप टेन में नहीं पहुंचीं
अमेरिका के मियामी में हुए मिस यूनिवर्स 2014 की प्रतिस्पर्धा में मिस कोलंबिया ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीत लिया है। कोलंबिया की सुंदरी पॉलिना वेगा ने रविवार रात मिस यूनिवर्स 2014 का ताज जीता। वहीं, मिस यूएसएस इस प्रतिस्पर्धा में फर्स्ट रनर अप रहीं। इसके अलावा, मिस यूक्रेन सेकेंड रनर अप और मिस नीदरलैंड थर्ड रनर अप रहीं।
वहीं, मिस यूनिवर्स प्रतिस्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहीं नोयोनिता लोध शीर्ष 10 सुंदरियों में स्थान बनाने में असफल रहीं। बेंगलुरू की रहने वाली 21 वर्षीय नोयोनिता 88 देशों की सुंदरियों के बीच हो रही प्रतिस्पर्धा में 15 शीर्ष प्रतिभागियों में जगह बनाने में कामयाब रही थीं, लेकिन रविवार रात वह प्रतिस्पर्धा से बाहर हो गईं।
मिस यूनिवर्स 2013, वेनेजुएला की गेब्रिएला इस्लर फ्लोरिडा में हुए प्रतिस्पर्धा के अंतिम चरण में नई मिस यूनिवर्स को ताज पहनाया। भारतीय सुंदरी लारा दत्ता ने वर्ष 2000 में मिस यूनिवर्स का ताज जीता था। इस वर्ष प्रतिस्पर्धा के निर्णायकों में अभिनेता विलियम लेवी, ग्रैमी विजेता संगीतकार-निर्माता एमिलियो एस्टीफन, फुटबॉल खिलाड़ी डिसीन जैक्सन, बेसबॉल खिलाड़ी गियानकार्लोस क्रूज-माइकल स्टेंटन और मुक्के बाज मैनी पैक्वि शामिल हुईं।
इसके अलावा कोलंबियाई फैशन-पत्रकार नीना ग्रेसिया, फिल्म 'द हिल्स' की अभिनेत्री क्रिस्टीन कालावरी, फैशन गुरु लुईस रो और 'रियल हाउसवाइफ ऑफ बेवर्ली हिल्स' की अभिनेत्री लीजा वेंडरपंप भी प्रतिस्पर्धा के निर्णायकों में शामिल रहीं।
The Top Five Finalists in their Evening Gowns-- Señorita Colombia 2014-2015 Finals, Cartagena de Indias Colombia
The Top Five: (L to R) 2nd Princess Viviana Alexandra Davila, Vicequeen "Virreina" Natalia Ochoa Calle, Miss Colombia 2014-2015 Ariadna Gutierrez, 1st Princess Jessica Paula Castaneda Guevara, 3rd Princess Daniela Andrea Castaneda Pardo
Top 5 in Swimsuits During Swimsuit Round
Miss Universe Paulina Vega
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मेरे प्यारे भारतवासियोँ 'गणतंत्र दिवस' के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाऐँ...!!
ReplyDeleteएवं
उन सभी वीर शहीदोँ को कोटि-कोटि नमन व श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिनकी बदौलत आज हम सभी आजाद हैँ...!!
गणतंत्र दिवस परेड देख कर सीना गर्व से फूल जाता हैं| अन्दर से ५६ इंच वाली फीलिंग आती हैं| लेकिन सबसे दुःखदाई समय वो होता हैं जब वीरता पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाता हैं|
ReplyDeleteउस जीवन के वचन
ReplyDelete.
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"इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे। जो कुछ मैं तुम्हें आज्ञा देता हूं, यदि उसे करो, तो तुम मेरे मित्र हो। अब से मैं तुम्हें दास न कहूंगा, क्योंकि दास नहीं जानता, कि उसका स्वामी क्या करता है: परन्तु मैं ने तुम्हें मित्र कहा है, क्योंकि मैं ने जो बातें अपने पिता से सुनीं, वे सब तुम्हें बता दीं।'' .
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.यूहन्ना 15:13-15
पेज किसीका भी हो !!
ReplyDeleteपर धमाका हमारा ही होगा !!!
