उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की सम्भावना : अखिलेश
BJP को हराने के लिए बना सकते हैं महागठबंधन: अखिलेश यादव
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की जोरदार जीत के बाद उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही गठजोड़ बनाने को लेकर जारी चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बयान देते हुए कहा कि राज्य में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में यूपी में भी ऐसा महागठबंधन बन सकता है।
सेमेरियावां में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में प्रदेश में महागठबंधन के गठन की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस महागठबंधन में सपा के साथ और कौन-कौन से दल शामिल हो सकते हैं।
पहले भी सपा मंत्री दे चुके हैं संकेत
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल ने हाल ही में कहा था "हम बिहार में सिर्फ 50 सीटों पर चुनाव लड़े थे। हमें तैयारी के लिए समय भी कम मिला, लेकिन फिर भी वोट मिले। यूपी में भी बिहार की तर्ज पर महागठबंधन का प्रयोग किया जाएगा। विधानसभा चुनाव-2017 के लिए हम समाजवादी विचारधारा वाली सभी धर्मनिर्पेक्ष दलों को अपने साथ जोड़कर \'समाजवादी परिवार\' बनाएंगे।
उनके साथ ही प्रदेश के राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई ने आगामी विधानसभा चुनाव में सपा और बसपा के महागठबंधन की ख्वाहिश जाहिर करते हुए कहा था कि वह इसके लिये दुआ करते हैं। उन्होंने कहा था कि अगर ये दो दल मिल गये तो भाजपा की हार तय है।
विकास को बताया चुनाव का मुद्दा
अखिलेश ने कहा कि बिहार की जनता ने विधानसभा चुनाव में जनादेश के जरिये यह संदेश दिया है कि अब सिर्फ विकास ही एकमात्र मुद्दा है। सपा साल 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव भी विकास के मुद्दे पर लड़ेगी।
कांग्रेस, रालोद ने भी जताई महागठबंधन की इच्छा
उत्तरप्रदेश में महागठबंधन के मुद्दे पर बोलते हुए राष्ट्रीय लोक दल प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने बताया कि कांग्रेस के साथ हमारा गठबंधन पहले से ही चल रहा है। भाजपा से हम किसी भी तरह से नहीं जुड़ेंगे, अन्य दलों से बातचीत चल रही है, घोषणा एक-दो महीने में कर दी जाएगी। जबकि कांग्रेस नेता अशोक सिंह ने कहा कि अभी इस मुद्दे पर कुछ भी बोलना बहुत जल्दबाजी होगी, लेकिन राजनीति में किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता