UPTET Answer Key 2014 Download upbasiceduboard.gov.in UP TET 2014 Solutions
As per some unofficial sources, Answer key is -
(Official answer key will try to share on this blog, when it comes on UP Edu Dept website)
PRIMARY TET SET Q MATHEMATICS ANSWER KEY WITH MATERIAL WHICH IS WRITTEN IN OPTION SO ALL CANDIDATE HAVING ANY SERIES CAN EVALUATE THEIR MARKS IN MATHEMATICS PRIMARY TET EXAM DATED ON 23/02/2014 TIMING 10 AM TO 12:30 PM
91-3(अनन्त परिमेय संख्याएँ)
92-2(2)
93-1(-361/25)
94-3(8)
95-2(₹45,000)
96-3(3m)
97-3(AC^2+BD^2=4AB^2)
98-1(50°,80°)
99-3(1 घंटा )
100-4(105)
101-3(₹2,000)
102-4(36)
103-2(60°)
104-1(-2)
105-1(abc मी^3)
106-2(6)
107-3(28)
108-3(₹21)
109-3(154 सेमी^2)
110-1(25)
111-2(//// पहले के उच्च और चौथे के निम्न बिन्दु को मिलाती एक सीधी रेखा)
112-2(1)
113-4(699.93)
114-1(लघुत्तम समापवर्त्य ( ल.स.) की अवधारणा को समझने में बच्ची की सहायता करें।)
115-4[(c),(b),(a),(d)]
116-4(सभी अवधारणाओं को समझना,लागू करना और उनमें सम्बन्घ बनाना)
117-2(हथेली,पत्ते,नोटबुक आदि से विभिन्न वस्तुओं की सहायता से किसी आकृति के क्षेत्रफल की तुलना करना।)
118-1(12 सेमी)
119-1( दिए गए वर्ग के क्षेत्रफल का 4 गुना)
120-4(राजन संख्या संक्रियाओं को नही समझता)
120 के उत्तर में थोड़ा भ्रम।
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UPTET Answer Key 2014 UPTET 2014 Paper Solution Cut Off Marks: Uttar Pradesh Basic Education Board is all set to conduct UPTET 2014 examination on 22nd and 23rd February 2014. Plenty number of application have been received in this year 2014 by Uttar Pradesh Basic Education Board. The board is going to recruit Primary and Upper Primary Teachers through this recruitment examination. After 23rd February, candidates will be very excited to know the correct answers through ‘Answer Key’. UPBEB examination authorities will upload the sets of UPTET 2014 Question Paper Solution on its main website. After 5-6 days of test, ‘UPTET 2014 Answer Key’ shall be available on UPBEB’s website to download.
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HI
ReplyDeletemathe k 120 ka ans 2 ya 4 option ho sakta h.
ReplyDeletelt grade ki 1425 ki vacancies ki merit list ka kya hua.kya avedan dubara kia jayenge because merit change kar di thi. govt ne bi rule change kar diye the. tel me
ReplyDeletegovt ne 2500 jobs degree collages me isi mah nikalne ki kaha tha, uska kya hua. or 4000 jobs rajkeey collage me nikalne kaha tha, uski koi news h apk pas .tel me
ReplyDeleteशुभ प्रभात मित्रों,
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
कल निरहुआ को एक गधा मूर्खमंत्री आवास के सामने आगंतुकों की कतार में लगा मिला, निरहुआ को बड़ा आश्चर्य हुआ कि इस गधे को मूर्खमंत्री श्री (?) अकल-लेस यादव से क्या काम पड़ गया ? अपनी उत्सुकता शान्त करने के उद्देश्य से निरहुआ उस गधे से पूछ ही बैठा कि वह मूर्खमंत्री से भला क्यों मिलना चाहता है? उस गधे ने अपनी जो व्यथा सुनाई वो इस प्रकार थी-
.
गधा (अकेडमिक वाला नहीं भाई, असली वाला) :- श्रीमान ! हम गधे इस दुनिया में अपने सरल स्वभाव और कठोर परिश्रम के लिए जाने जाते हैं, मेहनत और मंदबुद्धि हमारी संस्कृति और पहचान बन चुकी है एवं हम गर्दभ जाति को अपनी संस्कृति और पहचान पर गर्व है। किन्तु पिछले कुछ समय से इन मूर्खमंत्री महोदय और इनके मानस पुत्रों (अकेडमिक वीरों) की वजह से हमारी पहचान और संस्कृति खतरे में पड़ गयी है, इन सभी ने गर्दभ जाति से अनुमति लिए बगैर यानी बिना कॉपीराइट के ही हमारे विश्वप्रसिद्ध नाम को अपने साथ जोड़ लिया है और सार्वजानिक रूप से उसका दुरूपयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं। हालांकि किसी प्रसिद्ध हस्ती या समुदाय के साथ नाम जोड़कर ख्याति प्राप्त करने की पुरानी परम्परा रही है किन्तु हम सभी गधे अपनी वर्षों की मेहनत से अर्जित इस मर्यादा और सम्मान को इस मूर्खमंत्री के साथ बांटने को कत्तई तैयार नहीं हैं। हो सकता है की हमारे कुछ भाइयों की 'गलती' अथवा 'प्रेम कथा' के फलस्वरूप हमारी जाति के अधिकाँश गुण इन महोदय और इनके मानसपुत्रों में पाए गए हैं किन्तु यह कहाँ तक उचित है की हमारे कुछ भाइयों की 'गलती' की सजा पूरी गर्दभ जाति को दी जाए , आखिर हमारे सभी गधे एन.डी. तिवारी तो हैं नहीं कि हर तरफ नाजायज संताने पैदा करते रहें। माना की हमारे कुछ भाइयों ने 'भूल' की लेकिन उसका खामियाजा पूरी गर्दभ जाति भला क्यों भुगते ? मैं यहाँ मूर्खमंत्री जी से यही प्रार्थना करने आया हूँ की तत्काल एक सरकारी विज्ञप्ति प्रकाशित करें जिसमें सार्वजनिक तौर पर यह खंडन छापा जाय कि 'उनका और उनके मानस पुत्रों (अकेडमिक वीरों) का गर्दभ जाति से कोई लेना देना नहीं है और ना ही वे गर्दभ जाति का एक हिस्सा हैं, यदि उनका कोई मानस पुत्र अथवा वे स्वयं गधे जैसे प्रतीत होते हैं तो उसे एक 'गधे की गर्दभ भूल' मात्र समझा जाय तथा भविष्य में अगर कोई इन्हें गधों के उपनाम से संबोधित करेगा तो पूरे गर्दभ समाज की ओर से मानहानि के दावे को भुगतने का स्वयं जिम्मेदार होगा।'
श्रीमान, जब से इन लोगों ने अपना उपनाम 'गधा' रख लिया है तब से हमारी जाति को लोग शंका की दृष्टि से देखने लगे हैं और हमारी वर्षों की मेहनत से अर्जित ख्याति को दरकिनार कर शंका करने लगे हैं की ना जाने कब ये गधे 'पलट' जाएँ। ज्यादा क्या कहूँ जिन गधों की शक्ल अखिलेश, मुलायम, आजम और कपिलदेव वगैरह से मिलती-जुलती हैं, उनकी पत्नियों ने उन गधों पर 'बेवफाई' का इल्जाम लगाते हुए तलाक की मांग उठा दी है जिससे उनका दाम्पत्य जीवन खतरे में पड़ गया है। कई गर्दभ युवतियाँ भी अब सामाजिक मर्यादा तोड़कर इन मनुष्य रूपी गधों से प्रेम विवाह के सपने संजो बैठी हैं। अब आप ही बताइए की यह कहाँ तक उचित है कि किसी की संस्कृति और सभ्यता को 'गर्दभ मनुष्यों ' द्वारा हानि पहुंचाई जाए। अभी हाल ही में संपन्न हुई अखिल भारतीय गर्दभ महासभा में उत्तर प्रदेश में दिनों-दिन बढ़ रहे 'गर्दभ मनुष्यों' पर चिंता व्यक्त की गयी है और हमारी जाति को इन मनुष्य रूपी गधों से बचाने के लिए सार्थक कदम भी उठाये गए हैं उन्हीं के तहत मैं यहाँ आया हूँ। आज यह मूर्खमंत्री अपना और अपने समस्त मानसपुत्रों (अकेडमिक वीरों) का नाम हमारी गर्दभ जाति से सदा-सदा के लिए अलग कर लेता है तो ठीक है वर्ना हम भी सुप्रीम कोर्ट में एक slp डालकर न्याय की मांग करेंगे।
( गर्दभ जाति की व्यथा सुन निरहुआ की खोपड़ी घूम गयी और गधों के ऊपर हो रहे सांस्कृतिक ,सामाजिक और मानसिक अत्याचार से निरहुआ का हृदय 'असली गधों' के प्रति करुणा से भर गया।)
lo ji s.m bh gye chunavi lolypop tha unke liye ab kere in tzar!!!!!!!! शिक्षा मित्रों का समायोजन चुनाव आयोगसे अनुमति केबाद लखनऊ(ब्यूरो)। शिक्षा मित्रों केसमायोजन के लिए नियमावली तैयार कर ली गई है। बेसिक शिक्षा विभागचुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद ही इसेजारी करेगा। विभाग का मानना है कि मौजूदा समय शिक्षक, स्नातक निर्वाचन की अधिसूचना के कारण आदर्श आचार संहिता लगी हुई है, इसलिए चुनावआयोग की अनुमति जरूरी है। चुनाव आयोग से अनुमति मिलते ही शिक्षामित्रोंको शिक्षक पद पर समायोजन की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है। राज्य सरकार शिक्षा मित्रों को जल्द से जल्द शिक्षक पद पर समायोजित करना चाहती है। इसकेलिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली 1981 मेंसंशोधन किया गया है। शिक्षा मित्रों को शिक्षक पद पर समायोजित करनेके लिए टीईटी की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है।
ReplyDeleteashu said answer key for o
ReplyDeleteभारतीय डाक ने Postal Assistant और Sorting Assistant के 668 पदों पर भर्तीके लिए ऑनलाइन विज्ञप्ति जारी की है। बारहवीं पास छात्र इस आवेदन को भर सकते हैं। अधिक जानकारी केलिए क्लिक करें
ReplyDeleteब्लैकबेरी जेड10 की कीमत घटकर 17,990 रुपये नई दिल्ली, एजेंसी First Published: 25-02-14 06:43 PM Last Updated: 25-02-14 06:43 PM
ReplyDeleteबिक्री में नरमी के मद्देनजरकनाडा की स्मार्टफोन कंपनी ब्लैकबेरी ने भारत में अपने जेड10 मॉडल की कीमत दूसरी बार घटाई है। कंपनी ने यह मॉडल पिछले साल फरवरी में पेश किया था।
ताजातरीन बीबी10 आपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले मॉडल जेड10 की कीमत अब 17,990 रुपये कर दी गई है। इसे 43,490 रुपये में पेश किया गया था, लेकिन सितंबर में इसकी कीमत घटाकर 29,990 रुपये कर दी गई थी।
कंपनी ने यह पेशकश अगले 60 दिन के लिए की है। ब्लैकबेरी ने कहा कि यह पेशकश भारतीय बाजारमें प्रवेश की 10वीं वर्षगांठ के मौके परकी गई है। इस बयान में कहा गया कि ग्राहक आज से अगले 60 दिन तक जेड10 17,990 रुपये की विशेष कीमत पर खरीद सकेंगे।
ब्लैकबेरी इंडिया के प्रबंध निदेशक सुनील लालवानी ने कहा ब्लैकबेरी के भारत में बहुत और प्रतिबद्ध ग्राहक हैं और हम इन उपभोक्ताओं को अच्छा अनुभव प्रदान करना चाहते है
मोदी नहीं अंबानी चला रहा देश नईदिल्ली. 25 फरवरी 2014
ReplyDeleteआम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश मेंमोदी की हवा तो है, इसबात को नकारा नहीं जा सकता लेकिन मोदी हों या राहुल,दोनों मुकेश अम्बानी के मुखौटे मात्र हैं.
केजरीवाल ने कहा कि मुकेश अंबानी जैसेलोग देश को चला रहेहैं. न राहुल गांधी चला रहेहैं,न सोनिया गांधी चला रही हैं और अगर मोदीजी आ गएतो वे भी नहीं चलाएंगे. उन्होंने कहा कि मुकेश अम्बानी देश चला रहा है. इसबात को नकारा नहीं जा सकता. जनता को इस बारे मेंपता नहीं है. जिस दिन सारी सच्चाई सामने आएगी,पता चल जाएगा कि मुकेश अम्बानी की एक जेब में भाजपा और दूसरी में कांग्रेसहै.
अरविंद केजरीवालने एक अखबार से बातचीत में कहा कि हमारा टकराव सीधा अम्बानी जैसे लोगों से है. इसदेश को अगर सचमुच आज़ादकराना है तो सीधे अम्बानी सेटक्कर लेनी होगी. आम आदमी पार्टी अकेली पार्टी है जिसने केवल दिल्ली सरकार में रहतेहुए सीधे अम्बानी के ऊपर एफआईआर दर्जकी है. यह लगता नहीं है कि किसी सरकार मेंहिम्मत होगी कि मुकेश अम्बानी केखिलाफ एफआईआर दर्ज कर सके.
उन्होंनेकहा कि हम एकसाबुन की टिकिया की तरहहै. जो संसदमें जाएगी और संसदकी सफाई करेगी. जितनी साबुन की टिकिया बड़ी होती जाएगी,उतनी सफाई होगी.जितने हम ज्यादा जाएंगे, उतना हम इन्हेंसंसदमें गलत काम नहीं करनेदेंगे. इतना तो जनता को यकीन हो गया कि मुख्यमंत्री धरने पर बैठसकता है.
टीजीटी कला का मामला भी हाईकोर्ट पहुंचा Mon, 24 Feb 2014 07:47 PM (IST)
ReplyDeleteइलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के कला वर्ग के अभ्यर्थियों नेअब हाईकोर्ट की गुहार लगाईहै। अभ्यर्थी लंबे समय से चयन बोर्ड सेकला की शैक्षिक योग्यता मेंपरिवर्तन करनेका अनुरोध कर रहे थे। हाईकोर्ट ने चयन बोर्ड सेइन अभ्यर्थियों केप्रत्यावेदन को एक माह मेंनिस्तारित करने का निर्देश दिया है।
ज्ञातव्य है कि अभ्यर्थी पिछले लंबे समय से टीजीटी कला की शैक्षिक योग्यता किसी भी विषय में स्नातक व इंटरमीडिएट प्राविधिक कला होने का विरोध कर रहे हैं। इनका कहना है कि अन्य विषयोंकी तरह कला में भी स्नातक होने पर ही टीजीटी कला के लिए पात्र माना जाना चाहिए। इससेबीए कला व बीएफए की योग्यतावाले ही आवेदन कर सकेंगे। अभ्यर्थियों ने इसकेलिए आयोगको प्रत्यावेदन भी दिया था। प्रत्यावेदन का दो माह में भी निस्तारण न होनेपर विजयकुमार व चार अन्य ने हाईकोर्ट में गुहार लगाई है। हाईकोर्ट नेइस पर चयन बोर्ड के सचिव को याचियोंके प्रत्यावेदन का एक माह में नियमों केतहतनिस्तारण करने वस्पष्ट आदेश जारी करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही याचिका निस्तारित कर दी है।
UPTET answer key 2014 to be released on 27th February
ReplyDeleteLucknow, Feb 24 Uttar Pradesh Basic Education Board which conducted the Uttar Pradesh Teachers Eligibility Test – UPTET on 22nd February 2014 is expected to release the UPTET answer key on 27 February 2014.
Candidates who appeared for UPTET 2014 may check the UPTET answer key 2014 in the official website at http://upbasiceduboard.gov.in
Teacher Eligibility Test known as TET is a mandatory test for candidates seeking recruitment to teacher posts from class I to VIII.
Candidates who appeared in large numbers for UPTET 2014 can download the UPTET answer key 2014 by following the below steps.
Log on to the official website at http://upbasiceduboard.gov.in
Navigate to answer key section.
Click the link titled as UPTET answer key 2014.
Answer key for UPTET will display as a PDF file.
Candidates may check the answer key and can make a rough judgement of their results.
TET is conducted all over the country by both central government as well as state governments in India in order to fulfill the purpose of Right to Education.
While candidates looking to be recruited as Primary School Teachers (Class I to V) appeared for Paper I, candidates looking for Upper Primary School Teacher posts appeared for Paper II. Candidates looking to be recruited for Class I to Class VIII appeared for both Paper I and Paper II.
The purposes to include TET as a minimum qualification for appointment of teachers are as follows:
To bring national standards and importance of teacher quality
To encourage teaching education institutions
To improve the performance of the students and
To send a positive signal to all stakeholders to prove the Government‘s special efforts on teacher quality.
Important date
Date of UPTET 2014 answer key release – 27 February 2014
For more details candidates may visit the official website at http://upbasiceduboard.gov.in
सरकारीटीचर बनने काबेहतरीनमौका. देश के प्रतिष्ठित जवाहर नवोदय विद्यालयों में पीजीटीऔरटीजीटी के कुल937 पदों पर भर्तियां निकली हैं. मानवसंसाधनविकासमंत्रालयके तहतआने वाली नवोदय विद्यालय समितिने डायरेक्ट रिक्रूटमेंटके जरिए इनखालीपड़े पदों को भरनेके लिए आवेदन मंगाए हैं. इन पदों में पीजीटीके 514 औरटीजीटी के 423पद शामिल हैं. इनपदों पर चयनलिखित परीक्षा और इंटरव्यू के बेसपर किया जाएगा.
