News : दिल्ली सचिवालय में छापा: केजरी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को साथ ले गई CBI
नई दिल्ली. सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार को सीबीआई मंगलवार शाम अपने हेडक्वार्टर्स ले गई। वहां उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। इससे पहले, सीबीआई ने सुबह दिल्ली सचिवालय पर छापा मारा। कुमार के वकील एचएस फुल्का ने मीडिया को बताया कि उनके क्लाइंट को जांच एजेंसी अभी पूछताछ करने के लिए ले गई है। कुमार पर पद के गलत इस्तेमाल का आरोप है।
क्या है मामला?
- केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्रांच ने केस दर्ज किया था।
- दरअसल, दिल्ली सरकार के कुछ अफसरों ने वॉलंटरी रिटायरमेंट लिया था और एक सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई थी।
- राजेंद्र कुमार पर आरोप है कि वे कई सालों से पूर्व अफसरों की कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट के जरिए फायदा पहुंचा रहे थे।
- मंगलवार सुबह दिल्ली सचिवालय में छापे के बाद सीबीआई ने कुमार के खिलाफ पद के गलत इस्तेमाल का मामला भी दर्ज कर लिया।
- राजेंद्र कुमार केजरीवाल के सबसे करीबी अफ़सर माने जाते हैं। कुमार 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
- सीनियर ब्यूरोक्रैट आशीष जोशी ने 12 जून को एसीबी से शिकायत की थी। एसीबी ने कार्रवाई नहीं की तो 13 जुलाई को सीबीआई से शिकायत की गई।
केजरीवाल ने मोदी पर बोला तीखा हमला
- मंगलवार शाम को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर तीखा हमला बोला।
- मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि हमारे तो शब्द खराब हैं, लेकिन तुम्हारे (पीएम के) करम फूटे हैं।
- उन्होंने आरोप लगाया कि डीडीसीए (दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) में घोटाला हुआ है, जिसमें फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली फंस रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने क्या कहा?
-आम आदमी पार्टी और हमारी कैबिनेट को पूरा देश सबसे ईमानदार मानता है तो उस पर सीबीआई की रेड क्यों?
-राजेंद्र ने 2007 में ठेके दिए, उनसे जुड़ा मामला तो मुझे सरासर झूठ नजर आ रहा है।
-2007-08 से जुड़ा मामला है तो राजेंद्र कई डिपार्टमेंट में गए। आरोप है कि वहां किसी एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ठेके दिए।
-कार्रवाई ठीक नहीं हो रही है। सीबीआई को एजुकेशन डिपार्टमेंट पर रेड मारनी चाहिए थी।
-ठेके की फाइल कहां है? वो तो एजुकेशन डिपार्टमेंट में है।
-वैट की फाइल वैट के रिकॉर्ड रूम हैं। उनसे फाइलें भी नहीं मांगी। दिल्ली सरकार से भी नहीं मांगी। आईटी डिपार्टमेंट में भी रेड नहीं मारी।
-सीएम के ऑफिस में रेड मारी है। वहां 10-15 दिन में फाइलें चली जाती हैं।
-सीएम ऑफिस में कौन सी फाइलें ढूंढ रहे थे? इनकी मंशा जांच करने की है ही नहीं।
-एक आदमी ठेके नहीं देता। उस वक्त शीला कैबिनेट में मंत्री रहे लोगों पर रेड क्यों नहीं मारी? उनसे क्यों नहीं पूछा?
-गलत ठेके दिए तो सबको फांसी पर टांग दो। राजेंद्र तो सिर्फ बहाना है, केजरीवाल निशाना है।
-सीबीआई मेरे दफ्तर में क्यों आई? मैं बताता हूं। वहां डीडीसीए की फाइल है। उसमें अरुण जेटली फंस रहे हैं।
-जेटली लंबे समय से डीडीसीए के प्रेसिडेंट हैं। जेटली के रहते डीडीसीए में बहुत गड़बड़ियां हुई हैं। मैंने उस पर जांच कमीशन बैठाया था, उसकी जांच रिपोर्ट आ गई है।
-उस मामले में अब कमिशन ऑफ इन्क्वाॅयरी होने वाली है। सीबीआई उस फाइल को ढूंढने आई थी।
-हम भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं। मेरे बेटे के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो मैं छोड़ूंगा नहीं।
-केजरीवाल सीबीआई से नहीं डरने वाला नहीं है मोदी जी। मैं ऐसे टुटपूंजियों से नहीं डरता।
छापे के बाद केजरीवाल ने क्या किए ट्वीट?
- सीबीआई ने मेरे दफ्तर पर छापा मारा है।
- जब मोदी मेरा राजनीतिक मुकाबला नहीं कर पाए तो वे कायराना हरकतों पर उतर आए हैं।
- मोदी कायर हैं और साइकोपैथ (मनोरोगी) हैं।
- सीबीआई झूठ बोल रही है। मेरे आॅफिस पर ही रेड डाली गई है। सीएम ऑफिस की फाइलें देखी जा रही हैं। मोदी खुद ही बता दें कि उन्हें कौन-सी फाइल चाहिए?
