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Monday, April 23, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यार्थियों का अल्टीमेटम , विज्ञापन रद हुआ तो करेंगे प्रदेश स्तरीय आंदोलन

UPTET : टीईटी अभ्यार्थियों का अल्टीमेटम , विज्ञापन रद हुआ तो करेंगे प्रदेश स्तरीय आंदोलन


उन्नाव। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अतुल तिवारी ने कहाकि प्रदेश सरकार नकल तंत्र को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। विज्ञापन रद्द होने की स्थिति में उन्होंने प्रदेश स्तरीय आंदोलन करने की चेतावनी दी।
रविवार को निराला उद्यान में हुई बैठक में टीईटी अभ्यार्थियों ने शासन के रवैये पर गहरी नाराजगी जताई। बैठक को संबोधित करते हुए निजाम अहमद ने कहा कि लोकसभा और निकाय चुनाव में टीईटी अभ्यर्थी प्रदेश सरकार की लापरवाही की पोल खोलेंगे। किरन सिंह ने कहा कि 72825 सहायक शिक्षकों की नियुक्तियां टीईटी की मेरिट से ही होनी चाहिए, शैक्षणिक आधार पर नियुक्तियां होने से नकलतंत्र को बढ़ावा मिलेगा। सीता सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार टीईटी को नजरंदाज कर प्रदेश के नकल माफियाओं को और बढ़ावा देने का काम करेगी। संरक्षक अमित त्रिपाठी, देवेंद्र सिंह, राकेश शुक्ला, रचना, अनूप श्रीवास्तव समेत अन्य वक्ताओं ने भी बैठक को संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मौजूद थे।


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UPTET :  ...तो सुप्रीम कोर्ट जाएंगे अभ्यर्थी


बिजनौर। टीईटी एसोसिएशन की ओर से नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन निरस्त करने की संस्तुति पर रोष जताया गया। अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट का फैसला अभ्यर्थियों के हित में नहीं आने पर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। रविवार को अभ्यर्थियों ने धरना भी दिया।
टाउन हॉल पार्क में अभ्यर्थियों की बैठक हुई। अभ्यर्थियों ने शासन की ओर से विज्ञापन निरस्त करने की संस्तुति की निंदा की। एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि विज्ञापन निरस्त करके अभ्यर्थियों के साथ घोखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यसचिव की रिपोर्ट 25 अप्रैल को हाईकोर्ट में जमा की जाएगी, जिसके बाद हाईकोर्ट फैसला सुनाएगी। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला अगर अभ्यर्थियों के खिलाफ आता है तो सुप्रीम कोर्ट में अपील की जाएगी।
बैठक के बाद अभ्यर्थियों ने धरना भी दिया। इस दौरान नाहिद हुसैन, श्रेयस्कर गौड़, प्रयाग, रघुनेंद्र, शोभित, अनुराज, इदरीस, खुर्शीद, दर्शनपाल, अवनीश, राकेश, मुहम्मद यामीन, मुहम्मद साकिब आदि मौजूद रहे।
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सरकार पर भड़के टीईटी अभ्यर्थी , कचहरी में फूंका मुख्य सचिव का पुतला, विज्ञापन निरस्त होने से गुस्सा

प्रतापगढ़। यूपी सरकार के टीईटी विज्ञापन निरस्त करने पर अभ्यर्थियों ने रविवार को मुख्य सचिव का पुतला फूंका। सरकार ने हाईपावर कमेटी का गठन करके मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को अध्यक्ष बनाया था। जांच के दौरान उस्मानी ने चयन प्रक्रिया में धांधली बताते हुए विज्ञापन को ही निरस्त करने का सुझाव दिया था।
रविवार को विवेक सिंह के नेतृत्व में एकजुट हुए अभ्यर्थियों ने विज्ञापन निरस्त करने के लिए पूरी तरह मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि दो लाख साठ हजार बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । कचहरी में बैठक कर वक्ताओं ने कहा कि पांच अप्रैल को मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव से मिलकर टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय की मांग की गई थी। एकजुट अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका। इस मौके पर राघवेंद्र सिंह, नीरज, चंद्र प्रकाश, विपिन, महेश, संदीप, अनिल, अनूप तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।

प्रतापगढ़। यूपी सरकार के टीईटी विज्ञापन निरस्त करने पर अभ्यर्थियों ने रविवार को मुख्य सचिव का पुतला फूंका। सरकार ने हाईपावर कमेटी का गठन करके मुख्य सचिव जावेद उस्मानी को अध्यक्ष बनाया था। जांच के दौरान उस्मानी ने चयन प्रक्रिया में धांधली बताते हुए विज्ञापन को ही निरस्त करने का सुझाव दिया था।
रविवार को विवेक सिंह के नेतृत्व में एकजुट हुए अभ्यर्थियों ने विज्ञापन निरस्त करने के लिए पूरी तरह मुख्य सचिव को जिम्मेदार ठहराया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि दो लाख साठ हजार बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । कचहरी में बैठक कर वक्ताओं ने कहा कि पांच अप्रैल को मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव से मिलकर टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय की मांग की गई थी। एकजुट अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव के खिलाफ नारेबाजी की और उनका पुतला फूंका। इस मौके पर राघवेंद्र सिंह, नीरज, चंद्र प्रकाश, विपिन, महेश, संदीप, अनिल, अनूप तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।


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UPTET : भर्ती प्रक्रिया निरस्त न करने की लगाई गुहार , टीईटी मोर्चा ने भीख मांग किया विरोध

•जल्द नियुक्ति कराने की गुहार लगाई
•मांग पूरी नहीं की गई तो करेंगे आंदोलन
Kusinagar

पडरौना। टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा ने रविवार को बैठक की। इसमें पावर कमेटी द्वारा टीईटी भर्ती विज्ञापन को निरस्त करने की बनाई गई सहमति पर रोष प्रकट किया। नगर में भिक्षाटन करते हुए सरकार से मांग की कि उनकी भर्ती प्रक्रिया को निरस्त न किया जाए, बल्कि जल्द ज्वाइनिंग कराई जाए।
नगर स्थित जूनियर हाईस्कूल में हुई बैठक में टीईटी मेरिट के आधार पर ही नियुक्ति कराने की मांग की गई। प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया गया कि वह पक्षपात पूर्ण व्यवहार कर रही है। इसके साथ ही टीईटी उर्त्तीण लोगों ने भिक्षाटन किया गया। मोर्चा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हम लोगों की नियुक्ति प्रक्रिया शीघ्र शुरू नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। बैठक में राहुल सिंह, रत्नेश, अखिलेश मिश्र, दिनेश यादव, राजेंद्र, महेश, राजेश, विनोद, इश्तेयाक, छोटेलाल आदि उपस्थित रहे।

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टीईटी ः मुख्य सचिव का पुतला फूंका
मेरठ। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका। चौ. चरण सिंह पार्क में आयोजित एक सभा में मोर्चा ने हाई पावर कमेटी के अध्यक्ष जावेद उस्मानी (मुख्य सचिव) व बेसिक शिक्षा सचिव सुनील के बयानों व एकेडमिक द्वारा भर्ती की संस्तुति किए जाने की घोर निंदा की। मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसे बयानों से आत्महत्याएं हुईं। नितिन मेहता, गौरव यादव, राजीव कुमार, चंद्रशेखर, पराग, योगेश, विनोद कुमार, सलाऊद्दीन सैफी, विकास कुमार, प्रवीण, खालिद उपस्थित रहे।
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UPTET :  टीईटी : इंसाफ की दरकार , अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका


मुजफ्फरनगर। टीईटी संघर्ष मोर्चा ने प्रदेश सरकार द्वारा विज्ञापन रद किए जाने पर बनी सहमति का विरोध किया है। अभ्यर्थियों का कहना था कि चयन नियमावली में परिवर्तन करना गलत है। विरोध में जांच समिति के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला भी जलाया गया।
रविवार को टाउन हॉल में आयोजित अभ्यर्थियों की सभा में विज्ञापन रद किए जाने पर बनी सहमति का कड़ा विरोध किया गया। अभ्यर्थियों का कहना था कि अगर परीक्षा में धांधली नहीं पाई गई है तो पात्रता परीक्षा की मेरिट के आधार पर चयन किया जाना चाहिए। प्रवेंद्र मलिक, साकिद अली, कपिल शर्मा, मनोज कौशिक, सतेंद्र कुमार, रवि प्रकाश व सौरभ ने कहा कि प्रदेश सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
अभ्यर्थियों ने इसके बाद टीईटी जांच समिति के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका। चेतावनी दी गई कि यदि प्रदेश सरकार ने न्याय नहीं किया तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। नीरज कुमार, प्रवीण गोयल, संजीव, नदीम, सुधीर, पंकज, रश्मि, कुसुमलता, देवदत्त, नवनीत, मेहरुन्निशां आदि उपस्थित रहे।
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UPTET : एकेडमिक मेरिट से भर्ती पर होगा आंदोलन


•टीईटी अभ्यर्थियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
•चयन नियमावली में फेरबदल पर सवाल
•प्रदेश सरकार के रवैये पर नाराजगी जताई


शामली। टीईटी पास अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि यदि जल्द उनकी भर्ती नहीं की गई तो वे आमरण अनशन करेंगे। साथ ही आरोप लगाया कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है।
टीईटी संघर्ष मोर्चा ने नरेंद्र सिंह मार्किट में हुई बैठक में कहा कि यदि प्रदेश सरकार प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट पर नहीं करती हैं, तो अभ्यर्थी आंदोलन करेंगे। साथ ही अंदेशा जताया यदि शिक्षकों की भर्ती एकेडमिक मेरिट पर की गई तो भविष्य में यूपी बोर्ड के कॉलेजों में ताले लग जाएंगे। उन्होंने सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप भी लगाया। शिव कुमार ने कहा कि यदि शीघ्र ही टीईटी अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो सभी वे आमरण अनशन करेंगे। बैठक की अध्यक्षता प्रदीप शर्मा तथा संचालन रोहित ने किया। इस दौरान प्रवीण, अभिलाष, अरविंद, प्रवेश कुमार, आनंद, सुमित कुमार, सुभाष, अमित, सोनू, दीपक कुमार, सुधीर कुमार आदि उपस्थित रहे।

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UPTET :  ‘भर्ती प्रक्रिया बदली तो आंदोलन होगा’

सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा से जुड़े अभ्यर्थियों की रविवार को गांधी पार्क में हुई बैठक में शासन द्वारा तय की गई हाई पावर कमेटी की ओर से टीईटी के पूर्व विज्ञापन को निरस्त करने की संस्तुति पर गहरा रोष जताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा कराने का मकसद ही यही था कि बोर्ड परीक्षाओं वाली अंकों की मेरिट के चक्कर में किसी के साथ कोई अन्याय हो, मगर अब इसी व्यवस्था को फिर से लागू करने की तैयारी की जा रही है।
मोर्चा के जिला महामंत्री प्रदीप कुमार पौडवाल ने कहा कि टीईटी में एक ही प्रारूप में सबके लिए परीक्षा हुई और उसके परिणाम के आधार पर बनने वाली मेरिट से चयन सबके लिए न्यायोचित होता, मगर अब पुरानी विशिष्ट बीटीसी की तर्ज पर प्रारूप की तैयारी से सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड वाले अभ्यर्थियों को ही अधिक फायदा मिलेगा, क्योंकि बोर्ड एग्जाम में इनके अंकों की मेरिट 80 से 90 तक की होती है जबकि यूपी बोर्ड में काबिल से काबिल अभ्यर्थी भी यहां तक नहीं पहुंच पाते।
उन्होंने चेतावनी दी कि अपने हक के लिए उन्हें हाईकोर्ट तक भी लड़ाई लड़नी पड़ी तो वे पीछे नहीं हटेंगे। यह टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों के भविष्य का मामला है। कहा कि यदि टीईटी के पूर्व के विज्ञापन के आधार पर भर्ती नहीं की जाती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान शराफत अली, रवींद्र राठौर, पंकज किशोर, रवींद्र, मनोज गुर्जर, अंकित शर्मा, सोमवीर गुर्जर और ईसम सिंह आदि मौजूद रहे।
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक 24 को
गाजीपुर। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक रेलवे स्टेशन स्थित शिव मंदिर परिसर में 24 अप्रैल को 10 बजे से होगी। यह जानकारी देते हुए राधेश्याम कुशवाहा ने बताया कि इसमें टीईटी नियुक्ति प्रक्रिया के संबंध में विचार विमर्श किया जाएगा।
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UPTET : संघर्ष मोर्चे की बैठक कल

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण एकता संघर्ष मोर्चा जिला इकाई की बैठक में चौबीस अप्रैल को नहर कालोनी परिसर में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी ने बताया टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भारी संख्या में बैठक में पहुंचने का आवाहन किया।
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UPTET : टीईटी परीक्षा रद्द तो होगा आंदोलन

अलीगढ़। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों को इस समय परीक्षा के रद्द होने का भय का सता रहा है। अभ्यर्थियों ने ऐलान किया है कि यदि टीईटी मेरिट पर नियुक्ति नहीं हुई तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसी मामले को लेकर रविवार को मालवीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अमित दुबे ने की व संचालन संजय सिंह ने किया। प्रदेश अध्यक्ष प्रवीन सक्सेना, सुधीर कुमार, कौशल राघव, भीकम सिंह, कंछी सिंह, देवेंद्र आदि उपस्थित थे।

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UPTET : टीईटी पास छात्रों ने भरी आंदोलन की हुंकार

UPTET : टीईटी पास छात्रों ने भरी आंदोलन की हुंकार


टीइटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में आरपार की लड़ाई का एलान।
•मुख्य सचिव का पुतला फूंका, 28 को अनशन की चेतावनी


कानपुर। परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त होने वाले शिक्षकों की भर्ती में टीईटी को आधार न बनाये जाने के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने आंदोलन की हुंकार भरी। साकेत पार्क में रविवार को धरना-प्रदर्शन के बाद मुख्य सचिव का पुतला फूंका। तय हुआ कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो 28 अप्रैल को लखनऊ में प्रदर्शन किया जाएगा।

धरने की अध्यक्षता करते हुये दिनेश पाठक और रत्नेश पाल ने कहा कि 5 अप्रैल को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से टीईटी उत्तीर्ण प्रतिनिधिमंडल ने भेंटकर शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट लिस्ट के आधार पर करवाने की मांग की थी। जिस पर सीएम ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय हाई पावर कमेटी का गठन किया था। कमेटी को तीन सप्ताह में निर्णय देने को कहा था। उन्होंने कहा कि कमेटी ने रिपोर्ट में शिक्षकों की भर्ती में टीईटी के स्थान पर मेरिट से भर्ती प्रक्रिया करने की बात कही है। जिसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश के टीईटी उत्तीर्ण 28 अप्रैल को लखनऊ में मांगे पूरी होने तक अनशन करेंगे। इस दौरान जुलूस निकालकर नंदलाल चौराहे पर मुख्य सचिव का पुतला भी फूंका गया। विजय सिंह तोमर, सर्वेश राठौर, प्रवीन सचान, अमित सोनी, अभिरुचि, क्षमा त्रिपाठी, श्रद्धा त्रिपाठी, हरेन्द्र आदि मौजूद रहे।

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थी 28 को लखनऊ में करेंगे प्रदर्शन

•लोहार बाग पार्क में बैठक कर बनाई रणनीति
•72825 शिक्षकों की भर्ती शीघ्र कराने की मांग 
सीतापुर। रविवार को लोहार बाग स्थित नेहरू पार्क में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक सुनील कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। सुनील कुमार ने कहा कि मूल विज्ञापन से कोई भी छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जायेगी। 72825 शिक्षकों की भर्ती टीईटी की मेरिट के आधार पर शीघ्र करायी जाय।
इस अवसर पर विवेक मिश्र ने कहा कि मुख्य सचिव द्वारा प्रदत्त आख्या अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के उद्देश्यों के विपरीत मालूम पड़ती है। जिससे आगामी 1 जुलाई 2012 को संविधान द्वारा अनुच्छेद 21 ए का अनुपालन होना संभव नहीं है। आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि समस्त टीईटी अभ्यर्थियों का 28 अप्रैल 2012 को प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन लखनऊ विधान सभा पर विज्ञापन रद्द करने के संस्तुति के विरोध में किया जायेगा।
अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो टीईटी पास अभ्यर्थी आंदोलन करने पर मजबूर होगे। इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। बैठक में रमेश यादव, दिलीप श्रीवास्तव, सुशील तिवारी, प्राची यादव, काव्य शर्मा, सर्वोत्तम कुमार, डाली मिश्रा, मुरलीधर, विनीत त्रिपाठी, नवीन कुमार आदि लोग मौजूद रहे।
लोहार बाग पार्क में बैठक करते टीईटी प्रशिक्षु।

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UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला बाइक जुलूस

•कहा, प्राथमिक शिक्षा को टीईटी पास की नियुक्ति जरूरी
Varanasi Mau :
मधुबन। टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रविवार को मोटरसाइकिल जुलूस निकाला। जुलूस कस्बा का चक्रमण करता हुआ शहीद स्मारक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।

इस मौके पर राजीव यादव ने कहा कि सरकार को प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए टीईटी प्रक्रिया में चयनित अभ्यर्थियों को ही नियुक्त करना चाहिए। जब योग्य कुशल अध्यापक रहेेंगे तो शिक्षा का स्तर बढे़गा। सरकार बदलती है नियम बदलते हैं लेकिन अभ्यर्थियों का क्या कसूर होता है। उन्होंने कहा कि सरकार 72 हजार शिक्षकों की नियुक्ति करने जा रही है, उसमें टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चयन किया जाए। उन्होंने कहा कि मांगें न माने जाने की स्थिति में आंदोलन को तेज किया जाएगा। उन्होंने 24 अप्रैल को लखनऊ कूच करने के लिए टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सत्येंद्र, सुरेश, राजकुमार, सतीश, चंदन, मोहम्मद मोबीन, जयराम, अमरेश, दिनेश, रामप्रवेश, मुनीर, जफर अंसारी, रमेश, उमेश, पंकज, राजेंद्र, इम्तियाज, अफजल, शाहिद आदि उपस्थित रहे।
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UPTET : टीईटी परीक्षा रद्द तो होगा आंदोलन

अलीगढ़। शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों को इस समय परीक्षा के रद्द होने का भय का सता रहा है। अभ्यर्थियों ने ऐलान किया है कि यदि टीईटी मेरिट पर नियुक्ति नहीं हुई तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसी मामले को लेकर रविवार को मालवीय पुस्तकालय में उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अमित दुबे ने की व संचालन संजय सिंह ने किया। प्रदेश अध्यक्ष प्रवीन सक्सेना, सुधीर कुमार, कौशल राघव, भीकम सिंह, कंछी सिंह, देवेंद्र आदि उपस्थित थे।
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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों का पावर कमेटी के बयान पर ऐतराज

लखीमपुर खीरी (रिपोर्टर)। टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष देवेश चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि वे पावर कमेटी के बयान का विरोध करते हैं, जिसमें रोजगार के अवसर छीनने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि एकेडेमिक मेरिट को चयन का आधार बनाने का पुरजोर विरोध करते हैं।
नसीरुद्दीन मेमोरियल परिसर में टीईटी महासंघ ने बैठक कर रणनीति बनाई। सरकार के रवैये से खिन्न टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने एकेडेमिक मेरिट चयन को नकारते हुए यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड के पाठ्यक्रमों में अंकों के वितरण में भिन्नता का हवाला दिया। आवेदन के आधार पर चर्चा हुई कि नियुक्तियां टीईटी के अंकों के अवरोही क्रम में हों। अन्यथा आंदोलन को विवश होना पड़ेगा।
बैठक में उपाध्यक्ष दीपक गुप्ता, रवि शुक्ला, बूटा सिंह, आलम, पंकज राय, रामजी वर्मा, विजय आदि उपस्थित रहे।
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टीईटी धारकों की बैठक आज
शाहजहांपुर। यूपी टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक कल 23 अप्रैल को प्रात: 10 बजे जिला कार्यालय न्यू वे इंग्लिश क्लासेस पर होगी।
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UPTET : मुख्य सचिव का पुतला फूंका
•पावर कमेटी के निर्णय से नाराज हैं टीईटी बेरोजगार