ReplyDelete27 को सार्वजनिक होंगे टीईटी के उत्तर Tue, 25 Feb 2014 08:56 PM (IST)
ReplyDeleteइलाहाबाद : प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयोंमें शिक्षक बननेके लिए आवश्यक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) केउत्तर अब 27 फरवरी को जारी किए जाएंगे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय नेयह परीक्षा 22 व 23 फरवरी को दो पालियों मेंप्रदेशभर में आयोजित की थी। इसमेंलगभगआठ लाख परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय नीना श्रीवास्तव नेबताया कि किसी भी तरह केविवाद से बचने और उत्तरों को त्रुटि रहितबनाने के लिए आंसरशीट को दोबारा जांचा जा रहा है। अब 27 फरवरीको हीआंसरशीट को वेबसाइट पर अपलोड कियाजाएगा। गौरतलब है कि पूर्व निर्धारित समय सारणी केअनुसार परीक्षा के तीन दिन बाद आंसर शीट जारी किए जाने की घोषणा कीगईथी। वहीं परीक्षा मेंशामिल हुए अभ्यर्थियों नेआंसरशीट के लिए वेबसाइट खंगाली।
42 बीएडकालेजोंका रिजल्ट घोषित Tue, 25 Feb 2014 09:09 PM (IST)
ReplyDeleteमेरठ : चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय नेमंगलवार को बीएडसत्र 2012-13 के42 कालेजोंका रिजल्ट घोषित कर दियाहै। संबंधित बीएड कालेजोंके छात्र-छात्राएंविवि की वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लूडॉट सीसीएसयूनिवर्सिटी डाट एसी डाट इन पर 26 फरवरीयानी बुधवार को अपना रिजल्ट देख सकतेहैं। जिन कालेजोंका रिजल्ट जारी किया गया है, उनकेकालेज कोड 055, 511, 512, 521, 527, 535्र 547, 704, 735, 736, 742, 748, 750, 751, 754, 756, 766, 771, 777, 779, 781, 784, 785, 789, 792, 795, 796, 797, 814, 817, 818, 829, 876, 884, 886, 892, 895, 896, 929, 931, 969 व 983 हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एचएस सिंह ने बताया कि एक कालेज का बीएडप्रैक्टिकल नहीं हुआ है, अन्य कालेजोंकी परीक्षा हो चुकी है, उनका रिजल्ट जल्द घोषित कर दिया जाएगा।
आचार्यो, अनुदेशकों को समायोजित करे सरकार Tue, 25 Feb 2014 07:09 PM (IST) आचार्यो, अनुदेशकों को समायोजित करे सरकार
ReplyDeleteमऊ : शिक्षामित्रों कीतरह प्राथमिक विद्यालयों में समायोजित करने कीमांगको लेकर वैकल्पिक आचार्यो, अनुदेशकोंव मदरसा अनुदेशकों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में धरना दिया। उनकाकहना था कि उन्हीं के साथ एक माह का प्रशिक्षण पाकर नियुक्त होने वालेशिक्षामित्र पूर्ण अध्यापक के रूप मेंसमायोजित होने जारहे हैं, जबकि उन्हें नौ वर्ष सेवा करने के बाद कार्यमुक्त कर दिया गया। यह अन्यायपूर्ण है। अपनी मांगोंको लेकर जिला प्रशासन के माध्यमसे उन्होंने मख्यमंत्री के नाम पत्र भेजा।
उत्तर प्रदेश वैकल्पिक शिक्षा आचार्य अनुदेशक/ मदरसा अनुदेशक एसोसिएशन के तत्वावधान मेंआयोजित धरनेमें वक्ताओं ने कहा कि पिछली बसपासरकार ने उन्हीं के साथ समान अवधि और समान पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण प्राप्त करनेवालेशिक्षामित्रों को तो प्राथमिक विद्यालय में रख दियागया किंतु2001 सेकार्यरत अनुदेशकोंऔर आचार्यो को नौ साल बाद कार्यमुक्त कर दिया गया। इसकेचलते प्रदेश के 11500 आचार्य अनुदेशक और मदरसाअनुदेशक तथा उनके परिवार भूखों मरने को विवश हो गए हैं। उन लोगों ने मुख्यमंत्री से मांग किया कि अनुदेशकोंको भी दो वर्ष का पत्राचार से बीटीसीप्रशिक्षण देकर पूृर्णकालिक शिक्षक बनाया जाय।
धरना में अमरजीत यादव, अल्ताफअहमद, मोहम्मद अतहर, असलम, ंिबंदुमती, रामशब्द तिवारी, शकील अहमद, रामकवल सिंह, मीरा चौहान, बबिता, सुशीला देवी आदि शालि थीं। अध्यक्षता एसोसिएशन केजिलाध्यक्ष इंद्रजीत पांडेय ने की।
्रोफेसर (वकालतकी क्लास में): अगर तुम्हेंकिसी को संतरा देना हो तो क्या बोलोगे?
ReplyDeleteपप्पू: यह संतरा लो।
प्रोफेसर: नहीं, एक वकील की तरह बोलो।
पप्पू: मैं एतद्द्वारा अपनीपूरी रुचि और बिना किसी के दबाव में इस फल को, जो संतरा कहलाता है, उसके छिलके, रस, गूदे और बीज समेत धारक को देता हूं और साथ ही इस बातका सम्पूर्ण अधिकार भी कि इसे लेने वाला इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखनेयाखाने केलिए पूरी तरह अधिकार रखेगा और साथ ही यह भी अधिकार रखेगाकि इसे वह दूसरेको छिलके, रस, गूदे और बीज के बिना या उसकेसाथ दे सकताहै और इसकेबाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरेसे कोई संबंध नहीं रह जाएगा।
मांगो तो अपनेरब से मांगो; जो देतो रहमत और न दे तो किस्मत; लेकिन दुनिया सेहरगिज़ मत माँगना; क्योंकि दे तो एहसान और न देतो शर्मिंदगी।
ReplyDeleteईश्वर का दिया कभी अल्प नहीं होता; जो टूट जायेवो संकल्प नहीं होता; हार को लक्ष्य सेदूर हीरखना; क्योंकि जीतका कोई विकल्प नहीं होता।
ReplyDeleteजिंदगी में दो चीज़ेंहमेशा टूटने के लिए ही होती हैं: "सांस और साथ" सांस टूटनेसे तो इंसान एकही बार मरता है; पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।
ReplyDeleteजीवन का सबसेबड़ा अपराध - किसीकी आँख मेंआंसूआपकी वजह से होना। और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि - किसी की आँख में आंसूआपके लिए होना।
ReplyDeleteजिंदगी जीना आसान नहींहोता; बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता; जब तक न पड़े हथोड़े की चोट; पत्थर भी भगवान नहीं होता।
ReplyDeleteमनुष्य सुबह से शाम तक कामकरकेउतना नहीं थकता; जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में थक जाता है।
ReplyDeleteदुनिया में कोई भी चीज़ अपनेआपके लिए नहीं बनीहै। जैसे: दरिया - खुद अपना पानी नहीं पीता। पेड़ - खुद अपना फल नहीं खाते। सूरज - अपने लिए हररात नहींदेता। फूल- अपनी खुशबुअपने लिए नहीं बिखेरते। मालूम है क्यों? क्योंकि दूसरोंके लिए ही जीना ही असली जिंदगी है।
ReplyDeleteमांगो तो अपनेरब से मांगो; जो देतो रहमत और न दे तो किस्मत; लेकिन दुनिया सेहरगिज़ मत माँगना; क्योंकि दे तो एहसान और न देतो शर्मिंदगी।
ReplyDeleteकभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और'नकामी'को दिल मेंजगह नहीं देनी चाहिए। क्योंकि, कामयाबी दिमाग मेंघमंडऔर नकामी दिलमें मायूसी पैदा करती ह
ReplyDelete। याचिका के निस्तारित होते ही परिषदीय विद्यालयोंमेंसहायक अध्यापकों की नियुक्तिकर दी जायेगी। सरकार अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए कर रही प्रयास : चौधरी सरकार ने माना छात्रोंके अनुपात मेंशिक्षक कम लखनऊ (एसएनबी)। सरकार ने विधानसभामेंमंगलवार को स्वीकारा कि प्रदेश केप्राथमिक विद्यालयों में छात्रोंकी संख्या के अनुपात मेंअध्यापक कम हैं। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी नेप्रश्न प्रहर में भारतीय जनता पार्टी केसुरेश राणा और बहुजन समाज पार्टी केनीरज मौर्य द्वारा पूछे गये सवाल केजवाब में कहा कि यह सही है कि छात्रों के अनुपात मेंअध्यापक कमहैंलेकिन भर्तियोंके माध्यमसे सरकार अध्यापकों की कमी को दूर करनेके लिए प्रयास कर रही है। चौधरीने कहा कि कुलएक लाख दस हजार तीन सौ छिहत्तर प्राथमिक विद्यालयोंमेंसे 4583 में और 46503 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में से1484 मेंएक भी नियमित अध्यापक नहीं है लेकिन आसपास केविद्यालयोंसे इन विद्यालयों मेंसहायक अध्यापकों कीवैकल्पिक व्यवस्था कर अध्यापन कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने कहा किशिक्षा के अधिकार अधिनियम केमानक केअनुसार 30 छात्रोंपर एक अध्यापक होना चाहिए। सरकार अध्यापकों की भर्ती के लिए प्रयासरत है। हजारों अध्यापकों की भर्ती की गयी हैऔर भर्ती प्रक्रिया चल भी रही है। उन्होंने बतायाकि अध्यापकों की भर्ती केही मामले मेंउच्चतम न्यायालय में विशेष अनुज्ञा याचिका दाखिल की गयी है। यह याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालयके गत 20 नवम्बर केआदेश के खिलाफ है। याचिका के निस्तारित होते ही परिषदीय विद्यालयोंमेंसहायक अध्यापकों की नियुक्तिकर दी जायेगी। सरकार अध्यापकों की कमी को दूर करने के लिए कर रही प्रयास : चौधरी
ReplyDeleteअनुदानित महाविालयों में प्रवक्ताओं के2170 पदोंपर होगी भर्ती उच्चतर शिक्षा सेवा आयोगगठित, डॉ. तजीन अध्यक्ष नियुक्त विधान परिषद घोषणा पत्र पर विपक्ष नेसरकार को घेरा लखनऊ। श्ाून्यप्रहर के बाद राज्यपाल केअभिभाषण पर संशोधन प्रस्तुतकरते हुए नेता विरोधी दल नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता दिए जानेकी बात सपा ने अपने घोषणा पत्र मेंकी थीलेकिन अभी भी बेरोजगार लोग कार्यालयोंमें भत्ते के लिए भटक रहे हैं। श्री सिद्दीकीने आरोप लगाया कि कृषि के क्षेत्र में बीज, खाद और उर्वरक घोटाला हो रहा है। उर्वरक नेपाल जा रहा है सभी को मालूम है। सड़केंटूट रही हैं। अवैध खनन होरहा है। शिक्षा की हालत खस्ता है। मैंअपने दलके साथ इस दस्तावेज काविरोध करता हूं। राज्यपाल के अभिभाषण पर संशोधन प्रस्तुत करते हुए शिक्षक दल केसुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहा किराज्यपाल के अभिभाषण पर उन्हे बोलने का मौका मिला। अभिभाषण में माध्यमिक शिक्षा केसंबंध मेंसरकार का उसकी बेहतरी के लिए कोई आश्वासन नहीं है। इलाहाबाद केसैदाबाद की अध्यापिकाओं कोआठ महीने सेवेतन नहीं मिला। मुलायम सिंह यादव ने शिक्षकों की बेहतरीके लिए बहुत कुछ किया पर उनके पुत्र और मुख्यमंत्नी ने शिक्षकों के लिए कोई आश्वासन हीनहीं दिया। उन्होंनेवित्तविहीन विालयों को सवित्त बनानेऔर उनमें कार्यरत शिक्षकों पूर्वकालिक एवं प्रचलित छठा वेतनमान देने व्यवसायिक और कम्प्यूटर शिक्षकोंको शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्य संवर्ग में सम्मिलित करने केलिए शिक्षको के विनियमितीकरण केसंबंध में आश्वासन देने की मांगकी। वित्तविहीन विालयोंमेंअध्यापकोंको 500 से1000 रुपए मात्र दिया जा रहा है। कानून-व्यवस्था मेंसुधार के लिए अभिभाषण में कहीं भी चर्चा नहींहै। बाहुबली लोगों कोसता रहे हैं। बिगड़ती कानून-व्यवस्था में जनजीवन को सुरक्षाप्रदान करने की कोई व्यवस्था नही है। उन्होंने अभिभाषण का विरोध किया। इसके बाद सदन की बैठक स्थगित हो गई।लखनऊ (डीएनएन)। प्रदेश मेंअनुदानित महाविालयों मेंकेवल प्रवक्ता के2170 पदों पर जल्द ही नियुक्ति होगीऔर इसकेलिए विज्ञापन जारी किया गया है।
ReplyDeleteहर विकासखंड में खुलेगा परिषदीय मॉडल स्कूल • शैलेंद्र श्रीवास्तव लखनऊ।परिषदीय स्कूलों में भी अब प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर शिक्षण व्यवस्था होगी। कक्षा 1 से 8 तक कीशिक्षा एक ही कैंपस में दी जाएगी। इन स्कूलों में सबसे योग्य शिक्षक रखे जाएंगे। इन शिक्षकों को जिले में मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इसके लिए हर ब्लॉक (विकासखंड) में एक मॉडल स्कूल तैयार कियाजाएगा।इसकी सफलता के बाद ग्राम स्तर पर एक मॉडल स्कूल खोला जाएगा।बेसिक शिक्षा विभाग प्रारूप तैयार कर रहा है। नए शिक्षण सत्र जुलाई से यह व्यवस्था लागू करने कीतैयारी है। इन स्कूलों का संचालन खंड शिक्षाधिकारियों कीसीधी देखरेख में होगा। बेसिक शिक्षा परिषद कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहा है। इसके लिए 300 की आबादी पर एक प्राइमरीस्कूल और 800 कीआबादी पर एक उच्च प्राइमरी स्कूल खोले गएहैं।आबादीके आधार पर स्कूल भले ही खोल दिएगए हैं, लेकिन परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का स्तर बहुत अच्छा नहीं है। इसलिए इन स्कूलों में पढ़ाई का बेहतर माहौल बनाने के लिएनए प्रयोग कीतैयारी है। बेसिक शिक्षा विभाग चाहता है कि प्रत्येक ब्लॉक में एक ऐसा स्कूल चुना जाए जिसमें प्राइमरी और उच्च प्राइमरी वर्ग एक ही कैंपस में हो। ऐसे स्कूलों को चयनित करने के बाद उसमें बेहतर सुविधाएं दी जाएंगी। मसलन, बिजली, पानी के साथ कंप्यूटर कीव्यवस्था भी की जाएगी। इन स्कूलों में ब्लॉक के सबसे अच्छे शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।इसमें एक ही हेड मास्टर होगाजो प्राइमरी और उच्च प्राइमरी दोनों का प्रभारी होगा। अभी दोनों स्कूलों के अलग-अलग हेड मास्टर होते हैं। शिक्षक प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को शिक्षित करेंगे।इन बच्चों का समय-समय पर टेस्ट लिया जाएगा ताकि यह मूल्यांकन हो सके कि पढ़ाई से वे कितने प्रभावित हो रहे हैं। सालभर में कक्षा में अव्वल आने वाले कुछ बच्चों को सम्मानित भी किया जाएगा। ब्लाक स्तर पर यह प्रयोग सफल होने पर प्रत्येक गांव में ऐसे स्कूलों का चयन किया जाएगा। एसएमसी रखेगी शिक्षकों पर नजर शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत प्रत्येक स्कूलों में बनाई गई स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (एसएमसी) को और सक्रिय किया जाएगा।एसएमसी यह देखेगी कि स्कूल में बच्चों को कैसी शिक्षा दी जा रही है। शिक्षक कब स्कूल आते हैं, कब नहीं। शिक्षकों को छुट्टीलेने से पहले एसएमसी से अनुमति लेनी होगी। कमेटी यह व्यवस्था करेगी कि एक समय पर सभी शिक्षक स्कूल से गायब न हों। इसके अलावा एसएमसी को प्रत्येक माह पैरेंट टीचर मीटिंग करनी होगी। इसमें स्कूल आने वाले बच्चों की पढ़ाई के साथ खामियों पर चर्चा की जाएगी।
ReplyDeleteसरकार ने माना, मानक केअनुपातमें शिक्षक नहीं . सरकार भर्ती केलिए प्रयासरत, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार होगी भर्ती : राम गोविंद •अमर उजाला ब्यूरो लखनऊ। सरकार नेमंगलवार को विधानसभा मेंस्वीकार किया कि प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयोंमें छात्रों की संख्या के अनुपात में अध्यापक नहीं हैं। शिक्षकों की कमी को देखते हुए सरकार जल्द से जल्द भर्तीकरना चाहती है। शिक्षक भर्ती मामलेमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के20 नवंबर 2013 के निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की गईहै। इसकेनिस्तारण के बाद परिषदीय विद्यालयों मेंसहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती शुरू की जाएगी। भाजपा के सुरेश राणा वडॉ. अरुण कुमार तथा बसपा के नीरज मौर्य के सवाल केजवाब में बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद चौधरी नेकहा, यह सही है कि छात्र संख्याके अनुपात में अध्यापक नहीं हैं लेकिन सरकार लगातार भर्तियां करके अध्यापकों की कमी को दूर करनेका प्रयास कर रही है। चौधरी नेबताया कि कुल 1,10,376 प्राथमिक विद्यालयोंमें से4583 और 46,503 उच्च प्राथमिक विद्यालयोंमें से1484 में एक भी नियमित अध्यापक नहींहैं। आसपास केविद्यालयों सेइन विद्यालयोंमें सहायक अध्यापकोंकी वैकल्पिक व्यवस्था कर शिक्षण कार्य कराया जारहा है। इन स्कूलोंमें शिक्षा मित्रों की भीनियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम केमानक केअनुसार 30 छात्रोंपर एक शिक्षक होना चाहिए। सरकार शिक्षकोंकी भर्ती के लिए प्रयासरतहै। हजारोंअध्यापकोंकी भर्ती की गई है और प्रक्रिया चलभी रही है। अनुपूरक सवालों केजवाब में उन्होंने2011 में टीईटी की परीक्षा में हुई धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अगर हाईकोर्ट के20 नवंबर के फैसले को मानतीहै तोअभी तक जिन 20-25 हजार शिक्षकों की भर्ती की गईहै उन्हेंनिकालना पड़ेगा। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की गईहै। याचिका के निस्तारितहोते ही परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएगी।
ReplyDeleteLo ab BTC BHRTEE VAALON KO JOB SE HAATH DHONA PAD SAKTA HAI
ReplyDeleteसरकार अगर हाईकोर्ट के20 नवंबर के फैसले को मानतीहै तोअभी तक जिन 20-25 हजार शिक्षकों की भर्ती की गईहै उन्हेंनिकालना पड़ेगा। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की गईहै। याचिका के निस्तारितहोते ही परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति कर दी जाएग
एक लडका और एक लडकी इंटरव्यूदेनेगये...
ReplyDeleteलडकेको रिजेक्ट कर दिया और लडकी कोनौकरी मिल गयी...
लडकेको रिजेक्ट करनेऔर लडकी को नौकरी देने का कारण एक ही था... . . . . . दोनो की कमीज मेँ ऊपर के दो बटन खुले थे...॥
लडका सडकछाप लोफड कहलाया..
और लडकी इस जमानेकी आधुनिक और समझदार कहलायी..॥
it's real and takes place in routine life.
