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Sunday, March 25, 2012

UPTET - What's WRONG in Teacher Eligibility Test- TET


अध्यापक पात्रता परीक्षा में गलत क्या है?
(What's WRONG in Teacher Eligibility Test- TET )

Very Good Article - Must Read
-मनोज कुमार सिंह ‘मयंक’ ||
Article by Mr. Manoj Kumar Singh Singh "Mayank" (on Mediadarbar.com )

हमारे देश को आजाद हुए ६४ वर्ष से अधिक हो गए हैं,हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने पराधीन भारत में स्वतंत्र भारत का जो स्वप्न देखा था,हम उसके आस पास भी नहीं हैं|अपने अधिकारों और कर्तव्यों की कौन कहे,इन ६४ सालों में हम आज तक समग्र साक्षरता के मह्त्वाकांक्षी लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर पाए हैं|हालांकि,इतने सालों में हमने अच्छी उपलब्धि हासिल की है और आज साक्षरता के क्षेत्र में हम ब्रिटिश राज के १२ प्रतिशत के आकडें को पार करते हुए २०११ के आंकड़ों के अनुसार ७५.०४ प्रतिशत तक पहुँच गए हैं किन्तु तुलनात्मक दृष्टि से हम आज भी विश्व साक्षरता के औसत (८४ प्रतिशत) से भी लगभग १० अंक निचले पायदान पर स्थित हैं|बात यही पर खत्म नहीं होती है,यदि हम नेपाल,बंगलादेश और पाकिस्तान जैसे संसाधनविहीन देशों को छोड़ दे तो हमारे अन्य पडोसी मसलन चीन,म्यामार,यहाँ तक की श्रीलंका जैसे छोटे देश भी साक्षरता के क्षेत्र में ९० प्रतिशत से ऊपर पहुँच चुके है|ध्यातव्य है की साक्षरता के ये आंकड़े ७ वर्ष से ऊपर आयु वर्ग की जनसँख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं|