- राजेंद्र के बहाने मेरे दफ़्तर की सारी फ़ाइल देखी जा रही हैं।
- मैं ही ऐसा अकेला सीएम हूं जिसने खुद एक मंत्री और एक सीनियर अफसर को करप्शन के आरोप लगने के बाद हटाया था और मामले सीबीआई को सौंपे थे।
- अगर सीबीआई के पास राजेंद्र कुमार के खिलाफ कोई सबूत थे तो उन्होंने वे मेरे साथ साझा क्यों नहीं किए? मैं उनके खिलाफ कार्रवाई करता।
सीबीआई ने क्या कहा?
सीबीआई प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने कहा, “ सीबीआई ने एक सीनियर अफसर और छह अन्य लोगों के खिलाफ मंगलवार को 14 जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाए। दिल्ली और यूपी में यह कार्रवाई की गई। हमने अदालत से सर्च वारंट लेकर ही छापेमारी की है। मामला 2007 से 2014 के बीच दिल्ली सरकार के ठेके एक खास कंपनी को देने से जुड़ा है। हम साफ कर देना चाहते हैं कि सीएम ऑफिस की तलाशी नहीं ली गई है।'' सीबीआई की तरफ से कहा गया कि केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार के दफ्तर को सील किया गया है।
छापा सीएम के खिलाफ था या सेक्रेटरी के?
- सीबीआई का कहना है कि हमने केजरीवाल का ऑफिस सील नहीं किया है।
- लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास का कहना है कि सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार केजरीवाल के ही ऑफिस में तो बैठते हैं।
- विश्वास ने सवाल उठाया कि ललितगेट केस में अगर कार्रवाई होगी तो क्या पीएम नरेंद्र मोदी का दफ्तर सील होगा?
- दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सचिवालय में तीसरी मंजिल पर सीएम ऑफिस है। छापा वहीं पड़ा है। तो छापा किसके खिलाफ है?
- सिसोदिया ने कहा कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी का अपना दफ्तर नहीं होता। वे सीएम के साथ बैठते हैं। अगर पीएमओ में कल छापा पड़ता है, तो क्या वह पीएम के खिलाफ छापा नहीं कहलाएगा ?
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CM ऑफिस पर 'CBI रेड' को लेकर केजरीवाल और केंद्र के बीच छिड़ा घमासान
नई दिल्ली. सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार को सीबीआई मंगलवार शाम अपने हेडक्वार्टर्स ले गई। वहां उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। इससे पहले, सीबीआई ने सुबह दिल्ली सचिवालय पर छापा मारा। कुमार के वकील एचएस फुल्का ने मीडिया को बताया कि उनके क्लाइंट को जांच एजेंसी अभी पूछताछ करने के लिए ले गई है। कुमार पर पद के गलत इस्तेमाल का आरोप है।
क्या है मामला?
- केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्रांच ने केस दर्ज किया था।
- दरअसल, दिल्ली सरकार के कुछ अफसरों ने वॉलंटरी रिटायरमेंट लिया था और एक सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई थी।
- राजेंद्र कुमार पर आरोप है कि वे कई सालों से पूर्व अफसरों की कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट के जरिए फायदा पहुंचा रहे थे।
- मंगलवार सुबह दिल्ली सचिवालय में छापे के बाद सीबीआई ने कुमार के खिलाफ पद के गलत इस्तेमाल का मामला भी दर्ज कर लिया।
- राजेंद्र कुमार केजरीवाल के सबसे करीबी अफ़सर माने जाते हैं। कुमार 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
- सीनियर ब्यूरोक्रैट आशीष जोशी ने 12 जून को एसीबी से शिकायत की थी। एसीबी ने कार्रवाई नहीं की तो 13 जुलाई को सीबीआई से शिकायत की गई।
केजरीवाल ने मोदी पर बोला तीखा हमला
- मंगलवार शाम को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र पर तीखा हमला बोला।
- मीडिया से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि हमारे तो शब्द खराब हैं, लेकिन तुम्हारे (पीएम के) करम फूटे हैं।
- उन्होंने आरोप लगाया कि डीडीसीए (दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन) में घोटाला हुआ है, जिसमें फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली फंस रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने क्या कहा?
-आम आदमी पार्टी और हमारी कैबिनेट को पूरा देश सबसे ईमानदार मानता है तो उस पर सीबीआई की रेड क्यों?