Deleteशिक्षा मित्रों का मामला जाएगा केंद्रीय निर्वाचन आयोग
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। शिक्षा मित्रों के शिक्षक पद पर समायोजन का मामला केंद्रीय निर्वाचन आयोगतक जाएगा। निर्वाचन कार्यालय सूत्रों की मानें तो अंतिम निर्णय लेने का अधिकार भारत निर्वाचन आयोग को ही है। उधर, बेसिक शिक्षा विभाग ने मंगलवार कोशिक्षा मित्रों को शिक्षक बनानेके लिए संशोधित की गई उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली को मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय भेज दिया।
राज्य सरकार शिक्षा मित्रों को बिना टीईटी के ही शिक्षक पद पर समायोजित करना चाहती है। इसकानिर्णय कैबिनेट की बैठक में हो चुका है। कैबिनेट निर्णय केआधार पर अध्यापक सेवा नियमावली को संशोधित भी किया जा चुका है। इसेजारी करनेमें शिक्षक व स्नातक निर्वाचन के लिए लागू आचार संहिता आड़े आ रही है।
किसी जंगल मेएक गर्भवती हिरणी थी जिसका प्रसव होने को ही था . उसनेएक तेज धार वालीनदी के किनारे घनी झाड़ियों और घांस के पास एक जगह देखी जो उसेप्रसव हेतुसुरक्षित स्थान लगा. अचानक उसेप्रसव पीड़ा शुरू होने लगी, लगभगउसी समय आसमान मेकाले काले बादल छा गए और घनघोर बिजली कड़कनेलगी जिससे जंगल मे आग भड़क उठी . वो घबरा गयी उसने अपनी दायीं और देखा लेकिन येक्या वहां एक बहेलिया उसकी और तीर का निशाना लगाये हुए था, उसकी बाईं और भी एक शेर उस पर घात लगाये हुए उसकी और बढ़ रहा था अब वो हिरणीक्या करे ?, वो तोप्रसवपीड़ा से गुजर रही है , अब क्या होगा?, क्या वो सुरक्षित रह सकेगी?, क्या वो अपनेबच्चे को जन्म दे सकेगी ?, क्या वो नवजात सुरक्षितरहेगा?, या सबकुछ जंगल की आग मेजल जायेगा?, अगर इनसेबच भी गयी तो क्या वो बहेलिये के तीर से बच पायेगी ? या क्या वो उस खूंखार शेर के पंजों की मार से दर्दनाक मौत मारी जाएगी? जो उसकीऔर बढ़ रहा है, उसके एक और जंगल की आग, दूसरी और तेज धार वाली बहती नदी, और सामने उत्पन्न सभी संकट, अबवो क्या करे? लेकिन फिर उसने अपना ध्यान अपने नव आगंतुक को जन्मदेनेकी और केन्द्रित कर दिया. फिर जो हुआ वो आश्चर्यजनक था . कडकडाती बिजली की चमक से शिकारी कीआँखोंके सामने अँधेरा छा गया, और उसके हाथो सेतीर चल गया और सीधेभूखे शेर को जा लगा . बादलो से तेज वर्षा होने लगी और जंगल की आग धीरेधीरेबुझ गयी. इसी बीच हिरणी नेएक स्वस्थ शावक को जन्मदिया . ऐसा हमारी जिन्दगी मे भी होता है, जबहम चारो और से समस्याओं सेघिर जाते है, नकारात्मक विचार हमारेदिमाग को जकड लेतेहै, कोई संभावना दिखाई नहीं देती , हमें कोईएक उपाय करना होता है., उस समय कुछ विचार बहुतही नकारात्मक होते है, जो हमें चिंता ग्रस्त कर कुछ सोचने समझनेलायक नहीं छोड़ते. ऐसे मेहमेंउस हिरणी से ये शिक्षा मिलती हैकी हमें अपनी प्राथमिकता की और देखना चाहिए, जिस प्रकार हिरणी ने सभी नकारात्मक परिस्तिथियाँउत्पन्न होनेपर भीअपनी प्राथमिकता "प्रसव "पर ध्यान केन्द्रित किया, जो उसकीपहली प्राथमिकता थी. बाकी तो मौत या जिन्दगी कुछ भी उसके हाथ मे थाही नहीं, और उसकी कोई भीक्रिया याप्रतिक्रिया उसकी और गर्भस्थ बच्चे की जान ले सकती थी उसी प्रकार हमें भीअपनी प्राथमिकता की और ही ध्यान देना चाहिए . हम अपनेआप सेसवाल करें, हमारा उद्देश्य क्या है, हमारा फोकस क्या है ?, हमारा विश्वास, हमारी आशाकहाँ है, ऐसे ही मझधार मे फंसनेपर हमेंअपने इश्वर को याद करना चाहिए , उस पर विश्वास करना चाहिए जो की हमारे ह्रदय मे ही बसा हुआ है . जो हमारा सच्चा रखवाला और साथी ह
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट ने उम्र विवाद पर अभ्यर्थीकी ओर से दायर याचिका की खारिज
ReplyDeleteयूपीपीएससी की लोअर सबऑर्डिनेट परीक्षा को हरी झंडी
•नईदिल्ली। यूपीपीएससी लोअर सबऑर्डिनेट परीक्षा में उम्र निर्धारण विवाद पर दायर याचिका को खारिज कर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार को बड़ी राहत दी है। शीर्षस्थ अदालतने अभ्यर्थी की पेशकश को राज्यपाल की ओर से अस्वीकार किए जाने कीराज्य सरकार की दलील को स्वीकार करते हुए याचिका को खारिज करनेका निर्णय लिया। साथ हीपरीक्षा केआयोजन को अनुमति देतेहुए रोक हटा ली।
यूपीसरकार ने सर्वोच्च अदालत से कहा कितय उम्रसीमा में छूट के मसलेपर दायर याचिका केआधार सच से परे और झूठे हैं। क्योंकि इस परीक्षा के आयोजन से पहले ही राज्यपाल की ओर सेसभी सरकारी नौकरियों में आवेदन केलिए निर्धारित आयु मेंपांच सालकी छूट प्रदान की गई थी। सरकार नेइस संबंध मेंजून, 2012 मेंअधिसूचनाभीजारी की थी और अधिसूचना में स्पष्ट किया था कि अभ्यर्थियों की उम्र सीमा को 35 से बढ़ाकर 40 कर दियागया है। साथ ही कहा कि अभ्यर्थी सुनील कुमार रेकी ओर से राज्यपाल के समक्षकी गईपेशकश को अस्वीकार कर दिया गया है। जस्टिस अनिल आर दवेकी अध्यक्षता वाली पीठ के समक्षयूपी सरकार की ओर सेपेश हुए एमआर शमशाद और अहमद एस अजहर ने राज्यपाल के निर्णय के बारे में सूचित किया। दरअसल, याचिका दायर करने वाले अभ्यर्थी ने राज्यपाल के समक्ष परीक्षा केलिए उम्रसीमा बढ़ाने की पेशकश की थी। जिसे राज्यपाल ने अस्वीकार कर दियाथा।
सर्वोच्च अदालत ने17 जनवरी को इसी अभ्यर्थी की याचिका पर 19 जनवरी को यूपीपीएससी की ओर से आयोजित लोअर सबऑर्डिनेट परीक्षा पर रोक लगाने का आदेश दिया था। सरकार और यूपीपीएससीने जवाब मेंकहा कि वर्ष 2000 में यूपीपीएससी नियम1972 में आठवां संशोधन कर उम्रसीमा को 32 सेबढ़ाकर 35 किया गयाथा। इसके बाद 2009 से2012 केबीच इस परीक्षा का आयोजन न कराया जाना कानूनी समीक्षा केदायरेमेंहै। जबकि2013 में इस परीक्षा को कराने केलिए जारी किए गए विज्ञापन सेपहलेही जून, 2012 मेंउम्रसीमा को 35 से बढ़ाकर 40 कर दिया गया। राज्य सरकार के मुताबिक पांच सालकी छूट 2009 से 2012 तक परीक्षान कराए जानेसमेत अन्य पहलुओं को ध्यान में रखकर ही की गई। लेकिन याचिकाकर्ता की उम्र 40 पार हो चुकी है। ऐसे मेंवह इस परीक्षामें शामिल होने की योग्यता खो चुका है। उसकी ओर से अदालत कोगलतजानकारी दी जा रही है।
विवाद का घटनाक्रम
इलाहाबाद हाईकोर्ट की डबल बेंच ने पिछले साल4 दिसंबर को सिंगलबेंच केआदेश केअनुपालन व उसेलागूकरने पर रोक लगा दी। सिंगल बेंच नेयूपीपीसीएस को निर्देश दिया था कि राज्यपाल के पास उम्र की तय सीमा सेछूट देनेका अधिकार है। ऐसेमें आयोग परीक्षा और नियुक्ति प्रक्रिया कोआगे बढ़ा दे या उम्र की तय सीमा पार कर चुकेअभ्यर्थियोंको तब तक केलिए अनुमति प्रदान कर दे। जबतक कि राज्यपाल की ओर सेनिर्णय नहीं लियाजाता। इसकेलिए सिंगल बेंच ने दो माह का समय निर्धारितकर दिया। इसकेखिलाफ आयोग ने डबल बेंच में याचिका दायर की और अंतरिम आदेश पर डबल बेंच ने रोक लगा दी थी। लेकिन, अब याचिका खारिज होने के बाद राज्य सरकार इस परीक्षा का आयोजन अपने मुताबिक करा सकती है।
टीईटी की आंसर शीट कल होगीडाउनलोड
ReplyDeleteइलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी-2014) की आंसर शीट 27 फरवरी को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी एलनगंज, इलाहाबाद वेबसाइट पर डाउनलोड करवा देंगी। अभ्यर्थी वेबसाइट से अपनी कार्बन कापी के उत्तर का मिलान करेंगे। अगर कोई प्रश्न या उसका उत्तर सचिव परीक्षानियामक प्राधिकारी कार्यालयकी ओर से गलत हो, तो उसके बारेमें सचिवकार्यालय को मेल या फैक्स सेजानकारी दे सकते हैं। उसमेंसंशोधन केबाद रिजल्ट घोषित होगा। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव नेबताया कि एक हफ्ते तक अभ्यर्थियों से उनके उत्तर लिये जायेंगे और उसकेबाद टीईटी का रिजल्ट तैयार होगा। रिजल्ट 20 मार्च तक घोषित होने की संभावना है। उल्लेखनीय हैकि टीईटी-2014 में इस बार साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें सेदर्जनभर अभ्यर्थी कार्बन कापी और बुकलेट लेकर भाग गये थे जबकि आठ केस्थान पर दूसरे अभ्यर्थी बैठकर परीक्षा देते हुए पकड़े गये।
अभ्यर्थी अपनी कार्बन कापी से उत्तर का कर सकेंगे मिलान उत्तर मेंगड़बड़ी पर दें जानकारी, होगा संशोधन : सचिव
दोहरी नीति अपना रही प्रदेश सरकार Tue, 25 Feb 2014 07:35 PM (IST) दोहरी नीति अपना रही प्रदेश सरकार
ReplyDeleteजौनपुर : बीटीसी प्रशिक्षुओं की बैठक मंगलवार को जिला शिक्षण प्रशिक्षण परिसर मेंहुई। इस मौकेपर वक्ताओंने कहाकि प्रदेश सरकार उच्च न्यायालय के फैसले को दरकिनार कर पात्रता के लिए दोहरी नीति अपना रही है। निर्णय लिया कि यदि नियम में बदलावनहींकिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में प्रशिक्षुओं ने14 फरवरीके फैसले का विरोध किया। कहा कि उच्च न्यायालय केफैसले की अनदेखी कर शिक्षामित्रोंके समायोजन का निर्णय लिया गयाहै। चेतावनी दियाकि यदि फैसले मेंबदलाव नहीं किया गया तो लगभग 1350 बीटीसी प्रशिक्षुलामबंद होकर धरना-प्रदर्शन के साथ उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।
बैठक को नवीन सिंह, विजय कुमार, अमित कुमार दुबे, विकास कुमार, लालचंद्र चौरसिया, आशीष कन्नौजिया, नीलेश सिंह, अभिषेक कुमार सिंह, कृष्ण कुमार यादव, गौरवसिंह, अखिलेश, दिग्विजय यादव आदि नेसंबोधित किया।
-माध्यमिक स्कूलोंमेंशिक्षक बनने पर पीजी अधिभार होगा खत्म
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। माध्यमिक स्कूलोंमें एलटी अध्यापक बनने केलिए पीजी करने वाले अभ्यर्थियों को अंकों में मिलनेवाली छूट को सरकार खत्म करेगी। इसके लिए बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादवकी अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट की बैठक मेंसहायक अध्यापक भर्ती नियमावली में संशोधन के प्रस्तावको मंजूरी दिए जाने की उम्मीद है। इसके अलावा राज्य में नयी शीरा नीति को भी मंजूरी दिए जानेकी उम्मीद है। बैठक में नयी शीरा नीति लाकर सरकार चीनी मिल मालिकों कोचीनी लेवी के साथ ही शीरा बिक्री के मौजूदा प्रावधानों मेंबदलाव करना चाहती है। यूपी में 4जी की सुविधा देने के मद्देनजर निजी क्षेत्र की कम्पनियोंको आपटिकल फाइबर केबिल बिछाने को नगर विकास विभाग अवस्थापनासुविधाएं मुहैया कराएगा। इससे सम्बंधितप्रस्ताव भी कैबिनेट की बैठक में रखा जा सकता है। रामपुर मेंसीवर लाइन बिछाने, सरकारी कर्मचारियों की चिकित्सा प्रतिपूर्ति नियमावली के सरलीकरण और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में रिक्शाचालकोंऔर मनरेगा मजदूरों को भी शामिल करने सम्बंधी प्रस्तावको भी कैबिनेट में मंजूर दिए जाने की उम्मीद है। प्रदेश की नयी शीरा नीति को भी मिल सकती है मंजूरी
Good morning sabhi tet bhaiyo ko abhi Kya chal raha hai 3 March ki tyari ka please Kuch to bataye I am waiting for this regarding.
ReplyDeleteCONG KE 4 KUTTE......
ReplyDelete1-MANISH TIWARI.
2-DIGGI.
3-BENI PRASAD.
4-SALMAN KHURSHID...
..
..INSE KUTTO ME BHI DARR HAI ..
KAHI KAAT NA LE..
CONG KE 4 KUTTE......
ReplyDelete1-MANISH TIWARI.
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umasankar ki ap ne tet merit ka jo 75 jile ki list post ki hai uska sorce kya hai? ye bhi batayen ki kitne guna logon ko milakar ye cut off bani hai 1 guna ya 5 guna.
ReplyDeleteumasankar ji ap ne tet merit ka jo 75 jile ki list post ki hai uska sorce kya hai? ye bhi batayen ki kitne guna logon ko milakar ye cut off bani hai 1 guna ya 5 guna.
ReplyDeleteumasankar ji ap ne tet merit ka jo 75 jile ki list post ki hai uska sorce kya hai? ye bhi batayen ki kitne guna logon ko milakar ye cut off bani hai 1 guna ya 5 guna.
ReplyDeleteUMASHANKER G YA KOI BHI JO JANTA HO------------
ReplyDelete1-JIN LOGO KO NOTICE JARI KIYA GAYA HAI UN LOGON KO JABAB DAKHIL KARNA JAROORI HAI KYA?
2-AGAR JABAB DAKHIL NAHI KARTE TO KYA UNKE CANDIDATURE PAR FARK PAD SAKTA HAI?
3-PL ANSWER.
प्रधानाचार्य भर्ती परिणामघोषित करने पर लगी रोक बढ़ी Wed, 26 Feb 2014 07:42 PM (IST)
ReplyDeleteइलाहाबाद : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड द्वारा 591 प्रधानाचार्यो की भर्ती केपरिणाम घोषित करने पर लगी रोक बढ़ा दी है। न्यायालय नेइस मामले में सुनवाईके लिए अब11 मार्च की तिथि तय की है।
ज्ञातव्य है कि प्रधानाचार्य भर्ती केअभ्यर्थियोंने चयन प्रक्रिया और चयन समिति दोनो पर सवाल उठाए थे। उच्च न्यायालयमेंइस मामले मेंकरीब एक दर्जन याचिकाएं दायर हो चुकी थीं। डॉ. दिलीप अवस्थी द्वारा दायर याचिका केसाथ सभी को जोड़ते हुए उच्च न्यायालय ने भर्ती के परिणामोंको घोषित करने पर रोक लगा दी थी तथा चयन बोर्ड केसचिव से हलफनामा देने को कहा था। इस मामले में26 फरवरी को सुनवाईनिर्धारित थी। बुधवार को न्यायालय में माशिसे चयन बोर्ड की ओर से पेश अधिवक्ता नेहलफनामा दाखिलकरनेके लिए थोड़ा और समय देनेका अनुरोध किया। साथ ही अब तक हुए साक्षात्कार केपरिणाम जारी करने की अनुमति भी मांगी। न्यायालयने हलफनामा दाखिल करने केलिए एक सप्ताह का समय देते हुए अगली सुनवाई11 मार्च को निर्धारित कर दी। साथ ही चयन परिणाम घोषितकरनेपर लगी रोक अगली सुनवाईतक केलिए बढ़ा दी गई
UP TET 2014 RESULT 27 MARCH KO..टीईटीका रिजल्ट 27 मार्च को इलाहाबाद (एसएनबी)। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी-2014) का रिजल्ट 27 मार्च कोघोषित किया जाएगा। इसकी तैयारियां सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालयमें तेजी से शुरूहोगयी है। सचिव श्रीमती नीना श्रीवास्तव ने बुधवार को बताया कि प्रदेश के सभी परीक्षा केन्द्रोंसे टीईटी परीक्षा की ओएमआर शीट आगयी है। उन्होंनेबताया कि इस बार आंसर शीट वेबसाइट पर डाउनलोड करनेसे पहले उसकी जांच दो बार शिक्षाविदें सेकरायी जा रही है। उसके बाद उस आंसर शीट को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की वेबसाइट पर डाली जायेगी। अभ्यर्थी आंसर शीट सेअपनी कार्बन कापी का उत्तर मिला सकते हैं। सचिवपरीक्षा नियामक प्राधिकारी कीवेबसाइट पर शीघ्र डाउनलोड होगी आंसर शीट
ReplyDeleteराजकीय इंटर कॉलेजोंमें 6645 शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ
ReplyDeleteअब 40 वर्ष वाले भी बनेंगे शिक्षक
•अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। राजकीय इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अब 40 वर्ष वाले भी पात्र होंगे। सीधी भर्ती मेंपरास्नातक के अंकों को वेटेज देने की व्यवस्था भी समाप्तकर दी गईहै। चयन केलिए प्रतीक्षासूची नहीं बनाई जाएगी और चयन के बाद शिक्षकोंको एक साल के प्रोबेशन पर रहना होगा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादवकी अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा नियमावली 1983 में संशोधन को मंजूरी दे दी गई। इसके बाद राजकीय इंटर कॉलेजोंमें 6645 शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गयाहै। शिक्षक भर्ती केलिए अलग से निर्णय किया जाएगा।
प्रदेश के राजकीय इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए वर्ष 1983 में नियमावली बनाई गईथी। मौजूदा समय के अनुसार इसमेंकई विसंगतियां थीं। कार्मिक विभाग नेअन्य विभागों में भर्ती की आयुसीमा 40 वर्ष कर दी थी, लेकिन राजकीय इंटर कॉलेजोंमें शिक्षकोंकी भर्ती कीआयु 32 वर्ष ही थी। संशोधित नियमावली में शिक्षक भर्ती आयुसीमा 40 वर्ष कर दी गई है।
शिक्षक भर्ती के लिए स्नातक वबीएड वालों कोतो पात्र माना गया था, लेकिन परास्नातक के प्रथम श्रेणी पर 15 अंक, द्वितीय श्रेणी पर 10 और तृतीय श्रेणी पर पांच अंक का अतिरिक्तवेटेज देनेकी व्यवस्था थी। अच्छेअंक के बाद भी स्नातक वाले शिक्षक बननेसे वंचित हो जातेथे। इसलिए परास्नातक के अंकों को वेटेज देने की व्यवस्था समाप्त कर दी गईहै। सहायता प्राप्त स्कूलों मेंयह व्यवस्था पहलेसे ही लागू है। शिक्षक भर्ती में धांधली रोकनेके लिए चयन केलिए प्रतीक्षा सूची बनाने की व्यवस्थासमाप्त कर दी गईहै।
अब 40 की उम्र तक बन सकेंगे मास्टर साहब टीचर बननेके लिए उम्र बढ़ी, हर किसी का हेल्थ इंश्योरेंस सरकार रखेगीसेतका ध्या
