टीईटी:खत्म नहीं हुई गड़बड़ियां (UP TET - No end to Errors)
झांसी। डुप्लीकेट प्रवेश पत्र पर आवंटित किए गए अनुक्रमांक के आधार पर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने वाले अभ्यर्थियों का परिणाम अब भी अधूरा ही बना हुआ है। बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो जाने की वजह से उनकी परेशानी और भी बढ़ गई है। बुधवार को दर्जनों छात्रों ने यह समस्या संयुक्त शिक्षा निदेशक के सामने भी रखी।
मोंठ के बमरोली में रहने वाले अखिलेश कुमार कुशवाहा को टीईटी का प्रवेश पत्र प्राप्त में नहीं हुआ था। इन्हें बाद में विभाग द्वारा डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी किया था, जिस पर रोल नंबर भी आवंटित किया था। अखिलेश की परीक्षा तो निर्विघभन संपन्न हो गई, लेकिन रिजल्ट अब भी लटका हुआ है। यह समस्या मंडल के तकरीबन तीन सौ टीईटी अभ्यर्थियों की है। इन सभी ने डुप्लीकेट प्रवेश पत्र पर आवंटित किए गए अलग सीरीज के रोल नंबर पर परीक्षा दी थी, लेकिन रिजल्ट अधूरा दर्शाया जा रहा है। बुधवार को शिक्षा भवन परिसर में जमा हुए दर्जनों छात्रों ने इस समस्या को लेकर संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी से मुलाकात की। जेडी ने छात्रों को जल्द ही समस्या के निस्तारण का भरोसा दिलाया।
मालूम हो कि टीईटी में शुरू से ही गड़बड़ियां सामने आने लगी थीं। ज्यादातर परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र नहीं मिले थे, जिसके चलते उन्हें नेट से डाउन लोड करना पड़ा था। मंडल में लगभग तीन सौ परीक्षार्थी ऐसे थे, जिनके प्रवेश पत्र नेट पर भी नहीं आ रहे थे। आनन फानन में ऐसे अभ्यर्थियों को शिक्षा भवन परिसर में बनाए गए कंट्रोल रूस से डुप्लीकेट प्रवेश पत्र दिए गए थे, जिन पर एक अलग सीरीज के रोल नंबर भी आवंटित किए गए थे। अब इन सभी के रिजल्ट में पेच फंसा हुआ है।
मोंठ के बमरोली में रहने वाले अखिलेश कुमार कुशवाहा को टीईटी का प्रवेश पत्र प्राप्त में नहीं हुआ था। इन्हें बाद में विभाग द्वारा डुप्लीकेट प्रवेश पत्र जारी किया था, जिस पर रोल नंबर भी आवंटित किया था। अखिलेश की परीक्षा तो निर्विघभन संपन्न हो गई, लेकिन रिजल्ट अब भी लटका हुआ है। यह समस्या मंडल के तकरीबन तीन सौ टीईटी अभ्यर्थियों की है। इन सभी ने डुप्लीकेट प्रवेश पत्र पर आवंटित किए गए अलग सीरीज के रोल नंबर पर परीक्षा दी थी, लेकिन रिजल्ट अधूरा दर्शाया जा रहा है। बुधवार को शिक्षा भवन परिसर में जमा हुए दर्जनों छात्रों ने इस समस्या को लेकर संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी से मुलाकात की। जेडी ने छात्रों को जल्द ही समस्या के निस्तारण का भरोसा दिलाया।
मालूम हो कि टीईटी में शुरू से ही गड़बड़ियां सामने आने लगी थीं। ज्यादातर परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र नहीं मिले थे, जिसके चलते उन्हें नेट से डाउन लोड करना पड़ा था। मंडल में लगभग तीन सौ परीक्षार्थी ऐसे थे, जिनके प्रवेश पत्र नेट पर भी नहीं आ रहे थे। आनन फानन में ऐसे अभ्यर्थियों को शिक्षा भवन परिसर में बनाए गए कंट्रोल रूस से डुप्लीकेट प्रवेश पत्र दिए गए थे, जिन पर एक अलग सीरीज के रोल नंबर भी आवंटित किए गए थे। अब इन सभी के रिजल्ट में पेच फंसा हुआ है।
News : Amar Ujala(8.12.11)