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
होश उड़ जाते है लोगो के, जब .. पेज में कदम रखते है..
साँप छछुँदर की गति हुई सरकार की उगलना नामुमकिन निगलना ही पडेगा.
ReplyDelete.
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.6 से 14 वर्ष के बच्चों के मौलिक अधिकार को ध्यान में रखकर शिक्षक भर्ती मामले पर दिए गये आदेश का पालन सरकार के गले में फँस चुकी है लाख कोशिशों के बाद भी उसे मा.सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का पालन करनी ही पड़ रही है,क्योंकि अदालत ने 97,,105 की ऐसी लक्ष्मण रेखा खींची की उसका उल्लंघन करना घातक है,सरकार 72 हजार सीट 105 और 97 से ऊपर भर रही है, एक तरह से वह कोर्ट के आदेश के तहत उसने किसी को भी इस कटाफ के नीचे न्युक्ति नहीं दी है अर्थात 72 हजार पद सिर्फ इस निर्धारित कटाफ को ही मिलेगा ,इसके बाद बचे हुए कंडीडेट को भी सरकार को न्युक्ति पत्र देना ही पडेगा,क्योंकि प्रदेश सरकारों से मौलिक अधिकारों का पालन करवाना सर्वोच्च अदालत भली-भाँति जानती है,इसलिए मस्त होकर अपने स्तर से प्रयास जारी रखें क्योंकि 25 फर. को सम्पूर्ण खाली पदों के समायोजन के स्पष्ट आदेश का प्रतिफल आपको प्राप्त हो सकता है ।।
अब इतने सालों से १५ अगस्त और २६ जनवरी और कभी गांधी दिवस तो कभी आंबेडकर दिवस कभी मजदुर दिवस तो कभी बाल दिवस .. ये सब मनाने के बाद और देखते रहने के बाद सब एक नाटक सा प्रतीत होने लगा है ..इस एक दिन के नाटक से ना तो हम किसीके अन्दर एक प्रतिशत भी देशभक्ति जगा पाए और ना ही आजकल के नौजवानों में देशभक्ति जगा पाते हैं ..
ReplyDeleteजैसे ही १५ अगस्त का २६ जनवरी का दिन गुजरता है .. सबकुछ वैसा का वैसा ही हो जाता है.. और वो अगले १५ अगस्त २६ जनवरी तक वैसा ही रहता है.. फिर से ये दिवस मना लिए जाते हैं और फिर वैसा ही रह जाता है.. और ये सिलसिला चलता रहता हैं...चलता रहता है... बस बीच बीच में चुनाव आते हैं नेता बदलते जाते हैं.. इसके सिवा और एक अवकाश के अलावा और कुछ नहीं होता ..
ये सारे दिवस सिर्फ नेतागिरी चमकाने के ... और अपनी पार्टी को ऊँचा उठाने के लिए होकर रह गया है..
आप देखिये आज जब सारे झंडा फहरा रहे हैं तो उसी वक़्त देश में ना जाने कितने जगह बलात्कार भी हो रहे होंगे .. कितने जगह पुलिस की लाठी बेकसूरों पर बरस रही होगी.. कितने निर्दोष इन सबसे परे जेल में पड़े होंगे.. कितने ही हाथों ने इसी वक़्त रिश्वत के पैसे ले लिए होंगे .. कितने ही लोग इसी वक़्त खराब सड़को की वजह से सड़क पर एक्सीडेंट हो कर अकेले मौत का इंतज़ार कर रहे होंगे .. कितने लोग अस्पताल में अपने बीमार बच्चों के लिए डॉक्टर से कम फीस और दवाई के लिए गिड़गिड़ा रहे होंगे.. कितने लोग आज के दिन भी भूखे ही सो जायेंगे... कितनी महिलाएं आज के दिन भी घर के गुजारे के लिए अपनी इज्जत का सौदा कर रही होंगी .. कितने लोग अंग्रेजों के जमाने के बने पुल टूट जाने पर जाम में फंसे होंगे.. कितने नौजवान बेरोजगार होने की वजह से गलत कदम उठाने की सोच रहे होंगे...