बस्ती। टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रविवार को कटेश्वर पार्क में बैठक कर हाई पावर कमेटी के निर्णय को अनैतिक करार दिया। नाराज टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने कमेटी के अध्यक्ष मुख्य सचिव का पुतला भी फूंका।
जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि 5 अप्रैल को मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों का प्रतिनिधि मंडल मिला था। प्रतिनिधि मंडल को सीएम ने उचित र्कारवाई का आश्वासन दिया। इसके लिए सीएम स्तर से मुख्य सचिव जावेद उस्मानी के नेतृत्व में कमेटी गठित हुई। कमेटी ने भ्रामक रिपोर्ट तैयार की। इसका टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार जमकर विरोध कर रहे हैं। कहा कि युवा मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को अब भी उम्मीदें हैं। विनय पांडे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री के सकारात्मक आश्वासन को तोड़ा जाता है तो अगले सप्ताह में फिर लखनऊ में जनांदोलन छेड़ा जाएगा। बैठक के बाद टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्य सचिव का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इस दौरान आनंद कुमार, अवनीश त्रिपाठी, महावीर यादव, विमलेश चंद्र, संजय गौड़, गौरव यादव, शेषमणि, अनुराग द्विवेदी, परवीन, चंद्रमणि पांडे, अनूप कुमार सिंह, नीरज श्रीवास्तव, राम प्रसाद यादव, कृष्णकांत मिश्र, मुकुल, उमेश, नजमा खातून, दिलीप कुमार श्रीवास्तव, उदय आदि रहे। 

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UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया अर्द्धनग्न प्रदर्शन

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने किया अर्द्धनग्न प्रदर्शन


लखनऊ। टीईटी अभ्यर्थियों ने रविवार को मेरिट के आधार पर चयन की मांग को लेकर जीपीओ में गांधी प्रतिमा के सामने अर्द्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों की मांग थी कि प्रदेश सरकार यूपी टीईटी भर्ती प्रक्रिया के विज्ञापन को निरस्त करने की संस्तुति को न माने और टीईटी अभ्यर्थियों पर अन्याय होने से रोके। अभ्यर्थियों प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग न पूरी हुई तो वह 28 अप्रैल को लखनऊ में बड़ा आंदोलन करेेेंगे।
उधर, युवा स्नातक बेरोजगार वेलफेयर एसोसिएशन ने शक्ति नगर में बैठक कर प्रदेश सरकार से मांग की है कि जाति धर्म से ऊपर उठकर निर्णय ले ताकि सभी युवा बेरोजगारों के हाथ मजबूत हों। संगठन के अध्यक्ष अरुण कुमार ने कहा कि सभी बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा कर सरकार बनाने वाली सपा की सरकार को अपना वादा पूरा करना होगा।


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UPTET Bulandsehar : टीईटी उत्तीर्ण युवाओं का प्रदर्शन

UPTET Bulandsehar : टीईटी उत्तीर्ण युवाओं का प्रदर्शन

बुलंदशहर। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग करते हुए टीईटी उत्तीर्ण युवकों ने रविवार को राजे बाबू पार्क में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि अब इंतजार की हद हो गई। शिक्षकों की भर्ती नहीं की तो वह सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।

टीईटी उत्तीर्ण मोर्चा के नेतृत्व में सुबह 11 बजे राजे बाबू पार्क में अभ्यर्थी पहुंचे। मोर्चा के रामवीर शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में प्रतिभावान छात्रों की कदर नहीं है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया काफी समय से लंबित है। इस कारण टीईटी परीक्षा पास करने वाले निराश है। अन्य छात्र संगठनों ने भी उनका समर्थन किया। शिक्षा सुधार समिति के संरक्षक लक्ष्मी राज सिंह ने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी चल रही है। ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द शिक्षकों की भर्ती कर शिक्षा स्तर में सुधार करना चाहिए। छात्र नेता अमर पाल लोधी ने कहा कि वह टीईटी उत्तीर्ण युवकों के साथ हैं, सरकार उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करती तो आंदोलन शुरू होगा। प्रदर्शन में अरविंद शर्मा, देवेंद्र सिंह, संजय सैनी, सत्यपाल, योगेंद्र, संतोष कुमार संजीव कुमार, अवनेश कुुमार, नरेश कुमार, मनोज कुमार, लक्ष्मी चंद, प्रेमपाल आदि रहे

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UPTET : टीईटी संघर्ष मोर्चा की  बैठक हुई

चित्रकूट। टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने की संभावना पर आक्रोश व्यक्त किया गया। जिलाध्यक्ष श्यामलाल ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा। उपाध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह ने दावा किया कि टीईटी मेरिट ही शिक्षक भर्ती का व्यवहारिक और न्यायसंगत मापदंड है। संगठन मंत्री प्रदीप तिवारी, ने मांग की कि आवश्यकता के अनुसार शिक्षकों की भर्ती की जाए। बताया गया कि 26 अप्रैल को कचहरी परिसर में बैठक में टीईटी संघर्ष मोर्चा और मुख्यमंत्री के बीच होने वाली वार्ता के मुद्दे तय किए जाएंगे।


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UPTET Basti : मुख्य सचिव का पुतला फूंककर जताया विरोध

बस्ती। टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रविवार को कटेश्वर पार्क में बैठक कर हाई पावर कमेटी के निर्णय को अनैतिक करार दिया। नाराज टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने कमेटी के अध्यक्ष मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का प्रतीकात्मक पुतला भी फूंका।
जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि 5 अप्रैल को मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों का प्रतिनिधि मंडल मिला था। प्रतिनिधि मंडल को सीएम ने उचित र्कारवाई का आश्वासन दिया। इसके लिए सीएम स्तर से मुख्य सचिव जावेद उस्मानी के नेतृत्व में कमेटी गठित हुई। कमेटी ने भ्रामक रिपोर्ट तैयार की। इसका टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार जमकर विरोध कर रहे हैं। कहा कि युवा मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को अब भी उम्मीदें हैं। विनय पांडे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री के सकारात्मक आश्वासन को तोड़ा जाता है तो अगले सप्ताह में फिर लखनऊ में जनांदोलन छेड़ा जाएगा। बैठक के बाद टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्य सचिव का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इस दौरान आनंद कुमार, अवनीश त्रिपाठी, महावीर यादव, विमलेश चंद्र, संजय गौड़, गौरव यादव, शेषमणि, अनुराग द्विवेदी, परवीन, चंद्रमणि पांडे, अनूप कुमार सिंह, नीरज श्रीवास्तव, राम प्रसाद यादव, कृष्णकांत मिश्र, मुकुल, उमेश, नजमा खातून, दिलीप कुमार श्रीवास्तव, उदय प्रताप, रवींद्र चौधरी आदि उपस्थित रहे।


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UPTET : TET Candidates Heavily Upset over Javed Usmani Committee Report regarding UPTET-2011

UPTET : टीईटी अभ्यर्थियों ने मांगी इच्छा मृत्यु की आज्ञा

आगरा। टीईटी पास अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया न होने पर एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति को सामूहिक इच्छा मृत्यु की आज्ञा देने के लिए पत्र लिखा है। बैठक में 28 अप्रैल को लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन में शामिल होने की शपथ ली गई। 
रविवार को शहीद स्मारक पर टीईटी संघर्ष मोर्चा, आगरा मंडल के अभ्यर्थियों की बैठक हुई बैठक में कहा गया कि टीईटी पास अभ्यर्थियों का चयन दिसंबर 2011 तक होना था, लेकिन प्रदेश सरकार की संवेदन शून्यता के कारण तीन लाख अभ्यर्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा गया है कि आठ माह बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। शासन-प्रशासन कोई निर्णय नहीं ले पा रहा है। सभी भुखमरी की कगार पर है, ऐसे में अभ्यर्थियों के पास इच्छा मृत्यु के अलावा कोई विकल्प नहीं है। मुख्यमंत्री व शिक्षा सचिव को भी पत्र भेजा गया है। उन्होंने मांग की है कि टीईटी का राजनीतिकरण न करके समस्या का निदान करें। 
बैठक में तय किया गया कि मंडल के टीईटी पास अभ्यर्थी 28 अप्रैल को लखनऊ में होने वाले धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। बैठक में उपस्थित सभी 60 छात्रों ने इच्छा मृत्यु की मांग की है। बैठक में देवेश द्विवेदी, विवेक समाधिया, कौशल जसवानी, सतेंद्र शर्मा व रोहित आदि उपस्थित रहे।


News : Amar Ujala (23.4.12)
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मुख्य सचिव का पुतला फूंककर जताया विरोध

बस्ती। टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने रविवार को कटेश्वर पार्क में बैठक कर हाई पावर कमेटी के निर्णय को अनैतिक करार दिया। नाराज टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने कमेटी के अध्यक्ष मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का प्रतीकात्मक पुतला भी फूंका।
जिलाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह ने कहा कि 5 अप्रैल को मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों का प्रतिनिधि मंडल मिला था। प्रतिनिधि मंडल को सीएम ने उचित र्कारवाई का आश्वासन दिया। इसके लिए सीएम स्तर से मुख्य सचिव जावेद उस्मानी के नेतृत्व में कमेटी गठित हुई। कमेटी ने भ्रामक रिपोर्ट तैयार की। इसका टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार जमकर विरोध कर रहे हैं। कहा कि युवा मुख्यमंत्री से टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों को अब भी उम्मीदें हैं। विनय पांडे ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री के सकारात्मक आश्वासन को तोड़ा जाता है तो अगले सप्ताह में फिर लखनऊ में जनांदोलन छेड़ा जाएगा। बैठक के बाद टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों ने मुख्य सचिव का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। इस दौरान आनंद कुमार, अवनीश त्रिपाठी, महावीर यादव, विमलेश चंद्र, संजय गौड़, गौरव यादव, शेषमणि, अनुराग द्विवेदी, परवीन, चंद्रमणि पांडे, अनूप कुमार सिंह, नीरज श्रीवास्तव, राम प्रसाद यादव, कृष्णकांत मिश्र, मुकुल, उमेश, नजमा खातून, दिलीप कुमार श्रीवास्तव, उदय प्रताप, रवींद्र चौधरी आदि उपस्थित रहे।

News : Amar Ujala (23.4.12)
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UPTET Barabanki : भीख मांगकर किया टीईटी अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन

बाराबंकी, शिक्षक पद पर भर्ती की मांग को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने रविवार को सड़क पर भीख मांगकर व सफाई कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्राम्य विकास मंत्री को मांगपत्र सौंपा।
टीईटी संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक माध्यमिक शिक्षक की जिलाध्यक्ष नीता अवस्थी के आवास पर हुई। इसके बाद यहां से निकले अभ्यर्थियों ने नगर की मुख्य सड़क पर झाडू लेकर सफाई व भीख मांगकर विरोध प्रकट किया। अभ्यर्थी ग्राम्य विकास मंत्री स्वतंत्र प्रभार अरविंद कुमार सिंह गोप के आवास पर पहुंचे मांग पत्र सौंपा। मुकेश शर्मा ने कहा कि मेधावी छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखकर सत्तर हजार शिक्षकों की चयन प्रक्रिया के लिए पूर्व में निकाले गए विज्ञापन में शासन स्तर पर जो निर्णय लिया गया है वहीं सर्वोपरि है। चयन का आधार टीईटी की मैरिट को निरस्त न कर नियुक्ति की जाए। प्रदर्शन करने वालों में विनोद वर्मा, उमाशंकर यादव, आशीष शुक्ला, जितेंद्र वर्मा, संदीप वर्मा, रजनीश वर्मा, यज्ञेश नारायन बैसवार, आलोक वर्मा, हरिहर, विशाल गुप्ता, नरेंद्र यादव, सरिता शुक्ला, वीरेश गुप्ता, विजय तिवारी, धीरज कुमार, संदीप कुमार यादव, रीना वर्मा, उमाशंकर यादव, विशाल गुप्ता सहित कई लोग शामिल रहे। प्रदर्शन के पश्चात नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।

News : Jagran (23.4.12)

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UPTET Mahrajganj : टीईटी अभ्यर्थियों ने उठाई मांग

महराजगंज: रविवार को सदर बीआरसी परिसर में टीईटी एकता संघर्ष मोर्चा के लोगों ने बैठक कर तैनाती की मांग उठाई। इन लोगों ने जावोद उस्मानी की अध्यक्षता वाली हाई पावर कमेटी के जांच रिपोर्ट की तारीफ करते हुए हर्ष व्यक्त किया और जल्द से जल्द तैनाती की बात कही।

इस मौके पर जिलाध्यक्ष महेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि पूर्व में जारी विज्ञप्ति के अनुसार चयन का आधार टीईटी प्राप्तांक मेरिट था। चयन का आधार शैक्षिक मेरिट को बनाए जाने का कड़ा विरोध किया जाएगा। शासन स्तर तक इसके लिए आंदोलन किया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष ब्रिजेश यादव ने कहा कि यदि राज्य सरकार शिक्षक चयन के आधार को शैक्षिक मेरिट के अनुसार करना चाहती है तो पहले यूपी बोर्ड की माध्यमिक परीक्षा में हो रही अंधाधुन नकल पर नियंत्रण किया जाना चाहिए। उसके बाद शैक्षिक मेरिट के बारे में विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि जल्द हमारी तैनाती नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

इस मौके पर राजकुमार, हरि प्रकाश, राकेश अग्रहरी, प्रिंस कुमार शुक्ला, रामनरेश, कमलेश, कैलाश, अंगद सिंह, संतोष, विनय, आनंद, मनोज, यशपाल, संतोष समेत तमाम लोग मौजूद रहे


News : Jagran (23.4.12)
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UPTET Badot : उस्मानी कमेटी के निर्णय पर भड़के टीईटी अभ्यर्थी


बड़ौत (बागपत)। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में प्रमुख सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गठित हाईपावर कमेटी की संस्तुति के खिलाफ आक्रोश फैल गया है। अब अभ्यर्थियों ने इसके विरुद्ध कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखने का निर्णय लिया है।

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बैठक रविवार को रेलवे स्टेशन पार्क में हुई। वक्ताओं ने शिक्षकों की भर्ती विज्ञापन रद करने संबंधी संस्तुति का विरोध जताया। टीईटी संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि भर्ती की शुरुआत में आवेदन के दौरान जो नियम लागू किए गए थे, उन्हीं के अनुरूप भर्ती की जाए। इस प्वांइट को हाइकोर्ट में चेलेंज किया जाएगा। निर्णय लिया कि इस संबंध में हाइकोर्ट में पूर्व में चल रहे केस की मजबूत पैरवी की जाएगी और उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से इस संबंध में दिग्भ्रमित न होने की अपील की। बैठक में अर्चना, कर्मवीर सिंह, संदीप कुमार, अमित बसी, कपिल कुमार, दिनेश यादव, रामपाल आदि मौजूद थे।

News : Jagran (23.4.12)
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Sunday, April 22, 2012

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण ने समस्याओं पर किया विमर्श

UPTET : टीईटी उत्तीर्ण ने समस्याओं पर किया विमर्श
(UP Teacher Eligibility Test 2011 News )

संतकबीर नगर:
उत्तर प्रदेश टीईटी उ‌र्त्तीण अभ्यथियों की बैठक जूनियर हाईस्कूल खलीलाबाद में रविवार को हुई। इस दौरान समस्याओं पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। साथ ही टीईटी अभ्यर्थी संत कबीर अंगद चौरसिया तथा बुलन्दशहर के महेन्द्र सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।

अपने संबोधन में महामंत्री देवेन्द्र राय ने कहा कि मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में बनी हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट नकल माफियाओं के कूकृत्यों को बढ़ावा देने वाली है। उन्होंने ऐसा क्यों किया? स्पष्टीकरण करने की यह मोर्चा मांग करता है। न जाने किस स्वार्थ वश प्रदेश सरकार नौनिहालों के भविष्य को अकुशल हाथों में सौंपना चाह रही है। टीईटी मेरिट के आधार पर चयन को हाईकोर्ट ने उचित ठहराया है। उपाध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि चयन प्रक्रिया में नब्बे फीसदी कार्य हो चूका है। ऐसे में चयन का आधार बदलना न्यायोचित नही है। इस दौरान सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि चयन प्रक्रिया बदली गयी तो न्यायालय की शरण ली जायेगी।

बैठक में एन.डी. त्रिपाठी, राजकुमार चौधरी, सतीश विश्वकर्मा, धर्मेन्द्र पाल, शाह आलम, मु.शालिब, ज्ञानप्रकाश द्विवेदी, ऋषिकेश मिश्र, रामजीवन, विद्या, पवन गुप्ता, योगेन्द्र कुमार, विपिन राज, कृष्ण कुमार, कमलेश यादव, रईसखान, अब्दुल्लाह अंसारी, मो.अशफाक, दिनेश मिश्र, अशोक गुप्ता, पंकज गौतम, संतोश सिंह, अलोक कुमार पाठक, रामधनी शर्मा, संदीप ओझा, सुनील पाण्डेय, जाकिर अली, शिवकुमार आदि मौजूद रहे।

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टीईटी संघर्ष मोर्चा ने निकाला जागरुकता जुलूस

मधुबन (मऊ) : टीईटी बेरोजगारों ने अपनी मांगों के समर्थन में स्थानीय बाजार में जागरुकता अभियान के तहत जुलूस निकालकर राजधानी चलने का आह्वान किया। टीईटी संघर्ष मोर्चा के नेतृत्व में राजीव यादव, सत्येन्द्र कुमार, सुरेश यादव, राजकुमार, चन्दन कुमार, मुनीर अहमद, जफर अंसारी सहित दर्जनों अभ्यर्थी मोटर साइकिल जुलूस से पूरे बाजार का भ्रमण किये।

इसके पश्चात हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आगामी 24 अप्रैल को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी राजधानी कूच करेंगे। वहां सरकार से मांग करेंगे कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तत्काल शुरु किया जाये। शिक्षक भर्ती में चयन का आधार टीईटी मेरिट को ही बनाया जाये तथा किसी भी दशा में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को निरस्त न किया जाये। यदि ऐसा हुआ तो टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी सड़क पर उतरकर आन्दोलन चलाने का कार्य करेंगे



News : Jagran ( 22.4.12)




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युपीटीईटी-न उगलते बने,न निगलते बने


युपीटीईटी-न उगलते बने,न निगलते बने
 ( Another Articles of Sh. Manoj Kumar Singh 'Mayank')
Taken from - bhadas.blogspot.in
युपीटीईटी-न उगलते बने,न निगलते बने

महाभारत में एक श्लोक है –
यस्म यस्म विषये राज्ञः,स्नातकं सीदति क्षुधा|
अवृद्धिमेतितद्दराष्ट्रं,विन्दते सहराजकम्||

अर्थात, हे राजन!जिन जिन राज्यों में स्नातक क्षुधा से पीड़ित होता है,उन उन राज्यों की वृद्धि रुक जाती है और वहाँ अराजकता फ़ैल जाती है|

बुभुक्षितं किं न करोति पापं की तर्ज पर महाभारतकार ने राजा को चेतावनी देते हुए स्पष्ट रूप से यह निर्देशित किया है की योग्यतम को उसकी आजीविका से विरत करना,अराजकता को आमंत्रित करना है|

यह तब की बात है,जब गिने चुने मेधावी छात्र ही स्नातक हो पाते थे और जब इस देश में प्रजा के व्यापक हित में अपने स्वार्थ की तिलांजलि देने वाले कर्मठ,नीतिनिपुण और धर्मग्य राजा हुआ करते थे|

आज परिस्थितियां परिवर्तित हो चुकी हैं| किसी भी परीक्षा में ३२ प्रतिशत अंक पाने वाला विद्यार्थी अनुत्तीर्ण होता है और २९ प्रतिशत मत पाने वाला उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनता है|

१ अरब जनता की आँखों के सामने पागलों की तरह गोलियाँ बरसाने वाला जेल में भी फाइव स्टार स्तर तक की सुविधाओं का लाभ उठाता है और जिसने अपने पूरे जीवन में एक चींटी भी नहीं मारी,वह नारी होने के वावजूद दुस्सह यंत्रणा भोगने को विवश है,क्योंकि वोट की राजनीति ने उसके माथे पर आतंकवादी होने का कलंक लगा दिया है|स्थितियां दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही हैं और हम कानून व्यवस्था के नाम पर निर्दोषों को दण्डित करने तथा दोषियों को बचाने के मिशन में तन्मयता के साथ जुटे हुए हैं|नक्सली आकाश से नहीं टपकते,जब राज्य के हाथों में स्थित दंड निरंकुश हो जाता है, तब मासूम भी अपने हांथो में आग उगलने वाली बन्दूक थामने को विवश हो जाता है|

बात युपीटीईटी के सन्दर्भ में हो रही है
|विगत १८ अप्रैल को, जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में टीईटी के सन्दर्भ में गठित हाई पावर कमेटी ने अपनी संस्तुति मुख्यमंत्री को प्रेषित कर दिया है|समाचार पत्रों के आलोक में यह तथ्य सामने आया है की युपीटीईटी परीक्षा की शुचिता पर कोई भी प्रश्नचिन्ह नहीं उठाया जा सकता अतः युपीटीईटी को भंग न करते हुए इसे अर्हताकारी परीक्षा के स्थान पर, पात्रताकारी परीक्षा बना दिया जाय|

