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Sunday, December 4, 2011

Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan

शिक्षक भर्ती में जुड़ेंगे टेट के 20 फीसदी नंबर

(Rajasthant TET - Teacher Eligibility Test : 20% marks of RTET added in selection for teacher recruitment in Rajasthan)
प्रावधान से अभ्यर्थियों के सामने आ सकती है दिक्कत, आईएएस और आरएएस की परीक्षा में नहीं जुड़ते प्रवेश परीक्षा के नंबर

जयपुर। शिक्षकों की भर्ती में वे ही अभ्यर्थी नौकरी पा सकेंगे, जो मुख्य परीक्षा और टेट में मिले अंकों के 20 फीसदी जोडऩे के बाद वरीयता सूची में ऊपर आएंगे। राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों की भर्ती कब की जाएगी, इसके बारे में निश्चित तौर पर तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से नियमों की लंबी हो रही फेहरिस्त नौकरी दूर होती जा रही है। बार-बार नियमों को बदलने से अभ्यर्थियों के समक्ष नई चुनौतियां आती जा रही हैं। एक तो नौकरी के लिए तमाम घोषणाओं के बाद भी विज्ञापन जारी नहीं हो रहा, वहीं कई अभ्यर्थी आयु सीमा को पार करने को हैं।

क्या किया है प्रावधान : राज्य सरकार की ओर से राजस्थान पंचायती राज (द्वितीय संशोधन) नियम, 2011 में जोड़े परंतु क में यह प्रावधान शामिल किया। इसमें कहा गया कि अध्यापक कक्षा 1 से 5 तक और 6 से 8 तक की भर्ती के लिए जिला स्थापन समिति अध्यापक पात्रता परीक्षा (टेट) में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत जोड़ते हुए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर योग्यता सूची तैयार करेगी

क्या होगा असर : इस नए तरीके के प्रावधान से सिर्फ मुख्य परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले अभ्यर्थियों के परिणाम पर असर आ सकता है। अगर किसी अभ्यर्थी के मुख्य परीक्षा में नंबर अधिक है, लेकिन टेट में सामान्य अंक हैं तो वह वरीयता सूची में आने से वंचित हो सकता है।अभी क्या है स्थिति : हाईकोर्ट ने एक याचिका की सुनवाई के दौरान टेट के प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। इस याचिका में राज्य सरकार की ओर से विभिन्न वर्गों के लिए न्यूनतम अंकों की अलग अलग रखी गई श्रेणी को चुनौती दी गई है।

टेट क्यों : अनिवार्य बाल शिक्षा अधिनियम में शिक्षकों की भर्ती में शामिल होने के लिए पात्रता परीक्षा का प्रावधान किया गया था, इसके लिए आगे कोई उद्देश्य नहीं था। पता चला है कि टेट के प्राप्तांकों को शामिल करने के संबंध में चर्चा के दौरान विरोध भी किया गया, लेकिन अधिकारियों का तर्क था कि इससे टेट के प्रति आकर्षण बढ़ेगा। अब सवाल यह उठता है कि जब शिक्षक भर्ती के लिए टेट पास होना जरूरी है तो फिर आकर्षण का तर्क क्यों? दूसरा यह कि क्या भविष्य बिना टेट (
टी ई टी ) वालों को भी शिक्षक भर्ती में शामिल होने का मौका देगा?
अन्य परीक्षाओं की व्यवस्था : आईएएस और आरएएस प्रवेश परीक्षा के नंबर मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के नंबरों में जोड़ कर वरीयता सूची नहीं बनाई जाती। आरपीएससी के सचिव के.के. पाठक ने बताया कि आरएएस की प्रवेश परीक्षा में प्राप्तांकों को वरीयता सूची बनाने के लिए मुख्य परीक्षा और साक्षात्कारों के साथ नहीं जोड़े जाते हैं। यह सिर्फ संवीक्षा परीक्षा है, जो मुख्य परीक्षा में शामिल होने की योग्यता को बताती है।
News साभार  : Bhaskar Epaper ( 3.12.11)
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Haryana Teacher Eligibility Test Results 2011

Haryana Teacher Eligibility Test( HTET) Result 2011

Haryana Teacher’s Eligibility Test (TET) Results 2011 ->  Click here  OR Click here2

As per some news source -
Less than 20 percent candidates passed HTET
The result of Haryana State Teachers' Eligibility Test (HTET) conducted by State Board of School Education was announced on Friday. The maximum pass percentage for it reached only 19.86 in one category.
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Tamil Nadu (TN) makes Teacher Eligibility Test mandatory

Tamil Nadu makes Teacher Eligibility Test mandatory /
Prescribed pass mark in TET (60 per cent)

The state government of Tamil Nadu has announced that it is mandatory for teachers to qualify Teacher Eligibility Test (TET).

The test would be mandatory to become a teacher in a school just like the National Eligibility Test or state Level Eligibility Test is mandatory to become lecturers in colleges and universities.

The On guidelines of National Council for Teacher Education, graduate teachers in mathematics, science and social science will have to answer questions for 60 marks in their respective subjects, an official release said.
Since graduate teachers in Tamil and English are appointed separately, they have to the eligibility test will have questions for 60 marks in their respective subjects, it said.

As a court judgement was pending over appointment of second grade teachers, the existing system of going with the seniority in the employment exchange will continue, it said
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JHARKHAND GRAMIN BANK Last Date : 07-01-2012


Sarkari Naukri Damad India. Latest Upadted Indian Govenment Jobs - http://sarkari-damad.blogspot.com/
JHARKHAND GRAMIN BANK
(Sponsored by Bank of India)
Head Office: Rajendra Place, 5 Main Road, Ranchi-834001
Phone 0651-2202120 Fax 0651-2330338
e mail : jgbho_ran@rediffmail.com/ jgbhoran@gmail.com

Last Date : 07-01-2012
  • 01 Officer MMG Scale -III– Group “A’, No. of Vacancies- 1 (1 UR), Age - 21-40
  • 02 Officer MMG Scale -II– Group “A’, No. of Vacancies- 3 (3-UR), Age - 21-32
  • 03 Officer JMG Scale –I – Group –“A”, No. of Vacancies- 83 ( GEN-43, OBC-22, ST-6,SC-12), Age - 18-28
  • 04 Office Assistant (Multipurpose) – Group –“B”, No. of Vacancies- 119 ( GEN-60, OBC-14,ST-31, SC-14), Age - 18-28
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Education minister wants TET Re-examination

मंत्री चाहते हैं, दोबारा हो टीईटी

( Education minister wants TET Re-examination)

देहरादून, जागरण ब्यूरो
शिक्षा मंत्री मातबर सिंह कंडारी बीएड डिग्रीधारकों पर मेहरबान नजर आ रहे हैं। उन्होंने खुद बीएड डिग्रीधारकों के लिए प्राइमरी शिक्षा में रोजगार के नए अवसर खोलने को टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट दोबारा कराने की पैरवी की है। उधर, शासन ने कैबिनेट के फैसले के बाद संविदा पर तैनात किए जाने वाले 868 पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षितों की सूची अनुमोदित कर दी है। इससे प्रशिक्षितों की सरकारी प्राइमरी स्कूलों में तैनाती का रास्ता तकरीबन साफ हो गया है।
टीईटी का रिजल्ट में सफल घोषित 11 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी अभी सरकारी प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति की राह तक रहे हैं। इनकी नियुक्ति को लेकर पेच अभी दूर नहीं किए जा सके हैं। हालांकि सरकार इस बाबत जल्द फैसला करने का दावा कर रही है। ऐसे में शिक्षा मंत्री श्री कंडारी ने टीईटी दोबारा आयोजित कराने की पैरवी की है। काबीना मंत्री के निर्देशों से फिलहाल शासन और महकमे अचरज में है। चुनाव के लिए शेष रह गए कम समय में यह पेचीदा कार्य मुमकिन नहीं लग रहा है।
वहीं सरकार ने पत्राचार बीटीसी प्रशिक्षितों की 868 की सूची अनुमोदित कर दी है। इन प्रशिक्षितों को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में तैनाती के लिए शासनादेश जारी हो चुका है। सूची अनुमोदन को लेकर पेच फंसा हुआ था। इस सूची में 46 प्रशिक्षित उत्तरप्रदेश के निवासी हैं। दरअसल वर्ष 1995-96 में पत्राचार बीटीसी के पहले वर्ष की परीक्षा के दौरान उत्तराखंड अविभाजित उत्तरप्रदेश का हिस्सा था। अलग राज्य बनने के बाद यहां प्रशिक्षण लेने वाले 868 अभ्यर्थियों ने तकरीबन दस वर्ष की अवधि के बाद दूसरे वर्ष का प्रशिक्षण पूरा किया। इस कड़ी में अब पीटीए शिक्षकों को मानदेय देने के सरकार के फैसले पर भी अब जल्द अमल होने की संभावना है।
See news link here - Click here
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Tribute to : Dev Anand (Actor Bollywood)

Tribute / श्रद्धांजलि to : Dev Anand ji (Actor Bollywood) /
देव आनन्द 

Dev Anand passes away; funeral in London

Dev Anand, one of Indian cinema's bonafide legends, has died in London.
PTI said Devsaab, who millions of his fans felt would live forever, died of a heart attack.
He died at 88 years of age
Over the course of his 65-year career, which began in 1946, Anand became one of India's iconic actor-directors
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सूचना का अधिकार अधिनियम - सूचना छिपाई, तो खुद भरेंगे जुर्माना

 (Right to Information Act - If information concealed, Pay the penalty)