ReplyDeleteवेटेज के विवाद मेंरुकी थीं भर्तियां: प्रदेश के सरकारी स्कूलों मेंभर्तियां2012 सेरुकी हुई थीं। दरअसल, 2012 में1425 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। उसकेखिलाफकुछ अभ्यर्थी कोर्ट गए थे। उनका तर्क था कि एलटी ग्रेड भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता स्नातक है। इनमेंपरास्नातकों को 15 नंबर का वेटेज दिया जाता था। कोर्ट नेइस पर नई नियमावली बनाने को कहा था। इसी कारण नियमावली बदली गईहै। के करीबशिक्षकों के पद खाली हैं पुरानेस्कूलों में शिक्षक चाहिए 1247 नए हाई स्कूलोंमें 8000 8769•वायु सेवा संचालन नीति को तीन सालके लिए किया मंजूर •हर विकास प्राधिकरण मेंबनेगा आईटी पार्क •सरकारी स्कूलोंकी लड़कियों कोमिलेंगे फ्री सैनेट्री नैपकिन •जौनपुर मेंमेडिकलकॉलेज बनेगा राजकीय विद्यालयों मेंसहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड शिक्षक) भर्ती की उम्र अब 40 साल होगी। इसके लिए अभी 32 सालउम्र तक केअभ्यर्थी हीआवेदन कर सकते थे। राजकीय माध्यमिक अध्यापक नियमावली मेंयह बदलावकर दियागया है। इसे बुधवार को कैबिनेट नेमंजूरी दे दी। कैबिनेट ने अध्यापकों की भर्ती केलिए पीजी का वेटेज भी खत्म करनेका निर्णय लिया है। नियामावली में इन संशोधनोंके साथ ही प्रदेश मेंखाली पड़े करीब 17 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गयाहै। इनमें से6600 शिक्षकों की भर्तियां सरकार पहले चरण मेंकरनेकी तैयारी में है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत पांच सालमें खोले गए सरकारीहाई स्कूलोंमें पुरानेसरकारी इंटर कॉलेजों से दो-दो शिक्षक अटैच करकेकाम चलाया जा रहा है। अब राज्य कर्मचारी भी छुट्टी मनाने केलिए हवाईयात्रा कर सकेंगे। सरकार ने कर्मचारियों को उनके अधिकृत रेल श्रेणी के किराए केबराबर हवाई यात्रा को मंजूरी दे दी है। अभीतक उन्हें अवकाश यात्रा (एलटीए) सुविधा के लिए हवाई और जलमार्ग से यात्रा की अनुमति नहीं थी। इससे 1.20 लाख लोगोंको फायदा मिलेगा। लखनऊ : सपा सरकार जनता की सेहत का ध्यान रखेगी। अब आमआदमी को भी स्वास्थ्य बीमा योजना का फायदा मिल सकेगा। इसकेलिए बीमा योजना का फायदा पानेवाले को कार्ड के खर्च और वार्षिक प्रीमियम का भुगतान खुद करना होगा। राज्य मंत्रिमंडल नेबुधवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजनाका विस्तार करते हुए आम आदमी को स्वास्थ्य बीमा देनेके साथ शहरीक्षेत्र मेंरहने वाले बीपीएल और अंत्योदय राशन कार्डधारकों, मनरेगा मजदूरों, रिक्शा चालकों, सफाईकर्मियों को भी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ दिया जाएगा। उनके कार्डऔर प्रीमियम काखर्च सरकार देगी। अभी तक येसभी स्वास्थ्यबीमा सेवंचित थे। केवल सरकार की बीपीएल सूचीमें दर्ज 1.8 करोड़ लोगों को ही स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल पाता था। —
चयन बोर्ड पर तालाबंदी
ReplyDeleteपरिणाम घोषित न होने पर अभ्यर्थियोंमें आक्रोश
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : वर्षो पहले हुई परीक्षा का परिणाम घोषित न होने से नाराज अभ्यर्थियों ने माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड कार्यालय केतीनोंगेट पर ताला लगा दिया। उन्होंने गेट पर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान अध्यक्षसहितसारे अधिकारीअंदर ही थे। कर्मचारियों ने ताला खोलनेकी गुजारिश की, जिसे प्रदर्शनकारियोंने नहीं मानी। फिर शाम छह बजेके बाद ताला तोड़कर सभी बाहर आए।
चयन बोर्ड द्वारा 2009 में कराईगई टीजीटी, पीजीटी सामाजिक विज्ञान का परीक्षा परिणाम अधर में लटका है। इसको लेकर अभ्यर्थी कईबार चयन बोर्ड केअधिकारियों से मिलकर उनसे परिणाम घोषित करने की गुजारिश की, परंतु इसे किसी ने गंभीरता से नहींलिया। इससे नाराज सैकड़ों अभ्यर्थी बुधवार की शाम पांच बजे चयन बोर्ड कार्यालय पहुंचे।
बोर्ड प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्होंनेतीनोंगेट पर ताला लगा दिया। ताला एक घंटेतक बंद रहा। फिर उसे तोड़कर सभी बाहर निकले। चयन बोर्ड के आशाराम का कहना है कि परिणाम कोलेकर कुछ अभ्यर्थी कोर्ट गए हैं। इसके कारण उसे जारी नहींकिया गया। हम अपना कामकोर्ट के आदेशानुसार करेंगे।
अनुदेशकोंको मिले ग्रेड पे
ReplyDeleteप्रतापगढ ़(ब्यूरो)। उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर संघ केजिलाध्यक्षतेजस्वी शुक्ल नेसचिव वित्त अजयअग्रवालको लिखे पत्र में मांग कीहैकि उच्च प्राथमिक विद्यालयोंमें तैनात अनुदेशकों को वेतन समिति 2008 द्वारा रिजवी ग्रेड पे और वेतनमान दिया जाए। जिलाध्यक्षने कहा कि उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 171335 शिक्षक होने चाहिए लेकिन 66643 शिक्षकाेंकी कमी है। एनसीटीई नेसभी ट्रेडों के अनुदेशकोंको टीईटी सेछूट दी है। इसलिए समायोजन मेें कोईसमस्या नहींहोनी चाहिए।
पूर्व शिक्षामंत्री केखिलाफ लोकायुक्त की रिपोर्ट तलब
ReplyDeleteबेसिक शिक्षा विभाग में करोड़ोंरुपये केघोटालेका आरोप
•अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। बेसिक शिक्षा विभागमें करोड़ों रुपये केघोटालेके आरोप पर हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार से पूरे मामले की जानकारी मांगी है। घोटाले मेंपूर्वशिक्षा मंत्री धर्मपालसैनी केसंलिप्त होने का आरोप लगायागया है। कहा गया है कि मामले कीजांच लोकायुक्त नेकी है और अपनी रिपोर्ट भी दे चुके हैं, इसके बावजूद सरकार कोईकार्रवाईनहीं कर रहीहै। हाईकोर्ट में जनहितयाचिकादाखिल कर मामलेकी जांच सीबीआईसे कराने की मांगकी गई है। याचिका पर मुख्य न्यायाधीश डॉ. डीवाई चंद्रचूड और न्यायमूर्ति दिलीप गुप्ता की खंडपीठ ने सुनवाई की। प्रदेश सरकार के अपर महाधिवक्ता विवेक मिश्र नेजवाब दाखिल करने केलिए समय मांगा है।
सहारनपुर के शेर सिंह राणा ने जनहितयाचिका दाखिल कर कहा है कि 2007 मेंबेसिक शिक्षा विभाग में विभिन्न मदों केलिए दिए गए 28 करोड़चार लाख 73 हजार 36 रुपयेकी धनराशि जारी की गई। यह रकमप्राथमिक विद्यालयोंके सुधार, कस्तूरबा गांधी विद्यालयों, खेलकूद केसामान और कंप्यूटर आदि खरीदने के लिए दी गई थी।
धनराशि का दुरुपयोग होने पर जांच लोकायुक्तको सौंप दी गई। लोकायुक्त ने17 नवंबर 2010 को अपनी रिपोर्ट दीजिसमें तत्कालीन बेसिक शिक्षा मंत्री धर्मपालसैनी को दोषी पाया गया है। याची का कहना हैकि उसने सूचना का अधिकार के तहत लोकायुक्त की रिपोर्ट राज्यपाल केकार्यालय से मांगी थी मगर उसे बताया गया कि रिपोर्ट शासन को भेजी जाचुकी है। आरोप है किपूर्व मंत्री सैनी कीघोषित संपत्ति इस अवधि मेंकई गुनाबढ़गई। समाचार पत्रोंकी कटिंगभी लगाईगई है। खंडपीठ ने सरकार को निर्देश दियाहैकि अगली तिथि पर लोकायुक्त की रिपोर्ट तथा यदि इस मामले में कोईप्राथमिकी दर्ज कराईगई है तो उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाए। हाईकोर्ट नेप्रदेश सरकार सेमांगी पूरे मामले कीजानकारी
राष्ट्रीयस्तर की परीक्षा काउड़ाया जा रहा मजाक
ReplyDeleteआईटीआईपरीक्षा यानी नकलकी खुली छूट
•अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की सेमेस्टर परीक्षा के नामपर मजाक हो रहा है। राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा में कमरोंके अंदर मोबाइल फोन, बैग और किताबें रखकर नकल हो रही है। ‘अमर उजाला’ की टीमने बुधवार को फैजुल्लागंज स्थितब्राइट सन इंटर कॉलेज मेंबने परीक्षा केंद्र का जायजा लिया तो ऐसेही हालातदिखे। यहां जिम्मेदार आंखें मूंदेहुए थेऔर छात्र मनमानी मेंजुटेथे।
बुधवार दोपहर ढाई बजेसे आईटीआई के प्रथम सेमेस्टर की इंजीनियरिंगड्राइंग की परीक्षा थी। परीक्षार्थियों कीसंख्या कम होने के कारण दूसरी पाली मेंब्राइट सन इंटर कॉलेज के एकमात्र परीक्षा केंद्र पर पेपर आयोजित हो रहा था। इस दौरान यहां परीक्षार्थियोंके पास मोबाइल फोन, किताबऔर बैगमौजूद थे। कुछ परीक्षार्थीबाकायदा फोन पर बातकरते भीदेखेगए। एक कमरे मेंपरीक्षार्थी ने अपनीउत्तर पुस्तिका के ठीक बगल में मोबाइल फोन रखा था। दो परीक्षार्थियों के बीच मुश्किलसे एक फुट की दूरी थी। मौके पर मौजूद विद्यालय प्रबंधक नरेंद्र बहादुर श्रीवास्तव सेजब नकल करने की छूट के बाबत पूछा गयातो उन्होंने बेफिक्र होकर जवाब दिया, पहली बार सेमेस्टर परीक्षाएंहो रही हैं इसलिए थोड़ी छूट दी गई है। उनके अनुसार मोबाइलफोन अंदर ले जानेकी इजाजतदी गई है, लेकिन सबकी बैटरी निकलवा दी गई है।
शिक्षा मित्र 3 मार्च को करेंगे तालाबंदी लखनऊ। आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि उनकेसमायोजन संबंधी आदेश जल्द जारी न किया गया तो वे 3 मार्च को बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर तालाबंदी शुरू कर देंगे।
ReplyDeleteजल्द ही और मोअल्लिम डिग्रीधारकोंको नौकरी
ReplyDeleteमौलाना आजाद एकेडमी केकार्यक्रममें मुख्यमंत्री नेदिया भरोसा
•अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नेबाकी बचे मोअल्लिम डिग्रीधारकों को भी जल्द नौकरी देने का वादाकिया है। उन्होंने कहा कि आजाद हिंदुस्तान में उर्दू और हिंदी पर अंग्रेजी हावी रही, इसलिए हमतरक्की मेंपिछड़ गए। वह अपने आवास पर आयोजित मौलाना आजाद एकेडमी के कार्यक्रम मेंबतौर मुख्य अतिथि बोल रहेथे।
सीएम नेकहा कि महात्मा गांधी और मौलाना आजाद को मुसलमान कभी नहींभूल सकता। इन दोनोंही महापुरुषों ने हिंदू-मुस्लिमभाईचारा कायम करने और मुसलमानोंको आगे बढ़ानेके लिए काफी काम किया। उन्होंने कहा कि सभीसमाजवादी मौलाना आजाद का बेहद सम्मान करतेहैं। तालीम के क्षेत्र में दिए उनके योगदान को हमेशा याद करते हैं। उन्होंने फिरकापरस्तताकतोंसे सावधान रहने की हिदायत देतेहुए कहा कि चुनाव आते ही ये ताकतें काफी सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने कहा कि कुछ रास्ता निकालतेहुए ढाई हजार मुअल्लिम डिग्रीधारकों को नौकरी देदी गईहै। बाकी बचेडिग्रीधारकों को भीजल्द ही नौकरी दीजाएगी। सीएमने मौलाना आजाद एकेडमी के कामों की तारीफ करते हुए उन्हें हर साल15 लाख रुपये अनुदान देने की घोषणा भी की। कार्यक्रममेंहाईस्कूल और इंटरमीडिएट उर्दूमाध्यमसे भी कराने की मांग उठी। अरबी के विद्वान मौलाना सईद उर्रहमान आजमी और शारिक अल्वी को मौलाना आजाद अवॉर्डसे सम्मानित किया गया। हिंदी मासिक पुस्तिका ‘आजाद अकादमी जर्नल’ का विमोचन भी किया गया। इस मौके पर कारागार मंत्री राजेंद्र चौधरी, बेसिक शिक्षा मंत्री राम गोविंद सिंह चौधरी, प्रमुख सचिव (सूचना) नवनीत सहगल, सूचना निदेशक प्रभात मित्तल भी मौजूद रहे।
निजी स्कूलों में गरीब बच्चोंको मुफ्त प्रवेश का बदलेगा मानक
ReplyDeleteलखनऊ (ब्यूरो)। सूबे केनिजी स्कूलों के25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चोंको मुफ्त प्रवेश देनेके लिए मानक बदलेजाएंगे। अब दाखिला के लिए सरकारीस्कूलोंके प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं होगी। उन्हें निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सिर्फ आवेदन करना होगा। उनकी फीस की प्रतिपूर्ति सरकार करेगी। पहले चरण में यह व्यवस्था राजधानी में लागू करने की तैयारीहै। इसके बाद पूरेप्रदेश में लागू किया जाएगा। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय नेइस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है।
प्रस्ताव मेंकहा गया है कि प्रमाण पत्र की अनिवार्यता की वजह से बच्चों को निजी स्कूलों में दाखिला लेने में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए पहले चरण में प्रयोग के तौर पर लखनऊ में इसकी अनिवार्यता समाप्तकर दी जाए और बच्चों को सीधे निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटों पर दाखिले की अनुमति दे दी जाए। लखनऊ में इसकी अनुमति देने पर कक्षा एक के छात्रों को फीस की प्रतिपूर्ति पर सालाना करीब40 करोड़ रुपये खर्च होंगेऔर कक्षा 8 तक बच्चोंके पहुंचेपर करीब 300 करोड़ का खर्च आएगा।
ऐसे तो बंद हो जाएंगेसरकारीस्कूल
सर्व शिक्षा अभियान केराज्य परियोजना निदेशालय के प्रस्ताव पर अगर शासन अमलकरता है तो जानकारों के मुताबिक इससे सरकारी स्कूलबंदी की कगार पर आ जाएंगे। शिक्षा का अधिकार अधिनियममें यह व्यवस्था दी गईहैकि सरकारीस्कूलोंमें बच्चों को प्रवेश न मिलने पर ही निजी स्कूलोंमें प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, यदिऐसा होताहैतो सभी अभिभावक चाहेंगे किउनके बच्चेनिजी स्कूलों मेंपढ़ें और कोईसरकारी स्कूलों में अपनेबच्चोंको नहींभेजेगा।
MORCHA ME ALAG ALAG RAY= आज मोर्चेकी बैठक ब।र।दरी मेहुईसद।ऩऩ्द जी से वकील को लेकर अऩ्य टेट ऩेत।ओसे बहस हो गयी|एक ऩेत। ऩेकह। ऩरीमऩ को ऩही किय। ज।येग। क।फी बहस हुई ह।थ।प।ई तक ऩौबत आयी|
ReplyDelete50 लाख कर्मचारियों का 35% वेतन बढ़ जाएगानई दिल्ली. केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाईभत्ता(डीए) 10 फीसदी बढ़ाने के प्रस्तावपर इस हफ्ते फैसला हो सकता है। केंद्रीयकैबिनेट शुक्रवार को होने वाली बैठक में डीए 90 से बढ़ाकर 100 फीसदी करने केप्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है। अभी 90% तक डीए दिया जा रहा हैजो बेसिक में शामिल नहीं है।100% डीए विलय होने सेतनख्वाह 35% तक बढ़जाएगी। इसका 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 30 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। सूत्रों ने मंगलवार को बताया किमहंगाई भत्ते में यह वृद्धि चुनावआयोग कीतरफ सेआचार संहिता लागू होने से पहलेकी जा रही है।इससे पहले सितंबर में बढ़ा थाडीए में दहाई अंक की यह लगातार दूसरी बढ़ोतरी होगी। इससे पहले पिछले सालसितंबर मेंडीए 10 फीसदी बढ़ाया गया था। यह एक जुलाई2013 सेप्रभावी हो चुकाहै। अबहोनेवाली वृद्धि एक जनवरी 2014 से लागू होगी।सरकार महंगाईभत्ते में वृद्धि के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित पिछले12 महीने के आंकड़ों की गणनाकरती है।50 लाख सेज्यादा कर्मियों को फायदाइसकेअलावा, केंद्रीयकैबिनेट इस बैठक में सातवेंवेतन आयोग केलिए नियम और शर्तोंको अंतिम रूप दे सकती है। इससे 50 लाख से अधिक केंद्रीय कर्मचारियोंके वेतन-भत्तों की समीक्षा का रास्ता साफहो जाएगा। सरकार इस आयोग का गठन कर चुकी है।
ReplyDeletebhai ji 106 gen art ho payega kahi???
ReplyDeletebhai ji 106 gen art ho payega kahi???
ReplyDeleteHe is an Husband,
ReplyDeleteHe is an Father,
He is Poor,
He is Power,
He is Yogi,
He is simple, ,
He is an Musician,
He is an Dancer,
He loves Nature,
He Love Animals,
He Travels on Bull,
He Taken Poison
He Given Life,
He is with in us
He is Our God Our Lord Shiva..
OM NAMA SHIVAYA***
"Wish you all an Happy Maha shiva Rathri"
आप सभी साथियों को महाशिव रात्रि की अनेक-अनेक शुभ कामनाये।
ReplyDelete~*~*~*~ॐ नम: शिवाय~*~*~*~*~
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'>------<''''''''""
~*~*~*~हर हर महादेव~*~*~*~*~*~
भगवान महादेव आपकी सभी मनोकामनाए पूर्ण करे।
शिक्षामित्र समायोजन
ReplyDeleteनियमावली भाषा
विभाग
से होते हुए
अब शिक्षा अनुभाग 5
पहुँची है
परंतु कल की
छुट्टी और उसके बाद
मात्र एक दिन के शेष
समय मेँ न्याय विभाग की मंजूरी के साथ
शासनादेश
जारी होना बेहद
मुश्किल क्योँकि 1 मार्च
को देश भर मेँ
चुनावी बिगुल बज
जायेगा ।
हाँथोँ की लकीरोँ पे कभी भरोसा न करना ऐ दोस्त....
ReplyDeleteक्योँकि तक़दीर तो उनकी भी होती है, जिनके हाँथ नहीँ होते...!
बहुत समय पहले की बात है एक विख्यात ऋषि गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते थे . उनके गुरुकुल में बड़े-बड़े राजा महाराजाओं के पुत्रों से लेकर साधारण परिवार के लड़के भी पढ़ा करते थे।
ReplyDeleteवर्षों से शिक्षा प्राप्त कर रहे शिष्यों की शिक्षा आज पूर्ण हो रही थी और सभी बड़े उत्साह के साथ अपने अपने घरों को लौटने की तैयारी कर रहे थे कि तभी ऋषिवर की तेज आवाज सभी के कानो में पड़ी ,
” आप सभी मैदान में एकत्रित हो जाएं। “
आदेश सुनते ही शिष्यों ने ऐसा ही किया।
ऋषिवर बोले , “ प्रिय शिष्यों , आज इस गुरुकुल में आपका अंतिम दिन है . मैं चाहता हूँ कि यहाँ से प्रस्थान करने से पहले आप सभी एक दौड़ में हिस्सा लें .
यह एक बाधा दौड़ होगी और इसमें आपको कहीं कूदना तो कहीं पानी में दौड़ना होगा और इसके आखिरी हिस्से में आपको एक अँधेरी सुरंग से भी गुजरना पड़ेगा .”
तो क्या आप सब तैयार हैं ?”
” हाँ , हम तैयार हैं ”, शिष्य एक स्वर में बोले .
दौड़ शुरू हुई .
सभी तेजी से भागने लगे . वे तमाम बाधाओं को पार करते हुए अंत में सुरंग के पास पहुंचे . वहाँ बहुत अँधेरा था और उसमे जगह – जगह नुकीले पत्थर भी पड़े थे जिनके चुभने पर असहनीय पीड़ा का अनुभव होता था .