ध्यान देने योग्य बात है की अगले ही सत्र में यदि सहायक अध्यापकों की रिक्तियां तत्काल प्रभाव से नहीं भरी जाती हैं तो उत्तर प्रदेश में सर्व शिक्षा अभियान पूरी तरह से विफल होने के कगार पर खडा होगा|अतः पूर्व विज्ञापित नियम में संशोधन करना न सिर्फ इस प्रक्रिया को उलझा देना है वरन प्रदेश ही नहीं,देश को भी शिक्षा के मद में मिलने वाले आर्थिक सहायता पर संकट के बादल मडराने के प्रबल आसार है|

हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा की इस देश को शिक्षित बनाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं अपना अमूल्य योगदान देती हैं और यदि उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा विभाग में विज्ञापित नियुक्तियों के संदर्भ में वैधानिक खींचातानी और राजनैतिक हीलाहवाली का कोई भी मामला इन अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं के संज्ञान में आता है तो देश को प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में मिलने वाली आर्थिक मदद रोकी जा सकती है|
अभी भी इस देश में शिक्षा के मद में सकल घरेलु उत्पाद का महज ४.१ फीसदी ही व्यय किया जाता है और प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में तो यह १ प्रतिशत से भी कम होगा|ऐसी स्थिति में पूर्व विज्ञापित प्रक्रिया में छेड़छाड़ अभ्यर्थियों के मन में रोष का संचार करेगा और पूरे प्रदेश को अराजकता की स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है|

युपीटीईटी के संदर्भ में प्रक्रिया में छेड़छाड़ करने के पीछे न तो कोई विधिक शक्ति है और न ही कोई नैतिक आधार,ऐसे में,अगर विज्ञप्ति निरस्त होती है तो इसका एकमात्र कारण राजनैतिक विद्वेष की भावना ही होनी चाहिए|
यह कहना की अन्य राज्यों ने भी टीईटी को मात्र एक पात्रता परीक्षा ही रखा है और इसे अर्ह्ताकारी नहीं बनाया है तर्कशास्त्र के नियमों की घनघोर अवहेलना है|

क्या माननीय जावेद उस्मानी जी यह बताने का कष्ट करेंगे की अन्य राज्यों में अथवा केन्द्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा में सकल रिक्तियों के सापेक्ष कितने प्रतिशत अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं और उत्तर प्रदेश में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का संख्या बल कितना है?यह हास्यस्पद ही है की इतना बड़ा प्रशासनिक अधिकारी इतने छोटे तथ्य की उपेक्षा करता है और जिसने इतने छोटे तथ्य की उपेक्षा की हो उसे इतना महत्वपूर्ण दायित्व किस आधार पर प्रदान किया गया है?

शायद अब अभ्यर्थियों को भी इस तथ्य का ज्ञान होने लगा है की सरकार हमारे पक्ष में नहीं है बल्कि यह कहना ज्यादा उचित रहेगा की सरकार प्राथमिक शिक्षा के ही पक्ष में नहीं है अन्यथा हमारे साईकिल वाले बाबा,पगड़ी वाले बाबा से प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति हेतु २०१५ तक का समय न मांगते|


हद हो गयी है,अभ्यर्थी परीक्षा दे चुके हैं,अपने अंकपत्र सह प्रमाणपत्र ले चुके हैं, बैंक ड्राफ्ट बनवा चुके हैं,लंबी लम्बी पंक्तियों मंग लग कर अपने आवेदन भी जमा कर चुके हैं,प्रत्येक अभ्यर्थी के लगभग १० हजार रूपये खर्च हो चुके हैं और श्रीमान जी का कहना है की हम प्रक्रिया में बदलाव लायेंगे क्योंकि इससे पहले लोग हांथी पर चढते थे और आज हमने साईकिल का आविष्कार कर लिया है|

संख्या में अति न्यून अकादमिक समर्थक भी सरकार के कंधे पर बन्दूक रखकर निशानेबाजी से नहीं चूक रहे है|

भाई, कहा भी गया है – जब सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का?
मुलायम आते ही नकल विरोधी अध्यादेश को रद्द कर देते हैं तो उनका पुत्तर आते ही टीईटी को रद्द क्यों न कर दे?
वैसे भी अखिलेश ने अपने चुनावों में इस तरह की उद्घोषणा पहले ही कर चुकी है और परीक्षा में असफल अभ्यर्थी अखिलेश भैया के पाँव पूज ही रहे हैं, लिहाजा टीईटी को निरस्त होना ही चाहिए|

साथ ही बलात्कार पीडिता को नौकरी देने संबंधी बयान पर भी तो अमल करना है|वैसे भी, समाजवादियों की सरकार बनने से पहले ही,शपथ ग्रहण से भी पहले उत्तर प्रदेश की जनता ने चुनाव परिणामों की घोषणा के महज एक सप्ताह के अंदर जिस तरह की अराजकता झेली है उसे देखकर यही लगता है की आने वाले समय में यह अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार होगी और कहीं ऐसा न हो की हिन्दुस्तान के राजनैतिक इतिहास में अखिलेश का शासन एक काले अध्याय के रूप में जाना जाय, फिलहाल संभावना तो यही है और उसके संकेत भी मिलने लगे हैं|

अब अपने मूल विषय पर लौट चलते हैं,हमारे देश में बेसिक शिक्षा की प्रवृत्ति कैसी रही है और समय समय पर इस क्षेत्र में हमारे देश में किस प्रकार के परिवर्तन हुए है इन सब बातों का जानना बहुत ही जरूरी है|

मुसलमानों के आने से पहले हमारे देश में बालक की प्राथमिक शिक्षा का प्रारम्भ माँ की गोद में होता था|
यह वह समय था जब बालक को अक्षरारंभ के समय ग से गदहा नहीं, ग से गणेश पढाया जाता था|कहना न होगा की हमारे जीवन मूल्य आधुनिक मनोवैज्ञानिक अवधारणाओं से इस कदर मेल खाते थे की उनमें विरोध की कहीं कोई गुंजाइश ही नहीं थी|हम पहले ही इस तथ्य से परिचित थे की शिक्षा का मूल उद्देश्य बालक के पूर्व ज्ञान में वृद्धि कर क्रमिक ढंग से बालक के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है|स्पष्ट है ग से गदहा वाला पूर्वज्ञान बालक को गदहा ही बना सकता है,सर्वशास्त्र विशारद गणेश कदापि नहीं|

जब इस देश में मुसलमानों का आगमन हुआ तब सबसे अधिक चोट हमारे प्राथमिक शिक्षा पर ही पड़ी|मदरसों में दी जाने वाली दीनी तालीम बालक को आत्मकेंद्रित बनाती थी,यह उसके व्यक्तित्व में सहिष्णुता के स्थान पर धर्मान्धता का संचार करती थी|मुग़ल काल में दारा शिकोह के सत्प्रयासों से मकतबों में दीनी तालीम के साथ साथ बुनियादी तालीम देने की भी व्यवस्था की गयी, किन्तु यह व्यवस्था बहुत दिनों तक नहीं चली और अंग्रजों के आगमन के साथ हमारी शिक्षा व्यवस्था का जो बंटाधार हुआ, वह आज तक बदस्तूर जारी है|

मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों के आलोक में यह बात जग जाहिर है की व्यक्ति के व्यक्तित्व में उसकी शैशवावस्था और उसका बाल्यकाल सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं|व्यवहारवाद कहता है की एक शिशु को एक कुशल चिकित्सक, एक कुशल अभियंता,एक कुशल अभिनेता,एक कुशल दार्शनिक इत्यादि किसी भी कौशल के लिए प्रारम्भ से ही प्रशिक्षित किया जा सकता है और उसके अंदर बचपन में डाले गए संस्कार इतने दृढ होते हैं की वे पचपन क्या,पचासी क्या, आजीवन पीछा नहीं छोड़ते|ठीक यही बात कुसंस्कारों के संदर्भ में भी सत्य है|यहाँ पर संस्कार देने वाले शिक्षकों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और अध्यापक शिक्षा की महत्ता का पता चलता है

|२२ और २३ अक्टूबर १९३७ में वर्धा नामक स्थान पर डॉ जाकिर हुसैन की अध्यक्षता में तत्कालीन भारतीय राजनीती में अपनी प्रभुता स्थापित कर चुके गांधी ने भारतीय विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षा का एक बेहतरीन माडल तैयार किया|आमतौर से इसे भारत में प्राथमिक शिक्षा की वर्धा योजना अथवा बुनियादी तालीम के नाम से जाना जाता है|आज भी इसे शिक्षा जगत में बालक केंद्रित शिक्षा का बेमिसाल उदाहरण समझा जाता है|

वर्धा योजना में बालक की शिक्षा को लेकर जिन उच्च आदर्शों की कल्पना की गयी थी, उनकी प्राप्ति बुनियादी तालीम के लिए प्रशिक्षित अध्यापकों के अभाव में संभव ही नहीं थी|अतः शिक्षकों को बुनियादी तालीम के लिए प्रशिक्षित करने हेतु १ वर्षीय अल्पकालीन और २ वर्षीय दीर्घकालीन पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी|उस समय जबकि उच्च शिक्षा प्राप्त व्यक्ति गिने चुने ही मिलते थे, इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश की योग्यता हाई-स्कूल निर्धारित की गयी थी|


चूँकि उस समय तक भारत स्वतंत्र नहीं हो पाया था, अतः यह योजना असफल रही और स्वतंत्रता के पश्चात विकास के मुद्दों पर लालफीताशाही,नौकरशाही हावी हो गयी, लिहाजा सर्व शिक्षा के उद्देश्यों को ठन्डे बस्ते में डाल दिया गया|

तब से अब तक प्राथमिक शिक्षा को लेकर एक से एक बेहतरीन माडल प्रस्तुत किये जाते रहें और कभी नौकरशाही तो कभी हमारे देश का माननीय वर्ग उन सभी माडलों को नकारता रहा|

शिक्षा को लेकर न तो कभी केन्द्र सरकार गंभीर रही और न ही किसी राज्य ने ही इस संदर्भ में अपनी सक्रिय रूचि प्रदर्शित की|
सभी ने तालीम को एक निहायत ही गैर जरूरी चीज समझा और अपने राजनैतिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए, जानबूझ कर जनता को अशिक्षित रखा|
शिक्षकों के चयन में कभी भी पारदर्शिता नहीं बरती गयी यहाँ तक की प्रोफेसर साहब का कुत्ता भी डाक्टरेट की डीग्री लेकर सड़कों पर खुलेआम घूमने लगा और जब अति हो गयी तब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को हस्तक्षेप करना पड़ा और शोध के क्षेत्र में भी पात्रता का निर्धारण करना पड़ा|


यहाँ भी संपन्न वर्ग की ही सुनी गयी|
पात्रता के निर्धारण में न्यूनतम ५० प्रतिशत (आरक्षित वर्ग हेतु) तथा ५५ प्रतिशत (सामान्य वर्ग हेतु) की बाध्यता के साथ अकादमिक उपलब्धियों को सर्वोपरी माना गया|


समझ में नहीं आता की जब मनोविज्ञान पृथक पृथक कार्यों के लिए पृथक पृथक अभिरुचियों की बात करता है, तो प्रत्येक पदों के लिए पृथक पृथक चयन परीक्षाएं क्यों नहीं आयोजित की जाती?और जब इस तरह का कोई नवाचार हमारे सामने है तो कुत्सित राजनीति द्वारा राह को कंटकाकीर्ण करना किस तरह से जायज है?