वास्तव में,इसके मूल में अंग्रेजों द्वारा स्थापित वह दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली है,जिससे हम आज तक नहीं उबर पाए हैं|अंग्रेजों ने शिक्षा के क्षेत्र में अधोमुख निस्यन्दन की वह प्रक्रिया विकसित की जिसके तहत मिशनरी स्कूलों से शिक्षा प्राप्त व्यक्ति हमारी समग्र शिक्षा व्यवस्था का नियामक बन बैठा|शिक्षा में भारतीयता और राष्ट्रवाद के तत्वों को एक निहित उद्देश्य के चलते धीरे धीरे सीमित किया गया और आज वह पूरी तरह से विलुप्त हो गया है|हमारे शिक्षालयों में संसाधनों का भारी अभाव है और योग्य शिक्षकों की कमी है|हम योजना दर योजना मूल्य आधारित,गुणवत्तापरक और सामूहिक शिक्षा की बात करते तो हैं किन्तु जब इन्हें अमली जामा पहनाने का वक्त आता है तो हम बजट की कमी का रोना रोने लगते हैं|राज्य, केन्द्र पर दोषारोपण करता है और केन्द्र सरकार राज्यों को दोषी ठहराने लगती है|यह बात सर्वविदित है की जब तक विद्यालयों में योग्य शिक्षक नहीं होंगे,सर्व शिक्षा अभियान के मह्त्वाकांक्षी उद्देश्यों को प्राप्त नहीं किया जा सकता और यह बात तब और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब हम यह मान कर चलते हैं की ६ से १४ वर्ष तक के बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा दी जानी चाहिए क्योंकि उन्नीकृष्णन बनाम आंध्र प्रदेश के मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने १९९३ में यह स्पष्ट किया था की १४ साल तक के समस्त बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करना एक मौलिक अधिकार है यद्यपि यह राज्य पर निर्भर करता है की वह इस बाध्यकारी व्यवस्था को कैसे लागू करती है?
यह १८३५ में लार्ड मैकाले द्वारा स्थापित मात्र अंग्रेजी शिक्षण की वह व्यवस्था नहीं है जिसका एकमात्र उद्देश्य लिपिकों की एक फ़ौज खड़ी करना हो और जिसके द्वारा भारत सरकार अपने प्रशासनिक उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिए मानव संसाधन विकसित करने के स्थान पर न्यूनतम साक्षरता हासिल करने के उद्देश्य तक ही सीमित रहे बल्कि अनिवार्य शिक्षा क़ानून का आशय ६ से १४ वर्ष की आयु वर्ग तक के बच्चों में उनके विकास क्रम के अनुसार उनके बौद्धिक,शारीरिक,मानसिक,नैतिक और वैज्ञानिक जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान कर उनके अंदर एक वैज्ञानिक अंतर्दृष्टि विकसित करना है और जब शिक्षा के क्षेत्र में इन दूरगामी उद्देश्यों की पूर्ति करना है तो योग्य शिक्षकों का होना अपरिहार्य है लिहाजा योग्य शिक्षकों के चयन का मानक मात्र प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र पाना ही नहीं होना चाहिए|इन्हीं सब उद्देश्यों को केन्द्र में रखते हुए केन्द्र सरकार ने १७ अगस्त १९९५ को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद का गठन किया|इससे पहले राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद के अंतर्गत अधीनस्थ के रूप में कार्य कर रही थी और १९७३ से लेकर १९९५ तक इसका कार्य मात्र राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद को विविध मसलों पर सलाह देने तक ही सीमित था|१९८६ के राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इस बात का स्पष्ट रूप से अनुभव किया गया की विभिन्न बोर्डों में न सिर्फ योग्य अध्यापकों की भारी कमी है वरन उनके पाठ्यक्रमों में भी पर्याप्त भिन्नता है|देश के अनेक राज्यों में प्राथमिक शिक्षा का अधिकाँश भार इंटर उत्तीर्ण अथवा कहीं कहीं हाई स्कूल उत्तीर्ण ऐसे अप्रक्षित अध्यापक वहन कर रहे हैं, जिन्हें न तो बाल मनोविज्ञान की सम्यक जानकारी है और न ही वे शिक्षा के क्षेत्र में होने वाले नवाचारों से परिचित हैं|
वर्तमान में भारत शिक्षा पर अपने सकल घरेलू उत्पाद का मात्र ४.१ फीसदी व्यय कर रहा है जो आगे बढ़ कर लगभग ६ फीसदी होने का अनुमान है|इसका यह साफ़ अर्थ है, हमें बड़ी मात्रा में शिक्षक चाहिए और ऐसे शिक्षक चाहिए जो वैश्विक मानदंडों पर खरे उतरते हो|हम जानते हैं की शिक्षा के क्षेत्र में निर्मित पिछली समस्त योजनाएं नाकारा साबित हो चुकी हैं और यह स्थिति तब है जब केन्द्र और राज्य सरकारों के साथ साथ हमारे देश को शिक्षित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक संस्थाएं सक्रिय हैं और वे हमारे देश को अकेले शिक्षा के मद में प्रतिवर्ष करोड़ो,अरबों रुपये अनुदान अथवा ऋण के रूप में उपलब्ध करवाती हैं|२००८-०९ के आंकड़े बताते हैं की प्राथमिक शिक्षा के शेत्र में समस्त भारत में प्रति ३२ विद्यार्थी पर १ शिक्षक उपलब्ध है, देश के १४६ जिले ऐसे हैं जहाँ ४० विद्यार्थियों पर १ शिक्षक उपलब्ध है और यदि इन आकडों में दूर दराज के ग्रामीण अंचलों को भी शामिल कर लिया जाए तो अनेक ऐसे विद्यालय हैं जहाँ १०० विद्यार्थियों पर मात्र एक शिक्षक की उपलब्धता है और वह भी अप्रशिक्षित होने के साथ ही प्राथमिक शिक्षा के लिए नितांत अयोग्य है|उत्तर प्रदेश के समस्त प्राथमिक विद्यालयों के १२.०८ प्रतिशत और बिहार के ११.९० प्रतिशत विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात १०० से भी ऊपर है|आंध्र प्रदेश,अरुणांचल,दिल्ली,हिमाचल,कर्नाटक,केरल,महाराष्ट्र जैसे १४ राज्य ऐसे हैं जहाँ १०० से ऊपर अनुपात वाले विद्यालय .५ प्रतिशत से भी कम हैं और उच्च साक्षरता दर के रूप में इनका परिणाम हमारे सामने है|उत्तर प्रदेश और बिहार में प्राथमिक शिक्षा बस राम भरोसे ही चल रही है क्योंकि इन दो राज्यों में प्राथमिक शिक्षा का सम्पूर्ण राजनीतिकरण हो चूका है|राज्य के परिषदीय विद्यालयों में ग्राम प्रधानों और सभासदों का हस्तक्षेप बढ़ता जा रहा है क्योंकि इंटर अथवा स्नातक शिक्षा मित्र ग्राम प्रधानों तथा सभासदों द्वारा अनुचित तरीके से चुने जाते हैं और इनके संपर्क बेसिक शिक्षा अधिकारी तक से होने के कारण मिड डे मील योजना में भारी उलट फेर करते हुए पाए जाते हैं|
आज स्थिति यह है की पूरे देश में केवल नाम मात्र की शिक्षा दी जा रही है|वास्तविकता यह है की भारत में शिक्षा को मटियामेट करने का कार्य तब से प्रारम्भ हुआ जब से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संविदा के आधार पर उन लोगों को शिक्षक बना कर नियुक्त किया जाने लगा जो खुद भी इंटर पास नहीं कर सके थे| उदहारण के लिए पश्चिम बंगाल और असं जैसे राज्यों में कोई भी कक्षा १० उत्तीर्ण व्यक्ति बिना किसी प्रशिक्षण के प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापन का कार्य कर सकता है|फलस्वरूप,आकडें बताते हैं की आज भी हमारे देश के विद्यालयों में लगभग ६ लाख शिक्षक ऐसे हैं जिनमें न्यूनतम शैक्षिक अभिरुचि ही नहीं है|जो या तो अयोग्य है अथवा अप्रशिक्षित हैं|
इन्ही सब समस्यायों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने राष्ट्रीय अध्यापक पात्रता परीक्षा का विचार किया और २०११ में प्रथम अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की|इस परीक्षा को अध्यापक चयन हेतु बाध्यकारी बनाते हुए यह प्रावधान किया गया की उक्त परीक्षा में न्यूनतम ६० प्रतिशत अंक अर्जित करना अनिवार्य होगा और केन्द्र सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त निजी संस्थानों में भी शिक्षक चयन हेतु इसे आधार बनाया जाना चाहिए|जुलाई २०११ में आयोजित प्रथम पात्रता परीक्षा में लगभग ७ लाख १० हजार अभ्यर्थी सम्मिलित हुए जिनमे से महज ९७,९१९ अभ्यर्थी ही इस परीक्षा में सफल हो सके शेष ८६ प्रतिशत अभ्यर्थी असफल हुए और उन्होंने सम्पूर्ण परीक्षा प्रक्रिया का ही आलोचना करना प्रारम्भ कर दिया|चूँकि रिक्तियों के सापेक्ष सफल होने वाले अभ्यर्थियों की तादाद कम थी अतः यह प्रावधान भी किया गया की राज्य सरकार चाहे तो वह अलग से प्रदेश स्तर पर अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित कर सकती है किन्तु आगे से अध्यापको के चयन का आधार केवल पात्रता परीक्षा ही होगी|प्रारम्भ में कोई भी राज्य राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की इस अवधारणा से सहमत नहीं हुआ और उत्तर प्रदेश में तो इससे मुक्ति पाने के लिए अनेक बार परिषद के मसौदे को ठुकराने की चेष्टा की गयी किन्तु देश हित में परिषद के अड़ियल रवैये के चलते सरकार ने घुटने टेके और आनन फानन में उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित की गयी|प्रश्न पत्र का स्वरुप सरलतम रखा गया ताकि अधिक से अधिक लोग इस परीक्षा को पास कर सके और प्रदेश में अनुमानित १ लाख ९० हजार रिक्तियों को आसानी से भरा जा सके| प्रश्न पत्र में लगभग ९० फीसदी प्रश्न शिक्षा मित्रों को प्रशिक्षण हेतु दिए गए अभ्यास पुस्तिकाओं से ही पूछे गए ताकि शिक्षा मित्र भी इसे आसानी से पास कर सके|इसके बावजूद लगभग ५७ प्रतिशत छात्र अनुतीर्ण हुए और इससे मुक्ति हेतु अदालत का दरवाजा खटखटाने लगे|माननीय उच्च न्यायालय ने भी योग्यता के मूल्यांकन की इस प्रणाली में आस्था व्यक्त की और अध्यापक पात्रता परीक्षा के विरुद्ध लंबित तमाम याचिकाओं को प्रथम दृष्टया ही निरस्त कर दिया|अब न्यायालय में पात्रता परीक्षा के विरुद्ध कोई भी दमदार याचिका नहीं है लेकिन पात्रता परीक्षा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है|
इस विवाद के केन्द्र में पात्रता परीक्षा के आधार पर ७२,८२५ रिक्तियों के भरे जाने हेतु बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति है|यादव कपिल देव लालबहादुर और राज्य तथा अन्य द्वारा उच्च न्यायालय में दायर याचिका ने पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को आंदोलित कर दिया है|इस याचिका में पात्रता परीक्षा को नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग को कटघरे में खड़ा किया गया है|मामला यह है की बेसिक शिक्षा अधिनियम १९७३ के अनुसार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में चयन हेतु नियुक्ति प्राधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी होगा और इस बार के विज्ञापन में इस परम्परा को तोडा गया है|स्पष्ट है की याचिका तकनिकी रूप से समस्त प्रक्रिया को उलझाने के निमित्त लायी गयी है और इस याचिका के पीछे संविधान की आंशिक शक्ति भी नहीं है बल्कि इस एक याचिका के कारण पूरे प्रदेश में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का खुल्लम खुल्ला मखौल उडाया जा रहा है और देश का एक अदना सा नागरिक भी इस बात को स्पष्ट रूप से समझता है की न्यायालय मूल अधिकारों का सबसे बड़ा संरक्षक है|अतः,मेरा आंकलन है की माननीय उच्च न्यायालय को इस याचिका को निरस्त कर देना चाहिए और उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के पीछे विधि की शक्ति विद्यमान होने के कारण ऐसा होगा भी|फिर भी इस याचिका ने राज्य में नियुक्तियों के भविष्य को प्रभावित किया है और नियुक्तियों में जितना ही देर होता जा रहा है उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के मन में उतना ही आक्रोश भरता जा रहा है|अकादमिक में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले किन्तु पात्रता परीक्षा में फिसड्डी अभ्यर्थी टीईटी प्राप्तांकों को चयन का आधार बनाये जाने के विरुद्ध हैं किन्तु विविध बोर्डों के मध्य असमानता वाली कसौटी पर खरे न उतरने के कारण राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद भी उनके मांगों और प्रस्तावों को गंभीरता से नहीं ले रहा है|बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकाँश अधिकारी और लगभग ९० फीसदी ब्यूरोक्रेसी टीईटी प्राप्तांकों को चयन का आधार बनाये जाने को न्यायोचित मानती है और शिक्षा के अन्तराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने के लिए यह जरूरी भी है|

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UPTET : TET Qualified Demands Recruitment Process Should Start

'टीईटी' उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने दिया धरना
(UPTET : TET Qualified Demands Recruitment  Process Should Start)


अहरौला (आजमगढ़): विभिन्न मागों को लेकर 'टीईटी' उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने रविवार को एबीआरसी केंद्र अहरौला में एक दिवसीय धरना दिया।
अध्यक्षता कर रहे संघर्ष समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2011 में 7200 शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया पर विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए अभी तक भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी। यही नहीं इसे शुरू करने की मांग करने वाले शिक्षकों पर लखनऊ में लाठी चार्ज किया गया,जो निंदनीय है। इस मौके पर डॉ. जेपी उपाध्याय, कृष्णकुमार सिंह, रामसागर यादव, रसल रघुवंशी, दीपक गिरी, अजय सोनी, पंकज यादव, लालजीत चौहान आदि उपस्थित थे।


See Another Story, where some B. Ed Unemployed wants cancellation of TET. But if they found corruption then they should file case along with their OMR copy. But if they are UNABLE to qualify exam then it is NOT good to demand cancellation.


