टीईटी: मेरिट की मशक्कत होगी आसान
(UPTET : Merit Counseling Online with Special software, 1st phase counselling possible on 23rd/24th December 2011)
सहारनपुर, :प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा मेरिट की मशक्कत जल्द ही आसान हो जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा तैयार कराए गए स्पेशल साफ्टवेयर संस्थान को उपलब्ध होगा। इसके अलावा प्रदेश भर के डायट में एक ही तिथि में काउंसिलिंग का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। आवेदन-पत्र के साथ विभाग ने टीईटी की इंटरनेट मार्कशीट स्वीकार करने के लिए डायट को निर्देश जारी कर दिए हैं।
स्वीकार होगी इंटरनेट मार्कशीट
निदेशक बेसिक शिक्षा दिनेश चंद्र कन्नौजिया द्वारा डायट को भेजे निर्देशों में कहा गया है कि आवेदन पत्र के साथ टीईटी की इंटरनेट मार्कशीट स्वीकार की जाए। डायट प्राचार्य संजय उपाध्याय ने इसकी पुष्टि की है।
साफ्टवेयर दिलाएगा छुटकारा
बेसिक शिक्षा विभाग ने डायट को आवेदन पत्रों की फीडिंग व मेरिट के झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए स्पेशल साफ्टवेयर तैयार कराया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक विभाग द्वारा डायट को एक सीडी में टीईटी (प्राथमिक परीक्षा) उत्तीर्ण करने वाले 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थियों का डाटा होगा, जबकि दूसरी सीडी में एजेंसी द्वारा तैयार स्पेशल साफ्टवेयर होगा। डायट को ये दोनों सीडी कंप्यूटर में लोड करनी होंगी। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद डायट को अभ्यर्थी का पूरा डाटा फीड नहीं करना पड़ेगा। उदाहरण के लिए विकास कुमार का रोल नंबर 2001088 है। इसे कंप्यूटर में फीड करते ही कुल उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची में से विकास कुमार का डाटा स्वत: ही अलग फाइल में सेव हो जाएगा। खास बात है कि ये फाइल अभ्यर्थी की श्रेणी के अनुसार बनती चली जाएंगी। सभी आवेदन पत्रों की फीडिंग के बाद कमांड देकर अलग-अलग श्रेणी की मेरिट तैयार होगी।
एक ही तिथि में काउंसिलिंग
प्रदेश भर के डायट में अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग एक ही तिथि में कराई जाएगी। सूत्र बताते हैं प्रथम चरण की काउंसिलिंग 23 व 24 दिसंबर को हो सकती है, मेरिट बनाने के बाद डायट द्वारा पूरा डाटा इंटरनेट पर डाल दिया जाएगा। अभ्यर्थी नेट से अपना काउंसिलिंग पत्र हासिल कर काउंसिलिंग में शामिल हो सकेंगे। काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थी के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र डायट द्वारा जमा कर लिए जाएंगे। प्रथम चरण के बाद रिक्त रह गई सीटों पर द्वितीय काउंसिलिंग कराई जाएगी।
News : Jagran (9.12.11)स्वीकार होगी इंटरनेट मार्कशीट
निदेशक बेसिक शिक्षा दिनेश चंद्र कन्नौजिया द्वारा डायट को भेजे निर्देशों में कहा गया है कि आवेदन पत्र के साथ टीईटी की इंटरनेट मार्कशीट स्वीकार की जाए। डायट प्राचार्य संजय उपाध्याय ने इसकी पुष्टि की है।
साफ्टवेयर दिलाएगा छुटकारा
बेसिक शिक्षा विभाग ने डायट को आवेदन पत्रों की फीडिंग व मेरिट के झंझट से छुटकारा दिलाने के लिए स्पेशल साफ्टवेयर तैयार कराया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक विभाग द्वारा डायट को एक सीडी में टीईटी (प्राथमिक परीक्षा) उत्तीर्ण करने वाले 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थियों का डाटा होगा, जबकि दूसरी सीडी में एजेंसी द्वारा तैयार स्पेशल साफ्टवेयर होगा। डायट को ये दोनों सीडी कंप्यूटर में लोड करनी होंगी। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद डायट को अभ्यर्थी का पूरा डाटा फीड नहीं करना पड़ेगा। उदाहरण के लिए विकास कुमार का रोल नंबर 2001088 है। इसे कंप्यूटर में फीड करते ही कुल उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की सूची में से विकास कुमार का डाटा स्वत: ही अलग फाइल में सेव हो जाएगा। खास बात है कि ये फाइल अभ्यर्थी की श्रेणी के अनुसार बनती चली जाएंगी। सभी आवेदन पत्रों की फीडिंग के बाद कमांड देकर अलग-अलग श्रेणी की मेरिट तैयार होगी।
एक ही तिथि में काउंसिलिंग
प्रदेश भर के डायट में अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग एक ही तिथि में कराई जाएगी। सूत्र बताते हैं प्रथम चरण की काउंसिलिंग 23 व 24 दिसंबर को हो सकती है, मेरिट बनाने के बाद डायट द्वारा पूरा डाटा इंटरनेट पर डाल दिया जाएगा। अभ्यर्थी नेट से अपना काउंसिलिंग पत्र हासिल कर काउंसिलिंग में शामिल हो सकेंगे। काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थी के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र डायट द्वारा जमा कर लिए जाएंगे। प्रथम चरण के बाद रिक्त रह गई सीटों पर द्वितीय काउंसिलिंग कराई जाएगी।
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Breaking News Important Points is (Primary Teacher PRT Counselling UP )-