हमारे देश का संविधान पद और अवसर के समता की बात करती है और राजनीति वर्ग विशेष का तुष्टिकरण करती है|जब इससे आजिज आकर हमारे देश का कोई प्रतिभाशाली युवक आजीविका की खोज में दूसरे देशों का आश्रय ग्रहण करता है तो इसे प्रतिभा पलायन कहा जाता है|स्वतंत्रता के बाद से आज तक हम खोते ही आ रहे है और अगर यही नीति रही तो हम आगे भी खोते रहेंगे –

निजामे मयकदा साकी बदलने की जरूरत है|
हजारों हैं सफे ऐसी,न मय आई,न जाम आया||


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UPTET : To All Blog Visitors regarding UPTET

UPTET : To All Blog Visitors regarding UPTET

Mene comment par filter jarror lagaya hai par aap log jarooree baten - Chat Box  va Facebook ke madhyam se share kar sakte hain.


Kafi saare comments anap shanap baton se bhre hote hain, isleeye Visible after Approval lagana jarooree hai 
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UPTET Morcha candidates kee planing abhee final nahin huee hai, aur isleeye kuch der pehle 25 April valee meeting / planing ko Blog se hata deeya gaya hai.

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बदल गया अखिलेश के जनता दरबार का समय

UP News  : बदल गया अखिलेश के जनता दरबार का समय


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता दरबार के कार्यक्रम में बदलाव किया है। अब मुख्यमंत्री का जनता दरबार महीने के पहले और तीसरे बुधवार को लगेगाइससे पहले राज्य सरकार की तरफ से हर बुधवार को जनता दरबार लगाने का ऐलान किया गया था।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने रविवार को एक बयान जारी कर बताया कि प्रथम जनता दर्शन (जनता दरबार) की उपयोगिता के मद्देनजर लोगों के दुख-दर्द एवं उनकी समस्याओं की सीधी जानकारी प्राप्त कर प्रभावी समाधान के लिए यह निर्णय लिया गया है कि अब जनता दर्शन प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय बुधवार को आयोजित किया जायेगा।

माना जा रहा है कि उम्मीद से ज्यादा फरियादियों के पहुंचने से परेशान मुख्यमंत्री द्वारा यह फैसला किया गया है। पहले जनता दरबार में दस हजार से ज्यादा फरियादियों के पहुंचने के कारण मुख्यमंत्री ने तय समय से अधिक सुबह 9 से 11 बजे तक जनता दरबार में समय दिया

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास 5-कालीदास मार्ग पर प्रात: 8 बजे से 10 बजे तक प्रत्येक माह के प्रथम एवं तृतीय बुधवार को जनता दर्शन में स्वयं लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और समाधान के लिए आवश्यक निर्देश भी देंगे। इस प्रकार अगला जनता दर्शन आगामी दो तथा 16 मई को आयोजित होगा।


News : Bhaskar (22.4.12)
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UPTET Deoria : टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस


UPTET Deoria : टीईटी अभ्यर्थियों ने निकाला विरोध जुलूस



देवरिया : नियुक्ति को लेकर टीईटी अभ्यर्थियों ने सरकार से दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है। रविवार को जनपद के टीईटी अभ्यर्थियों ने जहां साइकिल जुलूस निकाला वहीं विरोध में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंक अपना आक्रोश जताया। अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी कि यदि चयन प्रक्रिया बदली तो वे आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे

तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार टीईटी अभ्यर्थी पहले टाउनहाल पर एकत्र हुए और फिर बैठक की। इसके उपरांत अभ्यर्थियों ने मोटर साइकिल जुलूस निकाला जो शहर के मालवीय रोड, मोतीलाल रोड, जलकल रोड, भटवलिया चौराहा होते हुए राघव नगर स्थित हनुमान मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। इस दौरान अभ्यर्थियों ने सुभाष चौक पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका

पुतला दहन के पश्चात आयोजित सभा को संबोधित करते हुए टीईटी संघर्ष मोर्चा के गोरखनाथ सिंह ने कहा कि एक तरफ जहां केन्द्र सरकार नवोदय विद्यालयों में टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को सीटेट को आधार बनाकर बतौर शिक्षक नियुक्ति कर रही है वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार टीईटी विरोधी कार्य कर रही है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने टीईटी अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था कि उनके साथ पूरा न्याय किया जाएगा। जबकि मुख्य सचिव टीईटी अभ्यर्थियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए चयन प्रक्रिया बदलने पर आमादा हैं।

शालिनी चौधरी ने कहा कि यदि सरकार टीईटी के प्राप्तांकों के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया जल्द आरंभ नहीं करती तो हम सभी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।

सभा की अध्यक्षता चन्द्र प्रकाश कुशवाहा व संचालन संदीप कुशवाहा ने किया। इस अवसर पर विनीता वर्मा, रघुवंश शुक्ला, विकास पाण्डेय, गौरीशंकर पाठक, अश्वनी यादव, गोरखनाथ यादव, अनुराग मल्ल, जन्मेजय सिंह, मनोज यादव, दिनेश चौहान, रघुवंश मणि, श्रीनिवास कुशवाहा, शमशेद अहमद, अनुपम मद्धेशिया, प्रियरंजन, रूपेश कुमार वर्नवाल, विष्णुदेव यादव, ईश्वर प्रसाद, कृष्ण कुमार सिंह, सस्वती राम त्रिपाठी, शाहिद अली अंसारी, अभिमन्यु कुमार मद्धेशिया, वेद प्रकाश चौहान, राकेश कुमार, अशोक कुमार, जय प्रकाश, शैलेष मणि त्रिपाठी, संजय कुमार सिंह, मनोज मिश्रा, गिरीश मिश्र, जितेन्द्र सैनी, संदीप पटवा, संतोष चौबे, दीपक सिंह, अरविन्द मिश्र, घनश्याम सैनी, प्रदीप कुमार, दीनानाथ जायसवाल, प्रमोद सिंह, अशोक कुमार, प्रज्ञानंद, विजय शंकर चौरसिया, अश्वनी मिश्र, योगेन्द्र कुमार, नन्हें शाही, श्रीनिवास राजभर, अंजनी पाण्डेय तथा रामानंद कुशवाहा आदि मौजूद थे।

News : Jagran (22.4.12)
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OTET / Orissa TET : Teachers' ability test after matric: Jena



OTET / Orissa TET : Teachers' ability test after matric: Jena





BHUBANESWAR: The Board of Secondary Education (BSE) will conduct the state's first teachers' eligibility test (TET) to fill up these vacancies after the annual high school certificate examination is over, school and mass education minister Pratap Jena told TOI on Thursday.

Though the government had published district-wise advertisements for direct recruitment of siksha sahayaks (SS), a category of primary teachers whose jobs become regular in six years on the basis of career evaluation, the government later changed its mind. "There will be no direct recruitment. As per the central government guidelines, we will conduct the TET," Jena said.


The school and mass education department has asked the respective districts to keep the recruitment process on hold though most of the districts had already prepared merit lists of SS. "We were ready with the merit list on the basis of career marking. But the matter was kept in abeyance. There is no final word on whether the list will be scrapped altogether," said a Bargarh district official where around 600 SS would be recruited.

The minister said the government will consider the same applicants who have already applied responding to the advertisements in December and January for the first TET. Notably, around 1 lakh applicants have applied for the posts.

Other modalities are being worked out for the examination. The pattern of question papers will be decided in consultation with the BSE, Jena added.

Sources said the government is contemplating district-wise recruitment on the basis of the statewide merit list. "Deliberations are on. A final decision on all the aspects would be taken out soon," a senior government officer said.


News : Times of India (20.4.12)
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UPTET : मुख्य सचिव का फूंका पुतला


UPTET : मुख्य सचिव का फूंका पुतला


इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती में टीईटी की बजाय शैक्षिक मेरिट को आधार बनाना प्रतियोगी छात्र छात्राओं के साथ धोखा है। वास्तव में यह शिक्षा माफिया के हौसलों को बुलंद रखने की प्रशासन की एक चाल है। इससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मार्ग अवरुद्ध होगा। यह बातें उत्तर प्रदेश टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की चंद्रशेखर आजाद पार्क पर हुई एक बैठक में वक्ताओं ने कहीं। बाद में छात्राओं ने सिविल लाइंस सुभाष चौक पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका।

छात्रों ने कहा कि जावेद उस्मानी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि टीईटी को कहीं भी चयन का आधार नहीं बनाया गया है। सचाई यह है कि नवोदय और केंद्रीय विद्यालय संगठन में सीटीईटी की ही मेरिट को आधार बनाया गया है। टीईटी मेरिट के मानक सभी के लिए समान हैं। धांधली की भी अभी तक पूरी जांच नहीं हो पाई और फैसला ले लिया गया। यही नहीं चुनाव के पहले प्रदेश सरकार ने एकेडमिक मेरिट की विसंगतियों के आधार पर टीईटी मेरिट के आधार पर चयन संबंधी विज्ञापन जारी किया था। अध्यक्षता विवेकानंद ने की। बैठक और पुतला दहन में संजय यादव, अभिषेक सिंह, सुजीत सिंह, सुरेश मणि, सदानंद मिश्र, प्रियंका साहू, रूबी पाल, संजीव मिश्रा, ज्ञानेश, मनमोहन, सुल्तान अहमद, आशुतोष केसरवानी, आनंद यादव, मो. शोएब आदि रहे।


News : Jagran (21.4.12)
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Actually it appears NEWS is wrong. How can govt. take decision to cancel TET, when it is lawfully correct.
No Govt. can take unlawful action. Earlier High court also favored TET exam and said it as per NCTE guidelines and as per Government orders and a good step to check academic forgery.


How a government change its own decision OR court turn-down its own judgement.