बीएड बेरोजगारों की पल्हना में बैठक



पल्हना(आजमगढ़): प्राथमिक विद्यालय ताहिरपुर में रविवार को बीएड बेरोजगारों की बैठक हुई। अध्यक्षता कर रहे उमेश मौर्या ने कहा कि पिछली सरकार में टीईटी परीक्षा में चपरासी से लेकर अधिकारी तक भ्रष्टाचार में लिप्त पाये गये। इसलिए नई सरकार से अपेक्षा है कि टीईटी परीक्षा को रद्द करके सीधी भर्ती प्रक्रिया अपनाये और मेरिट के आधार पर भर्ती शुरू हो। इस अवसर पर राजदेव, प्रमोद सरोज, अरुण सिंह, अजय, बबलू राम, अशोक मौर्य, राजकुमार यादव, सुनील राम, मीनू सिंह, नरेंद्र मौर्य, संजीत आदि उपस्थित थे

News : Jagran ( 25.3.12)
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UPTET : TET Sangarsh Morcha (Nitin Mehta and Vivekanand )

UPTET : TET Sangarsh Morcha (Nitin Mehta and Vivekanand ) 

Mr. Nitin Mehta gives some content regarding to caveat application / impleadment application filed in court,
and wants to say something regarding UPTET Sangarsh Morcha.

However , our BLOG never supported a person but support a thought that - TET passed candidates (who passed exam honestly and spend hard earned money) will get justice.
Each and every candidate is equal and from the day one - Blog suggests, Make a consent paper, What is the objective of movement, Agenda ( What to do) and when people agree then take their signaturem And distribute such copy to candidates.
So that candidates having trust on you and they will not become a prey of ill-thoughts. Is somebody become a top leader and after that he/she acts / helps particular party's objectives. And entire movement may NOT become direction less.

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प्रेषक: nitin mehta <nnitinmehta1982@rediffmail.com>
दिनांक: 25 मार्च 2012 6:19 pm
विषय: Fw: Caveat file
प्रति: "muskan24by7@gmail.com" <muskan24by7@gmail.com>



First of all i would like to give my intro. to you that My Name is Nitin Mehta from Ghaziabad(uptet roll no.01020751, M.No. 9639885609) one of them who organised that dharna pardshan(on that day means 20 march might be you seen me on Zee news up)

YOU ARE APPRECIATING WRONG PERSON(Vivekanand) ON YOUR BLOG WHO WANT TO ENCASH THIS UPTET MATTER FOR HIS POLITICAL PURPOSE NOT FOR JOB and i would like to tell you that we are the person who want only JOB not to become political party WHERE on LATHIECHARGE day our group had taken permission from Jhulelal park to Vidhan sabha and all the candidates from all direction had to reach JHULELAL park where before on that date we were at allahabad for court matter for uptet(case no.76039)  & due to heavy traffic couldn't reach at Charbagh station where that person with his group reached before us and moved entire mob direct to Vidhan sabha due to that only that problem has to face,

That person didn't support in court matter while filing CAVEAT(with the name of two person only S.K.PATHAK & NITIN MEHTA) even while becoming third party on the request of Mr. Rajesh row we had given chance to him after receiving so many request from him & rajesh row so he found last number at 12th position in impledment application, At that time we were in doubt but didn't know that, that person would try to cheat with 72825 families,

It's  not matter to become president without doing effort even that person is dyeing for that AND WE ARE ONLY FOR JOB,

We have no argument with any person but cannot allow any person who is trying to make all t.e.t student fool for his personal political reason,
 

We need only JOB so no politics( i had went with my group on 11/03 to lucknow than allahabad, again lucknow than allahabad and could come back on y'day evening even some of my group members are doing anshan from today to two days at MEERUT & we s.k.pathak/Nitin mehta are also fighting in court  with other group members)

Hope you will be able to justify entire thing with attached Copy of Empledment no.65558/2012 to become third party & CAVEAT copy,
IF ANY ONE IS GOING TO SUPPORT MERIT BASE SELECTION ME & MY ENTIRE GROUP IS WITH HIM …………….BUT NO POLITICS PLEASE BECAUSE MY FAMILY DEPEND UPON ME ONLY AS I HAVE LOST MY FATHER,

Nitin Mehta
(only T.e.t student who is leading without wishing any post but want job to all including me)

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Dear Ms.Muskan,

Also i would like to inform you that i am that person who given GYAPAN to A.C.M. 3 after reading that in front of entire mob that you can check with any one who went to Jhulelal park at lucknow on 20 march and at second position to meet with C.M. after S.K.pathak,

Me & my group have no personal relation or breakage with any one but cann't leave this job which can be disturbed by some person who are doing politics,

Hope you'll pray to GOD for our selection,
Thanks,
Nitin Mehta

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Mr Nitin Mehta provided caveat application and TET candidate's list supporting his thoughts.

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UPTET : Historical Movement for TET Passed Candidates is Ready to Start

अब होगा ऐतिहासिक आंदोलन(UPTET : Historical Movement for TET Passed Candidates is Ready to Start )


अंबेडकरनगर, टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों युवाओं ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष बैठककर 20 मार्च को लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान हजारों छात्रों पर लाठी चार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़ी निंदा की। अध्यक्षता मोर्चा अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा व संचालन दिनेश कुमार मौर्य ने की।
मोर्चा अध्यक्ष वर्मा ने कहा कि टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति सुनिश्चित नहीं की गई तो बेरोजगार युवा राजधानी लखनऊ में ऐतिहासिक आंदोलन करेंगे। उन्होंने अहिंसात्मक आंदोलन को दमन किए जाने पर आंदोलन को उग्र करने की चेतावनी दी। सुरेंद्र यादव ने कहा कि पिछले सरकार की गलत नीतियों के कारण युवा बेरोजगारी के कगार पर पहुंच गए। डॉ. नितिन पांडेय ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी शिक्षक होते हैं, ऐसे में तत्काल प्रभाव से प्राथमिक विद्यालयों में टीईटी मेरिट के आधार पर नियुक्ति कर देनी चाहिए। डॉ. शिवबहादुर वर्मा ने कहा कि जब आइएएस से लेकर बैंक तक की भर्तियों में प्रतियोगी परीक्षा होती है तो टीईटी प्रतियोगी परीक्षा को नजरंदाज क्यों किया जा रहा है।

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UPTET : छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की - BJP