सभी असमंजस में पड़ गए , जहाँ अभी तक दौड़ में सभी एक सामान बर्ताव कर रहे थे वहीँ अब सभी अलग -अलग व्यवहार करने लगे ; खैर , सभी ने ऐसे-तैसे दौड़ ख़त्म की और ऋषिवर के समक्ष एकत्रित हुए।
“पुत्रों ! मैं देख रहा हूँ कि कुछ लोगों ने दौड़ बहुत जल्दी पूरी कर ली और कुछ ने बहुत अधिक समय लिया , भला ऐसा क्यों ?”, ऋषिवर ने प्रश्न किया।
यह सुनकर एक शिष्य बोला , “ गुरु जी , हम सभी लगभग साथ –साथ ही दौड़ रहे थे पर सुरंग में पहुचते ही स्थिति बदल गयी …कोई दुसरे को धक्का देकर आगे निकलने में लगा हुआ था तो कोई संभल-संभल कर आगे बढ़ रहा था …और कुछ तो ऐसे भी थे जो पैरों में चुभ रहे पत्थरों को उठा -उठा कर अपनी जेब में रख ले रहे थे ताकि बाद में आने वाले लोगों को पीड़ा ना सहनी पड़े…. इसलिए सब ने अलग-अलग समय में दौड़ पूरी की .”
“ठीक है ! जिन लोगों ने पत्थर उठाये हैं वे आगे आएं और मुझे वो पत्थर दिखाएँ “, ऋषिवर ने आदेश दिया .
आदेश सुनते ही कुछ शिष्य सामने आये और पत्थर निकालने लगे . पर ये क्या जिन्हे वे पत्थर समझ रहे थे दरअसल वे बहुमूल्य हीरे थे . सभी आश्चर्य में पड़ गए और ऋषिवर की तरफ देखने लगे .
“ मैं जानता हूँ आप लोग इन हीरों के देखकर आश्चर्य में पड़ गए हैं .” ऋषिवर बोले।
“ दरअसल इन्हे मैंने ही उस सुरंग में डाला था , और यह दूसरों के विषय में सोचने वालों शिष्यों को मेरा इनाम है।
पुत्रों यह दौड़ जीवन की भागम -भाग को दर्शाती है, जहाँ हर कोई कुछ न कुछ पाने के लिए भाग रहा है . पर अंत में वही सबसे समृद्ध होता है जो इस भागम -भाग में भी दूसरों के बारे में सोचने और उनका भला करने से नहीं चूकता है .
अतः यहाँ से जाते -जाते इस बात को गाँठ बाँध लीजिये कि आप अपने जीवन में सफलता की जो इमारत खड़ी करें उसमे परोपकार की ईंटे लगाना कभी ना भूलें , अंततः वही आपकी सबसे अनमोल जमा-पूँजी होगी । “
we are supporting tet morcha financially and personally to win the case.but unfortunately there are some news of differences in the group.i request all of us to ignore the differences and fight jointly and carefully otherwise we may loose the case.
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ReplyDeleteकोलकाता: प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर स्टे
ReplyDeleteFeb 26 2014 12:00AM
कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल मेंप्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर चार सप्ताह केलिए स्थगनादेश जारी कर दियाहै. प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा मेंउत्तीर्ण हुए उम्मीदवारों मेंसे कितनेप्रशिक्षण प्राप्त हैं, कितने अप्रशिक्षित हैं और कितने लोगों को नौकरी मिलीहै, इस संबंध मेंसुप्रीमकोर्ट नेराज्य सरकार से चार सप्ताह के अंदर हलफनामा मांगा है.
जस्टिस एसएस निज्जर व जस्टिस एके शिर्की की डिवीजन बेंच नेमंगलवार को यह निर्देश दिया. इसकेसाथ ही फिलहाल प्राथमिक शिक्षकों कीनियुक्ति टल गयी है.
राज्य सरकार की प्राथमिक शिक्षक नियुक्तिप्रक्रिया को चुनौती देतेहुए प्रशिक्षण प्राप्त लगभग100 अभ्यर्थियोंने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है. उनका आरोप है कि पिछले साल 31 मार्च को प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (शिक्षक योग्यता परीक्षा-टेट) में एनसीटीइके निर्देशों का पालन नहींकिया गया है. इसके साथ ही परीक्षा की पद्धति में कई त्रुटियां भी हैं
डाक विभाग मेंबंपर भर्ती, करें आवेदन 27 फरवरी 2014
ReplyDeleteडाक विभाग मेंसहायकों के8243 पदोंको भरने केलिए भारतीय उम्मीदवारोंसे आवेदन मंगाए गए हैं। इन पदोंपर विभिन्नंराज्योंमें एकसाथ भर्ती जारी की गई है।
विज्ञापित पदों में डाक सहायक तथाछंटनी सहायक के पद शामिल हैं। शैक्षिक तौर इन पदोंपर आवेदन करनेवाले उम्मीदवार किसी मान्यताप्राप्त संस्थाहन से12वीं पास की हो।
18 से 27 वर्षतक केयुवा करें आवेदन आयु सीमा केतहतइन पदों केलिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष तथा अधिकतम आयुसीमा 27 वर्ष है। आरक्षित वर्ग को नियमानुसार ऊपरी आयु सीमा में छूट प्रदान की गईहै। आयु की गणना 27 मार्च, 2014 से की जाएगी।
वेतनमान के तहत इन पदों पर चयनित उम्मीदवार को 5200-20200 रुपये तथा ग्रेड पे2400 रुपयेदिया जाएगा। आवेदन शुल्क के तौर पर उम्मीदवारों को 100 रुपये जमाकराने होंगे। परीक्षा शुल्क केलिए 400 रुपयेजमा कराने होंगे।
महिला सहितआरक्षित वर्गको परीक्षाशुल्क से मुक्त रखा गया है।
इन राज्यों मेंनिकली हैभर्ती जारी किए गए पदों में उत्तर प्रदेश में668 पद, दिल्लीमें 234 पद, हरियाणा में 181 पद, राजस्थाून में 304 पद, हिमाचल प्रदेश के89 पद, उत्तराखंड में 136 पद, बिहार में 211, मध्य प्रदेश में 269 पद, झारखंड में 162 पद, छत्तीसगढ़में 122 पद, गुजरात में564 पद, पश्चिमबंगालमें 698 पद, आंध्र प्रदेश में541, असममें 126, जम्मू और कश्मीर में 131 पद, कर्नाटक में534 पद, केरल में385 पद, महाराष्ट्र में1098 पद, पूर्वोत्तर में 100 पद, ओडिशा में 451 पद, पंजाबमें 216 पद और तमिलनाडुमें 1023 पद शामिल हैं।
ऐसे होगा चयन, ऑनलाइन करें आवेदन इन पदोंपर चयन लिखित और कंप्युटर दक्षता परीक्षा के द्वारा होगी।
लिखित परीक्षा में उतीर्ण उम्मीदवार को कंप्यूटर दक्षता परीक्षा केलिए बुलाया जाएगा। इन पदों पर आवेदन केवल ऑनलाइन भरा जाएगा।
आज तक सभी आंदोलनों में हमारे एकजुट रहने से हमारा पलड़ा सरकार की तुलना में हमेशा भारी रहा है,यही सोचकर सुप्रीम कोर्ट की कठिन लड़ाई में भी सभी को एक पलड़े पर लाया गया लेकिन यहां आकर बुद्धिजीवी मेंढकों की तरह पलड़े से कूद जा रहे हैं,कम से कम विजय मिलने तक तो एक पलड़े पर रहना ही चाहिए था।सबको अपना-अपना वकील रखना है,कोई श्रेय पर मर मिट रहा है,कोई अपने वकील की श्रेष्ठता सिद्ध करने मे परेशान है।सीधी सी बात है मात्र दो दिन का समय है,सब लोग यहां की आपस की लड़ाई छोड़कर जमीन पर उतर कर दिल्ली में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें,यदि एकदूसरे की टांग खिचाई में कुछ ऊंच-नीच हुआ तो सारी नेतागिरी भूल जाएगी।जो लोग विश्वसनीय हैं उन सबके पास आर्थिक सहयोगी हैं,उनके सहयोग से ईमानदारी से काम करें और यदि आप पर विश्वास करने वाला कोई नहीं है तो अनर्गल बीच मे कूदना बंद करके उसे टेंशन फ्री होकर काम करने दीजिए।रही बात पैसे की तो हम निचले स्तर के लोग अपनी आवश्यकता मे कटौती करके जिस प्रकार हरसंभव मदद करते आए हैं,अब भी करेंगे।ऐसे विवादों से बचें और याद रखें जो पैसा जा रहा है बड़ी कठिनाई से जा रहा है,एक महीने की 1000रू.के तनख्वाह से500रू तक सहयोग राशि लोग दे देते हैं,इससे भी विपन्न लोग भी हैं जो विगत दो वर्षों से टीईटी को ही ओढ़,बिछा,खा,पी और सो रहे है,इसके चक्कर में दिमाग कहीं और लग ही नहीं रहा है।ऐसे लोगों का पैसा यदि हम दुरूपयोग करेंगे या कराएंगे तो ऊपरवाला हमे कभी माफ नहीं करेगा।
ReplyDelete14 की सुनवाई के बाद मेरी सबसे बड़ी चिंता अगली सुनवाई के लिए वकीलों की इस फ़ौज के लिए रसद के सन्दर्भ में थी ,,,, मेरा बस चलता तो सोराबजी ,राव साहब और नरीमन जी में से कोई एक ही वकील 3 के लिए इंगेज किया जाता लेकिन मेरी बातें उन लोगों को कभी भी समझ में नहीं आ सकतीं जिन्होंने टेट मेरिट चाहने वालों को सोने का अंडा देने वाली मुर्गी और टेट संघर्ष मोर्चे को अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओंकी पूर्ति का साधन समझ लिया है ,,,,,
ReplyDeleteअगर 3 मार्च को फैसला हो गया तो ये सारे विवाद बेमानी हो जायेंगे और हम सभी लोग सारे विवाद भूलकर एक साथ जश्न मानायेंगे ,,खुदा ना खास्ता अगर कहीं 3 मार्च के बाद 1-2 डेट और पड़ गईं तो क्या होगा????? सभी गुटों की गुटबाजी उनकी बहुत फजीहत कराएगी ,,,,,,,
ReplyDeleteटेट मोर्चे के नेतृत्व के पास अभी भी अवसर है कि वो आम टेट मेरिट चाहने वालों के मन में अपने लिए बचे-खुचे सम्मान को बरक़रार रखने के लिए लचीला रुख अख्तियार कर सके,यदि बातचीत द्वारा किसी एक के नाम पर सहमति ना बन सके तो SC के लान में सार्वजनिक रूप से लाटरी निकालकर सोराबजी,राव और नरीमन में से किसी एक को टेट मोर्चे के सभी गुटों का संयुक्त काउन्सिल माना जा सकता है ,,, हर समस्या का समाधान हमारे आस-पास मौजूद है,,,,बस सभी को यह मानना होगा कि टेट मेरिट उनके अहम् और जिद से ज्यादा महत्वपूर्ण है......
ReplyDeleteआप सभी को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं ै
एक किसान था. वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था. उस खेत के बीचो-बीच पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर वह कई बार गिर चुका था और ना जाने कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के औजार भी टूट चुके थे.
ReplyDeleteरोजाना की तरह आज भी वह सुबह-सुबह खेती करने पहुंचा पर जो सालों से होता आ रहा था एक वही हुआ , एक बार फिर किसान का हल पत्थर से टकराकर टूट गया.
किसान बिल्कुल क्रोधित हो उठा , और उसने मन ही मन सोचा की आज जो भी हो जाए वह इस चट्टान को ज़मीन से निकाल कर इस खेत के बाहर फ़ेंक देगा.
वह तुरंत भागा और गाँव से ४-५ लोगों को बुला लाया और सभी को लेकर वह उस पत्त्थर के पास पहुंचा .
” मित्रों “, किसान बोला , ” ये देखो ज़मीन से निकले चट्टान के इस हिस्से ने मेरा बहुत नुक्सान किया है, और आज हम सभी को मिलकर इसे जड़ से निकालना है और खेत के बाहर फ़ेंक देना है.”
और ऐसा कहते ही वह फावड़े से पत्थर के किनार वार करने लगा, पर ये क्या ! अभी उसने एक-दो बार ही मारा था की पूरा-का पूरा पत्थर ज़मीन से बाहर निकल आया. साथ खड़े लोग भी अचरज में पड़ गए और उन्ही में से एक ने हँसते हुए पूछा ,” क्यों भाई , तुम तो कहते थे कि तुम्हारे खेत के बीच में एक बड़ी सी चट्टान दबी हुई है , पर ये तो एक मामूली सा पत्थर निकला ??”
किसान भी आश्चर्य में पड़ गया सालों से जिसे वह एक भारी-भरकम चट्टान समझ रहा था दरअसल वह बस एक छोटा सा पत्थर था !! उसे पछतावा हुआ कि काश उसने पहले ही इसे निकालने का प्रयास किया होता तो ना उसे इतना नुक्सान उठाना पड़ता और ना ही दोस्तों के सामने उसका मज़ाक बनता .
Friends, इस किसान की तरह ही हम भी कई बार ज़िन्दगी में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं को बहुत बड़ा समझ लेते हैं और उनसे निपटने की बजाये तकलीफ उठाते रहते हैं. ज़रुरत इस बात की है कि हम बिना समय गंवाएं उन मुसीबतों से लडें , और जब हम ऐसा करेंगे तो कुछ ही समय में चट्टान सी दिखने वाली समस्या एक छोटे से पत्थर के समान दिखने लगेगी जिसे हम आसानी से ठोकर मार कर आगे बढ़ सकते हैं |
umashakar ji yeh kya ho raha hai लाटरी निकालकर सोराबजी,राव और नरीमन kya ab yahi rah gaya hai life me
ReplyDeletelife jyada nahi hai
ReplyDeleteएक किसान था. वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था. उस खेत के बीचो-बीच पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर वह कई बार गिर चुका था और ना जाने कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के औजार भी टूट चुके थे.
ReplyDeleteरोजाना की तरह आज भी वह सुबह-सुबह खेती करने पहुंचा पर जो सालों से होता आ रहा था एक वही हुआ , एक बार फिर किसान का हल पत्थर से टकराकर टूट गया.
किसान बिल्कुल क्रोधित हो उठा , और उसने मन ही मन सोचा की आज जो भी हो जाए वह इस चट्टान को ज़मीन से निकाल कर इस खेत के बाहर फ़ेंक देगा.
वह तुरंत भागा और गाँव से ४-५ लोगों को बुला लाया और सभी को लेकर वह उस पत्त्थर के पास पहुंचा .
” मित्रों “, किसान बोला , ” ये देखो ज़मीन से निकले चट्टान के इस हिस्से ने मेरा बहुत नुक्सान किया है, और आज हम सभी को मिलकर इसे जड़ से निकालना है और खेत के बाहर फ़ेंक देना है.”
और ऐसा कहते ही वह फावड़े से पत्थर के किनार वार करने लगा, पर ये क्या ! अभी उसने एक-दो बार ही मारा था की पूरा-का पूरा पत्थर ज़मीन से बाहर निकल आया. साथ खड़े लोग भी अचरज में पड़ गए और उन्ही में से एक ने हँसते हुए पूछा ,” क्यों भाई , तुम तो कहते थे कि तुम्हारे खेत के बीच में एक बड़ी सी चट्टान दबी हुई है , पर ये तो एक मामूली सा पत्थर निकला ??”
किसान भी आश्चर्य में पड़ गया सालों से जिसे वह एक भारी-भरकम चट्टान समझ रहा था दरअसल वह बस एक छोटा सा पत्थर था !! उसे पछतावा हुआ कि काश उसने पहले ही इसे निकालने का प्रयास किया होता तो ना उसे इतना नुक्सान उठाना पड़ता और ना ही दोस्तों के सामने उसका मज़ाक बनता .
Friends, इस किसान की तरह ही हम भी कई बार ज़िन्दगी में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं को बहुत बड़ा समझ लेते हैं और उनसे निपटने की बजाये तकलीफ उठाते रहते हैं. ज़रुरत इस बात की है कि हम बिना समय गंवाएं उन मुसीबतों से लडें , और जब हम ऐसा करेंगे तो कुछ ही समय में चट्टान सी दिखने वाली समस्या एक छोटे से पत्थर के समान दिखने लगेगी जिसे हम आसानी से ठोकर मार कर आगे बढ़ सकते हैं |
मांस खाने वाले
ReplyDeleteएक बार अपनी उंगली को ब्लेड से काट कर उस पर नमक डाल कर देखें.....फिर शायद आपको बेजुबान जानवरों पर हो रहे अत्याचार का पता चलेगा..........
नरक में बहुत सारी औरतें मस्ती कर
ReplyDeleteरही थी
शैतान ने पूछा :- ये कौन लोग है,,
जो यहाँ भी खुश है !!!!!
फरिस्ता :- हिंदुस्तानी बहुएं है ..
कमबख्त हर जगह एडजस्ट हो जाती है
।। कहती हैं बिलकुल ससुराल
वाला माहोल है ।।
एक आदमी के पास एक मुर्गा होता है....
ReplyDelete.
एक बार वो आदमी बहुत बीमार पड़ गया....कई दिन तक ठीक नहीं हुआ...
.
एक दिन मुर्गा खिड़की पर बैठा था....उसने देखा वो आदमी बिस्तर पर लेटा हुआ है...तभी उसकी पत्नी आई और आदमी के माथे पर हाथ फेरकर बोली--- तेज बुखार है अभी भी आपको ....कितने कमजोर हो गए हो तुम.... आज मैं आपको चिकन सूप पिलाती हूँ....
.
.
मुर्गा खिड़की से मुंडी घुसेड़ के बोला - अरे पागल.....एक बार "क्रोसीन" दे के भी देख ले ...
एक पार्टी में काफी मुफ्तखोर घुस गए थे.....मेजबान महिला परेशान थी..
ReplyDelete.
उसने अपने पति से कहा: मेहमान ज्यादा हैं, खाना कम ! कैसे चलेगा?
पति बाहर जाकर बोला: लड़के वालों की तरफ से जो लोग आए हैं,कृपया अलग खड़े हो जाएं....
.
करीब 50 लोग अलग खड़े हो गए...
.
इसके बाद उसने कहा: लड़की वालों की तरफ से जो आए हैं, कृपया वे भी अलग खड़े हो जाएं।
इस बार करीब 40 लोग अलग खड़े हो गए... बाकी थोड़े से लोग बचे....
.
अब वह मुस्कुराते हुए बोला:कमीनो तुम ९० आदमी अभी के अभी बाहर निकल जाओ ,क्योंकि यह हमारे बच्चे की बर्थडे पार्टी है.....