संबंधित कर्मचारी ही भरेगा आर्थिक दंड
इलाहाबाद : सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी मुहैया न कराने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी की जेब हल्की होना तय है। ऐसा बिल्कुल नहीं चलेगा कि गलती कोई करे और उसका खमियाजा अकेले जन सूचना अधिकारी भुगते। जो कर्मचारी सूचना उपलब्ध नहीं कराएंगे, उनसे ही आर्थिक दंड की राशि वसूल की जाएगी।
आरटीआइ के तहत विभिन्न विभागों के स्तर पर सूचनाएं मुहैया नहीं होने पर संबंधित व्यक्ति को राज्य सूचना आयोग में अपील करनी पड़ती है। सुनवाई के पश्चात आयोग सूचना मुहैया कराने का आदेश देता है। बावजूद इसके समय सीमा के भीतर सूचनाएं मुहैया नहीं कराई जाती हैं। नतीजा, आयोग जन सूचना अधिकारी के विरुद्ध आर्थिक दंड/जुर्माना लगा देता है। ऐसी स्थिति में संबंधित विभाग की छवि भी खराब होती है। चुनाव नजदीक हैं और सरकार अपनी छवि कतई खराब करने के मूड में नहीं है। शासन की इस मंशा के मद्देनजर खाद्य एवं रसद विभाग ने निर्देश जारी कर चेतावनी दी है कि सूचना के विलंब से अथवा नहीं उपलब्ध कराए जाने की स्थिति में यदि राज्य सूचना आयोग प्रतिकूल दृष्टिकोण अख्तियार करता है, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी-कर्मचारी को ही जिम्मेदार माना जाएगा। यदि आयोग आर्थिक दंड/जुर्माना लगाता है, तो उसकी वसूली भी संबंधित उत्तरदायी कर्मचारी से ही होगी, जिसने सूचना विलंब से मुहैया कराई या सूचना नहीं दी।
इनसेट -----------------
क्यों नहीं डरते अधिकारी-कर्मचारी
असल में आरटीआइ कानून में जन सूचना अधिकारी के अलावा किसी और पर दंड का प्रावधान ही नहीं है। प्रथम अपीलीय अधिकारियों पर इसी वजह से उपेक्षा का भाव रहता है। समय पर सूचना न दिला पाने वाले जन सूचना अधिकारी पर 250 रुपये प्रतिदिन और अधिकतम 25 हजार रुपये जुर्माना लगाया जा सकता है
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प्रावधान और भी हैं
- सूचना का अधिकार कानून की धारा 19 में किसी व्यक्ति को हर्जाना दिलाने का अधिकार सूचना आयोग के पास है। हर्जाने के साथ फाइल में जिम्मेदारी तय करते हुए नोटिंग होने से अब प्रथम अपीलीय अधिकारी पर कानून के शिकंजे से डरने लगे हैं। मुख्य सचिव भी इस बाबत आदेश जारी कर चुके हैं। इसके बाद प्रथम अपीलीय अधिकारियों द्वारा सुनवाई न करना अनुशासनहीनता के दायरे में आ गया है
- जन सूचना अधिकारी से सूचना न मिलने पर यदि आप प्रथम अपीलीय अधिकारी के पास नहीं जाना चाहते, तो आरटीआइ कानून की धारा 18 के तहत सीधे सूचना आयोग में शिकायत की जा सकती है
News : Jagran ( 3.12.11)
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Primary/Upper Primary Teacher Transfer in UP

बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय  तबादले के फार्म का इंतजार बढ़ा
( One side recruitment of Primary Teachers based on UPTET & Other side Transfer of Basic Teacher in UP)

इलाहाबाद : शासन ने बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले की घोषणा तो कर दी, लेकिन इसके लिए उन्हें अभी कम से कम एक हफ्ते का इंतजार करना होगा। तबादले के लिए भरा जाने वाले फार्म का प्रारूप क्या होगा अभी इसको लेकर मंथन शुरू ही नहीं हुआ है। जबकि इसके पहले जिन शिक्षकों ने तबादले के लिए आवेदन किया था उसे निरस्त कर दिया गया है। अब सबको नए तरीके से आवेदन करना होगा। शासन ने बेसिक शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले पर मुहर लगा दी। इसके तहत एक शिक्षक एक साथ तीन स्थानों के लिए आवेदन कर सकेगा। तबादले के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर रखी गई है, इस अवधि में उन्हें बेसिक शिक्षा परिषद में आवेदन करना है। शासन की घोषणा के बाद परिषद अभी फार्म के प्रारूप को तैयार करने की योजना बनाना शुरू भी नहीं कर पायाा है। फार्म कब तक छपकर आएगा इसको लेकर अभी हफ्ताभर से अधिक का इंतजार करना होगा। हां इस बार फार्म को आन लाइन करने की योजना बनाई गई है। वहीं परिषद कार्यालय पर जो 60 हजार से अधिक तबादले के लिए आवेदन पहले से किया गया है उनके बारे में फिलहाल कोई विचार नहीं किया जाएगा। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि पुराने फार्म में सिर्फ एक स्थान के लिए आवेदन करना था जबकि इस बार तीन के लिए किया जाएगा, इस स्थिति में उस आवेदन का कोई मतलब नहीं है। परिषद के सचिव इंद्रपाल शर्मा के अनुसार फार्म का प्रारूप तैयार होने में अभी एक हफ्ते का समय लग सकता है। प्रारूप तैयार होने पर उसे परिषद की वेबसाइट पर डाल दिया जाएगा। सदानंद आज और श्रीप्रकाश कल आएंगे कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक व बिहार विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष प्रो. सदानंद सिंह रविवार व केंद्रीय कोयला व कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल सोमवार को आएंगे।
News : Jagran (4.12.11)
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New News -
UP Basic Education Department publish link - for
शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु आनलाइन आवेदन प्रणाली
WEB SITE :-http://164.100.180.88/teacherstransfer/
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Uff UP TET Problem again & again

उफ! जी का जंजाल बनी टीईटी

 (Uff UP TET Problem again & again)


बड़ौत (बागपत)। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा का परिणाम अभ्यर्थियों के लिए भारी सिरदर्द बन गया है। परिणाम में हो रहे बार-बार संशोधन के चलते अभ्यर्थी आवेदन करने को लेकर असमंजस की स्थित में हैं वहीं बोर्ड के अभी तक टीईटी की मार्कशीट भी जारी न करने से आवेदन प्रक्रिया बाधित हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा पहली बार कराई गई टीईटी के परिणाम में बार-बार हो रहे संशोधन को लेकर अभ्यर्थियों हड़बड़ी बनी हुई है। संशोधित परिणामों की उत्तर कुंजी नेट पर न डाले जाने से स्थिति और ज्यादा भ्रामक हो गई है। इधर प्राथमिक विद्यालयों में 72,825 पदों के लिए रिक्तियां घोषित होने के दो दिन बाद भी आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ठप्प है क्योंकि सही परिणाम प्राप्त न हो पाने से बोर्ड ने अभी तक अंकतालिकाएं भी जारी नहीं की हैं। अभ्यर्थियों में परिणाम के प्रति अनिश्चितता के कारण आक्रोश पनप रहा है। अभ्यर्थी राहुल राणा, अंजलि शर्मा, बीनू मलिक, नितिन, रूबी, नीशू, नरेश उज्जवल आदि का कहना है कि अंतिम तिथि 19 दिसंबर घोषित की दी गई है, जो किसी भी सूरत में न्यायसंगत नहीं हैं। एक तरफ तो कई कालेजों का बीएड परीक्षा का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया हुआ है वहीं दूसरी ओर बिना टीईटी की अंकतालिका के कैसे आवेदन किया जाए। बहरहाल, टीईटी को लेकर अफवाहों और असमंजस की स्थिति बरकरार है।
पुराने पैटर्न पर भर्ती की सूचना से हड़बड़ी
शिक्षकों की भर्ती पुराने पैर्टन (गुणाक पर आधारित) पर ही होने की बात भी अभ्यर्थियों के बीच चर्चा का विषय रही। शुक्रवार यह बात बड़ी तेजी फैली कि पुराने पैटर्न पर ही भर्ती कराने का शासनादेश जारी कर दिया गया हैं। इस संबंध में डायट प्राचार्य डा. राजकुमार दुबे का कहना है कि इस तरह की कोई सूचना अभी तक नहीं आई है।
News : Jagran (04.12.11)
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गलतियां छिपाने को परिषद ने हटाई ‘आंसर की’

(UP TET hiding mistakes : Remove Answer Key from uptet2011.com)
इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के अभ्यर्थियों के सवालों का जवाब दे पाने में असफल माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ‘आंसर की’ ही वेबसाइट से हटा दी है। संशोधित रिजल्ट देखने के बाद शनिवार को अभ्यर्थियों ने ‘आंसर की’ से इसका मिलान करना चाहा तो वेबसाइट से विकल्प ही गायब था। इससे अभ्यर्थियों में परिषद की कार्यप्रणाली पर पूरी तरह से विश्वास उठ गया है तथा उनमें जबरदस्त रोष है। इसके अलावा शुक्रवार को रिजल्ट में गड़बड़ियां थमती नहीं दिख रहीं। शनिवार को भी हजारों अभ्यर्थी परिषद मुख्यालय पहुंचे तथा प्रत्यावेदन देने वालों का दिन भर तांता लगा रहा। कुछ को बिना प्रत्यावेदन लिए ही वापस किया जा रहा था जिसको लेकर उन्होंने हंगामा भी किया।
परिषद की ‘आंसर की’ पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसकी वजह से उसमें चार बार संशोधन भी किए गए। इसके बावजूद गड़बड़ियां पूरी तरह से दूर नहीं हुई हैं, जिसको लेकर लगातार आपत्तियां उठती रहीं हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की ‘आंसर की’ तुलना में कम नंबर मिलने की भी शिकायत है। अभ्यर्थियों का मानना है कि परिषद ने इन गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए ‘आंसर की’ हटाने में ही भलाई समझी।उधर, परिषद के अफसरों के दावों के विपरीत शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में गड़बड़ियों की सूची लंबी होती जा रही है। प्रत्यावेदन देने के बावजूद हजाराें का रिजल्ट घोषित नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को सही उत्तरों से कम अंक मिले हैं। इससे नाराज अभ्यर्थियों ने पूरी परीक्षा निरस्त करने तथा केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। मांग न माने पर उन्होेंने आंदोलन तथा कोर्ट जाने की भी चेतावनी दी है।
बलिया के कन्हैया प्रसाद वर्मा ने प्राथमिक की परीक्षा में उच्च प्राथमिक का रोल नंबर दर्ज कर दिया था। इसमें संशोधन के लिए इनसे आवेदन लिया गया लेकिन रिजल्ट गलत रोल नंबर ही घोषित कर दिया गया है। ऐसे में 121 नंबर पाने के बावजूद वह प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती से वंचित हो जाएंगे। रंजना पांडेय को परिषद की जारी आंसरशीट के अनुसार 100 नंबर मिलना चाहिए लेकिन मात्र 81 नंबर मिले हैं। विजय कुमार सिंह, लाल साहब, सतीश सरोज, गणेश शंकर शुक्ल, सतेंद्र सिंह शाम्य, राम ललित, शिवेंद्र भारती, अनीता देवी, रवींद्र कुमार सिन्हा, सरोज भारतीय आदि ने इसी तरह की शिकायतें की है। अभ्यर्थियों ने परीक्षा निरस्त कर नए सिरे से एग्जाम कराने की मांग की है। 0000000000000000000000000000000000000000000
50 फीसदी पर पास करने की मांगइलाहाबाद। यूपीटीईटी के एससी-एसटी और विकलांग अभ्यर्थियों ने 55 की जगह 50 फीसदी अंक पर ही पास करने की मांग की है। उनका कहना है कि अन्य राज्यों की टीईटी में यही मापदंड रखा गया है। इनको लेकर अभ्यर्थियों ने पांच दिसंबर को दिन में एक बजे चंद्रशेखर पार्क में धरना-प्रदर्शन की भी घोषणा की है।
News : Amar Ujala ( 4.12.11)
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Important to note :
1. UP TET not released updated Answer key on its websits uptet2011.com & marksheets are not issued to candidates.
Therefore even after Advertisement/Vigypti by Basic Education Dept. UP, Candidates are not applying.
They think if marksheet/marks (displayed on uptet2011.com) again changed  then - Is it correct OR not?
Therefore candidates are in confusion.Some otheres are going to take advantage of Board's mistakes and demanded new TET exam.
2. Rumours are : Selection procedure is on OLD pattern, Where 10th,12th, Graduation, B Ed marks are added, But this was refused by DIET ( As they said - they don't have such information)
If UPTET uses OLD pattern for selection (10th,12th, Graduation, B Ed marks ) then it is harmful to UP Board candidates
, And UPTET/Education Dept. UP can't take this decision as they amended SELECTION process already.
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Saturday, December 3, 2011