UPTET : छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की - BJP

भारतीय जनता पार्टीे नेे प्रदेश के युवाओं और छात्रों के भविष्य को लेकर अपनी चिन्ता व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आज भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि प्रदेश के 13 लाख टीईटी अभ्यर्थियों का भविष्य नई सरकार के रूख को लेकर अनिश्चय में फंसा हुआ है। पिछली बसपा सरकार में हुई बेइमानी के शिकार इन बेरोजगारों को इस सरकार के रूख से न्याय मिलता नहीं दिख रहा है।
डा0 मनोज मिश्र ने सरकार से सवाल किया कि टीईटी परीक्षा में हुई अनियमितताओं का टीईटी अभ्यर्थियों से क्या लेना देना ? सरकारी तंत्र की बेमानी की सजा शिक्षित बेरोजगारों को क्यों दी जा रही है ? शिक्षा जगत की अफरा-तफरी बसपा सरकार में अपने चरम पर पहुंच गई थी।प्रदेश प्रवक्ता ने मांग की कि इन टीईटी अभ्यर्थियों के संबंध में इनके हित में स्पष्ट एवं पारदर्शी नीति अति आवश्यक है ताकि इनका भविष्य सुरक्षित किया जा सके। इनके साथ ही प्रदेश के तमाम शिक्षा मि़त्रों, डिग्री कालेजों में मानदेय शिक्षकों सहित सभी तरह के शिक्षकों को शिक्षा के हित में विनियमित किया जाना अति आवश्यक है। प्रदेश में शैक्षणिक वातावरण शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षित किए बिना सुचारू रूप से चल पाना संभव नहीं हो सकता।
डा0 मिश्र ने कहा कि छात्रों और युवाओं के दम पर सरकार बनाने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी को इनके हितों की रक्षा करने के लिए समूचे शिक्षा तंत्र पर सर्वाधिक प्राथमिकता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उच्च माध्यमिक और तकनीकी शिक्षा विभाग प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास होेने के बावजूद  इनकी उपेक्षा सर्वाधिक आश्चर्यजनक है।
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Combined Graduate Level (Tier-I) Examination-2012 STAFF SELECTION COMMISSION (SSC) LAST DATE : 17/04/2012 for Part-I registration (APPLY ONLINE )


Sarkari Naukri Damad India. Latest Upadted Indian Govt Jobs - http://sarkari-damad.blogspot.com
STAFF SELECTION COMMISSION (SSC)CGO Complex, Lodhi Road, New Delhi - 110003

LAST DATE : 17/04/2012 for Part-I registration (APPLY ONLINE )
Combined Graduate Level (Tier-I) Examination-2012


Staff Selection Commission will hold on 01/07/2012 and 08/07/2012, an open competitive examination for recruitment to the following posts in various Ministries/Departments by selecting/ screening the candidates for the Main Examination. The Combined Graduate Level (Tier-II) Examination-2012 is likely to be held on 15/09/2012 and 16/09/2012 :
  1. Inspectors of Income Tax / Inspector (Central Excise) / Inspector (Preventive Officer) / Inspector(Examiner) in Custom Houses (Group B Non-Gazetted) in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4600/-
  2. Assistants (CSS) in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4600/- for Central Govt. Ministries/ Departments
  3. Assistants in other Central Government Ministries/ Departments/ CVC etc. other than CSS cadre in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4200/-
  4. Inspector of Posts (Group B Non-Gazetted) in pay scales of Rs. Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4200/-
  5. Sub-Inspectors in CBI in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4200/-
  6. Assistant Enforcement Officers in Directorate of Enforcement in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4600/-
  7. Divisional Accountants in CAG Offices in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4200/-
  8. Statistical Investigators Gr.II in the pay scale of Rs.9300-34800 Grade Pay Rs.4200/-
  9. Auditors/ Junior Accountants / Accountants/ in various CAG Offices in the pay scale of Rs. 5200-20200 grade pay Rs.2800
  10. Compilers in the office of RGI the pay scale of Rs. 5200-20200 grade pay Rs.2400
  11. UDCs (Upper Division Clerk) in various Central Government Offices/ Departments in the pay scale Rs.5200-20200 grade pay Rs.2400
  12. Tax Assistants in various CBDT/ CBEC in the pay scale Rs.5200-20200 grade pay Rs.2400
  13. Compiler in Registrar General of India in the pay scale Rs.5200-20200 grade pay Rs.2400

Age Limit: (i) 18-27 years as on for Inspector of Income Tax/ Inspector (Central Excise)/ Inspector (Preventive Officer)/ Inspector (Examiner)/ Inspector of Posts / Ass.. Enforcement Officer and Divisional Accountants / Auditors /UDCs/ Tax Assistants (ii) 20 to 27 years as on for posts of Assistants and Sub-inspectors in CBI. (iii) 26 years for Statistical Investigators Gr.II. Usual age relaxation to SC/ST/OBC/PH/ExS etc. as per Govt. orders.)
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UPTET : TET Candidates Condemned Police Harssament

पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ तानी मुट्ठी(UPTET : TET Candidates Condemned Police Harssament )

मंझनपुर। मंझनपुर स्थित डायट मैदान में शनिवार को उत्तर प्रदेश टीईटी उतीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें मांगों को लेकर राजधानी में धरना दे रही टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किए जाने की निंदा की गई। इस दौरान शिक्षक भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ करने, धांधली की गंभीरता से जांच, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने आदि की मांग अभ्यर्थियों ने की। जिलाध्यक्ष ने मांगे पूरी करने के लिए सरकार को दो दिन का समय दिया है। उन्होंने मामले की अनदेखी पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। डायट मैदान में हुई बैठक में जिलाध्यक्ष रामपूजन तिवारी ने लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों द्वारा मांगाें को लेकर धरने के दौरान पुलिस द्वारा लाठी चार्ज की निंदा की। उन्होंने कहा कि युवाओं के मत से प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव युवाओं की आवाज दबाने का काम कर रहे हैं। हक मांगने पर युवाओं को लाठियों से पिटवाया जा रहा है। अभ्यर्थियों ने भर्ती की स्थिति शीघ्र स्पष्ट करने, शैक्षिक योग्यता को चयन का आधार नहीं बनाने और कुछ लोगों की गलतियों की सजा सभी अभ्यर्थियों को नहीं दिए जाने आदि मांगों को लेकर हुंकार भरी। इस मौके पर श्यामबाबू मिश्र, विनोद साहू, प्रमोद साहू, हरजीवनलाल, धीरेन्द्र मिश्र, शिवबाबू, हेमंत पांडेय, मंजीत सिंह, राजकुमार, अजय चौरसिया, पप्पू यादव, सनील यादव, शिवकुमार, सुखलाल यादव, उमेश पटेल, मोहम्मद खालिद, सुभाष, रमेश कुमार, राकेश कुमार सरोज, अरविंद, शीला नरेन्द्र द्विवेदी, अरूण कुमार सिंह, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, राजू कुशवाहा गुलनाज बानो आदि मौजूद रहीं।


News : Amar Ujala (25.3.12) 
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UPTET : TET Candidates future in Dark - BJP

टीईटी अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में : भाजपा(UPTET : TET Candidates future in Dark - BJP )

लखनऊ ! भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को प्रदेश सरकार पर राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के अनिर्णय की स्थिति की वजह से छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।

पार्टी कार्यालय में शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा के प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनोज मिश्र ने कहा, नई सरकार के वर्तमान रुख की वजह से करीब 13 लाख टीईटी अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है।

मनोज मिश्र ने कहा कि पिछली बसपा सरकार की बेमानी के शिकार हुए इन अभ्यर्थियों को वर्तमान सरकार के रुख से न्याय मिलता नहीं दिखायी दे रहा है।

उन्होंने कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों के संदर्भ में एक पारदर्शी नीति बनाया जाना आवश्यक है ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित हो सके।

News : Deshbandhu.co.in (25.3.12)
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UPTET : TET Candidate's Heartbeat fast for Next Hearing in Highcourt

टीईटी पास अभ्यर्थियों की बढ़ी धड़कन(UPTET : TET Candidate's Heartbeat fast for Next Hearing in Highcourt)