1. Counselling process is online and for all UP, Caounselling shall be on single date.
2. Candidadates can download there counselling letter from Internet
3. With special software merit will be automatically prepared categorywise and any type of cheating allmost avoided.
4. During counselling DIET will collect ORIGINAL marksheet/cedrtificates from candidates.
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Latest Updates UPTET (Uttar Pradesh Teacher Eligibility) News - 11-12-2011
बीटीसी पर भी भारी टीईटी (Many BTC Candidates are unable to clear TET exam and some are lowered in merit, and raises objection by writing letter to CM :Eligibility for Primary Teacher is BTC, Why B Ed candidates are in competition)
कानपुर, शिक्षा संवाददाता: अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से मात्र पात्रता तय करने के लिए लागू शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) न केवल हाईस्कूल से परास्नातक तक की पढ़ाई पर भारी पड़ रही है बल्कि बीटीसी प्रशिक्षण को भी पीछे कर दिया है। इसे लेकर बीटीसी प्रशिक्षितों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर कई सवाल उठाये हैं। बीटीसी प्रशिक्षण प्राप्त अभ्यर्थी कहते हैं कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए योग्यता बीटीसी है। लेकिन नयी प्रक्रिया में बीटीसी प्रशिक्षित को गैर बीटीसी प्रशिक्षित के साथ टीईटी मेरिट में लड़ना होगा। अगर गैर प्रशिक्षित की मेरिट ज्यादा है तो प्रशिक्षित शिक्षक पिछड़ जायेंगे। अभ्यर्थी कहते हैं कि एनसीटीई को देखना चाहिए कि शासन प्रशिक्षित शिक्षकों की उपलब्धता के बावजूद प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती क्यों करना चाहती है। जिनको पहले टीईटी पास करने के नाम पर नियुक्त नहीं किया गया, ऐसे बीटीसी पास अभ्यर्थी क्या बेरोजगार ही बने रहेंगे। पूर्व में बीटीसी व विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षितों को सीधे सहायक अध्यापक पद पर तैनाती दी जा चुकी है। टीईटी के बाद इन प्रशिक्षित लोगों को गैर प्रशिक्षित लोगों के साथ मेरिट के आधार पर चयनित करने का क्या औचित्य है।
News : Jagran (11.12.11)
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प्रतापगढ़। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने के बाद भी बीएडधारकाें के शिक्षक बनने की राह काफी कठिन दिख रही है। बेल्हा में सीटाें की कम संख्या को देखते हुए यहां के लोग अधिक सीटों वाले जिले का रुख कर रहे हैं। सामान्य वर्ग के छात्राें को तो भारी दिक्कत आ रही है।
प्रदेश में 72 हजार 665 प्राथमिक शिक्षकाें की सीट भरने के लिए आवेदन मांगा गया है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में करीब छह लाख अभ्यर्थी बैठे थे लेकिन 2.70 लाख ही पास हुए। बीएड कर रहे करीब 40 हजार लोग टीईटी तो पास किए लेकिन बीएड में फेल हो गए। इससे बीएड धारकाें को कुछ हद तक राहत मिली। बेल्हा में मात्र पांच सौ सीटें होने की दशा में सामान्य वर्ग के लिए 62 सीट ही बच रही है। यहां टीईटी पास करने वाले सामान्य वर्ग के छात्राें की बड़ी संख्या है। सीटों की संख्या कम होने के लिहाज से अनुसूचित और पिछड़ी जाति के भी लोगाें में तमाम आशंकाएं हैं। ऐसी दशा में सामान्य वर्ग के लोग बदायूं, चंदौली, कुशीनगर, महराजगंज और बहराइच के लिए फार्म भर रहे हैं। अभ्यर्थी इंटरनेट से सीटों का विवरण लेकर यह देख रहे