Statistical Data of UPTET Exam

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Statistical Data of UPTET Exam
Good Humour , Entertainment, Jokes http://7joke.blogspot.com/ / /Updated Sarkari Naukri http://sarkari-damad.blogspot.com/  / Updated Admission Notice India http://admission-query.blogspot.com/ , Latest Naukri Recruitment Results - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/, Competition Exam Papers / Syllabus - http://syllabus123.blogspot.com/

As per sample data of 500 records tested (from 03006001 to 03006500)  and found -
10 candidates secure more than 120 marks -
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Approx 600000 ( as per news 594053) candidates appeared in exam.
Considering this figure -
1. 3 Feamle candidate ( appears as per name) passed with 120+ marks from 500 candidates. 600000/500* 3= 3600 approx. female candidates cleared with 120+ marks.
2. Approx. 12000 candidates passes with 120+ marks.
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38 candidates got marks from 111 to 120
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It means 600000/500* 38 = 45600 (approx.) candidates got marks 111 to 120
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66 Candidates got 101 to 110 Marks -
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It means 600000/500* 66 = 79200 (approx.) candidates got marks 101 to 110
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FOR GENERAL CATEGORY -

Therefore as per analysis of statistical data GENERAL Category, who have 36423 seats (50% of 72845 seats),
Cut-off can go 111 to 120 marks at bottom level .
Merit can be very high where no. of vacancies are less e.g. Lucknow, Gautam Buddh Nagar, Gaziabad, Merrut etc.
Where 12 vacancies available, cut-off chances apporx. to 130.
Where 100 vacancies available, cut-off chances are above 120

If any of you have better analysis/ research/news then drop in comment box.

Note : These are statistical data (Errors may be possible in statistical data analysis also & it differ  from ACTUAL / Real Data, In statistical data also ERROR may possible due to sample, sample size etc. And therefore apply your intelligence to submit your application. Information published here is informatory in nature and it is observatory aspect of data.
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JOIN UPTET ONLY BLOG - http://joinuptet.blogspot.com/
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UPTET Vacancies may increase, Good chance for UP TET qualified candidates

टीईटी में सफल अभ्यर्थियों की बल्ले-बल्ले

(UPTET Vacancies may increase, Good chance for UP TET qualified candidates)

मीरजापुर : जनपद में टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) में सफल आवेदकों के लिए खुशखबरी की बात है। उनके लिए रिक्तियों की संख्या बढ़ भी सकती है। यदि प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की बात करें तो परिषद द्वारा पूरे विंध्याचल मंडल में जिसमें मीरजापुर, संत रविदास नगर व सोनभद्र जनपद भी शामिल हैं, साढ़े तीन हजार शिक्षकों की भर्ती टीईटी के द्वारा करने का निर्णय किया गया है। इसमें मीरजापुर में लगभग सत्रह सौ, सोनभद्र में एक हजार व आठ सौ के आसपास संत रविदास नगर में रिक्तियां संभावित हैं लेकिन यदि केवल जनपद में ही प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति कर दी जाय जो कि संभावित है और प्रक्रिया में है तो यह रिक्ति कम से कम तीन हजार तक पहुंच सकती है। यह तो केवल प्राथमिक शिक्षकों के लिए है। इसके साथ ही पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में भी कम से कम एक हजार शिक्षकों की रिक्तियां बन सकती है। इससे यह संभावना जतायी जा रही है कि जनपद के लगभग प्रत्येक सफल आवेदक का शिक्षक बनना तय हैं। इस गुणा गणित का आधार यह है कि मंडल स्तर पर दोनों परीक्षाओं में तकरीबन तेईस हजार परीक्षार्थियों ने अपने भाग्य की आजमाइश की थी। वैसे तो परिषद की तरफ से मंडल में सफल अभ्यर्थियों की संख्या नहीं बतायी गयी है लेकिन यदि चालीस प्रतिशत की बात करें जो कि पूरे प्रदेश का परिणाम है तो मंडल का परिणाम लगभग अड़तालीस सौ (प्राथमिक) एवं लगभग चार हजार (पूर्व माध्यमिक) में आता है। बता दें कि प्राथमिक में लगभग 12 हजार एवं पूर्व माध्यमिक में लगभग 11 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा में प्रतिभाग किया था। अब इस दशा में यदि तीनों जनपदों की संभावित रिक्तियों को जोड़ दिया जाय तो अभ्यर्थियों से अधिक रिक्तियां ही हो जायेंगी। इससे सभी सफल परीक्षार्थियों को शिक्षक की नौकरी मिलना तय है।
संशोधित मेल भेज दिया है : बीएसए
मीरजापुर : इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दिनेश कुमार यादव ने कहा कि समाचार पत्रों में संभावित रिक्तियों को देखकर उन्होंने तत्काल ही संशोधित सूचना मेल कर दी है। हो सकता है कि शासन इस पर भर्ती योग्य रिक्तियों की संख्या बढ़ा दें।
News : Jagran (30.11.11)
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UP TET 2011 exam result still incomplete, Candidates raised there objection

परीक्षाफल नहीं जारी होने पर किया हंगामा
(UPTET exam result still incomplete, Candidates raised there objection)

मेरठ। शुक्रवार को टीईटी का रिजल्ट नहीं निकलने से परेशान दर्जनों अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय पर हंगामा किया। शाम को परीक्षाफल इंटरनेट पर परीक्षाफल जारी किया गया लेकिन प्रदर्शन करने वाले लोगों का कहना है कि अभी भी परीक्षाफल अपूर्ण है
13 नवंबर को टीईटी परीक्षा हुई थी। 25 नवंबर को परीक्षाफल घोषित कर दिया गया था। प्रदर्शन कर रहे गुलजार सैफी ने बताया कि जेडी कार्यालय से जिन 600 से अधिक छात्रों के प्रवेश पत्र जारी किए गए थे उनमें से आधे लोगों का परीक्षा फल अटका है। मोदीनगर, गाजियाबाद से आए अभ्यर्थियों ने जेडी कार्यालय पर हंगामा किया। सोनू कपूर, सुनील, सत्येंद्र, सुरेंद्र, राजश्री आदि मौजूद रहे।
News : Amar Ujala (3.12.11)
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UP Basic Education Secratary got notice from Highcourt

बेसिक शिक्षा सचिव आठ को तलब
 (UP Basic Education Secratary got notice from Highcourt)

लखनऊ, 1 दिसंबर (विसं): इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने एक अवमानना मामले में सचिव बेसिक शिक्षा अनिल संत को 8 दिसंबर को व्यक्तिगत रूप से अदालत के समक्ष उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। यह आदेश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने एक अवमानना याचिका पर सुनवाई के बाद दिए हैं। याचिका में कहा गया है कि बहराइच जिले में सहायक अध्यापकों के 315 पद रिक्त थे। याचीगणों का कहना था कि यदि बीटीसी प्रशिक्षित अध्यापकों की कमी हो तो इनके स्थान पर बीएड प्रशिक्षित लोगों की भर्ती की जाए। पीठ ने इस मामले में याचीगणों के पक्ष में आदेश दिया। इस मामले में राज्य सरकार ने उच्चतम न्यायालय में भी एसएलपी प्रस्तुत की। उच्चतम न्यायालय ने पहले उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाई लेकिन बाद में 9 सितंबर 2011 को रोक का आदेश समाप्त कर दिया। याचीगणों का कहना है कि विपक्षी उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं कर रहे हैं।
News : Jagran (2.12.11)
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UP TET may again Wrong Evaluation of OMR Answer Sheets

एक ही विकल्प पर कुछ को नंबर दिए, कुछ के काटे

(UP Board Highschool / Intermediate, TET exam may  Wrong Evaluation of  Answer Booklets)


Some candidates raise objection for new evaluation of TET OMR answer sheets.
Candidates who objected / making complaint got reevalaution and more marks for  same question while others who have not given any complaint geting no marks for same question.
Candidates demanded cancel TET exam and start afresh TET exam.