बरेली: टीईटी पास अभ्यर्थियों की धड़कन तेज हो गई है। हाइकोर्ट में 26 मार्च को बहस होगी जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग और सरकार के पक्ष रखने पर भविष्य का फैसला होगा।
भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का दबाव बनाने को टीईटी पास अभ्यर्थियों ने शनिवार को गांधी उद्यान में बैठक की। लखनऊ प्रदर्शन में लाठीचार्ज की निंदा के बाद अभ्यर्थियों ने दोबारा घेराबंदी का ऐलान किया। टीईटी संगठन के अध्यक्ष अरुण अवस्थी ने कहा कि हाइकोर्ट में सरकार और बेसिक शिक्षा विभाग का पक्ष नीयत को दिखाने के लिए काफी होगा। भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के लिए जल्द शासनादेश जारी नहीं हुआ तो युवाओं के सब्र का बांध टूट जाएगा। उपाध्यक्ष केशव सिंह भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने युवाओं की तरक्की का वादा किया है इसलिए सिर्फ 800 फर्जी अभ्यर्थियों को सजा दें। बैठक में कपिल शर्मा, राहुल श्रीवास्तव, अंकित कुमार, अमित कुमार त्रिपाठी, गौरव चौहान, हृदेश यादव, कपिल गंगवार, हिमांशु कुमार आदि मौजूद रहे।

News : Jagran (24.3.12)
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However as per Allahabad Highcourt hearing date is 29th March 2012 :

UPTET : Allahabad Highcourt - Stay on Primary Teacher Seletion through TET Exam, Next hearing on 29th March 2012
See Status :-

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UPTET : Rumours / Misleading Stories making TET candidate's future in dark)

भ्रामक ख़बरों ने परिश्रमी टीईटी अभ्यर्थियो के भविष्य को दांव पर लगा दिया
(UPTET : Rumours / Misleading Stories making TET candidate's future in dark)

कुछ स्वार्थी तत्व अपनी रोटियां सेकने के लिए - टीईटी को निरस्त करने में जुटे हुए हैं , उन्हें इससे कोई मतलब नहीं की - ईमानदार टीईटी अभ्यर्थी जिनकी संख्या लाखों में है , उनको न्याय मिले |
अभी तक किसी का आरोप भी साबित नहीं हुआ , कितने अभ्यर्थी धांधली में लिप्त पाए गए उसकी कोई जानकारी नहीं |
कुछ लोग कहते हैं की टीईटी सिर्फ पात्रता परीक्षा है तो क्यों नहीं वे केवीएस भर्ती , एसएसए चंडीगढ़ के विज्ञापन को निरस्त करने की मांग करते हैं ,
वे क्यूँ नहीं कहते हैं - एन सी टी ई अपने गाइड लाइन / नोटीफिकेसन को निरस्त करे , जहाँ साफ़ शब्दों में लिखा हुआ है - की टीईटी मार्क्स को भर्ती / मेरिट में उपयोग किया जाये


आये दिन किसी न किसी न्यूज़ पेपर में खबर छपती की भर्ती के नियमो को बदल दिया जायेगा , टीईटी निरस्त कर दी जायेगी , टीईटी सिर्फ पात्रता का अधिकार है न की चयन का

कुछ गलत लोग , गुमराह करने वाले तत्व इसका फायदा उठाने की कोशिश करने मैं लगे हैं

कुछ लोगों ने कोर्ट में अकारण , गैर जरूरी मुद्दों पर अड़ंगे बाजी लगा रखी है , भर्ती किसी विज्ञापन जैसे कारण पर रूकी है , न की धांधली पर |

पता नहीं ऐसे मुद्दे कितने महत्वपूर्ण है अगर यह लाखों करोड़ों लोगों से जुड़ा मामला है

बेचारे परिश्रमी टीईटी अभ्यर्थियो की मानसिक वेदना इनको दिखाई नहीं देती जिन्होंने सारे नियम कानूनों के साथ भर्ती की सभी शर्तों को पूरा किया ,

उनका दर्द दिखाई नहीं देता - कैसे लाइनों में लग कर फार्म भरा , कई जिलों में ५०० रूपए की फीस के साथ आवेदन किया |

बेरोजगारी में ये एक बहुत बड़ा दर्द है |

समाज में भ्रम की स्थिति पैदा करना और परिश्रमी अभ्यर्थियो के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बहुत गलत है
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Media should heard all type of peoples, And it is NOT wrong to publish all kind of NEWS. But some
selfish / misleading persons use it for thier own profit.
Many UPTET candidate's are already stressed and gets hurt, when they see such kind of NEWS.
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CTET : 3000 B. Ed Degree Holder, who qualified CTET gets Job in CBSE Grade-I Schools in UP

3000 को मई में मिल जाएगी नौकरी(CTET : 3000 B. Ed Degree Holder, who qualified CTET gets Job in CBSE Grade-I Schools in UP)
48 हजार बीएड डिग्रीधारकों को सीटीईटी पहले चरण में मिली थी सफलता
इलाहाबाद। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) पास करने वाले प्रदेश के तीन हजार अभ्यर्थियों को मई तक सीबीएसई से जुड़े ग्रेड वन के स्कूलों में नौकरी मिल जाएगी। ग्रेड वन प्राइवेट स्कूलों ने दिसंबर माह में बोर्ड की पहल पर उन्हें रिक्तियों का ब्योरा भेजा था। बीच में विधानसभा चुनाव के कारण प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। अब स्कूली परीक्षाएं खत्म होने के बाद बोर्ड की मान्यता एवं चयन इकाई ने नए सिरे से सीटीईटी पास अभ्यर्थियों की तैनाती के लिए अभियान शुरू किया है। स्कूलों की ओर से भेजी गई रिक्तियों पर विचार के बाद मई में तैनाती के लिए काउंसलिंग की तैयारी है।

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Saturday, March 24, 2012

UPTET : Remove hurdeles in Recruitment of TET Candidates

शिक्षक नियुक्ति से रोक हटाएं( UPTET : Remove hurdeles in Recruitment of TET Candidates )

रामपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने जुलूस निकाल कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। टीईटी पास युवा शनिवार को अंबेडकर पार्क में एकत्र हुए। उन्होंने पिछले दिनों विधानसभा के सामने किए गए लाठीचार्ज की निंदा की। बाद में जुलूस के रूप के में वे कलक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी की। उनका कहना था कि शिक्षक नियुक्ति पर लगी रोक हटाई जाए। उन्हें जल्द नौकरी दी जानी चाहिए। मैरिट के आधार पर चयन किया जाए, जिससे उनके परिवारों से आर्थिक संकट हट सके। प्रदर्शन करने वालों में उमेश सिंह, राहुल सक्सेना, धीरेन्द्र, महेन्द्र, गुरपाल, सलीम, मुर्तजा, हरीश, नरेन्द्र, बीना, रति, भारती, अल्पना, रोजी आदि शामिल रहे।

News : Jagran (24.3.12)

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News for TET Meetings on 25 March 2012

News for TET Meetings on 25 March 2012

Information from Facebook / Blog comments :

टीईटी संघर्ष मोर्चा मुरादाबाद की बैठक रविवार 25 मार्च 2012 को प्रात: 10 बजे अम्बेडकर नगर सिविल लाइन्स मुरादाबाद मे होगी
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‎27 march ko t.e.t.sanghars morcha ki baithak chandrasekhar azad park allahabad me hogi
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AGRA ME KAL 10 AM BAJE SHAEED SMARAL PAR SANJAY PLACE AGRA ME HAI..KAL SABHI BHAI /BEHEN JO AA SAKTE HAI WO PAUCHE... CONTACT8533930591
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हमीरपुर 28 मार्च की शाम 5 बजे अंबेडकर पार्क में बैठक होगी।
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UPTET : Unemployeds Paining with Tears filled in their eyes

बेरोजगारी का दर्द आंसू बनकर छलक रहा
(UPTET : Unemployeds Paining with Tears filled in their eyes )

