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Tuesday, December 6, 2011

Enclosures for Primary Teacher recruitment in UP after UPTET 2011



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Enclosures for Primary Teacher recruitment in UP  after UPTET 2011
Many candidates are confused that they attach Rs. 10 Non-Judicial Stamp Paper with declaration / undertaking or not.

As per advertisement-
(ड.) अभ्यर्थियों से प्राप्त आवेदन पत्र में, जो सूचनाएं अंकित होंगी, उन्हीं के आधार पर श्रेष्ठता सूची तैयार की जायेगी । आवेदन पत्र के साथ उत्तर प्रदेश शासन द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (कक्षा 1 से 5 के लिए) उत्तीर्ण का अंकपत्र, हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट, स्नातक परीक्षा एवं बी0एड0 परीक्षा के अंक पत्र तथा सक्षम प्राधिकारी द्वारा निर्गत जाति प्रमाण पत्र, विशेष आरक्षण प्रमाण पत्र की स्व-प्रमाणित छाया प्रतियां संलग्न की जायेंगी

आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को यह स्वयं सुनिश्चित करना होगा कि प्रदेश के अधिकतम 05 ऐच्छिक जनपदों में चयन हेतु अपना आवेदन पत्र प्रेषित करें । अभ्यर्थी 10/-रू0 के नान-जूडिशियल स्टैम्प पेपर पर इस आशय का शपथ पत्र अपने रंगीन फोटो सहित, जो नोटरी द्वारा प्रमाणित हो, सम्बन्धित जनपद की चयन समिति के समक्ष प्रस्तुत करेगा, जिसमें उसके द्वारा उल्लेख किया जायेगा कि आवेदन पत्र और जांच पत्र में भरा गया विवरण पूर्णतया सत्य है
चयन/प्रशिक्षण/प्रशिक्षणोपरान्त किसी भी स्तर पर कोई सूचना गलत अथवा फर्जी पाये जाने की दशा मे उसका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा । इसके अतिरिक्त जांच के समय अभ्यर्थी को अपनी पहचान के प्रमाण पत्र के रूप में  मतदाता फोटो पहचान पत्र, पैनकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, बैंक पास बुक (फोटो युक्त) राशन कार्ड में से कोई एक अभिलेख प्रस्तुत करना होगा ।
See Advt. details here - Click here

Please note : Information given above is informatory in nature. And for any update in advertisement, candidate should confirm details from relevant authority/commission/board.
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Teacher Eligibility Test (TET) :Highcourt Judgement

Govt can’t tweak TET rule: HC


AHMEDABAD: The Gujarat high court has held that the state government's decision of not permitting students of certain subjected to take Teachers Eligibility Test (TET) was wrong and it cannot modify the rules laid down by a central regulatory authority.
The court's decision may be advantageous to many students who have been deprived of the eligibility test. Clearing TET has become mandatory for a candidate to become a teacher.

The state government did not permit students having graduated in subjects like home science, sociology and psychology and with degree of BEd to appear in TET, as its examination form did not reveal these subjects in a particular category.
The candidates moved court by filing different petitions, which came to be head by a bench of acting chief justice Bhaskar Bhattacharya and justice J B Pardiwala. The candidates argued that the state government cannot deprive one class of students of taking eligibility test on the ground of further classification in qualification criteria.
After hearing the case, the bench concluded that the state government cannot make any changes in the eligibility criteria as laid down by the National Council for Teachers Education (NCTE). The court observed that the state government should not further the classification after it was once done by NCTE.

News Source : http://articles.timesofindia.indiatimes.com/2011-12-03/ahmedabad/30471693_1_teachers-eligibility-test-clearing-tet-eligibility-criteria
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UP Teachers: Another Gift by Government

उत्तर प्रदेश  शिक्षकों को एक और तोहफा
 (UP Teachers: Another Gift by Uttar Pradesh Government)
 
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सरकार शिक्षकों पर मेहरबान हो गई है। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक बेसिक शिक्षकों को मनचाहे जिले में तैनाती का तोहफा देने के बाद सरकार ने अब अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को छठे वेतन आयोग की संस्तुतियों के अवशेष धनराशि का भुगतान करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। गौरतलब है कि उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के नियमित रूप से नियुक्त शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को छठे वेतनमान के अवशेषों का भुगतान नहीं किया गया था। माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक अवशेष धनराशि का भुगतान करने की लगातार मांग कर रहे थे। शासन ने 2 दिसंबर 2011 को शिक्षकों की मांग के परिप्रेक्ष्य में वित्त नियंत्रक शिक्षा निदेशालय के 25 नवंबर 2011 को लिखे गए पत्र के संदर्भ में साख-सीमा योजनान्तर्गत प्राविधानित धनराशि में उपलब्घ बचतों में से दो अरब 67 करोड़, 52 लाख, 99 हजार रुपये पुनर्विनियोग के माध्यम से राज्यपाल ने स्वीकृति प्रदान की है। उक्त स्वीकृत धनराशि से 1 जनवरी 2006 से पुनरीक्षित वेतन संरचना लागू किए जाने के फलस्वरूप 1 जनवरी 2006 से 30 नवंबर 2008 तक के अवशेषों का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के नियमित शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के लिए छठे वेतन आयोग की संस्तुतियों के अवशेषों के भुगतान के लिए संगत मानक मद में 38 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई है। इस धनराशि से छठे वेतनमान के अवशेष का भुगतान हो सकेगा। अवशेष धनराशि के भुगतान के लिए अनुदान स्वीकृत होने पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री रामप्रकाश पांडेय आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।
News : Jagran (6.12.11)
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BTC Candidates protested against TET merit

बीटीसी अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन (BTC Candidates protested against TET merit)


मथुरा। बीटीसी का प्रशिक्षण पूरा कर चुके छात्र-छात्राओं ने सोमवार को डायट परिसर में प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का कारण बीटीसी के साथ विशिष्ट बीटीसी के अभ्यर्थियों को टीईटी की मेरिट के आधार पर चयनित किया जाना है।
बीटीसी 2004 के इन अभ्यर्थियों का कहना है कि उनका प्रशिक्षण 2009 में शुरू हुआ था। इसमें से 60 प्रतिशत अभ्यर्थियों को जुलाई 2011 में नियुक्तियां दे दी गईं। अब 40 प्रतिशत ने शासन की नीति के तहत टीईटी भी पास कर ली है। इसके बाद भी बीएसए स्तर से अपनाई जा रही नियुक्ति प्रक्रिया में उनके साथ विशिष्ट बीटीसी के अभ्यर्थियों को भी शामिल कर लिया गया है। इसमें भी चयन का मानक अब टीईटी की मेरिट को बनाया गया है। सभी अभ्यर्थियों ने डीएम को दिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन में मांग की है कि बीटीसी के सभी अभ्यर्थियों का चयन किया जाए। विरोध प्रदर्शन करने वालों में धीरज चौहान, करतार सिंह, नितिन गुप्ता, अजय जादौन, अभय चौधरी, सुनील रावत, बाँकेबिहारी, दिलीप कुमार, पुष्पेन्द्र सिंह, हरवीर सिंह, विकास शर्मा, हरिओम चौधरी, हेमलता नागरिया, विशाखा देवी, गुंजन गौतम, दिनेश यादव, गिरि प्रसाद, पूरन सिंह, प्रतिभा, अमिता शर्मा शामिल रहे।
News : Amar Ujala (6.12.11)
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Shortage of Primary Teachers in Noida can not be solved with 12 Teachers

नोएडा प्राइमरी स्कूलों में नहीं हैं टीचर्स
( Shortage of Primary Teachers in Noida can not be solved with 12 Teachers)

नोएडा जिले के प्राइमरी स्कूलों में टीचर्स की कमी है। स्कूलों में पढ़ने वाले 54 हजार स्टूडेंट्स के लिए सिर्फ 2100 टीचर्स हैं। इस कमी के चलते एक अध्यापक को 100 छात्रों की क्लास संभालनी पड़ रही है। बता दें कि जिले में 465 प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें 54 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। जिले के प्राइमरी स्कूलों में करीब 200 टीचर्स की कमी है। गाइडलाइंस के अनुसार प्राइमरी स्कूल की एक क्लास में 45 स्टूडेंट्स से ज्यादा नहीं हो सकते, लेकिन गौतमबुद्धनगर के स्कूलों की हालत कुछ अलग ही है। इस कमी को देखते हुए कांशीराम और कस्तूरबा गांधी योजना के तहत चलने वाले स्कूलों में अलग से अध्यापक नियुक्त किए गए हैं।

शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार प्राइमरी स्कूलों में टीचर्स स्टूडंेट्स को पढ़ाने में रुचि भी नहीं लेते। हाल ही में उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग ने टीईटी टेस्ट से मेरिट बेस पर 73 हजार अध्यापकों की भर्ती की गई, लेकिन इनमें से सिर्फ 12  टीचर्स ही नोएडा को मिले। 53 पर्सेंट अध्यापकों को पूर्वांचल के लिए चुना गया है। इस बारे में बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार श्रीवास का कहना है कि जिले के प्राइमरी स्कूलों में टीचर्स की कमी है, लेकिन यह कमी बहुत ज्यादा नहीं है। 200 टीचर्स स्कूलों को मिलने पर सारी परेशानी खत्म हो जाएगी
News : Navbharat Times Noida (6.12.11)
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UP Basic Education Department allotted only 12 seats in Noida (Gautam Buddh Nagar) while as per guidelines teacher-student ratio 1:45, and therefore shortage of teacher problem can not be solved with 12 teacher.
53 percent UPTET seats are given to Purvanchal.
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Uttrakhand UTET exam again going to conduct

कंडारी बेरोजगारों पर हुए मेहरबान ( Uttrakhand TET exam again going to conduct)

