मुसलमान होकर भी पढ़ाते संस्कृत, पीएम नरेंद्र मोदी हैं फैन
जयपुर। अपनी काबलियत से अलवर के इमरान खान रातों-रात पूरी दुनिया में हीरो बन गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के वेम्बले स्टेडियम में हजारों भारतीयों के बीच में इमरान की तारीफ यूं ही नहीं की। उन्होंने यूं ही नहीं कहा कि अलवर के इमरान में मेरा पूरा हिंदुस्तान बसता है। इमरान ने ऐसा कुछ कर डाला, जिसे जानकर हैरानी तो होगी ही। वह राजस्थान के अलवर के छोटे से गांव खारेडा के रहने वाले हैं। वह संस्कृत के अध्यापक हैं।
उनके पास कंप्यूटर या सॉफ्टवेयर संबंधी कोई डिग्री नहीं है और न ही उन्होंने किसी प्रकार की ऐसी कोई ट्रेनिंग ली है, जिससे उन्हें कंप्यूटर का ज्ञान हो। लेकिन किताबों से ज्ञान लेकर उन्होंने वेबसाइट के साथ ही एक-एक कर अब तक 52 एप बना दिए। इमरान के हाथों से बनाए गए 52 एप को ढेरों लोग डाउनलोड भी कर चुके हैं। यही नहीं, तीन करोड़ से ज्यादा विजिटर इमरान के एप पर नजर भी रखे हुए हैं। वह इस पर 2012 से काम कर रहे हैं। इमरान को अलवर बीएसएनएल के जीएम ने बधाई दी और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से बात भी कराई। प्रसाद ने उन्हें को फोन पर बधाई दी।
बेटी तानिया बना रही है डिजाइन
इमरान की बेटी तानिया ने बताया कि वह पापा के ऐप बनाए जाने से परेशान थी, लेकिन जब खुद भी उसमें रुचि लेने लगी तो मजा आने लगा। फिर उसी ने बाकी के ऐप को डिजाइन करना शुरू कर दिया। तानिया अभी 10वीं कक्षा में पढ़ रही है और इमरान ने उसे भी मोबाइल एप्लीकेशन की दुनिया में पहुंचा दिया और अब वह साइंटिस्ट बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।