हैं कि किन जिलाें के लिए अधिक मारामारी है। जिन अभ्यर्थियों के अंक कुछ कम हैं वह यही देख रहे हैं कि किस जिले में सीटें अधिक हैं। हर अभ्यर्थी यही सोचकर चार-पांच जिले में आवेदन कर रहा है कि कहीं तो वह से तो वह मेरिट में आ जाए। वैसे टीईटी परीक्षा परिणाम पर छाई धुंध अभी बरकरार ही है। उत्तर प्रदेश में आनन-फानन में कराई गई परीक्षा की अभी तक तीन संशोधित आंसरसीट लोड की गई लेकिन शिकायतों का अंबार लगा है। इससे यह तो साफ है कि परीक्षा में अनियमितता की गई है। शिक्षा विभाग ने हर जिले के डायट में 7 दिसंबर 2011 से अंक पत्र मिलने की बात कही थी लेकिन वहां जाने वाले लोगाें को निराश होना पड़ रहा है। इस बाबत डायट के प्रधानाचार्य से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन बंद था।
News : Jagran (11.12.11)
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टीईटी पास कई बीएडधारक मुश्किल में
प्रतापगढ़। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने के बाद भी बीएडधारकाें के शिक्षक बनने की राह काफी कठिन दिख रही है। बेल्हा में सीटाें की कम संख्या को देखते हुए यहां के लोग अधिक सीटों वाले जिले का रुख कर रहे हैं। सामान्य वर्ग के छात्राें को तो भारी दिक्कत आ रही है।
प्रदेश में 72 हजार 665 प्राथमिक शिक्षकाें की सीट भरने के लिए आवेदन मांगा गया है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में करीब छह लाख अभ्यर्थी बैठे थे लेकिन 2.70 लाख ही पास हुए। बीएड कर रहे करीब 40 हजार लोग टीईटी तो पास किए लेकिन बीएड में फेल हो गए। इससे बीएड धारकाें को कुछ हद तक राहत मिली। बेल्हा में मात्र पांच सौ सीटें होने की दशा में सामान्य वर्ग के लिए 62 सीट ही बच रही है। यहां टीईटी पास करने वाले सामान्य वर्ग के छात्राें की बड़ी संख्या है। सीटों की संख्या कम होने के लिहाज से अनुसूचित और पिछड़ी जाति के भी लोगाें में तमाम आशंकाएं हैं। ऐसी दशा में सामान्य वर्ग के लोग बदायूं, चंदौली, कुशीनगर, महराजगंज और बहराइच के लिए फार्म भर रहे हैं। अभ्यर्थी इंटरनेट से सीटों का विवरण लेकर यह देख रहे हैं कि किन जिलाें के लिए अधिक मारामारी है। जिन अभ्यर्थियों के अंक कुछ कम हैं वह यही देख रहे हैं कि किस जिले में सीटें अधिक हैं। हर अभ्यर्थी यही सोचकर चार-पांच जिले में आवेदन कर रहा है कि कहीं तो वह से तो वह मेरिट में आ जाए। वैसे टीईटी परीक्षा परिणाम पर छाई धुंध अभी बरकरार ही है। उत्तर प्रदेश में आनन-फानन में कराई गई परीक्षा की अभी तक तीन संशोधित आंसरसीट लोड की गई लेकिन शिकायतों का अंबार लगा है। इससे यह तो साफ है कि परीक्षा में अनियमितता की गई है। शिक्षा विभाग ने हर जिले के डायट में 7 दिसंबर 2011 से अंक पत्र मिलने की बात कही थी लेकिन वहां जाने वाले लोगाें को निराश होना पड़ रहा है। इस बाबत डायट के प्रधानाचार्य से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन बंद था।
News : Amar Ujala (11.12.11)
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खटाई में पड़ सकता है शिक्षक बनने का मंसूबा
सुखपुरा। भारी प्रतियोगिता एवं कठिन टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बीएड डिग्री धारक सैकड़ों शिक्षामित्र अभ्यर्थियों के शिक्षक बनने का सपना खटाई में पड़ता दिख रहा है। यह समस्या मौजूदा समय में बेसिक शिक्षा अधिकारी का जिले से गैर मौजूदगी एवं कुर्सी खाली होने की वजह से उत्पन्न हुई है। इसे लेकर अभ्यर्थियों में जहां काफी रोष है वहीं वे बीएसए कार्यालय का चक्कर काटते फिर रहे हैं।