इलाहाबाद। हाईस्कूल, इंटर परीक्षा के मूल्यांकन में भारी गड़बड़ियों के कारण इस सत्र में अब तक यूपी बोर्ड को चार लाख रुपये जुर्माना देना पड़ा है। 75 के बजाय छात्र को पांच अंक मिल गए तो 88 के बजाय 18। टीईटी परीक्षा में भी बोर्ड ने ऐसी ही गड़बड़ियां की हैं। एक सवाल के एक विकल्प पर किसी को नंबर दिए तो किसी के काट लिए। बोर्ड का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने आपत्ति की, उनके नंबर जोड़े गए। अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि किसी सवाल का कोई विकल्प सही ठहराया जाएगा तो वह सभी के लिए होगा न कि आपत्ति के हिसाब से जवाब सही या गलत होंगे।
अभ्यर्थियों ने प्राथमिक स्तर की परीक्षा में आठ और जूनियर स्तर पर 11 सवाल चिन्हित किए हैं जिनके एक जवाब पर कुछ लोगों को नंबर दिए गए, बाकी को नहीं। मसलन यदि सवाल का बी विकल्प सही है और 70 फीसदी अभ्यर्थियों ने उस पर ही गोला काला किया तो उसमें से 75 फीसदी को नंबर मिले, 25 फीसदी को नहीं मिले। अभ्यर्थियों का कहना है कि आपत्ति के बाद यदि बोर्ड जवाब में संशोधन कर रहा है तो उस जवाब पर गोला भरने वाले सभी अभ्यर्थियों को अंक मिलने चाहिए। इससे आपत्ति करने का कोई वास्ता नहीं होना चाहिए लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं दिख रहा।
तेलियरगंज निवासी अभिषेक सिन्हा, रंजना सिंह, केसरी देवी, पंखुरी पटेल, मम्फोर्डगंज की अफशां, नलिनी त्रिपाठी, करेली निवासी तरन्नुम, फिरोज आदि ने अपने और कई अन्य अभ्यर्थियों के परिणाम की तुलना की है। उनका दावा है कि कई सवालों के समान विकल्प होने पर भी उन्हें अंक नहीं मिले, दूसरों को मिले। इसे लेकर शनिवार को बोर्ड दफ्तर जाएंगे और सुधार न हुआ तो न्यायालय में रिट दायर कर शिक्षक चयन प्रक्रिया रोकने की अर्जी देंगे। टीईटी परिणाम में संशोधन के नाम पर बोर्ड ने ऐसी गड़बड़ियां कर दी हैं कि अभ्यर्थी चकरा गए हैं। वीरेंद्र कुमार, तनुज कुमार भारतीय, शशिकांत सिंह, फूलचंद, रमेश, राहुल प्रिय गौतम समेत 20 अभ्यर्थियों ने यूपी बोर्ड और मुख्यमंत्री को लिखित ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के मुताबिक नए परिणाम में कुछ अभ्यर्थियों के 93 के स्थान पर 39 लिख गए तो 62 के स्थान पर 26 लिख गए। अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि टीईटी में अब तक 25 सवालों में विसंगतियां मिल चुकी हैं जो साफ दर्शाता है कि रिजल्ट तैयार करने में अनियमितता बरती गई है। अभ्यर्थियों ने रिजल्ट रद्द कर नए सिरे से परीक्षा की मांग की है। यूपी बोर्ड की गड़बड़ियों से नाराज तमाम अभ्यर्थियों ने टीईटी के आधार पर चयन को गलत ठहराया है। हरिमोहन सिंह समेत कई अभ्यर्थियों ने एनसीटीई को पत्र भेज इस पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि टीईटी केवल पात्रता परीक्षा है, इसकी मेरिट को चयन का आधार बनाना नियमानुसार गलत है, इस पर रोक जरूरी है। टीईटी में शामिल सामान्य वर्ग की छात्राओं ने पास प्रतिशत में पांच फीसदी छूट की मांग की है। उनका तर्क है कि यूपी टीईटी के सवालों का मानक एनसीटीई और एनसीईआरटी के मानकों के विपरीत है। वहां ऐसी परीक्षा में गणित के 15 सवाल पूछे जाने का प्रावधान है जबकि यूपीटीईटी में 30 पूछे गए। प्रियंका सिंह समेत कई अभ्यर्थियों का तर्क है कि हाईस्कूल में गृहविज्ञान पढ़ने वाली छात्राओं का परिणाम इससे प्रभावित
हो रहा है। प्रियंका ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज पांच फीसदी छूट की मांग रखी है।
News : Amar Ujala (3.12.11)
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UPTET - Know about New Districts of UP

UPTET - Know about New Districts of UP

Many candidates think about How to apply/ Where to apply as competition is very high and choice based district is not easy.

Some candidates searching map of UP for suitable locations, some are ignorant about new districts of UP and its location for e.g. -
काशीराम नगर , प्रबुद्ध नगर, पंचशील नगर ,भीम नगर , छत्रपति शाहूजी महाराज नगर etc.
Therefore we are giving brief details about new distrcits of UP -
 मुजफ्फरनगर के शामली को प्रबुद्ध नगर का नाम मिला है, गाजियाबाद के हापुड़ को पंचशीलनगर का नाम दिया गया है जबकि मुरादाबाद के संभल को अब भीम नगर का नाम दिया गया है

गाजियाबाद के गढ़ मुक्तेश्वर, हापुड़ और दौलाना तहसीलों को जोड़कर पंचशीलनगर जिला
मुरादाबाद की चंदौसी तथा सम्भल तहसील और बदायूं जिले की गुन्नौर तहसील को मिलाकर भीम नगर जनपद
पंचशीलनगर का जिला मुख्यालय हापुड़
भीमनगर का मुख्यालय सम्भल में
फैजाबाद से काट कर बनाए गए अंबेडकरनगर
महामायानगर (हाथरस),


Prabuddha Nagar will be carved out of Muzaffarnagar district and will have its headquarters in Shamli.
Panchsheel Nagar will include Garh Mukteshwar, Hapur and Daulana tehsils of Ghaziabad district.
Bhim Nagar will be carved out of Morababad and Badaun districts

See details here with Districs/Mandals  Map Uttare Prades- Click Here
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UPTET revised its Vigypati/Advertisement for post Primary Level Teacher and added some new points

UPTET revised its Vigypati/Advertisement for post Primary Level Teacher and added some new points


To see advertisement, click - Official website of Basic Education Department of UP 
 Amendment / Revised Vigyapti advertised and added - BTC/ Vishist BTC candidates are now eligible to apply post for PRT, however they must cleared UP TET 2011 exam.)

InterDistrict transfer is not possible as there candidature is of District level
विज्ञापन के क्रम में जिन अभ्यर्थीयों की जिस जनपद हेतु   च्यानोप्रांत चयनोंपरांत   नियुक्ति की जाएगी उनका अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण जनपदीय संवर्ग होने के कारन अनुमन्य नहीं होगा

For Primary level teachers transfer process continues from a long time but now by 31st Dec 11 they ends request for application so that it can be adjusted with new recruites.
See earlier happened transfer process - Transfer of teachers in UP
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Choice based transfers in Basic Education Department UP

अब मर्जी के मुताबिक होंगे बेसिक शिक्षकों के तबादले

(Choice based transfers in Basic Education Department UP for Primary & Upper Primary Level Teachers)


जागरण ब्यूरो, लखनऊ प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को तोहफा दिया है। इन शिक्षकों का उनकी मर्जी के मुताबिक एक से दूसरे जिले में तबादला हो सकेगा। तबादलों में शिक्षिकाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। मुख्यमंत्री मायावती द्वारा परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादलों का फैसला करने के बाद कैबिनेट ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 के नियम-21 में संशोधन के प्रस्ताव को बाइसर्कुलेशन मंजूरी दे दी है। शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले के लिए वरीयताक्रम निर्धारित किया गया है। वरीयता क्रम में पहले उन शिक्षिकाओं को तरजीह दी जाएगी जो विवाह के कारण स्थानांतरण के लिए आवेदन करेंगी। इसके बाद उनको वरीयता दी जाएगी जो गृह जिले के अलावा अन्य जिले में तबादले के लिए आवेदन करेंगी। फिर उनका नंबर आयेगा जो गृह जिले में तबादले के लिए आवेदन करेंगी। इसके बाद वरीयता क्रम में गृह जिले के अलावा अन्य जिलों के लिए आवेदन करने वाले पुरुष शिक्षकों को मौका दिया जाएगा। तबादलों के लिए शिक्षकों की वरिष्ठता के आधार पर विचार किया जाएगा। उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) (तेरहवां संशोधन) नियमावली, 2011 के अमल में आने की तारीख से शिक्षकों को एक से दूसरे जिले में तबादले के लिए अपना आवेदन/ विकल्प पत्र 31 दिसंबर 2011 तक बेसिक शिक्षा परिषद को प्रस्तुत करना होगा। तबादले के लिए शिक्षक को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा निर्धारित प्रारूप पर एक ही आवेदन पत्र में तीन जिलों का विकल्प देना होगा। 31 दिसंबर के बाद अंतरजनपदीय तबादले के लिए कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। जो शिक्षक इस तिथि तक अपना विकल्प पत्र प्रस्तुत नहीं करेंगे, विकल्प देने का उनका अधिकार स्वत: समाप्त हो जाएगा।
News : Jagran ( 3.12.11)
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Detailed News :-

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने उप्र बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन कार्यरत प्राइमरी एवं जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों के एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण, विशेषकर महिला शिक्षकों के स्थानान्तरण का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। इस निर्णय से प्राईमरी तथा जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को उनके द्वारा दिये गये विकल्प के अनुसार जनपदों में तैनाती मिलेगी। साथ ही, भारी संख्या में महिला शिक्षकों को राहत मिलेगी।

निर्णय के अनुसार शिक्षकों के एक जिले से दूसरे जिले स्थानान्तरण इस वरीयताक्रम में किये जाने पर विचार किया जायेगा- महिला शिक्षक, जो विवाह के कारण स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। महिला शिक्षक, जो गृह जनपद के अतिरिक्त अन्यत्र स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। महिला शिक्षक, जो गृह जनपद हेतु स्थानान्तरण का आवेदन करें। पुरूष शिक्षक, जो गृह जनपद के अतिरिक्त अन्यत्र स्थानान्तरण हेतु आवेदन करें। इस सम्बन्ध में वरिष्ठता के आधार पर विचार किया जायेगा।
निर्णय के अनुसार शिक्षकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु अपना आवेदन विकल्प पत्र प्रस्तुत करने के लिए 31 दिसम्बर, 2011 के पश्चात कोई भी विकल्प स्वीकार नहीं किया जाएगा। अध्यापकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु अपना आवेदन-पत्र विकल्प पत्र प्रस्तुत करने का यह अन्तिम अवसर होगा। वे शिक्षक जिन्होंने नियत दिनांक तक अपना विकल्प पत्र नहीं प्रस्तुत किया है, उनके विकल्प देने का अधिकार स्वतः समाप्त हो जायेगा।

वर्तमान में बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी अपने गृह जनपद अथवा वांछित जनपद से भिन्न जनपदों में श्रेष्ठता सूची में आने के कारण चयनित होकर कार्यरत हैं। महिला तथा पुरूष अभ्यर्थियों ने बड़ी संख्या में एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण हेतु आवेदन पत्र उप्र बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय में निर्धारित प्रारूप पर भेजे हैं।
अभी एक जनपद से दूसरे जनपद में स्थानान्तरण हेतु शिक्षकों द्वारा आवेदन करने पर स्थानान्तरण की व्यवस्था थी, लेकिन शिक्षकों की अत्यधिक कमी को देखते हुए यह स्थानान्तरण सम्भव नहीं हो पाता था। ऐसी स्थिति में सीमित संख्या में भी स्थानान्तरण किया जाना सम्भव नहीं हो पाता था, जिसके कारण अनेकानेक महिला शिक्षिकायें अपने गृह जनपद में स्थानान्तरित नहीं हो पाती थी।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों विशेषकर महिला शिक्षकों को उनके मन चाहे जनपद में तैनाती व इस सम्बन्ध में उनकी स्थानान्तरण सम्बन्धी कठिनाईयों के मद्देनजर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उन्हें राहत पहुंचाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इससे शिक्षकों की कठिनाईयां दूर होंगी और विद्यालयांे में पठन-पाठन का बेहतर वातावरण सुनिश्चित हो सकेगा। शिक्षकों तथा उनके अभिभावकों द्वारा वर्ष भर उनके स्थानान्तरण के सम्बन्ध में शासन निदेशालय उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद स्तर पर अनावश्यक रूप से की जाने वाली दौड़-भाग रूकेगी। साथ ही, कार्यालयों के कार्यभार में अनावश्यक वृद्धि से भी बचा जा सकेगा

उप्र बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण हेतु नियम-21 में दी गयी व्यवस्था में संशोधन के बाद अब जो प्रक्रिया अपनायी जायेगी, उसके अनुसार उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) (तेरहवां संशोधन) नियमावली-2011 के प्रारम्भ होने के दिनंाक से प्रधान अध्यापकों, अध्यापकों जो अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण चाहते हों, को अपना विकल्प, आवेदन पत्र दिनंाक 31 दिसम्बर, 2011 तक प्रस्तुत करना होगा। परिषद द्वारा प्राप्त स्थानान्तरण हेतु विकल्पों आवेदन पत्रों को परिषद द्वारा मौलिक नियुक्ति के दिनांक के क्रम में जिलावार विकल्प के अनुसार सूचीबद्ध किया जाएगा।

परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के स्थानान्तरण हेतु क्रमशः तीन जनपदों का विकल्प एक ही आवेदन पत्र पर बेसिक शिक्षा परिषद, उप्र द्वारा विहित प्रारूप पर प्राप्त किये जायेंगे। स्थानान्तरण चाहने वाले शिक्षक यदि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर पदोन्नति के फलस्वरूप कार्यरत हैं, तो उनके स्थानान्तरण पर विचार आवेदितविकल्प दिये हुए जनपद में तभी किया जाएगा, जब उसी वर्ष में नियुक्त शिक्षकों की पदोन्नति हो गयी हों।

निर्धारित वरीयताक्रम में स्थानान्तरण चाहने वाले शिक्षकों में सर्व प्रथम आवेदित विकल्प दिये गये जनपद में महिला शिक्षकों को वरिष्ठताक्रम में उनके द्वारा दिये गये विकल्प प्रथम के अनुसार, तत्पश्चात विकल्प-द्वितीय के अनुसार तथा अवशेष महिला शिक्षकों का विकल्प-तृतीय के अनुसार स्थानान्तरण किया जायेगा। तत्पश्चात पुरूष शिक्षकों के स्थानान्तरण पर विचार पृथक-पृथक जनपद में अनुमोदित पदों के सापेक्ष उपलब्ध रिक्त पदों पर जनपद में उनकी वरिष्ठता क्रम के आधार पर किया जाएगा। 31 अक्टूबर, 2011 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों के लिए इस नियम की सुविधा अनुमन्य नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषदीय शिक्षकों का संवर्ग जनपद स्तरीय है तथा जनपद में भी क्रमशः ग्रामीण क्षेत्र एवं नगर क्षेत्र के अलग-अलग संवर्ग हैं तथा इनकी वरिष्ठता तथा पदोन्नति आदि का कार्य भी जनपद में संवर्ग के अन्तर्गत ही होता है। राज्य सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों में रिक्त अध्यापकों के पदों की बड़ी संख्या को देखते हुए बीएड, एलटी, बीपीएड तथा डीपीएड उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 6 माह का विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें बीटीसी कोर्स के समकक्ष बनाया गया। तदोपरान्त परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिक विद्यालयों में सहायक शिक्षक के पद पर चयन नियुक्ति का अवसर प्रदान किया गया।

वर्ष 1999 में लगभग 23,000 वर्ष 2004-05 में लगभग 39,000 तथा वर्ष 2007 से अब तक लगभग 76,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया तथा प्रशिक्षण के बाद सहायक शिक्षकों के पद पर नियुक्ति प्रदान की गयी। वर्ष 1999-2000 तथा वर्ष 2004-05 का चयन केन्द्रीय स्तर पर मेरिट बनाकर प्रशिक्षण किया गया तथा प्रशिक्षण के बाद अभ्यर्थियों का आवंटन ऐच्छिक जनपद में आवंटित कर नियुक्ति का अवसर प्रदान किया गया था।

उल्लेखनीय है कि 31 दिसम्बर, 2011 से पूर्व लगभग 72,825 शिक्षकों की नवीन तैनाती की जा रही है, जिन्होंने हाल ही मे आयोजित टीईटी परीक्षा पास की है। इन शिक्षकों की तैनाती के परिणाम स्वरूप जहां एक ओर शिक्षकों की कमी दूर हो सकेगी, वहीं स्थानान्तरण के परिणाम स्वरूप शैक्षिण कार्यों में कोई प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं पडे़गा। प्रदेश में महिलाओं के शैक्षिक स्तर में गत 10 वर्षों में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। गत जनगणना में यह स्तर 42 प्रतिशत था, जोकि अब 2011 में बढ़कर करीब 60 प्रतिशत तक पहुंच रहा है।
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Important Point is :
This decision comes before new Primary teacher selection, and newcomers have to go at low prefered areas in UP, After some time UPTET going to fill Upper Primary Level teachers. And they may fill vacancies after
completing transfer process.

For Primary level teachers transfer process continues from a long time but now by 31st Dec 11 they ends request for application so that it can be adjusted with new recruites.
See earlier happened transfer process - Transfer of teachers in UP
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amazing collection of Money - UP TET 2011 Exam

टीईटी से नियुक्ति माया बटोरने का साधन

(Recruitment in UPTET, Good source of Income)

सहारनपुर : प्रदेश में टीईटी से जाने वाली प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति 'माया' बटोरने का साधन बन गई है। अभ्यर्थी को पांच जिलों में आवेदन करने की छूट दी गई है एक आवेदन को अभ्यर्थी को 500 रुपये शुल्क देना होगा। परीक्षा और नियुक्ति से सरकार को करीब 1.3 अरब की आमदनी होने की संभावना है।
प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा 13 नवंबर को कराई गई टीईटी(शिक्षक पात्रता परीक्षा) की प्राथमिक व उच्च प्राथमिक परीक्षा के लिए 11.50 लाख आवेदन पत्र भरे गए थे। 25 नवंबर को घोषित रिजल्ट में प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 53 तथा उच्च प्राथमिक परीक्षा में 2 लाख 9 हजार 789 अभ्यर्थी सफल हुए थे। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की घोषित प्रक्रिया में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी पात्र है।
टीईटी परीक्षा से आमदनी
-टीईटी परीक्षा: आवेदन पत्र भरे गए 11.50 लाख
-सामान्य व पिछड़ी जाति का शुल्क- 500 रुपये।
-अनुसूचित जाति/जनजाति का शुल्क-250 रुपये।
-विकलांग अभ्यर्थी-निशुल्क
उदाहरण के लिए: सामान्य व पिछड़ी जाति के अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र- 08 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 40 लाख।
अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थियों द्वारा भरे गए आवेदन पत्र-03 लाख। इनसे प्राप्त शुल्क 7.50 करोड़।
विकलांग अभ्यर्थियों की संख्या- 50 हजार। इनके लिए शुल्क माफ था।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से फीस
प्राथमिक स्तर की टीईटी परीक्षा में 2 लाख 70 हजार 806 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। एक आवेदक को पांच जिलों में आवेदन की छूट है। सामान्य व पिछड़ी जाति के लिए एक जिले में आवेदन का शुल्क 500 रुपये। अनुसूचित जाति/जनजाति अभ्यर्थी का शुल्क 200 रुपये। विकलांग अभ्यर्थी निशुल्क।
उदाहरण के लिए- सामान्य व पिछड़ी जाति के 02 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 2500 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 50 करोड़।
अनुसूचित जाति/जनजाति के 55 हजार अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। यदि ये सभी 5-5 जिलों में आवेदन करते है तो एक अभ्यर्थी 1000 रुपये शुल्क भरेगा। कुल शुल्क 5.50 करोड़।
विकलांग उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की संख्या 15 हजार 806, इनसे कोई शुल्क नही लिया जायेगा।
प्रक्रिया से 1.3 अरब
प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भ‌र्त्ती प्रक्रिया 'माया' बटोरने का साधन बनेगी। इससे सरकार को 1.3 अरब से अधिक की राशि प्राप्त होगी। टीईटी उत्तीर्ण हर अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी पांच जिलों में आवेदन करेगा।
News : Denik Jagran (01.12.11)
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Amazing UPTET - New result 101 marks allotted against 44 in earlier declared result

गजब! 44 अंक वाले को मिल गए 101

(Amazing UPTET - New result 101 marks allotted against 44 in earlier declared result)

For some candidate UPTET merit change drastically and unexpected change they observe in revised TET result, See news -

इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का परिणाम तैयार करने में यूपी बोर्ड ने जितनी अनियमितता बरती है, उतनी हाईस्कूल, इंटर परीक्षा में भी नजर नहीं आती। आननफानन में परीक्षा परिणाम तैयार करने का नतीजा है कि चार बार संशोधन के बाद भी परिणाम में ढेरों खामियां हैं। 25 नवंबर को परिणाम जारी करने के बाद यूपी बोर्ड ने तीन बार दावा किया कि परिणाम संशोधित कर दिया गया है लेकिन शुक्रवार को जब नया परिणाम वेबसाइट पर लोड किया गया तो भारी भरकम बदलाव नजर आए। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने दावा किया है कि उनके छह अंक बढ़ गए हैं, जबकि ज्यादातर ने तीन अंक बढ़ने की बात कही। प्राथमिक और जूनियर दोनों स्तर के अभ्यर्थियों ने नंबर बढ़ने का दावा किया। मसलन हरितोष मिश्र के 92 से 95, संतोष पांडेय के 99 से 102, इंद्राणी के 96 से 98, संतोष कुमारी के 104 से 106, अमित अस्थाना को 94 से 100, विद्याधर शर्मा को 87 से 93, कुसुम पाल को 88 से 95, अंजनी पटेल के 91 से 96 हो गए। ऐसे सौ से अधिक अभ्यर्थियों ने फोन पर अपने नंबर बढ़ने की जानकारी दी।
सबसे अधिक ताज्जुब हुआ नलिनी राठी के परिणाम को लेकर। अलीगढ़ की नलिनी को पहले परिणाम में 44 अंक मिले थे। बोर्ड ने तीन बार संशोधन का दावा किया तब भी नंबर नहीं बढ़े लेकिन शुक्रवार को जब नए सिरे से रिजल्ट जारी किया गया तो उसके 101 अंक हो गए। नलिनी का परिणाम देख सभी हैरान हैं। किस आधार पर उसे 44 मिले और कैसे उसे 101 मिल गए, किसी को नहीं पता।
नए परिणाम में कई अभ्यर्थियों के अंक कम भी हो गए। अभ्यर्थी हैरान हैं क्योकि उन्होंने संशोधन के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। शिल्पी साहू को पहले 111 मिले थे अब 110 हो गए, प्रियंका के 132 के बजाय 127 तो रश्मि के 118 के स्थान पर 115 अंक हो गए। लगभग 50 अभ्यर्थियों ने नंबर कम होेने की सूचना दी है।
बोर्ड ने इस बार सभी का नया परिणाम जारी किया या कुछ लोगों का बदला, परिणाम से यह साफ नहीं हो सका। तीन दिन पहले अधिकारियों ने दावा किया था कि केवल उन्हीं के परिणाम बदले जाएंगे जिन्होंने आवेदन किया है लेकिन जिन लोगों के नंबर कम हुए, उनका दावा बोर्ड के बयान से इतर है। अल्लापुर निवासी राजेंद्र सिंह, शिवबरन, राजू पटेल, कटरा के रवींद्र, जयकरन सिंह, तुषार, शिवकुटी की राधिका, अमला, राघवेंद्र का दावा है कि नए परिणाम में भारी अनियमितता बरती गई है। अभ्यर्थियों ने इसके खिलाफ सोमवार को अदालत का दरवाजा खटखटाने की चेतावनी दी है।
News : Amar Ujala (03.12.2011)
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टीईटी में फेल अभ्यर्थी हुए पास (Failed candidate passed in revised UPTET result)

 यूपी बोर्ड ने वेबसाइट पर जारी किए संशोधित परिणाम
- एक से छह तक बढ़े ज्यादातर अभ्यर्थियों के अंकइलाहाबाद। टीईटी के नए सिरे से संशोधित परिणाम यूपी बोर्ड ने शुक्रवार को जारी किए। संशोधित परिणामों में अभ्यर्थियों के अधिकतम छह अंक तक बढ़े हैं। एक दो नंबर से फेल हुए अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली। मगर अभी भी काफी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिनके नेट पर परिणाम जारी नहीं हुए हैं। इसमें डुप्लीकेट प्रवेशपत्र से परीक्षा देने और ओएमआर शीट में गलत रोल नंबर भरने वाले अभ्यर्थी अधिक हैं। जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में गलत ओएमआर शीट मिल गई थी, उनके परिणाम भी नेट पर शो नहीं कर रहे हैं। 25 नवंबर को टीईटी के परीक्षा परिणामों को यूपी बोर्ड ने आनन-फानन में जारी कर दिया था। जिस वजह से परिणाम में सैकड़ों गलतियां सामने आईं। काफी संख्या में पास अभ्यर्थी भी फेल दिखाए गए। बोर्ड ने शुक्रवार को अंतिम बार संशोधित परिणाम जारी किए हैं। जिसमें करेली के शहबाज खान को दूसरे पेपर में अंक 106 से बढ़कर 108 हो गए हैं। हरितोष मिश्रा को 92 से 95, संतोष मिश्रा को 99 से 102 अंक, इंद्राणी को 96 से 98 और संतोष कुमारी को 104 से 106 अंक बढ़कर मिले हैं। अमित अस्थाना के पहले पेपर में 94 से 100, विद्याधर शर्मा के 87 से 83, कुसुम पाल के 88 से 95 अंक बढ़कर मिले हैं।
बढ़ने के बजाए घट गए नंबर
टीईटी के संशोधित परिणामों सैकड़ों अभ्यर्थियों को झटका भी दिया। बढ़ने के बजाए एक से पांच तक उनके अंक घट गए। शिल्पी साहू के प्रथम प्रश्न पत्र में 111 से 110, प्रियंका के 132 से 127 और रश्मि के 118 से 115 अंक तक घट गए।
अभ्यर्थियों ने लिया कोर्ट जाने का फैसला
टीईटी को पात्रता परीक्षा की जगह चयन परीक्षा बनाने के विरोध में अभ्यर्थियों ने कोर्ट जाने का फैसला लिया है। उप्र विशिष्ट बीटीसी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बैठक कर सभी जरूरी कागजातों को एकत्र किया। मोर्चा अध्यक्ष अजय त्रिपाठी ने बताया कि पांच दिसंबर तक लखनऊ खंडपीठ में अभ्यर्थियों की याचिका दाखिल हो जाएगी। अभ्यर्थियों ने शनिवार को एक बार आजाद पार्क में बैठक बुलाई है।
News : Amar Ujala ( 3.12.11)
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Friday, December 2, 2011

Statistical Figures of UPTET Examination

Statistical Figures of UPTET Examination (Based on Small sample size and it can't be compared with actual details)

As many candidates are looking for statistical figures to know details -
How many got 120+ marks
How many got 110+ marks
How many got 100+ marks
How many got 90+ marks

We have conducted a little research and choose 100 roll nos. from 01006000 to 01006100 and check there results and found following -
52 candidates passed UP TET exam including reserved category.

1 candidate got 120+marks : 125 (Roll No. - 01006057) with Percentage 83.33
Congratulation Mr. BIKRAM SINGH SHISHODIA
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4 Candidates got 110 + marks : 114  ( Roll No. 01006028), 112 ( Roll No. 01006061) , 112 ( Roll No. 01006061), 118 ( Roll No. 01006083)
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15 Candidates got 100+ marks
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9 Candidates got 90 to 99 marks
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Therefore 26 candidates got below 90 marks

Therefore considering this sample figure, approx. 3000 candidates got 120+ marks in UPTET.
12000 candidates got 110 to 119 marks
45000 candidates got 100 to 109 marks
27000 candidates got 90 to 99 marks

And 50% of UPTET candidates got marks 55% to 60%

Important factor is 65 to 70% candidates got less than 70% marks.
1 % candidate score 120+ marks, 2700 candiadte may score 120+  marks
(We take it 3000 as sample size is small and to negate variation)
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These are only raw statistical figures and based on small sample size.
Male / Female ratio identification is not possible with this small samplle.As most of the girl name satrts with S,D,P etc. while UPTET allot roll no. alphabetically.
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Highcourt sought information regarding irregularities in UPTET 2011 exam

हाईकोर्ट ने जानकारी मांगी - टीईटी में अनियमितता
 ( Highcourt sought information regarding irregularities in UPTET 2011 exam)

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टीईटी में अनियमितता के मामले में उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने जानकारी तलब की है। पीठ ने सरकार सहित अन्य संबंधित पक्षकारों से कहा है कि वह याचिका में कही गई कथित अनियमितताओं के बारे में पीठ को अवगत कराएं। मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होगी। यह आदेश गीता देवी यादव द्वारा दायर याचिका पर दिए हैं। याचिका में कहा गया कि याची गत 13 नवंबर को टीईटी परीक्षा में सम्मिलित हुई। प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को उच्च प्राथमिक स्तर की ओएमआर शीट दे दी गई तथा उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान प्राथमिक स्तर की। जब परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो आश्र्वासन दिया गया कि बाद में सही कर दिया जाएगा। कुछ प्रमुख संशोधन 4 7 सितंबर : पहला शासनादेश।17 सितंबर : पहला संशोधित शासनादेश। इसमें स्नातक में न्यूनतम योग्यता को 50 की जगह 45 प्रतिशत कर दिया गया।19 सितंबर : दूसरा संशोधित शासनादेश जारी हुआ। दूसरे संशोधित शासनादेश के जरिए वर्ष 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों या अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डिप्लोमा इन टीचिंग उपाधिधारकों को भी टीईटी में शामिल  होने की छूट दे दी गई। 4  21 सितंबर : टीईटी के आयोजन के सिलसिले में एक और शासनादेश जारी हुआ, जिसमें परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम तय कर दिया गया। 4   4 अक्टूबर : बीएड, बीटीसी एपीयरिंग को भी अनुमति दी गई।9 अक्टूबर : ओबीसी, भूतपूर्व सैनिक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रितों को पांच प्रतिशत की छूट। 4 8 नवंबर : टीईटी को केवल पात्रता परीक्षा की जगह चयन का आधार बना दिया गया। अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद शिक्षक पात्रता परीक्षा पर माध्यमिक शिक्षा परिषद की फजीहत अब किसी से छिपी नहीं है। टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों की प्राथमिक स्कूलों में 72 हजार शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होनी है, फिर भी यूपी बोर्ड ने हर स्तर पर जल्दबाजी दिखाई और गलती की। विज्ञप्ति आने से लेकर परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने तक संशोधनों का सिलसिला जारी है। यह सिलसिला कब थमेगा यह तो परिषद के अधिकारी ही बता सकते हैं, पर इतना तो तह है कि इस परीक्षा से यूपी बोर्ड ने अपने नाम गलतियों का कीर्तिमान स्थापित कर लिया है। याद नहीं आता कि किसी बोर्ड, आयोग ने किसी भी परीक्षा में इतनी गलतियां और संशोधन किए होंगे। पहला शासनादेश सात सितंबर को जारी हुआ। इस शासनादेश के मुताबिक वे अभ्यर्थी टीईटी में शामिल हो सकते थे, जिन्होंने न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ बीए/ बीएससी/ बीकॉम करने के साथ ही साथ बीएड भी किया हो। यह शासनादेश ठीक 10 दिन बाद 17 सितंबर को संशोधित कर दिया गया। बीए/बीएससी/बीकॉम को स्नातक कर दिया गया व न्यूनतम अर्हता को 50 की बजाय 45 प्रतिशत कर दिया गया। यूपी बोर्ड ने बनाया गलतियों का कीर्तिमान शासनादेश व आंसर की में चार से अधिक बार संशोधन के बावजूद भ्रम बरकरार