मधुबन (मऊ) : पिछली मायावती सरकार में उत्तर प्रदेश में 7200 शिक्षकों के रिक्त पदों के भर्ती की प्रक्रिया जिस तेज गति से शुरु की गयी उसे देखकर आवेदनकर्ताओं को ऐसा लगा कि अध्यापक बनने का उनका सपना जल्द ही साकार होने वाला है। चूंकि सरकार द्वारा अध्यापकों के भर्ती की पूरी प्रक्रिया 31 दिसम्बर 2011 तक पूर्ण कर लेनी थी इसलिये आवेदकों को ऐसा लगा कि नया साल आने से पहले ही उनका सपना हकीकत का रूप ले लेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीच में उत्पन्न हुई कुछ तकनीकी कमियों के लिये यह तिथि 31 जनवरी 2012 कर दी गयी।
तिथि बढ़ने से अच्छे नंबरों से सफल अभ्यर्थियों को कुछ मायूसी तो जरुर हुई लेकिन सब ने यह सोचकर खुद को तसल्ली दे दी कि चलो केवल एक महीने की ही बात है।

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UPTET : Start Recruitment / Joining Process of TET Candidates

टीईटी अभ्यर्थियों की शुरू करें तैनाती प्रक्रिया(UPTET : Start Recruitment / Joining Process of TET Candidates)


हमीरपुर कार्यालय संवाददाता : टीईटी अभ्यर्थियों ने 27 मार्च तक भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लेने की मांग मुख्यमंत्री से की है, साथ ही 20 मार्च को टीईटी अभ्यर्थियों पर हुये लाठीचार्ज की निंदा, दोषी पुलिस, अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गयी है।

प्राथमिक विद्यालय में 3.25 लाख शिक्षकों के पद खाली है, जिसमें मैरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग की गयी है। अन्यथा की स्थिति में 30 मार्च को विधानसभा के सामने वे लोग फिर प्रदर्शन करेंगे। नई टीईटी परीक्षा तब तक न करायी जाये, जब तक कि पुरानी टीईटी अभ्यर्थियों की तैनाती नहीं हो जाती। टीईटी संघ के जिलाध्यक्ष नीरज निगम ने कहा कि टीईटी की क्रास चेकिंग करवाकर प्रक्रिया शीघ्र शुरु करायी जाये, क्योकि प्रत्येक अभ्यर्थी का 10 से 14 हजार रुपया खर्च हुआ है। ऐसा न करने पर टीईटी अभ्यर्थी उच्च न्यायालय की शरण लेने को मजबूर होंगे। आगामी आंदोलन की रुप रेखा के लिये 28 मार्च की शाम 5 बजे अंबेडकर पार्क में बैठक होगी। कपिल देव, रिजवान हाशमी, मधुराग, पूजा वर्मा, रघुवीर, शैलेंद्र पाठक, मीनाक्षी, पीयूष यादव, एडी द्विवेदी, सर्वेश, राहुल जैन, सुधीर शुक्ला, प्रमुख रुप से शामिल थे।

News : Jagran (24.3.12)
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UPTET : Selection of Teacher Through TET Merit

UPTET : Selection of Teacher Through TET Merit


Recently some candidates, some people misguided saying -

Niyamavali / Government Order not contains - "Selection through TET Merit" and some are saying TET is only for eligibility and NOT a criteria for Selection.


See What is writte in Niyamavali -

See Page No. 12 , pt. (3) "The names of candidates in list prepared under sub-rule (2) shall then be arranged in such manner that their names shall be placed in descending order on the basis of the marks obtained in Teacher Eligibility Test conducted by the Government of Uttar Pradesh"

Source : http://www.scertup.org/Primary_Teacher_Niyukti_niyamawali_12th_sanshodhan.pdf

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See What is written in NCTE Notofication -
(9) (b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process; however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for appointment.
http://www.ncte-india.org/RTE-TET-guidelines[1]%20(latest).pdf

It is NOT easier to change base for selection. And if it happens then TET Merit holder can go in court and selection process may gets suspension. Then candidate may have to wait for a long long time to wait for decision in court.

KVS, SSA Chandigarh etc. uses TET Merit for selection. Why people are NOT opposing it ?
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UPTET : Primary Teachers Selection can be changed

बदल सकता है शिक्षकों की भर्ती का मानक

(UPTET : Primary Teachers Selection Process can be changed )

However, A  process change in middle is cheating for TET candidates and any such process can chalange in court. If it happens then Recruitment can face enormous problems, As decision in court takes a long time.


लखनऊ (एसएनबी)। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती का मानक बदलना तय है। अब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट की बजाय पांच गुणांक की मेरिट से शिक्षकों की भर्ती हो सकती है।

बेसिक शिक्षा से जुड़े अफसरों ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। फिलहाल अंतिम निर्णय विभागीय मंत्री की मंजूरी के बाद कैबिनेट से होगा। उल्लेखनीय है कि सूबे में मायावती सरकार ने आरटीई तो लागू कर दिया था, लेकिन परिषदीय स्कूलों में 72528 और सम्बद्ध प्राइमरी में आठ हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद रिक्त हैं। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने सूबे को विशिष्ट बीटीसी की मंजूरी देने की बजाय राज्य स्तर पर शिक्षक पात्रता परीक्षा को मानक बनाने की मंजूरी दे दी। आरटीई के तहत शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए पूर्व सरकार को 31 दिसम्बर 2011 तक की मोहलत मिली, लेकिन अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को लेकर लगातार मानक बदलते गये। पहले तो विशिष्ठ बीटीसी की भांति चार गुणांक का आधार बनाने की सहमति बनी। राज्य मंत्रिमण्डल से इसकी मंजूरी भी मिल गयी, लेकिन जब नियुक्ति की बारी आयी तो तत्कालीन बेसिक शिक्षा सचिव ने शिक्षक भर्ती के मानक को टीईटी की मेरिट बना दिया और इसका शासनादेश जारी करके आयोजक माध्यमिक शिक्षा परिषद व सचिव को इसी के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ाने के निर्देश दिये। 13 नवम्बर 2011 को टीईटी परीक्षा और 25 नवम्बर को 2011 को टीईटी का रिजल्ट घोषित हो गया, इसी बीच परीक्षा में सवाल विभाग के गले की फांस बन गये। राज्य सरकार ने दिसम्बर में भर्ती का विज्ञापन जारी कर दिया, लेकिन सवालों के जवाब को लेकर अभ्यर्थी कोर्ट गये और आगे की प्रक्रिया कोर्ट के आदेश पर चली, इसी बीच सूबे में 24 दिसम्बर से चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी। राज्य सरकार को शिक्षकों की भर्ती के लिए दो महीने की मोहलत तो मिली है,

लेकिन अब भर्ती का मानक बदलने की कवायद शुरू हो गयी है। शासन के उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि अब फिर पांच गुणांक की मेरिट से भर्ती की प्रक्रिया पूरी होगी।


इसके तहत हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, बीएड और टीईटी की मेरिट को मिलाकर अलग से मेरिट बनायी जा सकती है। इसके लिए अफसरों ने विभागीय स्तर पर मंथन शुरू कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारी भी दबी जुबान से मेरिट का मानक बदलने की बात कर रहे हैं।

एक अधिकारी ने कहा कि वैसे भी यह पूरा मामला बेसिक शिक्षा परिषद का है, इसके बारे में पहले ही मानक तय कर लेने थे। उल्लेखनीय है कि नये शैक्षिक सत्र से शिक्षकों के पद रिक्त होने पर राज्य सरकार को आरटीई के तहत मिलने वाली मदद में कटौती की जा सकती है और यह धनराशि करोड़ों में होगी। इसका असर राज्य के सर्व शिक्षा अभियान पर भी पड़ेगा और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद नये मानक भी थोप सकती है। अभी तक राज्य को आरटीई लागू करने के लिए 65 फीसद केन्द्रांश व 35 फीसद राज्यांश मिलना है। अब पांच गुणांक की मेरिट से भर्ती की कवायद प्राइमरी स्कूलक्ष्/द्रऊ

News : Rastriya Sahara (24.3.12)
Source : rashtriyasahara.samaylive.com
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कोयले की कालिख से नहीं बच पाएगी मनमोहन सरकार