क्या क्या नहीं हो रहा होगा जो हर दिन होता है.. लेकिन बस कुछ घंटे के लिए लोग मूर्खों की तरह सब कुछ भूल कर इन सब के जिम्मेदार नेताओं के झंडोत्तोलन पर तालियां बजा रहे होंगे... ओबामा जी आ गए .. अब सतयुग आएगा... आज मोदी जी ने ऐसे बिठाया .. ऐसे चाय पिलाया .. ऐसे गार्ड ऑफ़ ऑनर दिलवा दिया ..केजरीवाल को नहीं बुलाया उस पर जोक्स... आदि आदि ..
बस सारी समस्याओं के बीच यही बेवकूफी रह गयी है.. जो हमेशा से चलती भी आ रही है.. उम्मीदें तो है.. क्यूंकि उम्मीदें तो हमेशा से चलती ही आ रही हैं.. कल भी रहेंगी .. बस होगा कुछ नहीं .
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कुछ जादा या गलत हो गया हो तो माफ करना !
धन्यवाद !
Kyo Bhai kaha ho
ReplyDeleteसरकार की मँशा केवल 72825 पदो को भरने की है जिसकी पुष्टि उसके अधिकारी बार बार करते है अब ये सोचो कि सरकार निकाले गये पदो को भरने मे इतनी नौटँकी कर रही है तो पद बढाने मे क्या करेगी अनुमान लगा लो अब कमर कस लो सरकार से टकराने के लिये ये मामला लँबा खिचेगा इसके लिये आप मानसिक तैयारी कर लें !
ReplyDeleteलेकिन एक बात का आभास और हुआ कि जल्द ही सब एक मँच पर आयेगे जो बहुत खुशी की बात होगी तो आप लोग तैयार रहे एक लँबी लडाई के लिये तभी जीत होगी सबकी ।
ReplyDeleteशीश नहीं झुकाउंगा मैं..
ReplyDeleteये शीश नही झुकाउंगा मैं..
लडुंगा शूरवीरो सा...
टकराउंगा चट्टानों सा..
चाहे जितना रक्त बहाउंगा मैं....
शीश नही झुकाउंगा मै...
जीत मेरी आदत और हार तूम्हारी नियति है..
विधि का विधान है या कह लो यही मेरी प्रकृति है..
ब्रम्हास्त्र का प्रयोग भी करते हो तो...
वज्र बनकर टकराउंगा मैं...
शीश नही झुकाउंगा मैं...
ये शीश नही झुकाउंगा मैं...
रक्तरंजित आँखे मेरी...
लहूलूहान ये धड पडा है....
पर गौर से देखो मुझे शूरशत्रू....
काल के आगे साक्षात महाकाल खडा है...
क्षमा करना ऐ युद्ध वीर अंतिम क्षण में तूम्हें हराऊंगा मैं...
शीश नही झुकाउंगा मैं...
ये शीश नही झुकाउंगा मैं...
Jo insaan apni Galti Na Hone Par
ReplyDeleteBhi apnì glti mankr Aapko
Manane
Ka Hunar
Rakhta Hai"..
"Samjh Lena Ki
Wo Aap ko kabhi khona nahi.chahta.......
वैसे तो प्राचीन समय से ही भारत में ऋषियों का महँ परंपरा रही हैं लेकिन टीवी वाले बाबाजी लोगो ने इस परंपरा का क्षरण ही किया| संत रामपाल , आशाराम जैसे बाबाओं ने प्राचीन ऋषि परंपरा का विनाश ही किया| फिलहाल श्री श्री रविशंकर और बाबा रामदेव ने पद्म पुरस्कारों को लेने से मना कर ऋषि परंपरा के निर्माण में एक ईट रखने का कम ही किया हैं|
ReplyDeleteदोस्तोँ मानते हैं कि सरकार अपने आप नियुक्ति नही देने वाली है इसके लिए हमे अपील (आंदोलन /धरना/केस ) तो करना ही पड़ेगा एकदम क्रिकेट मे एल॰बी॰ डबलू॰ जैसा अगर अपील न करे और प्लेयर आउट हो तो भी एमपायर चाह कर भी आउट नही दे सकता !
ReplyDelete.