Matter is in LAST PHASE and only recruitment/ letter distribution is pending (which is to be happen in counselling ), But unfortunately some technicalities arises in advertisement issue. And hopefully solved in next hearing of Allahabad high court.


May be an amendment can be issue in advertisement as most of work is completed - Fee, Form, Formalities
, Time spent by Candidates and Government Machinery.
Be Positive and Wait for Appointment Letter if exam passed honestly.
Honest TET candidates are legally correct to get appointment letters (Have a  faith on system)
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BETET / Bihar TET : 151 Bihar primary teachers fail test, sacked


BETET  / Bihar TET :  151 Bihar primary teachers fail test, sacked


Patna:  The Bihar government has sacked 151 primary school teachers after they failed to clear two consecutive eligibility tests, officials on Thursday said.

The education department has ordered the sacking after the teachers failed two consecutive eligibility tests in 2010 and 2011 conducted by the State Council for Educational Research and Training.

"These teachers have been sacked," said Ashutosh, Director of Primary Education in the state who had issued the order. They were tested for knowledge of English, Mathematics, Hindi and General Knowledge for up to Class V, he said.



Education officials in various districts have been asked to execute the order within 15 days.

According to officials in the education department, there is a provision for such action in regulations for recruitment of fixed pay teachers in state-run schools.


A few years ago, the state government had sacked 15,000 teachers for having submitted fake degrees and certificates for recruitment in state-run schools.

Bihar has been conducting such eligibility tests for school teachers since 2008


News : NDTV (19.4.12)
http://www.ndtv.com/article/cities/151-bihar-primary-teachers-fail-test-sacked-199698
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HTET : Collective immolation threat by eligible teachers in Haryana


HTET : Collective immolation threat by eligible teachers in Haryana

Eligible teachers of Haryana today burnt the photocopies of their certificates after taking out a march in the town. Haryana Patra Adhyapak Sangh President Rajendar Sharma served an ultimatum to the government to accept their demand by May one otherwise they would resort to collective self-immolation in Rohtak on the same day at Savindhan Sthal and the government would be held responsible for this mass act of immolation.
These teachers were arrested yesterday under section 107/151, before they could show black flags to the chief minister and later bailed out.

Eligible teachers women wing president Archana Suhasini said, "The government has done a great injustice to us by appointing guest teachers who have not passed the eligibility test but have four years experience of teaching. If the government has to appoint teachers without their passing the eligibility test then why the condition of this test was laid. The judiciary has also not favoured the decision of the government to regularise the guest teachers who have not cleared the test," he added.

The restive teachers urged the government to advertise the vacancies and appoint those who had passed the state teachers' eligibility test. The angry teachers raised slogans against the government and sought justice.

News : Hindustan Times (15.4.12)
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RTE : Sibal suggests 10-point agenda for implementation of RTE Act

RTE : Sibal suggests 10-point agenda for implementation of RTE Act


In a letter to Chief Ministers of various states, Kapil Sibal, Union Minister for Human Resource Development, has placed a 10-point agenda to ensure proper implementation of the RTE Act.

He has asked all State Governments to complete neighbourhood mapping so that the number of children who need elementary education is identified.

Ensure all schools meet the norms of pupil-teacher ratio by rationalising imbalances in teacher deployment and filling up teacher vacancies, in the State sector and SSA, by persons who have qualified the Teacher Eligibility Test,” he said. RTE also mandates that schools be equipped with appropriate infrastructure. The HRD Minister has asked that all “spill over and fresh works under SSA be completed expeditiously including providing drinking water and toilet facilities as per Supreme Court directions.” To initiate steps for quality reform, which include designing age-appropriate syllabi and textbook, ensuring content and production reform and introducing continuous and comprehensive evaluation to enhance the learning process.

REVIEW OF MODULES

Similarly, he has asked that teacher training modules be reviewed and all entitlements required for a child – textbooks, uniforms, and other state specific entitlements are provided at the beginning of the academic year.

Prohibition of corporal punishment, no-detention policy and prevention of other discriminatory and exclusionary practices in schools are necessary, he said.

To ensure that schools implemented 25 per cent reservation for disadvantaged groups and weaker sections, the letter addresses the need to monitor the admission of such children in all unaided non-minority schools and to provide schools with all related grants. Finally, he suggested putting in place a grievance redress mechanism.


News : TheHindu.com (21.4.12)

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UPTET Bhadoi : शिक्षकों की भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों में ऊहापोह


UPTET Bhadoi : शिक्षकों की भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों में ऊहापोह

भदोही: बसपा सरकार में टीईटी परीक्षा में पास अभ्यर्थी समझ बैठे थे कि अब वे शिक्षक बन चुके हैं। जल्द ही सरकार उनकी नियुक्ति कर देगी लेकिन पहले विधानसभा चुनाव बाद में न्यायालय की रोक के बाद नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया के संकेत ने टीईटी अभ्यर्थियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।

बसपा सरकार ने प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का फरमान जारी किया था। इस दौरान अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा भी कराई गई। टीईटी परीक्षा की जांच पड़ताल चल ही रही थी कि विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया। इसके चलते भर्ती प्रक्रिया ठप हो गई। बाद में भर्ती के लिए निकाले गए विज्ञापन को ही हाईकोर्ट में चुनौती दे दी गई। न्यायालय ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाते हुए प्रदेश सरकार से स्थिति साफ करने को कहा। जिस पर प्रदेश सरकार ने हाई पावर कमेटी का गठन कर पूरी प्रक्रिया को ही रद करने के संकेत दे दिया है। इसको लेकर पिछले दिनों अभ्यर्थियों ने सीएम दरबार में गुहार भी लगाई जिस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में हाई पावर कमेटी का गठन कर तीन सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। कहा जा रहा है कि अब नई सरकार नए स्तर से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू कर सकती है। इसके लिए फिर से विज्ञापन भी निकालने पर सहमति के संकेत मिले हैं। अब आगे क्या होगा इसको लेकर लोगों में ऊहापोह बना हुआ है।


News : Jagran (21.4.12)
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PRT Teachers in UP are in last phase of selection. Only formality of Appointment Letter (Which is to be happen in counseling process) remains.
Honest candidates can produce their evidences of OMR copy/ marksheet and government order in court for their selection. (Why they worried ). 


If advertisement cancelled, which hoped / expected -
Not cancelled in Court as a little amendment in advertisement in court is required. Candidates are not at fault , only guilty officers who played with the life of candidates gets punished. It is practiced while giving justice.


Need not worry. (Der ho gayee, Andher Nahin Ho Gayee Abhee)
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HTET : नयी शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में उतरे शिक्षक संगठन


HTET : नयी शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में उतरे शिक्षक संगठन
(Teachers organization oppose New Teachers Recruitment Policy )

कैथल, 21 अप्रैल (निस)। हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षकों की नई भर्ती में शिक्षकों को कान्ट्रेक्ट पर रखने तथा पांच साल बाद एक वर्ष के प्रौबेशन पर रखने के निर्णय के विरोध में शिक्षक संगठन उतर आए हैं। सरकार के इस निर्णय की कड़ी निंदा करते हुए शिक्षक संगठनों ने कड़े संघर्ष के द्वारा विरोध जताने का निर्णय लिया है, जिसके तहत जहां हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ ने 23 अप्रैल को प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित कर संघर्ष की रूप रेखा तय करने का निर्णय लिया है वहीं अपने इस संघर्ष में छात्रों को भी शािमल करने की घोषणा की है।
संघ के संगठन सचिव बलबीर सिंह  व जिला सचिव सतबीर गोयत ने बताया कि सरकार के इस निर्णय का संघ ने कड़ा विरोध जताया है और सरकार की इस प्रकार से शिक्षा व्यवस्था के साथ छेड़छाड़ करने की मंशा पूरी नहीं होने दी जाएगी।
उधर, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा ने भी सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। जिला कैथल प्रधान रोशन लाल पंवार ने रैगुलर भर्ती के स्थान पर इस भर्ती नीति की आलोचना करते हुए सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने की चेतावनी दी और कहा कि इस गम्भीर विषय पर आन्दोलन की रूपरेखा तय करने के लिए संघ की राज्यस्तरीय बैठक जीन्द में 22 अप्रैल को बुलाई गई है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने  हमेशा  नियमित भर्ती का समर्थन किया है और सरकार के इस आदेश को नादिरशाही फरमान की संज्ञा दी है जिसे यदि वापस नहीं लिया गया तो पूरे प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक सरकार का हर मोर्चे पर पूरा विरोध करेंगे।


उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा नई भर्ती में अध्यापकों पद ठेके पर भरे जाने तथा पूरा वेतन न देकर केवल बेसिक पे तथा ग्रेड पे देने का प्रावधान है जिसमें अध्यापकों को अन्य सभी लाभों से वंचित किया जाएगा तथा पांच साल की सन्तोषजनक सेवा के बाद ही नियमित करने का प्रावधान है।

News : Denik Tribune (22.4.12)
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RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus


परेशानी का सबब बना थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस
(RTET / Rajasthan 3rd Grade Teacher Recruitment : Candidates worried about syllabus )

जयपुर.पंचायतीराज विभाग की ओर से होने वाली थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का सिलेबस अभ्यर्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। परीक्षा नजदीक आती जा रही है और अभ्यर्थी सेकंड लेवल के सिलेबस को लेकर परेशान है। ऐसे में उनकी तैयारी बाधित हो रही है। उन्होंने शिक्षक भर्ती परीक्षा को जून में कराने की मांग की है।

प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष दीपेंद्र शर्मा का कहना है कि लेवल फस्र्ट के अभ्यर्थियों के लिए तो सिलेबस में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन लेवल सेकंड की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी परेशान है। सरकार ने अभी यह स्थिति साफ नहीं की है कि इसमें विषय वाले पेपर के सिलेबस में क्या-क्या शामिल है। इससे सेकंड लेवल के अभ्यर्थी असमंजस में है

राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के अध्यक्ष संदीप कलवानिया का कहना है कि परीक्षा की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा। इसलिए मई में होने वाली इस परीक्षा को स्थगित कर जून में कराया जाए, ताकि परीक्षा की तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।

News : Bhaskar (22.4.12)


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Comments of BLOG VISITORS Regarding UPTET Candidates Meeting

