UP TGT PGT : टीजीटी परीक्षा देंगे 2.33 लाख अभ्यर्थी
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से एक फरवरी को टीजीटी सबसे बड़ी परीक्षा की तैयारी कर ली गई है। चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी दूसरे चरण की परीक्षा में कुल 233253 शामिल होंगे। रविवार को होने वाली परीक्षा में पहली पाली में जीव विज्ञान के 67207 और गणित के 52232 परीक्षार्थी तथा दूसरी पाली में सामाजिक विज्ञान के 113714 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
चयन बोर्ड के सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि परीक्षा के लिए प्रदेश भर में पहली पाली में 10 बजे से 233 केन्द्रों और दूसरी पाली में दो बजे से कुल 209 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें इलाहाबाद में सबसे अधिक 48 परीक्षा केन्द्रों पर 39795 परीक्षार्थी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में सामाजिक विज्ञान के अधिक परीक्षार्थी होने के कारण इसके लिए दूसरी पाली में अधिक केन्द्र बनाए गए हैं। विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में अधिक हैं, यहां पर पहली पाली में अधिक केन्द्र बनाए गए हैं।
कक्ष निरीक्षक के खिलाफ होगी एफआईआर ः
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. परशुराम पाल ने बताया कि पहले चरण की परीक्षा में कुछ परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षकों की गड़बड़ी के कारण परीक्षार्थी ओएमआर की कार्बन कॉपी की दोनो प्रति लेकर चले गए थे। उन अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। चयन बोर्ड ने अबकी बार इस प्रकार की गलती के लिए कक्ष निरीक्षकों को जिम्मेदार बना दिया है। अब जिस कक्ष से परीक्षार्थी ओएमआर की कॉपी लेकर जाएगा, उसके कक्ष निरीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
हर केन्द्र पर तैनात होंगे मजिस्ट्रेटः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से रविवार को होने वाली टीजीटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए हर केन्द्र पर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। इसके साथ जिला विद्यालय निरीक्षकों से कहा गया है कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ही परीक्षा ड्यूटी में लगाएं। किसी भी स्थिति में वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षा कार्य में न लगाया जाए। नकल रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है।
माध्यमिक विद्यालयों के लिए शिक्षक भर्ती की सबसे बड़ी परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 233 केन्द्र
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से एक फरवरी को टीजीटी सबसे बड़ी परीक्षा की तैयारी कर ली गई है। चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी दूसरे चरण की परीक्षा में कुल 233253 शामिल होंगे। रविवार को होने वाली परीक्षा में पहली पाली में जीव विज्ञान के 67207 और गणित के 52232 परीक्षार्थी तथा दूसरी पाली में सामाजिक विज्ञान के 113714 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
चयन बोर्ड के सचिव जितेन्द्र कुमार ने बताया कि परीक्षा के लिए प्रदेश भर में पहली पाली में 10 बजे से 233 केन्द्रों और दूसरी पाली में दो बजे से कुल 209 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें इलाहाबाद में सबसे अधिक 48 परीक्षा केन्द्रों पर 39795 परीक्षार्थी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में सामाजिक विज्ञान के अधिक परीक्षार्थी होने के कारण इसके लिए दूसरी पाली में अधिक केन्द्र बनाए गए हैं। विज्ञान वर्ग के परीक्षार्थी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में अधिक हैं, यहां पर पहली पाली में अधिक केन्द्र बनाए गए हैं।
कक्ष निरीक्षक के खिलाफ होगी एफआईआर ः
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. परशुराम पाल ने बताया कि पहले चरण की परीक्षा में कुछ परीक्षा केन्द्रों पर कक्ष निरीक्षकों की गड़बड़ी के कारण परीक्षार्थी ओएमआर की कार्बन कॉपी की दोनो प्रति लेकर चले गए थे। उन अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। चयन बोर्ड ने अबकी बार इस प्रकार की गलती के लिए कक्ष निरीक्षकों को जिम्मेदार बना दिया है। अब जिस कक्ष से परीक्षार्थी ओएमआर की कॉपी लेकर जाएगा, उसके कक्ष निरीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।
हर केन्द्र पर तैनात होंगे मजिस्ट्रेटः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से रविवार को होने वाली टीजीटी परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए हर केन्द्र पर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। इसके साथ जिला विद्यालय निरीक्षकों से कहा गया है कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ही परीक्षा ड्यूटी में लगाएं। किसी भी स्थिति में वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों को परीक्षा कार्य में न लगाया जाए। नकल रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है।
माध्यमिक विद्यालयों के लिए शिक्षक भर्ती की सबसे बड़ी परीक्षा के लिए प्रदेश भर में 233 केन्द्र