मुझे लगता है
ReplyDeleteकि वकील के लिये आपस में लड़ने से अच्छा है
कि अपनी नौकरी के लिये सरकार से लड़ा जाये और
शायद अब एक सीधा सरल टेट
अभ्यर्थी भी यही चाह्ता है कि यह खींचतान बन्द
होनी चाहिये और अपने उद्देश्य पर ध्यान केन्द्रित
करना चाहिये । टेट संघर्ष मोर्चे की तरफ से निम्न
सीनियर वकील 3 तारीख को अवश्य होंगे ।
1- श्री सोली सराब जी
2- श्री पी0पी0राव जी
3- श्री पी0एस0 पटवलिया जी
4- श्री अमरेन्द्र शरण जी
5- श्री सतीश चन्द्र मिश्रा जी
6- श्री विपुल महेश्वरी जी
इनके अतिरिक्त भी कई अधिवक्ता हैं जो कि टेट
संघर्ष मोर्चे की तरफ से सरकार की फजीहत करने
एवं विजय दिलाने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेंगे ।
मुझे लगता है कि एक आम टेट अभ्यर्थी का हित
बचाने में यह पैनल कोई कसर नहीं छोड़ेगा ।
मेरी पोस्ट को कोई मित्र अन्यथा न लें ,,,,,मैं अपने
को टेट संघर्ष मोर्चे से ऊपर नहीं मान
सकता,,,उसका एक आम कार्यकर्ता ही बना रहूँ
यही बहुत है ।
ाईकोर्ट अनुदेशकों को सहायक अध्यापक बनाने पर जवाब तलब
ReplyDeleteइलाहाबाद (ब्यूरो)। शिक्षा मित्रोंकी तर्ज पर प्राथमिक विद्यालयोंमें कार्यरत आचार्य अनुदेशकोंको भी सहायक अध्यापक बनाए जानेके मामले मेंहाईकोर्ट नेप्रदेश सरकार और बेसिक शिक्षा परिषद सेएक माह मेंजवाबतलब कियाहै। पुष्पा देवी द्वारा दाखिल याचिका पर न्यायमूर्ति बी अमित स्थालकर सुनवाई कर रहे हैं। याचीगणों का कहना हैकि बेसिक शिक्षा मंत्री ने उनके मामलेमें निर्णय लेने केलिए निर्देश दियाथा। इसके अनुपालन मेंशिक्षा निदेशक बेसिक ने17 जनवरी 2013 और 27 अप्रैल 2013 को एवं सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने20 सितंबर 2014 को आचार्यअनुदेशकों को समायोजित करनेका प्रस्तावशासन को भेजा। सरकार को इस पर नीतिगत निर्णय लेना हैमगर आज तक सचिव बेसिक शिक्षा की ओर से कोईकार्यवाही नहीं की गई।
कोर्ट ने पक्षकारों को इस मामलेमें एक माह में अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय हैकि सरकार द्वारा वैकल्पिक शिक्षा के तहत जिलाप्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम (डीपीईपी) के तहत आचार्य-अनुदेशक और मदरसा अनुदेशक की नियुक्ति की योजनाप्रारंभकी गई थी। अनुदेशकों कीनियुक्ति ग्राम शिक्षा समिति के माध्यमसे मेरिट केआधार पर की गई। चयनित अनुदेशकों को एक माह का प्रशिक्षण डायट द्वारा दियाजाता है। वर्ष 2009 में नवीन प्राथमिक विद्यालय खुल जाने केबाद यह योजना बंद कर दी गई। तब से अनुदेशकोंका प्रकरण लंबित है।
शिक्षक भर्ती का रास्ताफैसले से खुलेगा आजमगढ़। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा आजमगढ़ इकाईकी बैठक गुरुवार को अंबेडकर पार्क मेंहुई। बैठक में रवीन्द्र यादव ने कहा कि प्रदेश की बेहतर शैक्षिक व्यवस्थाबनाए रखनेके लिए सुप्रीम कोर्ट का निर्णय ही सर्वोपरि है। निर्णय आनेसे शिक्षक भर्ती का रास्ताखुल जाएगा। उन्होंनेकहा कि तीन मार्च 2014 को इस मामले की सुनवाई होनी है। जिलाध्यक्ष उमेश कुमार नेकहाकि 72,825 पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को स्थगन आदेश देने सेइंकार कर दिया था। मनोज चौहान ने कहा कि सरकार भले ही टीईटी मेरिट को नजरअंदाज कर शैक्षणिक व्यवस्था को बर्बाद करना चाहती हो लेकिन शिक्षक उसकी मंशा को पूरी नहींहोने देंगे। अध्यक्षता डॉ. अजय कुमार कनौजिया नेकी। संचालन सुनीलगावस्कर नेकिया। बृजभूषण भारती, राकेश, रामकृष्ण आदि मौजूद रहे।
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद लगाएंहैंशिक्षक Thu, 27 Feb 2014 09:54 PM (IST) सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद लगाएंहैंशिक्षक आजमगढ़: शैक्षिक मेरिट उत्थान समिति की बैठक जिलाध्यक्षसूर्यभान यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को कुंवर सिंह उद्यान में आयोजित की गई। इसमें 72825 प्राथमिक शिक्षकों केभर्ती केविषय में चर्चा की गई। मेरिट समर्थकों का कहना है कि 2012 में प्रकाशित नया संशोधित विज्ञापन सहीएवं तार्किक हैंऔर इसमें टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से अधिक से अधिक आवेदन करनेका मौका मिला था। पुराने विज्ञापन में कई कमियांथीं। सुप्रीम कोर्ट से अगर पुराना विज्ञापन बहाल हुआतो राज्य सरकार एवं टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के सामने कई कठिनाइयांआ सकती हैं। समर्थकोंने कहा कि पुरानेविज्ञापन के आवेदन की तिथि अभी चार दिन बची थी, तभी हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। इसलिए अभ्यर्थियोंको आवेदन करने का मौका देना पड़ेगा। 2011 केविज्ञापन को हाईकोर्ट ने रद करते हुए शुल्क वापस करने काआदेश दिया और अभ्यर्थियों के शुल्क भीवापस कर दिए गए। इससे आवेदकोंमें संशय है कि उनका आवेदन भी निरस्त हो गयाहोगा। सरकार के पास पुरानेविज्ञापन का कोईरिकार्ड नहीं है। 31 मार्च नजदीक है। इतने मेंराज्य सरकार तीसरा विज्ञापन नहीं निकाल पाएगी। बैठक में अविनाश शर्मा, सुशील यादव, सुभाष चन्द्र यादव, अखिलेश यादव, रामअवतार यादव, शैलेंद्र कुमार यादव, विजय नरायन यादव, दीपक, धर्मवीर यादव आदि उपस्थित थे।
ReplyDeleteनिदेशक पेंशन, सचिव बेसिक शिक्षा को अवमानना नोटिस इलाहाबाद (ब्यूरो)। हाईकोर्ट ने विशिष्ट बीटीसी 2004 केसहायक अध्यापकों को पुरानी पेंशन योजना के तहत पेंशन देनेके मामले पर सरकार को एक माह मेंनिर्णय लेने की मोहलत दी है। कोर्ट ने निदेशक पेंशन विभाग, सचिव बेसिक शिक्षा तथा बेसिक शिक्षा अधिकारियोंको अवमानना का नोटिस जारी करते हुए कहा है कि यदि वह अदालत के आदेश का पालन करने में असफल रहते हैं तो उन पर अवमानना काआरोप तय किया जाएगा। यह आदेश न्यायमूर्तिविक्रमनाथ ने विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की अवमानना याचिका पर दिया है। याचिका में कहा गया है कि हाईकोर्ट नेपांच दिसंबर 2012 को सहायक अध्यापकों के प्रत्यावेदन पर तीन सप्ताह में निर्णय लेने को कहा था। एक वर्ष से अधिक का समय बीतजाने के बाद भीइस मामले में कोईनिर्णय नहीं लिया गया है। याचियों कीमांगहै कि विशिष्ट बीटीसी 2004 के शिक्षकों को पुरानी योजना सेपेंशन दी जाए। उनका कहना है कि चूंकि नईपेंशन योजना लागू होने से पूर्व उनका चयन और प्रशिक्षण पूरा हो चुका था और प्रशिक्षण अवधिका मानदेय भी प्राप्त हुआ है। भारतसरकार ने ऐसे मामले मेंनिर्देश दिया है कि जिन कर्मचारियों का प्रशिक्षण नई पेंशन योजना लागूहोनेसे पूर्व पूरा होचुका है, उनको पुरानी योजना के तहत रखा जाए।
ReplyDeleteजरा सा हट के---
ReplyDelete23 वर्ष पहले पूजा भट्ट कीफिल्म आईथी "सड़क" और अब उसकी बहन आलिया भट्ट की फिल्मआई है "हाईवे", देश का विकास तो हुआ है।
पारिषदीय स्कूलों केसमय में बदलाव Fri, 28 Feb 2014 01:02 AM (IST)
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयोंके समय मेंबदलाव कर दिया गया है। हालही मेंहुई परिषद की बैठक में प्राथमिक विद्यालयोंका समय गर्मीमें सातकी बजाय 7.30 से 12.30 और सर्दीमें 10 की बजाय 9.30 से3.30 बजेतक करने पर मुहर लगादी गई। प्रस्ताव को मंजूरीके लिए शासन को भेज दिया गया है, स्वीकृति मिलते ही बदलाव इसी सत्र से लागू हो जाएंगे।
इस बदलाव केपीछे तर्क दिया जा रहा हैकि दूर-दराज के शिक्षकों को विद्यालय पहुंचनेमें परेशानी होती थी। शिक्षक इस बात की लगातार मांग कर रहेथे कि सुबह सात बजेका समय बदला जाय। अभी परिषदीय स्कूलों का समयप्रात: सातबजे सेहोनेके कारण शहर अथवा दूर-दराज सेआने वाले शिक्षकों को परेशानी होती थी। ठंड में शामचार बजे स्कूल बंद होने के कारण गावों से शहर लौटनेवाली शिक्षिकाओंको काफी दिक्कत होती थी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा नेबताया किसर्दी के अवकाश भी अब31 दिसंबर से 15 जनवरी तक होंगे, पहले 25 दिसंबर से10 जनवरीके बीच हुआ करता था।
सचिव नेबताया कि ऐसे शिक्षक जोउच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उन्हेंअधिकतम दो साल का अवैतनिक अवकाश देनेकी भी व्यवस्था की गईहै। परिषद नेमातृत्व और गर्भपात अवकाश देने का अधिकार अबब्लॉक स्तर के अधिकारियोंको दे दिया है।
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मान्यता समिति की हर माह होगी बैठक
बेसिक शिक्षा परिषद ने विद्यालयों को मान्यता देने की प्रक्रिया कोऔर पारदर्शी और सरलबनाने का निर्णय लिया है। इसी केतहत परिषद ने अब हर माह मान्यता समिति की बैठक आयोजित करने की घोषणा कीहै। परिषद में अभी तक सालमें एक या दो बार ही बैठक हुआ करती थी। इससे स्कूलों की मान्यता की फाइलेंमहीनों दबी रहती थीं।
बीएडहोता नहीं रख दी अर्हता
ReplyDelete•अमर उजाला ब्यूरो
देहरादून। प्रदेश में एलटी भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से 31 मार्च तक आवेदन मांगेगए हैं, लेकिन चित्रकला विषय में स्नातकोत्तर केसाथ ही बीएड उपाधि मांगेजाने से हजारों अभ्यर्थी संशय में हैं। दरअसल कला मेंबीएड होता ही नहीं।
शिक्षा विभागकी ओर से एलटी में भर्ती के लिए 24 फरवरी को नियुक्ति विज्ञप्तिजारी की गई। अभ्यर्थी संतोष बिष्ट बताते हैं कि वर्ष 2005 में एलटी भर्ती सहायक अध्यापक के लिए न्यूनतम योग्यता केवलस्नातक निर्धारित थी। एनसीईआरटी की नियमावली के अनुसार एमए मांगा गया था, लेकिन बीएड का उल्लेख नहींथा। इस दफा पहली बार न्यूनतम शैक्षिक योग्यता एमए और बीएड निर्धारित की गई है। बताया कि चित्रकला विषय में बीएडहोता ही नहींहै। नवीन कैंतुरा ने कहा कि अर्हता मेंसंशोधन न किया गया तो हजारों अभ्यर्थी आवेदन करने से वंचित रह जाएंगे। प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से विज्ञप्ति जारी की गई है। यदि इसमेंकोईगलत शैक्षिक अर्हता मांगी गईहैतो इसमें संशोधन किया जाएगा।
-एनएस राणा, अपर शिक्षा निदेशक
उर्दू डिग्री धारकों ने चौथी काउंसिलिंग की उठाई मांग Fri, 28 Feb 2014 12:25 AM (IST) उर्दू डिग्री धारकों ने चौथी काउंसिलिंग की उठाई मांग
ReplyDeleteपीलीभीत : गुरुवार को फलाह ए आम इस्लामिक स्कूलमें उर्दू फेडरेशन की जानिब से आयोजितबैठक में मोअल्लिम डिग्री धारकों ने टीईटी पास आवेदकोंकी नियुक्ति केलिए चौथी काउंसलिंगकरानेकी मांग बुलंद की। करीबसालभर पहलेशुरू की गई उर्दूअनुवादक भर्तीप्रक्रिया पूरी न होने पर गम जाहिर किया। नए सिरे सेआवेदनों कोनकारते हुए उर्दू डिग्री धारकों ने हक की खातिर सड़कों पर उतरने का ऐलान किया।
उर्दू फेडरेशन के पूर्व प्रदेश सचिव शरीफअहमद ने बैठक को संबोधितकरतेहुए कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले मोअल्लिमडिग्रीधारकों के लिए चौथी काउंसलिंग कराई जाए। भर्ती के लिए दुबारा से आवेदन लेना नाइंसाफी है। क्योंकि इससे बेरोजगार मोअल्लिम डिग्री धारकों पर अनावश्यक आर्थिक भार पड़ेगा। मुफलिसी के चलतेकई डिग्री धारक आवेदन से भी महरूम रह सकते हैं। उन्होंनेउर्दू अनुवादक भर्ती प्रक्रिया को भीपूरा किए जाने की मांगउठाई। बैठक में मौजूद सभी उर्दूडिग्रीधारकों ने एकजुटता दिखाते हुए आंदोलन की हुंकार भरी। मुजीबसाहिल, शबाब शम्सी, रिजवाना सुल्ताना, हुमा परवीन, नफीस अहमद, मो. तारिक खां, नूर जहां, जावेद जका, नाजिममियां, ताहिरा, फरहाना, हाजिर बी, साजिया, साजिद, सायरा बी, ताबिंदा जमाल, शबाना खातून, सीमा, सीमा बानो, इरम फातिमा आदि रहे।
कोलकाता: प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर स्टे
ReplyDeleteFeb 26 2014 12:00AM
कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल मेंप्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति पर चार सप्ताह केलिए स्थगनादेश जारी कर दियाहै. प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा मेंउत्तीर्ण हुए उम्मीदवारों मेंसे कितनेप्रशिक्षण प्राप्त हैं, कितने अप्रशिक्षित हैं और कितने लोगों को नौकरी मिलीहै, इस संबंध मेंसुप्रीमकोर्ट नेराज्य सरकार से चार सप्ताह के अंदर हलफनामा मांगा है.
जस्टिस एसएस निज्जर व जस्टिस एके शिर्की की डिवीजन बेंच नेमंगलवार को यह निर्देश दिया. इसकेसाथ ही फिलहाल प्राथमिक शिक्षकों कीनियुक्ति टल गयी है.
राज्य सरकार की प्राथमिक शिक्षक नियुक्तिप्रक्रिया को चुनौती देतेहुए प्रशिक्षण प्राप्त लगभग100 अभ्यर्थियोंने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की है. उनका आरोप है कि पिछले साल 31 मार्च को प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (शिक्षक योग्यता परीक्षा-टेट) में एनसीटीइके निर्देशों का पालन नहींकिया गया है. इसके साथ ही परीक्षा की पद्धति में कई त्रुटियां भी हैं.
Postal Assistant Recruitment 2014 – Sorting Assistant 8243 Posts Apply Online: Department of Posts, Ministry of Communications & Information Technology has issued notification for the recruitment of 8243 Postal Assistants/ Sorting Assistants/ Postal Assistants (Savings Bank Control Organization)/ Postal Assistants (Mail Motor Services) and Postal Assistants (Circle and Regional Officers) for the year 2013-2014 in 22 Postal Circles in the Country.
ReplyDeleteEligible candidates can apply online from 26-02-2014 to 27-03-2014. O
KVS ANSWER KEY-DEC 13
ReplyDeleteROLL NO, BOOK SERIES, DOB, POST NAME DAAL KAR DEKHE
https://www.jobapply.in/kvs/KVS2013ANSWERKEY/KVS2013AnswerKeyNew.aspx
SC ME APNA STATUS DEKHO--
ReplyDelete53. SLP(C)No.29390/2013 RAM PRAKASH SHARMA & ORS MR. SAJITH. P XI A/N-H .Vs. MR. M.R. SHAMSHAD 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS MR. GOPAL SINGH (WITH APPLN.(S) FOR MS. SUSHMA SURI IMPLEADMENT AND WITH PRAYER FOR INTERIM RELIEF) WITH SLP(C)No.29885/2013 RAKAM SINGH MALIK & ORS MR. T. MAHIPAL XI A/N-H .Vs. MR. GOPAL SINGH 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH OFFICE REPORT) SLP(C)No.36455/2013 RAKHA RANI & ORS MR. SAJITH. P XI A/N-O .Vs. MR. M.R. SHAMSHAD 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS MR. GOPAL SINGH (WITH OFFICE REPORT) MS. SUSHMA SURI SLP(C)No.35964-35965/2013 RAM PHOOLBHATI MR. SARAD KUMAR XI A/N-O .Vs. SINGHANIA 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH OFFICE REPORT) SLP(C)No.1874-1902/2014 STATE OF U.P & ORS MR. SATYA MITRA GARG XI A/N-H .Vs. MR. ALOK GUPTA 2ND LISTING SHIV KUMAR PATHAK & ORS MR.M.P.JHA (WITH APPLN.(S) FOR MS. ABHA R. SHARMA PERMISSION TO FILE LENGTHY MRS.K. SARADA DEVI LIST OF DATES AND OFFICE MR. VISHWAJIT SINGH REPORT) MR. RAMESHWAR PRASAD GOYAL MR. VISHWA PAL SINGH MR. MANU SHANKER MISHRA DR. MONIKA GUSAIN MR. AMIT PAWAN MR. VIVEK SINGH MR. ROHIT SINGH SLP(C)No.4887/2014 YADAV KAPIL DEV LAL BAHADUR MR. GARVESH KABRA XI A/N-O & ORS .Vs. 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH PRAYER FOR INTERIM RELIEF AND OFFICE REPORT) SLP(C)No.1672/2014 SATBIR SINGH & ORS MR. ANJANI KUMAR XI A/N-H .Vs. MISHRA 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS SLP(C)No.33395-33402/2013 ASHOK KUMAR & ORS MR. SAJITH. P XI A/N-H .Vs. 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH PRAYER FOR INTERIM RELIEF AND OFFICE REPORT) SLP(C)No.1673/2014 MUNESH CHANDRA & ORS MR. SAJITH. P XI A/N-H .Vs. 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH OFFICE REPORT) SLP(C)No.1674/2014 BIRJESH KUMAR GAUTAM & ORS MR. ASHOK KUMAR XI A/N-H .Vs. SHARMA 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH OFFICE REPORT) SLP(C)No.62/2014 SHEO SHANKAR RAM & ORS. MR. ASHOK KUMAR XI A/N-H .Vs. SHARMA 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH PRAYER FOR INTERIM RELIEF AND OFFICE REPORT) SLP(C)No.35547/2013 BIJAY SINGH & ORS MR. PAHLAD SINGH XI A/N-H .Vs. SHARMA 2ND LISTING STATE OF U.P & ORS (WITH PRAYER FOR INTERIM RELIEF AND OFFICE REPORT)
एक किसान था. वह एक बड़े से खेत में खेती किया करता था. उस खेत के बीचो-बीच पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था जिससे ठोकर खाकर वह कई बार गिर चुका था और ना जाने कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के औजार भी टूट चुके थे.
ReplyDeleteरोजाना की तरह आज भी वह सुबह-सुबह खेती करने पहुंचा पर जो सालों से होता आ रहा था एक वही हुआ , एक बार फिर किसान का हल पत्थर से टकराकर टूट गया.
किसान बिल्कुल क्रोधित हो उठा , और उसने मन ही मन सोचा की आज जो भी हो जाए वह इस चट्टान को ज़मीन से निकाल कर इस खेत के बाहर फ़ेंक देगा.
वह तुरंत भागा और गाँव से ४-५ लोगों को बुला लाया और सभी को लेकर वह उस पत्त्थर के पास पहुंचा .
