उफ! जी का जंजाल बनी टीईटी
(Uff UP TET Problem again & again)
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा पहली बार कराई गई टीईटी के परिणाम में बार-बार हो रहे संशोधन को लेकर अभ्यर्थियों हड़बड़ी बनी हुई है। संशोधित परिणामों की उत्तर कुंजी नेट पर न डाले जाने से स्थिति और ज्यादा भ्रामक हो गई है। इधर प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 पदों के लिए रिक्तियां घोषित होने के दो दिन बाद भी आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ठप्प है क्योंकि सही परिणाम प्राप्त न हो पाने से बोर्ड ने अभी तक अंकतालिकाएं भी जारी नहीं की हैं। अभ्यर्थियों में परिणाम के प्रति अनिश्चितता के कारण आक्रोश पनप रहा है। अभ्यर्थी राहुल राणा, अंजलि शर्मा, बीनू मलिक, नितिन, रूबी, नीशू, नरेश उज्जवल आदि का कहना है कि अंतिम तिथि 19 दिसंबर घोषित की दी गई है, जो किसी भी सूरत में न्यायसंगत नहीं हैं। एक तरफ तो कई कालेजों का बीएड परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया हुआ है वहीं दूसरी ओर बिना टीईटी की अंकतालिका के कैसे आवेदन किया जाए। बहरहाल, टीईटी को लेकर अफवाहों और असमंजस की स्थिति बरकरार है।
पुराने पैटर्न पर भर्ती की सूचना से हड़बड़ी
शिक्षकों की भर्ती पुराने पैर्टन (गुणाक पर आधारित) पर ही होने की बात भी अभ्यर्थियों के बीच चर्चा का विषय रही। शुक्रवार यह बात बड़ी तेजी फैली कि पुराने पैटर्न पर ही भर्ती कराने का शासनादेश जारी कर दिया गया हैं। इस संबंध में डायट प्राचार्य डा. राजकुमार दुबे का कहना है कि इस तरह की कोई सूचना अभी तक नहीं आई है।
गलतियां छिपाने को परिषद ने हटाई ‘आंसर की’
परिषद की ‘आंसर की’ पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसकी वजह से उसमें चार बार संशोधन भी किए गए। इसके बावजूद गड़बड़ियां पूरी तरह से दूर नहीं हुई हैं, जिसको लेकर लगातार आपत्तियां उठती रहीं हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की ‘आंसर की’ तुलना में कम नंबर मिलने की भी शिकायत है। अभ्यर्थियों का मानना है कि परिषद ने इन गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए ‘आंसर की’ हटाने में ही भलाई समझी।उधर, परिषद के अफसरों के दावों के विपरीत शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में गड़बड़ियों की सूची लंबी होती जा रही है। प्रत्यावेदन देने के बावजूद हजाराें का रिजल्ट घोषित नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को सही उत्तरों से कम अंक मिले हैं। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा निरस्त करने तथा केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। मांग न माने पर उन्होेंने आंदोलन तथा कोर्ट जाने की भी चेतावनी दी है।
बलिया के कन्हैया प्रसाद वर्मा ने प्राथमिक की परीक्षा में उच्च प्राथमिक का रोल नंबर दर्ज कर दिया था। इसमें संशोधन के लिए इनसे आवेदन लिया गया लेकिन रिजल्ट गलत रोल नंबर ही घोषित कर दिया गया है। ऐसे में 121 नंबर पाने के बावजूद वह प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती से वंचित हो जाएंगे। रंजना पांडेय को परिषद की जारी आंसरशीट के अनुसार 100 नंबर मिलना चाहिए लेकिन मात्र 81 नंबर मिले हैं। विजय कुमार सिंह, लाल साहब, सतीश सरोज, गणेश शंकर शुक्ल, सतेंद्र सिंह शाम्य, राम ललित, शिवेंद्र भारती, अनीता देवी, रवींद्र कुमार सिन्हा, सरोज भारतीय आदि ने इसी तरह की शिकायतें की है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त कर नए सिरे से एग्जाम कराने की मांग की है। 0000000000000000000000000000000000000000000
50 फीसदी पर पास करने की मांगइलाहाबाद। यूपीटीईटी के एससी-एसटी और विकलांग अभ्यर्थियों ने 55 की जगह 50 फीसदी अंक पर ही पास करने की मांग की है। उनका कहना है कि अन्य राज्यों की टीईटी में यही मापदंड रखा गया है। इनको लेकर अभ्यर्थियों ने पांच दिसंबर को दिन में एक बजे चंद्रशेखर पार्क में धरना-प्रदर्शन की भी घोषणा की है।
Muskan ji,
ReplyDeleteplease ye clear kare ki kya net se downloaded tet marksheet application form me valid hai ya nahi
mujhe apke site ke through hi pata chala ki net se nikali gai tet marksheet valid hai...par officially abhi tak ye jankari kahi aur nahi hai
isliye apse request hai ki aap ise clear kare aur us source ko bhi bataye jahan se ye information aayi
dainik jagran paper me nikla tha ki net se nikla hua marksheet manya hoga 30th nov ya 1st dec ke paper me
ReplyDeleteteacher bharti me tet ka merit lena chahiye
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