देहरादून, जागरण ब्यूरो:
शिक्षा मंत्री मातबर सिंह कंडारी प्रशिक्षित बेरोजगारों पर मेहरबान हैं। उन्होंने सूबे में टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) तीन दिन में दोबारा जारी करने के निर्देश शिक्षा सचिव और निदेशक को जारी किए।
शिक्षा मंत्री श्री कंडारी ने नौ बिंदुओं पर सचिव और शिक्षा निदेश के लिए आदेश जारी कर प्रशिक्षित बेरोजगारों को भरोसा बंधाया। इस कड़ी में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की भी खासतौर पर सुध ली है। हालांकि उनके फरमान से महकमे की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मंत्री ने रुद्रप्रयाग जिले में बीटीसी (टीईटी) की सीटें बढ़ाने, प्रदेश स्तर पर टीईटी परीक्षा की सार्वजनिक सूचना तीन दिन में जारी करने, अंतरमंडलीय स्थानांतरण आदेश जारी करने, एलटी व्यायाम शिक्षक, कंप्यूटर, सर्व शिक्षा अभियान के तहत चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर भर्ती, असाध्य रोग से पीड़ित, विकलांग व तलाकशुदा शिक्षकों के स्थानांतरण की सूची शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने विद्यालयों में आयुष एवं योग शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शीघ्र कार्यवाही करने, तदर्थ नियुक्त शिक्षा बंधुओं के विनियमितीकरण के निर्देश भी जारी किए। काबीना मंत्री ने प्रदेश में 343 शिक्षा आचार्यो की नियुक्ति की प्रक्रिया और पीटीए शिक्षकों के मानदेय का शासनादेश शीघ्र जारी करने के निर्देश भी दिए हैं।
News : Jagran (6.12.11)
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UPTET candidates go to Court

टीईटी के परिक्षार्थी जायेगें कोर्ट ( UPTET candidates go to Court)

हापुड़,राउसं। तीन बार संसोधित हो चुके यूपीटीईटी परीक्षा परिणाम के बाद अब इस परीक्षा पर संकट के बादल और गहरा गए है। इसी बात को आधार बनाकर कुछ अभ्यार्थि परीक्षा परीक्षा के खिलाफ  कोर्ट जाने की तैयारी में है। अभ्यार्थियों में रोष और प्रतिक्रिया को देखते हुए सरकार को परीक्षा के निरस्त करने का भी फैसला लेना पड़ सकता है। इस स्थिति को देखते हुए परीक्षा में उत्तीर्ण हुए अभ्यार्थियो का पसीना छूट रहा है।
टीईटी   की परीक्षा का आयोजन सरकार व विभाग के गले की फांस बनता जा रहा है। अभ्यार्थियो के हंगामे और आरोपों के बाद परीक्षा के परिणाम को संशोधित कर तीन बार घोषित किया गया। लेकिन अभी भी अभ्यार्थियो का विरोध जारी है। दरअसल तीसरी बार परीक्षा का परिणाम घोषित करने के बाद इंटरनेट से सही उत्तरों की सूची हटा ली गई है। संशोधित रिजल्ट में अभ्यार्थियों को लाभ कम नुकसान ज्यादा हुआ है। अधिकतर उत्तीर्ण छात्रों को फेल कर दिया गया हैं जिसके कारण अभ्यार्थियों में जबरदस्त रोष है। अभ्यार्थियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। हंगामे के साथ इन्होने परीक्षा पर धांधली का आरोप लगाते हुए कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है। इनका आरोप है कि परीक्षा में गलत प्रश्नों को शामिल किये जाने के साथ ही उत्तर पुस्तिका जांचने में भी गड़बड़ी की गई है।  जिससे अभ्यार्थियों को भारी नुकसान हुआ है। जिसे देखते हुए इस परीक्षा को निरस्त करने की मांग भी उठनी शुरू हो गई है। अभ्यार्थी कोर्ट जाते है तो हालातों को देखते हुए प्रबल संभावना है कि इस परीक्षा के निरस्त करने के आदेश हो सकते है। ऐसे में जिन परीक्षार्थियों ने अच्छें अंक प्राप्त किये है उनकी धड़कने तेज हो रही है।
News : Rastriya Ujala ( 6.12.11)
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UPTET : Applicants confused, Awaiting marksheet of final result

टीईटी : रिजल्ट के फेर अटका आवेदन
(UPTET : Applicants confused, Awaiting marksheet of final result)


गोरखपुर। टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थी शिक्षक बनने के लिए आवेदन पत्र जमा करने की बाट जोह रहे हैं। परीक्षाफल घोषित होने के 10 दिन बाद भी रिजल्ट न आने से अभ्यर्थियों की बेचैनी बढ़ गई है। प्रमाण पत्र के साथ आवेदन करने की शर्त के कारण उसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 19 दिसंबर है।
टीईटी में पास होने वाले अभ्यर्थी पिछले तीन दिन से रिजल्ट आने का इंतजार कर रहे हैं। 19 दिसंबर तक आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि के कारण सबकी परेशानी बढ़ने लगी है। रिजल्ट के बारे में कोई सूचना न मिलने से अभ्यर्थी जेडी, डीआईओएस और डायट कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। सूत्रों की मानें तो टीईटी में शामिल गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर जिले के 60 हजार अभ्यर्थियों में 32 हजार ने टीईटी पास कर लिया है। पास होने वाले अभ्यर्थियों में प्रमाण पत्र के वितरण में एक सप्ताह का समय लगने की बात कहीं जा रही है। डायट प्राचार्य जेएन सिंह का कहना है कि आवेदन पत्र के साथ टीईटी के प्रमाण पत्र की प्रमाणित कापी लगेगी। इसके बिना आवेदन स्वीकार नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि अंतिम तिथि बढ़ने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala ( 6.12.11)
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Many candidates are looking for official announcement for TET marksheet on UPTET/Basic Education Board उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद Website.

See following news link for marksheet -
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2011/11/uptet-certificate-downloadedprint-from.html
News published in Jagran(1.12.11) - बोर्ड के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा का अंकपत्र सभी अभ्यर्थियों को उपलब्ध करा पाना संभव नहीं दिख रहा है। ऐसे में कोई भी अभ्यर्थी केवल अंकपत्र के कारण आवेदन करने से वंचित न रह जाए बोर्ड ने नेट के टीईटी पास प्रमाण को ही मान्य किया है।
But If candidate wants official announcement then they should contact Basic Education Board/Commission.
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http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2011/11/uptet-2011-marksheet-cum-certificate.html
UPTET 2011- Marksheet cum Certificate issued from DIET after 7th December
डायट से मिलेंगे अंकपत्र सह प्रमाणपत्र
News Jagran (30.11.11)
माध्यमिक शिक्षा परिषद के निदेशक संजय मोहन ने बताया कि अंकपत्र सह प्रमाणपत्र का वितरण प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों के डायट से सात दिसंबर, 2011 के बाद किया जाएगा। अभ्यर्थी ने जिस मंडल मुख्यालय से परीक्षा दी है, वहीं के डायट कार्यालय से प्रमाणपत्र ले सकेगा। इसके लिए अभ्यर्थियों को परीक्षा के प्रवेशपत्र की मूल प्रति, तथा फोटो पहचानपत्र दिखाना होगा। 
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As per NCTE Guidelines - TET Certificate should contain -

See para -Award of TET Certificate (See : http://education.nic.in/elementary/RTE-TET.pdf)

14 The appropriate Government conducting the Test shall award a TET Certificate to all successful candidates. The certificate should contain the name and address of the  candidate, date of birth, Registration No. year/month of award of Certificate, marks obtained in each Paper, class level of its validity (Class I to V, class VI to VIII or both), and, in case of classes VI to VIII, the subject area (Science and Mathematics, Social Studies, etc.). The certificate may be electronically generated with adequate security features. Appropriate may consider utilizing the services of specialized agencies for issuing de-materialized (demat) TET certificates as a security feature to avoid any kind of malpractice.
Click here to read NCTE notification.
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Monday, December 5, 2011

New Trend Haryana : Passed H TET, Do Engagement

नया ट्रेंड: एच टेट पास की बधाई, अब कर लो सगाई

(New Trend Haryana : Passed HTET, Do Engagement)


हिसार. भिवानी . मास्टर जी की नौकरी का अलग ही रुतबा है। घर के घर में रहना और भविष्य एकदम सुरक्षित। न मंदी का डर, न दूरदराज ट्रांसफर का यही कारण है कि अब एच टेट (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास युवक-युवतियों के लिए रिश्तों की डिमांड कुछ ज्यादा हो गई है।

हालांकि सरकार एच टेट क्लीयर करने वालों को नौकरी की गारंटी नहीं देती, लेकिन इससे क्या होता है समाज और परिवार के लोग इसे उज्ज्वल भविष्य की गारंटी तो मानते ही हैं। सो, शुक्रवार को रिजल्ट आते ही एच टेट क्लीयर करने वाले युवक युवतियों के घर रिश्तों वालों के फोन आने लगे हैं। जहां लड़का व लड़की दोनों ही एच टेट क्लीयर कर चुके हैं, उनकी बात ही और है, समझिए रिश्ता पक्का है, बस दिन तारीख तय करने की देर है।
दरअसल कन्या पक्ष रिश्ता करते हुए देखता है कि लड़का अगर एच टेट पास है तो यह तय है कि उसका आई क्यू ठीक ठाक है। रही बात नौकरी की तो आज नहीं तो कल लगनी ही है। इसी तरह वर पक्ष वाले एच टेट पास लड़की को इसलिए पसंद करते हैं कि शादी के बाद घर में भी रहेगी और सरकारी नौकरी भी करेगी। सेक्टर 13 के मुकेश बैनीवाल ने जेबीटी का एच टेट पास किया तो उनके घर शनिवार को एक रिश्तेदारी से फोन आ गया।

मुकेश ने बताया कि ‘करीब 10 दिन पहले रोहतक से मुझे देखने के लिए लड़की वाले आए थे। बात चली तो उन्होंने मुझसे पिछले स्टैट के बारे में पूछा। साथ में इस बार एच टेट के बारे में भी जानकारी ली। मैंने कहा कि पेपर तो अच्छा हुआ है। अब देखते हैं रिजल्ट क्या आता है। उन्होंने इस दौरान कोई जबाव नहीं दिया लेकिन शनिवार को बिचौलिए का फोन आया। उन्होंने हमसे पूछा है कि हम लड़की देखने कब आ रहे हैं? उन्होंने हमें बताया कि लड़की का एच टेट भी क्लीयर है। अब घरवाले इस रिश्ते को बेस्ट मानकर चल रहे हैं।’
इसी तरह एक अन्य युवक ने बताया कि पहले उसका रिश्ता एक सज्जन देखकर गए थे। लेकिन तब लग रहा था कि वे संतुष्ट नहीं हैं। कारण हमारी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। लेकिन अब जब मैंने एच टेट पास कर लिया तो सुबह-सुबह मिठाई लेकर घर आ गए और पिता जी से रिश्ता पक्का करने की विनती करने लगे।
बढ़ गया एच टेट का क्रेज

वैश्य कालेज के प्रोफेसर जेपी शर्मा का कहना है कि हरियाणा में टीचर की नौकरी सबसे अच्छी मानी जाती है और यही कारण है कि हर साल एच टेट के परीक्षार्थी बढ़ रहे हैं। अभिभावकों से रिश्तों की बात होती है और हम कोई रिश्ता बीएड, जेबीटी पास बताते हैं तो सामने वाला यही सवाल पूछता है कि क्या उसने पात्रता परीक्षा पास की है। इस साल जेबीटी की भर्ती के बाद तो एच टेट का क्रेज कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है।

पास हुए 73137

एच टेट के तीनों वर्गो में इस बार 71,137 परीक्षार्थी पास हुए हैं। इनमें से 28,769 पुरुष हैं तो 42,368 महिलाएं। 13 हजार महिलाएं एच टेट पास करने में पुरुषों से आगे रही हैं। एच टेट पास में बड़ी संख्या कुंवारे युवक-युवतियां शामिल हैं। सरकार प्रदेश में भारी संख्या में टीचर भर्ती करने जा रही है तो एच टेट वालों की मांग तो होगी ही।
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Uttrakhand Candidates asked : When will teacher recruitment starts after TET

टीईटी उत्तीर्ण कर ली, अब तो दो नौकरी!