आठ नवंबर को हुआ सबसे बड़ा संशोधन
वरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में सबसे बड़ा संशोधन 8 नवंबर को हुआ। विज्ञप्ति में पहले टीईटी को पात्रता परीक्षा घोषित किया गया था। इस संशोधन में टीईटी की मेरिट को चयन का आधार बना दिया गया। कैबिनेट ने बेसिक शिक्षा अध्यापक नियमावली 1981 के नियम 8, 14, 27 व 29 में संशोधन कर दिया। इससे हाईस्कूल, इंटर, स्नातक और परास्नातक परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को झटका लगा। यह संशोधन भी परीक्षा एक महज चार दिन पहले किया गया। इससे पूर्व मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों को भी शामिल कर लिया गया। इसी संशोधन में बीएड व बीटीसी एपीयरिंग अभ्यर्थियों को भी परीक्षा देने की अनुमति दे दी गई। अन्य पिछड़ा वर्ग को भी पांच प्रतिशत की छूट दी गई। इसके बाद बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में 72,825 शिक्षकों के चयन के लिए पहले अधिकतम आयुसीमा 35 रखी गई थी, जिसे बाद में 40 वर्ष कर दिया गया। इतने संशोधन करने के बाद भी अभी परिणाम में तमाम खामियां हैं। अभी भी उर्दू के गलत प्रश्न व विकल्प नहीं संशोधित किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि शुरू से ही अभ्यर्थियों में इस परीक्षा को लेकर भ्रम की स्थिति रही है।
News : Jagran -इलाहाबाद(2.12.11)
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कथित अनियमितता पर राज्य सरकार से हफ्ते भर में जवाब मांगा लखनऊ (एसएनबी)

इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बरती गयी कथित अनियमितताओं के मामले में दायर याचिका पर राज्य सरकार सहित अन्य संबंधित विभाग से एक सप्ताह में जानकारी मांगी है। पीठ ने कहा है कि बतायेंंकि परीक्षा में गड़बड़ी हुइ अथवा नहीं। यह आदेश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने याची गीता देवी यादव की ओर से अधिवक्ता कुलदीप पति त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका पर दिए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि गत 13 नवम्बर को टीईटी परीक्षा आयोजित की गयी। इसमें याची सहित अन्य अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। कहा गया कि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को जो ओएमआर सीट दी गयी वह प्राथमिक स्तर की थी। यह भी कहा गया कि इससे परीक्षार्थियों में भ्रम की स्थिति रही तथा वह सभी परीक्षा नहीं दे पाये। परीक्षा के दौरान जब परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो वहां के शिक्षकों ने आासन दिया कि बाद में सभी गड़बड़ियों को ठीक कर दिया जाएगा। याची ने कहा कि इसी के चलते उसे इस परीक्षा में सफलता नहीं मिली। कोर्ट ने अगली सुनवाई अगले सप्ताह नियत की है।
News : Rastriya Sahara ( 2.12.11)
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टीईटी में धांधली पर जानकारी तलब
लखनऊ, 1 दिसंबर (विसं): अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बरती गई अनियमितता के मामले में दायर याचिका पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय लखनऊ पीठ ने जानकारी तलब की है। पीठ ने सरकार सहित अन्य संबंधित पक्षकारों से कहा है कि वह याचिका में कही गई कथित अनियमितताओं के बारे में पीठ को अवगत कराएं। मामले की सुनवाई अगले सप्ताह होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा की एकल पीठ ने याची गीता देवी यादव के अधिवक्ता कुलदीप पति त्रिपाठी द्वारा दायर याचिका पर दिए हैं। याचिका में कहा गया कि याची गत 13 नवंबर को टीईटी परीक्षा में सम्मिलित हुई। प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को उच्च प्राथमिक स्तर की ओएमआर शीट दे दी गईं। यह भी कहा गया कि उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के दौरान प्राथमिक स्तर की शीटें दी गईं। कहा गया कि जब परीक्षार्थियों ने विरोध किया तो आश्र्वासन दिया गया कि बाद में सही कर दिया जाएगा। यह भी कहा गया कि ओएमआर शीटों के आवंटन में गड़बड़ी करने पर याची अनुत्तीर्ण हो गई। छात्र संघ चुनाव कराने की याचिका लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए द्वितीय वर्ष के छात्र शिवार्थ पांडेय ने छात्र संघ बहाली के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। इसकी पहली सुनवाई गुरुवार को हुई लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से कोई न्यायालय में कोई उपस्थित नहीं हुआ। इसकी अगली सुनवाई 14 दिसंबर को होनी है। कोर्ट ने कुलसचिव को उपस्थित होने को कहा है। साथ ही अभी तक चुनाव क्यों नहीं कराए गए इस पर स्पष्टीकरण मांगा है। शिवार्थ का कहना है कि लखनऊ विश्वविद्यालय वर्ष 2006 में उच्चतम न्यायालय के निर्णय की अवहेलना कर रहा है। लविवि प्रशासन का तर्क है कि विवि का माहौल खराब होगा लेकिन ऐसा होता तो दिल्ली विवि, जेएनयू समेत अन्य विवि में छात्र नेता अपराधी बन जाते।
News : Jagran (2.12.11)
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UP Board Declare Updated/Revised UPTET 2011 Result

UP Board Declare Updated/Revised UPTET 2011 Result
/Updated Sarkari Naukri http://sarkari-damad.blogspot.com/  / Updated Admission Notice India http://admission-query.blogspot.com/ , Latest Naukri Recruitment Results - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/, Competition Exam Papers / Syllabus - http://syllabus123.blogspot.com/

Many candidates see updown in there marks and it might be possible  TET topper name changes.

Candidates wait ends, Final UPTET result link enabeled on uptet2011.com site.

Some candidate see change of 4-5 marks and some have this change for only 1-2 marks.
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JOIN UPTET ONLY BLOG - http://joinuptet.blogspot.com/
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Difference: UP Board Candidate & CBSE Candidate marks

Difference: UP Board Candidate & CBSE Candidate marks



We all know about UP board results and where in CBSE/ICSe board candidates can generally obtain 80-90 % marks easily, While even for topper of Board is unable to get 90% marks.
When you see this link of (Department of Science & Terchnology DST - Inspire Fellowship) - http://www.iiser-admissions.in/cut_off.php 
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Cut-off for 2010/2011
Those candidates passing Class XII in 2011 and who are recepients of the eligibility note from the school board for DST Inspire fellowship may also apply. Cut-off in this table does not apply to such students.
Board Class 12 %
Andhra Pradesh 95.20
Assam 73.40
Bihar 74.00
Chhattisgarh 87.00
Goa 81.60
Gujarat 84.10
Haryana 84.20
Himachal Pradesh 80.00
Jammu & Kashmir (*) 79.20
Jharkhand 61.40
Karnataka 88.80
Kerala 92.50
Madhya Pradesh 83.40
Maharashtra 83.50
Manipur 77.40
Meghalaya 70.20
Mizoram 71.20
Nagaland 74.60
Orissa 76.80
Punjab 78.60
Rajasthan 81.20
Tamil Nadu 94.90
Tripura 68.40
Uttar Pradesh 77.00
Uttarakhand 67.50
West Bengal 81.80
CBSE 91.80
ICSE 93.20
Viswa-Bharathi 96.10
AMU Board 86.70
IB Board (**) 43.00
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You can simply understand this fact.
UP BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 77%
CBSE/ICSE BOARD CANDIDATES CUT-OFF : 91.8/93.2 %
(Cut-off for 2010/2011)

10-20 YEARS Back, UP Board Merit is lower than this 2010/2011
Why UP Education department not devised a formula for UP Board Candidates as Central Government makes and publish on its website.
Why they are not making result online.
Even Central government uses /gives different -different weightage for diffrent -different STATE BOARD EXAMINATIONS.
Some private management institutes gives marks 80-90 percentile in GRADUATION, B Ed.
Marks differ from University to university.


Where will UP Board candidates go as Convent Scools prefer convent background.

CBSE/ICSE Board candidates perfer to teach in UP board school due to Goverment Jobe nature. 
UP Board Education department should make a transparent balance policy and publish its result On-Line, So that candidates should not roam here and there for its result.
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If UPTETE Merit will be based on Highschool (10th), Intermediate (12th),Graduation , B Ed marks then
UP Board candidates have a major loss in merit.
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UPTET merit can be change from 5 to 8 marks, Experts change answers for 8 questions

पांच से आठ अंक खिसक सकती है टीईटी मेरिट

(UPTET merit can be change from 5 to 8 marks, Experts change answers for 8 questions)