Comments of BLOG VISITORS Regarding UPTET Candidates Meeting

Kl western up k sabhi jiladyaksho ki behut jrori meating moradabad m hai.plz sbhi jiladyaksh jrore pehuch.venue k liye contact me.7500581360
By Vinay on UPTET : A Small Article on 4/21/12
Moradabad meating samvandhi kisi bhi jankari k liye call kre-vinay-7500581360,Gurupal-9758869752
By Vinay on UPTET : A Small Article on 4/21/12
Up west ke sabhi jilaadhyaskyo ki meeting 22 april sunday ko 11 am par moradabad main hogi.isme 30 april ke court niranaye ke plus ya minus ane par age ki ranniti banai jayegi.plz sabhi jilaadhysk apni upasthti darj karyen.call on these no- 9720963143 9837037272 9758869752



mainpuri ke sabhi TET uttarin chatro 24/04/12 ko tikoniya park me DM office ke pass sabhi ekjut ho....jis se hum aage ki ranneeti bana sake.....aur mainpuri ki kameti ne ye nirnaya liya hai ki 24/04/12 ko ek divasiya bhook hadtaal karege.....adhik jankari ke liye aap sampark kare.....govind,jitendra,yogendra,devendra, aur anil chauhan..se ....contact numbers hai....9410043245 govind,9410807267 jitendra, 9808760336


AGRA ME TET SANAGRSH MORCHA KI MEETING 22/04/2012 KO SUBAH 10 BAJE SHAEED SMARAK SANJAY PLACE ME HOGI...SABHI LOG TIME PAR PAUCHE AUR AGAR KAL NA AA SAKE TO YE BHI HO SAKTA HAI YE AAKHIRI MEETING HO..
By TET WEB on UPTET : A Small Article on 4/21/12


Karmsil apna Bhagya khud likhsyr hsi. Come to Rajebabu Park on Sunday April 20, 2012 at 10:00AM Meeting. TET MORCHA BULANDSHAHR
By Puneet on UPTET : A Small Article on 4/21/12



Meri sabhi tetians se vintee h k mamle ki gambhirta ko dekhte hue hame atishighr hi koi qadam uthana padhega. Me apne istar se jo b kar sakta hun use karne ko taiyar hun. Me Delhi me rehata hun or 2-4 log agar yahan akar SC k wakeel se milna or PIL dakhil karna chahte h to ap mere yahan a jaeyen, me b apke sath chalunga or har qadam par apka sath dene ko taiyar hun. Zubair (Delhi). 09990832796
By zubair on UPTET : A Small Article on 4/21/12


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UPTET Candidates demanded selection through TET Merit


UPTET Allahabad : टीईटी के आधार पर मेरिट बनाने की मांग
UPTET Candidates demanded selection through TET Merit
इलाहाबाद। प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में टीईटी के आधार मेरिट न बनाए जाने के विरोध में सफल अभ्यर्थियों ने शनिवार को सुभाष चौराहा पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला फूंका। इससे पहले चंद्रशेखर पार्क में उप्र टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में अभ्यर्थियों ने एकेडमिक कॅरियर के बजाय टीईटी के आधार पर मेरिट बनाए जाने की मांग की। अभ्यर्थी जुलूस के रूप में सुभाष चौराहा पहुंचे। पुतला दहन करने वालों में विवेकानंद, आशुतोष केसरवानी, आनंद यादव, मो. शोएब, संजय यादव, अभिषेक सिंह, सुजीत सिंह, सुरेश मणि शामिल रहे

News : Amar Ujala (22.4.12)
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UPTET Hapur : उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने झाड़ू लगाकर किया प्रदर्शन

UPTET Hapur : उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने झाड़ू लगाकर किया प्रदर्शन

हापुड़, जागरण संवाद केंद्र : टीईटी संघर्ष मोर्चा के सैकड़ों सदस्यों ने शासन की गलत नीतियों के खिलाफ जिला मुख्यालय कार्यालय पर झाड़ू लगाकर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पूर्व की सरकार द्वारा जारी किये गये शासनादेश के अनुसार ही भर्ती प्रक्रिया सुचारू नहीं की गई तो टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी किसी भी हद तक आंदोलन करने से पीछे नहीं रहेंगे

टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के सचिव राजीव ने कहा कि सपा के इशारे पर ही न्यायालय में बसपा द्वारा जारी शासनादेश के खिलाफ अपील दायर की गई है। ऐसा करके सपा सरकार लाखों उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। बीएड कालेजों के हितों को ध्यान में रखते हुये सरकार टीईटी उत्तीर्ण छात्रों के हितों की अनदेखी कर रही है। यही वजह है कि सरकार भर्ती के लिये केंद्र से 2015 तक समय देने की मांग कर रही है। महामंत्री जितेंद्र सिद्दू ने कह कि सपा सरकार बसपा शासन के फैसलों को रद्द करने के नाम पर हजारों लोगों का उत्पीड़न कर रही है।
इस अवसर पर कुशवीर सिंह, अमित कुमार, रंजीत सिंह, कपिल कुमार, पुनीत सिंह, अनिल बाजपेयी, रोहित गुर्जर, कमाल सिंह, राकेश अग्रवाल, आरके गुप्ता, मोहित सिंहल उपस्थित थे।

News : Jagran (21.4.12)
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UPTET : टीईटी परीक्षा निरस्त न करने से हर्ष


UPTET : टीईटी परीक्षा निरस्त न करने से हर्ष

गुरसहायगंज, अंप्र : मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा टीईटी परीक्षा को निरस्त न करने पर टीईटी अभ्यर्थियों ने हर्ष जताया है।

टीईटी अभ्यर्थियों की बैठक में अमित शर्मा ने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने टीईटी परीक्षा में हुई धांधली के लिए दोषियों को दंडित किये जाने की सिफारिश कर शेष अभ्यर्थियों की परीक्षा न निरस्त किये जाने का निर्णय लिया है। इससे टीईटी अभ्यर्थियों को लाभ मिलेगा। इस मौके पर अभिषेक चतुर्वेदी, सुधाकर, करन सिंह, दिवाकर, सचिन, सुरभि चतुर्वेदी, दिव्या तिवारी, मुकेश यादव आदि अभ्यर्थी मौजूद रहे।

News : Jagran (21.4.12)
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UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव का पुतला फूंका


UPTET : टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्य सचिव का पुतला फूंका


मिर्जापुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी का पुतला दहन किया। इस दौरान टीईटी मेरिट के आधार पर ही शिक्षकों की भरती करने की मांग की गई।

शनिवार को टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने प्रदेश के मुख्य सचिव का पुतला फूंका। वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने टीईटी उत्तीर्ण युवाओं के साथ छलावा किया है। प्रदेश में जब एक साथ टीईटी परीक्षा कराई गई तब सभी ने मेहनत और लगन के साथ टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की। पूर्ववर्ती सरकार ने 1981 बेसिक शिक्षा नियमावली में संशोधन करते हुए टीईटी मेरिट को चयन का आधार बनाया और विज्ञप्ति जारी की, लेकिन वर्तमान सरकार एवं प्रशासन टीईटी मेरिट को चयन का आधार न मानकर पूर्व शैक्षिक योग्यता को चयन का आधार मान रही है, जिसमें काफी विषमताएं हैं। इससे सरकार के मंशा पर यह सवाल उठने लगा है कि वह शिक्षा में गुणवत्ता नहीं चाहती है और शिक्षा का व्यापारीकरण करना चाहती है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को आगाह किया कि यदि शिक्षकों की भरती टीईटी मेरिट के आधार पर नहीं की गई तो वह 25 अप्रैल को राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएंगे। इस मौके पर जिलाध्यक्ष राहुल गुप्ता, कौशल प्रजापति, अरविंद गुप्ता, राजेश बिंद, राधेश्याम, सत्यानंद स्वरूप, अफजल, आनंद मोहन, सोहन, दिनेश सिंह, बृज बिहारी, पवन श्रीवास्तव, उमेश श्रीवास्तव, नितिन कसेरा, अल्पिका जायसवाल, कावेरी यादव, विंध्यवासिनी सेठ, संतोषी कुमारी दूबे, रमेश लाल बिंद, शीलवंत कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मौजूद रहे।

News : Amar Ujala (22.4.12)
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Saturday, April 21, 2012

UPTET : टीईटी अभ्यर्थी छेड़ेंगे सत्ता विरोधी संघर्ष


UPTET : टीईटी अभ्यर्थी छेड़ेंगे सत्ता विरोधी संघर्ष


एटा, निज प्रतिनिधि: शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी अभ्यर्थियों ने राज्य सरकार द्वारा किये गये संशोधन के विरोध में आर-पार के संघर्ष की तैयारी तेज कर दी है। वे मैरिट पर शिक्षक भर्ती के विरुद्ध सत्ता विरोधी संघर्ष को लामबंद होने लगे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सपा शासन के इस कदम को टीईटी अभ्यर्थियों के साथ अन्यायपूर्ण मानकर सपा सरकार पर नकल को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।

शनिवार को भाजयुमो की बैठक प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नवीन चतुर्वेदी की आवास पर हुई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्त टीईटी अभ्यर्थियों की मैरिट के आधार पर की जानी चाहिए। शैक्षिक मैरिट को भर्ती का आधार बनाया जाना भ्रष्टाचार और नकल को बढ़ावा देना है। इससे योग्यता पर कुठाराघात होगा। शैक्षिक मैरिट में फर्जीवाड़ा कितने व्यापक पैमाने पर है। यह किसी से छिपा नही है। माधव पचौरी ने कहा कि प्रदेशभर में दूसरों के स्थान पर परीक्षा देना, डिग्रियों में अंक बढ़वाना, प्रश्नपत्र आउट कराना ही नहीं संसाधनों के अभाव में उच्च शिक्षा संस्थान चलाने की मान्यता प्राप्त कर लेना भी शिक्षा के स्तर का आईना बताते हैं।

उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि इस मामले की पारदर्शी ढंग से जांच कराई जाये, मुख्य सचिव निजी स्कूल संचालकों से धन वसूल कर अकादमिक मैरिट की वकालात कर रहे हैं। ऐसे मुख्य सचिव को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र निर्णय न बदला गया तो टीईटी अभ्यर्थियों को साथ लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ दिया जायेगा। सरकार को इसके घातक परिणाम भुगतने होंगे।

इस अवसर पर माधव पचौरी, अभिषेक कुदेसिया, अर्पित उपाध्याय, बंटी, मानपाल सिंह वर्मा, गौरव शर्मा, पंकज चौहान, अरविन्द गुप्ता, सुनील गुप्ता, मुकेश बघेल, विकास चौहान आदि टीईटी अभ्यर्थी और भाजयुमो कार्यकर्ता मौजूद थे


News : Jagran ( 21.4.12)
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After all BJP is first party , Who support openly UPTET candidates. And understand their problems.
Other parties should also understand reality, rules and problems of TET candidates.

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