(Uttrakhand TET : TET passed candidates demanded jobs, wants to know when will recruitment takes place)

उत्तरकाशी। एक अदद नौकरी के जरिये अपनी आजीविका की आस लगाए बीएड प्रशिक्षित बेरोजगार प्रदेश सरकार के रवैये से खासे आहत हैं और उनमें शासन के प्रति आक्रोश घर करता जा रहा है। उनका कहना है कि सरकार की मंशा के अनुरूप उन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) भी उत्तीर्ण कर ली है लेकिन सरकार की हीलाहवाली के चलते उनका भविष्य अब भी अधर में लटका हुआ है।
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण प्रशिक्षित बेरोजगारों का कहना है कि केंद्र सरकार के मानकों के अनुसार 31 दिसंबर 2011 के बाद प्राथमिक विद्यालयों में उनकी नियुक्ति के रास्ते बंद हो जाएंगे और इससे पहले चुनाव आचार संहिता लागू होने पर नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाएगी। ऐसे में उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। वे समझ नहीं पा रहे हैं, कि राज्य सरकार को यदि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं करनी थी तो टीईटी परीक्षा ही क्यों कराईविशिष्ट बीटीसी पदों पर वर्षवार प्रशिक्षण के आधार पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर बीते चार दिनों से आंदोलन कर रहे प्रशिक्षित बेरोजगारों का सब्र अब जवाब देने लगा है। उन्होंने शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया शुरू न किए जाने पर आठ दिसंबर से क्रमिक अनशन शुरू करने और फिर भी कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन का निर्णय लिया है। प्रशिक्षित बेरोजगारों की इस संबंध में हुई बैठक में प्रेमवल्लभ भट्ट, अनूप थपलियाल, शैलेंद्र अवस्थी, विनय उनियाल, सुनील दत्त खंडूरी, पंकज अग्रवाल आदि अनेक टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षित बेरोजगार मौजूद रहे।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (5.12.11)
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Candidates questioned : , If teacher recruitment process not happens,  Why TET exam conducted in Uttrakhand.
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UPTET :Got answer now, Thousands of TET candidates are out of race

जवाब मिला, पर जब हजारों टीईटी की दौड़ से बाहर
(UPTET :Got answer now, Thousands of TET candidates are out of race)

वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को ली गई शिक्षक पात्रता परीक्षा की विज्ञप्ति में अस्पष्टता के कारण हजारों बीएड अभ्यर्थी परीक्षा से बाहर हो गए। अभ्यर्थी यूपी बोर्ड के अधिकारियों से पूछते रहे कि एमए के आधार पर बीएड करने वाले अभ्यर्थी टीईटी क्यों नहीं दे सकते, पर इसका कोई जवाब नहीं मिला, जबकि एनसीटीई ने माना है कि स्नातक या स्नातकोत्तर में 45 प्रतिशत अंक पाने वाले अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा दे सकते हैं। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोट में मनीष कुमार सिंह द्वारा विशेष अपील 2076, 2011 दायर की गई है। याची के स्नातक में 43 प्रतिशत अंक हैं और उसने परास्नातक के आधार पर बीएड किया है। यूपीटीईटी की विज्ञप्ति में न्यूनतम योग्यता स्नातक में 45 प्रतिशत होना अनिवार्य था, ऐसे में हजारों ऐसे अभ्यर्थी, जिन्होंने परास्नातक के आधार पर बीएड किया था वे टीईटी की दौड़ से बाहर हो गए। याची के अधिवक्ता ने एनसीटीई से पूछा था कि आखिर वास्तविक स्थिति क्या है। इसके जवाब में एनसीटीई के अधिवक्ता ने कहा कि टीईटी देने के लिए ऐसे अभ्यर्थी पात्र हैं, जिनके स्नातक या स्नात्कोत्तर में 45 प्रतिशत अंक हैं।
न्यूज़ साभार :  Jagran ( 5.12.11)
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टीईटी में उपेन्द्र को मिले 87 फीसदी अंक

(UPTET : Upendra got 87% marks)
खेकड़ा (बागपत)। नगर निवासी उपेन्द्र सिंह ने छात्र पात्रता परीक्षा में 87 प्रतिशत अंक अर्जित कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि से उपेन्द्र के परिवार में खुशी का माहौल है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में नगर के उपेन्द्र सिंह पुत्र महक सिंह ने 131 अंक प्राप्त किए है, जो कि 87.33 प्रतिशत है। उपेन्द्र ने बताया कि उसने रोजाना आठ से दस घंटे मेहनत से पढाई की थी। कहा कि इस सफलता से वह बेहद खुश है।
न्यूज़ साभार :  Jagran ( 5.12.11)
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Recently when our  site check statistics it found -
Roll No. 03006779 , DEO KANT SHARMA  s/o BRIJ BALLABH SHARMA got 132 marks / 88%
in UP TET exam.
Congratulations to Mr. DEO KANT SHARMA !
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UP TET Mistakes/Errors are investigated by NCTE comittee

Amazing Information - http://amazing-info.blogspot.com
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टीईटी गड़बड़ियों की जांच शुरू : राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण परिषद (एनसीटीई) ने जांच के लिए पांच सदस्यों की कमेटी बना दी

( UP TET Mistakes/Errors are investigated by NCTE comittee)

राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ियों की जांच शुरू हो गई है। परिणाम के बाद दो हजार से अधिक गंभीर शिकायतों के मद्देनजर राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण परिषद (एनसीटीई) ने जांच के लिए पांच सदस्यों की कमेटी बना दी है। कमेटी ने टीईटी आवेदन से लेकर चार संशोधन तक पूरी प्रक्रिया का ब्योरा माध्यमिक शिक्षा विभाग से मांगा है। सवालों, विकल्पों के साथ कमेटी अधिकारियों पर लग रहे आरोपों की भी जांच करेगी। कमेटी के सदस्यों ने संकेत दिए हैं कि यदि 20 फीसदी सवालों में खामियां पाई गईं तो परीक्षा रद्द की जा सकती है। इसके अलावा यदि 30 फीसदी परिणाम में खामियां मिलीं तो परीक्षाफल रद्द हो सकता है।
गड़बड़ियों के आरोपों को ज्यादा तवज्जो
शिक्षक पात्रता परीक्षा में गड़बड़ी को एनसीटीई ने गंभीरता से लिया है। उत्तर प्रदेश में इस बार टीईटी को ही प्राथमिक विद्यालयों में चयन का आधार बनाया गया है, इसलिए गड़बड़ियों के आरोपों को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है। अधिकारियों की मानें तो सर्व शिक्षा अभियान के कुछ अफसरों ने भी इस मामले में यूपी बोर्ड की भूमिका को लेकर संदेह जताया है और पूरी परीक्षा प्रक्रिया की जांच के लिए एनसीटीई तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय को लिखा था। एनसीटीई ने जांच के लिए जो कमेटी बनाई उसमें सर्व शिक्षा अभियान के दो अधिकारियों को भी शामिल किया है।

अनियमितताओं के साथ पूरे परिणाम पर सवाल
बताया गया कि एनसीटीई को जो शिकायतें भेजी गईं उनमें ज्यादातर शिक्षा निदेशालय से जुड़े बाबुओं और बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने करवाई। उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया के दौरान बरती गई अनियमितताओं के साथ पूरे परिणाम पर सवाल उठाया है। आरोप है कि जिस तरह की गड़बड़ियां परिणाम में की गई हैं, वह लापरवाही का बड़ा उदाहरण है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का आरोप है कि यूपी बोर्ड ने विशेषज्ञों का जो पैनल बनाया, उसे कहीं से भी परीक्षा के अनुकूल नहीं ठहराया जा सकता। जांच कमेटी में शामिल अधिकारी विमलकांत रौतेला रविवार को इलाहाबाद में थे। उन्होंने यहां कई अधिकारियों-कर्मचारियों से पूछताछ की। अधिकारी ने स्वीकार किया कि परिणाम में गड़बड़ियों की जांच के साथ परीक्षा में यूपी बोर्ड अधिकारियों की भूमिका की भी जांच को कहा गया है।
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (5.12.11)
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Important Points :
UPTET matter is investigated by 5 member NCTE comittee
If 20% questions are wrong then TET Exam may be cancelled OR
If 30% result is WRONG then TET exam may be cancelled.
Basic Shiksha Vibhag UP raises objection : UP Board Expert panel is inappropriate.
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JOIN UPTET ONLY BLOG - http://joinuptet.blogspot.com/
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Sunday, December 4, 2011

UGC NET declared its result for examination held on 26-JUNE-2011

UNIVERSITY GRANTS COMMISSION (UGC)NATIONAL EDUCATIONAL TESTING (NET) BUREAU
SOUTH CAMPUS, UNIVERSITY OF DELHI, BENITO JUAREZ MARG, NEW DELHI-110021

UGC NET declared its result for examination held on 26.06.2011

RESULT OF THE UGC NATIONAL ELIGIBILITY TEST FOR JUNIOR RESEARCH
FELLOWSHIP (JRF) AND ELIGIBILITY FOR LECTURESHIP HELD ON 26TH JUNE
2011.  SUCCESSFUL/ PROVISIONALLY QUALIFIED THE UGC-NET CANDIDATES  ROLL NUMBERS ARE GIVEN ON UGC WEBSITE.