” मित्रों “, किसान बोला , ” ये देखो ज़मीन से निकले चट्टान के इस हिस्से ने मेरा बहुत नुक्सान किया है, और आज हम सभी को मिलकर इसे जड़ से निकालना है और खेत के बाहर फ़ेंक देना है.”
और ऐसा कहते ही वह फावड़े से पत्थर के किनार वार करने लगा, पर ये क्या ! अभी उसने एक-दो बार ही मारा था की पूरा-का पूरा पत्थर ज़मीन से बाहर निकल आया. साथ खड़े लोग भी अचरज में पड़ गए और उन्ही में से एक ने हँसते हुए पूछा ,” क्यों भाई , तुम तो कहते थे कि तुम्हारे खेत के बीच में एक बड़ी सी चट्टान दबी हुई है , पर ये तो एक मामूली सा पत्थर निकला ??”
किसान भी आश्चर्य में पड़ गया सालों से जिसे वह एक भारी-भरकम चट्टान समझ रहा था दरअसल वह बस एक छोटा सा पत्थर था !! उसे पछतावा हुआ कि काश उसने पहले ही इसे निकालने का प्रयास किया होता तो ना उसे इतना नुक्सान उठाना पड़ता और ना ही दोस्तों के सामने उसका मज़ाक बनता .
Friends, इस किसान की तरह ही हम भी कई बार ज़िन्दगी में आने वाली छोटी-छोटी बाधाओं को बहुत बड़ा समझ लेते हैं और उनसे निपटने की बजाये तकलीफ उठाते रहते हैं. ज़रुरत इस बात की है कि हम बिना समय गंवाएं उन मुसीबतों से लडें , और जब हम ऐसा करेंगे तो कुछ ही समय में चट्टान सी दिखने वाली समस्या एक छोटे से पत्थर के समान दिखने लगेगी जिसे हम आसानी से ठोकर मार कर आगे बढ़ सकते हैं |
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ReplyDeleteजिंदगी भी एक चाय की तरह होती है .
ReplyDelete.
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अपने घमंड को उबालो..
चिंताओं को भाप बना कर उड़ा दो..
अपने दुखों को अदरक की तरह पीस दो...
दूध और चीनी रूपी अच्छाई को मिलाओ और त्रुटियों को छानकर फेंक दो इस तरह बना हुआ चाय रूपी सुख का चुस्की लेते हुवे मीठा स्वाद लो !
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दोस्तोँ एक बार ये वाली चाय पीकर तो देखो , सच में .....
अगर मजा न आए तो बताना .
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और अभी मेरी वाली चाय बना रही है इसलिए मुझे ये खयाल आया तो मैने कह दिया !
सर्वोच्च न्यायालय की ताकत --
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सहारा समूह के मुखिया को लखनऊ पुलिस ने अपनी custody में ले लिया, सर्वोच्च न्यायालय ने एक तारीख में इनको अपने निदेशकों के साथ उपस्थित होने को कहा । सभी निदेशक अपना बोरिया बिस्तर बाध के time से पहुंच गये । इन्होंने थोड़ी मर्दानगी दिखानी चाही,सर्वोच्च न्यायालय ने पुछा क्यों नहीं आया सुब्रतो राय , तो दिग्गज वकील राम जेठ मलानी ने कहा कि उनकी माता की तबीयत खराब है, ये बहाना तो हम लोग स्कूल में बताने के बाद भी अध्यापक दो मिनट के लिए मुर्गा बना देता था, वो तो फिर सर्वोच्च न्यायालय। माननीय जज महोदय ने जब गैर जमानति वारन्ट जारी किया तो पतलून गिली हो गयी, अब कह रहे हैं कि SC जो कहेगी हम तुरंत करने को तैयार हैं,कभी कभी जब सीधी उगली से घि नहीं निकलता तो टेढ़ी करनी होती है, फिर सर्वोच्च न्यायालय जब उगली टेढ़ी करता है तो ना घि बचता है ना डिब्बा।
ये जरुरी तो नहीं कि डाक्टर का बेटा डाक्टर ही हो...
ReplyDeleteअभिनेता का बेटा अभिनेता ही हो...
किसान का बेटा किसान ही हो....
सैनिक का बेटा सैनिक ही हो....
क्रिकेटर का बेटा क्रिकेटर ही हो....
चोर का बेटा चोर ही हो....
इसलिए जरूरी नहीं कि देशभक्त का बेटा देशभक्त ही हो...
कहने का मतलब ये है कि बाप दादा का चरित्र बेटे या पोते के चरित्र का मानक नहीं हो सकता
Umashankar Ji aage Kya ho raha hai agar aap ko jankari hai to kripya share kare Aur aage Kya hone ki sambhawana hai dhanyawad
ReplyDeleteAnil Kumar Verma
ReplyDeleteA/C-33547816669
BRANCH-Shahjadpur Ambedkar Nagar
IFSC CODE-SBIN0012322
Avanish Yadav
A/C-32980061185
BRANCH-Sandi Hardoi
IFSC CODE-SBIN0011182
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बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है.....
Mohabbat Unko Bhi Thi Hume Bhi Kam Nahi
ReplyDeletePar "Woh Aa Ke Manayehn: Dono Hi Sochte Rahe
Mohabbat Unko Bhi Thi Hume Bhi Kam Nahi
ReplyDeletePar "Woh Aa Ke Manayehn: Dono Hi Sochte Rahe
दोस्तोँ नमस्कार!
ReplyDeleteआज सुबह वो नोटिस मिला जो सुप्रीम कोर्ट ने सभी याचियोँ को भेजा है।वो दस्तावेज 266 पेज का है और सब कुछ इतना स्पष्ट लिखा है कि मुझे 100% विश्वास हो गया है यह भर्ती सिर्फ और सिर्फ टेट मेरिट से बहुत जल्द होने जा रही है।साफ लिखा है कि NCTE के नियम नं. 9 के अनुसार टेट वेटेज अनिवार्य है।बिल्कुल साफ लिखा है कि 30-11-2011 का विज्ञापन 23-08-2010 के नोटिफिकेशन और NCTE की गाईडलाइन 11-02-2011 के अनुसार
सत्य था ॥
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Zarurat Aur khwahish Dono Hi Tum Ho...
"Khuda" Meharban Hai koyi Ek Toh Puri Hogi...!!
UPTET 2011 उत्तीर्ण ऐसे सभी अभ्यर्थी जिन्हे अपने टेट अंको की बदौलत शिक्षक बनने पर भरोसा है जिन्होने अभी तक सर्वोच्च न्यायालय मे टेट मैरिट की विजय हेतु अपना आर्थिक योगदान अपरिहार्य कारणो से नही दिया है या पुनः देना चाहते है टेट मैरिट की विजय सुनिश्चित करने के लिए अपने जिला अध्यक्ष के विश्वसनीय खातों मे से किसी एक मे या सभी मे आज से कल तक अपना आर्थिक योगदान देकर अपना फर्ज निभाएँ और टेट मेरिट के लिए आपकी लड़ाई लड़ने वालों के हाथ मजबूत करे । ये चल रहे विवाद आपसी है जो समय रहते स्वतः खत्म हो जाएगा ऐसा मुझे विश्वास है ।
ReplyDelete3 मार्च के लिए नामित सभी वकील किसी व्यक्ति के लिए नही बल्कि आपकी प्रिय टेट मेरिट की रक्षा करते हुए शीघ्र भर्ती शुरू करने हेतु प्रयास करेंगे । आपका सहयोग 3 मार्च को आपकी विजय को ऐतिहासिक बना सकता है । जय टेट मैरिट !
ReplyDeleteजय टेट मोर्चा !
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तेरी दिवानगी ने छीन ली है शरारतें मेरी..
और
लोग समझते हैं कि मैं अब सुधर गया हूँ..
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वो इस चाह में रहते है के हम उनको
उनसे मांगे,
और हम इस गुरुर में रहते है के हम
अपनी ही चीज़ क्यूँ मांगे...............
Umashankar Ji Vijay to tet merit ki hi hogi kyo ki ye Vijay satya ki hai. Kya aap general ki last merit Kya jayegi bata sakte hai aggar aap ke pass Koi idea hai to share kare.
ReplyDelete95
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमै मेरिट के के बारे में कोई भी बात नहीं करता हूँ !
ReplyDeleteapne 75 jile ki merit post kar di aur kah rahe ho me merit ki baat nahi karta.
ReplyDeleteapne 75 jile ki merit post kar di aur kah rahe ho me merit ki baat nahi karta.
ReplyDeleteJeet to tet merit ki ho chukki h we all know.ye sb koi tet koi ac koi nutral k name par paise mang rhe sb fraud h.kisi b ac me paise na jama kre
ReplyDeletekakhimpur last cut off kya hoga sambhavtah?
ReplyDeleteFact is that k sbi vakilon ki fees jama ho chuki h ab jo b paise maag rha h vo apka bevkuf bnakr kmai k chakkr me h .jai tet
ReplyDeleteLakhimpur minm 115 first mrt sbse jyada farm vhi h
ReplyDeleteGovt anyay pr aye to kya kr skti h dekhna ho to tet mrt walo ko dekho n nyaypaluka nyay pr aye to kya 3 march ko srjar acd walo ki shkl dekh lena
ReplyDeleteTet morcha kai paas 80 lakh rupai pahuch gayai hai aisa dusarai sites sai pata chla hai kya sahi baat hai
ReplyDeletedeepak bhai me minimam puchh raha hun.115 to max hai.per kitne guna hai.??
ReplyDeleteAnwar bhai 95 tak sab safe h
Delete--हाथी--
ReplyDelete1 . हाथी लेट कर नही ब्लकि खड़े
होकर
ही सोते हैं.
2. हाथीयों में यौवन
अवस्था आमतौर
पर 13 जा 14 साल की आयु में आ
जाती है.
3. एक हाथी पानी की गंध
को 4.5
किलोमीटर की दुरी से सूंघ
सकता है.
4. हाथी दिन में बहुत कम सोते हैं.
बस
ज्यादा से ज्यादा 4 घंटे.
5. हाथी एक एकलौता जानवर है
जो कि कूद नही सकता और
जिसके
चार घुटने होते है.
6. हर हाथी की गरज़ भी हम
मनुष्यों की आवाज की तरह
भिन्न
होती है.
7. हाथी कभी भी आपस में
नही लड़ते.अगर
किसी हाथी को कोई
चोट लगती है
तो दुसरा हाथी उसकी सहायता जरूर
करता है.
8. अगर किसी झुंड का एक
हाथी मर
जाए तो सारा झुंड अजीब-
अजीब
तरह से गरज़ कर शौक मनाता है.
9. हाथी साफ सुथरा रहना पसंद
करते हैं
और हर रोज नहाते हैं.
10. हाथी अपनी सूँढ से एक फर्स पर
गिरा छोटा सा सिक्का भी उठा सक
ते हैं.
11. अब तक दुनिया में प्राप्त हुए
भिन्न
जीवाश्मों से पता चला है
कि आज से
5 करोड़ साल पहले
हाथियों की करीब 170
प्रजातीयां विकसित थी.यह
जीवाश्म ऑस्ट्रेलीया और
अंर्टाकटिका को छोड़
सभी महाद्वीपों में पाए गए हैं.
12. मादा हाथी हर 4 साल में
एक बच्चे
को जरूर जन्म देती है.
इसका गर्भकाल औसतन 22 महीने
तक
का होता है. 1 प्रतीशत
मामलों में
जुडवा बच्चे जन्म लेते हैं. नव जन्में
हाथी की लंम्बाई लगभग 83
सेंटीमीटर और वजन 112
किलो तक
का होता है.
13.
अफरीकी मादा हाथियों का गर्भका
ल 22 महीने का होता है.
14. इतने बड़े कान होने के बाद
बावजूद
भी हाथी की सुनने
की समता कम
होती है.
MORADABAD DIST KI TEAM NE ..... ANIL BAGPAT KE ACCOUNT ME 15,000/- (BY COUNTER) ...
ReplyDeleteAND JITENDRA SINGH KE ACCOUNT ME 5,000/- (BY ATM -ACCOUNT BASE TRANSFER FROM ACCOUNT HOLDER-----SHAHVEZ ALI)DEPOSITE KAR DIYE HAIN....
... ZUBAIR NASIR, MORADABAD
Meri Aankhon Ko Haseen Nazara De Do,
ReplyDeleteMujhe Phir Se Wo Khwaab Dobara De Do,
Wo Tera Saath Aur Wo Teri Hi Mohabbat,
Ek Baar Aur Ehsaas Mujhe Pyaara De Do,
Waqt Guzar Jaye Mera Jin Yaadon Ke Bich
,Aise Khushnuma Waqt Ka Guzaara De Do,♥
दोस्तों आप सभी के सहयोग से हम लोग फिर एक बार सुप्रीम कोर्ट में आपनी पुरानी काउंसिलिँग के टीम के साथ लड़ेगे.नरीमन , सतीश चँद्र मिश्रा , विपुल महेश्वरी मीनाक्षी अरोरा हमारे साथ जीत का संखनाद करेगे.
ReplyDeleteआज आप के सहयोग के लिये हम आप लोगो का आभार व्यक्त करते हे.ये जीत आप की ही हम आप के सहयोग के बिना इस महान लक्ष्य को नही प्राप्त कर सकते थे.
ReplyDeleteवास्तविक सब्दो में ये जीत एकता ,विश्वास,सहयोग,और त्याग की जीत होगी.ये जीत सुजीत ,सदानंद , श्यामदेव ,जितेन्द्र . की जीत नही ये आप की जीत होगी.आप ने हमे उन काटोँ भरे रास्तो पे चलने की हिम्मत दी.जब हम निराश थे आप ने हमे हौसला दिया. तपती धूप हो या कपकपाती ठँढ आप से हमे ताकत मिली. दोस्तों अब हम इतिहास लिखने जा रहे हे. मैँ भगवान से बस यही कामना करुगा की इस बार की होली रंगों से भरी हो.
जय टी इ टी जय जय भारत
kabhi-kabhi kashtiya kinaro par doob jati hain.isliye hame case jeetane ke liye poori sawdhani se kadam aage badana hoga.sarkar ko kisi bhi keemat par kamjor nahi samajhna chahiye.
ReplyDeletekabhi-kabhi kashtiya kinaro par doob jati hain.isliye hame case jeetane ke liye poori sawdhani se kadam aage badana hoga.sarkar ko kisi bhi keemat par kamjor nahi samajhna chahiye.
ReplyDeletekabhi-kabhi kashtiya kinaro par doob jati hain.isliye hame case jeetane ke liye poori sawdhani se kadam aage badana hoga.sarkar ko kisi bhi keemat par kamjor nahi samajhna chahiye.
ReplyDeleteSUBRAT RAI SAHARA KHUD BE SAHARA HO GAYE.KYA AZEEB ITTEFAK HAI KI JO MULAYAM SINGH YADAV APANE KHASH BUSINESSMAN KE LIYE KABHI APNI JANI DUSHMAN MAYAWATI KE DARBAR ME FARIYAD LEKAR GAYE THE UNHI MULAYAM KI SARKAR ME AAJ SAHAR KO POLICE PAKAD KAR LE GAYI AUR WO KUCHH NAHI KAR PAYE KYOKI YE SUPREME COURT KA ORDER THA AUR YADI COURT KA ORDER HAMARE PAKSH ME AAYA TO BHI MULAYAM YA USKE CHATUKAR KUCHH NAHI KAR PAYENGE,LEKIN USKE LIYE ZAROORI HAI KI SC KA FAISLA HAMARE PAKSH ME AAYE
ReplyDelete२ साल से अधिक से चल रही अपनी इस लड़ाई ने इससे जुड़ी हर शख्शियत को कुछ न कुछ बख्शने की इनायत ज़रूर की है.
ReplyDelete.
किसी को कुछ, तो किसी को कुछ मिला अवश्य है.
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वो चाहे कड़ुवे-खट्टे अनुभव हो या ऐसे पल जिन्हें वो बार-बार याद करना चाहेगा.
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किसी को अपनी शानों-शौकत दिखानी है तो किसी को अपना रूतबा कायम करना है.
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चमचागिरि की तो पूछो ही मत.
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चमचों की तो यहाँ भरमार है. ढूँढ़ने की जरूरत ही नही है. खुद-ब-खुद मिल जाते हैं. ऐसे कि मानों उनका जन्म ही इसी काम के लिये हुआ हो और इस टेट की लड़ाई ने उनकी मनोकामना को पूरा कर दिया हो.
थोड़ा सा और रुक जाओ. ३ मार्च को अपनी विजयपताका लहराने के पश्चात ये सबकुछ करने का खूब मौका मिलेगा लेकिन तब तक थोड़ी सी शांति बनाये रखें.
ReplyDelete.
कोर्ट के मामले में तो कुछ झूठ की पराकाष्ठा से भी बहुत आगे जा चुके हैं. कुछ इतने आगे कि ऐसा लगता है कि उनका मकसद ही कुछ और है.
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फ़िलहाल इन सब बातों को दरकिनार करते हुए हमें ३ मार्च पर फ़ोकस करना है. माननीय सु.कोर्ट में हमारा पक्ष रखने वाले वकीलों की फ़ीस पूरी करनी है जो अभी तक भी कम पड़ रही है. इसकी पूर्ति हेतू आप सभी डियर्स से निवेदन है कि आप स्वेच्छा से अनिल वर्मा जी-अंबेड़करनगर, अवनीश यादव जी-हरदोई या फ़िर जितेंद्र जी इनमें से किसी भी अकाउंट में अपना अमूल्य सहयोग अवश्य करें.
ReplyDeleteवैसे तो इनके खाते नं पोस्ट हो चुके हैं फ़िर भी अगर आपके पास न हो तो मेरे इनबोक्स में संपर्क कर सकते है.
ReplyDelete.
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धन्यवाद....!!!!!
TET MERIT KITNI JAYEGI ISKA EK SATEEK ANUMAN BATAYA JAYEGA KYONKI OLA ADV. KE FORM KE DATA BANATE MAINE DIET ME KHUD DEKHA THA.DIET KA PRATEK VYAKTI TAB FORM CHHATANE ME HI VAYST THA.LEKIN SUPRE COURT KE SAKARATMAK FAISLE KE PAHLE TET MERI KI BAT KARNE KA KOI MATLAB NAHI KYONKI SUPREME COURT KA FAISLA HAMARE PAKSH ME AAYE ISKI SAMBHAWNA HAI,GUARANTEE NAHI.SO FIRST OF AAL FIGHT TO WIN.
ReplyDeletedeepak bhai mera gen 106 hai.tention isliye hai ki ghar wale mere uper nirbhar hain.me soch raha hu ki old ad me agar kisi bhi jile me naam na aya to kya hoga bas isiliye puchh raha tha.