कोयले की कालिख से नहीं बच पाएगी मनमोहन सरकार




नई दिल्ली।। देश के अब तक के सबसे बड़े 10. 7 लाख करोड़ के कोयला घोटाले को छिपाने के लिए सरकार के सारे ' बहाने ' एक-एक कर फेल होते जा रहे हैं। अब ब्रिटेन के अखबार ने भी साफ किया है कि कैग का वह ड्राफ्ट करीब-करीब फाइनल फॉर्म में है। गौरतलब है कि सरकार ने गुरुवार को दावा किया था कि कोयला घोटाले की खबर कैग के शुरुआती ड्राफ्ट के आधार पर बनाई गई है। सरकार की तरफ से हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर को भ्रामक बताया गया था।

लंदन के फाइनैंशल टाइम्स अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कैग की रिपोर्ट से वाकिफ एक सीनियर अधिकारी ने पुष्टि की है कि यह फाइनल रिपोर्ट के काफी नजदीक है। उधर , कोयला घोटाले पर बवाल जारी है। बीजेपी ने इस मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सफाई मांगी है। गौरतलब है कि जिस दौरान यह कोयला घोटाला हुआ , उस समय यह मंत्रालय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास था।


News : NavbharatTimes (24.3.12)
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UPTET: TET Candidates under confusion for PRT Jobs in UP, But If TET Merit holder moves to court then decision may be in his/her favour to get Job

TET Candidates under confusion for PRT Jobs in UP, But If TET Merit holder moves to court then decision may be in his/her favour to get Job

TET candidates are confused about - what stand will be taken by the Government of UP.

However , If TET merit holders move to court, As they applied within time frame of NCTE and qualified TET exam conducted by UP Govt. according to NCTE directives.

Then it is tough to government to deny them for Jobs, Till date no news comes that any of TET candidate convicted OR not.

Any candidates who passed this TET exam honestly and comes in merit  can claim for Job. And , It may be possible that decision can go in his / her favour.


Only thing which can stop particular candidate for selection is - To prove him convicted / cheater in process.
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UPTET : Lathicharge on TET Candidates is Unfortunate

टीईटी छात्रों पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण 
(UPTET : Lathicharge on TET Candidates is Unfortunate)

Statement (By Mr. Abhimanyu Tiwari)  creating rumors : TET is only eligibility NOT for criteria of selection.
A mock on TET merit holders.

बातचीत करते प्राथमिक शिक्षक संघ के संरक्षक अभिमन्यु प्रसाद तिवारी

कायमगंज। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के संरक्षक अभिमन्यु प्रसाद तिवारी ने कहा कि नियुक्ति का नही पात्रता का आधार है टीईटी
शुक्रवार को लखनऊ से कासगंज जा रहे उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के संरक्षक एवं पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु प्रसाद तिवारी का प्राथमिक शिक्षक संघ ने नगर के सीपी गेस्ट हाउस में फूल मालाओं से स्वागत कियाप्रेस वार्ता में श्री तिवारी ने कहा कि टीईटी पास लोगों पर हुआ लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का हक है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह टीईटी पास लोगों की बात सुनकर उसका समाधान निकालें। वह बोले कि टीईटी पात्रता का आधार है नियुक्ति का नहीं। उन्होंने शिक्षकों की वेतन विसंगति के बारे में कहा कि इस संबंध में वह सरकार से बात करेंगे। इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विजय बहादुर, कायमगंज ब्लाक अध्यक्ष आर्येंद्र यादव, मंत्री लईक मोहम्मद खां, नवाबगंज ब्लाक अध्यक्ष राजेश यादव, राजकिशोर शुक्ला, अरविंद मिश्रा, वीके यादव, चंद्रकांत दुबे, प्रभात दुबे, हरिशंकर, प्रभुदयाल रामानंद, दयाशंकर आदि शिक्षक मौजूद रहे।


News : Amar Ujala (24.3.12)
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It is Unfortunate that people interpreted without knowing TET (Teacher Eligibility Test).
Everywhere TET marks having weightage for selection , NCTE clearly specified that in selection weightage of TET marks should be given.

You can see in - KVS ,  Candidates having higher CTET marks called for interview.
In chandigarh Sarva Shiksha Abhiyan, 50 % weightage given to TET marks for JBT selection.

See Notification :

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Qualifying marks
9 A person who scores 60% or more in the TET exam will be considered as TET pass. School managements (Government, local bodies, government aided and unaided)  
(a) may consider giving concessions to persons belonging to SC/ST, OBC, differently abled persons, etc., in accordance with their extant reservation policy;
(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process; however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for appointment

Source : http://www.ncte-india.org/RTE-TET-guidelines[1]%20(latest).pdf
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And where it is written TET exam is ONLY for Eligibility Criteria, When people told anything they should have sincerity , But it is Unfortunate in Indian Education System that many people who should have sincerity but speak like a child.
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PSTET - Punjab State Teachers Eligibility Test Candidates welcome to New Recruitments of Teachers

अध्यापकों की नई भर्ती के बयान का स्वागत

Punjab PSTET : Candidates welcome to New Recruitments of Teachers (Statement given by Education Minister - Sikander Singh Maluka )

संगरूर : स्थानीय बनासर बाग में अध्यापक योग्यता परीक्षा (टीईटी) पास अध्यापक यूनियन पंजाब की एक बैठक राज्य महासचिव रघवीर सिंह की अगवाई में हुई। इस मौके पर शिक्षा मंत्री सिकंदर सिंह मलूका द्वारा अधिक से अधिक अध्यापक भर्ती करने के दिए बयान का जोरदार स्वागत किया गया।

यूनियन ने पंजाब सरकार से मांग की कि मास्टर काडर के पदों के लिए कौंसिलिंग दे चुके सभी ईटीटी पास अध्यापक (जिनकी मेरिट लिस्ट वेबसाइट पर डाली जा चुकी है) को तुरंत नियुक्ति पत्र जारी किए जाए। इन पदों में 3000 के करीब और बढ़ोतरी की जाए। रघवीर सिंह ने कहा कि स्कूलों में पहले से ही 2400 के करीब पद खाली हैं और अब तरक्की होने के कारण शिक्षा विभाग में 5000 और पद खाली हो गए हैं

उन्होंने सरकार से मांग की कि उक्त निकाले 3442 पदों में 3000 और पदों की बढ़ोतरी कर सभी टेस्ट पास अध्यापकों को तुरंत नियुक्ति पत्र जारी किए जाए, ताकि सरकारी स्कूलों में पढ़ते गरीब बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो सके। 25 मार्च को जिला स्तरीय बैठक की जाएगी। इस मौके पर अमनदीप सिंह, बलजिंदर शर्मा, गुरजंट सिंह, मैडम मीना, रिपुदमनपाल, सुरिंदर सिंह, बलजिंदर सिंह, मैडम रमन मंगवाल आदि उपस्थित थे।

News : Jagran (23.3.12)
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UPTET : Government provide Jobs to TET Passed Candidates

टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नौकरी दे सरकार(UPTET : Government provide Jobs to TET Passed Candidates )

मऊ : टीईटी उत्तीर्ण मोर्चा की बैठक शुक्रवार को सरवां चट्टी पर हुई। इसमें वक्ताओं ने उत्तीर्ण अभ्यर्थियों पर लखनऊ में हुई लाठीचार्ज की घोर निंदा की। कहा कि सरकार बेरोजगार प्रशिक्षित स्नातकों द्वारा रोजी-रोटी मांगने पर उन पर लाठियां बरसा रही है। इस दमन के आगे नौजवान झुकने वाले नहीं हैं।
बैठक के संयोजक संजय भारती ने कहा कि सरकार को नौजवानों से किया गया वादा पूरा करना चाहिए और सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के भर्ती की प्रक्रिया तत्काल शुरू करनी चाहिए। उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों से भी आग्रह किया कि वे अपने हक की लड़ाई लड़ रहे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के आंदोलन को समर्थन दें और सरकार पर दबाव बनाएं। इस मौके पर विनोद कुमार, अरुण कुमार, वीरेन्द्र भारती, मेहचंद कुमार, डा.अनिल, समरजीत कुमार, अरुण सिंह, सुधीश गुप्ता, कमलेश कुमार, तेजबहादुर, विजेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र गौतम, घनश्याम, अजय कुमार टंडन, पंकज यादव, अजीत मौर्य, अनीता राज, रीना भारती आदि उपस्थित रहे।