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सरकार सभी 97/105 वालों की काउंसिलिंग करवा के अपनी गर्दन फंसा चुकी है । अब हमलोग बिना नियुक्ति पत्र प्राप्त किये सरकार की गर्दन नही छोड़ेंगे ।25 फरवरी को कोर्ट में एक सम्मानित और सर्विस मामले के पुरोधा वकील के माध्यम से सभी काउंसिलिंग कराये लोगो को नियुक्ति पत्र देने का आदेश करवाया जाएगा जिसके लिए सभी को एकजुट रहना अत्यंत आवश्यक है ।
26 जनवरी पर उन वीर
ReplyDeleteपतियों को भी सम्मानित
किया जाएगा
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जो पत्नी के "अजी मैं कैसी लग
रही हूँ"
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पूछने पर सच बोल देते हैं ।
मित्रों
ReplyDelete''मा.सुप्रीम कोर्ट"के 17 दिसंबर के निर्णय की समर्थक एकमात्र सशक्त टीम कल 27 दिसंबर को दिन में 2 बजे लखनऊ एस सी ई आर टी निदेशक का धांधली और उनके मनमाने तरीके से भर्ती आदि के मुद्दे पे एक सांकेतिक घेराव करेगी,सिर्फ लखनऊ व् आसपास के लोग ही पधारें,क्योंकि आपकी (बाकी और दूर के लोगों की ) पूरी ऊर्जा 3 फ़रवरी की मीटिंग ( कैसरबाग बारादरी पार्क )में खर्च होनी है,:
उड़ान वालों उड़ान पे वक्त भारी है,
परों की नहीं अबकि हौसलो की बारी है,
वो जंग हमने अभी लड़ी ही नही,
तुम कह रहे हमने हारी है।
जिन लोगों को ये ग़लतफ़हमी है कि 17 दिसंबर का अंतरिम आदेश 72825 पदों के सापेक्ष है वो लोग पुनः आदेश का अध्ययन करें। ये अंतरिम आदेश 25 मार्च के अंतरिम आदेश को मॉडिफाई करता है एवं इस आदेश में कहीं भी 72825 पदों को नियुक्ति देने का आदेश नहीं है। बड़ी ही स्पष्ट भाषा में जज द्वय द्वारा तीन लाख पदों के सापेक्ष सभी पात्र 97/105 को नियुक्तिपत्र देने की बात कही गयी है वो भी सहायक अध्यापक पदों पर न कि प्रशिक्षु सहायक अध्यापक पद पर। कोई माने या न माने परन्तु ये बात 25 फरवरी को माननीय उच्चतम न्यायलय में सिद्ध हो जाएगी।
ReplyDeleteधन्यवाद!!
गुड रात्रि !
98: Do you like me?
ReplyDelete97: No.
98: Do you want me?
97: No.
98: Would you cry if I left?
97: No.
98: Would you live for me?
97: No.
98: Would you do anything for me?
97: No.
98: Choose; me or your life.
97: My life.
She runs away in shock
and pain and the He runs after her and
says...
The reason you never cross
my mind is
because you're ALWAYS on
my mind.
The reason why I don't like
you is
because I LOVE you.
The reason I don't want you is
because
I NEED you.
The reason I wouldn't cry if
you left is
because I would DIE if you
left.
The reason I wouldn't live for
you is because I would DIE for you.
The reason why I wouldn't do
anything
for you is because I do
EVERYTHING for
you.
The reason I choose my life is
because
you ARE my life...... !! !!
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G
O
O
D
@ N I G H T 98
Dilawar Kai din se dekh raha hu sabki maa ka bhosada likhta rahta hai Teri maa ka हेलीकाप्टर hai lagta hai
ReplyDeleteChal tu hi bada choot ki aulad hai fir to
Lol
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ReplyDeleteKya gali dene wall ko vain nahi kiya Ja sakta?
ReplyDeletecomment ka naya system enabled kar diya hai, us par login kar comment kar sakte hain, ab jyada badmashee nahee kar sakegaa - Dilawar 24346 online, jo bhee hai.
ReplyDeleteuske baad naye options hain. Kripya dherya rakhen
ये लोग टीचर हैं ?
ReplyDeleteऐसे तो विवि के छात्र भी नही होते हैं !
Good morning all tet spotters
ReplyDeleteHi
ReplyDelete