ReplyDeleteAnwar bhai aap zilo k name batayen hm btayenge selection ka status
Deletefriends ,
ReplyDeleteregistrar ,supreme
court ke anusar ,state ki
appeal allow ki jaye ya na ki
jaye iska decision nahi hua
hai .iska decision 3rd march
ko hoga .assistant registrar
dwra bheji gayi notice ka
ansh jiske anusar hamare
bhaiyon ko 3rd march ko
state ki appeal ko dismiss
karwane ke liye bahas
karwani hai .jiske liye court
mai hamara defence strong
hona jaruri hai (YOU MAY
APPEAR BEFORE THE COURT
EITHER IN PERSON OR
THROUGH THE COUNSEL
AND SHOW CAUSE TO THE
COURT AS TO WHY SPECIAL
LEAVE SUBJECT TO INTERIM
RELIEF AS PRAYED FOR BE
NOT GRANTED AND THE
RESULTANT MAY NOT BE
ALLOWED .
registrar sahab
ReplyDeletene kaha hai ki service
complete hone ke bad hi
interim relief ki prayer ko
suchibadh kiya jayega (THE
PRAYER FOR INTERIM RELIEF
AFTER NOTICE WILL ALSO BE
LISTED AFTER THE COURT
ON THE SAID RETURNABLE
DATE .
sath mai state ke
ReplyDeleteinterim relief ke prayer ke
khilaf arguments ko
affidavit ke jariye file karne
ko kaha hai (YOU MAY FILE
AN AFFIDAVIT IN
OPPOSITION TO THE
PETITION TWO WEEKS
BEFORE THE DATE
APPOINTED FOR
HEARING )
.registrar sahab
ReplyDeletene yeh bhi kaha hai ki agar
ap court mai apni upasthiti
darj karne mai asfal hote
hai to apko anya koi notice
nahi bheji jayegi wa matter
apki anupasthiti mai bhi
nistarit kar diya jayega .agar
is antim bindu par vichar
kare to iske anusar hamara
matter 3rd march ko YA
uske bad appeal sunwayi ke
liye swikar hone ki dasha
mai nistarit kar diya jayega
(IF YOU FAIL TO ENTER
APPEARANCE NO FURTHER
NOTICE WILL BE GIVEN TO
YOU EVEN AFTER THE
GRANT OF SPECIAL LEAVE
FOR HEARING AND MATTER
SHALL BE DISPOSED OFF IN
YOUR ABSENCE).
kehne ka
ReplyDeletematlab yeh hai ki 3rd march
hearing ka final date bhi ho
sakti hai YA ek everlasting
hearing ki begining. .agar
3rd march ko bhi s c state
interim relief nahi deta aur
tab bhi ham contempt ki
appeal file nahi karte hai to
s c mai date ke khel ko
enjoy karo .with best wishes
to all of us
पत्नी और घड़ी के बीच का संबंध!
ReplyDeleteसमानताएं:
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1. घड़ी चौबीस घंटे टिक-टिक करती रहती है, और पत्नी चौबीस घंटे किट-किट करती रहती है।
2. घड़ी की सूइयाँ घूम-फिर कर वहीं आ जाती हैं। उसी प्रकार पत्नी को आप कितना भी समझा लो, वो घूम- फिर कर वहीं आ जायेगी और अपनी ही बात मनवायेगी।
3. घड़ी बिगड़ जाये तो मैकेनिक के यहाँ जाती है। पत्नी बिगड़ जाये तो मायके जाती है।
4. घड़ी को चार्ज करने के लिये सेल (बैटरी) का प्रयोग होता है, और पत्नी को चार्ज करने के लिये सैलेरी का प्रयोग होता है।
विषमतायें:
1. घड़ी में जब 12 बजते हैं तो तीनों सूइयाँ एक दिखाई देती हैं, लेकिन पत्नी के जब 12 बजते हैं तो एक पत्नी भी 3-3 दिखाई देती है।
2. घड़ी के अलार्म बजने का फिक्स टाइम है, लेकिन पत्नी के अलार्म बजने का कोई फिक्स टाइम नहीं है।
3.घड़ी बिगड़ जाये तो रूक जाती है, लेकिन जब पत्नी बिगड़ जाये तो शुरू हो जाती है।
4. सबसे बड़ा अंतर ये कि घड़ी को जब आपका दिल चाहे बदल सकते हैं, मगर पत्नी को चाह कर भी बदल नहीं सकते, उल्टा पत्नी के हिसाब से आपको खुद को बदलना पड़ता है।
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बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है.....
23 वर्ष पहले पूजा भट्ट की फिल्म आई थी "सड़क" और अब उसकी बहन आलिया भट्ट की फिल्म आई है "हाईवे", देश का विकास तो हुआ है।
ReplyDelete- पप्पू गाँधी
"भारत मे अगर ट्रेन के नाम 'हिरोइनों' के नाम पर होते तो खबर कुछ ऐसी होती"|
ReplyDelete==============================
1. त्यौहार के भीड़ के कारण आज बीपाशा ओवरलोड हो कर गई"|
2. सोनाक्षी के नीचे आने से दस आदमी कि मौत"|
3. एक्सीडेंट मे मल्लिका कि पिछली बोगी तबाह"|
4. तेज रफ़्तार कि वजह से कंगना पटरी से उतर गई"|
5. सोहा पर चढ़ने वालों कि तादाद मे इजाफा"|
6. कैटरीना पर बिना टिकट चढ़ते हुए 7लोग गिरफ्तार"|
7. राखी का इंजन फेल"|
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ReplyDelete.
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वो इस चाह में रहते है के हम उनको
उनसे मांगे,
और हम इस गुरुर में रहते है के हम
अपनी ही चीज़ क्यूँ मांगे...............
हाँथोँ की लकीरोँ पे कभी भरोसा न करना ऐ दोस्त....
ReplyDeleteक्योँकि तक़दीर तो उनकी भी होती है, जिनके हाँथ नहीँ होते...!
आज शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो कभी सिग्नेचर या हस्ताक्षर नहीं करता है। हर छोटे-बड़े पेपर वर्क में हमें सिग्नेचर करने होते हैं। जॉब या नौकरी करने वाले व्यक्ति को ऑफिस में अपनी उपस्थित दर्ज कराने के लिए प्रतिदिन हस्ताक्षर करते हैं। इसी वजह से हस्ताक्षर का काफी अधिक महत्व है।
ReplyDelete.
सिग्नेचर व्यक्ति की मुहर का यानी स्टाम्प का ही काम करते हैं। किसी भी कार्य से संबंधित पेपर्स पर यदि आपके हस्ताक्षर है तो यही माना जाएगा कि आपने उस काम को अपनी सहमति प्रदान कर दी है।
ReplyDeleteहस्ताक्षर की महत्ता को देखते हुए ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनसे किसी भी स्त्री-पुरुष के हस्ताक्षर देखकर ही उसके स्वभाव की गुप्त बातें मालूम की जा सकती है।
ReplyDelete.
1) जो लोग हस्ताक्षर का पहला अक्षर बड़ा लिखते हैं वे विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य को अपने ही अलग अंदाज से पूरा करते हैं। पहला अक्षर बड़ा बनाने के बाद अन्य अक्षर छोटे-छोटे और सुंदर दिखाई देते हों तो व्यक्ति धीरे-धीरे किसी खास मुकाम पर पहुंच जाता है। ऐसे लोगों को जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं !
ReplyDelete.
2) जो लोग बुरी तरह से, जल्दी-जल्दी और अस्पस्ट हस्ताक्षर करते हैं वे जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसे लोग सुखी जीवन नहीं जी पाते हैं। हालांकि ऐसे लोगों में कामयाब होने की चाहत बहुत अधिक होती है और इसके लिए वे श्रम भी करते हैं। ये लोग किसी को धोखा भी दे सकते हैं। इनका स्वभाव चतुर होता है इसी वजह से इन्हें कोई धोखा नहीं दे सकता।
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3) कुछ लोग अपने हस्ताक्षर को तोड़-मरोड़ कर या टुकड़े-टुकड़े में करते हैं, हस्ताक्षर के शब्द छोटे-छोटे और अस्पष्ट होते हैं जो कि आसानी से समझ नहीं आते हैं। ऐसे लोग सामान्यत: बहुत ही चालाक होते हैं। ये लोग अपने काम से जुड़े राज किसी के सामने जाहिर नहीं करते हैं। कभी-कभी ये लोग गलत रास्तों पर भी चल देते हैं और किसी को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।
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4)जो लोग कलात्मक और आकर्षक हस्ताक्षर करते हैं वे रचनात्मक स्वभाव के होते हैं। उन्हें किसी भी कार्य को कलात्मक ढंग से करना पसंद होता है। ऐसे लोग किसी न किसी कार्य में हुनरमंद होते हैं। इन लोगों के काम करने का तरीका अन्य लोगों से एकदम अलग होता है। ऐसे हस्ताक्षर वाले लोग पेंटर या कोई कलाकार भी हो सकते हैं।
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5) कुछ लोग हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन खींचते हैं। जो ऐसे सिग्नेचर करते हैं उनमें असुरक्षा की भावना अधिक होती है। ऐसे लोग किसी भी कार्य में सफलता को लेकर संशय में रहते हैं। खर्च करने में इन्हें काफी बुरा महसूस होता है अर्थात ये लोग कंजूस भी हो सकते हैं।
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6) जो लोग हस्ताक्षर करते समय नाम का पहला अक्षर थोड़ा बड़ा और पूरा उपनाम लिखते हैं वे अद्भुत प्रतिभा के धनी होते हैं। ऐसे लोग जीवन में सभी सुख-सुविधाएं प्राप्त करते हैं। ईश्वर में आस्था रखने वाले और धार्मिक कार्य करना इनका स्वभाव होता है। ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखी होता है।
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7) जिन लोगों के हस्ताक्षर एक जैसे लयबद्ध नहीं दिखाई देते हैं वे मानसिक रूप से अस्थिर होते होते हैं। इन्हें मानसिक कार्यों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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8) जिन लोगों के हस्ताक्षर सामान्य रूप से कटे हुए दिखाई देते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले होते हैं। इन्हें किसी भी कार्य में असफलता पहले नजर आती है।
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9) जिन लोगों के सिग्नेचर मध्यम आकार के अक्षर वाले, जैसी उनकी हैंड राइटिंग है, ठीक वैसे ही हस्ताक्षर हो तो व्यक्ति हर काम को बहुत ही अच्छे ढंग से करता है। वह हर काम में संतुलन बनाए रखता है। ये लोग दूसरों के सामने बनावटी स्वभाव नहीं रखते हैं। जैसे ये वास्तव में होते हैं ठीक वैसा ही खुद को प्रदर्शित करते हैं।
ReplyDelete10) जो लोग अपने हस्ताक्षर को नीचे से ऊपर की ओर ले जाते हैं वे आशावादी होते हैं। निराशा का भाव उनके स्वभाव में नहीं होता है। ऐसे लोग भगवान में आस्थ रखने वाले भी होते हैं। इनका उद्देश्य जीवन में ऊपर की ओर बढऩा होता है। इस प्रकार हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति अन्य लोगों का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखते हैं।
ReplyDeleteजिन लोगों के हस्ताक्षर ऊपर की नीचे की ओर जाते हैं वे नकारात्मक विचारों वाले हो सकते हैं। ऐस लोग किसी भी काम में असफलता की बात पहले सोचते हैं।
रात को सोने से पहले एक मच्छर जरूर मार दिया करेँ,
ReplyDeleteताकि
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बाकी के मच्छर उसके अंतिम संस्कार में चले जायें, और आप मज़े से सो जायें।
कसम से
बचपन से intelligent हूँ, पर कभी घमंड नहीं किया॥
शुभ रात्रि।
टीईटी
ReplyDeleteबिना साक्ष्यस्वीकार नहीं होगी आपत्ति
आॅनलाइन ही दर्ज करानी होगी शिकायत
आंसर कीके दो-तीन दिनोंमेंजारी होने कीसंभावना
इलाहाबाद। बीते 22 और 23 फरवरी को हुईयूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा की आंसर की पर आपत्तियां इस बार बिना साक्ष्य के स्वीकार नहींकी जाएगी। खास यह हैकि इस बार परीक्षार्थी आपत्तियां ऑनलाइन ही दर्ज करा सकेंगे। डाक या फिर सीधे दफ्तर में आपत्तियाें को स्वीकार नहीं किया जाएगा। सचिवपरीक्षा नियामक द्वारा आपत्तियां दर्ज कराने के लिए बाकायदा प्रारूप भीतैयार किया गया है। जिसे वेबसाइट पर डाउनलोड कर दिया जाएगा।
जून 2013 में हुए टीईटी के बाद जब वेबसाइट पर आंसर की जारी करने केबाद आपत्तियांलिए जानेके दौरान काफी दिक्कतें आईथीं। परीक्षार्थीडेढ़ दो महीने तक आपत्तियां दर्ज करातेरहे। इसके साथ परीक्षार्थियों द्वारा जो आपत्तियां दर्ज कराई गई, उसमेंकाफी संख्या में ऐसी थी जिसमें साक्ष्य ही नहींलगाए गए थे।
इसके अलावा आधी अधूरी जानकारी केसाथ आंसर की पर आपत्तियां दर्ज कराई गईथी। जिस वजह सेसंशोधन का मामला तीन महीने तक खिंच गया और प्रमाण पत्र भी परीक्षार्थियों को काफी देर में मिल सके। इस तरह की परेशानियां इस बार न हो, इसकेलिए न केवल सिर्फ ऑनलाइन आपत्ति ली जाएगी, बल्कि इसके लिए एक प्रारूप भी तैयार किया गया है।
सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी नीना श्रीवास्तव ने बताया कि आपत्ति दर्ज कराने केलिए दिए गए प्रारूप में परीक्षार्थी को टीईटी का स्तर, प्रश्न संख्या, सीरीज संख्या आदि जानकारियोंके साथ साक्ष्य भी प्रस्तुत करना होगा। आंसर की के दो-तीन दिनोंमें जारी होनेकी संभावना है।
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Kisi ki anmol chahat ko mazak me na lena,
Kisi se dil laga ke tod na dena,
Jis ko tumhare bina jine ki aadat na ho usko,
Akele jine ke liye chhod na dena.........!!
अगर मिलती मुझे एक दिन कि बादशाही,
ReplyDelete"तो ए दोस्त ...."
तेरी रियासत में मेरी तस्वीर के सिक्के चलते..
तो 3 मार्च से परीक्षा शुरू हो रही हैं बोर्ड की , सभी बच्चे बच्चियों के लिए कुछ विशेष प्रयोग जो बहुत मददगार होंगे ढंग से पढाई करने में !
ReplyDeleteमार्कण्डेय पुराण के अनुसार, घर-परिवार और समाज व्यक्ति का साथ छोड देता है, लेकिन सरस्वती अर्थात विद्या कभी साथ नहीं छोडतीं। बौद्धिक क्षमता विकसित करने, चित्त की चंचलता एवं अस्वस्थता दूर करने के लिए शिक्षा की विशेष उपयोगिता है। शिक्षा प्राप्ति के लिए अवश्यक है जीवन में परीक्षाओं को उर्तीण करना।
ReplyDeleteपरीक्षा में अच्छे अंक एवं सफलता प्राप्त करने के लिए
* तुलसी पत्र और डली वाली मिश्री को महीन पीस लें। रोजाना इस रस का सेवन करने से स्मरण शक्ति तीव्र होती है।
* पुष्य नक्षत्र के दिन शुभ मूर्हत देखकर इमली के पत्तों को अपनी पुस्तकों में सहज कर रखें।
* परीक्षा भवन में प्रवेश करने से पूर्व निम्न चौपाई का 108 बार पाठ करने से सफलता आपके कदम चूमेंगी।
'गुरु ग्रह गए पढ़न रघुराई। अल्पकाल विद्या सब आई।'
* पढ़ने वाले बच्चे का मन पढ़ाई में विचलित होता हो तो मंगलवार को मसूर की लाल दाल के कुछ दानें नवीन लाल कपड़े की थैली में बांध कर उसकी पॉकेट में रखें।
* 14 दिन तक बिना लड़ी तोड़े हुए निम्न मंत्र का जाप करें और सरस्वती माता की पूजा अर्चना करते हुए उन्हें लाल पुष्प व लाल वस्त्र अर्पित करें।
'ऊँ ह्रीं अर्हंणमो क्रुद्ध बुद्धिणं' या 'वद् वद् वागवादिनी नम:'
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इस उपाय में जीवन की सफलता का रहस्य छिपा है।
* परीक्षा भवन में जानें से पूर्व एक गिलास पानी अवश्य पीएं। ऐसा करने से जल संचित होने के बाद न्युरोनों की चार्जिंग हो जाती है। पानी पीने से चित्त और नसें शांत होती हैं।
ReplyDelete* इसके अलावा परीक्षा भवन में जाते समय प्रभु श्री राम का ध्यान करें तथा साथ ही यह मंत्र ग्यारह बार जपें...
प्रवसि नगर कीजै सब काजा ह्वदय राखि कौशलपुर राजा।
टेट मेरिट के शेरो बिना जाच पडताल के अफवाहो पर ध्यान ना दे ।
ReplyDeleteहमारे कोई याचीकर्ता काऊण्टर नहीँ दाखिल किया हैँ ना करेगा ।
हम जीतेगे तीन को 4 को हौली खेल के आयेगेँ
आपकी जानकारी में भी जो बच्चे बोर्ड की परीक्षा दे रहे हैं उन्हें अवश्य बतांए |
ReplyDeleteपरीक्षा में सफल होने के लिये
परीक्षा में सफल होने के लिए विद्यार्थी नीचे दिये गये प्रयोगों का अवलम्बन लें।
विद्यार्थी को अध्ययन के साथ-साथ जप, ध्यान, आसन एवं प्राणायाम का नियमित अभ्यास करना चाहिए। इससे एकाग्रता तथा बुद्धिशक्ति बढ़ती है।
सूर्य को अर्घ्य देना, तुलसी सेवन, भ्रामरी प्राणायाम, बुद्धिशक्ति एवं मेधाशक्तिवर्धक प्रयोग व सारस्वत्य मंत्र का जप – ऐसे बुद्धिशक्ति और स्मरणशक्ति बढ़ाने के प्रयोगों का नियमित अभ्यास करना चाहिए।
प्रसन्नचित्त होकर पढ़ें, तनावग्रस्त होकर नहीं।
सुबह ब्राह्ममुहूर्त में उठकर 5-7 मिनट ध्यान करने के पश्चात पढ़ने से पढ़ा हुआ जल्दी याद होता है।
देर रात तक चाय पीते हुए पढ़ने से बुद्धिशक्ति का क्षय होता है।
टी.वी. देखना, व्यर्थ गपशप लगाना इसमें समय न गँवायें।
प्रश्नपत्र मिलने से पूर्व अपने इष्टदेव या गुरु देव को प्रार्थना करें।
सर्वप्रथम पूरे प्रश्नपत्र को एकाग्रचित्त होकर पढ़ें।
सरल प्रश्नों के उत्तर पहले लिखें।
यदि किसी प्रश्न का उत्तर न आये तो निर्भय होकर भगवत्स्मरण करके एकाध मिनट शांत हो जायें, फिर लिखना शुरु करें।
मुख्य बात है कि किसी भी कीमत पर धैर्य न खोयें। निर्भयता बनाये रखे एवं दृढ़ पुरुषार्थ करते रहें।
इन बातों को समझकर इन पर अमल किया जाय तो केवल लौकिक शिक्षा में ही नहीं वरन् जीवन की हर परीक्षा में विद्यार्थी सफल हो जायेगा।
mere jaisa lazy hai koi puri dunia me....
ReplyDelete28 feb ko soya tha aur aaj 1st march ko jaaga hun......
UPTET KE SABSE BIG AUR VISHWSHNIY GROUP KI VISHWSHNIY POST PRIME POST SPECIAL JARUR PADHE...
ReplyDeletecase ki purw sandhya yani 2 march ko prime post 10 bje rat padhna na bhule..
Kya hai 3 ko apne case me sambhvna? Kya 3 ko final order release ho jayega..ya 3 ke bad v chalegi bahas ya fir 3 ko bahas ke bad order ho skta hai surakshit? Kya hai tet morcha ki radniti? Kya kahna hai 3 ke bare me tet morcha ke wakilo ka? Kya sarkar 3 ko final order aane ke bad v kar skti hai bharti me heela hwali? Aakhir kyu sarkar ne n.c.te ko letter likh deadline ko 31 march 2015 karne ka request kiya hai? Kya n.c.te deadline 31 march 2015 ho skti hai.? In sbhi swalo ka javab paye 2 march ko 10 p.m par prime post me..
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“काश खुशियों की कोई दुकान होती
हमें भी उसकी पहचान होती
भर देते आपकी जिन्दगी को खुशियों से
कीमत चाहे उसकी हमारी जान होती ”
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Tere bina duniya suni si lagti hai,
Bin tere zindgi adhuri si lagti hai,
Pata nhi kyu chahte hai hum tujhko itna,
Ke tere bin jeena bhi majburi si lagti hai.......!!!