पिछले 13 नवंबर को संपन्न हुई टीईटी परीक्षा में जिले के सैकड़ों शिक्षामित्रों ने भाग लिया था। परीक्षा में वे सफल भी रहे। स्थाई नियुक्ति के लिए सभी शिक्षामित्रों से उनके तीन साल के अनुभव प्रमाण पत्र के साथ आवेदन आगामी 19 दिसंबर तक उपलब्ध कराने की बात कही गई। अनुभव प्रमाण पत्र का अनुमोदन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के हाथों होना है। समस्या यह है कि पिछले दिनों बीएसए बलिया रमाशंकर राम का निलंबन शिक्षकों की स्थानांतरण के मामले अनियमितता पाये जाने पर उनको शासन के आदेश पर निलंबित कर दिया गया। जिसकी वजह से पिछले करीब एक पखवारे से बीएसए की कुर्सी खाली पड़ी हुई। जिले में बड़े पैमाने पर हुई धांधली के बाद कोई नया अधिकारी जिले में कार्यभार संभालने को तैयार नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से आज तक नए बीएसए की तैनाती यहां देखने को नहीं मिली। तीन वर्षीय अनुभव प्रमाण पत्र के लिए बीएसए कार्यालय पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नये अधिकारी के आने तक इंतजार की बात कह कर्मचारियों द्वारा बैरंग लौटाने का सिलसिला शुरू हो गया है। कार्यालय का चक्कर काटने वालों में प्राथमिक विद्यालय सुखपुरा नंबर दो शिक्षा क्षेत्र बेरुआरबारी के शिक्षामित्र नीरज कुमार सिंह व प्राथमिक विद्यालय नंबर एक से आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि नये बीएसए कब तक जिले में तैनाती लेंगे, भविष्य के गर्भ में है लेकिन अधिकारी के न होने एवं अनुभव प्रमाण पत्र न जारी किये जाने की वजह से अभ्यर्थियों की कठिन परिश्रम पर ही पानी फिरता दिख रहा है।
पिछले 13 नवंबर को संपन्न हुई टीईटी परीक्षा में जिले के सैकड़ों शिक्षामित्रों ने भाग लिया था। परीक्षा में वे सफल भी रहे। स्थाई नियुक्ति के लिए सभी शिक्षामित्रों से उनके तीन साल के अनुभव प्रमाण पत्र के साथ आवेदन आगामी 19 दिसंबर तक उपलब्ध कराने की बात कही गई। अनुभव प्रमाण पत्र का अनुमोदन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के हाथों होना है। समस्या यह है कि पिछले दिनों बीएसए बलिया रमाशंकर राम का निलंबन शिक्षकों की स्थानांतरण के मामले अनियमितता पाये जाने पर उनको शासन के आदेश पर निलंबित कर दिया गया। जिसकी वजह से पिछले करीब एक पखवारे से बीएसए की कुर्सी खाली पड़ी हुई। जिले में बड़े पैमाने पर हुई धांधली के बाद कोई नया अधिकारी जिले में कार्यभार संभालने को तैयार नहीं हो पा रहा है। जिसकी वजह से आज तक नए बीएसए की तैनाती यहां देखने को नहीं मिली। तीन वर्षीय अनुभव प्रमाण पत्र के लिए बीएसए कार्यालय पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को नये अधिकारी के आने तक इंतजार की बात कह कर्मचारियों द्वारा बैरंग लौटाने का सिलसिला शुरू हो गया है। कार्यालय का चक्कर काटने वालों में प्राथमिक विद्यालय सुखपुरा नंबर दो शिक्षा क्षेत्र बेरुआरबारी के शिक्षामित्र नीरज कुमार सिंह व प्राथमिक विद्यालय नंबर एक से आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि नये बीएसए कब तक जिले में तैनाती लेंगे, भविष्य के गर्भ में है लेकिन अधिकारी के न होने एवं अनुभव प्रमाण पत्र न जारी किये जाने की वजह से अभ्यर्थियों की कठिन परिश्रम पर ही पानी फिरता दिख रहा है।
News : Amar Ujala (10.12.11)
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विवि: अब भूख हड़ताल करेंगे बीएड छात्र
