HTET : नयी शिक्षक भर्ती नीति के विरोध में उतरे शिक्षक संगठन
(Teachers organization oppose New Teachers Recruitment Policy )
कैथल, 21 अप्रैल (निस)। हरियाणा सरकार द्वारा शिक्षकों की नई भर्ती में शिक्षकों को कान्ट्रेक्ट पर रखने तथा पांच साल बाद एक वर्ष के प्रौबेशन पर रखने के निर्णय के विरोध में शिक्षक संगठन उतर आए हैं। सरकार के इस निर्णय की कड़ी निंदा करते हुए शिक्षक संगठनों ने कड़े संघर्ष के द्वारा विरोध जताने का निर्णय लिया है, जिसके तहत जहां हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ ने 23 अप्रैल को प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित कर संघर्ष की रूप रेखा तय करने का निर्णय लिया है वहीं अपने इस संघर्ष में छात्रों को भी शािमल करने की घोषणा की है।
संघ के संगठन सचिव बलबीर सिंह व जिला सचिव सतबीर गोयत ने बताया कि सरकार के इस निर्णय का संघ ने कड़ा विरोध जताया है और सरकार की इस प्रकार से शिक्षा व्यवस्था के साथ छेड़छाड़ करने की मंशा पूरी नहीं होने दी जाएगी।
उधर, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा ने भी सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। जिला कैथल प्रधान रोशन लाल पंवार ने रैगुलर भर्ती के स्थान पर इस भर्ती नीति की आलोचना करते हुए सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने की चेतावनी दी और कहा कि इस गम्भीर विषय पर आन्दोलन की रूपरेखा तय करने के लिए संघ की राज्यस्तरीय बैठक जीन्द में 22 अप्रैल को बुलाई गई है।
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने हमेशा नियमित भर्ती का समर्थन किया है और सरकार के इस आदेश को नादिरशाही फरमान की संज्ञा दी है जिसे यदि वापस नहीं लिया गया तो पूरे प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक सरकार का हर मोर्चे पर पूरा विरोध करेंगे।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा नई भर्ती में अध्यापकों पद ठेके पर भरे जाने तथा पूरा वेतन न देकर केवल बेसिक पे तथा ग्रेड पे देने का प्रावधान है जिसमें अध्यापकों को अन्य सभी लाभों से वंचित किया जाएगा तथा पांच साल की सन्तोषजनक सेवा के बाद ही नियमित करने का प्रावधान है।
News : Denik Tribune (22.4.12)