See Notification / Result here -> Click Here (Notification available on UGC website http://www.ugcnetonline.in/)
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MP Contract Teacher Recruitment Exam Date changes

संविदा शिक्षक वर्ग दो परीक्षा 5 फरवरी को
( MP Samvida Shikshak Grade II Recruitment Exam on 5th Feb instead of 22nd January)


भोपाल. मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने संविदा शाला शिक्षक वर्ग दो की पात्रता परीक्षा की नई तारीख घोषित कर दी है। परीक्षा 22 जनवरी की बजाय 5 फरवरी को आयोजित की जाएगी। मंडल के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पंकज त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पात्रता परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्न ही पूछे जाएंगे। राज्य शिक्षा केंद्र ने निबंधात्मक प्रश्न और पत्र लेखन को विलोपित करने पर सहमति दे दी है। संभवत: यही व्यवस्था वर्ग एक और तीन में भी रहेगी।
News: Patrika (04.12.11)
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Candidates are advised to visit MP Vyapam Website  / Commission for updates .
See updated notice here : MP Samvida Teacher Grade II Updates Notice - Notice for Samvida Shala Shikshak ( Grade-II ) Test - 2011 (Revised Syllabus)
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Bihar TET - BHTET Admit Card distributed from 11 to 15 th December 2011

11 से 15 तक बटेंगे बिहार टीईटी के प्रवेश पत्र
( Bihar TET - BHTET Admit Card distributed from 11 to 15 th December 2011)
As per news source -

शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के प्रवेश पत्र 11 से 15 दिसम्बर तक बांटे जाएंगे। इसका खुलासा राज्य भर के जिला शिक्षा पदाधिकारियों के बैठक के बाद हुआ। प्रवेश पत्र अभ्यर्थियों वहीं  मिलेगा जहां से उन्होंने आवेदन किया है। बैठक को संबोधित करते हुए राज्य के मानव संसाधन विकास मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने कहा कि यह परीक्षा संपन्न कराना राज्य सरकार के लिए चैलेंज है। क्योंकि पहली में बिहार में किसी परीक्षा इतनी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे है। इस परीक्षा में बिहार से 26 लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हंै। उन्होंने राज्य भर से आये जिला शिक्षा पदाधिकारियों को से कहा कि इस परीक्षा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी विशेष नजर है इसलिए इसके कार्यान्वयन में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के सफल आयोजन के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति व राज्य शिक्षा प्रशिक्षण एवं शोध परिषद की ओर से भी तैयारी पूरी कर ली गई है। बताते चलें कि इस परीक्षा  राज्य भर के परीक्षा केन्द्रों पर 20 व 21 दिसम्बर को  दोनों पालियों में ली जाएगी। पहले दिन दोनों पाली व दूसरे दिन की पहली पाली में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए तथा दूसरे दिन के अंतिम पाली यानि चौथी पाली में कक्षा 6 से आठ तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए परीक्षा ली जाएगी।
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बिहारःशिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 1372 केन्द्र


आगामी 20-21 दिसम्बर को होनेवाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के लिए जिला एवं अनुमंडल मुख्यालयों में कुल 1372 केन्द्रों का निर्धारण किया गया है। इनमें से 99 केन्द्र पटना जिले में होंगे। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), बिहार के निदेशक हसन वारिस ने गुरुवार को बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा से जुड़े परीक्षार्थियों के बीच आगामी 11 से 15 दिसम्बर तक प्रवेश पत्र वितरित किया जाएगा। जिलों में जिन केन्द्रों पर अभ्यर्थियों ने ओएमआर शीट भरकर जमा किया था, उन केन्द्रों पर परीक्षा संबंधी प्रवेश पत्र मिलेगा। टीईटी परीक्षा में कुल 25,78, 578 परीक्षार्थी शामिल होंगे। ओएमआर शीट को गलत ढंग से भरने की वजह से 2,22,615 अभ्यर्थियों का फार्म रद कर दिया गया है। निदेशक हसन वारिस ने बताया कि टीईटी परीक्षा की तैयारियां संबंधी समीक्षा बैठक गुरुवार को हुई। बैठक में बिहार बोर्ड के सचिव ललन झा एवं संयुक्त सचिव शिवनाथ प्रसाद शामिलहुए। आगामी 3 दिसम्बर को सचिवालय सभागार में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक बुलायी गयी है। उस बैठक में परीक्षा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिन परीक्षार्थियों का फार्म रद किया गया है, उनका पूरा विवरण कारण सहित वेबसाइट पर डाला जाएगा
(दैनिक जागरण,पटना,2.12.11)
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Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan

शिक्षक भर्ती में जुड़ेंगे टेट के 20 फीसदी नंबर

(Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan)
प्रावधान से अभ्यर्थियों के सामने आ सकती है दिक्कत, आईएएस और आरएएस की परीक्षा में नहीं जुड़ते प्रवेश परीक्षा के नंबर

जयपुर। शिक्षकों की भर्ती में वे ही अभ्यर्थी नौकरी पा सकेंगे, जो मुख्य परीक्षा और टेट में मिले अंकों के 20 फीसदी जोडऩे के बाद वरीयता सूची में ऊपर आएंगे। राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों की भर्ती कब की जाएगी, इसके बारे में निश्चित तौर पर तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से नियमों की लंबी हो रही फेहरिस्त नौकरी दूर होती जा रही है। बार-बार नियमों को बदलने से अभ्यर्थियों के समक्ष नई चुनौतियां आती जा रही हैं। एक तो नौकरी के लिए तमाम घोषणाओं के बाद भी विज्ञापन जारी नहीं हो रहा, वहीं कई अभ्यर्थी आयु सीमा को पार करने को हैं।

क्या किया है प्रावधान : राज्य सरकार की ओर से राजस्थान पंचायती राज (द्वितीय संशोधन) नियम, 2011 में जोड़े परंतु क में यह प्रावधान शामिल किया। इसमें कहा गया कि अध्यापक कक्षा 1 से 5 तक और 6 से 8 तक की भर्ती के लिए जिला स्थापन समिति अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत जोड़ते हुए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर योग्यता सूची तैयार करेगी

क्या होगा असर : इस नए तरीके के प्रावधान से सिर्फ मुख्य परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले अभ्यर्थियों के परिणाम पर असर आ सकता है। अगर किसी अभ्यर्थी के मुख्य परीक्षा में नंबर अधिक है, लेकिन टेट में सामान्य अंक हैं तो वह वरीयता सूची में आने से वंचित हो सकता है।अभी क्या है स्थिति : हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई के दौरान टेट के प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। इस याचिका में राज्य सरकार की ओर से विभिन्न वर्गों के लिए न्यूनतम अंकों की अलग अलग रखी गई श्रेणी को चुनौती दी गई है।

टेट क्यों : अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम में शिक्षकों की भर्ती में शामिल होने के लिए पात्रता परीक्षा का प्रावधान किया गया था, इसके लिए आगे कोई उद्देश्य नहीं था। पता चला है कि टेट के प्राप्तांकों को शामिल करने के संबंध में चर्चा के दौरान विरोध भी किया गया, लेकिन अधिकारियों का तर्क था कि इससे टेट के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। अब सवाल यह उठता है कि जब शिक्षक भर्ती के लिए टेट पास होना जरूरी है तो फिर आकर्षण का तर्क क्यों? दूसरा यह कि क्या भविष्य बिना टेट (
टी ई टी ) वालों को भी शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका देगा?
अन्य परीक्षाओं की व्यवस्था : आईएएस और आरएएस प्रवेश परीक्षा के नंबर मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के नंबरों में जोड़ कर वरीयता सूची नहीं बनाई जाती। आरपीएससी के सचिव के.के. पाठक ने बताया कि आरएएस की प्रवेश परीक्षा में प्राप्तांकों को वरीयता सूची बनाने के लिए मुख्य परीक्षा और साक्षात्कारों के साथ नहीं जोड़े जाते हैं। यह सिर्फ संवीक्षा परीक्षा है, जो मुख्य परीक्षा में शामिल होने की योग्यता को बताती है।
News साभार  : Bhaskar Epaper ( 3.12.11)
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Haryana Teacher Eligibility Test Results 2011

Haryana Teacher Eligibility Test( HTET) Result 2011

Haryana Teacher’s Eligibility Test (TET) Results 2011 ->  Click here  OR Click here2

As per some news source -
Less than 20 percent candidates passed HTET
The result of Haryana State Teachers' Eligibility Test (HTET) conducted by State Board of School Education was announced on Friday. The maximum pass percentage for it reached only 19.86 in one category.
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Tamil Nadu (TN) makes Teacher Eligibility Test mandatory

Tamil Nadu makes Teacher Eligibility Test mandatory /
Prescribed pass mark in TET (60 per cent)

The state government of Tamil Nadu has announced that it is mandatory for teachers to qualify Teacher Eligibility Test (TET).

The test would be mandatory to become a teacher in a school just like the National Eligibility Test or state Level Eligibility Test is mandatory to become lecturers in colleges and universities.

The On guidelines of National Council for Teacher Education, graduate teachers in mathematics, science and social science will have to answer questions for 60 marks in their respective subjects, an official release said.
Since graduate teachers in Tamil and English are appointed separately, they have to the eligibility test will have questions for 60 marks in their respective subjects, it said.