News : Jagran (23.3.12)
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UPTET : Big Difference between Government Order - GO and Advertisement

शासनादेश और विज्ञापन में बड़ा अंतर(UPTET : Big Difference between Government Order - GO and Advertisement )

इलाहाबाद। टीईटी उत्तीर्ण बीएड संघर्ष मोर्चा के अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन के शासनादेश और विज्ञापन के काफी अंतर है। अध्यक्ष पं. रविशंकर पांडेय का कहना है कि 27 सितंबर का जो संशोधित शासनादेश है उसमें टीईटी को सिर्फ उत्तीर्ण करना ही अनिवार्य है मेरिट शैक्षिक गुणांक के आधार पर बनाने की बात है।
इसके साथ ही बीएड डिग्री धारकों को एक जनवरी 2012 तक ही पात्र माना गया है। जबकि 30 नंवबर को जो विज्ञप्ति जारी की गई है उसमें चयन प्रक्रिया टीईटी की मेरिट है


It is Surprised, How highcourt decided selection through TET merit is OK, That time they have not seen such orders.
Probably this allegation is totally wrong, OR If any of visitor having facts etc. please inform on this through COMMENT.


See Highcourt Decision : http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2011/12/uptet-allahabad-highcourt-dismissed.html

Some other links :
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2012/01/uptet-btc-good-news-for-tet-qualified.html
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/2012/01/each-uptet-qualified-candidate-will-get.html


See Other News Related to UPTET on 24-March-2012  :

टीईटी अभ्यर्थियों ने रखा उपवास
गोरखपुर। लखनऊ में हुए लाठीचार्ज के विरोध में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने शुक्रवार को टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष उपवास रखा। प्रदेश संयोजक नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगारों पर लाठीचार्ज सरकार के दमन का प्रतीक है। प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष मिश्र ने कहा कि जो सरकार युवाओं के बल पर सत्ता में आयी है वही सरकार टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की उम्मीदों पर पानी फेर रही है।
महामंत्री आनंद कुमार ने कहा कि लाठीचार्ज से युवाओं का मनोबल टूटने वाला नहीं है। यदि अति शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया नहीं शुरू हुई तो प्रदेश व्यापी आंदोलन फिर छेड़ा जाएगा। इस दौरान प्रबल प्रताप शाही, शिवम श्रीवास्तव, प्रभात शुक्ला, बैरिस्टर राय, विनोद कुमार सिंह, योगेंद्र यादव, प्रशांत अग्रहरि, तुफैल अहमद, विकास वाजपेयी, आनंद पांडेय, नीलम जायसवाल, कुसुम पांडेय, नाजिस, कविता पांडेय, मुराली राम सिंह, विजय प्रताप सिंह, कमलेश कुमार, दिलीप वर्मा, विनय कुमार, रमेश मौर्या, अच्छेलाल, नीरज पांडेय, राकेश चौधरी, शाकिर अली आदि मौजूद रहे।


टीईटी पास छात्रों की बैठक
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Friday, March 23, 2012

A BLOG VISITOR Send Content : Draft Memorandum

A BLOG VISITOR Send Content : Draft Memorandum

प्रेषक: chandrashakhar maurya <csm_85@yahoo.co.in>
दिनांक: 23 मार्च 2012 11:19 am
विषय: UPTET AMBEDKAR NAGAR
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UPTET : Some B. Ed Degree Holders oppose TET exam, and wants direct selection of B. Ed holders

शिक्षक नियुक्ति में समायोजित किए जाएं बीएड डिग्रीधारक
(UPTET : Some B. Ed Degree Holders oppose TET exam, and wants direct selection of B. Ed holders )

Some B. Ed Degree holders who are unable to clear TET exam OR gets less marks in TET exam wants cancellation of TET Exam.

If such candidates found their was some cheating then they should provide evidences OR provide their OMR copy (as a copy of the same given to candidates)

If a cheating happens in some exam then investigation is the best way. Otherwise see example -

A candidate found with cheating in Highschool -> Whole exam cancelled -> Dept. Responsible (Entire Dept. Cancelled ) -> State Govt. Cancelled -> Election Commission conductes election, therefore EC cancelled - > Central Govt. Responsible for it Cancelled -> Citizens who choose Govt., put in Jail

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सैदपुर (गाजीपुर) : बीएड डिग्रीधारकों की बुधवार को संजय वन पार्क में हुई बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री से प्रशिक्षित बीएड बेरोजगारों को बेसिक शिक्षा अन्तर्गत शिक्षकों की होने वाली नियुक्तियों में समायोजित करने की मांग की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि पिछली सरकार ने बीएड उत्तीर्ण बेरोजगारों की अनदेखी कर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के चयन की व्यवस्था की थी, जिसमें व्यापक पैमाने पर धांधली की गयी, जिसकी जांच चल रही है। इसके चलते सहायक शिक्षकों की भर्ती रोक दी गयी है। उन्होंने पिछली सरकार के टीईटी परीक्षा को निरस्त कर बीएड प्रशिक्षित बेरोजगारों की सीधी भर्ती शिक्षक पद करने की मांग की। बीएड बेरोजगारों द्वारा सीएम को पत्रक फैक्स किया गया। बैठक में हंसराज, मनोज, कुमार, अभिजीत कुशवाहा, कमलेश यादव, अमित श्रीवास्तव, अवनीश आदि शामिल रहे।

News : Jagran (21.3.12)
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JBT SSA Chandigarh Last Date : 3- April-2012

SARVA SHIKSHA ABHIYAN SOCIETY, U.T., CHANDIGARH
3RD FLOOR, ADDITIONAL DELUXE BUILDING, SECTOR‐9,CHANDIGARH, Phone No. 0172‐5067076
  • JBT (Junior Basic Teacher), 653 Vacancies for TET Qualified from Punjab/Haryana OR CTET Qualified conducted by CBSE
Weightage : 50% of TET Marks ( Marks Obtained X 50 / Total Marks )
For weigtage of different-different qualifications, see advertisement.


AGE : The age limit for the posts of JBT is 21‐35 years. Age is to be calculated in reference to closing date for submission of application.
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TET Passed Candidates upset

मायूस है टीईटी उत्तीर्ण बेरोजगार(TET Passed Candidates upset)

घोसी (मऊ) : लखनऊ से वापस लौटे टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण बेरोजगारों में आक्रोश एवं मायूसी व्याप्त है। मुख्यमंत्री को अपनी समस्या सुनाने गये इन युवाओं पर बरसी लाठियों के निशान अब भी स्पष्ट दिख रहे है।
बताते चलें कि अध्यापक पात्रता परीक्षा को निरस्त न किये जाने के लिए सोमवार को स्थानीय क्षेत्र के राजकुमार, सुरेश यादव, सत्येन्द्र यादव, रामविजय, जयराम, रामकेवल निषाद एवं सतीश गुप्ता सहित तमाम अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे थे। वहां पर इन पर वाटर कैनन के प्रयोग के बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजा। इस पात्रता परीक्षा को निरस्त न कर प्राप्त अंकों के आधार पर ही शिक्षकों का चयन किये जाने की मांग मुख्यमंत्री तक प्रस्तुत करने का मंसूबा तो धरा रह गया, अलग से चुटहिल होना पड़ा। शबा जहरा, रुबी, अखिलेश यादव, नाहिद, फहीम एवं जितेन्द्र आदि ने प्रदेश सरकार के इस रवैया को शर्मनाक बताया।

News : Jagran (22.3.12)
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