आगरा। डा. अंबेडकर विवि में अंबेडकर प्रतिमा के नीचे बीएड के छात्र जल्द रिजल्ट की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। तीन दिन से प्रदर्शन और धरना दे रहे मंडल भर के जिलों से आए छात्र-छात्राओं की मांग तक विवि अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में आज वह डीएम से मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे और सोमवार से सामूहिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
सत्र 2010-11 के आगरा मंडल के फीरोजाबाद, अलीगढ़, कांशीराम नगर, मथुरा, मैनपुरी, एटा, महामाया नगर से रिजल्ट की मांग को लेकर बीएड छात्र-छात्राओं का अंबेडकर विवि में धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। बीएड छात्र वैभव यादव ने कहा कि रविवार को छात्र-छात्राएं डीएम से मिलकर पीड़ा बताएंगे। उसके बाद सोमवार से भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। शनिवार को वह डीएम, डीआईजी, कुलपति को भूख हड़ताल की सूचना दे चुके हैं। अंबेडकर प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठे छात्र-छात्राएं रात में भी विवि परिसर नहीं छोड़ रहे। शनिवार से खुले आसमान के नीचे रात में सर्द हवाओं में ही धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं का कहना है कि टीईटी में पास होने के बाद विवि रिजल्ट नहीं निकाल रहा। अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में वह शामिल नहीं हो पा रहे हैं। शिकोहाबाद से आई छात्रा मनोज वर्मा ने कहा कि सर्द हवाएं चलें या बारिश हो, वह अंबेडकर विवि में धरने पर तब तक बैठेंगी, जब तक कि उनका रिजल्ट नहीं निकलता। एक दिसंबर को उनके एके कालेज, शिकोहाबाद में सत्र 2010-11 के प्रैक्टिकल हो गए, लेकिन 10 दिन में भी रिजल्ट नहीं निकाला गया। उनकी यही एक मांग है कि जिन कालेजों में प्रैक्टिकल हो गए हैं, कम से कम उनका रिजल्ट तो निकाला जाए।
दूसरे दिन के धरने में गौरव शर्मा, शरद यादव, अनुराग शर्मा, अनिल, राहुल दुबे, मनोज शर्मा, सज्जन सिंह, देवेन्द्र, विश्व रतन सिंह आदि मौजूद रहे।
News : Amar Ujala (11.12.11)सत्र 2010-11 के आगरा मंडल के फीरोजाबाद, अलीगढ़, कांशीराम नगर, मथुरा, मैनपुरी, एटा, महामाया नगर से रिजल्ट की मांग को लेकर बीएड छात्र-छात्राओं का अंबेडकर विवि में धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। बीएड छात्र वैभव यादव ने कहा कि रविवार को छात्र-छात्राएं डीएम से मिलकर पीड़ा बताएंगे। उसके बाद सोमवार से भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। शनिवार को वह डीएम, डीआईजी, कुलपति को भूख हड़ताल की सूचना दे चुके हैं। अंबेडकर प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठे छात्र-छात्राएं रात में भी विवि परिसर नहीं छोड़ रहे। शनिवार से खुले आसमान के नीचे रात में सर्द हवाओं में ही धरने पर बैठे छात्र-छात्राओं का कहना है कि टीईटी में पास होने के बाद विवि रिजल्ट नहीं निकाल रहा। अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में वह शामिल नहीं हो पा रहे हैं। शिकोहाबाद से आई छात्रा मनोज वर्मा ने कहा कि सर्द हवाएं चलें या बारिश हो, वह अंबेडकर विवि में धरने पर तब तक बैठेंगी, जब तक कि उनका रिजल्ट नहीं निकलता। एक दिसंबर को उनके एके कालेज, शिकोहाबाद में सत्र 2010-11 के प्रैक्टिकल हो गए, लेकिन 10 दिन में भी रिजल्ट नहीं निकाला गया। उनकी यही एक मांग है कि जिन कालेजों में प्रैक्टिकल हो गए हैं, कम से कम उनका रिजल्ट तो निकाला जाए।
दूसरे दिन के धरने में गौरव शर्मा, शरद यादव, अनुराग शर्मा, अनिल, राहुल दुबे, मनोज शर्मा, सज्जन सिंह, देवेन्द्र, विश्व रतन सिंह आदि मौजूद रहे।