As a court judgement was pending over appointment of second grade teachers, the existing system of going with the seniority in the employment exchange will continue, it said
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JHARKHAND GRAMIN BANK Last Date : 07-01-2012


Sarkari Naukri Damad India. Latest Upadted Indian Govenment Jobs - http://sarkari-damad.blogspot.com/
JHARKHAND GRAMIN BANK
(Sponsored by Bank of India)
Head Office: Rajendra Place, 5 Main Road, Ranchi-834001
Phone 0651-2202120 Fax 0651-2330338
e mail : jgbho_ran@rediffmail.com/ jgbhoran@gmail.com

Last Date : 07-01-2012
  • 01 Officer MMG Scale -III– Group “A’, No. of Vacancies- 1 (1 UR), Age - 21-40
  • 02 Officer MMG Scale -II– Group “A’, No. of Vacancies- 3 (3-UR), Age - 21-32
  • 03 Officer JMG Scale –I – Group –“A”, No. of Vacancies- 83 ( GEN-43, OBC-22, ST-6,SC-12), Age - 18-28
  • 04 Office Assistant (Multipurpose) – Group –“B”, No. of Vacancies- 119 ( GEN-60, OBC-14,ST-31, SC-14), Age - 18-28
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Education minister wants TET Re-examination

मंत्री चाहते हैं, दोबारा हो टीईटी

( Education minister wants TET Re-examination)

देहरादून, जागरण ब्यूरो
शिक्षा मंत्री मातबर सिंह कंडारी बीएड डिग्रीधारकों पर मेहरबान नजर आ रहे हैं। उन्होंने खुद बीएड डिग्रीधारकों के लिए प्राइमरी शिक्षा में रोजगार के नए अवसर खोलने को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट दोबारा कराने की पैरवी की है। उधर, शासन ने कैबिनेट के फैसले के बाद संविदा पर तैनात किए जाने वाले 868 पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षितों की सूची अनुमोदित कर दी है। इससे प्रशिक्षितों की सरकारी प्राइमरी स्कूलों में तैनाती का रास्ता तकरीबन साफ हो गया है।
टीईटी का रिजल्ट में सफल घोषित 11 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी अभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति की राह तक रहे हैं। इनकी नियुक्ति को लेकर पेच अभी दूर नहीं किए जा सके हैं। हालांकि सरकार इस बाबत जल्द फैसला करने का दावा कर रही है। ऐसे में शिक्षा मंत्री श्री कंडारी ने टीईटी दोबारा आयोजित कराने की पैरवी की है। काबीना मंत्री के निर्देशों से फिलहाल शासन और महकमे अचरज में है। चुनाव के लिए शेष रह गए कम समय में यह पेचीदा कार्य मुमकिन नहीं लग रहा है।
वहीं सरकार ने पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षितों की 868 की सूची अनुमोदित कर दी है। इन प्रशिक्षितों को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में तैनाती के लिए शासनादेश जारी हो चुका है। सूची अनुमोदन को लेकर पेच फंसा हुआ था। इस सूची में 46 प्रशिक्षित उत्तरप्रदेश के निवासी हैं। दरअसल वर्ष 1995-96 में पत्राचार बीटीसी के पहले वर्ष की परीक्षा के दौरान उत्तराखंड अविभाजित उत्तरप्रदेश का हिस्सा था। अलग राज्य बनने के बाद यहां प्रशिक्षण लेने वाले 868 अभ्यर्थियों ने तकरीबन दस वर्ष की अवधि के बाद दूसरे वर्ष का प्रशिक्षण पूरा किया। इस कड़ी में अब पीटीए शिक्षकों को मानदेय देने के सरकार के फैसले पर भी अब जल्द अमल होने की संभावना है।
See news link here - Click here
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Tribute to : Dev Anand (Actor Bollywood)

Tribute / श्रद्धांजलि to : Dev Anand ji (Actor Bollywood) /
देव आनन्द 

Dev Anand passes away; funeral in London

Dev Anand, one of Indian cinema's bonafide legends, has died in London.
PTI said Devsaab, who millions of his fans felt would live forever, died of a heart attack.
He died at 88 years of age
Over the course of his 65-year career, which began in 1946, Anand became one of India's iconic actor-directors
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सूचना का अधिकार अधिनियम - सूचना छिपाई, तो खुद भरेंगे जुर्माना

 (Right to Information Act - If information concealed, Pay the penalty)


संबंधित कर्मचारी ही भरेगा आर्थिक दंड
इलाहाबाद : सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी मुहैया न कराने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी की जेब हल्की होना तय है। ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा कि गलती कोई करे और उसका खमियाजा अकेले जन सूचना अधिकारी भुगते। जो कर्मचारी सूचना उपलब्ध नहीं कराएंगे, उनसे ही आर्थिक दंड की राशि वसूल की जाएगी।
आरटीआइ के तहत विभिन्न विभागों के स्तर पर सूचनाएं मुहैया नहीं होने पर संबंधित व्यक्ति को राज्य सूचना आयोग में अपील करनी पड़ती है। सुनवाई के पश्चात आयोग सूचना मुहैया कराने का आदेश देता है। बावजूद इसके समय सीमा के भीतर सूचनाएं मुहैया नहीं कराई जाती हैं। नतीजा, आयोग जन सूचना अधिकारी के विरुद्ध आर्थिक दंड/जुर्माना लगा देता है। ऐसी स्थिति में संबंधित विभाग की छवि भी खराब होती है। चुनाव नजदीक हैं और सरकार अपनी छवि कतई खराब करने के मूड में नहीं है। शासन की इस मंशा के मद्देनजर खाद्य एवं रसद विभाग ने निर्देश जारी कर चेतावनी दी है कि सूचना के विलंब से अथवा नहीं उपलब्ध कराए जाने की स्थिति में यदि राज्य सूचना आयोग प्रतिकूल दृष्टिकोण अख्तियार करता है, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी-कर्मचारी को ही जिम्मेदार माना जाएगा। यदि आयोग आर्थिक दंड/जुर्माना लगाता है, तो उसकी वसूली भी संबंधित उत्तरदायी कर्मचारी से ही होगी, जिसने सूचना विलंब से मुहैया कराई या सूचना नहीं दी।
इनसेट -----------------
क्यों नहीं डरते अधिकारी-कर्मचारी
असल में आरटीआइ कानून में जन सूचना अधिकारी के अलावा किसी और पर दंड का प्रावधान ही नहीं है। प्रथम अपीलीय अधिकारियों पर इसी वजह से उपेक्षा का भाव रहता है। समय पर सूचना न दिला पाने वाले जन सूचना अधिकारी पर 250 रुपये प्रतिदिन और अधिकतम 25 हजार रुपये जुर्माना लगाया जा सकता है
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प्रावधान और भी हैं
- सूचना का अधिकार कानून की धारा 19 में किसी व्यक्ति को हर्जाना दिलाने का अधिकार सूचना आयोग के पास है। हर्जाने के साथ फाइल में जिम्मेदारी तय करते हुए नोटिंग होने से अब प्रथम अपीलीय अधिकारी पर कानून के शिकंजे से डरने लगे हैं। मुख्य सचिव भी इस बाबत आदेश जारी कर चुके हैं। इसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारियों द्वारा सुनवाई न करना अनुशासनहीनता के दायरे में आ गया है
- जन सूचना अधिकारी से सूचना न मिलने पर यदि आप प्रथम अपीलीय अधिकारी के पास नहीं जाना चाहते, तो आरटीआइ कानून की धारा 18 के तहत सीधे सूचना आयोग में शिकायत की जा सकती है
News : Jagran ( 3.12.11)
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Primary/Upper Primary Teacher Transfer in UP

बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय  तबादले के फार्म का इंतजार बढ़ा
( One side recruitment of Primary Teachers based on UPTET & Other side Transfer of Basic Teacher in UP)

इलाहाबाद : शासन ने बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले की घोषणा तो कर दी, लेकिन इसके लिए उन्हें अभी कम से कम एक हफ्ते का इंतजार करना होगा। तबादले के लिए भरा जाने वाले फार्म का प्रारूप क्या होगा अभी इसको लेकर मंथन शुरू ही नहीं हुआ है। जबकि इसके पहले जिन शिक्षकों ने तबादले के लिए आवेदन किया था उसे निरस्त कर दिया गया है। अब सबको नए तरीके से आवेदन करना होगा। शासन ने बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले पर मुहर लगा दी। इसके तहत एक शिक्षक एक साथ तीन स्थानों के लिए आवेदन कर सकेगा। तबादले के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर रखी गई है, इस अवधि में उन्हें बेसिक शिक्षा परिषद में आवेदन करना है। शासन की घोषणा के बाद परिषद अभी फार्म के प्रारूप को तैयार करने की योजना बनाना शुरू भी नहीं कर पायाा है। फार्म कब तक छपकर आएगा इसको लेकर अभी हफ्ताभर से अधिक का इंतजार करना होगा। हां इस बार फार्म को आन लाइन करने की योजना बनाई गई है। वहीं परिषद कार्यालय पर जो 60 हजार से अधिक तबादले के लिए आवेदन पहले से किया गया है उनके बारे में फिलहाल कोई विचार नहीं किया जाएगा। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि पुराने फार्म में सिर्फ एक स्थान के लिए आवेदन करना था जबकि इस बार तीन के लिए किया जाएगा, इस स्थिति में उस आवेदन का कोई मतलब नहीं है। परिषद के सचिव इंद्रपाल शर्मा के अनुसार फार्म का प्रारूप तैयार होने में अभी एक हफ्ते का समय लग सकता है। प्रारूप तैयार होने पर उसे परिषद की वेबसाइट पर डाल दिया जाएगा। सदानंद आज और श्रीप्रकाश कल आएंगे कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक व बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सदानंद सिंह रविवार व केंद्रीय कोयला व कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल सोमवार को आएंगे।
News : Jagran (4.12.11)
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New News -
UP Basic Education Department publish link - for
शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु आनलाइन आवेदन प्रणाली
WEB SITE :-http://164.100.180.88/teacherstransfer/
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Uff UP TET Problem again & again

उफ! जी का जंजाल बनी टीईटी

 (Uff UP TET Problem again & again)