इलाहाबाद। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट पांच से आठ अंक खिसक सकती है। बृहस्पतिवार दिन भर परिणाम पर चर्चा के बाद यह लगभग तय हो गया कि पूरा परिणाम बदल सकता है। संभव है कुछ अभ्यर्थियों के अंक कम हो जाएं तो ज्यादातर के बढ़ें। पूरी आंसरशीट के अध्ययन के बाद विशेषज्ञों ने आठ सवालों के जवाब नए सिरे से बदले हैं। अधिकारियों का कहना है कि उनमें से तीन सवालों के जवाब पहले से ही संशोधित कर दिए गए थे लेकिन टीईटी से जुड़े विशेषज्ञों का दावा है कि संशोधन के बाद भी नंबर नहीं जोड़े गए थे। यानी यह साफ है कि नया परिणाम जारी करने के बाद परिणाम में पांच से आठ अंकों का उतार चढ़ाव हो सकता है। बृहस्पतिवार शाम को लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा विभाग के बड़े अधिकारियों की बैठक में नए परिणाम की संस्तुति कर दी गई। रात आठ बजे से परिणाम वेबसाइट पर लोड करने का प्रक्रिया शुरू हो गई थी। अधिकारियों के मुताबिक देर रात तक अभ्यर्थी नया परिणाम देख सकेंगे। किसी कारण रात में वेबसाइट पर नतीजे न दिखे तो शुक्रवार दिन में बदलाव दिखेगा।
टीईटी से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि जबरिया निर्धारित समय पर रिजल्ट जारी करने के दबाव में भारी गड़बड़ियां हुई हैं। परीक्षा परिणाम से जुड़ा कोई भी विशेषज्ञ 25 को परिणाम के लिए तैयार नहीं था लेकिन दबाव में परिणाम जारी कर दिया गया। नतीजा रहा कि पांच दिन में चार बार परिणाम संशोधित किया जा चुका है और लगातार नई आपत्तियां मिल रही हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि परिणाम को लेकर हो रही किरकिरी से शासन खासा नाराज है। माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने भी इस मामले में अधिकारियों से नाराजगी जताई है।
-इंसेट-
जूनियर स्तर के लिए अलग रिक्तियां शीघ्र
टीईटी में जूनियर स्तर की परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के लिए शीघ्र ही रिक्तियां घोषित की जाएंगी। प्राथमिक स्तर पर चयन के लिए लगभग 73 हजार पदों का विज्ञापन जारी कर दिया गया है। सर्व शिक्षा अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि जूनियर स्तर पर 26 हजार पदों पर चयन के लिए विज्ञापन जल्द ही जारी हो सकता है।
-इंसेट-
बार बार संशोधन से नाराजगी
टीईटी में बार बार संशोधन से बड़ी संख्या में छात्रों में नाराजगी है। चंद्रशेखर आजाद पार्क में हुई बैठक में छात्रों ने कहा कि इससे पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े हो गए हैं। यदि बदलाव से पूर्व में चयनित छात्रों का नुकसान हुआ तो बोर्ड की लापरवाही के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। बैठक में संजय मिश्र, दुर्गेश, दिलीप त्रिपाठी, राजेश, गिरजा शंकर आदि उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश ग्रेजुएट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी बार बार के बदलाव पर नाराजगी जताई। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आरबी सिंह ने इस मामले में बोर्ड अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई जाएगी।
News : Amar Ujala (02.12.2011)
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Important Points -
New UPTET Result may affect merit upto 8 marks
Updated/ Revised TET Result will be declared by today i.e Friday(02.12.2011)
Notice for Upper Primary level vacancies (26000) may also release very soon.

We hope this UPTET finally correct all mistakes for fair & transparent selection.
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Thursday, December 1, 2011

BTC Cutoff released by Allahabad DIET

बीटीसी की कटआफ मेरिट जारी
( BTC Cutoff released by Allahabad DIET)
 
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट ने बीटीसी प्रशिक्षण की अनन्तिम कटआफ मेरिट जारी कर दी है। इसकी सूची डायट के कार्यालय पर बुधवार को चस्पा कर दी गई है। इसमें डायट इलाहाबाद के लिए सात से नौ दिसंबर तक दो सौ पदों के लिए चयन किया जाएगा। जबकि नौ दिसंबर के बाद निजी विद्यालयों के लिए चयन किया जाएगा। डायट के प्राचार्य संजय सिन्हा ने बताया कि सूची में सम्मिलित अभ्यर्थियों को अपने समस्त मूल शैक्षिक प्रमाण अंकपत्र व प्रमाण पत्र, जाति आरक्षण, शिक्षामित्र संबंधित प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र की मूल रूप में तथा स्वहताक्षरित पासपोर्ट साइज दो फोटो के साथ आना होगा। साथ ही दस रुपये के नान जुडिशियल स्टैम्प पेपर पर शपथ पत्र भी देना होगा।
News : Jagran (1.12.11)
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Lucknow Class IV Employee recruitment : Candidate shows anger

चतुर्थ श्रेणी के पदों की भर्ती - नाराज अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
(Lucknow Class IV Employee recruitment : Candidate shows anger)


लखनऊ, 30 नवंबर (जागरण संवाददाता): छावनी परिषद की चतुर्थ श्रेणी के पदों की भर्ती का परिणाम देखने के बाद अभ्यर्थियों ने धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सभी अभ्यर्थी लखनऊ के ही चयनित किए गए हैं। चयनित अभ्यर्थियों ने दौड़ और साक्षात्कार में हिस्सा ही नहीं लिया था। चयनितों की सूची चस्पा करने की जगह सिर्फ उनके नाम ही बताए गए। साक्षात्कार के लिए बिहार सहित कई प्रदेशों के अभ्यर्थियों को चार दिन पहले बुलाया गया था। साक्षात्कार में सिर्फ नाम पूछकर वापस कर दिया गया। छावनी परिषद ने सात पदों की भर्ती के लिए 21 से 28 नवंबर तक दिलकुशा मैदान में दौड़ आयोजित की थी। इसमें आठ हजार लोगों को बुलाया गया था। साक्षात्कार के लिए 160 आवेदकों को 29 और 30 नवंबर को लखनऊ बुलाया गया था। अभ्यर्थियों का आरोप है कि साक्षात्कार में सिर्फ नाम पूछकर उपस्थिति रजिस्टर पर नाम के सामने सही का निशान लगा दिया गया। गोरखपुर की प्रियंका सिंह ने बताया कि उनको साक्षात्कार के लिए 24 नवंबर को ही बुला लिया गया था। वह स्टेशन पर रोज समय काट रहीं थी बिहार के पूर्णिया जिले के शंकर पासवान ने आरोप लगाया कि सिर्फ एक घंटे में 80 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार हो गए। मुजफ्फरपुर बिहार के सौरभ ने आरोप लगाया कि चयनित लोगों ने दौड़ और साक्षात्कार में हिस्सा ही नहीं लिया था। चंद स्थानीय नेताओं के कहने पर लखनऊ के सभी उम्मीदवारों को भर्ती किया गया है। रायबरेली के सुनील कुमार, बिधूना के रजनीश, बस्ती के आकाश, इलाहाबाद के संजय पासवान और लक्खी बिहार के नरसिंह सहित दर्जनों अभ्यर्थी सड़क किनारे बैठकर देर शाम तक परिणाम आने का इंतजार करते रहे। इन अभ्यर्थियों ने बताया कि एससी/एसटी कोटे के दो पदों की भर्ती को निरस्त कर उनकी जगह सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों का चयन किया गया है।
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It can be done for fare & transparent process : Physical ability test should be conducted by any other organization.
Interview should be conducted by any other organizaion.
These problem occurs in various govt. agencies in India. And if there is any corruption, What can you do ?
Interviews should be aboilshed/OR its weightage should be negligible for selection of right candidate.
Coz- India faces problems of Castesism, Reginolism, Relegionism, Corruption and
humans are somewhat biased (some people like something ) and it can wronly affect meritorious/good candidates who devote too much for exam and his performance calculated in 10-15 minutes.
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NCTE : TET merit is for eligibility not for selection/recruitment

Amazing Information - http://amazing-info.blogspot.com---------------------------------------------------------
एनसीटीई नहीं देती टीईटी मेरिट से नियुक्ति की छूट
Good Humour , Entertainment, Jokes http://7joke.blogspot.com/ / /Updated Sarkari Naukri http://sarkari-damad.blogspot.com/  / Updated Admission Notice India http://admission-query.blogspot.com/ , Latest Naukri Recruitment Results - http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/, Competition Exam Papers / Syllabus - http://syllabus123.blogspot.com/
 (NCTE : TET merit is for eligibility not for selection/recruitment)

कानपुर, शिक्षा संवाददाता: राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की मेरिट से शिक्षक-शिक्षिकाओं की सीधे नियुक्ति की छूट नहीं देती है। उसके प्रावधानों में यह बस एक अनिवार्य अर्हता है। डिग्री की तरह माध्यमिक व प्राथमिक के लिए विशिष्ट गुणवत्ता वाले शिक्षक शिक्षिकाओं के चयन को एनसीटीई की ओर से लागू शिक्षक पात्रता परीक्षा को परिषद केवल पात्रता का प्रमाणपत्र मानती है। एनसीटीई ने स्पष्ट किया है कि टीईटी क्वालीफाई करने का मतलब शिक्षक पद पर नियुक्ति का अधिकार नहीं है। नियुक्ति प्रक्रिया में इसके वेटेज अंक दिए जाएंगे। न्यायालय की शरण में जा रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि एनसीटीई के प्रावधानों को कोई राज्य सरकार नहीं ठुकरा सकती। शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने से जरूरी शिक्षकों की नियुक्ति के बाबत आरटी एक्ट में यह स्पष्ट है कि शिक्षकों की नियुक्तियां एनसीटीई के प्रावधानों व नियमों के तहत होंगी। ऐसे में टीईटी मेरिट से सीधी नियुक्तियां करना नियमों का उल्लंघन होगा। उच्च न्यायालय में यह तर्क रखे जाएंगे। अभ्यर्थियों की मांग है कि नियुक्ति प्रक्रिया में हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक व बीएड के प्राप्तांकों को वेटेज दिया जाए। नियुक्तियां जिलावार न कर पूरे प्रदेश में एक साथ की जाएं। अभ्यर्थियों द्वारा दिये शहरों के विकल्प में क्रमश: नियुक्ति का प्रावधान रहे अन्यथा जिन जिलों में पद कम हैं वहां के अभ्यर्थियों को नौकरी मिलना मुश्किल होगा। क्या कहती एनसीटीई एनसीटीई की वेबसाइट पर मेंबर सेक्रेटरी विक्रम सहाय की ओर से डाउन लोड 11 फरवरी -11 के एक परिपत्र संख्या 76-4 / 2011 एनसीटीई/एसीएडी के पैरा संख्या 9 के सेक्शन बी में शिक्षक पदों पर नियुक्ति के लिए टीईटी मेरिट का केवल वेटेज देने की बात कही गई है। अभी भी गलत उत्तर अभ्यर्थी रेखा देवी सहित अन्य ने दावा किया है कि टीईटी का परिणाम घोषित होने के बावजूद यूपी बोर्ड द्वारा जारी उत्तरों में अभी गलत उत्तर मौजूद हैं। बुकलेट सी के प्रश्न 5 व बुकलेट बी के प्रश्न -10 में एक ही सवाल है लेकिन उत्तर अलग-अलग हैं। बोर्ड ने बुकलेट सी में उत्तर डी को सही माना है तो बुकलेट बी में सी को सही माना है।
News : Jagran (1.12.11)
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