-राजेंद्र ने 2007 में ठेके दिए, उनसे जुड़ा मामला तो मुझे सरासर झूठ नजर आ रहा है।
-2007-08 से जुड़ा मामला है तो राजेंद्र कई डिपार्टमेंट में गए। आरोप है कि वहां किसी एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ठेके दिए।
-कार्रवाई ठीक नहीं हो रही है। सीबीआई को एजुकेशन डिपार्टमेंट पर रेड मारनी चाहिए थी।
-ठेके की फाइल कहां है? वो तो एजुकेशन डिपार्टमेंट में है।
-वैट की फाइल वैट के रिकॉर्ड रूम हैं। उनसे फाइलें भी नहीं मांगी। दिल्ली सरकार से भी नहीं मांगी। आईटी डिपार्टमेंट में भी रेड नहीं मारी।
-सीएम के ऑफिस में रेड मारी है। वहां 10-15 दिन में फाइलें चली जाती हैं।
-सीएम ऑफिस में कौन सी फाइलें ढूंढ रहे थे? इनकी मंशा जांच करने की है ही नहीं।
-एक आदमी ठेके नहीं देता। उस वक्त शीला कैबिनेट में मंत्री रहे लोगों पर रेड क्यों नहीं मारी? उनसे क्यों नहीं पूछा?
-गलत ठेके दिए तो सबको फांसी पर टांग दो। राजेंद्र तो सिर्फ बहाना है, केजरीवाल निशाना है।
-सीबीआई मेरे दफ्तर में क्यों आई? मैं बताता हूं। वहां डीडीसीए की फाइल है। उसमें अरुण जेटली फंस रहे हैं।
-जेटली लंबे समय से डीडीसीए के प्रेसिडेंट हैं। जेटली के रहते डीडीसीए में बहुत गड़बड़ियां हुई हैं। मैंने उस पर जांच कमीशन बैठाया था, उसकी जांच रिपोर्ट आ गई है।
-उस मामले में अब कमिशन ऑफ इन्क्वाॅयरी होने वाली है। सीबीआई उस फाइल को ढूंढने आई थी।
-हम भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं। मेरे बेटे के खिलाफ सबूत मिलेंगे तो मैं छोड़ूंगा नहीं।
-केजरीवाल सीबीआई से नहीं डरने वाला नहीं है मोदी जी। मैं ऐसे टुटपूंजियों से नहीं डरता।
छापे के बाद केजरीवाल ने क्या किए ट्वीट?
- सीबीआई ने मेरे दफ्तर पर छापा मारा है।
- जब मोदी मेरा राजनीतिक मुकाबला नहीं कर पाए तो वे कायराना हरकतों पर उतर आए हैं।
- मोदी कायर हैं और साइकोपैथ (मनोरोगी) हैं।
- सीबीआई झूठ बोल रही है। मेरे आॅफिस पर ही रेड डाली गई है। सीएम ऑफिस की फाइलें देखी जा रही हैं। मोदी खुद ही बता दें कि उन्हें कौन-सी फाइल चाहिए?
- राजेंद्र के बहाने मेरे दफ़्तर की सारी फ़ाइल देखी जा रही हैं।
- मैं ही ऐसा अकेला सीएम हूं जिसने खुद एक मंत्री और एक सीनियर अफसर को करप्शन के आरोप लगने के बाद हटाया था और मामले सीबीआई को सौंपे थे।
- अगर सीबीआई के पास राजेंद्र कुमार के खिलाफ कोई सबूत थे तो उन्होंने वे मेरे साथ साझा क्यों नहीं किए? मैं उनके खिलाफ कार्रवाई करता।
सीबीआई ने क्या कहा?
सीबीआई प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने कहा, “ सीबीआई ने एक सीनियर अफसर और छह अन्य लोगों के खिलाफ मंगलवार को 14 जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाए। दिल्ली और यूपी में यह कार्रवाई की गई। हमने अदालत से सर्च वारंट लेकर ही छापेमारी की है। मामला 2007 से 2014 के बीच दिल्ली सरकार के ठेके एक खास कंपनी को देने से जुड़ा है। हम साफ कर देना चाहते हैं कि सीएम ऑफिस की तलाशी नहीं ली गई है।'' सीबीआई की तरफ से कहा गया कि केजरीवाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार के दफ्तर को सील किया गया है।
छापा सीएम के खिलाफ था या सेक्रेटरी के?
- सीबीआई का कहना है कि हमने केजरीवाल का ऑफिस सील नहीं किया है।
- लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास का कहना है कि सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार केजरीवाल के ही ऑफिस में तो बैठते हैं।
- विश्वास ने सवाल उठाया कि ललितगेट केस में अगर कार्रवाई होगी तो क्या पीएम नरेंद्र मोदी का दफ्तर सील होगा?
- दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सचिवालय में तीसरी मंजिल पर सीएम ऑफिस है। छापा वहीं पड़ा है। तो छापा किसके खिलाफ है?
- सिसोदिया ने कहा कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी का अपना दफ्तर नहीं होता। वे सीएम के साथ बैठते हैं। अगर पीएमओ में कल छापा पड़ता है, तो क्या वह पीएम के खिलाफ छापा नहीं कहलाएगा ?
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