बड़ौत (बागपत)। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम अभ्यर्थियों के लिए भारी सिरदर्द बन गया है। परिणाम में हो रहे बार-बार संशोधन के चलते अभ्यर्थी आवेदन करने को लेकर असमंजस की स्थित में हैं वहीं बोर्ड के अभी तक टीईटी की मार्कशीट भी जारी न करने से आवेदन प्रक्रिया बाधित हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा पहली बार कराई गई टीईटी के परिणाम में बार-बार हो रहे संशोधन को लेकर अभ्यर्थियों हड़बड़ी बनी हुई है। संशोधित परिणामों की उत्तर कुंजी नेट पर न डाले जाने से स्थिति और ज्यादा भ्रामक हो गई है। इधर प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 पदों के लिए रिक्तियां घोषित होने के दो दिन बाद भी आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ठप्प है क्योंकि सही परिणाम प्राप्त न हो पाने से बोर्ड ने अभी तक अंकतालिकाएं भी जारी नहीं की हैं। अभ्यर्थियों में परिणाम के प्रति अनिश्चितता के कारण आक्रोश पनप रहा है। अभ्यर्थी राहुल राणा, अंजलि शर्मा, बीनू मलिक, नितिन, रूबी, नीशू, नरेश उज्जवल आदि का कहना है कि अंतिम तिथि 19 दिसंबर घोषित की दी गई है, जो किसी भी सूरत में न्यायसंगत नहीं हैं। एक तरफ तो कई कालेजों का बीएड परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया हुआ है वहीं दूसरी ओर बिना टीईटी की अंकतालिका के कैसे आवेदन किया जाए। बहरहाल, टीईटी को लेकर अफवाहों और असमंजस की स्थिति बरकरार है।
पुराने पैटर्न पर भर्ती की सूचना से हड़बड़ी
शिक्षकों की भर्ती पुराने पैर्टन (गुणाक पर आधारित) पर ही होने की बात भी अभ्यर्थियों के बीच चर्चा का विषय रही। शुक्रवार यह बात बड़ी तेजी फैली कि पुराने पैटर्न पर ही भर्ती कराने का शासनादेश जारी कर दिया गया हैं। इस संबंध में डायट प्राचार्य डा. राजकुमार दुबे का कहना है कि इस तरह की कोई सूचना अभी तक नहीं आई है।
News : Jagran (04.12.11)
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गलतियां छिपाने को परिषद ने हटाई ‘आंसर की’

(UP TET hiding mistakes : Remove Answer Key from uptet2011.com)
इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के अभ्यर्थियों के सवालों का जवाब दे पाने में असफल माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ‘आंसर की’ ही वेबसाइट से हटा दी है। संशोधित रिजल्ट देखने के बाद शनिवार को अभ्यर्थियों ने ‘आंसर की’ से इसका मिलान करना चाहा तो वेबसाइट से विकल्प ही गायब था। इससे अभ्यर्थियों में परिषद की कार्यप्रणाली पर पूरी तरह से विश्वास उठ गया है तथा उनमें जबरदस्त रोष है। इसके अलावा शुक्रवार को रिजल्ट में गड़बड़ियां थमती नहीं दिख रहीं। शनिवार को भी हजारों अभ्यर्थी परिषद मुख्यालय पहुंचे तथा प्रत्यावेदन देने वालों का दिन भर तांता लगा रहा। कुछ को बिना प्रत्यावेदन लिए ही वापस किया जा रहा था जिसको लेकर उन्होंने हंगामा भी किया।
परिषद की ‘आंसर की’ पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसकी वजह से उसमें चार बार संशोधन भी किए गए। इसके बावजूद गड़बड़ियां पूरी तरह से दूर नहीं हुई हैं, जिसको लेकर लगातार आपत्तियां उठती रहीं हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की ‘आंसर की’ तुलना में कम नंबर मिलने की भी शिकायत है। अभ्यर्थियों का मानना है कि परिषद ने इन गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए ‘आंसर की’ हटाने में ही भलाई समझी।उधर, परिषद के अफसरों के दावों के विपरीत शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में गड़बड़ियों की सूची लंबी होती जा रही है। प्रत्यावेदन देने के बावजूद हजाराें का रिजल्ट घोषित नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को सही उत्तरों से कम अंक मिले हैं। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा निरस्त करने तथा केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। मांग न माने पर उन्होेंने आंदोलन तथा कोर्ट जाने की भी चेतावनी दी है।
बलिया के कन्हैया प्रसाद वर्मा ने प्राथमिक की परीक्षा में उच्च प्राथमिक का रोल नंबर दर्ज कर दिया था। इसमें संशोधन के लिए इनसे आवेदन लिया गया लेकिन रिजल्ट गलत रोल नंबर ही घोषित कर दिया गया है। ऐसे में 121 नंबर पाने के बावजूद वह प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती से वंचित हो जाएंगे। रंजना पांडेय को परिषद की जारी आंसरशीट के अनुसार 100 नंबर मिलना चाहिए लेकिन मात्र 81 नंबर मिले हैं। विजय कुमार सिंह, लाल साहब, सतीश सरोज, गणेश शंकर शुक्ल, सतेंद्र सिंह शाम्य, राम ललित, शिवेंद्र भारती, अनीता देवी, रवींद्र कुमार सिन्हा, सरोज भारतीय आदि ने इसी तरह की शिकायतें की है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त कर नए सिरे से एग्जाम कराने की मांग की है। 0000000000000000000000000000000000000000000
50 फीसदी पर पास करने की मांगइलाहाबाद। यूपीटीईटी के एससी-एसटी और विकलांग अभ्यर्थियों ने 55 की जगह 50 फीसदी अंक पर ही पास करने की मांग की है। उनका कहना है कि अन्य राज्यों की टीईटी में यही मापदंड रखा गया है। इनको लेकर अभ्यर्थियों ने पांच दिसंबर को दिन में एक बजे चंद्रशेखर पार्क में धरना-प्रदर्शन की भी घोषणा की है।
News : Amar Ujala ( 4.12.11)
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Important to note :
1. UP TET not released updated Answer key on its websits uptet2011.com & marksheets are not issued to candidates.
Therefore even after Advertisement/Vigypti by Basic Education Dept. UP, Candidates are not applying.
They think if marksheet/marks (displayed on uptet2011.com) again changed  then - Is it correct OR not?
Therefore candidates are in confusion.Some otheres are going to take advantage of Board's mistakes and demanded new TET exam.
2. Rumours are : Selection procedure is on OLD pattern, Where 10th,12th, Graduation, B Ed marks are added, But this was refused by DIET ( As they said - they don't have such information)
If UPTET uses OLD pattern for selection (10th,12th, Graduation, B Ed marks ) then it is harmful to UP Board candidates
, And UPTET/Education Dept. UP can't take this decision as they amended SELECTION process already.
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Saturday, December 3, 2011

Statistical Data of UPTET Exam

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Statistical Data of UPTET Exam
Good Humour , Entertainment, Jokes http://7joke.blogspot.com/ / /Updated Sarkari Naukri http://sarkari-damad.blogspot.com/  / Updated Admission Notice India http://admission-query.blogspot.com/ , Latest Naukri Recruitment Results - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/, Competition Exam Papers / Syllabus - http://syllabus123.blogspot.com/

As per sample data of 500 records tested (from 03006001 to 03006500)  and found -
10 candidates secure more than 120 marks -
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Approx 600000 ( as per news 594053) candidates appeared in exam.
Considering this figure -
1. 3 Feamle candidate ( appears as per name) passed with 120+ marks from 500 candidates. 600000/500* 3= 3600 approx. female candidates cleared with 120+ marks.
2. Approx. 12000 candidates passes with 120+ marks.
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38 candidates got marks from 111 to 120
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It means 600000/500* 38 = 45600 (approx.) candidates got marks 111 to 120
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66 Candidates got 101 to 110 Marks -
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It means 600000/500* 66 = 79200 (approx.) candidates got marks 101 to 110
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FOR GENERAL CATEGORY -

Therefore as per analysis of statistical data GENERAL Category, who have 36423 seats (50% of 72845 seats),
Cut-off can go 111 to 120 marks at bottom level .
Merit can be very high where no. of vacancies are less e.g. Lucknow, Gautam Buddh Nagar, Gaziabad, Merrut etc.
Where 12 vacancies available, cut-off chances apporx. to 130.
Where 100 vacancies available, cut-off chances are above 120

If any of you have better analysis/ research/news then drop in comment box.

Note : These are statistical data (Errors may be possible in statistical data analysis also & it differ  from ACTUAL / Real Data, In statistical data also ERROR may possible due to sample, sample size etc. And therefore apply your intelligence to submit your application. Information published here is informatory in nature and it is observatory aspect of data.
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UPTET Vacancies may increase, Good chance for UP TET qualified candidates

टीईटी में सफल अभ्यर्थियों की बल्ले-बल्ले

(UPTET Vacancies may increase, Good chance for UP TET qualified candidates)

मीरजापुर : जनपद में टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) में सफल आवेदकों के लिए खुशखबरी की बात है। उनके लिए रिक्तियों की संख्या बढ़ भी सकती है। यदि प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की बात करें तो परिषद द्वारा पूरे विंध्याचल मंडल में जिसमें मीरजापुर, संत रविदास नगर व सोनभद्र जनपद भी शामिल हैं, साढ़े तीन हजार शिक्षकों की भर्ती टीईटी के द्वारा करने का निर्णय किया गया है। इसमें मीरजापुर में लगभग सत्रह सौ, सोनभद्र में एक हजार व आठ सौ के आसपास संत रविदास नगर में रिक्तियां संभावित हैं लेकिन यदि केवल जनपद में ही प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति कर दी जाय जो कि संभावित है और प्रक्रिया में है तो यह रिक्ति कम से कम तीन हजार तक पहुंच सकती है। यह तो केवल प्राथमिक शिक्षकों के लिए है। इसके साथ ही पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में भी कम से कम एक हजार शिक्षकों की रिक्तियां बन सकती है। इससे यह संभावना जतायी जा रही है कि जनपद के लगभग प्रत्येक सफल आवेदक का शिक्षक बनना तय हैं। इस गुणा गणित का आधार यह है कि मंडल स्तर पर दोनों परीक्षाओं में तकरीबन तेईस हजार परीक्षार्थियों ने अपने भाग्य की आजमाइश की थी। वैसे तो परिषद की तरफ से मंडल में सफल अभ्यर्थियों की संख्या नहीं बतायी गयी है लेकिन यदि चालीस प्रतिशत की बात करें जो कि पूरे प्रदेश का परिणाम है तो मंडल का परिणाम लगभग अड़तालीस सौ (प्राथमिक) एवं लगभग चार हजार (पूर्व माध्यमिक) में आता है। बता दें कि प्राथमिक में लगभग 12 हजार एवं पूर्व माध्यमिक में लगभग 11 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा में प्रतिभाग किया था। अब इस दशा में यदि तीनों जनपदों की संभावित रिक्तियों को जोड़ दिया जाय तो अभ्यर्थियों से अधिक रिक्तियां ही हो जायेंगी। इससे सभी सफल परीक्षार्थियों को शिक्षक की नौकरी मिलना तय है।
संशोधित मेल भेज दिया है : बीएसए
मीरजापुर : इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने कहा कि समाचार पत्रों में संभावित रिक्तियों को देखकर उन्होंने तत्काल ही संशोधित सूचना मेल कर दी है। हो सकता है कि शासन इस पर भर्ती योग्य रिक्तियों की संख्या बढ़ा दें।
News : Jagran (30.11.11)
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UP TET 2011 exam result still incomplete, Candidates raised there objection

परीक्षाफल नहीं जारी होने पर किया हंगामा
(UPTET exam result still incomplete, Candidates raised there objection)

मेरठ। शुक्रवार को टीईटी का रिजल्ट नहीं निकलने से परेशान दर्जनों अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय पर हंगामा किया। शाम को परीक्षाफल इंटरनेट पर परीक्षाफल जारी किया गया लेकिन प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि अभी भी परीक्षाफल अपूर्ण है
13 नवंबर को टीईटी परीक्षा हुई थी। 25 नवंबर को परीक्षाफल घोषित कर दिया गया था। प्रदर्शन कर रहे गुलजार सैफी ने बताया कि जेडी कार्यालय से जिन 600 से अधिक छात्रों के प्रवेश पत्र जारी किए गए थे उनमें से आधे लोगों का परीक्षा फल अटका है। मोदीनगर, गाजियाबाद से आए अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय पर हंगामा किया। सोनू कपूर, सुनील, सत्येंद्र, सुरेंद्र, राजश्री आदि मौजूद रहे।
News : Amar Ujala (3.12.11)
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UP Basic Education Secratary got notice from Highcourt

बेसिक शिक्षा सचिव आठ को तलब
 (UP Basic Education Secratary got notice from Highcourt)

लखनऊ, 1 दिसंबर (विसं): इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने एक अवमानना मामले में सचिव बेसिक शिक्षा अनिल संत को 8 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से अदालत के समक्ष उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। यह आदेश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने एक अवमानना याचिका पर सुनवाई के बाद दिए हैं। याचिका में कहा गया है कि बहराइच जिले में सहायक अध्यापकों के 315 पद रिक्त थे। याचीगणों का कहना था कि यदि बीटीसी प्रशिक्षित अध्यापकों की कमी हो तो इनके स्थान पर बीएड प्रशिक्षित लोगों की भर्ती की जाए। पीठ ने इस मामले में याचीगणों के पक्ष में आदेश दिया। इस मामले में राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय में भी एसएलपी प्रस्तुत की। उच्चतम न्यायालय ने पहले उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाई लेकिन बाद में 9 सितंबर 2011 को रोक का आदेश समाप्त कर दिया। याचीगणों का कहना है कि विपक्षी उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं कर रहे हैं।
News : Jagran (2.12.11)
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UP TET may again Wrong Evaluation of OMR Answer Sheets

एक ही विकल्प पर कुछ को नंबर दिए, कुछ के काटे

(UP Board Highschool / Intermediate, TET exam may  Wrong Evaluation of  Answer Booklets)


Some candidates raise objection for new evaluation of TET OMR answer sheets.
Candidates who objected / making complaint got reevalaution and more marks for  same question while others who have not given any complaint geting no marks for same question.
Candidates demanded cancel TET exam and start afresh TET exam.

इलाहाबाद। हाईस्कूल, इंटर परीक्षा के मूल्यांकन में भारी गड़बड़ियों के कारण इस सत्र में अब तक यूपी बोर्ड को चार लाख रुपये जुर्माना देना पड़ा है। 75 के बजाय छात्र को पांच अंक मिल गए तो 88 के बजाय 18। टीईटी परीक्षा में भी बोर्ड ने ऐसी ही गड़बड़ियां की हैं। एक सवाल के एक विकल्प पर किसी को नंबर दिए तो किसी के काट लिए। बोर्ड का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने आपत्ति की, उनके नंबर जोड़े गए। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि किसी सवाल का कोई विकल्प सही ठहराया जाएगा तो वह सभी के लिए होगा न कि आपत्ति के हिसाब से जवाब सही या गलत होंगे।
अभ्यर्थियों ने प्राथमिक स्तर की परीक्षा में आठ और जूनियर स्तर पर 11 सवाल चिन्हित किए हैं जिनके एक जवाब पर कुछ लोगों को नंबर दिए गए, बाकी को नहीं। मसलन यदि सवाल का बी विकल्प सही है और 70 फीसदी अभ्यर्थियों ने उस पर ही गोला काला किया तो उसमें से 75 फीसदी को नंबर मिले, 25 फीसदी को नहीं मिले। अभ्यर्थियों का कहना है कि आपत्ति के बाद यदि बोर्ड जवाब में संशोधन कर रहा है तो उस जवाब पर गोला भरने वाले सभी अभ्यर्थियों को अंक मिलने चाहिए। इससे आपत्ति करने का कोई वास्ता नहीं होना चाहिए लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं दिख रहा।
तेलियरगंज निवासी अभिषेक सिन्हा, रंजना सिंह, केसरी देवी, पंखुरी पटेल, मम्फोर्डगंज की अफशां, नलिनी त्रिपाठी, करेली निवासी तरन्नुम, फिरोज आदि ने अपने और कई अन्य अभ्यर्थियों के परिणाम की तुलना की है। उनका दावा है कि कई सवालों के समान विकल्प होने पर भी उन्हें अंक नहीं मिले, दूसरों को मिले। इसे लेकर शनिवार को बोर्ड दफ्तर जाएंगे और सुधार न हुआ तो न्यायालय में रिट दायर कर शिक्षक चयन प्रक्रिया रोकने की अर्जी देंगे। टीईटी परिणाम में संशोधन के नाम पर बोर्ड ने ऐसी गड़बड़ियां कर दी हैं कि अभ्यर्थी चकरा गए हैं। वीरेंद्र कुमार, तनुज कुमार भारतीय, शशिकांत सिंह, फूलचंद, रमेश, राहुल प्रिय गौतम समेत 20 अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड और मुख्यमंत्री को लिखित ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के मुताबिक नए परिणाम में कुछ अभ्यर्थियों के 93 के स्थान पर 39 लिख गए तो 62 के स्थान पर 26 लिख गए। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि टीईटी में अब तक 25 सवालों में विसंगतियां मिल चुकी हैं जो साफ दर्शाता है कि रिजल्ट तैयार करने में अनियमितता बरती गई है। अभ्यर्थियों ने रिजल्ट रद्द कर नए सिरे से परीक्षा की मांग की है। यूपी बोर्ड की गड़बड़ियों से नाराज तमाम अभ्यर्थियों ने टीईटी के आधार पर चयन को गलत ठहराया है। हरिमोहन सिंह समेत कई अभ्यर्थियों ने एनसीटीई को पत्र भेज इस पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि टीईटी केवल पात्रता परीक्षा है, इसकी मेरिट को चयन का आधार बनाना नियमानुसार गलत है, इस पर रोक जरूरी है। टीईटी में शामिल सामान्य वर्ग की छात्राओं ने पास प्रतिशत में पांच फीसदी छूट की मांग की है। उनका तर्क है कि यूपी टीईटी के सवालों का मानक एनसीटीई और एनसीईआरटी के मानकों के विपरीत है। वहां ऐसी परीक्षा में गणित के 15 सवाल पूछे जाने का प्रावधान है जबकि यूपीटीईटी में 30 पूछे गए। प्रियंका सिंह समेत कई अभ्यर्थियों का तर्क है कि हाईस्कूल में गृहविज्ञान पढ़ने वाली छात्राओं का परिणाम इससे प्रभावित
हो रहा है। प्रियंका ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज पांच फीसदी छूट की मांग रखी है।
News : Amar Ujala (3.12.11)
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UPTET - Know about New Districts of UP

UPTET - Know about New Districts of UP

Many candidates think about How to apply/ Where to apply as competition is very high and choice based district is not easy.

Some candidates searching map of UP for suitable locations, some are ignorant about new districts of UP and its location for e.g. -
काशीराम नगर , प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर ,भीम नगर , छत्रपति शाहूजी महाराज नगर etc.
Therefore we are giving brief details about new distrcits of UP -
 मुजफ्फरनगर के शामली को प्रबुद्ध नगर का नाम मिला है, गाजियाबाद के हापुड़ को पंचशीलनगर का नाम दिया गया है जबकि मुरादाबाद के संभल को अब भीम नगर का नाम दिया गया है

गाजियाबाद के गढ़ मुक्तेश्वर, हापुड़ और दौलाना तहसीलों को जोड़कर पंचशीलनगर जिला
मुरादाबाद की चंदौसी तथा सम्भल तहसील और बदायूं जिले की गुन्नौर तहसील को मिलाकर भीम नगर जनपद
पंचशीलनगर का जिला मुख्यालय हापुड़
भीमनगर का मुख्यालय सम्भल में
फैजाबाद से काट कर बनाए गए अंबेडकरनगर
महामायानगर (हाथरस),


Prabuddha Nagar will be carved out of Muzaffarnagar district and will have its headquarters in Shamli.
Panchsheel Nagar will include Garh Mukteshwar, Hapur and Daulana tehsils of Ghaziabad district.
Bhim Nagar will be carved out of Morababad and Badaun districts

See details here with Districs/Mandals  Map Uttare Prades- Click Here
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UPTET revised its Vigypati/Advertisement for post Primary Level Teacher and added some new points

UPTET revised its Vigypati/Advertisement for post Primary Level Teacher and added some new points


To see advertisement, click - Official website of Basic Education Department of UP 
 Amendment / Revised Vigyapti advertised and added - BTC/ Vishist BTC candidates are now eligible to apply post for PRT, however they must cleared UP TET 2011 exam.)

InterDistrict transfer is not possible as there candidature is of District level
विज्ञापन के क्रम में जिन अभ्यर्थीयों की जिस जनपद हेतु   च्यानोप्रांत चयनोंपरांत   नियुक्ति की जाएगी उनका अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण जनपदीय संवर्ग होने के कारन अनुमन्य नहीं होगा

For Primary level teachers transfer process continues from a long time but now by 31st Dec 11 they ends request for application so that it can be adjusted with new recruites.
See earlier happened transfer process - Transfer of teachers in UP
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Choice based transfers in Basic Education Department UP

अब मर्जी के मुताबिक होंगे बेसिक शिक्षकों के तबादले

(Choice based transfers in Basic Education Department UP for Primary & Upper Primary Level Teachers)


जागरण ब्यूरो, लखनऊ प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को तोहफा दिया है। इन शिक्षकों का उनकी मर्जी के मुताबिक एक से दूसरे जिले में तबादला हो सकेगा। तबादलों में शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री मायावती द्वारा परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों का फैसला करने के बाद कैबिनेट ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 के नियम-21 में संशोधन के प्रस्ताव को बाइसर्कुलेशन मंजूरी दे दी है। शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले के लिए वरीयताक्रम निर्धारित किया गया है। वरीयता क्रम में पहले उन शिक्षिकाओं को तरजीह दी जाएगी जो विवाह के कारण स्थानांतरण के लिए आवेदन करेंगी। इसके बाद उनको वरीयता दी जाएगी जो गृह जिले के अलावा अन्य जिले में तबादले के लिए आवेदन करेंगी। फिर उनका नंबर आयेगा जो गृह जिले में तबादले के लिए आवेदन करेंगी। इसके बाद वरीयता क्रम में गृह जिले के अलावा अन्य जिलों के लिए आवेदन करने वाले पुरुष शिक्षकों को मौका दिया जाएगा। तबादलों के लिए शिक्षकों की वरिष्ठता के आधार पर विचार किया जाएगा। उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) (तेरहवां संशोधन) नियमावली, 2011 के अमल में आने की तारीख से शिक्षकों को एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए अपना आवेदन/ विकल्प पत्र 31 दिसंबर 2011 तक बेसिक शिक्षा परिषद को प्रस्तुत करना होगा। तबादले के लिए शिक्षक को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित प्रारूप पर एक ही आवेदन पत्र में तीन जिलों का विकल्प देना होगा। 31 दिसंबर के बाद अंतरजनपदीय तबादले के लिए कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। जो शिक्षक इस तिथि तक अपना विकल्प पत्र प्रस्तुत नहीं करेंगे, विकल्प देने का उनका अधिकार स्वत: समाप्त हो जाएगा।
News : Jagran ( 3.12.11)
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Detailed News :-

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने उप्र बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन कार्यरत प्राइमरी एवं जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों के एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण, विशेषकर महिला शिक्षकों के स्थानान्तरण का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस निर्णय से प्राईमरी तथा जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को उनके द्वारा दिये गये विकल्प के अनुसार जनपदों में तैनाती मिलेगी। साथ ही, भारी संख्या में महिला शिक्षकों को राहत मिलेगी।

निर्णय के अनुसार शिक्षकों के एक जिले से दूसरे जिले स्थानान्तरण इस वरीयताक्रम में किये जाने पर विचार किया जायेगा- महिला शिक्षक, जो विवाह के कारण स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। महिला शिक्षक, जो गृह जनपद के अतिरिक्त अन्यत्र स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। महिला शिक्षक, जो गृह जनपद हेतु स्थानान्तरण का आवेदन करें। पुरूष शिक्षक, जो गृह जनपद के अतिरिक्त अन्यत्र स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। इस सम्बन्ध में वरिष्ठता के आधार पर विचार किया जायेगा।
निर्णय के अनुसार शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु अपना आवेदन विकल्प पत्र प्रस्तुत करने के लिए 31 दिसम्बर, 2011 के पश्चात कोई भी विकल्प स्वीकार नहीं किया जाएगा। अध्यापकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु अपना आवेदन-पत्र विकल्प पत्र प्रस्तुत करने का यह अन्तिम अवसर होगा। वे शिक्षक जिन्होंने नियत दिनांक तक अपना विकल्प पत्र नहीं प्रस्तुत किया है, उनके विकल्प देने का अधिकार स्वतः समाप्त हो जायेगा।

वर्तमान में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी अपने गृह जनपद अथवा वांछित जनपद से भिन्न जनपदों में श्रेष्ठता सूची में आने के कारण चयनित होकर कार्यरत हैं। महिला तथा पुरूष अभ्यर्थियों ने बड़ी संख्या में एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण हेतु आवेदन पत्र उप्र बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में निर्धारित प्रारूप पर भेजे हैं।
अभी एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण हेतु शिक्षकों द्वारा आवेदन करने पर स्थानान्तरण की व्यवस्था थी, लेकिन शिक्षकों की अत्यधिक कमी को देखते हुए यह स्थानान्तरण सम्भव नहीं हो पाता था। ऐसी स्थिति में सीमित संख्या में भी स्थानान्तरण किया जाना सम्भव नहीं हो पाता था, जिसके कारण अनेकानेक महिला शिक्षिकायें अपने गृह जनपद में स्थानान्तरित नहीं हो पाती थी।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों विशेषकर महिला शिक्षकों को उनके मन चाहे जनपद में तैनाती व इस सम्बन्ध में उनकी स्थानान्तरण सम्बन्धी कठिनाईयों के मद्देनजर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें राहत पहुंचाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इससे शिक्षकों की कठिनाईयां दूर होंगी और विद्यालयांे में पठन-पाठन का बेहतर वातावरण सुनिश्चित हो सकेगा। शिक्षकों तथा उनके अभिभावकों द्वारा वर्ष भर उनके स्थानान्तरण के सम्बन्ध में शासन निदेशालय उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद स्तर पर अनावश्यक रूप से की जाने वाली दौड़-भाग रूकेगी। साथ ही, कार्यालयों के कार्यभार में अनावश्यक वृद्धि से भी बचा जा सकेगा

उप्र बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु नियम-21 में दी गयी व्यवस्था में संशोधन के बाद अब जो प्रक्रिया अपनायी जायेगी, उसके अनुसार उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) (तेरहवां संशोधन) नियमावली-2011 के प्रारम्भ होने के दिनंाक से प्रधान अध्यापकों, अध्यापकों जो अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण चाहते हों, को अपना विकल्प, आवेदन पत्र दिनंाक 31 दिसम्बर, 2011 तक प्रस्तुत करना होगा। परिषद द्वारा प्राप्त स्थानान्तरण हेतु विकल्पों आवेदन पत्रों को परिषद द्वारा मौलिक नियुक्ति के दिनांक के क्रम में जिलावार विकल्प के अनुसार सूचीबद्ध किया जाएगा।

परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के स्थानान्तरण हेतु क्रमशः तीन जनपदों का विकल्प एक ही आवेदन पत्र पर बेसिक शिक्षा परिषद, उप्र द्वारा विहित प्रारूप पर प्राप्त किये जायेंगे। स्थानान्तरण चाहने वाले शिक्षक यदि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नति के फलस्वरूप कार्यरत हैं, तो उनके स्थानान्तरण पर विचार आवेदितविकल्प दिये हुए जनपद में तभी किया जाएगा, जब उसी वर्ष में नियुक्त शिक्षकों की पदोन्नति हो गयी हों।

निर्धारित वरीयताक्रम में स्थानान्तरण चाहने वाले शिक्षकों में सर्व प्रथम आवेदित विकल्प दिये गये जनपद में महिला शिक्षकों को वरिष्ठताक्रम में उनके द्वारा दिये गये विकल्प प्रथम के अनुसार, तत्पश्चात विकल्प-द्वितीय के अनुसार तथा अवशेष महिला शिक्षकों का विकल्प-तृतीय के अनुसार स्थानान्तरण किया जायेगा। तत्पश्चात पुरूष शिक्षकों के स्थानान्तरण पर विचार पृथक-पृथक जनपद में अनुमोदित पदों के सापेक्ष उपलब्ध रिक्त पदों पर जनपद में उनकी वरिष्ठता क्रम के आधार पर किया जाएगा। 31 अक्टूबर, 2011 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों के लिए इस नियम की सुविधा अनुमन्य नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषदीय शिक्षकों का संवर्ग जनपद स्तरीय है तथा जनपद में भी क्रमशः ग्रामीण क्षेत्र एवं नगर क्षेत्र के अलग-अलग संवर्ग हैं तथा इनकी वरिष्ठता तथा पदोन्नति आदि का कार्य भी जनपद में संवर्ग के अन्तर्गत ही होता है। राज्य सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों में रिक्त अध्यापकों के पदों की बड़ी संख्या को देखते हुए बीएड, एलटी, बीपीएड तथा डीपीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 6 माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें बीटीसी कोर्स के समकक्ष बनाया गया। तदोपरान्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिक विद्यालयों में सहायक शिक्षक के पद पर चयन नियुक्ति का अवसर प्रदान किया गया।

वर्ष 1999 में लगभग 23,000 वर्ष 2004-05 में लगभग 39,000 तथा वर्ष 2007 से अब तक लगभग 76,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया तथा प्रशिक्षण के बाद सहायक शिक्षकों के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी। वर्ष 1999-2000 तथा वर्ष 2004-05 का चयन केन्द्रीय स्तर पर मेरिट बनाकर प्रशिक्षण किया गया तथा प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थियों का आवंटन ऐच्छिक जनपद में आवंटित कर नियुक्ति का अवसर प्रदान किया गया था।

उल्लेखनीय है कि 31 दिसम्बर, 2011 से पूर्व लगभग 72,825 शिक्षकों की नवीन तैनाती की जा रही है, जिन्होंने हाल ही मे आयोजित टीईटी परीक्षा पास की है। इन शिक्षकों की तैनाती के परिणाम स्वरूप जहां एक ओर शिक्षकों की कमी दूर हो सकेगी, वहीं स्थानान्तरण के परिणाम स्वरूप शैक्षिण कार्यों में कोई प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं पडे़गा। प्रदेश में महिलाओं के शैक्षिक स्तर में गत 10 वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। गत जनगणना में यह स्तर 42 प्रतिशत था, जोकि अब 2011 में बढ़कर करीब 60 प्रतिशत तक पहुंच रहा है।
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Important Point is :
This decision comes before new Primary teacher selection, and newcomers have to go at low prefered areas in UP, After some time UPTET going to fill Upper Primary Level teachers. And they may fill vacancies after
completing transfer process.

For Primary level teachers transfer process continues from a long time but now by 31st Dec 11 they ends request for application so that it can be adjusted with new recruites.
See earlier happened transfer process - Transfer of teachers in UP
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